गुरुवार, 23 फ़रवरी 2017

जालोर रमसा के तहत निमार्णाधीन सभी कार्यो को तय समय मे पूर्ण करें- कलक्टर



जालोर रमसा के तहत निमार्णाधीन सभी कार्यो को तय समय मे पूर्ण करें- कलक्टर

जिला स्तरीय निष्पादक समिति की बैठक सम्पन्न




जालोर 23 फरवरी - जिला कलेक्टर अनिल गुप्ता ने जिले में रमसा के तहत शारदे बालिका छात्रावास एवं अन्य निमार्णाधीन कार्यो की धीमी प्रगति को गंभीरता से लेते हुए निर्देशित किया कि निर्धारित समय अवधि में इन सभी कार्यो को पूर्ण किये जाने के साथ ही जिस स्तर पर भी ढिलाई बरती जा रही है उनके विरूद्व आवश्यक कार्यवाही की जाये तथा भविष्य में इसकी सख्ती से पालना सुनिश्चित करें।

जिला कलेक्टर अनिल गुप्ता गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान की जिला स्तरीय निष्पादक समिति की बैठक में उपस्थित शिक्षा अधिकारियों एवं अभियन्ता को निर्देशित कर रहे थें। उन्होने बैठक में आहोर, पूनासा, जालोर व रानीवाडा में शारदे बालिका छात्रावासों तथा वालेरा में माॅडल स्कूलों के निर्माण कार्यो में हो रहे विलम्ब की प्रवृत्ति को गंभीरता से लेते हुए अभियन्ता भीयाराम को निर्देशित किया कि जिस किसी भी ठेकेदार द्वारा निर्धारित समय अवधि में कार्य नही किया जा रहा है तो उन्हें नोटिस देने के साथ ही उसपर पेनल्टी लगाई जाये तथा हर हालत में निमार्णाधीन सभी कार्यो को प्राथमिकता से पूर्ण किया जाये साथ ही गुणवत्ता के मामलों में भी किसी भी स्तर पर ढिलाई नही होनी चाहिए अन्यथा सम्बन्धित अधिकारी के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी।

बैठक में उन्होनें में प्री-बोर्ड की परीक्षाओं के अव्यवस्थित संचालन के प्रति असंतोष व्यक्त करते हुए सख्त शब्दों में निर्देशित किया कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्री-बोर्ड परीक्षाओं से सम्बन्धित की गई सम्पूर्ण व्यवस्थाओं यथा परीक्षा प्रपत्रा का निर्धारण, परीक्षा आयोजन एवं मूल्यांकन आदि की सम्पूर्ण जानकारी प्रस्तुत की जाये। उन्होनें जिले में संचालित आदर्श एवं उत्कृष्ट विधालयों में निर्धारित मापदण्ड के अनुसार सभी शैक्षिक व गैर शैक्षिक व्यवस्थाओं को अधिकाधिक बेहत्तर बनायें तथा विधालयों में बने शौचालयों में पानी व स्वच्छता का ध्यान रखने तथा इनका प्रभावी निरीक्षण करने के भी निर्देश दियें। उन्होनें जिला रसद अधिकारी को निर्देशित किया जिले में शारदे बालिका छात्रावासों में रियायती दर पर खाद्यान्न सामग्री की आपूर्ति के लिए आवश्यक कार्य करें।

जिला कलेक्टर ने कहा कि विधालयों में अध्यापक एवं अभिभाव परिषद की बैठके प्रति माह निर्धारित समय पर होती रहनी चाहिए वही इन बैठकों के माध्यम से विधालयों के विकास के लिए आम लोगो की भी अधिकाधिक सहभागिता सुनिश्चित करें। उन्होनें ग्रामीण क्षेत्रों की राजकीय विधालयों में मरम्मत कार्य की आवश्यकता के प्रस्ताव तत्काल भिजवाने के निर्देश भी दियें। वही आईसीटी लेबों में आवश्यक व्यवस्थायें करने एवं जो आंगनवाडी केन्द्र भवन रहित है उन्हे राज्य सरकार के निर्देशानुसार राजकीय भवनों में स्थानान्तरित करने के भी निर्देश दिए।

बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) ललित शंकर आमेटा ने राज्य सरकार द्वारा प्रारभ्भ की गई क्लिक योजना के सम्बन्ध में विस्तार से बताया कि शैक्षणिक सत्रा 2017-18 से राजकीय माध्यमिक, उच्च माध्यमिक एवं स्वामी विवेकानन्द माॅडल स्कूलों में यह योजना लागू की जायेगी जिसमें कक्षा 6 से 10 वीं तक के विद्यार्थियों में कौशल विकास के लिए कम्प्यूटर का प्रशिक्षण दिया जायेगा। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी आर.के. मीना (प्रारभ्भिक) ने आदर्श एवं उत्कृष्ट विधालयों में बेहत्तर शिक्षण व्यवस्थाओं एवं प्रभावी निरीक्षण की आवश्यकता जताई।

बैठक में रमसा के अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक प्रकाश चैधरी ने गत बैठक में लिये गये निर्णयों का क्रियान्वयन, आदर्श विधालयों की प्रगति, आंगनवाडी केन्द्रो का विधालयों से जुडाव, खेल मैदानों का विकास, आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर एवं रमसा के तहत संचालित विभिन्न कार्यो की प्रगति के सम्बन्ध में विस्तार से अवगत करवाया जबकि रमसा के लेखाधिकारी घनश्याम दवे ने निर्माण कार्यो के भुगतान के सम्बन्ध में जानकारी दी वही समिति के सदस्य धनराज दवे ने भी अपने सुझाव दिये। बैठक में अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी भैराराम चैधरी एवं सर्व शिक्षा के मोहनलाल राठौड सहित विभिन्न अधिकारी एवं नोडल विधालयों के संस्था प्रधान आदि उपस्थित थें।

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सम्पर्क पोर्टल के मामलों की साप्ताहिक समीक्षा करने के निर्देश



जालोर 23 फरवरी - जिला कलेक्टर अनिल गुप्ता ने जिले के सभी उपखण्ड अधिकारियों को निर्देशित किया कि राजस्थान सम्पर्क पोर्टल के तहत दर्ज होने वाले मामलों के निस्तारण के लिए प्रति सप्ताह बैठक आयोजित कर इनका प्रभावी ढंग से निस्तारण किया जाना सुनिश्चित करें।

जिला कलेक्टर अनिल गुप्ता ने जिले के सभी उपखण्ड अधिकारियों को निर्देशित किया जिला स्तरीय सम्पर्क समाधान शिविर में समीक्षा के दौरान पाया गया कि दर्ज प्रकरणों की नियमित समीक्षा के अभाव में प्रकरणों का यथेष्ट समय में निस्तारण नही हो रहा है इसलिए सभी अधिकारी दर्ज परिवादों की उपखण्ड स्तर पर प्रति सप्ताह बैठक आयोजित कर इनकी प्रभावी माॅनिटरिंग करें ताकि 60 दिवस से अधिक अवधि के मामले लम्बित नही रहें। उन्होनें निर्देशित किया कि किसी अधिकारी द्वारा कोत्ताही बरती जाती है तो उसकी सूचना जिला मुख्यालय को भिजवायें ताकि आवश्यक कार्यवाही की जा सकें।

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बेटियों को शिक्षित कर आत्मनिर्भर बनायें: गोहिल

सायला ग्राम में वात्सल्य कार्यक्रम का आयोजन





जालोर 23 फरवरी - सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के क्षेत्राीय प्रचार निदेशालय की बाड़मेर-सिरोही मीडिया इकाई द्वारा सायला ग्राम में जिला प्रमुख के मुख्य आतित्थ्य में वात्सल्य कार्यक्रम का समारोह पूर्वक आयोजन किया गया वही विभिन्न प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरूस्कृत भी किया गया।

कार्यक्रम में जिला प्रमुख डाॅ. वन्नेसिंह गोहिल ने कहा कि बेटियाँ अनमोल रत्न होती है जोकि दो घरों को रोशन करती हैं। हमें बेटियों की अच्छी परवरिश करने के साथ ही उन्हे शिक्षित कर आत्मनिर्भर बनाने की सतत् कोशिश करते रहना चाहिए। उन्होंने माँ व बच्चे की मृत्यु दर को पूर्णतया कम करने की आवश्यकता जताते हुए कहा कि राजकीय चिकित्सालयों में संस्थागत प्रसव करवायें जिसमें माॅ व बच्चें दोनो को आर्थिक लाभ देय होने के साथ ही आवश्यक सुविधाएॅ व दवाईयाॅ आदि भी मिलती है। उन्होनें सन्तुलित भोजन, उचित समय पर टीकाकरण व जननी सुरक्षा कार्यक्रम इत्यादि का लाभ लेने का भी आहवान् किय।

समारोह में सायला प्रधान जबरसिंह तुरा ने माँ व बच्चे के स्वास्थ्य के लिए प्रसवकाल में विशेष ध्यान रखने की अपील की। आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डाॅ. मित्तल मुण्डाजी ने नियमित दिनचर्या व ऋतु के अनुसार आहार लेने से स्वास्थ्य पर होने वाले लाभों के बारे में जानकारी दी। डाॅ. अश्वनी कुमार सिंह ने माँ व बच्चे के बेहत्तर स्वास्थ्य के लिए केन्द्र व राज्य सरकार की चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित की जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की। नेहरू युवा केन्द्र के जिला समन्वयक राजेन्द्र सिंह कसाना ने युवाओं को अच्छे स्वास्थ्य के लिए नियमित दिनचर्या अपनाने व नशाखोरी से दूर रहने की अपील की। मुख्य कार्यक्रम से पूर्व रैली का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में राजस्थान लोक कला मण्डल एवं स्थानीय विद्यालय द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई। वात्सल्य कार्यक्रम के तहत रंगोली, मेहन्दी, वाॅलीबाॅल, कबड्डी, चित्राकला इत्यादि प्रतियोगिताओ के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, नेहरू युवा केन्द्र व ग्राम पंचायत सायला सहित विभिन्न विभागों का सहयोग रहा।

कार्यक्रम के नोडल अधिकारी नरेन्द्र कुमार ने वात्सल्य कार्यक्रम के आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम का संचालन सिरोही के क्षेत्राीय प्रचार अधिकारी फूलचन्द गहलोत व वरिष्ठ अध्यापक श्याम सुन्दर ने किया। इस अवसर पर बालिका विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती तारा महात्मा, प्रधानाचार्य रेवाशंकर गर्ग, साफाडा के प्रधानाचार्य सरदार सिंह चारण, बाल विकास परियोजना अधिकारी ज्योति पाटीदार, ग्रामसेवक दिनेश सिंह राजपुरोहित, रोजगार सहायक महेन्द्र कुमार सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण व विद्यार्थी उपस्थित थे।

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2070 तक खत्म हो जाएगा पेट्रोल ! प्रोटीन बायो टेक्नोलॉजी से बायो फ्यूल विकल्प पर शोध जारी



2070 तक खत्म हो जाएगा पेट्रोल !

