कार के साथ बह गया था नाले में, सात दिन बाद इस हालत में मिली लाश
जयपुर. गत शुक्रवार को करतारपुरा नाले में बह गए लड़के आयुष का शव सात दिन मिल गया है। आयुष का शव गुर्जर की थड़ी के पास नाले में मिला। बता दें की पिछले सात दिनों से सिविल डिफेंस और एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू अभियान चला रही थी। जानें क्या है मामला...
- बताया जा रहा है कि पिछले सात दिनों से लाठी-डंडों के साथ आयुष की तलाश चल रही थी।
- रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान अचानक आयुष की लाश झाड़ियों के साथ तैरती दिखी। जिसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही टीम ने नाले में उतरकर लाश बाहर निकाली।
- गौरतलब है कि शुक्रवार सुबह हुई तेज बारिश में करतारपुरा नाले में आयुष गर्ग कार सहित बह गया था। उसने बचने काफी प्रयास किया, हिम्मत भी दिखाई, मंजर देख रहे लोग भी खूब चिल्लाए लेकिन बहता पानी उसे न जाने कहां ले गया।
- तभी से आपदा प्रबंधन और एसडीआरएफ की टीम उसकी तलाश में जुटी, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं लगा।
- शनिवार को आयुष को पता नहीं चलने पर परिजनों और लोगों ने टोंक रोड जमा कर दिया था। इसके बाद सांसद रामचरण बोहरा भी मौके पर पहुंचे और व्यापारियों से बात की।
ऐसे हुआ था हादसा
- बता दें कि जहां से आयुष बहा, सुदर्शनपुरा औद्योगिक क्षेत्र की इस पुलिया पर हर वर्ष तेज बारिश के दौरान पानी आता है।
- बहाव क्षेत्र में आने के बाद भी प्रशासन ने पुलिया के दोनों तरफ कोई चेतावनी बोर्ड नहीं लगाया थ। और आयुष ने वहां कार उतार दी।
- कार बहने के बाद सामने आए वीडियो में से एक में दिख रहा है कि आयुष तैरकर बचने का प्रयास किया, लेकिन बहाव तेज होने कारण वह बाहर नहीं आ पाया।
खूब रोका था, फिर भी ले गया कार
-प्रत्यक्षदर्शी ने बताया था कि ईमली वाला फाटक रेलवे लाइन के पास पुल से काफी ऊपर तक पानी बहने के कारण लोग जनकपुरी द्वितीय पुलिया पर जाम लगा था। लेकिन कार के साथ बहने वाला आयुष दिल्ली रेलवे पुल के नीचे की तरफ सड़क के ऊपर से बह रहे पानी में कार ले जाने लगा। लोगों ने चिल्लाकर उसे मना भी किया। लेकिन उसने लोगों की आवाज का अनसुना कर दिया और पानी में कार घुसा दी। तभी अचानक कार पानी के साथ बहने लगी।
- हादसे के वक्त आयुष बचने के लिए कार की छत पर भी चढ़ा, लेकिन कार पलट गई। जिससे वो पानी में गिर गया। काफी देर तक तैरने की भी कोशिश की लेकिन तेजबहाव में वो अपनी जान नहींं बचा सका।
पिता चलाते हैं किराने की दुकान
- 22 साल का आयुष गर्ग किसान मार्ग पर रहता है। आयुष के पिता की घर के पास किराने की दुकान है। ताऊ सुशील ने बताया कि तीन भाईयों में आयुष दूसरे नंबर का है। सुबह करीब सवा सात बजे बारिश आने पर अपने बड़े भाई को बाईस गोदाम कोचिंग छोडऩे के लिए कार से निकला था। दस बजे तक भी घर नहीं लौटा तो उसकी तलाश में निकले। यहां पहुंचे तो पता चला कि कार सहित वह बह गया था।