बाड़मेर। फैन्सी ड्रेस सहित कई कार्यक्रमो का हुआ आयोजन , नन्हें-मुन्हे बच्चो ने लिया भाग
बाड़मेर। महेश शिक्षण संस्थान बाड़मेर द्वारा संचालित दिल्ली पब्लिक स्कूल बाड़मेर मे फैन्सी ड्रेस और विभिन्न गतिविधि कार्यक्रम का आयोजन विद्यालय के प्र्रचार्य प्रषांत शर्मा की अध्यक्षता मे किया गया इस कार्यक्रम मे कक्षा LKG तथा UKG के छात्रो ने भाग लिया ।
समन्वयक चित्रलेखा शेखावत ने बताया कि छात्रो ने फैन्सी ड्रेस के कार्यक्रम की प्रस्तुत इस रूप किया कि प्रकृति ही बच्चो के रूप मे दिखने लगी । छात्रो ने सकारात्मक रूप मे संदेश देते हुए आघ्यात्मिक शिक्षा का वातावरण प्रस्तुत किया । आज के युग मे आध्यात्मिक शिक्षा का अभाव है । बच्चो ने पर्यावरणता का रक्षण करने का अच्छा संदेश दिया और बच्चो ने स्वंय को पोधो के रूप मे अपनी पिड़ा को प्रस्तुत किया । हम नही तो जीवन नही इसलिए हमे बचाईये और अपना जीवन बचाईये । बच्चो ने झासी की रानी लक्ष्मी बाई , सैनिक और पुलिस आदि रूप धारण कर देश भक्ति को प्रस्तुत किया । फैन्सी ड्रेस मे राजस्थान की सस्कृति का रूप देखा गया और बच्ची ने मिस वर्ड का रूप धारण कर बड़े अच्छे रूप मे आधुनिकता का रूप को प्रस्तुत किया । बच्चो ने संदेष के रूप मे कहा कि आज के युग मे बच्चे या बड़े काई भी हो फास्ट फूड और शीतल पेयजल प्रदार्थो को अधिक पसंद करते है। जो मानव के शरीर मे जहर का कार्य करता है । बच्चो ने बटी बचाओ - बटी पढाओ का संदेश दिया । बच्चो ने यह भी संदेष दिया कि डॉ किस किस रूप मे हमारी सहायता करता है जैसे सीमा पर सेनिक अपने देश की रक्षा करते है उसी प्रकार डॉ मानव के जीवन की रक्षा करते है । कक्षा 1 से 2 के छात्र-छात्राओ मे टेलीग्राफी का आयोजन कक्षा 3 से 5 के छात्र-छात्राओ ने डिस्पोजल वस्तुऐं से विभिन्न प्रकार की आकर्षक वस्तुऐं बनाई । कक्षा 6 से 9 तक के छात्र-छात्राओ ने सलाड डेकोरेशन से विभिन्न प्रकार की आकर्षक सलाड की डिसे तैयार की गई । कार्यक्रम का सचालन शिक्षिका प्रति जोशी ने किया ।
बाड़मेर। महेश शिक्षण संस्थान बाड़मेर द्वारा संचालित दिल्ली पब्लिक स्कूल बाड़मेर मे फैन्सी ड्रेस और विभिन्न गतिविधि कार्यक्रम का आयोजन विद्यालय के प्र्रचार्य प्रषांत शर्मा की अध्यक्षता मे किया गया इस कार्यक्रम मे कक्षा LKG तथा UKG के छात्रो ने भाग लिया ।
समन्वयक चित्रलेखा शेखावत ने बताया कि छात्रो ने फैन्सी ड्रेस के कार्यक्रम की प्रस्तुत इस रूप किया कि प्रकृति ही बच्चो के रूप मे दिखने लगी । छात्रो ने सकारात्मक रूप मे संदेश देते हुए आघ्यात्मिक शिक्षा का वातावरण प्रस्तुत किया । आज के युग मे आध्यात्मिक शिक्षा का अभाव है । बच्चो ने पर्यावरणता का रक्षण करने का अच्छा संदेश दिया और बच्चो ने स्वंय को पोधो के रूप मे अपनी पिड़ा को प्रस्तुत किया । हम नही तो जीवन नही इसलिए हमे बचाईये और अपना जीवन बचाईये । बच्चो ने झासी की रानी लक्ष्मी बाई , सैनिक और पुलिस आदि रूप धारण कर देश भक्ति को प्रस्तुत किया । फैन्सी ड्रेस मे राजस्थान की सस्कृति का रूप देखा गया और बच्ची ने मिस वर्ड का रूप धारण कर बड़े अच्छे रूप मे आधुनिकता का रूप को प्रस्तुत किया । बच्चो ने संदेष के रूप मे कहा कि आज के युग मे बच्चे या बड़े काई भी हो फास्ट फूड और शीतल पेयजल प्रदार्थो को अधिक पसंद करते है। जो मानव के शरीर मे जहर का कार्य करता है । बच्चो ने बटी बचाओ - बटी पढाओ का संदेश दिया । बच्चो ने यह भी संदेष दिया कि डॉ किस किस रूप मे हमारी सहायता करता है जैसे सीमा पर सेनिक अपने देश की रक्षा करते है उसी प्रकार डॉ मानव के जीवन की रक्षा करते है । कक्षा 1 से 2 के छात्र-छात्राओ मे टेलीग्राफी का आयोजन कक्षा 3 से 5 के छात्र-छात्राओ ने डिस्पोजल वस्तुऐं से विभिन्न प्रकार की आकर्षक वस्तुऐं बनाई । कक्षा 6 से 9 तक के छात्र-छात्राओ ने सलाड डेकोरेशन से विभिन्न प्रकार की आकर्षक सलाड की डिसे तैयार की गई । कार्यक्रम का सचालन शिक्षिका प्रति जोशी ने किया ।
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