रविवार, 7 अगस्त 2011

हत्या के प्रयास का आरोपी जमानत पर रिहा


हत्या के प्रयास का आरोपी जमानत पर रिहा 
 
बालोतरा। जिला एवं सेशन न्यायाधीश सुखपाल बुंदेल ने हत्या का प्रयास करने के आरोपी को जमानत पर रिहा करने के आदेश दिए। प्रकरण के अनुसार सिटीपेल केयर्न इण्डिया कंपनी में रसोईए के पद पर कार्यरत कौशलू निवासी जेठाराम पुत्र बींजाराम ने सिणधरी पुलिस को दिए पर्चा बयान में बताया था कि 21 जुलाई को रात सवा दस बजे वह कंपनी से रवाना होकर कौशलू से होडू मार्ग होते हुए ढाणी की तरफ जा रहा था।
 

कौशलू से आधा किमी दूर पहुंचने पर पीछे से आए सावंलदास पुत्र मोडादास निवासी कौशलू ने उसका रास्ता रोककर गला पकड़ा। हाथ में थमे धारदार नुकीले हथियार से जगह जगह वार किए। बचाव के लिए चिल्लाने पर हुकमाराम व पूनमाराम ने बीच बचाव कर उसे छुड़ाया। पर्चा बयान के आधार पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भादंसं की धारा 324, 308, 341 के तहत प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया।

यहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया। आरोपी की ओर से अधिवक्ता चैनाराम चौधरी व रमेश कच्छवाह ने जमानत प्रार्थना पत्र पेश कर तर्क प्रस्तुत किए। राज्य सरकार की ओर से लोक अभियोजक मानाराम विश्Aोई ने व परिवादी की ओर से अधिवक्ता लाधूराम चौधरी ने पैरवी कर जमानत प्रार्थना पत्र का विरोध किया। अधिवक्ताओं की बहस सुनने व केस डायरी का अवलोकन करने के बाद आरोपी सांवलदास को बीस हजार रूपए की हैसियत तस्दीक सुदा जमानत व इसी राशि के मुचलके पर जमानत पर रिहा करने के आदेश दिए।
 


श्री सांवलिया जी महाराज


श्री सांवलिया जी महाराज

विश्व की सबसे पवित्र मानी जाने वाली भारत की भूमि पर कई महापुरुष और ईश्वर के जन्म व अवतरित होने के बारे में हम अक्सर सुनते आये हैं. राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में मंण्डफिया में भी श्री सांवलिया जी महाराज की दिव्य चमत्कारी मूर्ति स्थित है. यह मूर्ति एक विशाल मंदिर में स्थापित है. इस मंदिर में कृष्ण स्वरुप श्री सांवलिया जी की चमत्कारी मूर्ति विराजमान है, जो सुन्दर मोर मुकुट, हाथों में बंसी, कानो में कुण्डल व रंग बिरंगी पोशाक में सांवली सूरत के नटखट सांवलिया जी सिंहासन पर विराजमान हैं, जिनको देखते ही भक्तजन व यात्रीगण अपने सारे दुःख – दर्द भुलाकर प्रफुल्लित व आनन्दित हो उठते हैं. श्री सांवलिया जी की मूर्ति के अलावा मंदिर में हनुमान जी, शिव-पार्वती जी, गणेश जी, राधा-कृष्ण जी आदि देवताओं की सुन्दर सुन्दर प्रतिमाओं के दर्शन होते हैं.
यह निम्बाहेड़ा से लगभग ३० किलोमीटर की दुरी पर निम्बाहेड़ा – उदयपुर मार्ग पर स्थित है. यहाँ देश भर से असंख्य भक्तजन व यात्री श्री सांवलिया जी के दर्शन के लिए आते हैं. यहाँ यात्रियों की सुविधा के लिए विशाल धर्मशालाओं का निर्माण करवाया गया है. इस मंदिर की व सांवलिया जी की प्रतिष्ठा का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि यहाँ दर्शन के लिए साल के ३६५ ही दिनों मेले जैसा माहोल रहता है.