प्रोटीन बायो टेक्नोलॉजी से बायो फ्यूल विकल्प पर शोध जारी


- आनन्द एम.वासु -
जैसलमेर । कनाडा के वैज्ञानिक एवं यू्निवर्सिटी ऑफ क्यूबेक के जैव रसायन प्रोफेसर एवं वैज्ञानिक मार्क ब्यूरेगार्ड की माने तो, 2070 तक धरती से पेट्रोल-डीजल खत्म हो जाएगा। इसलिए दुनिया भर के वैज्ञानिक पेट्रोल-डीजल के विकल्पों पर शोध कर रहे है। बायो फ्यूल इसका बेहतर विकल्प है। वैज्ञानिक ब्यूरेगार्ड इन दिनों सिरोही प्रवास पर है और वे प्रोटीन बायो टेक्नोलॉजी अपनाने पर जोर देते हैं ।

उल्लेखनीय है कि कनाडा की यू्निवर्सिटी ऑफ क्यूबेक में जैव रसायन प्रोफेसर एवं वैज्ञानिक मार्क ब्यूरेगार्ड के मार्गदर्शन में ही सिरोही निवासी विनय खत्री पीएचडी कर रहा है। विनय खत्री के परिवार में आयोजित एक कार्यक्रम में शरीक होने के लिए वैज्ञानिक प्रो. मार्क उनकी पत्नी के साथ सिरोही पहुंचे है।

गौरतलब है कि बायो फ्यूल पर दुनिया भर में काम करने वाले वैज्ञानिकों की टीम वे खुद भी शामिल है। प्रो. मार्क ब्यूरेगार्ड के अनुसार वे कनाडा में प्रोटीन जैव तकनीकी पर शोध कर रहे हैं और जैव ईंधन की खोज की है, जिससे आने वाले समय में पेट्रोल-डीजल खत्म होने पर इसका उपयोग किया जा सकेगा। पेट्रोल-डीजल सीमित मात्रा में उपलब्ध होने से यह खत्म हो जाएंगे, लेकिन जैव ईंधन कभी खत्म नहीं होने वाला उपाय है। क्योंकि, इसका उत्पादन वनस्पति से होगा और वनस्पति लगातार तैयार कर सकते हैं। जैव ईंधन का सबसे बड़ा फायदा पर्यावरण को सुरक्षित रखना है, जबकि पेट्रोल-डीजल आदि ईंधन से पर्यावरण प्रदूषित होता है।

इंडस्ट्री में भी प्रोटीन की एप्लीकेशन

प्रो.मार्क के अनुसार इंडस्ट्री में केमिकल के उपयोग से पर्यावरण प्रदूषित होता है। इसलिए वे केमिकल की जगह प्रोटीन की एप्लीकेशन पर भी काम कर रहे हैं, ताकि प्रदूषण कम हो। इससे उद्योगों में उत्पादन की लागत भी कम होगी और वातावरण सुरक्षित रहेगा। प्रोटीन शरीर का सबसे महत्त्वपूर्ण तत्व है और इसके एंजाइम लगातार काम करते रहते हैं। यदि शरीर में प्रोटीन नहीं होगा तो शरीर काम करना ही बंद कर देगा। इसी एंजाइम का इंडस्ट्री में भी इतना ही महत्व है।

प्रोटीन आधारित जैव ईंधन की खोज

प्रो.मार्क के अनुसार पेट्रोल-डीजल आदि प्रचलित ईंधन के 2070 तक खत्म होने के अनुमान को देखते हुए भविष्य में ईंधन की विकट समस्या से निपटने के लिए प्रोटीन आधारित जैव ईंधन की खोज की गई है। इससे बिना पर्यावरण प्रदूषण के ईंधन प्राप्त किया जा सकेगा। पादपों से प्राप्त एंजाइम के द्वारा कार्बनिक ईंधन को विकसित किया जा रहा है। प्रोटीन एक शुद्ध कार्बनिक पदार्थ है, जिसके उपयोग से पर्यावरण को प्रदूषित किए बिना ईंधन का निर्माण करना संभव किया है।

जैसलमेर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र , मोहनगढ भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना अन्तर्गत पंजीकृत,



जैसलमेर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र , मोहनगढ भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना अन्तर्गत पंजीकृत,

पात्र मरीजों को योजना के अन्तर्गत चिकित्सा सुविधा प्रदान कर किया जा रहा है लाभान्वित


जैसलमेर , 23 फरवरी। डाॅ. एन.आर.नायक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना के अन्तर्गत जैसलमेर जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, मोहनगढ को भी पंजीकृत किया गया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, मोहनगढ में भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना के अन्तर्गत पात्र मरीजों का ईलाज कर लाभान्वित किया जा रहा है।

डाॅ. नायक ने बताया कि भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत जैसलमेर जिले में अब कुल 5 पंजीकृत चिकित्सा संस्थानों जिला अस्पताल श्री जवाहिर चिकित्सालय, जैसलमेर, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पोकरण, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नाचना, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मोहनगढ तथा निजी चिकित्सालय न्यू राजस्थान हाॅस्पीटल एवं रिसर्च सेन्टर जैसलमेर में पात्र मरीजों को चिकित्सा सुविधा प्रदान कर लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होने बताया कि भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना के अन्तर्गत उपलब्ध पैकेजो के अन्तर्गत पीडित मरीजों को चिकित्सा सुविधा प्रदान कर लाभान्वित किया जा रहा है। पंजीकृत चिकित्सालयों में कार्यरत स्वास्थ्य मार्गदर्षक द्वारा मरीज को भर्ती करते समय भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत लाभार्थी परिवार की पहचान कर व आवष्यक दस्तावेज प्राप्त कर रोगी का पंजीकरण साॅफ्टवेयर में किया जाता है ।

डाॅ. नायक ने बताया कि भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना के अन्तर्गत रोगी के ईलाज की राषि का पुनर्भरण बीमा कंपनी द्वारा संबंधित अस्पताल को किया जाता है। भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना में लाभार्थी प्रत्येक परिवार में सामान्य बीमारी में 30 हजार रूपए तक और गंभीर बीमारी में 3 लाख रूपए तक की कैषलेष चिकित्सा सुविधा प्रदान की जा रही है। जिले में कार्यरत आषा सहयोगिनियों को घर - घर विजिट के दौरान भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना का व्यापक प्रचार प्रसार कर आमजन को योजना के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए निर्देषित किया गया है। भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना के अन्तर्गत सूचीबद्ध चिकित्सा संस्थानों पर लाभार्थी परिवारों की पहचान राजस्थान राज्य के राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के पात्र परिवारों के भामाषाह कार्ड , भामाषाह कार्ड आवेदन की रसीद के माध्यम से एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना कार्ड के आधार पर की जाती है।

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जिला स्तरीय बैंकर्स समन्वय समिति की बैठक 3 मार्च को
जैसलमेर , 23 फरवरी। जिल स्तरीय बैंकर्स समन्वय एवं समीक्षा समिति की बैठक जिला कलेक्टर मातादीन शर्मा की अध्यक्षता में 3 मार्च को प्रातः 11 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में रखी गई है। लीड बैंक अधिकारी आर.के.भवंरायत ने यह जानकारी दी एवं बताया कि इस बैठक में बैंकर्स गतिविधियों एवं सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं में बैंकर्स द्वारा प्रदान किए गए ऋणों के बारे में विस्तार से समीक्षा की जाएगी। उन्होंनंे समिति सदस्यों के साथ ही सभी बैंक अधिकारियों एवं विभागीय अधिकारियों से अनुरोध किया कि वे इस बैठक में प्रगति के साथ अनिवार्य रूप से उपस्थित होवें।

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बाड़मेर विधानसभा सत्र के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित

बाड़मेर विधानसभा सत्र के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित
बाड़मेर, 23 फरवरी। राजस्थान विधानसभा का आठवां सत्र शुरू होने के कारण जिला मुख्यालय पर नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। नियंत्रण कक्ष का दूरभाष नम्बर 02982-222226 एवं फैक्स नंबर 02982-221074 है। नियंत्रण कक्ष 24 घंटे कार्यरत रहेगा।
जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने बताया कि विधानसभा संबंधी कार्यों के लिये विभागवार कन्ट्रोल रूम का गठन करने के निर्देश दिए गए है। जो प्रातः 8 बजे से रात्रि 10 बजे तक कार्यरत रहेगा। विधानसभा सत्र के इस सत्र काल के लिए प्रभारी अधिकारी सामान्य शाखा को विधानसभा प्रकोष्ठ का प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है। सत्रकाल मंे प्राप्त होने वाले प्रत्येक विधानसभा प्रश्न, ध्यानाकर्षण, लोकहित प्रस्ताव, आश्वासन आदि के उत्तर समय पर प्रेषित करने के लिए प्रभारी अधिकारी एवं समस्त अधिकारियांे को आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए है। उन्हांेने बताया कि विधानसभा सत्र के दौरान राज्य सरकार की ओर से गठित विभिन्न समितियांे जिनमंे विधानसभा सदस्य मनोनीत हो, बैठकें नहीं बुलाने के लिए निर्देशित किया गया है। निर्देशांे की अहवेलना पाए जाने पर इसको गंभीरता से लेते हुए अनुशासनात्मक कार्यवाही अमल मंे लाई जाएगी।
बाड़मेर मंे औद्योगिक विकास पर हुआ विचार-विमर्शबाड़मेर, 23 फरवरी। जिले मंे विभिन्न स्थानांे पर औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने एवं उद्योग से जुड़े विभिन्न मामलांे पर जिला कलक्टर सुधीर शर्मा की अध्यक्षता मंे गुरूवार को आयोजित हुई जिला स्तरीय औद्योगिक समिति की बैठक के दौरान विचार-विमर्श किया गया।
बैठक के दौरान जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने शिव मंे औद्योगिक क्षेत्र के लिए पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए जलदाय विभाग को तकमीना तैयार करने के निर्देश दिए। इस दौरान गुड़ामालानी मंे औद्योगिक भूमि पर उद्योग स्थापित नहीं करने वाले उद्यमियांे को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए। इस अवसर पर बालोतरा मंे औद्योगिक क्षेत्र चतुर्थ के पक्षकारांे के तामिरों के अवार्ड भुगतान के संबंध मंे क्षेत्रीय प्रबंधक रीको ने अवगत कराया कि इस प्रकरण से संबंधित दस्तावेज उपखंड अधिकारी को उपलब्ध करवा दिए गए है। आगामी एक-दो दिन मंे विज्ञप्ति प्रकाशित कर अवार्ड भुगतान की कार्यवाही की जाएगी। जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक घनश्याम गुप्ता ने बताया कि चौहटन एवं गुड़ामालानी मंे रीको औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के लिए 100 एकड़ राजकीय भूमि आवंटन का प्रस्ताव जिला कलक्टर कार्यालय को भिजवाया गया है। बालोतरा मंे नए औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना के लिए सर्वे एवं चारदीवारी का कार्य प्रगति पर है। सीमाज्ञान के लिए राजस्व निरीक्षक एवं पटवारियांे की कमेटी गठित की गई है। इसके अलावा बालोतरा औद्योगिक क्षेत्र मंे सीमा विवाद संबंधित प्रकरण के निस्तारण के लिए भी टीम गठित की गई है।
इस अवसर पर बाड़मेर जिले मंे उपलब्ध खनिज पदार्थाें के उपयोग के संबंध मंे खान विभाग के वैज्ञानिक दिनेश कुमार ने बताया कि दो खानांे से नमूने लेकर जांच के लिए भिजवाए गए है। इसी तरह औद्योगिक क्षेत्र बालोतरा के चतुर्थ चरण मंे शिफिटग के लिए भूखंड आवंटन संबंधित प्रकरण मंे बताया गया कि मौका रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। बैठक के दौरान लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष कैलाश कोटडि़या ने जिला कलक्टर से रीको क्षेत्र का अवलोकन करने का अनुरोध किया। रीको क्षेत्र की समस्याआंे के संबंध मंे बताया गया कि सड़क मरम्मत का कार्य प्रारंभ करने के साथ सफाई कार्य का कार्यादेश जारी किया गया है। इस दौरान नगरीय उपकर से संबंधित प्रकरण मंे आवश्यक कार्यवाही के लिए जिला कलक्टर शर्मा ने रीको मुख्यालय को पत्र लिखने के निर्देश दिए। जिला स्तरीय औद्योगिक समिति की बैठक मंे लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष कैलाश कोटडि़या, जलदाय विभाग के अधिशाषी अभियंता हजारीराम बालवा समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
पे पाइंट के लिए आवेदन पत्र तैयार करवाने के निर्देशबाड़मेर, 23 फरवरी। जिला मुख्यालय पर गुरूवार को आयोजित भामाशाह योजना की वीडियो कान्फ्रेंस में अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई ने उपखण्ड अधिकारियों एवं विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि पे-पॉइन्ट बनाने के लिए प्रत्येक ग्राम में कम से कम एक आवेदन-पत्र आवश्यक रूप से भरकर तैयार करवाए।
इस दौरान बिश्नोई ने बताया कि आवेदन-पत्र के साथ आधार कार्ड, बैंक चालू खाता, पैन नं., पुलिस सत्यापन, शैक्षणिक योग्यता आदि के प्रपत्र आवश्यक रूप से संलग्न किए जाए। साथ ही आवेदन पत्र तैयार करवाकर क्षेत्र की सबंधित नजदीकी बैंक में जमा कराएं। यह कार्य 5 मार्च 2017 तक पूर्ण कर लिया जाए। उन्हांेने कहा कि वर्तमान मे चल रहे भामाशाह सुविधा शिविरों की प्रगति धीमी हैं। ऐसे मंे संबंधित अधिकारी शिविरांे मे किए जाने वाले कार्य यथा आधार, भामाशाह नामांकन,सीडिंग,भामाषाह कार्ड वितरण,डी.बी.टी. के लिए पर्याप्त प्रचार-प्रसार करें। भामाशाह नामांकन से शेष रहे परिवारों,सदस्यों एवं पेंशन एन.एफ.एस.ए. के शेष रहे लाभार्थियों की सूची ग्रामसेवक के पास आवश्यक रूप से उपलब्ध रहे।
जिला कलक्टर ने किया रोजगार से संबंधित पोस्टर का विमोचनबाड़मेर, 23 फरवरी। केयर्न उद्यमिता केन्द्र, बाडमेर के तत्वावधान में चलाये जा रहे 20 से भी अधिक रोजगारपरक प्रशिक्षण एवं अन्य गतिविधियांे से संबंधित पोस्टर का विमोचन जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने किया।
सीईसी मैनेजर संयोग यादव ने बताया कि पोस्टर विमोचन का उद्देश्य प्रत्येक ग्राम पंचायत तक केयर्न द्वारा राज्य सरकार के सहयोग से चलायी जा रही रोजगार की मुहिम को आगे बढ़ाना है, जिससे विशेषकर मनरेगा में 100 दिन का रोजगार पूरा कर चुके परिवार के सदस्य, दीनदयालउपाध्याय कौशल योजना में पंजीकृत युवा और 18 से 35 वर्ष के बेरोजगार युवा रोजगार से जुड़कर लाभ प्राप्त कर सके। पोस्टर विमोचन के अवसर पर अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच, आरएसएलडीसी जिला समन्वयक मुकेश राठौड़, केयर्न सीएसआर मैनेजर हेमंत शर्मा उपस्थित रहे।
रात्रि चौपाल मंे हुआ कई समस्याआंे का समाधानबाड़मेर, 23 फरवरी। अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई ने बुधवार को आकोड़ा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आयोजित रात्रि चौपाल के दौरान आमजन की समस्याआंे का सुनकर संबंधित अधिकारियांे को समाधान के निर्देश दिए। इस दौरान कई समस्याआंे का मौके पर ही निस्तारण किया गया।
अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई ने बताया कि रात्रि चौपाल के दौरान ग्रामीणांे ने अवगत कराया कि ग्राम पंचायत को जोड़ने वाली मुख्य सड़क पिछले पांच साल से क्षतिग्रस्त है। इस पर पेच वर्क भी नहीं कराया गया है। अतिरिक्त जिला कलक्टर बिश्नोई ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता को इस सड़क की मरम्मत कराने के निर्देश दिए। साथ ही पेचवर्क क्यों नहीं किया गया, इस संबंध मंे वस्तुस्थिति से अवगत कराए। रात्रि चौपाल के दौरान विद्युत व्यवस्था की समीक्षा के दौरान बताया गया कि जलदाय विभाग के हैडवर्क्स पर विद्युतापूर्ति कम करने से पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है। अतिरिक्त जिला कलक्टर ने डिस्काम के अधिकारियांे को सुचारू विद्युतापूर्ति करने के निर्देश दिए। आकोड़ा ग्राम पंचायत मंे जल स्त्रोतांे पर बूस्टर की व्यवस्था कर जलापूर्ति सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए। ग्रामीणांे ने बताया कि ग्राम पंचायत मुख्यालय पर एएनएम का पद काफी समय से रिक्त हैं इस पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को एएनएम की नियुक्ति करने के निर्देश दिए गए। रात्रि चौपाल मंे जन कल्याणकारी योजनाआंे की जानकारी देने के साथ समीक्षा की गई। इस दौरान उपखंड अधिकारी समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

जैसलमेर ब्लाईण्ड मर्डर का पर्दाफाश, हत्यारा गिरफ्तार काले रंग के गमछे से हुआ नृशंस हत्या का पर्दाफाश



जैसलमेर ब्लाईण्ड मर्डर का पर्दाफाश, हत्यारा गिरफ्तार

काले रंग के गमछे से हुआ नृशंस हत्या का पर्दाफाश

चंद पैसों के लिए की हत्या

रिस्तेदार ही निकला हत्यारा

जैसलमेर पुलिस थाना कोतवाली जैसलमेर पर सूचना मिली कि बाड़मेर तिराहा के पास रेल्वे परिसर में एक व्यक्ति मृत पड़ा हैं, जिस पर अरूण कुमार उ.नि. प्रभारी, पुलिस थाना कोतवाली जैसलमेर मय जाब्ता मौका पर पहुंच, मौका देखा गया तो मामला हत्या का पाया गया, जिस पर मृतक की पहचान श्यामलाल पुत्र हेमराज जाति बंजारा निवासी उमरदड़ थाना सिद्धीगंज जिला सिहोर (मध्य प्रदेश) के रूप में होने पर उसके रिस्ते के साला श्री कैलाश की रिपोर्ट पर हत्या का प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान प्रारम्भ किया गया।

