गुरुवार, 26 मई 2016

बाड़मेर उपखंड में 29 स्थानां पर टैंकरां से जलापूर्ति की स्वीकृति जारी



प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के

आवेदन आनलाइन करने के निर्देश

बाड़मेर, 26 मई। खादी और गामोद्योग आयोग के नवीन निर्देशानुसार प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के आवेदन पत्र आनलाइन स्वीकार किए जाएंगे।

जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक घनश्याम गुप्ता ने बताया कि वर्ष 2015-16 में जिन बेरोजगार प्रार्थियां ने स्वयं का रोजगार उपलब्ध कराने के लिए उद्योग केन्द्र में ऋण आवेदन पत्र जमा कराया था। लेकिन साक्षात्कार में अनुपस्थित रहने के कारण उनका आवेदन पत्र टास्क फोर्स समिति के समक्ष प्रस्तुत नहीं किया जा सका। ऐसे आवेदकां को उद्योग केन्द्र से व्यक्तिगत संपर्क कर अपना आवेदन पत्र प्राप्त करने के बाद खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग की बेवसाइट ूूणअपबवदसपदमण्हवअण्पदध्चउमहच पर आवेदन पत्र मय दस्तावेजां को अपलोड करना होगा। ताकि उनको आगामी साक्षात्कार की सूची में शामिल किया जा सके। उन्हांने बताया कि अधिक जानकारी के लिए जिला उद्योग केन्द्र के दूरभाष 02982-220320,220619 पर संपर्क किया जा सकता है।

बाड़मेर उपखंड में 29 स्थानां पर

टैंकरां से जलापूर्ति की स्वीकृति जारी


बाड़मेर, 26 मई। गैर अभावग्रस्त गांवां एवं नगरीय क्षेत्रां में आपातकालीन पेयजल उपलब्ध कराने के लिए जारी दिशा-निर्देशानुसार उपखंड स्तरीय समिति की अभिशंषा के अनुसार बाड़मेर उपखंड में 29 स्थानां पर टैंकरां के जरिए आगामी एक माह तक जलापूर्ति करने की स्वीकृति जारी की गई है।

जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने बताया कि उपखंड अधिकारी की ओर से पेयजल परिवहन का साप्ताहिक कलेंडर जारी कर उसकी प्रति संबंधित को दी जाएगी। साप्ताहिक कलेंडर के अनुसार साप्ताहिक ट्रिप्स के हिसाब से अनुमत पेयजल मात्रा की पर्ची संबंधित निर्धारित स्थल के लिए जारी की जाएगी। प्रत्येक सप्ताह निर्धारित स्थानां पर आवश्यक रूप से जलापूर्ति करनी होगी। उन्हांने बताया कि बाड़मेर उपखंड क्षेत्र में रावतसर ग्राम पंचायत में सार्वजनिक टांका बुधराणियो की ढाणी,सार्वजनिक टांका प्रावि चवोनी मेघवालो की ढाणी, सार्वजनिक टांका जाखड़ों की ढाणी, सार्वजनिक टांका शेरानी सारणो की ढाणी, सार्वजनिक टांका गांव तलिया रावतसर, सार्वजनिक टांका ताजा नाडा खेतोणी मेघवालां की ढाणी, सार्वजनिक टांका देकोणी मेघवालां की ढाणी, सार्वजनिक टांका गोदारो की ढाणी, सार्वजनिक टांका राप्रावि जाणियो की ढाणी, सार्वजनिक टांका पोटलियो की ढाणी, राप्रावि रावत नाडा, सार्वजनिक टांका चिमोणी की ढाणी, सार्वजनिक टांका तेलियो की ढाणी, राप्रावि साजनोणी मेघवालां की ढाणी में जलापूर्ति की स्वीकृति जारी की गई है। इसी तरह कुड़ला ग्राम पंचायत में भादूओ की ढाणी एवं भाटो की ढाणी, मानाराम कडवासरों की ढाणी, कुडला, दीपाणियां थोरियो एवं डोगयालो की ढाणी, हनुमान बेरड़ एवं हुडो की ढाणी, ईशराम मालियो एवं केहराणी मालियो की ढाणी, भूराणी चोटिया एवं लाणी काटा, ईशरामां की ढाणी, नाथाणियां का वास, बैरड़ां की ढाणी, कलाणी जाखड़ एवं जाखड़ां की ढाणी, शिवकर, उमाणी मेघवालां की ढाणी, झीफाणी हुडो की ढाणी एवं नेहरो की ढाणी के सार्वजनिक टांकां में जलापूर्ति करने की स्वीकृति जारी की गई है। जिला कलक्टर शर्मा के मुताबिक संबंधित उपखंड अधिकारी, तहसीलदार एवं विकास अधिकारियां को निर्धारित नार्म्स के अनुसार जलापूर्ति एवं हाइडेंट रजिस्टर का निरीक्षण कर रिपोर्ट भिजवाने के निर्देश दिए गए है।

जन प्रतिनिधियां से स्वच्छ भारत मिशन में

सक्रिय भूमिका निभाने का आहवान


बाड़मेर, 26 मई। जन प्रतिनिधि अपनी ग्राम पंचायत एवं बाड़मेर जिले को खुले में शौच से मुक्त ओडीएफ घोषित करवाने में सक्रिय भूमिका निभाएं। इसके लिए आमजन को स्वच्छता के फायदे बताने के साथ अपने घर में शौचालय निर्माण के लिए प्रोत्साहित किया जाए। जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने गुरूवार को बायतू पंचायत समिति में स्वच्छ भारत मिशन के तहत आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला के दौरान कही।

जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत को ओडीएफ घोषित करवाने के लिए जन प्रतिनिधियां, सरकारी कर्मचारियां के साथ जागरूक गणमान्य लोगां को समन्वित प्रयास करने होंगे। उन्हांने कहा कि स्वच्छता को अपनाने एवं प्रत्येक घर में शौचालय निर्माण करवाकर उसका उपयोग लेने से कई तरह की बीमारियां पर अंकुश लगता है। इस बात को प्रत्येक व्यक्ति को अच्छी तरह से समझानी होगी। इसके लिए जन प्रतिनिधियां, सरकारी कर्मचारियां के साथ प्रत्येक गांव में गणमान्य मौजीज लोग महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है। उन्हांने कहा कि शौचालय निर्माण के लिए स्वच्छ भारत मिशन एवं महात्मा गांधी नरेगा योजना में राशि उपलब्ध कराई जा रही है। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच ने कहा कि महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत जो ग्राम पंचायत ओडीएफ खुले में शौच से मुक्त घोषित हो जाती है उसको सफाई कर्मचारी भी उपलब्ध कराए जाते है। उन्हांने कहा कि घर में शौचालय निर्माण करवाने के कई फायदे है। इससे कई बीमारियां पर अंकुश लगने के साथ बहू-बेटियां को खुले में शौच जाने के कारण होने वाली परेशानियां से राहत मिल जाती है। इस दौरान गिड़ा प्रधान लक्ष्मणराम चौधरी, विकास अधिकारी मनवीरसिंह बेनिवाल, बायतू पंचायत समिति सरपंच संघ अध्यक्ष हनुमान बेनिवाल, स्वच्छ भारत मिशन के पुष्पेन्द्रसिंह समेत कई अधिकारी एवं जन प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

बाड़मेर में दो दिन जलापूर्ति बाधित रहेगी



बाड़मेर में दो दिन जलापूर्ति बाधित रहेगी
बाड़मेर, 26 मई। बाड़मेर लिफ्ट परियोजना से जुड़े उपभोक्ताआें को आगामी दो दिन तक जलापूर्ति नहीं की जा सकेगी।

जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग नगर खंड के अधिशाषी अभियंता ने बताया कि मोहनगढ़ में विद्युत व्यवधान के कारण नहरी पानी की आगामी दो दिन तक आपूर्ति बाधित रहेगी। उन्हांने उपभोक्ताआें से जल उपभोग में मितव्ययता बरतने की अपील की है।

जैसलमेर , बाहला और चैक मे आयोजित ’’ न्याय आपके द्वार ’’ षिविर में 5 बंटवारें के प्रकरण व 102 नामांतकरण खोले गये



जैसलमेर , बाहला और चैक मे आयोजित ’’ न्याय आपके द्वार ’’

