बुधवार, 18 अप्रैल 2012

मैली करो न ज़मी को तुम


मैली करो न ज़मी को तुम
 
मैली करो न ज़मी को तुम,
मैले हो जाओगे तुम,
धो न सकेगी कोई भी पूजा,
हो जायेगा सब गुम!

जला देंगे  दुनिया ये सारी
मैला  पानी और  मैली हवा,
करेगी असर न कभी फिर
कोई भी कैसी दवा -
मैली करो ना साँसे तुम
मैले हो जाओगे तुम!

सपने सभी होंगे चूर चूर,
विष फैलेगा कितनी हे दूर दूर,
तिल तिल जलेगी ये कायनात
तड़पोगे  तुम मजबूर!
मैला करो ना जीवन तुम,
मैले हो जाओगे तुम!
 डॉ. शर्मा 

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