बाड़मेर। बाबा साहेब ने भारतीय समाज को नई दिशा दी - राठौड़
बाड़मेर। संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर का महा प्रयाण दिवस भीम सेना और मेघवाल समाज के तत्वाधान में हाथमा में आज़ाद सिंह राठौड़ के मुख्य आतिथ्य , हरीश धनदे की अध्यक्षता और सोहन लाल मंसुरिया , सुरेश नामा के विशिष्ट आतिथ्य में आयोजित किया। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा डॉ आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। ग्रामीणों को इस अवसर पर संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता आज़ाद सिंह राठौड़ ने कहा कि बाबा साहेब ने सर्व समाज को नई दिशा दी। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माण के साथ समाज के निचले वर्ग के उत्थान के लिए जो प्रयास बाबा साहेब ने किए उसी का नतीजा है आज दलित वर्ग सहित पिछड़ा वर्ग समाज की मुख्य धारा से जुड़ा है।
बाड़मेर। संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर का महा प्रयाण दिवस भीम सेना और मेघवाल समाज के तत्वाधान में हाथमा में आज़ाद सिंह राठौड़ के मुख्य आतिथ्य , हरीश धनदे की अध्यक्षता और सोहन लाल मंसुरिया , सुरेश नामा के विशिष्ट आतिथ्य में आयोजित किया। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा डॉ आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। ग्रामीणों को इस अवसर पर संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता आज़ाद सिंह राठौड़ ने कहा कि बाबा साहेब ने सर्व समाज को नई दिशा दी। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माण के साथ समाज के निचले वर्ग के उत्थान के लिए जो प्रयास बाबा साहेब ने किए उसी का नतीजा है आज दलित वर्ग सहित पिछड़ा वर्ग समाज की मुख्य धारा से जुड़ा है।
उन्होंने ने कहा कि हम भारत वासियो के लिए गर्व की बात है कि उनके पास डॉ भीमराव अंबेडकर जेसा रत्न था। हम उनके बताए आदर्श पर चलने के साथ शोषित वर्ग के उत्थान के लिए कार्य कर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी जाए।। इस अवसर पर हरीश धनदे ने बाबा साहेब के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बाबा साहेब ने संविधान के जरिये शोषित वर्ग का जो उत्थान किया वो एक मिसाल बनी। उन्होंने युवाओ से आह्वान किया कि जमीनी स्तर पर ऐसे शोषित परिवारो को आगे लाने की जिम्मीदरी अब युवाओ की हैं। उन्होंने कहा कि बाबा साहब के महाप्रयाण दिवस मनाने का असली मकसद यह कि हम शोषित दलित वर्ग के उत्थान के सकारात्मक प्रयास करे। उन्होंने युवाओ से बाबा साहेब के विचारों और सिद्धांतों को समाज के हर वर्ग तक पहुंचने की जिम्मेदरी लेनी होगी।।इस अवसर पर कार्यक्रम के आयोजक भीम सेना हाथमा के लोकेश कुमार, जोगाराम, कानाराम, झुंझाराम व बड़ी सांख्या मे महिलायें व ग्रामीण उपस्थित थे।