जैसलमेर। जिले के किसानों व नलकूपधारी काश्तकारों को छह घंटे बिजली देने की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी की ओर से सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया गया। सुबह के समय बड़ी संख्या में ग्रामीण विधायक छोटूसिंह भाटी व पूर्व विधायक सांगसिंह भाटी के नेतृत्व में कलक्ट्रेट पहुंचे। यहां किसानों व ग्रामीणों ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और नलकूप क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति की अवधि बढ़ाने की मांग की।
किसानों को संबोधित करते हुए विधायक भाटी ने कहा कि किसानों व नलकूपधारी काश्तकारों को पूर्व में सरकार पांच-छह घंटे बिजली देती थी, लेकिन अब यह अवधि सिमटकर चार घंटे रह गई है। बार-बार सरकार के मंत्रियों को इस संबंध में अवगत कराने पर केवल आश्वासन ही मिलता है। अभी तक एक घंटे भी बिजली की अवधि बढ़ाई नहीं गई है। पूर्व विधायक सांगसिंह भाटी ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के साथ बिजली कम देकर अन्याय कर रही है। जैसलमेर जिले की अपनी अलग समस्याएं हैं। इसलिए यहां पर किसानों को बिजली देने के मामले में राहत देने की जरूरत है।
कलक्टर से मिला प्रतिनिधिमंडल
विरोध प्रदर्शन के बाद एक प्रतिनिधिमण्डल कलक्टर एमपी स्वामी से मिला और उन्हें किसानों की मांग से अवगत करवाया। इस पर कलक्टर ने उनकी मांग राज्य सरकार तक पहुंचाने व किसानों के हित में सही निर्णय लेने का भरोसा दिलाया। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष स्वरूपसिंह हमीरा, कमल किशोर, मनोहरसिंह, भंवरसिंह, पूर्णसिंह, दलपतसिंह सहित कई लोग उपस्थित थे।
सौंपा ज्ञापन
इस दौरान डिस्कॉम के अधीक्षण अभियंता को भी ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में बताया गया है कि सरकार ने कृषि कनेक्शनों की विद्युतापूर्ति की अवधि छह घंटे से घटा कर केवल चार घंटे कर दी है। अकाल की मार होने के बावजूद यह फैसला किसानों की फसलों को नष्ट करने के लिए लिया गया है। यदि निर्णय वापस नहीं लिया गया, तो किसान अपने नलकूप व जमीन बेचने को मजबूर हो जाएंगे।
ये हैं मांगे
बिजली की आपूर्ति 12 घंटे की जाए।
वोल्टेज की समस्या से त्रस्त किसानों की समस्या का निवारण हो।
डाबला जीएसएस पर लगे कर्मचारियों को बदला जाए।
एलटी कनेक्शन शुरू किए जाए।
जिले के सभी किसानों को बिजली की सामान्य आपूर्ति की जाए।
ट्रिपिंग की क्षतिपूर्ति की जाए।
कीता फीडर में आ रही वोल्टेज की समस्या दुरूस्त हो।
किसानों को संबोधित करते हुए विधायक भाटी ने कहा कि किसानों व नलकूपधारी काश्तकारों को पूर्व में सरकार पांच-छह घंटे बिजली देती थी, लेकिन अब यह अवधि सिमटकर चार घंटे रह गई है। बार-बार सरकार के मंत्रियों को इस संबंध में अवगत कराने पर केवल आश्वासन ही मिलता है। अभी तक एक घंटे भी बिजली की अवधि बढ़ाई नहीं गई है। पूर्व विधायक सांगसिंह भाटी ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के साथ बिजली कम देकर अन्याय कर रही है। जैसलमेर जिले की अपनी अलग समस्याएं हैं। इसलिए यहां पर किसानों को बिजली देने के मामले में राहत देने की जरूरत है।
कलक्टर से मिला प्रतिनिधिमंडल
विरोध प्रदर्शन के बाद एक प्रतिनिधिमण्डल कलक्टर एमपी स्वामी से मिला और उन्हें किसानों की मांग से अवगत करवाया। इस पर कलक्टर ने उनकी मांग राज्य सरकार तक पहुंचाने व किसानों के हित में सही निर्णय लेने का भरोसा दिलाया। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष स्वरूपसिंह हमीरा, कमल किशोर, मनोहरसिंह, भंवरसिंह, पूर्णसिंह, दलपतसिंह सहित कई लोग उपस्थित थे।
सौंपा ज्ञापन
इस दौरान डिस्कॉम के अधीक्षण अभियंता को भी ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में बताया गया है कि सरकार ने कृषि कनेक्शनों की विद्युतापूर्ति की अवधि छह घंटे से घटा कर केवल चार घंटे कर दी है। अकाल की मार होने के बावजूद यह फैसला किसानों की फसलों को नष्ट करने के लिए लिया गया है। यदि निर्णय वापस नहीं लिया गया, तो किसान अपने नलकूप व जमीन बेचने को मजबूर हो जाएंगे।
ये हैं मांगे
बिजली की आपूर्ति 12 घंटे की जाए।
वोल्टेज की समस्या से त्रस्त किसानों की समस्या का निवारण हो।
डाबला जीएसएस पर लगे कर्मचारियों को बदला जाए।
एलटी कनेक्शन शुरू किए जाए।
जिले के सभी किसानों को बिजली की सामान्य आपूर्ति की जाए।
ट्रिपिंग की क्षतिपूर्ति की जाए।
कीता फीडर में आ रही वोल्टेज की समस्या दुरूस्त हो।
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