हर सूरत में रोको कालाबाजारी
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टरों से दो टूक कहा कि वो कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्ती से पेश आएं। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत बांटे जाने वाले खाद्यान्नों और केरोसिन पर सजग निगरानी रखें। लगातार छापे मारकर अपराधियों की धर-पकड़ करें। कालाबाजारी करते जो भी हत्थे चढ़ता है, वह चाहे कितना ही प्रभावी क्यों न हो, उस पर बेहिचक कार्रवाई करें।
चौहान ने कहा कि सरकार की फूड कूपन योजना के माध्यम से सस्ता राशन उपलब्ध कराने की योजना का लाभ हर हालत में गरीबों को मिले। यूआईडी के आधार पर फूड कूपन देने से कालाबाजारी रोकने में आसानी होगी। आदिवासी बहुल अंचलों में खाद्यान्न वितरण व्यवस्था को मजबूत बनाने वन समितियों को खाद्यान्न वितरण का काम सौंपा जा रहा है।
वेयरहाउस होंगे ऑनलाइन
खाद्य विभाग की ओर से कांफ्रेंस में इन्टीग्रेटेड इन्फॉर्मेशन सिस्टम फॉर फूड ग्रेन्स मैनेजमेंट (आईआईएसएफएम) और रैपिड रिपोटिंüग सर्विसेस (आईआरआरएम) सॉफ्टवेयर की जानकारी दी गई। इससे वेयरहाउस में खाद्यान्न उपलब्धता और उठाव की ऑनलाइन जानकारी मिल सकेगी। जिला-स्तर पर कलेक्टर भी जिले के वेयरहाउस में खाद्यान्न भण्डारण तथा वितरण की जानकारी ऑनलाइन ले सकेंगे।
राशन की दुकान पर बिकेंगी और भी चीजें
मुख्यमंत्री ने कहा कि राशन की दुकानों पर गड़बड़ी रोकने के लिए दुकानदारों को खाद्यान्न के साथ अन्य सामग्री बेचने की भी इजाजत होगी। इससे उनका मुनाफा बढ़ेगा। मुख्य सचिव अवनि वैश्य ने कहा कि बॉयोमेट्रिक्स आधारित फूड कूपन योजना से हितग्राही के अलावा अन्य व्यक्ति खाद्यान्न नहीं ले सकेंगे।
"भुलक्कड़ हैं मुख्यमंत्री"
खंडवा। "संत सिंगाजी समाधिस्थल पर साढ़े चार करोड़ रूपए देने की घोषणा करके भूलना कोई बड़ी बात नहीं है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भुलक्कड़ हैं। वे रोज 15 घोषणा करते हैं और भोपाल पहुंचकर भूल जाते हैं। उन्हें मैं याद दिला दूंगा।" विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने रविवार को ये आरोप लगाए।
वे संत सिंगाजी समाधिस्थल पर बन रहे समर्थ भक्त निवास के भूमिपूजन के दौरान बोल रहे थे। उन्होंने भक्ति निवास के लिए ढाई लाख रूपए देने की घोषणा की। सांसद अरूण यादव ने कहा, वे खंडवा-बीड़ शटल टे्रन का चौथा फेरा चालू कराने के लिए रेलमंत्री से मिलेंगे। सुनवाई नहीं हुई तो प्रधानमंत्री के पास जाएंगे। उनके साथ युवक कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रियव्रत सिंह, पूर्व विधायक राजनारायण सिंह भी थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टरों से दो टूक कहा कि वो कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्ती से पेश आएं। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत बांटे जाने वाले खाद्यान्नों और केरोसिन पर सजग निगरानी रखें। लगातार छापे मारकर अपराधियों की धर-पकड़ करें। कालाबाजारी करते जो भी हत्थे चढ़ता है, वह चाहे कितना ही प्रभावी क्यों न हो, उस पर बेहिचक कार्रवाई करें।
चौहान ने कहा कि सरकार की फूड कूपन योजना के माध्यम से सस्ता राशन उपलब्ध कराने की योजना का लाभ हर हालत में गरीबों को मिले। यूआईडी के आधार पर फूड कूपन देने से कालाबाजारी रोकने में आसानी होगी। आदिवासी बहुल अंचलों में खाद्यान्न वितरण व्यवस्था को मजबूत बनाने वन समितियों को खाद्यान्न वितरण का काम सौंपा जा रहा है।
वेयरहाउस होंगे ऑनलाइन
खाद्य विभाग की ओर से कांफ्रेंस में इन्टीग्रेटेड इन्फॉर्मेशन सिस्टम फॉर फूड ग्रेन्स मैनेजमेंट (आईआईएसएफएम) और रैपिड रिपोटिंüग सर्विसेस (आईआरआरएम) सॉफ्टवेयर की जानकारी दी गई। इससे वेयरहाउस में खाद्यान्न उपलब्धता और उठाव की ऑनलाइन जानकारी मिल सकेगी। जिला-स्तर पर कलेक्टर भी जिले के वेयरहाउस में खाद्यान्न भण्डारण तथा वितरण की जानकारी ऑनलाइन ले सकेंगे।
राशन की दुकान पर बिकेंगी और भी चीजें
मुख्यमंत्री ने कहा कि राशन की दुकानों पर गड़बड़ी रोकने के लिए दुकानदारों को खाद्यान्न के साथ अन्य सामग्री बेचने की भी इजाजत होगी। इससे उनका मुनाफा बढ़ेगा। मुख्य सचिव अवनि वैश्य ने कहा कि बॉयोमेट्रिक्स आधारित फूड कूपन योजना से हितग्राही के अलावा अन्य व्यक्ति खाद्यान्न नहीं ले सकेंगे।
"भुलक्कड़ हैं मुख्यमंत्री"
खंडवा। "संत सिंगाजी समाधिस्थल पर साढ़े चार करोड़ रूपए देने की घोषणा करके भूलना कोई बड़ी बात नहीं है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भुलक्कड़ हैं। वे रोज 15 घोषणा करते हैं और भोपाल पहुंचकर भूल जाते हैं। उन्हें मैं याद दिला दूंगा।" विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने रविवार को ये आरोप लगाए।
वे संत सिंगाजी समाधिस्थल पर बन रहे समर्थ भक्त निवास के भूमिपूजन के दौरान बोल रहे थे। उन्होंने भक्ति निवास के लिए ढाई लाख रूपए देने की घोषणा की। सांसद अरूण यादव ने कहा, वे खंडवा-बीड़ शटल टे्रन का चौथा फेरा चालू कराने के लिए रेलमंत्री से मिलेंगे। सुनवाई नहीं हुई तो प्रधानमंत्री के पास जाएंगे। उनके साथ युवक कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रियव्रत सिंह, पूर्व विधायक राजनारायण सिंह भी थे।
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