शनिवार, 6 अगस्त 2011

मॉडलिंग की दुनिया में इस 10 वर्षीय मॉडल ने मचाया तहलका

टाइलेन लीन रोज ब्‍लॉडिव 10 साल की उम्र में ही दुनिया की बड़ी बड़ी मॉडल को पीछे छोड़ दी है। यूं तो वह कुछ समय पहले से ही मॉडलिंग कर रही है लेकिन पिछले दिनों जब उनकी तस्‍वीर फैशन मैगजीन की कवर पर छपी तो फैशन जगत चकित रह गया।

एनिमल प्रिंट के तकिए पर लेटी रेट्रो लुक वाली इस मॉडल में न एटीट्यूट की कमी दिखी और न ही उनके स्‍टाइल में कोई खामी थी।

वह बड़ी मॉडल की तरह सिर्फ कपड़े ही नहीं पहनती बल्कि फोटो सूट भी सेक्‍सी अंदाज में करवाती है।


मॉडलिंग की दुनिया में भले ही इतिहास बनाने को तैयार है लेकिन वह विवादों में घिर गई है। लोगों का कहना है कि बचपन से ही उसे सेक्‍स अपील प्रदर्शित करने के लिए उसे प्रेरित करना गलत है।
इस मॉडल को देखकर छोटे बच्‍चे कम उम्र में ही मॉडल बनने के लिए प्रेरित होंगे।

रणथम्भौर नैशनल पार्क से चार बाघ लापता

जयपुर।। राजस्थान के सवाई माधोपुर के रणथम्भौर नैशनल पार्क से चार बाघ कई महीनों से लापता है। वन विभाग के अधिकारियों की देखरेख में गठित विशेष दल इन बाघों की खोज में जुटा है।

राजस्थान के प्रधान मुख्य वन संरक्षक और मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक यू. एम. सहाय ने शनिवार को चार बाघों के लापता होने की पुष्टि करते हुए कहा, 'टी-21, टी-27, टी-29 और टी 40 नामक बाघ कई महीनों से नजर नहीं आ रहे हैं। चारों बाघों के रेडियो कॉलर न लगा होने से उनकी लोकेशन पता नहीं लग पा रही है।'

उन्होंने कहा, 'आमतौर पर बाघ अपना स्थान बदलते रहते हैं और कई बार बाघ अपने इलाके से बाहर निकल भी जाते हैं, लेकिन चारों बाघ के परियोजना क्षेत्र के आसपास देखे जाने की सूचना भी नहीं है।' परियोजना क्षेत्र के वन अधिकारी वाई के साहू के अनुसार, 'लापता बाघ में से एक पिछले साल दिसम्बर से, जबकि बाकी तीन बाघ फरवरी के बाद से नजर नहीं आ रहे हैं।'

सहाय ने कहा, 'लापता चार बाघों के बारे में ठोस जानकारी नहीं मिलने तक कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा कि लापता बाघों में वर्चस्व को लेकर आपस में लड़ाई के सबूत नहीं मिले हैं और न ही किसी का शव मिला है।'

दहेज हत्या के मामले में पति को दस साल की कैद


अभियुक्त पर लड़की के परिजनों ने लगाया दहेज हत्या का आरोप, फांसी लगाकर विवाहिता ने की थी आत्महत्या

जयपुर। जिले की एडी जे फास्ट ट्रैक (एक) अदालत ने दहेज हत्या के मामले में अभियुक्त पति सियाराम शर्मा को दस साल कैद की सजा सुनाई। अभियुक्त की शादी 2005 में गरिमा उर्फ गंगा के साथ हुई थी। पिछले साल फांसी से लटकने से गरिमा की मौत हो गई और उसके परिवारजनों ने अभियुक्त के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज कराया। परिवारजनों ने आरोप लगाया कि अभियुक्त ने एक मारुति कार व बीस हजार रुपए की मांग की थी और यह नहीं देने पर गरिमा को प्रताडि़त किया, जिस कारण से उसकी मौत हुई।

