गुरुवार, 31 अगस्त 2017

बिहार में पकड़ा गया सरहद पार से नकली नोट की खेप मंगवाने वाला मास्टरमाइंड

बिहार में पकड़ा गया सरहद पार से नकली नोट की खेप मंगवाने वाला मास्टरमाइंड

बिहार में पकड़ा गया सरहद पार से नकली नोट की खेप मंगवाने वाला मास्टरमाइंड
अजमेर. अजमेर सहित देश के कई शहरों में नकली करेंसी खपा चुके गिरोह के मास्टरमाइंड पीर मोहम्मद को बिहार में पूर्णिया पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एसपी राजेंद्र सिंह ने आरोपी को प्रोडक्शन वारंट से गिरफ्तार कर अजमेर लाने की कार्रवाई शुरू कर दी है। उल्लेखनीय है कि 16 अगस्त को केसरगंज चौकी प्रभारी एएसआई राजाराम की सजगता से नकली नोट का कारोबार करने वाले अंतरराज्यीय गैंग के चार शातिरों को गिरफ्तार किया गया था। इनके पास से 84 हजार रुपए के नकली नोट बरामद हुए थे।




- नोट बंदी के बाद जारी दो-दो हजार रुपए की नई करेंसी के बारे में आरबीआई ने यह दावा किया था कि करेंसी की नकल संभव नहीं है, लेकिन अजमेर में आरोपियों से बरामद नकली नोट हूबहू असली की तरह पाए गए।

- इस घटना से आरबीआई और देश की अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं। तफ्तीश में खुलासा हुआ था कि ये नकली नोट सरहद पार यानी पाकिस्तान और बांग्लादेश से लाए गए है। गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद जसीम अंसारी, मोहम्मद आफताब आलम, मोहम्मद सौहेल आलम और समरज आलम बिहारी गंज, बिहार के निवासी हैं।

नकली नोटों का बड़ा डीलर पीर मोहम्मद

- एएसआई राजाराम को मिली मुखबिर की सूचना पर पुलिस गिरफ्त में फंसे नकली नोट के सौदागर मोहम्मद यासीन अंसारी पुत्र मोहम्मद नईम अंसारी ने तफ्तीश में खुलासा किया था कि पाकिस्तान और बांग्लादेश से नेपाल और पश्चिम बंगाल के रास्ते भारत में नकली नोटों की खेप पहुंच रही है।

- बिहार मधेपुरा में नकली नोटों का मुख्य डीलर उसका ससुर पीर मोहम्मद है। पीर मोहम्मद ने नकली नोट देश के विभिन्न शहरों में खपाने के लिए एजेंट बना लिए हैं। एजेंटों को नकली नोट चलाने के एवज में 50 फीसदी राशि दी जाती है, जबकि एजेंटों ने अपने स्तर पर नकली नोट चलाने वालों को वेतन पर भर्ती कर लिया है।

- अारोपियों के बयान के आधार पर पुलिस मास्टरमाइंड पीर मोहम्मद की तलाश कर रही थी। एसपी राजेन्द्र सिंह के मुताबिक बिहार के पूर्णिया जिला पुलिस से सूचना मिली है कि नकली करेंसी गिरोह का मास्टर माइंड पीर मोहम्मद पकड़ा गया है और कोर्ट के आदेश से पूर्णिया जेल में है। एसपी ने सूचना के आधार पर पुलिस दल को बिहार से आरोपी को प्रोडक्शन वारंट से गिरफ्तार कर अजमेर लाने के आदेश दिए हैं।

तीन साल पहले भी पीर मोहम्मद गिरोह ने अजमेर में चलाए थे नकली नोट

- एसपी के अनुसार तीन साल पहले नकली करेंसी के मामले में आरोपी पीर मोहम्मद वांछित था। 16 अगस्त को पकड़े गए आरोपियों के बयान के आधार पर वह ताजा मामले में भी आरोपी माना गया है। पीर मोहम्मद की गिरफ्तारी के बाद नकली करेंसी गिरोह के देश भर में नेटवर्क का खुलासा होगा।

- गौरतलब यह है कि नोटबंदी के बाद अजमेर में पहली बार प्रिंटिंग मशीन से छपे दो हजार के नकली नोट की खेप पकड़ी गई है। कार्रवाई करने वाले एएसआई केसरगंज चौकी प्रभारी राजाराम ने पूर्व में भी स्कैनर और फोटो कॉपी मशीन के जरिए नकली नोट बनाकर बाजार में चलाने वाले स्थानीय गिरोह को पकड़ा था। यह गिरोह भी पांच साल से पचास और सौ रुपए के नोट की कलर फोटो कॉपी कर बाजार में चला रहा था।

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