पुलिस की कार्यवाही व विशेष टीम का गठन

उच्चाधिकारियों को सुचना मिलने पर जिला पुलिस अधीक्षक, जैसलमेर द्वारा प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर गौरव यादव, के आदेशानुसार प्रकरण का अनुसंधान महेश श्रीमाली नि.पु. थानाधिकारी पुलिस थाना सदर जैसलमेर को सुपुर्द किया गया तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयनारायण मीणा के निर्देशन में वृताधिकारी वृत जैसलमेर नरेन्द्र कुमार दवे के सुपरविजन में महेश श्रीमाली नि.पु. थानाधिकारी पुलिस थाना सदर जैसलमेर के नेतृत्व में एक विश्ेाष टीम अरूण कुमार उप निरीक्षक, प्रभारी पुलिस थाना कोतवाली जैसलमेर, सउनि केवलदास, अमृतलाल हैड कानि. भगाराम, माधोसिंह, कानि. दिनेश चारण, जगदीशदान, भागीरथ एवं मुकेश बीरा की गठित कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।

विशेष टीम द्वारा गहन अनुसंधान

निर्देशो की पालना में विशेष टीम द्वारा ब्लाईड मर्डर का खुलाशा करने हेतु घटनास्थल का गहनता से निरीक्षण करने पर घटनास्थल से कुछ दूर एक काले रंग का गमछा मिला, जो कब्जा पुलिस में लेकर सबसे पहले मृतक जिसका चेहरा बिल्कूल ही कुचला हुआ था, उसकी शिनाख्त हेतु उसके पहनावे के अनुसार आसपास के क्षेत्र में मजदूरों से पुछताछ की गई तो दौराने पुछताछ उसकी पहचान मध्यप्रदेश सिहोर जिला निवासी श्यामलाल पुत्र हेमराज बंजारा के रूप में हुई। पहचान के बाद हत्यारों का पता लगाने हेतु पुलिस टीम द्वारा मृतक के साथ अंतिम बार किसी व्यक्ति के होने की पुष्टी करने हेतु घटना स्थल के आस-पास विभिन्न दूकानों, होटलों, धर्मशालाओं के सीसीटीवी फूटैजों को खगाला गया। इसी दौरान एक धर्मशाला एवं होटल के फूटेज में हत्या से पूर्व एक व्यक्ति को मृतक के साथ आते जाते देखा गया। जिसके भी गले में उसी प्रकार का गमछा पहना हुआ पाया गया। जिसकी पुष्टी हेतु मृतक के वारिशान को फूटैज दिखाये जाने पर उसकी पहचान कुलदीप उर्फ नैना पुत्र फूलसिंह बंजारा निवासी सामरी जिला सिहोर मध्यप्रदेश के रूप में होने पर उक्त शक्स को दस्तयाब कर गहन अनुसंधान प्रारम्भ किया गया।

गिरफतार शक्स द्वारा हत्या को अंजाम देना स्वीकार कर उगले कई राज

वांछित आरोपी कुलदीप को दस्तयाब करने के बाद अनुसंधान अधिकारी महेश श्रीमाली नि.पु. थानाधिकारी पुलिस थाना सदर जैसलमेर, केवलदास सउनि, माधोसिंह हैड कानि0 व मुकेश बीरा पुलिस टीम द्वारा गहन पुछताछ करने पर कुलदीप ने कुछ पैसों के लालच में आकर अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर हत्या को अंजाम देना स्वीकार करने पर गिरफतार किया गया। मुलजिम से अन्य साथियों का पता करने हेतु कुलदीप उर्फ नैना से गहन पुछताछ जारी है।




हत्या को कैसे दिया अंजाम

मृतक श्यामलाल के साथ कुलदीप रहता था। कुलदीप जोकि श्यामलाल की साली लडका है। जिसे मृतक के पास मजदूरी के पैसे होने की जानकारी भली भांति थी। इसलिए पैसों के लालच में आकर अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर रेल्वे स्टेशन की चारदीवारी में जाकर साथियों के साथ बैठ कर शराब पी उसके बाद मृतक श्यामलाल को वहां ले जाकर हत्या को अंजाम दिया जाकर मृतक के पास के पैसे लूटे गये।

पुलिस की आंख में धूल झांेकने के लिए लगातार घूमता रहा

आरोपी कुलदीप उर्फ नैना घटना के बाद पुलिस की आंख में धूल झोंकने व पुलिस की गतिविधियों पर निगरानी रखने हेतु घटनास्थल एवं होस्पीटल के आस पास घुमता रहा तथा पुलिस की कार्यवाही पर लगातार नजर रखते रहा। लेकिन पुलिस की पेनी नजर से नहीं बच पाया व अंततः पकड़ा गया।

बाड़मेर जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री एवं राजस्व राज्यमंत्री आज बाड़मेर के दौरे पर



बाड़मेर जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री एवं राजस्व राज्यमंत्री आज बाड़मेर के दौरे पर

-किसानांे से रूबरू होने के अलावा पत्रकार वार्ता करेंगे

बाड़मेर, 23 फरवरी। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री सुरेन्द्र गोयल एवं राजस्व राज्यमंत्री अमराराम चौधरी शुक्रवार को बाड़मेर जिले के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे विभिन्न स्थानांे पर किसानांे से रूबरू होने के साथ प्रेस कांफ्रेस करेंगे।

निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री सुरेन्द्र गोयल तथा राजस्व राज्यमंत्री अमराराम चौधरी शुक्रवार को प्रातः 11 बजे बालोतरा पंचायत समिति मंे किसानांे से रूबरू होकर प्रेस कांफ्रेस करेंगे। इसके उपरांत दोपहर 12.15 बजे बालोतरा मंे हाउसिंग बोर्ड सिटी डिस्पेन्सरी के उदघाटन समारोह मंे शामिल होंगे। इसी तरह सिणधरी मंे डाक बंगला परिसर मंे दोपहर 1.30 बजे, गुड़ामालानी मंे डाक बंगला मंे 2.30 बजे, धोरीमन्ना मंे 4.30 बजे डाक बंगला परिसर किसानांे से रूबरू होने के साथ प्रेस कांफ्रेस करेंगे। इसके उपरांत सांय 6.30 बजे जिला मुख्यालय पर सूचना केन्द्र मंे जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री सुरेन्द्र गोयल एवं राजस्व राज्यमंत्री अमराराम चौधरी पत्रकारांे से वार्ता करेंगे। प्रभारी मंत्री गोयल शुक्रवार को सर्किट हाउस मंे रात्रि विश्राम के उपरांत शनिवार प्रातः 7 बजे जोधपुर के लिए रवाना होंगे।

राजस्व राज्यमंत्री अमराराम चौधरी शुक्रवार सांय 7.30 बजे बाड़मेर से रवाना होकर 9 बजे बालोतरा पहुंचेंगे। इसके उपरांत मलवा महादेव मंदिर, बहृमधाम, लालाणा महादेव मंदिर मंे महाशिवरात्रि के पर्व पर आयोजित कार्यक्रम मंे शामिल होंगे। राजस्व राज्यमंत्री चौधरी बालोतरा मंे रात्रि विश्राम के उपरांत शनिवार को निजी कार्यक्रमांे मंे शामिल होंगे। इसके उपरांत चौधरी दोपहर 12.30 बजे जयपुर प्रस्थान करेंगे।

परीक्षाओं के मद्देनजर

ध्वनि विस्तारक यंत्रों के प्रयोग पर पाबंदी

बाड़मेर, 23 फरवरी। माध्यमिक, उच्च माध्यमिक, स्नातक एवं स्नातकोतर की होने वाली परीक्षाओं की तैयारी में जुटे छात्र-छात्राओं के हितों को ध्यान में रखते हुए जिला कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट सुधीर शर्मा ने जिले में सभी प्रकार के ध्वनि विस्तारक यंत्रो के प्रयोग पर पाबन्दी लगा दी है।

जिला मजिस्ट्रेट शर्मा ने उपरोक्त परिस्थितियों के मध्यनजर राजस्थान कोलाहल नियन्त्रण अधिनियम 1963 की धारा 5 में प्रदत शक्तियों का प्रयोग कर जिले में जहां बोर्ड परीक्षा के परीक्षा केन्द्र स्थापित है, उन क्षेत्रों में किसी भी किस्म के ध्वनि विस्तारक यन्त्र जिसमें लाऊड स्पीकर, एम्पलीफायर, ग्रामोफोन आदि शामिल है, से कोलाहल उत्पन्न करने पर प्रतिबन्ध लगा दिया है। यदि ऐसा करते कोई व्यक्ति या समूह पाया जाता है तो राजस्थान कोलाहल नियन्त्रण अधिनियम के अन्तर्गत वह अपराधी माना जाएगा।

आदेशानुसार विशेष आयोजनों एवं परिस्थितियों में यदि ध्वनि विस्तारक यन्त्रों को उपयोग मे लेने की आवश्यकता हो तो उस क्षेत्र के उपखण्ड मजिस्ट्रेट, तहसीलदार, नायब तहसीलदार एवं थानाधिकारी से आवश्यक अनुमति प्राप्त करने के बाद ही आदेशित शर्तो के अधीन धीमी गति से उक्त यन्त्रों का उपयोग किया जा सकेगा, लेकिन किसी भी परिस्थिति में सायं 8 बजे से प्रातः 6 बजे तक किसी व्यक्ति या समूह को ध्वनि विस्तारक यन्त्र के उपयोग की अनुमति प्रदान नहीं की जावेगी। साथ ही किसी पडौसी द्वारा आपति किए जाने पर अनुमति के बावजूद ध्वनि विस्तारण यन्त्रों का प्रयोग नहीं किया जा सकेगा तथा उसे बन्द करवाया जा सकेंगा। यह आदेश तुरन्त प्रभाव से लागू होगा जो 31 मई, 2017 तक प्रभावी रहेगा।