षिविर में 5 बंटवारें के प्रकरण व 102 नामांतकरण खोले गये




जैसलमेर , 26 मई/ग्रामपंचायत बाहला और चैक में आयोजित राजस्व लोक अदालत - न्याय आपके द्वार षिविर ग्रामीणों के लिए लाभदायी रहा है। अतिरिक्त जिला कलक्टर भागीरथ शर्मा ने बताया कि इन षिविरो के माध्यम से 102 नामान्तरण खोले जाकर दर्ज किये गये वहीं आपसी सहमति से 05 बंटवारा के प्रकरणों का निस्तारण लोगो को राहत प्रदान की गई।

अतिरिक्त जिला कलक्टर शर्मा ने बताया कि ग्रामपंचायत बाहला में आयोजित षिविर के दौरान 27 नामांतकरण खोले गये तथा खाता विभाजन के 01 व नए राजस्व ग्राम के प्रस्ताव का 01 मामला निस्तारित किया गए। वहीं गैर खातेदारी से खातदारी के 9 और 72 अन्य कार्य निपटाए जाने के साथ ही 16 राजस्व नकले लोगो को प्रदान की गई।

उन्होंने बताया कि ग्रामपंचायत चैक में आयोजित षिविर में उपखंड अधिकारी द्वारा 06 खाता दुरुस्ती के प्रकरण निपटाए गये वहीं खाता विभाजन के 4 मामले निस्तारित किये गये। तहसीलदार द्वारा षिविर के दौरान 75 नामान्तकरण खोले गये वहीं 30 राजस्व नकले लोगो को प्रदान की गई।

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जैसलमेर ,30 वर्ष बाद पैतृक भूमि में मिला खेतसिंह को अपनी खातेदारी का असली हक



30 वर्ष बाद पैतृक भूमि में मिला खेतसिंह को अपनी खातेदारी का असली हक
जैसलमेर , 26 मई/ग्राम पंचायत चेलक में आयोजित न्याय आपके द्वार षिविर खेतसिंह पुत्र सुरतसिंह राजपूत निवासी आसलोई के लिए वरदान साबित हुआ। षिविर के दौरान प्रार्थी खेतसिंह द्वारा प्रार्थना पत्र पेष कर निवेदन किया कि उसके पिता सुरतसिंह का स्वर्गवास होने पर वर्ष 1986 में दर्ज नामान्तकरण में उसकी माता श्रीमती जेठी व भाई गैमरसिंह, नरपतसिंह का नाम दर्ज हुआ था। परन्तु उसका नाम नामान्तकरण में दायर होने से छूट गया उस समय खेतसिंह की उम्र 2 वर्ष की थी।

खेतसिंह द्वारा उपखंड अधिकारी फतेहगढ जयसिंह के समक्ष राजकीय भूमि राजस्व अधिनियम 1956 की धारा 75 के तहत ग्राम आसलोई के नामान्तकरण संखया 39 की अपील पेष की । इस संबंध में उपखंड अधिकारी द्वारा तहसीलदार फतेहगढ से जांच करवायी जाकर अपील स्वीकार कर खेतसिंह का नाम खातेदारी भूमि में जोडने के आदेष दिये गये।

इस प्रकार सरकार द्वारा चलाया गया राजस्व लोक अदालत अभियान - न्याय आपके द्वार खेतसिंह के लिए जैसे घर बैठे गंगा आई को शुकून लाया। खेतसिंह को 30 वर्ष बाद अपने खतेदारी अधिकारी प्राप्त होने से उसकी आंखे छलक पडी तथा उसके खुखी का ठिकाना नहीं रहा। खेतसिंह ने इस निर्णय पर राज्य सरकार के प्रति आभार जताते हुए कहा कि ये अभियान वास्तव में मेरे जैसे कितने व्यक्तियों को भूमि का मालिकाना हक प्रदान करता है। इससे पूर्व खेतसिंह के मन में सदैव यह ही भय रहता था कि उसकी पेतृत जमीन में उसे हक मिलेगा या नहीं । षिविर में उपस्थित ग्रामीणों के समक्ष जब खेतसिंह को अपनी पेतृक भूमि का असली मालिकाना हक मिला तो वह वास्तव में बहुत ही प्रसन्नचित हुआ एवं कहा कि वह अब उस जमीन को अच्छी तरह से खेती के लिए विकसित करेगा वहीं उसे केसीसी लेने के साथ ही अन्य परिलाभ प्राप्त होने में सुविधा मिलेगी। इस प्रकार खेतसिंह के लिए तो वास्तव में यह अभियान वरदान साबित हुआ एवं उसे गावं में ही न्याय का पैगाम प्राप्त हुआ।

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जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक में पानी बिजली के साथ ही विभागीय गतिविधियों पर विस्तार से समीक्षा

जिले में पेयजल एवं विद्युत आपूर्ति पर विषेष ध्यान देकर लोगो को गर्मी में पीने का पानी समय पर उपलब्ध करावे - विधायक भाटी

जन प्रतिनिधियों द्वारा पेष समस्याओं का अधिकारी प्राथमिकता से निस्तारण करें


जैसलमेर , 26 मई/जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल की अध्यक्षता में गुरुवार को अटल सेवा केन्द्र जिला परिषद में जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक आयोजित हुई जिसमें पानी , बिजली के साथ ही विभिन्न विभागीय गतिविधियों पर विस्तार से समीक्षा की गई। बैठक में जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी, उप जिला प्रमुख उम्मेदसिंह नरावत, पंचायत समिति जैसलमेर की प्रधान अमरदीन, सांकडा प्रधान अमतुल्ला मेहर, जिला पुलिस अधीक्षक डाॅ राजीव पचार, अतिरिक्त जिला कलक्टर भागीरथ शर्मा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी नारायणसिंह चारण के साथ ही जिला परिषद सदस्य एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी ने विषेष रुप से पानी एवं बिजली के अधिकारियों को निर्देष दिये कि वे इस भीषण गर्मी में पेयजल एवं विद्युत आपूर्ति सुचारु बनाकर लोगो को किसी भी सूरत में समय पर पीने का पानी उपलब्ध करावे। उन्होंने यह भी हिदायत दी कि कोई भी अभिंयता पेयजल आपूर्ति करवाने में किसी प्र्रकार की कोताही न बरतें। उन्होंने अधीक्षण अभियंता जलदाय को निर्देष दिये कि जिस ठेकेदार की लापरवाही से पानी जैसे महत्वपूर्ण कार्य समय पर नहीं करवाये जाते है उसको ब्लैक लिस्टेड करावें। उन्होंने अधीक्षण अभियता विद्युत को निर्देष दिये कि वे पेयजल विभाग के बकाया नलकूपों पर प्राथमिकता से विद्युत के कनेक्षन जारी करावे।

विधायक भाटी ने मांग के अनुरुप टैंकरो से पेयजल परिवहन कर लोगो का पीने का पानी उपलब्ध कराने में कोई कसर नहीं छोडे। उन्हांेने विद्युत आपूर्ति व्यवधान होने पर त्वरित गति से उसमें सुधार लाने की कार्यवाही करने के निर्देष दिये ताकि पेयजल आपूर्ति सुचारु रुप से बनी रहे। उन्होंने कोठडी मे नए नलकूप के प्रस्ताव लेकर उसकी स्वीकृति करवाने पर जोर दिया ताकि खुहडी एवं जांनरा को मीठा पानी पिलाया जा सके। उन्होंने डांगरी के रामसर मे नलकूप के प्रस्ताव लेने पर जोर दिया।

उन्होंने काठोडी में आईडब्ल्यूएमपी से जो आठ जीएलआर बनाई गई है जहां न तो आबादी है एवं न ही उसकी उपयोगिता हैं व न ही पानी आ रहा है इसके लिए उन्होंने काफी नाराजगी जताई एवं अधीक्षण अभियंता आईडब्ल्यूएमपी को निर्देष दिये कि वे इसकी जांच कराए एवं संबंधित अधिकारी की उतरदायी तय की जाकर उसके खिलाफ कार्यवाही अमल में लाई जावे। उन्होंने जिला पुलिस अधीक्षक को सरकारी सम्पति की चोरी करने वाले लोगो के खिलाफ सख्ताई से कार्यवाही करने की बात कही। उन्होंने अधिकारियों को सरकार द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र लोगों को उपलब्ध कराने के निर्देष दिये।

जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल ने अधिकारियों को निर्देष दिये कि वे जनप्रतिनिधियों द्वारा पेष की जाने वाली समस्याओं को प्राथमिकता से निस्तारण करने पर जोर दिया एवं कहा कि वे समय पर पालना रिपोर्ट प्रस्तुत करेें। उन्होंने अधीक्षण अभियंता जलदाय एवं विद्युत को जिला परिषद सदस्यों द्वारा उनके अभियंताओं द्वारा मोबाइल फोन अटैन्ड नही करने की बात पर निर्देष दिये कि वे अपने कनिष्ठ एवं सहायक अभियंताओं को पाबंद कर दे कि जनप्रतिनिधियो द्वार जब भी फोन किया जावे उसको उठावे जो समस्या बतायी जाती है उसका निदान करावे। उन्होंने बीएडीपी में पानी एवं बिजली के अधिक कार्य लेने के साथ ही नहरी क्षेत्र मे डिग्गियो के प्रस्ताव लेने पर बल दिया। उन्होंने जीएलआर की सफाई का प्रमाणीकरण जिला परिषद सदस्यो , पंचायत समिति सदस्यो एवं सरंपचो से कराने के बाद ही भुगतान की कार्यवाही करे। उन्होने बैठक में जिला परिषद सदस्यो ने क्षेत्र की पानी - बिजली के साथ ही जो अन्य समस्याए होती है उसका भी समाधान कर उनको अवगत करावे।

जिला पुलिस अधीक्षक डाॅ राजीव पचार ने बताया कि जब भी पानी, बिजली के अधिकारियों द्वारा सरकारी सम्पति की चोरी के संबंध में बताया जाता है तो उसमें त्वरित कार्यवाही की जाती हैं। उन्होंने अधिकारियों को समय पर चोरी के मामले में पुलिस में एफआईआर दर्ज करानेे के निर्देष दिए।

उपजिला प्रमुख उम्मेदसिंह नरावत ने ताडान आर.ओ प्लांट को शीध्र विद्युत कनेक्षन करके उसको चालू करने की बात कही ताकि लोगो को समय पर मीठा पानी मिले। उन्होंने बीएडीपी में पंचायत राज सदस्यो से चर्चा कर कार्यो के प्रस्ताव लेेने का सुझाव दिया। उन्होंने ताडान, सत्याया , बहादुरसिंह की ढाणी, सेवडा को लिफ्ट परियोजना में जोडने की आवष्यकता जताई। पंचायत समिति जैसलमेर के प्रधान अमरदीन ने जलग्रहण परियोजना में निर्मित 80 प्रतिषत पषु खेलिया क्षतिग्रस्त है उसकी मरम्मत कराने एवं जांच करवाने की आवष्यकता जताई। पंचायत समिति सांकडा की प्रधान अमतुल्ला मेहर ने फलसूण्ड क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति सुचारु कराने के साथ ही झलारिया में पानी के टैंकर भेजकर लोगो को पीने का पानी उपलब्धा कराने की बात कहीं।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी चारण ने बैठक में अनुपालना रिपोर्ट का गठन किया एवं अधिकारियों को निर्देष दिये कि वे समय पर सही पालना रिपोर्ट पेष करे ताकि सदस्यो को उसकी जानकारी प्रदान की जा सके।

बैठक में जिला परिषद सदस्य पे्रम डूंगर सिंह ने राजसिंह की ढाणी में जीएलआर का प्रस्ताव लेने, खींया से मनदा पाईप लाईन में पेयजल आपूर्ति कराने, सुल्ताना के रामदेव नगर में गायो के लिए पीने का पानी उपलब्ध कराने , सदस्य पीराने खां ने खंडवों की बस्ती में जीएलआर में पानी आपूर्ति कराने , श्रीमती चेतना कंवर ने धोबा क्षतिग्रस्त पाईप लाईन को सही कराने , रासला में पानी आपूर्ति कराने , सदस्य कुंदन लाल प्रजापत ने नगा, नगो की ढाणी, सेडवा, भवरुराम भील की ढाणी में पानी आपूर्ति कराने, सदस्य जसवंत सिंह ने जानरा आरओं प्लान्ट को चालू कराने , दीपाराम ने इन्द्रानगर में नलकूप के प्रस्ताव लेने के साथ ही समिति सदस्य सुश्री ममता कुमारी, श्रीमती संगीत, अषोक कुमार , श्रीमती रमत खातून, श्रीमती पूनमकंवर, श्रीमती रानी, रविन्द्र कुमार ने भी अपने अपने क्षेत्र की पानी बिजली के साथ ही अन्य समस्याओं से अधिकारियों को अवगत कराया।

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श्रम कौषल, नियोजन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री सुरेन्द्र पाल सिंह टीटी दो दिवसीय यात्रा पर शुक्रवार को जैसलमेर पहुंचेंगे



जैसलमेर , 26 मई/श्रम, कौषल , नियोजन , उद्यमिता, कारखाना और बायलर्स राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री सुरेन्द्र पाल सिंह टी.टी. दो दिवसीय यात्रा पर शुक्रवार, 27 मई को प्रातः जैसलमेर आ रहे है। श्रम मंत्री श्री टी.टी. 27 व 28 मई को जैसलमेर में आयोजित मंत्रीगण समूहो की बैठक में भाग लेंगे। वे शनिवार को सांय 5 बजे जैसलमेर से जयपुुर के लिए प्रस्थान करेंगे।

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ग्रामीण युवा मंडल को सक्रिय करावे- जोषी

10 जून तक नवीन कार्यकारिणी का गठन करे

जैसलमेर 26 मई/ नेहरू युवा केन्द्र जैसलमेर से संबद्व व सोसायटी एक्ट में पंजीकृत ग्रामीण युवा मंडलो के पदाधिकारियो से नेहरू युवा केन्द्र के जिला युवा समन्वयक ओमप्रकाष जोषी ने आह्वान किया है कि वे स्वंय के गांव में स्थापित युवा मंडल को सक्रिय करावे । सक्रिय कराने की दिषा में युवा मंडल की नवीन कार्यकारिणी के चुनाव करावे तथा भारत सरकार की नई राष्ट्रीय युवा नीति की के अनुरूप युवा मंडल में 15 से 29 आयु वर्ग के युवाओ को ही षामिल कराया जाये।

जोषी ने ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत युवा मंडल 10 जून 2016 से पूर्व अपने अपने मंडलो में नई कार्यकारिणी का गठन करावे तथा उनमें 15 से 29 आयु वर्ग के युवाओ को ही षामिल करावे तथा युवा मंडल अपनी नई कार्यकारिणी की सूचना व सदस्यो की सूची नेहरू युवा केन्द्र को उपलब्ध करावे ताकि केन्द्र के अभिलेखो व संगठन मुख्यालय की बेबसाईट पर उनके नाम दर्ज किये जा सके।

जोषी ने कहा कि जो युवा मंडल नवीन कार्यकारिणी की सूचना निष्चित तिथी तक उपलब्ध नहीं करायेगे और जिन युवा मंडलो में 15 से 29 आयु वर्ग युवा नहीं होगे उन युवा मंडलो के नाम केन्द्र की बेबसाईट ओैर अभिलेख से हटा दिये जायेगे साथ ही उप रजिस्ट्रार सहकारी समिति कार्यालय को भी उनके पंजीयन निरस्त करने की अनुषंषा कर दी जायेगी।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड दो दिवसीय यात्रा पर शुक्र्रवार को जैसलमेर आऐगे



चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड दो दिवसीय यात्रा पर शुक्र्रवार को जैसलमेर आऐगे


जैसलमेर , 26 मई/चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, आयुर्वेद, संसदीय मामलात मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड दो दिवसीय यात्रा पर शुक्रवार को जैसलमेर आ रहे है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री शुक्रवार, 27 मई व 28 मई शनिवार को जनप्रतिनिधियो, कार्यकर्ताओं एवं क्षेत्रीय जनता के साथ विकास कार्याे पर चर्चा करेंगे। वे 28 मई को सांय जैसलमेर से जयपुर के लिए प्रस्थान करेंगे।

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उपाध्यक्ष बीस सूत्री कार्यक्रम डाॅ दिगम्बर सिंह दो दिवसीय यात्रा पर शुक्रवार को जैसलमेर आएंगें


जैसलमेर , 26 मई/उपाध्यक्ष बीस सूत्री कार्यक्रम , आयोजन , समन्वय एवं क्रियान्वयन डाॅ दिगम्बर सिंह दो दिवसीय यात्रा पर शुक्रवार, 27 मई को जैसलमेर आ रहे है। डाॅ सिंह 27 व 28 मई को जैसलमेर में आयोजित जनप्रतिनिधियो, कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में भाग लेंगे। वे शनिवार को सांय जैसलमेर से जयपुर के लिए प्रस्थान करेंगे।

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जिले के प्रभारी मंत्री श्री अमराराम चैधरी 27 व 28 मई को जैसलमेर यात्रा पर


