शुक्रवार, 19 जनवरी 2018

बाड़मेर प्रधान मंत्री की सभा के बाद एचपीसीएल ने खुले मे डाल दिया खराब खाना, खराब खाना व कूड़ा खाने से गई गायो की जान



बाड़मेर प्रधान मंत्री की सभा के बाद एचपीसीएल ने खुले मे डाल दिया खराब खाना, खराब खाना व कूड़ा खाने से गई गायो की जान
रिफायनरी शुभारम्भ स्थल पर खुले मे डाले पैकेटो व कूड़े से गयी गायो की जाने

ओमप्रकाश सोनी 9414532417
पचपदरा

एक ओर रिफायनरी का निर्माण करने वाली कंपनी हाई टेक व अति आधुनिकतम टेक्नोलॉजी उपयोग मे लाने का दावा कर रही है पर हकीकत मे कंपनी घोर लापरवाही बरत रही है। इस लापरवाही के चलते अनेक गायो की जान चली गई। वही प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छता का संदेश दे रहे है पर दूसरी ओर उनकी ही सभा के बाद उपजा कचरा एचपीसीएल ने खुले मे डाल दिया जो मूक पशुओ के लिए काल का सबब बन गया।

रिफाइनरी सभा स्थल के पास आयोजको द्वारा प्लास्टिक के डिब्बो में पैक खाने के पैकेट खुले में डाले गए। खराब हो चुके खाने के पैकेट व प्लास्टिक में बंद भोजन खाने से कई गाये कालग्रस्त हो गई है व कई गाये अभी मरणासन्न अवस्था मे है।

पचपदरा मे 16 जनवरी को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सभा स्थल पर जहां पर अतिथियों के लिए खाने की व्यवस्था की गई थी और बचे हुए खाने व कूड़े को खुले मे डाला गया। कंपनी की इस बड़ी लापरवाही ने अनेक घरो घरो की रोजी रोटी को भी छिन लिया है।

पुलिस व चिकित्सा विभाग के अधिकारी मोके पर-

जानकारी मिलने पर रूपजी कंठवाडा मे थाना अधिकारी व पशु चिकित्सक भी मोके पर पहुचे।

सवाल उठ रहा है कि क्या करोड़ों रुपए का खर्चा करने के बावजूद यह कूड़ा भूमिगत नहीं किया जा सकता था।

प्रेमी के बांहों में दूसरी युवती को देख बर्दाश्त नहीं कर पाई, उठा लिया ये खतरनाक स्टेप

प्रेमी के बांहों में दूसरी युवती को देख बर्दाश्त नहीं कर पाई, उठा लिया ये खतरनाक स्टेप
प्रेमी के बांहों में दूसरी युवती को देख बर्दाश्त नहीं कर पाई, उठा लिया ये खतरनाक स्टेप

कोरिया। प्रेमी से मिलने आई एक युवती ने जब उसके साथ दूसरी युवती को बांहों में देखा तो प्रेमी के घर पर ही खुद को आग लगाकर जान दे दी। घटना मंगलवार दोपहर की है, सूचना मिलने के बाद पुलिस ने पंचनामा बनाकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। घटना के बाद प्रेमी मौके से फरार हो गया है। पुलिस उसकी खोजबीन कर रही है। जानिए पूरा मामला...


- घटना जिले के पौड़ी थाना क्षेत्र के ग्राम उजियारपुर के जामपारा की है। सोमवार को मरवाही के केशगोहना गांव में रहने वाली खुशबू अपने माता-पिता के साथ यहां रहने वाले प्रेमी संतोष यादव के घर आई हुई थी।

- खुशबू ने संतोष के साथ रहने की इच्छा जाहिर की तो संतोष ने उसे अपने साथ रखने से साफ मना कर दिया।

- इस दौरान खुशबू ने एक दूसरी युवती को संतोष की बांहों में देख लिया। इस पर उसने मंगलवार की दोपहर मिट्टी का तेल डालकर खुद को आग के हवाले कर दिया।

- वहां मौजूद लोग जब तक कुछ समझ पाते, तब तक युवती पूरी तरह जल चुकी थी। कुछ ही देर में उसने दम तोड़ दिया। घटना के बाद प्रेमी संतोष मौके से फरार हो गया।

- फिलहाल पुलिस ने शव का पंचनामा बनाने के बाद उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने व संतोष के मिलने के बाद ही इस सुसाइड की सही वजह की जानकारी मिल सकेगी।

अस्पताल से पति का शव ठेले पर रख ले गई पत्नी, पहली बार लोगों ने देखा ऐसा

अस्पताल से पति का शव ठेले पर रख ले गई पत्नी, पहली बार लोगों ने देखा ऐसा
अस्पताल से पति का शव ठेले पर रख ले गई पत्नी, पहली बार लोगों ने देखा ऐसारायपुर. राजधानी में बुधवार देर रात एक शख्स की एम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई। वह करीब एक माह से भर्ती था। पत्नी को पति का शव सुबह करीब 11 बजे मिला। उसने शव वहां ले जाने के लिए वाहन मांगा, लेकिन नहीं मिला। बदहवास महिला देर तक अस्पताल परिसर में मदद के लिए भटकती रही। जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो वहीं रखे हाथ ठेले पर उसने शव रखवाया और निकल गई। राजधानी के लोगों ने संभवत: पहली बार ठेले पर शव देखा। महिला पूरे रास्ते में लोगों से मदद मांगती रही, लेकिन किसी ने उसकी सहायता नहीं की। किसी सरकारी एजेंसी की भी नजर उस पर नहीं पड़ी।

ठेलेवाले ने मजबूरी देख की मदद

महिला ने बताया कि संजय शर्मा समता कॉलोनी में पत्थर को पावडर बनाने वाली फैक्ट्री में काम करता था। उसकी धूल की वजह से संजय के फेफड़े खराब हो गए थे। इलाज के लिए उसने कई जगह हाथ फैलाए, लेकिन मदद नहीं मिली। एम्स प्रबंधन ने औपचारिकता पूरी कर शव सौंप दिया। लेकिन शव घर तक ले जाने के लिए मेरे पास साधन नहीं था। परिसर में मैंने शव वाहनों के ड्राइवरों से मदद मांगी, लेकिन कोई तैयार नहीं हुआ। एम्स कैंपस के बाहर आई तो एक हाथ ठेला दिखा, वह मदद के लिए तैयार हो गया। लोगों की मदद से शव ठेले पर रखवाया और समता कॉलोनी तक आई।

खदान मालिकों नेभी नहीं की मदद

- मृतक संजय हीरापुर स्थित पत्थर खदान में काम करता था। यह खदान सिंघानिया की है। इसी दौरान सालभर पहले उसे सिलिकोसिस की शिकायत हुई। बीमारी की वजह से संजय की नौकरी चली गई। पत्नी मधु ने बताया कि किसी तरह उसने पति का इलाज करवाया और छह साल की बच्ची का पालन-पोषण भी किया।

- जिस वक्त उसे पति का शव सौंपा गया, उसके पास इसे श्मशानघाट तक ले जाने के पैसे नहीं थे। इसीलिए वह ठेले में उसका शव लेकर उद्योगपति के बंगले पहुंच गई, जो समता कालोनी में गरबा मैदान के सामने है।

- पति मृत्यु के बाद उसका शव लेकर सिंघानिया के समता कालोनी स्थित निवास पर मदद मांगने पहुंची मधु शर्मा को बंगले में इकट्ठा लोगों ने मदद करने के बजाय वहां से खदेड़ दिया। शव के साथ महिला के वहां पहुंचने के बाद काफी देर तक हंगामा मचा और पुलिस भी बुला ली गई।

- चश्मदीदों के मुताबिक, उद्योगपति ने महिला की मदद से ये कहकर इंकार किया कि इलाज में पहले ही मदद की जा चुकी है। इस दौरान मौके पर पहुंचे मीडियाकर्मियों से भी झूमाझटकी हो गई।

- पुलिस के वहां पहुंचने के बाद आसपास के लोगों ने पैसे इकट्ठा करके महिला को शव ले जाने के लिए आॅटो दिलवाया। मधु अपने पति का शव लेकर आरकेसी से सामने काफी देर रुकी रही। फिर कुछ परिजनों के साथ अंतिम संस्कार के लिए शव को वहीं से महादेवघाट ले जाया गया।

(इस मामले में भास्कर ने साकेत सिंघानियां से उनके मोबाइल नंबर 75099-22922 पर शाम से रात तक संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन यह फोन रात 10 बजे तक रिसीव नहीं किया गया।)

सीधी बात : डॉ. अजय दानी, मेडिकल अधीक्षक एम्स

सवाल- एम्स जैसे संस्थान ने शव वाहन नहीं दिया, क्यों?