मृतकों के परिजनों को पचास-पचास हजार

रूपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत


बाडमेर, 23 फरवरी। जिले में विभिन्न दुर्घटनाओं में व्यक्तियों की मृत्यु हो जाने पर उनके परिवार जनों को राजस्थान मुख्यमंत्री सहायता कोष से पचास-पचास हजार रूपये की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है।

जिला कलक्टर (आपदा प्रबन्धन एवं सहायता) सुधीर शर्मा ने बताया कि बाडमेर तहसील क्षेत्र में कमलादेवी पत्नी नगाराम जाट निवासी गालाबेरी , पचपदरा तहसील क्षेत्र में केवलचन्द पुत्र भेराराम माली निवासी चिडियारा (खनोडा) एवं जसराज पुत्र चम्पालाल लुहार निवासी कनाना तथा चौहटन तहसील क्षेत्र में भगाराम पुत्र डालूराम जाट निवासी बेनीवालसर बाछडाऊ की मृत्यु हो जाने पर उनके परिवार जनों को पचास पचास हजार रूपये की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है।

वरिष्ठ नागरिकों की प्राथमिकता से सुनवाई के निर्देश
बाडमेर, 23 फरवरी। वरिष्ठ नागरिकों को प्राथमिकता से सुना जाकर उनकी समस्या के निस्तारण के लिए त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए है। साथ ही वरिष्ठ नागरिकों की सम्मानपूर्वक सुनवाई करने के निर्देश दिए गए है।

अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी. बिश्नोई ने बताया कि राज्य सरकार के कार्मिक विभाग जयपुर के परिपत्र अनुसार समय-समय पर प्राप्त परिवादों से ज्ञात होता है कि राज्य के वरिष्ठ नागरिकों द्वारा अपनी समस्याओं के निराकरण हेतु संबंधित अधिकारी के कार्यालय में पहुंचने पर उन्हें प्राथमिकता के आधार पर सुना नहीं जाता है जिससे वरिष्ठ नागरिकों को प्रतिक्षा करनी पडती है एवं उनके मान सम्मान को ठेस पहुंचती है। उन्होने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वरिष्ठ नागरिकों को प्राथमिकता से सुना जाकर उनकी समस्या के निस्तारण हेतु त्वरित कार्यवाही की जाए। साथ ही वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानपूर्वक सुना जाये।

गुणवत्ता नियंत्रण संबंधित कार्यशाला आयोजित
बाड़मेर, 23 फरवरी। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत जिला परिषद् बाड़मेर के सभागार में जिला स्तरीय एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की एक दिवसीय गुणवत्ता नियन्त्रण पर कार्यशाला आयोजन किया गया। इसमें इस अभियान से जुड़े समस्त अभियन्ता, वन अधिकारी, कान्ट्रेक्टर, कार्यकारी संस्था के सरपंच, अध्यक्ष एवं सचिव शामिल हुए।

कार्यशाला में विस्तृत रूप से सिंचाई विभाग के द्वारा मिट्टी के खड़ीन, परकोलेश टेन्क एवं बंधों पर कार्य गुणवत्ता पूर्ण करने, जलग्रहण विभाग द्वारा टांको के निर्माण में विभिन्न आईटमों के सम्पादन के संबंध मंे जानकारी दी गई। इस दौरान अधीक्षण अभियन्ता बलवीरसिंह ने बाड़मेर जिले की 37 ग्राम पंचायतों में कार्य पर लगाये गये ग्राम मोनीटरों, कारीगरों एवं अन्य सुरपवाईजरों को भी इस बारे प्रशिक्षित कर द्वितीय चरण को पूर्ण करने पर प्रकाश डाला।

ग्राम पंचायत स्तर पर मस्टररोल जारी करवाने के निर्देश
बाड़मेर, 23 फरवरी। जिले की समस्त पंचायत समितियांे के विकास अधिकारियांे को ग्राम पंचायत स्तर से मस्टररोल जारी करना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए है। प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर कंप्यूटर मय पिं्रटर की आवश्यकता हो तो डीजीएस एंड डी रेट कांट्रेट पर निर्धारित दरांे के अनुसार मनरेगा के प्रशासनिक व्यय से क्रय कर सकते है।

अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच ने बताया कि कार्य की मांग एवं आवंटन के पश्चात मस्टररोल भी नरेगा साफ्ट के द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर जारी करने के निर्देश दिए गए है। मस्टररोल पर सरपंच, ग्रामसेवक, कनिष्ठ लिपिक, ग्राम रोजगार सहायक के संयुक्त हस्ताक्षर होने अनिवार्य है। पखवाड़ा समाप्ति के उपरांत मस्टररोल अनुसार उपस्थिति की एंट्री नरेगा साफ्ट पर ग्राम पंचायत स्त्र से की जाएगी। वेज लिस्ट जारी करने एवं भुगतान पारित आदेश के पश्चात भुगतान संबंधित कार्यवाही पूर्वानुसार पंचायत समिति स्तर से होगी। दाधीच ने बताया कि ग्राम पंचायत स्तर से मस्टररोल जारी करने के लिए विकास अधिकारियांे को नियमित रूप से मोनेटरिंग करने के निर्देश दिए गए है।

बुधवार, 22 फ़रवरी 2017

जैसलमेर ।लालगढ व लीलण एक्सप्रेस में डिब्बों की अस्थायी बढ़ोतरी



जैसलमेर ।लालगढ व लीलण एक्सप्रेस में डिब्बों की अस्थायी बढ़ोतरीSpecial trains for Ajmer Urs | अजमेर शरीफ के उर्स के लिए चलेगी खास ट्रेन
जैसलमेर । गाडी संख्या 14704/14703, लालगढ-जैसलमेर-लालगढ एक्सप्रेस में लालगढ से दिनांक 1.3.17 से 30.3.17 तक एवं जैसलमेर से दिनांक 3.3.17 से 1.4.17 तक 1 थर्ड एसी एवं 1 द्वितीय शयनयान श्रेणी डिब्बो की अस्थाई बढोतरी की गई है। इस बढोतरी से इस गाडी के मार्ग के मुख्यतः कोलायत, फलौदी, रामदेवरा एवं अन्य स्टेशनो के यात्रियों को प्रत्येक फेरे में थर्ड एसी की 64 एवं द्वितीय शयनयान की 72 बर्थ अधिक उपलब्ध हो पायेगी।

गाडी संख्या 12467/12468 , जैसलमेर-जयपुर-जैसलमेर लीलण एक्सप्रेस में जैसलमेर से दिनांक 1.3.17 से 30.3.17 तक एवं जयपुर से दिनांक 2.3.17 से 31.3.17 तक 1 द्वितीय शयनयान एवं 1 थर्ड एसी श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढोतरी की जा रही है। इस बढोतरी से इस गाडी के मुख्यतः लालगढ, बीकानेर, नागौर, मेडता रोड जं., मकराना, फुलेरा एवं अन्य स्टेशनों के यात्रियों को प्रत्येक फेरे में थर्ड एसी की 64 एवं द्वितीय शयनयान की 72 बर्थ अधिक उपलब्ध हो पायेगी।

जोधपुर इस डर से पिता ने उठाया भयावह कदम और 11 दिन की अपनी ही बेटी को किया दुर्भाग्य के हवाले



जोधपुर इस डर से पिता ने उठाया भयावह कदम और 11 दिन की अपनी ही बेटी को किया दुर्भाग्य के हवाले
इस डर से पिता ने उठाया भयावह कदम और 11 दिन की अपनी ही बेटी को किया दुर्भाग्य के हवाले

पुत्री का जन्म होने के दस दिन बाद ही बैंक के एक कर्मचारी ने झालामण्ड की नवदुर्गा कॉलोनी स्थित मकान में फंदा लगाकर जान दे दी। परिजन को आशंका है कि राज्य के बाहर स्थानान्तरित होने के डर से वह कई दिनों से मानसिक तनाव में था। हालांकि उसके पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।




केबीएचबी थाने के एएसआई भंवर सिंह के अनुसार नवदुर्गा कॉलोनी निवासी वीरेन्द्र कुमार (33) पुत्र मंगल सिंह सोलंकी भीलवाड़ा में स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एण्ड जयपुर में कार्यरत था। गत ग्यारह फरवरी को वह अवकाश पर जोधपुर आया था। सुबह वह भाई के बच्चों को स्कूल छोडऩे के बाद घर लौटा।






दोपहर में उसका भाई निजी स्कूल में अध्यापन करने के बाद घर आया तो कमरे की खिड़की पर पर्दा लगा नजर आया। उसने पर्दा हटाकर अंदर देखा तो वीरेन्द्र पंखे के हुक पर साड़ी के फंदे से लटका हुआ था। चिकित्सकों ने वीरेन्द्र को मृत घोषित किया। वीरेन्द्र की दिसम्बर 2015 में शादी हुई थी और दस दिन पहले ही पुत्री का जन्म हुआ था। प्रसव के चलते पत्नी मेड़ता रोड स्थित पीहर में है।



परिजन ने पुलिस को बताया कि वीरेन्द्र भीलवाड़ा स्थित एसबीबीजे बैंक में था। वह कई दिनों से तनाव में था। उसे अंदेशा था कि उसका तबादला राज्य से बाहर होने वाला है। पिता की शिकायत पर पुलिस ने मर्ग दर्ज किया और पोस्टमार्टम करवा शव परिजन को सौंपा।

जोधपुर पटवारी ने म्युटेशन भरने की एवज में लिए पन्द्रह हजार, ब्यूरो को देख सड़क पर फेंके रुपए