जैसलमेर , 26 मई/जिले के प्रभारी मंत्री एवं राजस्व, उपनिवेषन मंत्री श्री अमराराम चैधरी 27 व 28 मई को दो दिवसीय यात्रा पर जैसलमेर आ रहे है। प्रभारी मंत्री श्री चैधरी 27 व 28 मई को जैसलमेर में आयोजित जनप्रतिनिधियो, कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में भाग लेंगे।

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राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी की बैठक शुक्रवार को


जैसलमेर , 26 मई/राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी जैसलमेर की बैठक जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा की अध्यक्षता में शुक्रवार, 27 मई को सांय 5 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में रखी गई है। प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डाॅ जे.आर.पंवार ने यह जानकारी दी।

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बाड़मेर,एफआरटी सेवा से आमजन को मिलेगी राहतःचौधरी



बाड़मेर,एफआरटी सेवा से आमजन को मिलेगी राहतःचौधरी

-राजस्व राज्यमंत्री अमराराम चौधरी,जिला प्रमुख श्रीमती प्रियंका मेघवाल, यूआईटी चैयरमैन डा.प्रियंका चौधरी ने एफआरटी वाहनो को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
बाड़मेर, 26 मई। जिला मुख्यालय पर एफआरटी सेवा प्रारंभ होने से आमजन को राहत मिलेगी। इससे विद्युत संबंधित समस्याआें का त्वरित गति से समाधान हो सकेगा। राजस्व राज्यमंत्री अमराराम चौधरी ने गुरूवार को जिला मुख्यालय पर जोधपुर डिस्काम की एफआरटी सेवा के शुभारंभ के अवसर पर कही। इसके तहत उपभोक्ता अब टोल फ्री दूरभाष 1800-180-6045 पर विद्युत संबंधित समस्या का समाधान करवा सकते है।

इस अवसर पर राजस्व राज्यमंत्री अमराराम चौधरी ने कहा कि एफआरटी सेवा प्रारंभ करने वाली कंपनी सेवा की भावना से कार्य करने के साथ आमजन को अधिकाधिक राहत दिलाने के प्रयास करें। एफआरटी की शुरूआत से मौजूदा समय में कम स्टाफ की वजह से दिक्कतां का सामना कर रहे डिस्काम को भी राहत मिलेगी। उन्हांने कहा कि मौजूदा गर्मी के मौसम में कई बार विद्युत संबंधित फाल्ट स्टाफ की कमी के चलते अथवा कार्य की अधिकता के चलते देरी से दुरस्त हो पाता है। ऐसे में एफआरटी की सेवाआें की बदौलत अधिकाधिक विद्युत संबंधित समस्याएं अधिकतम दो घंटे की अवधि में निस्तारित कर दी जाएगी। उन्हांने कहा कि बाड़मेर में बेहतरीन सेवाएं मिलने के बाद एफआरटी की सेवाएं बालोतरा में भी प्रारंभ करवाने के प्रयास किए जाएंगे। उन्हांने कहा कि बाड़मेर जिला जोधपुर एवं प्रदेश के अन्य बड़े शहरां की तरह विकास कर रहा है। राज्य सरकार बाड़मेर के विकास को लेकर बेहद गंभीर है। शुभारंभ समारोह में जिला प्रमुख श्रीमती प्रियंका मेघवाल, यूआईटी चैयरमैन डा.प्रियंका चौधरी, अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई, डिस्काम के पूर्व एमडी बी.डी.मालू, उपखंड अधिकारी एच.आर.मेहरा, अधीक्षण अभियंता जी.आर.सिरवी, अधिशाषी अभियंता मांगीलाल जाट, कंपनी के मैनेजर हरफूल सिंह समेत जन प्रतिनिधि एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

समारोह में यूआईटी चैयरमैन डा.प्रियंका चौधरी ने कहा कि विद्युतापूर्ति में पहले की अपेक्षा काफी सुधार हुआ है। फिर भी कई बार फाल्ट के कारण उपभोक्ताआें को दिक्कतां का सामना करना पड़ता है। राज्य सरकार ने एफआरटी के जरिए विद्युत संबंधित समस्याआें के समाधान की शुरूआत की है। इससे आमजन को खासी राहत मिलेगी। उन्हांने कहा कि कंपनी उनको सौंपी गई जिम्मेदारी को बखूबी निभाने के साथ त्वरित गति एवं बेहद कम समय में विद्युत संबंधित समस्याआें का निस्तारण करें। उन्हांने कहा कि एफआरटी के टोल फ्री नंबर का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार करें,ताकि आमजन को इसका वास्तविक फायदा मिल सके।

इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई ने कहा कि डिस्काम को स्टाफ की कमी एवं लंबी विद्युत लाइनां के कारण फाल्ट होने की स्थिति में कई बार इसको दुरस्त करने में काफी समय लग जाता है। एफआरटी की शुरूआत से डिस्काम के साथ आम उपभोक्ताआें को खासी राहत मिलेगी। डिस्काम के अधीक्षण अभियंता गोपाराम सिरवी ने कहा कि एफआरटी की सेवाएं बाड़मेर जिला मुख्यालय पर दो सब डिविजन नए एवं पुराने पावर हाउस से संचालित होगी। यहां दो टीमें लगातार चौबीस घंटे मय तीन पारियां में कार्मिकां की सेवाआें के साथ तैनात रहेगी। टीमां के पास वाहन के साथ अत्याधुनिक विद्युत उपकरण भी उपलब्ध रहेगे। ताकि कम समय में उपभोक्ताआें की विद्युत संबंधित समस्याआें का निस्तारण किया जा सके। इस दौरान राजस्व राज्यमंत्री अमराराम चौधरी, जिला प्रमुख श्रीमती प्रियंका मेघवाल, यूआईटी चैयरमैन डा.प्रियंका चौधरी, अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई एवं अधीक्षण अभियंता जी.आर.सिरवी ने एफआरटी के वाहनो को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

दो घंटे में ऐसे होगा विद्युत समस्याआें का समाधानः टोल फ्री नंबर 1800-180-6045 पर शिकायत दर्ज होते ही उपभोक्ताआें को एसएमएस के माध्यम से शिकायत संख्या प्राप्त होगी। यह शिकायत कस्टमर केयर सेंटर के माध्यम से तुरंत एफआरटी टीम तक पहुंच जाएगी। इसके पश्चात एफआरटी टीम शिकायत दर्ज होने के अधिकतम दो घंटे के भीतर विद्युत समस्या का निवारण करेगी। शिकायत निवारण के बाद उपभोक्ताआें को काल करके सेवा की गुणवत्ता की जांच की जाएगी। उन्हांने बताया कि इस नवीन व्यवस्था से बाड़मेर शहर के उपभोक्ताआें की विद्युत संबंधित समस्याआें का दो घंटे के भीतर समाधान हो सकेगा। इससे बाड़मेर शहर के 36 हजार उपभोक्ता लाभांवित होंगे। जयपुर, जोधपुर एवं अन्य बड़े शहरां की तर्ज पर इंटेलनेट ग्लोबल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी गुड़गांव हरियाणा को संविदा पर इसका जिम्मा दिया गया है।

जोधपुर डिस्काम श्रमिक संघ ने ऊर्जा राज्य मन्त्री राणावत का मुख्यालय पहुंचने पर किया स्वागत



जोधपुर डिस्काम श्रमिक संघ ने ऊर्जा राज्य मन्त्री राणावत का मुख्यालय पहुंचने पर किया स्वागत

श्रमिक समस्याओं को लेकर सौंपा ज्ञापन


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सुनील दवे की रिपोर्ट 
जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड जोधपुर प्रबन्ध निदेशक मुख्यालय पर आज ऊर्जा राज्य मन्त्री श्री पुष्पेन्द्र सिंह राणावत नें कम्प्यूटरिकृत फीडर नियंत्रण पेनल ( स्काडा कण्ट्रोल ) सिस्टम का अवलोकन किया ।

पहली बार जोधपुर डिस्काम मुख्यालय पधारने पर जोधपुर डिस्काम श्रमिक संघ प्रदेशाध्यक्ष श्री सोहन सिंह जैतमाल महामन्त्री श्रीजब्बर सिंह पंवार व संरक्षक श्री जगदीश दाधीश के साथ भारतीय मजदूर संघ के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने माननीय मन्त्री जी का भव्य स्वागत किया ।

राणावत ने जोधपुर डिस्काम बुलेटिन पुस्तिका का विमोचन किया ।

कार्यक्रमों के उपरान्त सभी अधिकारियों के साथ बैठक ली व राजस्थान विद्युत क्षेत्र में उपलब्धियों पर प्रकाश डाला व केंद्र सरकार द्वारा घोषित त्वरित "उर्जा विकास व सुधार कार्यक्रम " ( RAPDRP ) नवीन सुधार व विद्युत प्रयोजनाओं की जानकारी दी । वहीं जोधपुर डिस्काम श्रमिक संघ द्वारा श्रमिक समस्याओं को लेकर व निगम हित में मांग पत्र दिया गया । संगठन की मांग पर विगत दिनों जिला बदर किए गए हड़ताली कर्मचारियों को गृह जिले में पुनः पद स्थापित करने के लिए मन्त्रीजी द्वारा प्रबन्ध निदेशक महोदया आरती डोगरा को मौखिक निर्देश दिए गए।

बैठक के उपरांत श्रमिक संघ प्रतिनिधि मण्डल ने कर्मचारियों के विभिन्न मुद्दों को लेकर प्रबन्ध निदेशक महोदया से वार्ता की उन्होंने संगठन के मांग पत्र पर तुरन्त अमल कर समस्या निस्तारण का भरोसा दीया ।

इस अवसर पर डिस्काम उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह सोलंकी,धर्म सिंह ,उप महामंत्री लव जीत पंवार, बाड़मेर वृत महामन्त्री जगदीश सिंह रावल, बीकानेर अध्यक्ष चुन्नी लाल राजस्थानी, सिवाना महामन्त्री राजेश दवे एवं पृथ्वी राज ग्रुजर, गोविन्द गोपाल पंवार सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद थे ।

पीएम मोदी 31 को राजस्थान में, लोगों को बताएंगे सरकार की उपलब्धियां

पीएम मोदी 31 को राजस्थान में, लोगों को बताएंगे सरकार की उपलब्धियां
पीएम मोदी 31 को राजस्थान में, लोगों को बताएंगे सरकार की उपलब्धियां
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 31 मई को अजमेर आएंगे। वे यहां केन्द्र सरकार के दो वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के उपलक्ष्य में जनसभा को सम्बोधित करेंगे। जिला प्रशासन, पुलिस, खुफिया पुलिस और भाजपा ने मोदी की अजमेर यात्रा का संकेत मिलते ही तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिला प्रशासन को शाम प्रधानमंत्री मोदी के 31 मई को अजमेर आने की सूचना मिलने के बाद कलक्टर गौरव गोयल ने प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक आयोजित की। इसमें मोदी के हेलीकॉप्टर की लैंडिंग, यात्रा के मार्ग में सुरक्षा, सभा स्थल, सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं को लेकर चर्चा की गई।

प्रधानमंत्री मोदी की सभा पटेल मैदान या आजाद पार्क में कराने पर विचार किया गया। कलक्टर पुलिस एवं खुफिया विभाग के अधिकारियों के साथ शहर का दौरा करेंगे। उधर, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी भी अजमेर आएंगे, वे प्रधानमंत्री मोदी की प्रस्तावित अजमेर यात्रा में जनसभा के स्थान का चयन, जनसभा में भीड़ जुटाने, सुरक्षा सहित अन्य व्यवस्थाओं पर जिला प्रशासन, जिले के दोनों मंत्रियों, विधायकों और भाजपा पदाधिकारियों से बातचीत करेंगे। प्रत्येक विधायक को उनके विधानसभा क्षेत्र से जनता को सभा में लाने का लक्ष्य दिया जाएगा। अजमेर के अलावा नागौर, टोंक, भीलवाड़ा, पाली, चित्तौडग़ढ़ और राजसमंद से भी लोगों को सभा में लाने का लक्ष्य दिया जाएगा।

दरगाह और पुष्कर भी जा सकते हैं मोदी
प्रधानमंत्री मोदी की अजमेर यात्रा का अधिकृत कार्यक्रम अभी जारी नहीं हुआ है। लेकिन प्रशासनिक हल्कों और भाजपाइयों में मोदी के दरगाह और पुष्कर जाने की भी संभावना जताई जा रही है। प्रशासन दोनों जगह पर भी यात्रा की तैयारियों की व्यवस्था करेगा।

सभा देहात में कराने का प्रयास
देहात भाजपा अध्यक्ष प्रो. भगवती प्रसाद सारस्वत सहित देहात के विधायकों ने प्रधानमंत्री मोदी की सभा अजमेर देहात के किसी स्थान पर कराने का प्रयास किया है। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी गुरुवार को पार्टी पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से चर्चा के बाद इस पर निर्णय करेंगे।

कोटा.चार साल का हो जाएगा बीएड



कोटा.चार साल का हो जाएगा बीएड
चार साल का हो जाएगा बीएड

राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) की चली तो पूरे देश में बीएड की पढ़ाई अजमेर स्थित रीजनल सेंटर ऑफ एज्युकेशन की तर्ज पर कराई जाएगी। एनसीटीई के पूर्व चेयरमैन प्रो. सिद्दीकी की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने बीएड-एमएड की शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने के लिए पढ़ाई का समय दो साल से बढ़ाकर चार साल करने की सिफारिश की है।


अध्यापक प्रशिक्षण की चुनौतियां और समस्याएं जानने के लिए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने 12 अक्टूबर 2015 को सिद्दीकी की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति गठित की थी। समिति ने बीएड-एमएड का प्रशिक्षण देने वाले देश भर के तमाम शिक्षकों की राय जानने के बाद 11 अप्रेल 2016 को सरकार को अपनी सिफारिशें सौंप दी है।


वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय (वीएमओयू) की शिक्षा विद्यापीठ के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अखिलेश कुमार ने बताया कि सिद्दीकी कमेटी ने सरकार से प्रवेश परीक्षा की प्रक्रिया बदलने के साथ ही बीएड-एमएड की शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने के लिए पठन-पाठन का तरीका भी बदलने का सुझाव दिया है।




इसके लिए कमेटी ने एनसीईआरटी द्वारा अजमेर में चलाए जा रहे रीजनल सेंटर ऑफ एज्युकेशन को उदाहरण के तौर पर पेश करते हुए सुझाव दिया है कि यहां की तरह ही देश भर में बीएड पाठ्यक्रम दो साल से बढ़ाकर चार साल का कर दिया जाए।




यह दिया है तर्क

इसके पीछे समिति ने तर्क दिया है कि किसी भी शिक्षक के लिए उसका प्रशिक्षण नींव की तरह काम करता है। प्रशिक्षण की गुणवत्ता बेहतर होगी तो शिक्षकों की नींव भी मजबूत होगी। जिसके लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम की अवधि बढ़ाना जरूरी है। हालांकि समिति ने इसे एक साथ लागू करने के बजाय हर साल एक-एक साल बढ़ाने का सुझाव दिया है।

आबूरोड खुलेआम घूमते ये गुमनाम, नशीब के मारे है या जासूस ?



आबूरोड खुलेआम घूमते ये गुमनाम, नशीब के मारे है या जासूस ?

खुलेआम घूमते ये गुमनाम, नशीब के मारे है या जासूस ?
दिनभर यहां का कचरा वहां डालना। लोगों को देखकर मुस्कुरा देना। नाश्ता करने वालों को बार-बार देखते रहना। ये बोल नहीं सकते और न ही किसी की बात को समझ सकते हैं, लेकिन दिनभर आम लोगों की तरह घूमते रहने वाले ऐसे विमंदित अपने परिजनों व अपने ठिकाने को ढूढंते नजर आते है। शहर में कई स्थानों पर ऐसे विमंदित नजर आते रहते है, जिनका न तो कोई सहारा होता है और न ही कोई ठिकाना। दिनभर सड़कों पर यहां से वहां घूमते नजर आते है।शहर का कोई भी व्यक्ति इन्हें पहचानता भी नहीं है। ये कहां से आए हैं और कौन है?