जवाब- महिला ने बेमेतरा जाने के लिए वाहन मांगा था। इसका नियम नहीं है।

सवाल- तो क्या शव वाहन देने के लिए भी नियम बने हुए हैं?

जवाब- निगम सीमा में शव ले जाने के लिए एम्स मुफ्त में वाहन देता है।

सवाल- लेकिन महिला का कहना है कि उसने समता कॉलोनी जाने के लिए कहा था?

जवाब- महिला अपनी बात ठीक से नहीं रख पाई होगी। समता काॅलोनी के लिए तो वाहन देते ही।

विधायक के भतीजे के चक्कर में गई थी फंस, बिना शादी के तीसरी बार प्रेग्नेंट हुई तो किया ऐसा

विधायक के भतीजे के चक्कर में गई थी फंस, बिना शादी के तीसरी बार प्रेग्नेंट हुई तो किया ऐसा




ग्वालियर.अपने को विधायक का भतीजा बताने वाले युवक ने एक युवती को शादी का लालच देकर अपने साथ रख लिया। साथ में रहते हुए युवती दो बार प्रेग्नेंट हुई और दोनों बार युवक ने अबॉर्शन करा दिया। तीसरी बार प्रेग्नेंट हुई तो युवक फिर अबॉर्शन पर जोर देने लगा। युवती ने मना किया तो धमकाते हुए घर से निकाल दिया। अब युवती ने पुलिस से इसकी शिकायत की है। यह है मामला......

विधायक के भतीजे के चक्कर में गई थी फंस, बिना शादी के तीसरी बार प्रेग्नेंट हुई तो किया ऐसा





-यह मामला गोल पहाड़िया इलाके का है। यहां रहने वाले दीपक यादव की पहचान 2016 में एक लड़की से हुई। दीपक ने शादी का प्रस्ताव रखा। युवती तैयार हो गई, लेकिन दोनों बिना शादी किए साथ रहने लगे।

-लिव इन रिलेशन में रहते हुए युवती दो बार प्रेग्नेंट हुई और दोनों बार दीपक यादव ने उसका अबॉर्शन करा दिया। युवती ने विरोध भी किया तो दीपक ने बात नहीं सुनी। यहां तक कि उसके साथ शादी भी नहीं की।

-एक बार फिर से युवती प्रेग्नेंट हो गई। दीपक ने फिर से अबॉर्शन पर जोर दिया। युवती ने अबॉर्शन कराने के लिए मना कर दिया और बोली, इस बार वह बच्चे को जन्म देगी।

अबॉर्शन के लिए मना किया तो घर से निकाला

-दीपक ने उसे मारपीट करके घर से निकाल दिया। युवती ने विरोध किया तो उसने कहा कि उसके ताऊ विधायक हैं और वह कहीं भी शिकायत कर ले, उसका कुछ नहीं बिगड़ेगा।

-अंत में परेशान होकर युवती अपने पिता के पास चली गई और फिर एसपी डॉ. आशीष कुमार से शिकायत करने पहुंची। युवती का कहना है कि बिना शादी किए दीपक ने उसे रखा और अब धमकी दे रहा है।

-इस मामले में एसपी डॉ. आशीष कुमार का कहना है कि शिकायत की जांच की जा रही है और जिस प्रकार से महिला ने आरोप लगाए हैं, वे गंभीर हैं। कार्रवाई की जाएगी।














राष्ट्रिय सेवा योजना जैसलमेर के छात्रों ने रोहिड़ी के रेगिस्तान में लोक संस्कृति को छटा बिखेरी



राष्ट्रिय सेवा योजना जैसलमेर के छात्रों ने रोहिड़ी के रेगिस्तान में लोक संस्कृति को छटा बिखेरी 

बाड़मेर एस बी के महाविद्यालय जैसलमेर से राष्ट्रिय सेवा योजना इकाई के करीब डेढ़ सौ छात्र छात्रों ने बाड़मेर के मुनाबाव बॉर्डर का भ्रमण कर राष्ट्रिय गतिविधियों और सरहद पर तैनात जवानो की बारीकी से जानकारी ली ,लेफ्टिनेंट डॉ अशोक तंवर ने बताया की सेवा योजना के छात्रों को अनतर्राष्ट्रीय सरहद के साथ साथ भारत के अंतिम रेलवे स्टेशन मुनाबन का भी भ्रमण करवाया ,इसके पश्चात् दल ने रोहिड़ी ग्राम के खूबसूरत धोरो पर सांस्कृतिक छटा बिखेरी ,लोक कलाकार मांगणियारों की सांगत में छात्र छात्रों ने सुरमई साँझ सजाई ,छात्राओं द्वारा रोहिड़ी के खूबसूरत धोरो का प्राकृतिक आनंद लिया ,दल द्वारा देश के जवानो के साथ चर्चा भी की ,इस दौरान विकास अधिकारी गणपतराम सुथार ,ग्रुप फॉर पीपल के संयोजक चंदन सिंह भाटी ,नरेंद्र खत्री ,राष्ट्रिय सेवा योजना बाड़मेर के प्रभार डॉ हुकमाराम सुथार साथ थे ,जैसलमेर महाविद्यालय का स्टाफ दल के साथ भ्रमण पर थे ,

जब भी मिलते कहते मैं एक दिन चला जाऊंगा, कभी आकर जो कुछ मेरे पास है समेट लो.................

जब भी मिलते कहते मैं एक दिन चला जाऊंगा, कभी आकर जो कुछ मेरे पास है समेट लो.................


बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक परिवार थार के वरिष्ठ छायाकार स्व अमरलाल जी बारोलिया को सादर श्रद्धंजलि अर्पित करता है।

@ मदन बारूपाल की कलम से ....................



जब भी मिलते कहते मैं एक दिन चला जाऊंगा, कभी आकर जो कुछ मेरे पास है समेट लो। फिर कुछ नहीं रहेगा। सोचा था कभी फुर्सत से मिलकर उनकी जानकारी बटोरेंगे। बाकायदा वीडियो रिकार्डिग भी करेंगे। कुछ परिस्थितियां और कुछ व्यस्तता ऐसी रही कि ऐसा नहीं हो पाया। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की तैयारियो में  व्यस्त थे, सुबह उनकी बेटी का फोन आया कि पापा नहीं रहे। उनकी अंतिम यात्रा प्रातः 9.30 बजे निकाली जाएगी। सन्न रह गया, एक जिन्दा दिल इंसान की विदाई इस कदर। बस रह गया अफसोस और उनके जुड़ी विभिन्न यादें। जो समेटना था न समेट पाए, बस जो कहा था, वो हो गया। यह वाकया जुड़ा है किसी जमाने में बाड़मेर के वरिष्ठ छायाकार रहे अमरलाल जी का।