जोधपुर  पटवारी ने म्युटेशन भरने की एवज में लिए पन्द्रह हजार, ब्यूरो को देख सड़क पर फेंके रुपए
पटवारी ने म्युटेशन भरने की एवज में लिए पन्द्रह हजार, ब्यूरो को देख सड़क पर फेंके रुपए

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने जमीन का म्युटेशन भरने की एवज में पन्द्रह हजार रुपए की रिश्वत लेने वाले बिलाड़ा तहसील के चांदेलाव पटवार मण्डल के पटवारी को मंगलवार देर शाम मसूरिया में बड़ले की टूटी के पास गिरफ्तार किया, लेकिन पकड़ में आने से पहले उसने राशि फेंक दी। ब्यूरो ने काफी देर तक सड़क पर तलाशी ली, लेकिन राशि नहीं मिल पाई।

पुलिस अधीक्षक (एसीबी) अजयपाल लाम्बा के अनुसार बिलाड़ा निवासी रामप्रकाश बिश्नोई ने गत वर्ष जनवरी में पन्द्रह बीघा जमीन खरीदी थी। गत वर्ष 19 जनवरी को उसने जमीन की रजिस्ट्री करवाई थी। गत 11 जनवरी को म्युटेशन भराने के लिए उसने चांदेलाव पटवार मण्डल में पटवारी किशनलाल गौड़ से सम्पर्क किया। उन्होंने रामप्रकाश से बीस हजार रुपए की मांग की। परिवादी ने दो हजार रुपए उसी समय पटवारी को दे दिए। इसके बाद वह निजी कार्य के कारण बाहर चला गया था। वह सोमवार को जोधपुर लौटा और पटवारी से सम्पर्क करके म्युटेशन के बारे में बात की।






पटवारी ने भी शेष 18 हजार रुपए की मांग की और मंगलवार सुबह चौहाबो बुलाया, जिसकी शिकायत उसने एसीबी से की। इस बीच मंगलवार को परिवादी ने चौहाबो में आरोपी से मुलाकात की और 18 हजार रुपए न होने की बात कही। तब आरोपी ने पन्द्रह हजार रुपए लेना तय किया। इस पर परिवादी ने उससे कहा कि वह बैंक से राशि लेकर आएगा और शाम को उसे दे देगा।

आरोपी पटवारी ने शाम को परिवादी को फोन किया और रिश्वत राशि के लिए दल्ले खां की चक्की चौराहे के पास बुलाया। वहां से आरोपी ने उसे बड़ले की टूटी के पास आने के निर्देश दिए। यहां बाइक पर आए पटवारी को उसने पन्द्रह हजार रुपए दे दिए।




रिश्वत राशि लेकर आरोपी गुटखा लेने के लिए पास स्थित एक डिपार्टमेंटल स्टोर में गया। उपाधीक्षक जगदीश सोनी के नेतृत्व में ब्यूरो की टीम वहां पहुंच गई और पटवारी किशनलाल गौड़ को पकड़ लिया। मगर उसके पास रिश्वत राशि नहीं मिली। उसे एसीबी चौकी लाया गया, जहां हाथ व शर्ट की जेब धुलवाई गई तो उन पर रंग पाया गया। जिसके आधार पर मसूरिया निवासी पटवारी किशनलाल गौड़ को गिरफ्तार कर लिया गया। उपाधीक्षक जगदीश सोनी ने बताया कि राशि बरामदगी के लिए आरोपी पटवारी का रिमाण्ड लिया जाएगा।

कोटा.कभी नहीं देखा ऐसा मंजर, मुझे भेज दो घर...



कोटा.कभी नहीं देखा ऐसा मंजर, मुझे भेज दो घर...

कभी नहीं देखा ऐसा मंजर, मुझे भेज दो घर...
शहर के हर थाने में तैनाती रही...बड़े-बड़े आंदोलन देखे... 89 में दंगे भी हुए, लेकिन पूरी नौकरी में कभी ऐसा मंजर नहीं देखा कि थाने में घुसी भीड़ ने सीआई और पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट की हो। जनप्रतिनिधियों ने अपनी गलती छिपाने के लिए झूठे मुकदमे दर्ज कराए और सरकार ने जांच किए बिना ही पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। पूरी वारदात ने इतना धक्का पहुंचाया है कि नौकरी करने की चाहत खत्म हो गई। आला अफसरों से गुजारिश है कि मुझे वीआरएस देकर अब घर भेज दो।




यह मजमून महावीर नगर थाने में तैनात एएसआई अशोक कुमार की उस चिट्ठी का है, जिसे समय से पहले सेवानिवृत्ति मांगने के लिए उन्होंने पुलिस के आला अफसरों को लिखा है।




' अशोक कुमार ने कहा कि विधायक चंद्रकांता मेघवाल और उनके पति नरेंद्र मेघवाल ही नहीं, उनके साथ आई भीड़ ने सोमवार को सीआई से लेकर थाने में मौजूद हर पुलिस कर्मी के साथ अभद्रता-मारपीट की। पुलिस ने शांति-व्यवस्था कायम करने के लिए कार्रवाई की तो उन्हें अपराधी बताकर उन्हीं के थाने में मुकदमे दर्ज करा दिए।




सरकार ने भी भाजपाइयों को बचाकर और पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर करके एकतरफा कार्रवाई की। पूरे दिन चले घटनाक्रम ने इस कदर आहत किया कि नौकरी करने की चाहत ही खत्म हो गई। इसलिए अब स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने का फैसला कर रहा हूं।

सम्मानों की लाट हैं 'अशोक'

11 दिसंबर 1980 के दिन पुलिस की वर्दी पहनने वाले एएसआई अशोक कुमार का ट्रेक रिकॉर्ड शानदार है। 36 साल की नौकरी में उन्हें पुलिस सेवा के उत्तम, अति उत्तम और सर्वोत्तम पुरस्कारों से लेकर दो दर्जन से ज्यादा रिवार्ड मिल चुके हैं। शानदार ट्रेक रिकॉर्ड को देखते हुए उन्हें कोटा के तकरीबन हर थाने से लेकर आईजी दफ्तर तक में सेवाएं देने का अवसर मिला, लेकिन उन्होंने कभी सोचा न था कि पुलिस की नौकरी को भारी मन के साथ छोडऩे का फैसला लेना पड़ेगा।

चिट्ठी मिलेगी तभी कुछ कहेंगे

एएसआई अशोक कुमार के स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के फैसले से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। हर पुलिस कर्मी इसी चर्चा में मशगूल है कि पुलिस का मनोबल टूटेगा तो लोग समय से पहले सेवानिवृत्ति तो लेंगे ही। पूरे घटनाक्रम पर पुलिस के आला अफसर भी नजर गड़ाए हुए हैं। एसपी सिटी सवाई सिंह गोदारा ने बताया कि क्षुब्ध एएसआई के वीआरएस लेने की बात सामने जरूर आई थी, लेकिन अभी तक उन्होंने इस बाबत कोई आधिकारिक पत्र नहीं सौंपा है। जब तक चिट्ठी नहीं आती, कुछ भी नहीं कह सकते।

बालोतरा.पत्नी की हत्या के आरोपित पति को आजीवन कारावास



बालोतरा.पत्नी की हत्या के आरोपित पति को आजीवन कारावास
पत्नी की हत्या के आरोपित पति को आजीवन कारावास

पत्नी पर अवैध संबंधों के शक के चलते हत्या करने वाले आरोपित पति को जिला एवं सत्र न्यायाधीश मदन गोपाल व्यास ने मंगलवार को आजीवन कारावास की सजा से दण्डित किया। लोक अभियोजक महेन्द्र पिथाणी ने बताया कि समदड़ी निवासी लीलादेवी को पीहर में मासूम बच्चों के सामने उसके पति दीपाराम पुत्र शंकरलाल निवासी अडियारी भाखरी ने 15 अगस्त 2013 रात्रि में चाकू से वार कर घायल दिया था।

मासूम बच्चों के साथ भी आरोपित ने मारपीट की। 16 अगस्त को अस्पताल में उपचार के दौरान विवाहिता की मौत हो गई। दर्ज मामले में पुलिस ने जांच कर आरोपित के विरुद्ध चालान पेश किया था। मामले की बहस में राज्य सरकार की ओर से लोक अभियोजक महेन्द्र पिथाणी ने पैरवी करते हुए तर्क दिए कि आरोपित ने स्वयं की संतानों के सामने पत्नी पर क्रुरतापूर्वक चाकू से वार कर निर्मम हत्या कर दी, जिससे उसका परिवार बर्बाद हो गया।

परिवादी की ओर से अधिवक्ता विजयसिंह राठौड़ एवं आरोपित की ओर से नारायणसिंह भाटी ने पैरवी कर तर्क दिए। न्यायाधीश ने दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद आरोपित दीपाराम को भादसं 302 में आजीवन कारावास, भादसं 324 में 2 वर्ष, भादसं 323 में 3 माह एवं 4/25 आम्र्स एक्ट में 2 वर्ष का कारावास तथा जुर्माने से दण्डित किया।

कुपोषण ने ली 6 मासूमों की जान, 5 साल में सर्वाधिक 242 बच्चों को किया भर्ती

कुपोषण ने ली 6 मासूमों की जान, 5 साल में सर्वाधिक 242 बच्चों को किया भर्ती
कुपोषण ने ली 6 मासूमों की जान, 5 साल में सर्वाधिक 242 बच्चों को किया भर्ती