नशीले पदार्थों की तस्करी करने पर विदेशी को कैद

महानगर की एनडीपीएस मामलों की विशेष अदालत ने नशीले पदार्थों की तस्करी करने पर नाईजीरिया निवासी माइकल को पांच साल कैद व 50 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई। सदर थानाधिकारी को 16 फरवरी 09 को एक कोरियर कंपनी के उपमहाप्रबंधक ने सूचित किया कि उन्हें एक पार्सल दक्षिण अफ्रीका भेजने के लिए मिला है और उन्हें संदेह है कि उसमें कुछ माल तस्करी किया जा रहा है।

थानाधिकारी ने पार्सल को खोला तो पाया कि वह बहरोड़ से दक्षिण अफ्रीका के लिए भेजा जा रहा था और उसमें पांच सौ ग्राम ब्राउन शुगर मिली। पार्सल पर लिखे मोबाइल नंबरों की जांच करने पर वह माइकल के निकले।

पुलिस ने उसे 17 नवंबर दिल्ली से पकड़ा और पाया कि वह देश में बिना वीजा के ही रह रहा था और बिना लाइसेंस के ही विदेश में मादक पदार्थों की तस्करी कर रहा था। पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद 7 मई10 को उसके खिलाफ बिना लाइसेंस मादक पदार्थों की तस्करी करने व बिना वीजा के देश में रहने के आरोप में विदेशी एक्ट की धाराओं के तहत अदालत में चालान पेश किया।

प्रशासन की भूमाफियो से मिलीभगत..सरकारी जमीनों पर करवा रहे हें अतिक्रमण

प्रशासन की भूमाफियो से मिलीभगत..सरकारी जमीनों पर करवा रहे हें अतिक्रमण 

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले में जिला प्रशासन के आला अधिकारी की जिले के भू माफियो के साथ गहरी दोस्ती के चलते राज्य सर्कार को करोडो रुपयों की चपत लग गई है भू माफिया आला अधिकारी की दोस्ती की आड़ में करोडो रुपयों की सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण कर अवैध नियमन करा कोलोनियो के रूप में बेच रहे है ,सूत्रों के अनुसार बाड़मेर जिले में निजी कंपनियों द्वारा भूमि अधिग्रहित करने के बाद जमीनों के दाम आसमान छु रहे हें ,चालीस गुना साथ का एक प्लाट की कीमत चालीस से पचास लाख रुपये तक हो जाने से भू माफियो की चंडी हो गई है ,हालांकि हाल ही में जिला प्रशासन द्वारा तीन आवासीय कोलोनियो को खालसा करने के आदेश भी जारी किये ,इन आदेशो के बाद जिला अधिकारी पर शक की सुइन्य घूमनी शुरू हुई की वार्स २००८ में जिन आवासीय कोलोनियो को भूमि रूपांतरण कराये बिना आवासीय उपयोग करने पर नोटिस जारी किये थे उन कोलोनियो को आज तक खालसा घोषित क्यों नहीं किया गया ,हाल ही में सिटी सेंटर परियोजना से जुड़े भू माफियो की एक कोलोनी महाबार गाँव के समीप काटी गयी जो एक सौ दस बीघा में है के खिलाफ जिला प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई क्योंकि इस परियोजना क स्कीम से जुड़े भू माफिया जिले के आला अधिकारी के ख़ास लोग हें साथ ही पुख्ता सबूत हे की इश सी स्कीम में जिला अधिकारी की परोक्ष अपरोक्ष भागीदारी है .उक=नके रिश्तेदार इस स्कीम में भागीदार है जिला प्रशासन द्वारा पूर्व में भूमि रूपांतरण की पच्चासो फाईलो को भूमि रूपांतरण के लिए राज्य सरकार को भेजने की बजाय आपतिया लिख रोक के राखी हें जबकि सिटी सेंटर स्कीम सी की भूमि रूपांतरण हाथों हाथ कैसे हो गया यह रहस्य किसी को समझ में नहीं आ रहा सूत्रों की माने तो बाड़मेर में रिंग रोड की काल्पनिक चर्चा करा नाकसे सोची समझी रणनीति के तहत समछार पत्रों में प्रकाशित करा भू माफियो को रिंग रोड के चारों और  सक्रिय कर दिया बाड़मेर में भू माफियो को जिला प्रशासन द्वारा खुला सरंक्सन देने के कारण राज्य सरकार को करोडो रुपरो के राजस्व का नुक्सान हो रहा है,राज्य सरकार को चाहिए की पुरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाये ताकि एक बहूत बड़ा भूमि घोटाला सामने आये,जिला प्रशासन  की भू माफियो के साथ सीधी सांठ गांठ इंगित कराती हें की आला अधिकारियो की भू माफियो के साथ भागीदारी हें जिसका खुलासा किया जाना जरूरी हें 