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किसी जमाने में बाड़मेर में फोटोग्राफी के पर्याय रहे अमरलाल बारोलिया आज हमारे बीच नहीं है। बड़े से बड़ा कार्यक्रम हो अथवा कोई सरकारी आयोजन, उनके बगैर अधूरा माना जाता था। उनकी इस कदर गुमनाम विदाई होगी, यकीं नहीं था। इससे भी बड़ी अनदेखी क्या होगी, जिसने अपना जीवन फोटोग्राफी को समर्पित कर दिया, उनकी अंतिम विदाई को लेकर प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में एक भी लाइन नहीं। यह वहीं शख्स था, जिसका बाड़मेर के प्रत्येक दैनिक समाचार पत्र के स्टाफ को करीब 15-20 साल तक तकरीबन इंतजार रहता था। प्रेसनोट भले ही फैक्स से आ जाते हो, लेकिन इनकी फोटो के बिना समाचार अधूरा माना जाता था। फोटोग्राफी में मास्टरी कहूं या उनकी कला, अपनी फोटोग्राफी के एगल के लिए मुख्यमंत्री तक को रोक देते, बस सीधी भाषा में कह देते, सर एक मिनट रूक जाइए। अपने पत्रकारिता के केरियर में अक्सर उनको दौड़ते देखा, परिवार की चिंता के बावजूद उम्र के आखिरी पडाव तक काम करने की मशक्कत। भारत-पाक युद्व हो अथवा बाड़मेर जिले से जुड़ा कोई भी ऐतिहासिक क्षण, जो उनके कार्यकाल के दौर में घटा हो,शायद उनके पास उससे जुड़ा फोटो नहीं हो, ऐसा नहीं कहा जा सकता। पिछले दो दिन से कुछ लिखने का सोच रहा था, लेकिन हिम्मत जुटा नहीं पाया। आपसे जुड़ी कई यादें जिनको लिखना संभव नहीं। फिर भी हमे आपकी सक्रियता और काम के प्रति समर्पण की भावना सदैव प्रेरित करती रहेगी। शत शत नमन। अमिट यादें..........बस आपका बाड़मेर के प्रति योगदान सदैव अविस्मरणीय रहेगा । अश्रूपूरित श्रद्धंजलि ।

बाड़मेर सेना एवं वायुसेना ने हमेशा विजयी युद्वाभ्यास मंे दिखाई ताकत



बाड़मेर सेना एवं वायुसेना ने हमेशा विजयी युद्वाभ्यास मंे दिखाई ताकत
-दक्षिण कमान सेना की ओर से आयोजित युद्वाभ्यास मंे शामिल हुए तीस हजार जवान।
बाड़मेर, 22 दिसंबर। भारतीय सेना की दक्षिण कमान की ओर से पश्चिमी सीमा के रेगिस्तानी क्षेत्रों में युद्धाभ्यास हमेशा विजयी के तहत जवानांे ने दुश्मनों के ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया। युद्धाभ्यास के दौरान सेना और वायुसेना ने एकीकृत रूप से अपना दमखम दिखाया। वहीं वायुसेना के जांबाजो ने पैरा ड्रोपिंग की शानदार झलक पेश की।

पश्चिमी सीमा पर शुक्रवार को थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत की मौजूदगी मंे हमेशा विजयी युद्वाभ्यास का समापन हुआ। सर्वलेन्स और नेटवर्क केन्द्रियता पर बल देते हुए अनेक हवाई और भूमि आधारित सर्वलेन्स उपकरण लगाए गए। ताकि उनसे सूचना प्राप्त करके कमाण्डरों को बड़े पैमाने पर जानकारी दी जा सके। इसके अतिरिक्त कई इलैक्टर््ोनिक युद्ध उपकरण और नए युग के अन्य फोर्स मल्टीप्लायर्स तकनीक में शामिल किए गए, ताकि विरोधी के बारे में प्राप्त सूचना के उपर शीघ्र अति शीघ्र कार्यवाही की जा सके। इस दौरान मध्यम और लम्बी दूरी के हथियारों के साथ-साथ वायु शक्ति का प्रयोग दुश्मन को नेस्तनाबूत करने के लिए किया गया। इस युद्धाभ्यास में सेना तथा वायु सेना ने एक साथ काम कर एकजुटता का शानदार उदाहरण प्रस्तुत किया। प्रशिक्षण मंे सेना और वायुसेना ने संयुक्त तौर पर टैंक और बख्तरबंद गाडि़यां और विमानों का इस्तेमाल किया। इस दौरान सेना प्रमुख बिपिन रावत ने बताया कि इसमें सेना और वायुसेना की ओर से एकीकृत रूप से दुश्मन के क्षेत्रों की गहराई में जाकर सशस्त्र बलों की क्षमता को आंका गया। रक्षा विभाग के प्रवक्ता ले. कर्नल मनीष ओझा के अनुसार युद्धाभ्यास में सर्विलेंस नेटवर्क की मदद से सटीक हमले और संयुक्त संचालन पर आधारित रणनीतिक और सामरिक उपकरणों का परीक्षण करने के साथ सैनिकों को रासायनिक और हवाई हमले के बारे में प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण के दौरान अभ्यास को बारीकी से देखने के बाद सेनाध्यक्ष ने सेना को युद्ध की तैयारी और ऑपरेषनल युद्धाभ्यास के साथ योजना बनाने के लिए सराहना की। उन्हांेने अभ्यास के दौरान सैनिकों की ओर से प्राप्त उच्चतम प्रशिक्षण के लिए सेना की प्रशंसा की। दक्षिण कमान के आर्मी कमाण्डर लेफ्टिलेट जनरल डी आर सोनी ने बताया कि इस दौरान कई महत्वपूर्ण पहलुओं का परीक्षण किया गया। यह प्रशिक्षण सेना की ऑपरेशनल योजनाओं और कार्य प्रणालियों को सरल एवं कारगर बनाएगी। उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि दक्षिण कमान की सेना के कौशल पर उन्हें विश्वास है तथा किसी भी परिस्थिति में आवश्यकता पड़ने पर वह अपने साहस का परिचय देगी।

हरियाणा में एक और लोक गायिका ममता शर्मा की हत्या, गन्ने के खेत में मिला शव

हरियाणा में एक और लोक गायिका ममता शर्मा की हत्या, गन्ने के खेत में मिला शव

हरियाणा में एक और लोक गायिका ममता शर्मा की हत्या, गन्ने के खेत में मिला शव
नई दिल्ली: हरियाणा की लोकप्रिय लोक गायिका ममता शर्मा (45) का गुरूवार को बनियानी गांव के गन्ने के खेत में खून से लथपथ शव मिला. ममता शर्मा 4 दिन से लापता थीं. गायिका की गला रेतकर हत्या कर दी गई. कलानौर थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.




बता दें इससे पहले भी अक्टूबर 2017 में हरियाणवी गायिका व डांसर हर्षिता दहिया की पानीपत में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हरियाणा की ही मशूहर डांसर सपना चौधरी की ही तरह हर्षिता भी रागिनी गाती थी और इसी पर डांस परफॉर्म करती थीं.




पुलिस के अनुसार, ममता 14 जनवरी को गोहाना की गौशाला में आयोजित हो रहे कार्यक्रम के लिए घर से निकली थीं. ममता की कार मोहित चला रहा था, जो रोहतक के कैलाश कॉलोनी का निवासी है. मोहित ने बताया कि जब वह लाहली के समीप पहुंचे तो ब्रेजा कार में सवार दो युवकों ने उसे कार रोकने का इशारा किया. कार रूकने के बाद ममता ने कहा कि ये युवक मेरे परिचित हैं. ममता ने मोहित से आधे घंटे के बाद पुराना बस स्टैंड पर मिलने की बात कहकर उन युवकों के साथ चली गई. ममता के जाने के बाद मोबाइल ऑफ हो गया.




यह भी पढ़ें- हरियाणा की गायिका हर्षिता दहिया की हत्या, नजदीक से मारी गई 4 गोलियां




इसके बाद मोहित ने ममता के परिजनों को सूचना दी. लगातार खोजबीन के बाद जब ममता नहीं मिली तो ममता के बेटे ने कलानौर थाने में उनके गायब होने की सूचना दी. गुरूवार को सुबह गांव के किसान ने खेत में शव मिलने की खबर पुलिस पुलिस को दी. पुलिस ने मौके पर जाकर शव को देखा तो शव की शिनाख्त ममता के रूप में हुई.




अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज

रोहतक के डीएसपी रोहताश सिंह का कहना है कि बनियानी गांव के समीप गायिका ममता का शव मिला. गला काटकर हत्या की गई है. पुलिस ने बताया कि अज्ञात के खिलाफ हत्या व अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है. ममता के शरीर पर आभूषण गायब नहीं थे इसलिए पुलिस का कहना है कि वारदात करने वाले परिचित भी हो सकते हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.




