जोधपुर इस डर से पिता ने उठाया भयावह कदम और 11 दिन की अपनी ही बेटी को किया दुर्भाग्य के हवाले
पुत्री का जन्म होने के दस दिन बाद ही बैंक के एक कर्मचारी ने झालामण्ड की नवदुर्गा कॉलोनी स्थित मकान में फंदा लगाकर जान दे दी। परिजन को आशंका है कि राज्य के बाहर स्थानान्तरित होने के डर से वह कई दिनों से मानसिक तनाव में था। हालांकि उसके पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
केबीएचबी थाने के एएसआई भंवर सिंह के अनुसार नवदुर्गा कॉलोनी निवासी वीरेन्द्र कुमार (33) पुत्र मंगल सिंह सोलंकी भीलवाड़ा में स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एण्ड जयपुर में कार्यरत था। गत ग्यारह फरवरी को वह अवकाश पर जोधपुर आया था। सुबह वह भाई के बच्चों को स्कूल छोडऩे के बाद घर लौटा।
दोपहर में उसका भाई निजी स्कूल में अध्यापन करने के बाद घर आया तो कमरे की खिड़की पर पर्दा लगा नजर आया। उसने पर्दा हटाकर अंदर देखा तो वीरेन्द्र पंखे के हुक पर साड़ी के फंदे से लटका हुआ था। चिकित्सकों ने वीरेन्द्र को मृत घोषित किया। वीरेन्द्र की दिसम्बर 2015 में शादी हुई थी और दस दिन पहले ही पुत्री का जन्म हुआ था। प्रसव के चलते पत्नी मेड़ता रोड स्थित पीहर में है।
परिजन ने पुलिस को बताया कि वीरेन्द्र भीलवाड़ा स्थित एसबीबीजे बैंक में था। वह कई दिनों से तनाव में था। उसे अंदेशा था कि उसका तबादला राज्य से बाहर होने वाला है। पिता की शिकायत पर पुलिस ने मर्ग दर्ज किया और पोस्टमार्टम करवा शव परिजन को सौंपा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें