स्पेशल परमिशन से ही मुनाबाव मार्ग से आ सकता है रेशमा का शव,अगर नही मिली परमिशन तो बाघा बॉर्डर से आएगा
भारत पाकिस्तान के बीच हुए अन्तराष्ट्रीय समझौते के अनुसार खोखरापार मुनाबाव सड़क मार्ग के लिए उपयोग नही किया जाएगा।।सड़क मार्ग का उपयोग सिर्फ बाघा बॉर्डर का किया जाएगा।।ऐसे में रेशमा का शव मुनाबाव मार्ग से आने की संभावना बहुत कम है।घर उच्च स्तरीय बातचीत में दोनों देशों के बीच मानवीय दृष्टिकोण अपना कर विशेष स्वीकृति खोखरापार मुनाबाव सड़क मार्ग खोलने की दी जाती है तो ही रेशामा का शव इस मार्ग से आ सकता है।मौजूदा हालात देखते हुए यह सम्भव नही लग रहा क्योंकि विशेष परमिशन के लिए दोनो देशों के अधिकारियों के बीच वार्ता के बाद निर्णय होंगया।अभी वार्ता का भी कोई संभावना नही है। सूत्रों की माने तो पाकिस्तान के अधिकारियों से भारतीय अधिकारी लगातार संपर्क में है।चूंकि आज मामला निपट जाना चाहिए था मगर अवकाश के चलते इसमे देरी की संभावना लग रही है। सड़क मार्ग का उयोग अन्तराष्ट्रीय शर्तो के हिसाब से दोनो देश नही कर सकते।
भारत पाकिस्तान के बीच हुए अन्तराष्ट्रीय समझौते के अनुसार खोखरापार मुनाबाव सड़क मार्ग के लिए उपयोग नही किया जाएगा।।सड़क मार्ग का उपयोग सिर्फ बाघा बॉर्डर का किया जाएगा।।ऐसे में रेशमा का शव मुनाबाव मार्ग से आने की संभावना बहुत कम है।घर उच्च स्तरीय बातचीत में दोनों देशों के बीच मानवीय दृष्टिकोण अपना कर विशेष स्वीकृति खोखरापार मुनाबाव सड़क मार्ग खोलने की दी जाती है तो ही रेशामा का शव इस मार्ग से आ सकता है।मौजूदा हालात देखते हुए यह सम्भव नही लग रहा क्योंकि विशेष परमिशन के लिए दोनो देशों के अधिकारियों के बीच वार्ता के बाद निर्णय होंगया।अभी वार्ता का भी कोई संभावना नही है। सूत्रों की माने तो पाकिस्तान के अधिकारियों से भारतीय अधिकारी लगातार संपर्क में है।चूंकि आज मामला निपट जाना चाहिए था मगर अवकाश के चलते इसमे देरी की संभावना लग रही है। सड़क मार्ग का उयोग अन्तराष्ट्रीय शर्तो के हिसाब से दोनो देश नही कर सकते।