हर्षिता दहिया की पानीपत में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी

इससे पहले भी हरियाणा राज्य में कई कलाकारों पर हमले हुए है. बता दें अक्टूबर 2017 में हरियाणवी गायिका व डांसर हर्षिता दहिया की पानीपत में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हरियाणा की ही मशूहर डांसर सपना चौधरी की ही तरह हर्षिता भी रागिनी गाती थी और इसी पर डांस परफॉर्म करती थी. पिछले कुछ समय से हर्षिता की ख्याति पूरे हरियाणा में बढ़ रही थी. वह सपना चौधरी की ही तरह स्टेज शो में काफी पॉपुलर हो रही थी. इस तरह के घटना के बाद रा‍गिनी व हरियाणवी कलाकारों में दहशत है. बहुत सारे लोग पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं.

बाड़मेर रोहिड़ी के सैंड ड्यून को पर्यटन से जोड़ने की दरकार,बाड़मेर को पर्यटन के क्षेत्र में मिल सकती है नई पहचान।*

बाड़मेर रोहिड़ी के सैंड ड्यून को पर्यटन से जोड़ने की दरकार,बाड़मेर को पर्यटन के क्षेत्र में मिल सकती है नई पहचान।*
















*राजस्थान के पर्यटन की पहचान बन चुके रेगिस्तानी धोरों ने राजस्थान को विश्व पर्यटन पर नई पहचान दी।खासकर जैसलमेर के सम,खुहड़ी,चुरू और बीकानेर के स्वर्णिम मखमली धोरे पर्यटकों को आज भी आकर्षित करते है। बाड़मेर जिला पर्यटन क्षेत्र में अभी भी गुमनामी के अंधेरे में है।।बाड़मेर में पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयास सरकारी बैठकों और कागजो तक ही सीमित रहे ।इसे धरातल पर उतारने का प्रयास कभी नही हुआ।।बाड़मेर में देवका का सूर्यमन्दिर,बिसुकला की छतरियां, कोटड़ा का किला,जूना का मंदिर,केराड़ू मंदिर का अपना पर्यटन सर्किल है।इसके साथ बाड़मेर में प्रकृति ने बेहद खूबसूरत रेतीले धोरे दिए है।भारत पाक सरहद पर रोहिडि पंचायत मुख्यालय के रेगिस्तानी धोरे अपने आप मे अनूठे और आकर्षक है। सम और खुहड़ी के धोरे इन धोरों की खूबसूरती के आगे कुछ नही।करीब सात किलोमीटर तक फैले ये स्वर्णिम धोरे अनायास ही सबको आकर्षित करते है।ऊंचे और लम्बे धोरे गजब की छटा बिखेरते है।।रोहिड़ी के धोरे बाड़मेर को पर्यटन में विश्व पटल पर उभरने में सहायक सिद्ध हो सकते है।रोहिड़ी के धोरों की तुलना में अन्य धोरे फीके है।।एकांतवास और शकुन दोनों इन धोरों पे है।मखमली रेत सुखद अहसास कराती है।।सहारा रेगिस्तान की मानिंद लहरदार धोरे पहली नजर में आकर्षित करते है।।जिला प्रशासन को बाड़मेर का टूरिज्म डवलप करने के लिए एक सर्किट बनाकर देशी विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने का प्रयास करना चाहिए। बाड़मेर की लोक कला,संस्कृति ,जीवन शैली,ग्रामीण अंचलों के खास शैली के कच्चे मकान गजब आकर्षण का केंद्र हो सकता है।।रोहिडि के धोरे देखने के इच्छुक पर्यटकों को सशर्त परमिशन दी जा सकती है।फिल्मी दुनिया की नजर भी इन धोरों पे है मगर जिला प्रशासन द्वारा शूट की।परमिशन नही देने के कारण फिल्मी दुनिया इन खूबसूरत धोरों का उपयोग नही कर पा रहे।।बाड़मेर को पर्यटन के क्षेत्र मे उभारना है तो बाड़मेर के ऐतिहासिक,सांस्कृतिक,प्राकृतिक,और पारंपरिक क्षेत्रो का सर्किट बना कर देशी विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करना होगा।।


अपना ‘थार’ और उसका विस्तार
थार मरुस्थल भारत और पाकिस्तान के सीमावर्ती हिस्सों की पहचान है. थार के उत्तर में सतलुज, पूर्व में अरावली पर्वतमाला, दक्षिण में कच्छ का रण और पश्चिम में सिंधु नदी है. इस प्रकार पाकिस्तान के सिंध और पंजाब प्रान्तों और भारत के गुजरात, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा प्रान्तों में थार की उपस्थिति है. आंकड़ों के जाल में उतर कर देखेंगे, तो पायेंगे कि थार के कुल ४,४६,००० वर्ग किमी क्षेत्रफल में से भारत में लगभग २,७८,००० वर्ग किमी (६२ प्रतिशत) भाग है. भारत के २,७८,००० वर्ग किमी क्षेत्र में से राजस्थान में २,०९,१४२ वर्ग किमी(७५ प्रतिशत) या तीन-चौथाई भाग है, जबकि गुजरात में २० और हरियाणा-पंजाब में ५ प्रतिशत भाग है. राजस्थान के कुल क्षेत्रफल, ३,४२,२३९ वर्ग किमी के सन्दर्भ में देखें तो मरुस्थल(२,०९,१४२ वर्ग किमी) का हिस्सा ६१.१ प्रतिशत या लगभग दो-तिहाई बैठता है. इसे सीधे अर्थों में समझें तो थार का दो-तिहाई हिस्सा भारत में है, भारत में थार का तीन-चौथाई हिस्सा राजस्थान में है और राजस्थान के कुल क्षेत्रफल का दो-तिहाई हिस्सा मरुस्थलीय है. और भारत के कुल क्षेत्रफल ३२,८७,२६३ वर्ग किमी का ८.४५ प्रतिशत हिस्सा (२,७८,००० वर्ग किमी) मरुस्थलीय है.
अपने राजस्थान में मरुस्थल अभी ६५० किमी लम्बाई में और ३०० किमी चौड़ाई में पसरा है. अक्षांशों के दृष्टि से मरुस्थल २५ डिग्री से ३० डिग्री उत्तरी अक्षांश के बीच है, जबकि मरुस्थल का देशांतरीय विस्तार ६९.३० से ७६.४५ डिग्री पूर्वी देशांतर के बीच है. १२ जिलों में मरुस्थल के पाँव टिके हैं. गंगानगर, हनुमानगढ़, चुरू, झुंझुनूं, सीकर, नागौर, बीकानेर, जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर, जालोर और पाली जिलों में मरुस्थल का विस्तार है. अरावली के पश्चिम में केवल एक जिला सिरोही है, जो रेत के इस समुद्र से वंचित है. लेकिन इस मरुस्थल का विस्तार पूर्व की ओर जारी है. नागौर और जयपुर के बीच अरावली की दीवार में अंतराल( वायु घाटियाँ ) हैं, जिनसे होकर रेगिस्तान की रेत अरावली की दूसरी ओर(पूर्व की ओर) जा रही है. अभी तक जयपुर और अलवर में पसरती रेत प्रतिवर्ष आधा किमी की गति से मरुस्थल को खिसका रही है. आने वाले समय में पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश भी मरुस्थल से घिर सकते हैं, अगर मरुस्थल के इस विस्तार को सघन वृक्षारोपण से नहीं रोका गया, तो.
टीले ही टीले या कहीं ढंग पथरीले ?
एक और महत्वपूर्ण बात. रेगिस्तान के समूचे भाग में टीले ही टीले हों, ऐसा नहीं है. राजस्थान के मरूस्थल का केवल ५८.५० प्रतिशत भाग ही टीलों वाला(बलुकास्तूप सहित) है. बाकी भाग में टीले नहीं हैं. रेतीले मरुस्थल को भूगोल की भाषा में ‘अर्ग’ कहते हैं. टीलों को ‘धरियन’ भी कहते हैं. अर्ग के ऊँचे ऊँचे टीलों के बीच में निचली भूमि को ‘मरहो’ या ‘खड़ीन’ कहते हैं. इस नीची जमीन में बारिश के मौसम में पानी इकठ्ठा हो जाने से यह उपजाऊ हो जाती है.
टीलों का निर्माण हमेशा होता रहता है. मार्च से जुलाई के बीच पश्चिम से आती रेत से टीले बनते हैं. आपको जानकारी हो कि राजस्थान में इस समय हवा पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम से आती है और पर्याप्त तेज भी होती है. नए टीले बनते हैं, तो पुराने टीलों की भी ऊँचाई बढ़ती रहती है. ये रेत के टीले (बालुकास्तूप) अलग अलग आकार लिए होते हैं. रेत की मात्रा, रास्ते के अवरोधकों और हवाओं की गति के अनुसार ये टीले रूप ले लेते हैं. ‘पवनानुवर्ती बालुकास्तूप’ हवा की दिशा के साथ लम्बाई में बनते हैं. इन्हें ‘रेखीय स्तूप’भी कहा जाता है. ये जैसलमेर और बाड़मेर जिलों में पाए जाते हैं, क्योंकि पश्चिमी हवाएं इन जिलों में तेज गति से चलती हैं. नए टीलों की ऊंचाई ८ से १० मीटर तक होती है, तो पुराने टीले १०० मीटर तक भी ऊंचे हो सकते हैं. रेगिस्तान के पूर्वी भाग में, जहाँ हवा की गति कम होती है,  ‘अनुप्रस्थ बालुकास्तूप’ देखने को मिलते हैं, जो हवा के लम्बवत ‘आड़े’ बनते हैं. जोधपुर, नागौर, जालोर, सीकर आदि जिलों में झाड़ीनुमा क्षेत्रों और पहाड़ियों के अवरोधों के कारण बनने वाले इन टीलों की ऊंचाई १० से ४० मीटर तक हो जाती है. ‘बरखान’ टीले अर्धचंद्राकार होते हैं और संख्या की दृष्टि से ये ही सबसे अधिक पाए जाने वाले टीले होते हैं. सामान्य गति से चलने वाली हवा (न अधिक तेज और न मंद) के द्वारा इनका निर्माण होता है. ये भी ऊंचाई में १० से ४० मीटर तक पहुँच जाते हैं. इन टीलों के क्षेत्र राजस्थान के उत्तर में हैं. गंगानगर, हनुमानगढ़, चुरू,सीकर और झुंझुनूं जिलों में आपको ऐसे टीले ही दिखाई पड़ेंगे. बरखान टीले गतिशील भी होते हैं. ये अपनी जगह बदलते रहते हैं.
दूसरी ओर, कंकड-पत्थर से ढका मरुस्थल ‘रेग’ कहलाता है, जबकि मरुस्थल के जिस भाग में चट्टानें और घाटियाँ पाई जाती हैं, उसे ‘हम्मादा’कहते हैं. राजस्थान में यह क्षेत्र (हम्मादा) महान मरुस्थल के पूर्व में जैसलमेर, पोकरण और फलोदी के आसपास पाया जाता है. हम्मादा की चट्टानें चूने पत्थर का भण्डार होती हैं. सानू का प्रसिद्द स्टील ग्रेड लाइमस्टोन इसी भाग में मिलता है. चट्टानों के नीचे भूमिगत जल के अच्छे भण्डार भी जैसलमेर के पास लाठी क्षेत्र में मिले हैं. इन्हें ‘लाठी सीरीज’ कहते हैं.
निर्माण कथा