इनकी यह हालात किस कारण बनी। इनको यहां कौन छोड़ गया। इसका किसी को कोई पता नहीं है। किसी का ध्यान भी इनकी तरफ नहीं जाता। कई स्थानों पर तो लोग इनको छेड़ते नजर आते हैं। ऐसे में कई बार ये या तो गुस्से हो जाते है या फिर मानसिक असंतुलन के कारण छेडऩे वाले को नुकसान भी पहुंचा देते हैं। इतना कुछ होने के बावजूद प्रशासन इनके प्रति पूरी तरह से बेरुख है। प्रशासन की ओर से शहर में कई स्थानों पर डेरा डाले इन विमंदितों की न तो घर के बारे में जानकारी जुटाई जाती है और न ही इनके पुनर्वास के कोई प्रयास किए जाते हैं। इन विमंदितों में पुरुष तथा महिलाएं शामिल हैं। कई जने तो चलते-चलते खुद से ही बातें करते नजर आते है तो कई जोर-जोर से हंसते ही रहते है। हो सकता है कि किसी बड़ी खुशी में ये अपना आपा खो बैठे हो। इन विमंदितों को इस कदर इस शहर का रूख क्यों करना पड़ा, यह भी एक यक्ष प्रश्न है। इनकी बेबसी के सामने ऐसा लगता है जैसे इन्हें किसी अपने की तलाश है या फिर अपनों से ही कोई नुकसान झेलने के बाद यहां आए हों। मनुष्य जीवन में ऐसी दुर्दशा पर एक सवाल उठता है कि इन विमंदितों की चिंता कौन करें। इनको जरूरत है तो प्रशासन या शहर की समाज सेवा से जुड़ी संस्थाओं की ओर से मदद की।

जहां चाहा वहां डाल देते है डेरा

विमंदितों के लिए कोई स्थाई जगह तो नहीं है, पर अक्सर सड़कों के पास या बड़े पेड़ों के पास ही रहते है। रात को किसी सुनसान जगह पर सो जाते हैं। ऐसे में रात को दुर्घटना का अंदेशा भी बना रहता है। जहां रहते है वहां के लोग कभी-कभार खाना भी दे देते है, लेकिन कभी नहीं मिलने पर भूखे ही सो जाते हैं। कई तो बस स्टैण्ड तथा रेलवे स्टेशन पर तो खाद्य-पदार्थों का अपशिष्ट भी खाने से परहेज नहीं करते।

किसी को नुकसान नहीं

शहर में विमंदितों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। इनको कौन छोड़कर जाता है, कहां से आते है, कहां रहते है। इस पर पुलिस का भी ध्यान नहीं जाता। शहर में विभिन्न स्थानों से विमंदित आते रहते है, पर पुलिस निगरानी नहीं रख पाती है। हालांकि इन विमंदितों ने कभी किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया है, पर इनकी रक्षा करने वाले जिम्मेदार भी मौन ही रहते है।

कई जगहों पर लगा रहता है डेरा

शहर में विमंदितों को कईजगहों पर देखा जा सकता है। चेक पोस्ट, बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन के बाहर, लुनियापुरा पुल व साईंबाबा मंदिर के आस-पास तथा आमथला-तलहटी मार्ग पर भी विमंदितों को विचरण करते देखा जा सकता है। प्रशासन या समाज सेवी संस्थाओं की ओर से इनके खाने-पीने की व्यवस्था हो जाए तो इनका भटकना बंद हो सकता है।

जोधपुर हैलो! मैं निगमआयुक्त बोल रहा हूं... मुझे 2.5 लाख रुपयों की जरूरत है



जोधपुर हैलो! मैं निगमआयुक्त बोल रहा हूं... मुझे 2.5 लाख रुपयों की जरूरत है
हैलो! मैं निगमआयुक्त बोल रहा हूं... मुझे 2.5 लाख रुपयों की जरूरत है
शहर के वार्ड नंबर 55 की महिला पार्षद सुषमा परिहार के साथ दिन दहाड़े ढाई लाख की ठगी हो गई। किसी शख्स ने फोन कर कहा कि वह निगम आयुक्त हरिसिंह राठौड़ बोल रहे हैं और ढाई लाख रुपए की सख्त जरूरत है। झांसे में आई पार्षद ने महामंदिर इलाके की एक बैंक में उक्त रकम जमा करवा दी। ठगी का अहसास होने पर पार्षद अपने पति के साथ महामंदिर थाने पहुंची और धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज करवाया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जांच थाने के कर रहे है।

महामंदिर थाने के एएसआई जगदीश प्रसाद ने बताया कि वार्ड नंबर 55 की पार्षद सुषमा परिहार पत्नी चिमनसिंह परिहार के पास बुधवार सुबह दस बजे के आस पास किसी शख्स ने कॉल किया। फोन करने वाले शख्स ने खुद को निगम आयुक्त हरिसिंह राठौड़ बताया और ढाई लाख रुपए की सख्त जरूरत बताते हुए एक खाते में राशि जमा करवाने को कहा।

इस पर पार्षद सुषमा परिहार झांसे में आ गई। वह अपने पति चिमनसिंह को लेकर सुमेर सीनियर सैकण्डरी स्कूल के पास स्थित ओबीसी बैंक पहुंचे। यहां पर उक्त शख्स ने फिर फोन किया और आरटीजीएस के मार्फत ढाई लाख रुपए जमा करवाने को कहा।

इस पर पार्षद ने अपने पति के साथ मिलकर उक्त रकम जमा करवा दी, लेकिन काफी देर बाद भी शख्स का फोन नहीं आया। ठगी का अहसास होने पर महामंदिर पुलिस थाने पहुंची और पति चिमनसिंह ने इसकी रिपोर्ट दर्ज करवाई।

फलोदी/जोधपुर जोधपुर के फलोदी में बम धमाका, एक झुलसे, दो की मौत



फलोदी/जोधपुर जोधपुर के फलोदी में बम धमाका, एक झुलसे, दो की मौत

जोधपुर के फलोदी में बम धमाका, दो झुलसे, एक की मौत
जोधपुर जिले के फलोदी शहर में गुरुवार को एक कबाड़ी की दुकान में अज्ञात वस्तु तोडऩे के दौरान तेज विस्फोट हो गया। इस भीषण विस्फोट से तीन लोग घायल हो गए। अस्पताल पहुंचने परदो  व्यक्तियों  ने दम तोड़ दिया व एक  अन्य की हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस जांच कर रही है।

 फलोदी थाना एसआई दीप सिंह ने बताया कि शहर के शिंवसर क्षेत्र में एक कबाड़ी की दुकान पर कबाड़ में से धातु निकाली जा रही थी। इसी दौरान संभवत: कोई बम भी कबाड़ी के हाथ में आ गया, जिससे तांबा निकालने की कोशिश में बम फट गया। बम धमाके से दुकान में मौजूद तीन लोग झुलस गए।

 मौके पर मौजूद लोगों की मदद से घायलों को अस्पताल ले जाया गया, जहां एक को मृत घोषित कर दिया गया। अन्य दो में एक की हालत गंभीर बताई जा रही है व एक सामान्य है। धमाके के बाद लोगों में आतंक फैल गया। घटना स्थल पर भाड़ी भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने पहुंच कर भीड़ को हटाया।


और बम होने की संभावना

पुलिस का कहना है कि कबाड़ी की दुकान में और बम होने की संभावना है। रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जाएगी और दुकान की तलाशी होगी।

एक का पैर तो एक का हाथ उड़ा

धमाके में घायल दो लोगों में से एक का पैर उड़ गया व एक अन्य घायल को अपना हाथ गंवाना पड़ा। धमाका काफी तेज था, जो दूर तक सुना गया था।

शाजापुर (मध्य प्रदेश) तम-तमाते 'भगवान सूर्यनारायण निवासी ब्रह्मांड' के खिलाफ थाने में शिकायत



शाजापुर (मध्य प्रदेश) तम-तमाते 'भगवान सूर्यनारायण निवासी ब्रह्मांड' के खिलाफ थाने में शिकायत
तम-तमाते  'भगवान सूर्यनारायण निवासी ब्रह्मांड' के खिलाफ थाने में शिकायत

गर्मी के तीखे तेवरों से परेशान मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले के एक शख्स ने सूर्यदेव के खिलाफ कोतवाली थाने में शिकायती आवेदन दे दिया। जीव-जंतुओं, मूकबधिरो, पेड़-पौधे की जल जाने जैसी हालत को साक्ष्य के रूप में पेश किया।


शिकायत की गई है कि गर्मी से आमजन के साथ जीव-जंतु प्रभावित हुए हैं। पौधे भी तीखी धूप से झूलस गए। शिकायतकर्ता शिवपाल सिंह ने 'भगवान सूर्यनारायण निवासी ब्रह्मांड' के खिलाफ दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 154 के अंतर्गत रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की गई। शिकायत कर्ता का आरोप है कि तेज धूप व गरमी से वे मानसिक एवं शारीरिक रूप से प्रताडि़त हो रहे हैं।

आमतौर पर रिपोर्ट दर्ज करने में आनाकानी करने वाली पुलिस ने आवेदन स्वीकर कर लिया। दरअसल, 20 मई को पहली बार शाजापुर का तापमान 47.3 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा गया था। सूरज के खिलाफ पुलिस में शिकायत का मामला सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर शिवपाल के आवेदन की कॉपी वायरल हो गई। कोतवाली थाना प्रभारी राजेन्द्र वर्मा ने बताया कि फरियादी का ये आवेदन प्राकृतिक घटनाओं से संबंधित है। इसमें कोई भी कुछ भी नहीं कर सकता। पुलिस ने मामला लगभग समाप्त कर दिया है।