आठ जिलों के पौने दो करोड लोगों को मिलेगा इंदिरा गांधी नहर से पानी

जयपुर । इंदिरा गांधी नहर से पश्चिमी एवं उत्तर पश्चिमी राजस्थान के 8 जिलों के लगभग पौने 2 करोड निवासियों को पेयजल उपलब्ध हो सकेगा। काफी क्षेत्र में वर्तमान में भी पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। सीमा सुरक्षा बल तथा भारतीय सेना को भी इस नहर परियोजना से पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। यह नहर अन्तर्राष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा में भी सहयोगी साबित हो रही है। सूरतगढ, रामगढ, गिराल तथा गुडा की उर्जा परियोजनाओं हेतु भी इंदिरा गांधी नहर से पानी उपलब्ध कराया जा रहा है।
इंदिरा गांधी नहर परियोजना उत्तर पश्चिमी राजस्थान की जीवन रेखा है। इस नहर ने दूरस्थ हिमाचल के पानी को इस मरू क्षेत्र में पहुंचाकर क्षेत्र की कायाकल्प कर दी है। वर्तमान में परियोजना के द्वितीय चरण में शेष कार्य तथा जिस क्षेत्र में नहरें निर्मित हो चुकी है वहां सिंचाई, पेयजल उपलब्ध कराने हेतु जल संचालन का कार्य किया जा रहा है।
मार्च,2011 तक प्रथम चरण में 5.46 लाख हैक्टेयर तथा द्वितीय चरण में 10.47 लाख हैक्टेयर कुल 15.93 लाख हैक्टेयर क्षेत्र सिंचाई हेतु उपलब्ध कराया जा चुका है। वर्ष 2011 12 में 2500 हैक्टेयर अतिरिक्त क्षेत्र सिंचाई हेतु खोला जाना प्रस्तावित है।
माह मार्च 2011 तक द्वितीय चरण की 6 लिफट नहरों के 31 पम्पिंग स्टेशनों में से 25 पम्पिंग स्टेशनों का कार्य पूर्ण हो चुका है।
परियोजना में उपलब्ध जल के कुशलतम उपयोग हेतु द्वितीय चरण की 6 लिफट योजनाओं के 27449 हैक्टेयर क्षेत्र में फव्वारा सिंचाई स्थापना के कार्य प्रगति पर है जिसमें से 3858 हैक्टेयर में सभी कार्य पूर्ण किये जाकर व जल उपयोक्ता संगठनों द्वारा विद्युत कनेक्शन ले कर फव्वारा पद्घति से सिंचाई आरंभ कर दी गई है। इसके अतिरिक्त 3.20 लाख हैक्टेयर अन्य क्षेत्र में फव्वारा सिंचाई का प्रोजेक्ट ए.आई.वी.पी. अन्तर्गत स्वीकृति हेतु केन्द्र सरकार को भेजा गया है।
इंदिरा गांधी नहर परियोजना में स्काडा सिस्टम स्थापित किया गया है। इस प्रणाली से इंदिरा गांधी मुख्य नहर, ब्रान्च नहर एवं सब ब्रान्च नहरों के 51 स्टेशनों में (पंजाब में स्थित नहर के भाग पर शेष रहे 2 स्टेशनों के अतिरिक्त) अल्ट्रासोनिक उपकरणों द्वारा प्रत्येक 15 मिनट के अन्तराल पर नहरों में पानी के प्रवाह का आकलन किया जाता है। परियोजना के अधिकारी/कर्मचारी अपने फील्ड स्टेशनों पर एवं काश्तकार विभागीय वेबसाईट पर इन उपकरणों द्वारा किये गये आकलन की निरन्तर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
परियोजना की मुख्य नहर के जल वितरण व रेगुलेशन तंत्र को अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता सतर्कता के अधीन एक अलग संगठन गठित किया गया है स्काडा प्रणाली की स्थापना तथा अलग रेगुलेशन संगठन के गठन से परियोजना में अन्तिम छोर तक पानी पहुंचना सुनिश्चित हुआ है।
यह नहर पिछले लगभग 45 वर्षों से प्रभावित क्षेत्र में विकास के नये आयाम जोड रही है। नहर प्रणाली से करोडों रुपये का वार्षिक कृषि उत्पादन प्राप्त हो रहा है। निरन्तर सूखाग्रस्त क्षेत्र के लाखों निवासियों को पेयजल उपलब्ध होने लगा है।
नहरी क्षेत्र में भूमि की उर्वरा शक्ति बढने से जमीन के औसत बाजार मूल्य में अप्रत्याशित वृद्घि हुई है एवं किसानों की माली हालत में उत्तरोत्तर विकास हो रहा है। वृक्षारोपण, सडक, मण्डी निर्माण तथा अन्य आधारभूत सुविधाओं के विकास से सामाजिक एवं आर्थिक क्षत्र में उन्नति के नये मार्ग खुल हैं। मरू क्षेत्र में नहर आने के बाद इस क्षेत्र के आस पास भूमिगत जल में वृद्घि होने लगी है।