दुनिया भर के मरुस्थलों में थार सबसे नया है. ध्यान रहे कि हमारी पर्वतमाला अरावली विश्व में सबसे पुरानी है, तो हमारा मरुस्थल सबसे नया. वाकई में राजस्थान में विविधता के रंगों की भरमार है. मरुस्थल के निर्माण के बारे में अलग अलग धारणाएं हैं. उनमें से सबसे प्रबल धारणाभूगर्भीय हलचलों पर आधारित है. लगभग ४००० से १०००० वर्ष पूर्व इस क्षेत्र में ऐसी हलचलों के कारण इस भूभाग की ऊँचाई उत्तर में बढ़ गई. इससे यहाँ पर स्थित समुद्र(टेथिस सागर) दक्षिण की तरफ खिसक गया और पीछे तट की रेत बच गई. कुछ जगहों पर छिछले खड्डे बन गए, जिन्हें हम अब झीलें (खारे पानी की) कहते है. टेथिस सागर के अवशेषों के रूप में जीवाश्म, लिग्नाईट, खनिज तेल, गैस, जिप्सम, चायनाक्ले आदि इस क्षेत्र में मिल रहे हैं. इस हलचल के कारण इस भाग में बहने वाली प्रमुख नदी ‘सरस्वती’ हनुमानगढ़ के पास रेत में दम तोड़ गई जो आजकल मृत नदी या घग्घर कहलाती है. सरस्वती के साथ बहती ‘हाकरा’ भी पूर्व की और मुंह मोड़ कर चली गई और यमुना बन गई. सरस्वती की कई सहायक नदियाँ भी राह भटक कर समुद्र से बिछुड़ गईं और अंतःप्रवाह की नदियाँ बन गईं. झुंझुनूं की कान्तली और जैसलमेर की काकनी जैसी कई छोटी बड़ी नदियाँ इनमें शामिल हैं. 

गुरुवार, 18 जनवरी 2018

बाड़मेर संक्रांति पर दिखा स्वयंसेवकों का विराट स्वरूप, शहर की सड़कों पर बिछी फूलों की चादर



बाड़मेर संक्रांति पर दिखा स्वयंसेवकों का विराट स्वरूप, शहर की सड़कों पर बिछी फूलों की चादर
- चरैवेति-चरैवेति : बाड़मेर शहर में हुआ द्विधारा पथ संचलन, महावीर सर्किल और जैन दादाबाड़ी (गेहूं रोड) से प्रारंभ हुए गंगा और यमुना धारा संचलन, अहिंसा सर्किल पर हुआ विहंगम संगम

- संचलन के बाद हाई स्कूल मैदान में हुआ सार्वजनिक कार्यक्रम, संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने किया संबोधित

बाड़मेर। घोष की उठती-गिरती स्वर लहरियों के बीच हजारों स्वयंसेवकों के लयबद्ध द्विधारा पथ संचलन को देखने के लिए गुरुवार को मानो सारा शहर सड़क के दोनों ओर उमड़ पड़ा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से संक्रांति महोत्सव के तहत निकले पथ संचलन पर इतनी बड़ी तादाद में पुष्पवर्षा की गई कि पूरे संचलन मार्ग पर फूलों की चादर सी बिछ गई। महावीर सर्किल (गडरा चैराहा) और जैन दादाबाड़ी (गेहूं रोड) से गंगा और यमुना धारा के रूप में दोनों संचलन शाम ठीक 4:46 बजे प्रारंभ हुए। जो शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए ठीक 17 बजकर 18 मिनट एवं 19 सैकंड, अर्थात् 5:18 बजे शहर के हृदय स्थल अहिंसा सर्किल पर आकर मिले, इस अभूतपूर्व संगम को देखने बड़ी संख्या में लोग उमड़े। स्टेशन रोड से होते हुए स्वयंसेवकों की छह पंक्तियां कदम से कदम मिलाते हुए पुलिस थाना कोतवाली पहुंची, जहां से एक संचलन माहेश्वरी भवन वाली गली से और दूसरा नगर परिषद् कार्यालय के पीछे से होते हुए हाई स्कूल पहुंचकर संपन्न हुआ। जहां शाम 7 बजे संक्रांति महोत्सव प्रारंभ हुआ, जिसमें संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने सीमावर्ती क्षेत्र में सामाजिक समरसता और राष्ट्रीय सुरक्षा के विषय पर अपना उद्बोधन दिया।

यहां से हुआ आगाज :-

पथ संचलन के लिए बाड़मेर नगर के पूर्ण गणवेशधारी स्वयंसेवक दोपहर 3:30 बजे महावीर सर्किल और जैन दादाबाड़ी के पास एकत्र हुए। इनमें सभी आयु वर्ग के स्वयंसेवक शामिल थे। दोनों संचलन के लिए वाहिनी अनुसार स्वयंसेवक रचना में खड़े हुए और ध्वजारोहण कर प्रार्थना की। इसके पश्चात् ठीक 4:46 बजे घोष की ताल पर स्वयंसेवक कदमताल करते हुए निर्धारित मार्ग पर आगे बढ़े।