जालोर. करीब 19 लाख की आबादी वाले जालोर जिले की सेहत कुपोषण ने बिगाड़ रखी है। हालत यह है कि बीते दो साल में कुपोषण के कारण जिले के 6 बच्चों की जान तक चली गई। इनमें जालोर ब्लॉक में 2, आहोर में 3 और व सायला ब्लॉक में एक की मौत हुई है। जबकि महज इन्हीं तीन ब्लॉक में हजार से ज्यादा बच्चे कुपोषित मिले हैं। जुलाई 2015 में शुरू हुए सीमेम (समुदाय आधारित कुपोषण प्रबंधन कार्यक्रम) के तहत जिले के तीन ब्लॉक जालोर, सायला व आहोर का सर्वे किया गया। इस दौरान 18 हजार दो सौ दस बच्चों की स्क्रीनिंग की गई और इनमें से 1 हजार एक सौ उनयासी बच्चे कुपोषित पाए गए। इन कुपोषित बच्चों की सेहत को सुधारने के लिए चिकित्सा विभाग ने घर-घर जाकर पौष्टिक आहार भी खिलाया और गंभीर बच्चों को एमटीसी वार्ड (कुपोषण निवारण केंद्र) पर भी भर्ती कराया, लेकिन अभी जिले में कुपोषण जड़ से खत्म नहीं हो पाया है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि शुरुआत में तीन ब्लॉक में स्क्रीनिंग की गई थी और अब इस साल अन्य ब्लॉक में इसके लिए सर्वे किया जाएगा।

क्या है कुपोषण

बच्चों को जन्म से ही या जन्म के लम्बे समय तक संतुलित आहार नहीं मिल पाना ही कुपोषण है। इसके कारण बच्चों और महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। जिससे अन्य बीमारियां भी उन्हें आसानी से जकड़ लेती हैं। स्त्रियों में इसका मुख्य कारण रक्त की कमी होना है। इससे गर्भावस्था में बच्चे पर भी इसका विपरीत असर पड़ता है।

कुपोषण के लक्षण

कुपोषण के मुख्य लक्षण शरीर की वृद्धि रुकना, मांसपेशियां ढीली होना या सिकुड़ जाना, झुर्रियां युक्त पीले रंग की त्वचा, थकान, वजन घटना, कमजोरी, पाचन क्रिया गड़बड़ाना, हाथ-पैर पतले, पेट बढ़ा होना या शरीर में सूजन आना है।

यह है जांच और उपचार की प्रक्रिया

6 माह से पांच साल तक के बच्चों में कुपोषण की जांच के लिए एक विशेष प्रकार की टेप (एमयूएससी टेप) का प्रयोग किया जाता है। इस टेप से बच्चे की अप्पर-मिडल आर्म को मापा जाता है और निर्धारित मापदण्ड से कम होने पर बच्चे को कुपोषित माना जाता है। इसके अलावा इसमें बच्चे की ऊंचाई और वजन को भी देखा जाता है। अत्यधिक कमजोर होने की स्थिति में डॉक्टर के निर्देशन में बच्चे को एमटीसी वार्ड में भर्ती कर उपचार शुरू किया जाता है। इस दौरान बच्चे के साथ आने वाले परिजन को सौ रुपए दैनिक भत्ता भी दिया जाता है।

जिले में पांच एमटीसी वार्ड

जिले के पांच सरकारी अस्पतालों में कुपोषण निवारण केंद्र है। इनमें से जिला मुख्यालय स्थित केंद्र में 10 बेडेड, जबकि जसवंतपुरा, भीनमाल, सांचौर और आहोर में 6 बेडेड वार्ड है।

सायला में सबसे ज्यादा मिले कुपोषित

चिकित्सा विभाग की ओर से 2015-16 में सीमेम कार्यक्रम के तहत जालोर, आहोर व सायला ब्लॉक में सर्वे किया गया। इस दौरान जालोर में 159, आहोर में 402 व सायला में सर्वाधिक 618 कुपोषित बच्चे मिले। इनमें से 761 बच्चों को घर पर पोषण दिया गया।

5 साल में सर्वाधिक 242 बच्चे हुए भर्ती

सीमेम कार्यक्रम चलाए जाने से अप्रेल 2015 से मार्च 16 तक पांच साल में सर्वाधिक 242 कुपोषित बच्चों को एमटीसी वार्ड में भर्ती किया गया। इनमें जालोर एमटीसी में 108, आहोर में 31, भीनमाल में 54, सांचौर में 34 व जसवंतपुरा स्थित एमटीसी वार्ड में 15 बच्चे भर्ती किए गए।

के दौरान सबसे ज्यादा कुपोषित बच्चे

करा सकते हैं बच्चों की जांच

जिले के प्राथमिक-सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों व आंगनबाड़ी केंद्रों पर प्रत्येक गुरुवार टीकाकरण दिवस मनाया जाता है। जहां माता-पिता बच्चे में कुपोषण की जांच करवा सकते हैं। ताकि बच्चे को समय पर उपचार मिल सके। वैसे इस बारे में एएनएम व आशा सहयोगिनियों को निर्देश दे रखे हैं। वैसे सीमेम कार्यक्रम के दौरान जालोर, सायला व आहोर में 1179 बच्चे कुपोषित मिले थे। इनमें से छह की उपचार के दौरान मौत हो गई थी। अन्य को घर पर पोषण देने के साथ एमटीसी वार्डों में भर्ती किया गया था।

- अजयसिंह कड़वासरा, डीपीएम

विधायक चंद्रकांता के पति की गिरफ्तारी के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एरोड्रम सर्किल पर किया चक्काजाम

विधायक चंद्रकांता के पति की गिरफ्तारी के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एरोड्रम सर्किल पर किया चक्काजाम

विधायक चंद्रकांता के पति की गिरफ्तारी के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एरोड्रम सर्किल पर किया चक्काजाम

महावीर नगर थाने के सीआई और अन्य पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर करने का विरोध और विधायक चंद्रकांता के पति नरेन्द्र कुमार की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के कार्यकर्ताओं ने एरोड्रम सर्किल चक्काजाम कर दिया। जिससे चौराहे पर वाहनों की कतारें लग गई।

प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पुलिस अधिकारियों पर दबाव बनाकर उनसे गलत कार्य करवाया जा रहा था, उनके साथ मारपीट की गई तथा भाजपा कार्यकर्ताओं ने थाने के बाहर उपद्रव किया। इसके बाद भी पुलिस अधिकारियों पर ही कार्रवाई की गई। इसे कांग्रेस कार्यकर्ता बर्दाश्त नहीं करेंगे। राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस कर्मियों पर की गई कार्रवाई से पुलिस का मनोबल गिरा है।

गौरतलब है कि सोमवार शाम को महावीर नगर थाने में सार्वजनिक स्थान पर सिगरेट पीने के मामले में भाजपा कार्यकर्ता का चालान बनाने पर विधायक पति नरेन्द्र कुमार मेघवाल ने पुलिस थानाधिकारी को चांटा मार दिया था। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर कार्यकर्ताओं को खदेड़ कर स्थिति पर काबू पाने का प्रयास किया। बाद में कार्यकर्ताओं ने थाने में पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया।

बाड़मेर पुलिस पर हमला, थाना प्रभारी सहित आठ पुलिसकर्मी चोटिल

बाड़मेर पुलिस पर हमला, थाना प्रभारी सहित आठ पुलिसकर्मी चोटिल

पुलिस पर हमला, थाना प्रभारी सहित आठ पुलिसकर्मी चोटिल
जालोर. सरवाना थाना क्षेत्र के लालजी की डूंगरी गांव में मंगलवार-बुधवार मध्यरात्रि एक वांटेड आरोपित को पकडऩे की कार्रवाई में धोरीमन्ना (बाड़मेर) थाना पुलिस पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। इस हमले में थाना प्रभारी सहित आठ पुलिसकर्मी घायल हो गए। वहीं कुछ महिलाओं के भी चोटें आई हैं। पुलिस ने दो राउंड हवाई फायर कर खुद को हमलावरों की चंगुल से छुड़ाया और हाड़ेचा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे। जहां पर चिकित्सकों ने घायल पुलिसकर्मियों का प्राथमिक उपचार किया। इसके बाद यहां अन्यत्र रेफर किया गया। सूचना के बाद सरवाना थाना पुलिस ने हाड़ेचा सीएचसी पहुंचकर बयान दर्ज किए व धोरीमन्ना थाना प्रभारी की रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज किया। सरवाना कार्यवाहक थाना प्रभारी मोहनलाल बिश्नोई ने बताया कि धोरीमन्ना थाना प्रभारी सुरेश सारण के नेतृत्व में पुलिस टीम एनडीपीएस एक्ट व फायरिंग सहित अन्य प्रकरण में वांछित आरोपित लालजी की डूंगरी निवासी मांगीलाल पुत्र लाखाराम बिश्नोई को गिरफ्तार करने को लेकर एक ढाणी में दबिश ली। इस दौरान पुलिस टीम ने आरोपित को हिरासत में ले लिया, लेकिन भनक लगने पर आस-पास से करीब ५० लोगों ने पुलिस दल पर हमला कर दिया। वहीं वांछित आरोपित को पुलिस हिरासत से छुड़ा लिया। जिससे थाना प्रभारी (उप निरीक्षक) सुरेश सारण, सहायक उप निरीक्षक रावताराम पोटलिया, आईदानराम, जयवीरसिंह, खानू खान, धर्मेन्द्र, राहुल गुर्जर व लाभूराम घायल हो गए। इनमें आईदानराम के सिर में गंभीर चोट आई है।