अशोकनगर/मुंगावली दिल दहला देने वाली घटना, दुष्कर्म में नाकाम रहे तो नाबालिग को जिंदा जलाया



अशोकनगर/मुंगावली दिल दहला देने वाली घटना, दुष्कर्म में नाकाम रहे तो नाबालिग को जिंदा जलाया
दिल दहला देने वाली घटना, दुष्कर्म में नाकाम रहे तो नाबालिग को जिंदा जलाया

मध्य प्रदेश के अशोक नगर जिले के बहादुरपुर कस्बे में बुधवार दोपहर गांव के दो युवकों ने एक 14 वर्षीय किशोरी को जिंदा जला दिया। युवक नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने के उद्देश्य से घर में घुसे थे। सफल नहीं होने पर उन्होंने इस दहला देने वाली वारदात को अंजाम दिया। गंभीर हालत में किशोरी को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

मुंगावली अस्पताल में मेडिकल ऑफिसर डॉ. दिनेश त्रिपाठी को दिए बयानों में पीडि़ता ने बताया कि बहादुरपुर निवासी आला हरिजन एवं पंकज हरिजन द्वारा बुधवार की दोपहर पीडि़ता के घर में घुसकर उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की। पीडि़ता ने विरोध किया तो दोनों युवकों को पास में रखा केरोसिन डालकर आग लगा दी। इससे लड़की का पूरा शरीर झुलस गया। उसे गंभीर हालत में मुंगावली अस्पताल ले जाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।

बॉर्डर सिक्योरिटी टेक्नोलॉजी : घुसपैठ रोकने के लिए भारत-पाक सीमा पर अदृश्य ‘लेजर वाल’


बॉर्डर सिक्योरिटी टेक्नोलॉजी : घुसपैठ रोकने के लिए भारत-पाक सीमा पर अदृश्य ‘लेजर वाल’


भारत-पाकिस्तान सीमा दुनिया की अत्यधिक संवेदनशील सीमाओं में शामिल है. सीमापार घुसपैठ की घटनाओं को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल की ओर से अनेक प्रयास किये जा रहे हैं. हाल ही में बीएसएफ ने इस सीमा पर कई इलाकों में अदृश्य लेजर वाल खड़ी की है, जो घुसपैठियों को पकड़ने में सक्षम है. हालांकि फिलहाल इसे आठ दुर्गम जगहों पर ही सक्रिय किया गया है, लेकिन धीरे-धीरे इसकी संख्या बढ़ायी जायेगी. सीमा की निगरानी करनेवाले इस आधुनिक सिस्टम की क्या है खासियत, क्या है इसकी टेक्नोलॉजी और किसने किया था इसका आविष्कार आदि समेत इससे संबंधित महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में बता रहा है साइंस टेक्नोलॉजी पेज ...



पाकिस्तान से सटे पंजाब के अनेक सीमावर्ती इलाकों में घुसपैठ को रोकने की मुहिम के तहत आधुनिक तकनीक से लैस आठ लेजर सिस्टम ने काम करना शुरू कर दिया है. खबरों के मुताबिक, जल्द ही ऐसे 45 सिस्टम पूरी तरह काम करने लगेंगे. इन लेजर वाल सिस्टम के पूरी तरह काम शुरू करने की दशा में पाकिस्तान और बांग्लादेश से जुड़ी सीमा पर संवेदनशील क्षेत्रों में हाइटेक निगरानी मुमकिन हो पायेगी.



सीमा पर लेजर वाल लगाने की परियोजना के दायरे में जम्मू-कश्मीर, पंजाब, गुजरात और पश्चिम बंगाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा है. दरअसल इन इलाकों में नदियों, घाटियों समेत दुर्गम भौगोलिक परिस्थितियों के चलते सीमापार से होनेवाली घुसपैठ एक बड़ी समस्या बन चुकी है.



पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा के पास ऐसी कई संवेदनशील जगहें हैं, जहां से आतंकी घुसपैठ होती रहती है. ऐसे इलाकों में फेंसिंग यानी तारबंदी भी मुश्किल है. लिहाजा पायलट प्रोजेक्ट के तहत लेजर वाल का उपाय निकाला गया और पहले चरण में अनेक लेजर उपकरण इंस्टॉल किये गये हैं.



अंधेरे के अलावा कोहरे में भी निगरानी



इन लेजर दीवारों के आसपास किसी तरह की अवांछित गतिविधि दिखने पर यह सिस्टम उसे डिटेक्ट कर लेगा. अगर कोई घुसपैठिया इस लेजर वाल को पार करने की कोशिश करेगा, तो तेज आवाज में सायरन बजने लगेगा. सेंसर के माध्यम से सेटेलाइट आधारित सिगनल कमांड सिस्टम के जरिये इस पर निगरानी रखी जायेगी.



यह सिस्टम रात के अंधेरे के अलावा कोहरे के दौरान भी यह निगरानी करने में सक्षम होगा. यह वाल लेजर लाइटों के अलावा इंफ्रारेड प्रणाली से भी लैस है, जो घुसपैठ का समग्रता से पता लगाने में सक्षम है. इसकी सबसे खास बात यह है कि इसका पता आतंकी घुसपैठियों को भी नहीं चल पायेगा कि इस सिस्टम को कहां इंस्टॉल किया गया है और कितने इलाके में यह निगरानी कर रहा है.

लेजर सुरक्षा बाड़ तंत्र



जहां तक दुनिया के अन्य देशों में इस सिस्टम से सीमा सुरक्षा की बात की जाये, तो इजराइल के अलावा किसी देश में अब तक व्यापक पैमाने पर लेजर सिक्योरिटी सिस्टम का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है. हालांकि, अमेरिका समेत कई अन्य देशों में इसका इस्तेमाल अनेक जगहों पर किया जा रहा है, जिसमें मुख्य रूप से सैन्य प्रतिष्ठान शामिल हैं.



इसके अलावा अनेक ऐसी जगहें भी हैं, जहां कई कारणों से पुख्ता सुरक्षा इंतजाम की जरूरत होती है. भारत-पाकिस्तान की सीमा पर लगाये गये लेजर सिक्योरिटी वाल की सटीक तकनीक के बारे में सार्वजनिक रूप से खुलासा नहीं किया गया है. वैसे दुनिया में इस तरह की अनेक तकनीकें मौजूद हैं, लेकिन बारीकी तौर पर इनमें बहुत कम ही फर्क है. इन्हीं में से एक प्रमुख सिस्टम है- लेजर सिक्योरिटी फेंस एपरेटस यानी लेजर सुरक्षा बाड़ तंत्र. इसके जरिये एक खास दायरे में घुसपैठ होने की दशा में यह वार्निंग सिगनल जारी होता है.



इस सिस्टम में एक लेजर जेनरेटर होता है, जो लेजर बीम पैदा करता है और प्रकाश के परावर्तन की प्रक्रिया के अनुरूप काम करता है. इसमें एक खास दूरी पर दो मिरर इस तरह से लगाये जाते हैं, ताकि लेजर से निकली बीम को ये आपस में रिफ्लेक्ट कर सकें. इसके लिए इनका एलाइनमेंट एकदम सटीक तरीके से किया जाता है और इन्हें एक लेजर कलेक्टर से जोड़ा जाता है. इस लेजर कलेक्टर और लेजर जेनरेटर के साथ एक माइक्रोप्रोसेसर को भी संबद्ध किया जाता है.



किसी तरह की घुसपैठ होने की दशा में बीम का फोकस टूट या बिखर जाता है. ऐसा होने पर लेजर कलेक्टर लेजर बीम को पूरी तरह से रिसीव नहीं कर पाता है. ऐसी दशा में माइक्रोप्रोसेसर से जोड़ा गया अलार्म सिस्टम तत्काल यह सिगनल जारी करता है कि लेजर बीम के बीच में कोई बाधा पैदा हो रही है, जो किसी घुसपैठ की वजह से हो सकती है. यानी लेजर बीम के बीच में किसी तरह के व्यवधान की दशा में माइक्रोप्रोसेसर उसे तुरंत डिटेक्ट कर लेता है और संबंधित अलर्ट जारी करता है.