स्वागत को बनाईं रंगोलियां :-

गंगा एवं यमुना धारा के रूप में संचलनों का स्वागत करने के लिए नगरवासी आतुर नजर आए। महिलाओं एवं बालिकाओं ने घरों के आगे आकर्षक रंगोलियां बनाई। जैसे ही स्वयंसेवकों का कारवां उनके सामने पहुंचा, मानो लोग राष्ट्रप्रेम के सागर में डूब गए। आस-पास चलने वालों के कदम ठिठक गए और एकटक स्वयंसेवकों के अनुशासन, सेवा एवं समर्पण को निहारा। लोगों ने पुष्पवर्षा करते हुए जयघोष लगाए।

गगनभेदी नारों से गूंजा अहिंसा सर्किल :-

पथ संचलनों का स्वागत करने के लिए वैसे तो पूरे मार्ग में लोगों ने उत्साह दिखाया, लेकिन शहर के हृदय स्थल कहलाने वाले अहिंसा सर्किल पर द्विधारा संगम देखने के लिए लोग उमड़ पड़े। संगम स्थल पर विशाल रंगोली बनाई गई। सड़क के दोनों ओर लोगों ने हाथों में पुष्पों से भरी थालियां थाम रखी थी। जैसे ही 17:18:19 बजे गंगा एवं यमुना धाराओं का संगम हुआ, पूरा अहिंसा सर्किल ‘भारत माता की जय‘, ‘वंदेमातरम्‘, ‘जय श्रीराम‘ सरीखे गगनभेदी जयकारों से गूंज उठा।

बाण आकृति रही आकर्षण का केंद्र :-

दोनों पथ संचलनों में घोष की तीन-तीन पथक शामिल रहे। इनमें से पहले पथक वंशी प्रधान दूसरे पथक आनक प्रधान और तीसरे पथक शंख प्रधान थे। सभी घोष वादकों ने संघ की ही भारतीय रचनाओं का वादन किया। वहीं संगम के दौरान घोष के पथक एक साथ पास-पास आए और संगम से ही बाण की आकृति में कोतवाली तक चले। यह लोगों में आकर्षण का केंद्र रहा।

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“देश में संक्रांति का पोषक है संघ”

- स्वयंसेवकों ने किया उत्कृष्ट शारीरिक प्रदर्शन

संचलन समाप्ति के बाद सायं 7 बजे हाई स्कूल मैदान में संक्रांति महोत्सव कार्यक्रम शुरू हुआ। इसमें सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले की मौजूदगी में बाड़मेर नगर के स्वयंसेवकों ने उत्कृष्ट शारीरिक का प्रदर्शन किया। स्वयंसेवकों ने घोष, दंड प्रयोग, व्यायाम-योग और गण समता का सामूहिक प्रदर्शन कर संघ के कार्यक्रमों को नगरवासियों के समक्ष रखा। प्रदर्शन के बाद सह सरकार्यवाह अपना उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विगत 92 वर्षों से लगातार देश में संक्रांति का पोषक बना हुआ है। सीमावर्ती जिला होने के कारण यहां के लोगों की सर्वाधिक भूमिका इस संक्रांति में रहनी चाहिए। उद्बोधन से पहले स्वयंसेवकों ने ‘जग जननी ईं भारत मां रो, कुरब निराळो रै...‘ सामूहिक गीत गाया। वहीं संक्रांति का अवतरण और “अंतर्मन के भाव संजोकर, राष्ट्रदेव का ध्यान धरें...” काव्यगीत प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में प्रांत संघचालक ललित कुमार, विभाग संघचालक दाउलाल, जिला संघचालक पुखराज गुप्ता, क्षेत्र प्रचारक दुर्गादास, क्षेत्रिय कार्यकारिणी सदस्य नंदलाल जोशी, प्रांत प्रचारक चंद्रशेखर, सह प्रांत प्रचारक योगेंद्र कुमार सहित बड़ी संख्या में नगरवासी मौजूद रहे।

बाड़मेर सीमावर्ती गांवों में शिव विधायक की जनसुनवाई ग्रामीणों का आरोप, अधिकारी सुनते नहीं



बाड़मेर सीमावर्ती गांवों में शिव विधायक की जनसुनवाई

ग्रामीणों का आरोप, अधिकारी सुनते नहीं





बाड़मेर। शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह ने गुरूवार को विधानसभा क्षेत्र के अंर्तगत सीमावर्ती चैहटन क्षेत्र के दर्जनों गांवों का दौरा कर ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी जनसुनवाई की। इस दौरान अधिकांश स्थानों पर ग्रामीणों ने विधायक से शिकायक की अधिकारियों आम जनता की जरा भी परवाह नहीं करते है और उनकी लापरवाही के कारण अधिकांश समस्याएं लम्बे समय से ज्यों की त्यों बनी हुई है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि वे सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाते-लगाते थक गए है, लेकिन अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगती। उन्होनें शिव विधायक से इस संबध में हस्तक्षेप कर उनकी समस्याओं के समाधान की मांग की।




लोगों की शिकायतों को गंभीर विषय बताते हुए शिव विधायक ने लोगों को आश्वस्त किया कि, वे इस सबंध में संबधित विभागों के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात कर उन्हे अवगत कराएगें और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करवाई जाएगी। विधायक ने साथ चल रहे अधिकारियों से जनता की शिकायतों के प्रति जवाबदेह रहने की बात कही।




लोगों का आश्वस्त करते हुए विधायक ने कहा कि जनसुनवाई कार्यक्रम इसी उदेश्य के साथ शुरू किया गया है ताकि लोगों जनप्रतिनिधि लोगों की समस्याओं का जाने और उनका निराकरण करवाएं। उनहोनें कहा कि ग्रामीण अपनी समस्याए सीधे उन तक पहुंचाएं, ताकि वे व्यक्तिगत स्तर पर मोनिटंरिग कर प्राथमिकता के आधार पर समस्याओं का समयबद्ध निराकरण सुनिश्चिित्त कर सकें।




इस दौरान ग्रामीणों ने मते का तला में ट्युबेल, देदुसर में ओपनवेल, केलनोर ग्राम पंचायत के उम्मेदापुरा और कल्याणपुरा में उपस्वास्थ्य केन्द्र और उच्च प्राथमिक विद्यालय, आरबी की गफन ग्राम पंचायत की भीलो की ढाणी में विद्य़ालय क्रमोन्नत करवाने और दो ट्युबवेल स्वीकृत करवाने की मांग रखी। गा्रमीणों ने भीलो की ढाणी में विधायक कोष से 18 ट्युबवेल स्वीकृत करवाने पर विधायक का आभार ज्ञापित किया। विधायक ने मते का तला में विधायक कोष से निर्मित राजकीय उच्च प्राथमिक पन्नाणियों की ढाणी का लोकापर्ण भी किया।




गुरूवार को विधायक ने ढोक और बीजराड़ में भी जनसुनवाई की। ग्रामीणों ने घोनिया में डाक्टर के लगातार अनुपस्थित रहने की शिकायत भी विधायक से की। इस दौरान कई स्थानों पर ग्रामीणों ने पेयजल और विद्य़ुत संबधी समस्याओं के बारे में विधायक को अवगत कराया।




गुरूवार के दौरे के दौरान चैहटन विकास अधिकारी हुनवीरसिंह, जलदाय विभाग गडरारोड और शिव के सहायक अभियंता, डिस्काॅम, उपप्रधान शैतानसिंह, बीजराड बीजेपी मण्डल अध्यक्ष देवीचंद कागा़, भाजपा महामंत्री चैहटन पीरसिंह राजपुरोहत, केलनोर सरपंच हमीरीसिंह, ढोक सरपंच शैतानसिंह, नवातला सरपंच नारयणसिंह और गुलाबसिंह नवातला ,पूर्व सरपंच देदूसर जेतमाल सिंह साथ रहे।