द्रविड़ की वापसी, युवी, भज्जी बाहर

द्रविड़ की वापसी, युवी, भज्जी बाहर

चेन्नई। इंग्लैंड के खिलाफ पांच वनडे मैचों की शृंखला और एकमात्र ट्वंटी-20 मैच के लिए भारतीय टीम की घोषणा कर दी गई है। पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ की दो साल के अंतराल के बाद टीम में वापसी हुई है जबकि हरभजन सिंह और युवराज को चोट के कारण बाहर कर दिया गया है। चोटिल जहीर खान को टीम में बरकरार रखा गया है।

चेन्नई में चयनसमिति की बैठक में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में बेहतरीन प्रदर्शन देखते हुए राहुल द्रविड़ को वनडे टीम में वापस लेने का फैसला किया गया। द्रविड़ ने अपना आखिरी वनडे सितंबर 2009 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था। आईपीएल में द्रविड़ के अच् छे प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें वनडे व टी-20 के लिए टीम में लेने का फैसला किया गया।

वीरेंद्र सहवाग को फिर से उपकप्तानी का पद सौंपा गया है। उधर टीम इंडिया के कई खिलाड़ी फिटनेस से जूझ रहे हैं जिस कारण हरभजन सिंह और युवराज सिंह को वनडे टीम में शामिल नहीं किया गया है। श्रीसंत, अमित मिश्रा को टीम में वापस बुलाया गया है। जहीर खान को चोट के बावजूद टीम में जगह दी गई है।


टीम इस प्रकार है-
सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, राहुल द्रविड़, सुरेश रैना, विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी, प्रवीण कुमार, आर विनय कुमार, एस श्रीसंत, ईशांत शर्मा, जहीर ,खान, पार्थिव पटेल, रोहित शर्मा, आर अश्विन।

ये बच्चा है जानवर नहीं...लेकिन चीन में सब चलता है


चीन में बच्चों के साथ क्रूरता की बात कोई नई नहीं है। आए दिन चीन से बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार की ख़बरें सामने आती रहीं हैं, लेकिन इस बार जो मामला सामने आया है उसे सुन आप भी सहम जाएंगे।
अंग्रेजी वेबसाइट द डेली मेल ने अपनी हालिया रपट में एक ऐसे लडके की कहानी लिखी है जिसे उसके खुद के अंकल जानवरों की तरह चेन से बांध कर रखते हैं। मात्र 12 वर्ष का 'की चांगकुइंग' नाम का यह लड़का दिन भर चेन से बंधा रहता है।
डेली मेल के अनुसार इस बावत जब इसके परिचित (अंकल) से बात की गई तो उनका कहना था कि यह लड़का खुद को नुकसान ना पहुंचा ले इस कारण इसे ऐसे रखा जाता है। हालांकि आस पास के लोगों में इस बात को लेकर खासा रोष है।