पष्चिमी सरहद से लेकर देष भर में फैला जासूसों का जाल



पष्चिमी सरहद से लेकर देष भर में फैला जासूसों का जाल
-पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई जासूसों के माध्यम से हमारे देष की सामरिक जानकारी, गोपनीय दस्तावेज जुटा रही है। देष में बाकायदा इसका नेटवर्क फैला हुआ है। इसमें राजनीतिक दलों से जुड़े नेताओं की संलिप्तता भी सामने आई है। पष्चिमी राजस्थान के थार मरुस्थल से लगी भारत-पाक सीमा क्षेत्र से पिछले पांच महीनों में पांच जासूस पकड़े जा चुके हैं वहीं मध्यप्रदेश एटीएस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सतना, ग्वालियर, भोपाल और जबलपुर से गिरफ्तारियां की है। इससे एक बात साफ हो गई है कि पाकिस्तान अभी अपनी फितरत से बाज नहीं आ रहा है और उसकी आंख अभी भी भारत पर है और वह यदा-कदा मौकों की तलाष में रहता है। हाल ही में पकड़े गए जासूसों के बाद भारत को कड़े कदम उठाने होंगे।
-आनन्द एम. वासु-
जैसलमेर । 38 हजार वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला जैसलमेर। 470 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा। यहां दो सेक्टर बीएसएफ के हैं। आठ पुलिस थाने सीमावर्ती क्षेत्र में अवस्थित है। सीमा के अधिकतर हिस्से में तारबंदी हो चुकी है। ऐसे में आतंकवादी घुसपैठ, हेरोइन व हथियारों व गोला-बारुद की तस्करी पर कुछ लगाम लग चुकी है, लेकिन इसके बाद भी सीमा पर तनाव व दबाव कम नहीं हुआ है। अब पाकिस्तान की आईएसआई एजेंसी जासूसों के माध्यम से भारत की सामरिक तैयारियों पर नजर रखे हुए हैं। पिछले पांच महीनों में आधा दर्जन जासूस पकड़े जा चुके हैं। यह तो अकेले जैसलमेर जिले की स्थिति है। मध्यप्रदेश एटीएस ने बड़ी कार्रवाईकरते हुए सतना, ग्वालियर, भोपाल और जबलपुर से गिरफ्तारियां की है। मप्रएटीएस ने आईएसआई के जासूसों के एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। प्रदेश के चार प्रमुख जिलों से 11 जासूसों की गिरफ्तारी की गई है। इनमें एक भाजपा पार्षद का रिश्तेदार भी शामिल है। इनके पास भारी संख्या में अत्याधुनिक उपकरण, सिमकार्ड, लैपटॉप, मोबाइल फोन आदि सामान बरामद हुआ है। इनपर सेना की गोपनीय जानकारियां पाकिस्तान भेजने का आरोप है। एमपी एटीएस चीफ संजीव शमी ने बताया कि पिछले साल नवंबर में जम्मू-कश्मीर के आरएस पुरा से सतविंदर सिंह और दादू नामक दो आतंकियों की गिरफ्तारी हुई थी। इन्होंने कबूल किया था कि मप्र से इन्हें सेना से जुड़ी तमाम जानकारियां और मदद मिला करती थी। इसपर एजेंसियों ने तफ्तीश शुरू की और कई जिलों में जाल बिछा दिया।




गिरफ्तार जासूसों ने पाक और देश के अन्य हिस्सों में बैठे अपने साथियों से संपर्क करने के लिए अवैध टेलीफोन एक्सचेंज बना रखा था। इसके लिए वह अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करते थे। उनके पास कई कंपनियों के सिमकार्ड, चाइनीज बॉक्स, लैपटॉप, मोबाइल फोन समेत अन्य सामान बरामद हुआ है। एटीएस की मानें तो पाकिस्तान और अन्य देशों से आने वाली कॉल को भारतीय नंबरों पर रूट कर लिया जाता था ताकि यह सर्विलांस की पकड़ में सकें। एटीएस की जांच के दायरे में कुछ निजी मोबाइल कंपनियों के अधिकारी भी हैं।

भाजपा पार्षद का रिश्तेदार भी आरोपी

गिरफ्तार जासूसों में सतना से गिरफ्तार बलराम का नाम बताया गया है। शेष 10 के नाम बताने से उन्होंने इनकार कर दिया। शमी के मुताबिक, बलराम समेत अन्य जासूसों को आईएसआई हवाला के जरिए रुपए भेजती थी। साथ ही इनके बैंक खातों में विदेशों से काफी रुपए आए हैं। गिरफ्तार आरोपियों में बलराम के अलावा ग्वालियर से 5, भोपाल से 3 और जबलपुर से दो पकड़े गए हैं। ग्वालियर से पकड़ा गया एक आरोपी भाजपा पार्षद का रिश्तेदार बताया गया है। शमी ने बताया कि इस ऑपरेशन पर कई एजेंसियां काम कर रही हैं। जल्द ही देश के विभिन्न हिस्सों से कुछ और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं। एटीएसकी प्रारंभिक जांच में यह भी पता चला कि जासूस सैन्य अफसर बनकर सेना से जुड़ी जानकारियां जुटाते थे। इसके लिए वह नौकरी देने वाले काउंसिलिंग और कॉल सेंटरों की भी मदद लेते थे।

थार से 5 माह में पकड़े जा चुके 5 जासूस

इंटेलिजेंस ब्यूरो की टीम ने गत 28 जनवरी को भगत की कोठी रेलवे स्टेशन पर पाक जाने के लिए टिकट बनवाने आए पाक जासूस चंगानियों की ढाणी सम जैसलमेर निवासी सद्दीक खान उसके एक साथी को पकड़ा था। इनके पास सेना के दस्तावेज और फोटोग्राफ मिले हैं। ये लोग काफी समय से जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर के आर्मी एयरफोर्स एरिया के आसपास घूमकर सैन्य सूचनाएं एकत्रित कर रहे थे। इससे पहले गत वर्ष अक्टूबर माह के अंतिम सप्ताह में क्राइम ब्रांच दिल्ली की टीम ने बाड़मेर में जासूसी के आरोप में नागौर निवासी मौलाना रमजान उसके साथी सुभाष जांगिड़ के अलावा जोधपुर निवासी शोएब को पकड़ा था। इधर, 11 फरवरी की रात सीआईडी की विषेष टीम ने किषनगढ़ क्षेत्र से एक और जासूस को पकड़ने में सफलता हासिल की है। सीआईडी बीआई की स्थानीय शाखा के साथ मिलकर की गई इस कार्रवाई में हाजी खान पुत्र रोजे खान निवासी किषनगढ़ के पास से पाकिस्तानी मोबाइल, सिम तथा कुछ अन्य दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। वहीं इस टीम ने जिले के धनाना क्षेत्र से एक और संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा है।

हाजी का ससुर है आईएसआई एजेंट:

जानकारी के अनुसार सीआईडी के हत्थे चढ़े हाजी खान का ससुराल पाकिस्तान में है और उसका ससुर पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई का एजेंट बताया गया है। यह जानकारी भी मिली है कि हाजी खान का पाकिस्तान आना जाना लगा रहता है। उसके घर की तलाषी लेने पर सीआईडी को पाकिस्तानी मोबाइल व सिम के अलावा कुछ अहम दस्तावेज भी मिले हैं। इधर पिछले साल पाकिस्तान निवासी नंदलाल गर्ग के जैसलमेर में रहते हुए आईएसआई के लिए जासूसी करते हुए धरे जाने के बाद से सीआईडी और अन्य एजेंसियों को एक के बाद एक जासूसी में लिप्त तत्वों अथवा आईएसआई के स्लीपर सेल के तौर पर कार्यरत लोगों के खिलाफ सफलता मिल रही है। खुफिया तंत्र से जुड़े जानकार बताते हैं कि नंदलाल की गिरफ्तारी बड़ी सफलता थी। उससे पूछताछ के आधार पर जिले के कई लोगों पर एजेंसियों ने करीबी निगाह रखना शुरू कर दिया। इसके फलस्वरूप सम क्षेत्र के चंगानियों की बस्ती के बाषिंदे सद्दीक खान को पाकिस्तान के लिए ट्रेन पकड़ने से पहले जोधपुर रेलवे स्टेषन पर पकड़ा गया था। सद्दीक की निषानदेही पर पिछले दिनों कुरिया क्षेत्र से बरियम खान और अब किषनगढ़ इलाके से हाजी खान को दबोचा गया है।

पष्चिमी सीमा के पार संदिग्ध गतिविधियां शुरू

खुफिया सूत्रों के अनुसार जैसलमेर से लगती भारत-पाक सीमा पार पड़ोसी देष संदिग्ध गतिविधियों को प्रश्रय दे रहा है। बताया जा रहा है कि युवाओं की मानसिकता बदलने के लिए कैंप चलाए जा रहे हैं और उन्हें भारत के खिलाफ अघोषित युद्ध छेड़ने के लिए विषेष ट्रेनिंग दी जा रही है। भारत पाक की पष्चिमी सीमा पर दबाव बढ़ गया है। पिछले दिनों होम मिनिस्टर ने जैसलमेर दौरे के दौरान यहां जवानों को सतर्क रहने की हिदायत दी थी और सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों से अवांछित तत्वों पर नजर रखने का आग्रह किया था। इधर पाकिस्तान की तरफ से पक्षियों का उपयोग भी जासूसी के लिए किया जा रहा है। बाज को विषेष रूप से खुफिया कैमरे लगाकर सीमा पार भेजा जाता है। पिछले कुछ समय में ऐसे कई मामले सामने आए हैं। यही नहीं सीमा पार से घुसपैठ भी यदाकदा होती रहती है। पूर्व में जैसलमेर के एसपी रहे अनिल पालीवाल ने अपने दौर में आतंकवादियों और तस्करों के खिलाफ जमकर कार्रवाई की थी। पालीवाल अभी बीएसएफ में अधिकारी है। पालीवाल के बाद जैसलमेर में भगवानलाल सोनी ने अपने पुलिस अधीक्षक के रूप में लंबे कार्यकाल में तस्करों को अपना निषाना बनाया। कई को रासूका में बंद करवाया। उनके कार्यकाल में तस्करों ने अपराध की राह छोड़कर होटल व्यवसाय और पर्यटन व्यवसाय में ध्यान लगाया। बताया जा रहा है कि पुराने तस्कर एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं। पुलिस और अन्य खुफिया एजेंसियां इन पर निरंतर नजर रख रही है।