बाड़मेर 2 किलो 810 ग्राम अफीम का दूध व 600 ग्राम अफीम बरामद कर कार सहित 3 आरोपी गिरफ्तार करने में सफलता


बाड़मेर 2 किलो 810 ग्राम अफीम का दूध व 600 ग्राम अफीम बरामद कर कार सहित 3 आरोपी गिरफ्तार करने में सफलता

डाॅ. गगनदीप सिंगला पुलिस अधीक्षक द्वारा दिये गये निर्देषों के अनुरूप श्री चन्द्रसिंह उ0नि0 थानाधिकारी पुलिस थाना समदडी को दिनांक 18.01.2018 को जरिये खास मुखबिर से ईतला मिली कि एक सफेद रंग की कार नम्बर आर.जे. 14 टीई 0105 जिसमे तेजाराम जाट निवासी बलाऊ हाल बलदेवनगर बाड़मेर व जगदीष जाति जाट निवासी गरल पुलिस थाना सदर बाड़मेर जो अवैध अफीम का धन्धा करते है, आज के रोज भी ये लोग उक्त गाड़ी मे अजीत रोड़ समदड़ी से बाड़मेर की तरफ जायेगे। अगर तुरन्त नाकाबन्दी की जावे तो उक्त कार नम्बर आरजे 14 टीई 0105 मे भारी मात्रा मे अफीम बरामद हो सकता है, वगैरा ईतला पर थानाधिकारी समदडी मय जाब्ता द्वारा थाना के सामने नाकाबन्दी की गई। दौराने नाकाबन्दी ईतला के अनुसार उक्त कार को आते हुए को रूकवाने का ईषारा कर रूकवाकर चैक करने लगे तो चालक द्वारा कार को करीब 50 मीटर तक बेक गियर मे भगा कर कानि. रणजीत को जान से मारने की नियत से गाडी के साथ मे घसीट कर चोटिल किया। मगर जाब्ता द्वारा घेराबन्दी कर उक्त कार को रोक कर मुलजिम तेजाराम पुत्र वीरमाराम जाति जाट निवासी बलाऊ हाल बलदेवनगर बाड़मेर पुलिस थाना सदर बाड़मेर व जगदीष पुत्र ताजाराम जाति जाट निवासी गरल पुलिस थाना सदर बाड़मेर को गिरफ्तार कर मुलजिमानो के कब्जा से अवैध व बिना लाईसेन्स का 1 किलो 500 ग्राम अफीम का दुध बरामद कर मुलजिमान के विरूद्व प्रकरण संख्या 09/2018 धारा 8/18 एनडीपीएस एक्ट व 332, 353, 307 भादसं मे दर्ज किया गया।

इसी कड़ी में जरिये खास मुखबिर ईतला मिलने पर कस्बा समदडी मे अजीत रोड पर स्थित एक मार्बल की दुकान मे दबिष दी जाकर मुलजिम भैरूसिंह पुत्र माधुसिंह जाति राजपुत निवासी सांवरड़ा हाल विजय लक्ष्मी मार्बल समदडी पुलिस थाना समदडी को गिरफ्तार कर उसके कब्जा से 1 किलो 310 ग्राम अफीम का दुध व 600 ग्राम अफीम बरामद कर प्रकरण संख्या 10/2018 धारा 8/18 एमडीपीएस एक्ट मे दर्ज किया गया। उक्त टीम मे चन्द्रसिंह भाटी उप निरीक्षक, हैड कानिस्टेबल धन्नाराम, दीनाराम, राजेषकुमार, बनवारीलाल, कानिस्टेबल गोरखाराम बैनीवाल, पेम्पसिंह, जितेन्द्रसिंह, कुम्भाराम, प्रेमाराम, प्रेमराज, रणजीत, नन्दसिंह, राकेषकुमार, राकेषकुमार, तिलाराम, रामचन्द्र, पर्बतसिंह, रूपाराम शामिल थे। उक्त दोनो प्रकरणो मे कुल 2 किलो 810 ग्राम अफीम का दूध व 600 ग्राम अफीम किमतन 4 लाख रूपये का बरामद करने में सफलता प्राप्त की गई।

बाड़मेर अर्न्तराष्ट्रीय कॉल्स का करना होगा इन्द्राज



बाड़मेर अर्न्तराष्ट्रीय कॉल्स का करना होगा इन्द्राज
बाड़मेर, 18 जनवरी। जिले में आपराधिक एवं अवांछनीय गतिविधियों पर रोक लगाने एवं दूर संचार के माध्यम से महत्वपूर्ण गोपनीय सूचनाएं प्रेषित करने से रोकने के लिए जिले की अन्तर्राष्ट्रीय सीमा के समीप स्थित क्षेत्रों के टेलीफोन बूथों पर की जाने वाली अन्तर्राष्ट्रीय फोन कॉल्स का इन्द्राज करना आवश्यक होगा। इस संबंध में जिला मजिस्टेªेट शिवप्रसाद मदन नकाते ने पब्लिक टेलीफोन बूथों के धारकों को आदेश जारी किए है।

जिला मजिस्ट्रेट शिवप्रसाद मदन नकाते ने राष्ट्रीय उच्च मार्ग संख्या 15 के पश्चिम में स्थित सभी पीसीओ एवं बाड़मेर शहर के पीसीओ के माध्यम से किए जाने वाले अन्तर्राष्ट्रीय कॉल के लिए पीसीओ के मालिकों तथा एजेन्टों को पृथक से एक रजिस्टर आवश्यक रूप से संधारित करने के आदेश जारी करते हुए हिदायत दी है कि वे अपने बूथ से किए जाने वाले प्रत्येक अन्तर्राष्ट्रीय कॉल का पूर्ण विवरण सहित इन्द्राज करेंगे। उन्हें यह भी हिदायत दी है कि वे उक्त प्रकार के कॉल करने वाले प्रत्येक व्यक्ति के कॉल किए जाने से पूर्व निर्धारित प्रपत्र में सूचना प्राप्त करेंगे तथा रिकार्ड संधारित करते हुए सूचना प्रति सप्ताह संबंधित थानाधिकारी को आवश्यक रूप से प्रस्तुत करेंगे तथा इसकी सूचना क्षेत्र के उपखण्ड मजिस्ट्रेट को भी देंगे। साथ ही वे किसी संदिग्ध व्यक्ति द्वारा टेलीफोन करने पर उसकी सूचना तत्काल निकट के पुलिस थाना या पुलिस अधीक्षक को देंगे। बूथ धारकों द्वारा संधारित उक्त रजिस्टर की समय समय पर तहसीलदार, कार्यपालक मजिस्टेªट, पुलिस, सीमा सुरक्षा बल एवं सुरक्षा एजेन्सियों के अधिकारियों द्वारा जांच की जाएगी। उक्त आदेशों की अवहेलना करने पर संबंधित व्यक्ति को भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के तहत दण्ड भुगतना पड़ सकता है। यह आदेश आगामी दो माह के लिए प्रभावशील रहेगा।

बाड़मेर आवंटित लक्ष्यांे की प्राप्ति के लिए गंभीरता से कार्य करेंःनेहरा



बाड़मेर आवंटित लक्ष्यांे की प्राप्ति के लिए गंभीरता से कार्य करेंःनेहरा
बाड़मेर, 18 जनवरी। समस्त विभाग बीस सूत्री कार्यक्रम के तहत आवंटित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए गंभीरता से प्रयास करें। ताकि वित्तीय वर्ष समाप्ति से पूर्व शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल हो सके। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने गुरूवार को जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल मंे बीस सूत्री कार्यक्रम की समीक्षा बैठक के दौरान यह बात कही।

इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने कहा कि आवंटित लक्ष्यांे को प्राप्त करने से पीछे चल रहे विभाग शेष लक्ष्यों को अर्जित करने के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार कर लें, ताकि जिले की सभी योजनाओं में शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल हो सके। नेहरा ने चिकित्सा विभाग एवं नगर परिषद तथा अजा जजा निगम को आवंटित किए गए लक्ष्यांे के प्रति कार्य मंे तेजी लाने के निर्देष दिए। बैठक के दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी नेहरा ने बीस सूत्री कार्यक्रम की बिंदुवार समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आबंटित लक्ष्यों की तय समय पर प्राप्ति करने के निर्देश दिए। उन्होंने अब तक हुई प्रगति की जानकारी ली। साथ ही चिकित्सा विभाग के अधिकारियांे को संस्थागत प्रसव एवं टीकाकरण के लक्ष्यांे की प्राप्ति के लिए विषेष प्रयास करने के निर्देष दिए। बैठक के दौरान आयोजना अधिकारी ताराचंद चौहान समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

सांसद आदर्ष ग्राम योजना की बैठक 23 को
बाड़मेर, 18 जनवरी। सांसद आदर्ष ग्राम योजना के तीन चरणांे मंे चयनित ग्राम पंचायत बायतू भोपजी, लीलसर एवं सराणा को आदर्ष ग्राम पंचायत के रूप मंे विकसित करने के लिए सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी की अध्यक्षता मंे 23 जनवरी को प्रातः 11.30 बजे कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल मंे समीक्षा बैठक आयोजित होगी।

जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने बताया कि संबंधित विभागीय अधिकारियांे को निर्देषांे की पालना, नवीनतम स्थिति, बेसलाइन सर्वे, विलेज डवलपमेंट प्लान एवं आदर्ष ग्राम पंचायत के संबंध मंे अन्य आवष्यक बिन्दूआंे से संबंधित सूचनाआंे के साथ उपस्थित होने के निर्देष दिए गए है।

दिशा की बैठक 23 को, सांसद करेंगे विकास योजनाआंे की समीक्षा
बाड़मेर, 18 जनवरी। डिस्ट्रिक डेवलपमेंट कोर्डिनेशन एंड मोनेटरिंग कमेटी दिशा की बैठक कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल मंे 23 जनवरी को दोपहर 12.30 बजे सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी की अध्यक्षता मंे आयोजित होगी।

जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने बताया कि इस दौरान गत बैठक की कार्यवाही विवरण के अनुमोदन के साथ ग्रामीण विकास मंत्रालय की विभिन्न योजनाआंे की वर्ष 2017-18 की माह दिसंबर 2017 तक की प्रगति की समीक्षा एवं क्रियान्वयन पर चर्चा की जाएगी। बैठक मंे संबंधित अधिकारियांे को आवश्यक सूचनाआंे के साथ उपस्थित होने के निर्देश दिए गए है।

बाड़मेर के लिए राधे गोविन्द कल्ला लोकपाल नियुक्त
बाड़मेर, 18 जनवरी। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत बाड़मेर जिले के लिए राधे गोविन्द कल्ला को लोकपाल नियुक्त किया गया है। इनकी नियुक्ति राज्य सरकार की ओर से की गई है।

लोकपाल कल्ला ने बाड़मेर जिले मंे महात्मा गांधी नरेगा योजना मंे लोकपाल के रूप मंे कार्यभार संभाल लिया है। लोकपाल कल्ला ने बताया कि जिला परिषद ग्रामीण विकास प्रकोष्ठ स्थित उनके कार्यालय मंे मनरेगा से शिकायतों के निस्तारण अथवा योजना के क्रियान्वयन में भ्रष्टाचार की शिकायतों के लिए संपर्क किया जा सकता है।

जिला कलक्टर की कोटड़ी एवं मेहलू की रात्रि चौपालें स्थगित
बाड़मेर, 18 जनवरी। जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते की कोटड़ी एवं मेहलू ग्राम पंचायत पर आयोजित होने वाली रात्रि चौपालें अपरिहार्य कारणांे से स्थगित कर दी गई है।

जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते के मुताबिक 19 जनवरी को कोटड़ी कलस्टर के लिए कोटड़ी एवं 23 जनवरी को शौभाला जेतमाल कलस्टर के लिए मेहलू ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आयोजित होने वाली रात्रि चौपालंे स्थगित कर दी गई हैं

विद्यार्थियांे को बताया स्वच्छता का महत्व
बाड़मेर, 18 जनवरी। राजकीय प्राथमिक विद्यालय चेनाणियांे की ढाणी, सेवनियाला एवं राजकीय प्राथमिक विद्यालय मेघवालांे की बस्ती, कानोड़ मंे केयर्न आयल एंड गैस तथा आरडीओ की ओर से आयोजित जागरूकता कार्यक्रम के दौरान स्वच्छता से जुड़े विविध पहलूआंे की जानकारी दी गई।

राजकीय प्राथमिक विद्यालय चेनाणियो की ढाणी मंे विद्यार्थियांे के साथ स्वच्छता की बात करते हुए सबको शौचालय का उपयोग करने एवं हाथ धोने के उपरांत ही भोजन करने के बारे मंे जानकारी दी गई। इसी तरह राजकीय प्राथमिक विद्यालय मेघवालों की बस्ती कानोड़ में बच्चों को स्वास्थ्य के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी गई। विद्यार्थियांे को बीमारियांे की रोकथाम के लिए साबून से हाथ धोने, नियमित रूप से स्नान करने, स्वयं के शरीर के साथ घर मंे भी सफाई रखने के लिए बारे मंे बताया गया। उनको अपने परिजनांे को भी शौचालय का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करने का अनुरोध किया गया। इस दौरान विषय विशेषज्ञांे ने विभिन्न प्रकार की गतिविधियांे के जरिए विद्यार्थियांे को स्वच्छता से जुड़े विविध पहलूआंे से रूबरू कराया।

बाड़मेर गरीब ग्रामिण दिव्यांग युवाओं के कौषल प्रषिक्षण कार्यक्रम की अन्तिम तिथि 31 जनवरी 2018

बाड़मेर गरीब ग्रामिण दिव्यांग युवाओं के कौषल प्रषिक्षण कार्यक्रम की अन्तिम तिथि 31 जनवरी 2018
बाड़मेर 18 जनवरी 2018।

राजस्थान सरकार एवं भारत सरकार के ग्रामिण विकास मंत्रालय के तत्वधान में दीनदयाल उपाध्याय ग्रामिण कौषल विकास योजना के अंतर्गत गरीब ग्रामिण दिव्यांग युवाओं के कौषल प्रषिक्षण कार्यक्रम की अन्तिम तिथि 31 जनवरी 2018।

राजस्थान कौषल एवं आजीविका विकास निगम बाड़मेर के जिला प्रबंधक श्री भंवर सिंह ने बताया की राजस्थान सरकार एवं भारत सरकार के ग्रामिण विकास मंत्रालय के तत्वधान में दीनदयाल उपाध्याय ग्रामिण कौषल विकास योजना के अंतर्गत गरीब ग्रामिण दिव्यांग युवाओं को कौषल प्रषिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से रोजगार से जोड़ने हेतु राजस्थान कौषल एवं आजीविका विकास निगम एवं भारत सरकार द्वारा प्रायोजित तथा स्पेस षिक्षण समिति द्वारा आयोजित दीनदयाल उपाध्याय ग्रामिण कौषल विकास योजना के अंतर्गत खारड़ा भाण्डु बोरानाडा बाड़मेर रोड़ जोधपुर स्थित प्रषिक्षण केन्द्र पर ऐसे गरीब ग्रामिण दिव्यांग युवा जो बीपीएल कार्डधारी,एम नरेगा कार्डधारी या पीआईपी के अन्तर्गत आता है तथा कौषल प्रषिक्षण प्राप्त कर राजस्थान में किसी भी स्थान पर रहकर रोजगार(कार्य) कर सकता है ऐसे युवाओं से एकाउंट एसिसटेंट युजिंग टैली तथा ब्युटि थेरेपी एण्ड हेयर स्टाइलिंग के 108 दिवसीय आवासीय कोर्सेस हेतु पात्र युवाओं से 31 जनवरी 2018 तक आवेदन आमंत्रित किये जाते है। इन कोर्सेस हेतु न्युनतम षैक्षणिक योग्यता 10वीं पास है। कोर्स से सम्बन्धित विस्तृत जानकारी हेतु 7742826648/7726007917 पर सम्पर्क कर सकते है।