अलार्म सिस्टम से जारी होता है अलर्ट



इसके अलावा इसमें अनेक और भी सिस्टम लगे होते हैं. बीम को एकत्रित करने के लिए लेजर कलेक्टर में एक कलेक्टिंग लेंस भी लगा होता है. कलेक्टिंग लेंस द्वारा बीम हासिल करने के लिए उसे एक इलेक्ट्रिक सर्किट से जोड़ा जाता है, ताकि वह बीम के इलेक्ट्रिक सिगनल को आसानी से जान सके. माइक्रोप्रोसेसर से इलेक्ट्रिक सिगनल को ट्रांसमिट करने के लिए एक ट्रांसमीटर का इस्तेमाल किया जाता है. यह ट्रांसमीटर एक रेडियो ट्रांसमीटर है, जो माइक्रोप्रोसेसर से रेडियो फ्रिक्वेंसी वेव को ट्रांसमिट करता है यानी रेडियो तरंगों को प्रेषित करता है. लेजर बीम के मॉनीटरिंग सेंटर में बजनेवाले अलार्म सिस्टम से इन रेडियो फ्रिक्वेंसी वेव को जोड़ा जाता है.



लेजर बीम के प्रवाह में किसी तरह के व्यवधान की दशा में मॉनीटरिंग सेंटर में लगे खास डिवाइस में रेडियो फ्रिक्वेंसी वेव हासिल होने में दिक्कत होती है. इससे अलार्म बजने लगता है और तुरंत यह पता चल जाता है कि किस खास इलाके में कोई घुसपैठ की जा रही है.



लेजर जेनरेटर में इलेक्ट्रिकल एनर्जी हासिल होने के स्रोत के तौर पर 9 वोल्ट डीसी से उसे जोड़ा जाता है. लेजर जेनरेटर एक प्रकार से लेजर डायोड लाइट होता है. इसके अलावा लेजर बीम को फोकस करने के लिए लेजर जेनरेटर में एक फोकल लेंस भी लगा होता है.



बीम की सेंसिटिविटी और इंटेंसिटी यानी संवेदनशीलता और तीव्रता को समायोजित करने के लिए फोकल लेंस में एक कैपेसिटर भी लगा होता है. यह कैपेसिटर अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग जरूरतों के लिहाज से विविध क्षमता के अनुरूप लगाया

जाता है.



लेजर सिक्योरिटी फेंस एपरेटस का िवकास



जेम्स हैगर और रिचर्ड ए कर्चिनर ने लेजर सिक्योरिटी फेंस एपरेटस को विकसित किया था. ‘गूगल पेटेंट्स’ के मुताबिक, वर्ष 2001 में इन दोनों शोधकर्ताओं को इस सिस्टम का पेटेंट मुहैया कराया गया था. शुरुआत में इन्होंने इसका आविष्कार अन्य मकसद से किया था.



दरअसल आवासीय परिसर में पानी के स्रोतों, जैसे- पूल आदि के आसपास बच्चों के पहुंचने पर अलर्ट जारी करने के लिए इसका आविष्कार किया गया था. बाद में इन्होंने इसकी क्षमता को बढ़ाते हुए किसी खास इलाके में होने वाली घुसपैठ को डिटेक्ट करने के लिए इसे विकसित किया. छावनी इलाकों में लेजर सिक्योरिटी फेंस लगाते हुए घुसपैठ को पकड़ना आसान हो गया.



सेना में इस्तेमाल होनेवाली कुछ अन्य डिटेक्शन टेक्नोलॉजी



घुसपैठ समेत सीमापार से होने वाली कई अन्य अवांछित गतिविधियों को डिटेक्ट करने के लिए सेना में अनेक तरह की डिटेक्शन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है. इनमें कुछ खास तकनीक इस प्रकार हैं :



- राडार : थल सेना राडार का इस्तेमाल मुख्य रूप से घुसपैठ की पहचान करने के लिए करती है और वायु सेना दुश्मन के किसी लड़ाकू विमान के घुसने पर निगाह रखने में करती है.

- रेडियो सेंसर्स : इसका इस्तेमाल दुश्मन के रेडियो सिगनल को पकड़ने के लिए किया जाता है. शत्रु देश द्वारा भेजे गये रेडियो मैसेज को पकड़ कर उसे समझने की कोशिश की जाती है.

- सिस्मिक डिटेक्टर्स : सिस्मिक डिटेक्टर्स भूमिगत तरीके से आवाज को पकड़ने की तकनीक पर आधारित है. इसमें लगे सेंसर से घुसपैठ की पहचान की जाती है.

- न्यूक्लियर डिटेक्टर : भूमिगत परमाणु विस्फोटकों का पता लगाने के लिए सेंसिटिव सिस्मोग्राफ का इस्तेमाल किया जाता है.

- मैग्नेटिक डिटेक्टर्स : इसका इस्तेमाल समुद्री इलाके में उड़ान भरनेवाले विमानों द्वारा किया जाता है, जो समुद्र के भीतर किसी पनडुब्बी के बारे में पता लगाते हैं. इसके लिए मैग्नेटिक डिटेक्टर्स का सहारा लिया जाता है. चूंकि पनडुब्बी में ज्यादा मात्रा में धातुओं का इस्तेमाल किया जाता है, लिहाजा इनके आसपास चुंबकीय क्षेत्र में गड़बड़ी होने के आधार पर ये डिटेक्टर्स इसका पता लगाते हैं.



इन्हें भी जानें



लेजर का अर्थ



लेजर (एलएएसइआर) का फुल फार्म होता है- लाइट एंप्लीफिकेशन बाइ स्टिमुलेटेड इमिशन ऑफ रेडिएशन यानी विकिरण के उत्सर्जन द्वारा प्रेरित प्रकाश का प्रवर्धन. स्टिमुलेटेड इमिशन मूल रूप से एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें कुछ सेमीकंडक्टर मटेरियल द्वारा चरणबद्ध तरीके से फोटोन्स या एनर्जी पैकेट्स का उत्पादन होता है.



इस प्रक्रिया के आखिर में ये फोटोन्स या एनर्जी पैकेट्स संगत बीम के रूप में तब्दील हो जाते हैं, जिन्हें लेजर कहा जाता है. इसी संगत बीम, जिसे हम लेजर कह सकते हैं, की फ्रिक्वेंसी और वेवलेंथ के आधार पर यह तय होता है कि वह एक निश्चित दायरे में दृश्य होगा या अदृश्य यानी नंगी आखों से उसे महसूस किया जा सकेगा या नहीं.



अदृश्य लेजर वाल



हॉलीवुड की कई फिल्मों में आपने देखा होगा कि किसी बैंक, घर या म्यूजियम में चोरी की घटना को पकड़ने के लिए अनेक सुरक्षा तंत्र लगे होते हैं. विकसित देशों में अदृश्य लेजर दीवार से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जा रहे हैं. जैसा कि हम जानते हैं सामान्य प्रकाश को नंगी आंखों से पहचाना जा सकता है, लेकिन इन्फ्रा-रेड और अल्ट्रावायलेट किरणों को नंगी आंखों से नहीं पहचाना जा सकता. इसलिए बैंकों या म्यूजियम में किसी चीज को चोरी होने से बचाने के लिए उसके आसपास अदृश्य लेजर की दीवार तैयार करने के लिए इन्फ्रा-रेड किरणों का इस्तेमाल किया जाता है.



लाइट स्कैन सिक्योरिटी सिस्टम



लाइट स्कैन सिक्योरिटी सिस्टम किसी खास दायरे में सर्विलांस और नियंत्रण के लिए एक एक्टिव इंफ्रारेड लेजर साेलुशन है. यूनिक लेजर राडार टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से निर्दिष्ट इलाके में किसी भी घुसपैठ को चाहे वह स्थिर हो या मोशन अवस्था में हो, उसे डिटेक्ट किया जा सकता है.



इतना ही नहीं, इसके जरिये रीयल-टाइम में यानी महज एक सेकेंड के भीतर ही घुसपैठ या किसी अवांछित गतिविधि को ट्रैक करते हुए उसे आइडेंटिफाइ किया जा सकता है. किसी खतरे की दशा में इससे जुड़े सभी सुरक्षा उपकरण, जैसे- लाइट्स, कैमरा, पीटीजेड डिवाइस, विजिबल और ऑडिबल अलार्म्स स्वत: सक्रिय हो जाते हैं, जिससे सुरक्षाकर्मी त्वरित कार्यवाई में सक्षम होते हैं.

इस सिस्टम में एक्टिव इंफ्रारेड स्कैनर सेंसर लगे होते हैं, जो रणनीतिक रूप से सर्विलांस के अधिकतम दायरे में नजर रखते हैं. इससे कवर्ड इलाका पूरी तरह से सुरक्षित होता है और यदि कोई व्यक्ति इस दायरे में अवांछित गतिविधियों को अंजाम देने की कोशिश करता है, तो उसका पकड़ा जाना अवश्यंभावी है.

- कन्हैया झा