लंदन। हॉलैंड के 42 साल के एड हॉबेन नामक व्यक्ति पिछले 9 साल में 82 बच्चों के पिता बन गए। दरअसल, वह हर महीने 15 महिलाओं के साथ यौन संबंध बनाते हैं, जिनसे उनके ये बच्चे हुए हैं।
बच्चे पैदा करने के लिए महिलाओं के साथ यौन संबंध बनाने की शुरुआत हॉबेन ने 9 साल पहले की थी। सबसे पहले 34 साल की उम्र में उन्होंने एक ऐसी महिला के साथ संबंध बनाए थे, जो निस्संतान थी। तब तक उनके किसी महिला से संबंध नहीं थे।
समाचार पत्र 'डेली मेल' के अनुसार, हॉबेन आमतौर पर महिलाओं को अपने घर बुलाते हैं, लेकिन यदि महिला उनके आने-जाने का खर्च व रहने की व्यवस्था कर दें तो वह उसके बताए स्थान पर भी पहुंचते हैं।
इस तरह से यौन संबंध बनाने से पिछले 9 साल में हॉबेन की 45 लड़कियां व 35 लड़के हुए हैं। उनके बच्चे जर्मनी, हॉलैंड, इटली, स्पेन, बेल्जियम, फ्रांस तथा न्यूजीलैंड सहित दुनिया के कई देशों में हैं।
हॉबेन ने बताया कि उन्होंने सबसे पहले स्थानीय क्लीनिक में स्पर्म देना शुरू किया था, लेकिन बाद में उन्होंने पाया कि प्राकृतिक तरीके से प्रजनन का भी एक बाजार है।
निस्संतान महिलाओं से वह जर्मनी की वेबसाइट सुपरमासपेंडर डॉट डे के जरिए जुड़े। हॉबेन से सम्बंध बनाने से पहले सभी महिलाओं को इस बात की चिकित्सा रिपोर्ट सौंपनी होती है कि वे निरोग व नशीले पदार्थों के सेवन से मुक्त हैं।
बच्चे पैदा करने के लिए महिलाओं के साथ यौन संबंध बनाने की शुरुआत हॉबेन ने 9 साल पहले की थी। सबसे पहले 34 साल की उम्र में उन्होंने एक ऐसी महिला के साथ संबंध बनाए थे, जो निस्संतान थी। तब तक उनके किसी महिला से संबंध नहीं थे।
समाचार पत्र 'डेली मेल' के अनुसार, हॉबेन आमतौर पर महिलाओं को अपने घर बुलाते हैं, लेकिन यदि महिला उनके आने-जाने का खर्च व रहने की व्यवस्था कर दें तो वह उसके बताए स्थान पर भी पहुंचते हैं।
इस तरह से यौन संबंध बनाने से पिछले 9 साल में हॉबेन की 45 लड़कियां व 35 लड़के हुए हैं। उनके बच्चे जर्मनी, हॉलैंड, इटली, स्पेन, बेल्जियम, फ्रांस तथा न्यूजीलैंड सहित दुनिया के कई देशों में हैं।
हॉबेन ने बताया कि उन्होंने सबसे पहले स्थानीय क्लीनिक में स्पर्म देना शुरू किया था, लेकिन बाद में उन्होंने पाया कि प्राकृतिक तरीके से प्रजनन का भी एक बाजार है।
निस्संतान महिलाओं से वह जर्मनी की वेबसाइट सुपरमासपेंडर डॉट डे के जरिए जुड़े। हॉबेन से सम्बंध बनाने से पहले सभी महिलाओं को इस बात की चिकित्सा रिपोर्ट सौंपनी होती है कि वे निरोग व नशीले पदार्थों के सेवन से मुक्त हैं।