शुक्रवार, 25 मार्च 2016

बाड़मेर, केन्द्र सरकार के पेंशनर्स के आधार कार्ड सीडिंग के लिए शिविर 28 को



बाड़मेर, केन्द्र सरकार के पेंशनर्स के आधार कार्ड सीडिंग के लिए शिविर 28 को
बाड़मेर, 25 मार्च। केन्द्र सरकार के पेंशनरांे को 28 मार्च को संबंधित बैंक मंे अपने खाते के साथ आधार कार्ड की सीडिंग करवानी होगी।

जिला कोषाधिकारी जसराज चैहान ने बताया कि बैंकों को 28 मार्च 2016 तक आधार कार्ड से लिंक किए गए खातों की सूचना पेंशन विभाग को भेजने के निर्देश दिए गए हैं। पेंशनर्स को इस तारीख से पहले अपने अकाउंट से आधार कार्ड लिंक करवाना होगा। उन्हांेने बताया कि प्रत्येक केन्द्रीय सरकार के पेंशनर का पेंशन खाता उसके आधार कार्ड से लिंक होना बेहद जरूरी है। इसलिए केन्द्रीय सरकार के समस्त पेंशनर अपने पेंशन भुगतान करने वाली बैंक शाखा में पहुंचकर अपना आधार कार्ड पेंशन खाते में लिंक करने के लिए प्रस्तुत करें।

जैसलमेर। प्रसूता को चढाया गया सडक पर खून,जिम्मेदार चिकित्सा अधिकारी बोले मेरे काम करने का यही तरीका है सरकार चाहे तो मुझे भले ही नौकरी से निकाल

जैसलमेर। प्रसूता को चढाया गया सडक पर खून,जिम्मेदार चिकित्सा अधिकारी बोले मेरे काम करने का यही तरीका है सरकार चाहे तो मुझे भले ही नौकरी से निकाल






जैसलमेर। प्रदेश में बेहतर चिकित्सा व्यवस्थाओं के दावे करने और प्रसूताओं की बेहतर देखभाल के लिये जननी सुरक्षा सरीखी योजनाएं बनाने वाली राजस्थान सरकार की इन योजनाओं की धज्जियां जब सरकार के ही नुमाईंदे उडाते दिखें तो सरकार को इन योजनाओं को लेकर एक बार फिर से मनन करने की जरूरत है। जी हां जिस प्रदेश की मुखिया एक महिला है और उस प्रदेश में महिलाओं को उपचार के लिये दर दर की ठोकरें खानी पड रही हो और जिम्मेदार चिकित्सा अधिकारी ये कहते हैं कि उन्हें नौकरी की परवाह नहीं है ऐसे में सरकार की इन योजनाओं का धरातल स्वतः ही दिखाई देता है।

जी हां हम बात कर रहे हैं प्रदेश के सीमावर्ती जिले जैसलमेर की जहां पर एक प्रसूता एक घंटे तक सडक पर तडपती रही और शहर के राजकीय जवाहिर चिकित्सालय के चिकित्सकों ने उसे यह कह कर जोधपुर रैफर कर दिया कि हमारे पास कोई इलाज नहीं हैं। जी हां जैसलमेर के ग्रामीण इलाके से अपने परिजनों के साथ आई इस प्रसूता को खून की कमी के चलते चिकित्सालय में खून चढाया जा रहा था और इसी बीच चिकित्सकों ने इस प्रसूता को जोधपुर जाकर इलाज करवाने की बात कह कर चिकित्सालय से बाहर निकाल दिया और प्रसूता के साथ आये उसके लाचार परिजनों ने इसे चिकित्सालय के बाहर सडक पर लिटा दिया जहां पर करीब एक घंटे से भी अधिक समय तक ये प्रसूता पडी रही।




प्रसूता की मां के हाथ में खून की थैली थी जिससे इस प्रसूता के शरीर में खून चढ रहा था और लाचार और बेबस नजरों से ये परिवार सडक पर आने जाने वालों से मदद की गुहार लगा रहा था। जैसलमेर के राजकीय चिकित्सालय के इस अमानवीय चेहरे को भले ही इस प्रसूता पर दया नहीं आई हो लेकिन सडक पर चल रहे राहगीरों ने जब इसे देखा तो इंसानियत के नाते एकत्र हुए और इस प्रसूता को जोधपुर रैफर किये जाने के लिये आपस में पैसा एकत्र किया और इसके परिवार को गाडी करवाकर जोधपुर के लिये रवाना किया गया। वहीं इस पूरे मामले पर जब राजकीय जवाहिर चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डाॅ. झांझणाराम पंवार से जब हमने इस मामले में जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने इस पीडित प्रसूता की सुध लेने के बजाय इस मामले से अपना पल्ला झाड दिया और यह तक कह दिया कि उन्हें इस नौकरी की परवाह नहीं है। उन्होंने यह तक भी कहा कि उनका काम करने का यही तरीका है सरकार चाहे तो मुझे भले ही नौकरी से निकाल दे मैं प्राईवेट नौकरी कर लूंगा। आईये आपको सुनाते हैं कि जब जिम्मेदार मीडिया की तरह हमने इन प्रमुख चिकित्सा अधिकारी महोदय से इस मामले पर जानकारी लेनी चाही तो वे किस भडक उठे

बाड़मेर। राजस्थान दिवस समारोह के तहत 30 मार्च तक होगा सांस्कृतिक समागम, प्रभारी अधिकारी नियुक्त

बाड़मेर। राजस्थान दिवस समारोह के तहत 30 मार्च तक होगा सांस्कृतिक समागम, प्रभारी अधिकारी नियुक्त

बाड़मेर। राजस्थान दिवस समारोह के तहत जिला मुख्यालय पर 27 मार्च से कला एवं संस्कृति से जुड़े विभिन्न कार्यक्रमो  की शुरूआत होगी। तीस मार्च तक चलने वाले विभिन्न आयोजनो  में थार महोत्सव के दौरान होने वाली विभिन्न प्रतिस्पर्धामो  को शामिल किया गया है। इसके लिए जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए है।


जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने बताया कि राजस्थान दिवस समारोह के दौरान स्थानीय कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रमो  को शामिल किया गया है। पहली मर्तबा तीन दिन तक जिला मुख्यालय पर सांस्कृतिक समागम का दौर चलेगा। इसमें  स्थानीय कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने बताया कि राजस्थान दिवस समारोह को भव्य रूप से आयोजित करने के लिए कार्यक्रमो के प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। इसके तहत आदर्श स्टेडियम में  27 मार्च को प्रातः 11 बजे आयोजित होने वाले मैत्री क्रिकेट मैच के लिए अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी खेलकूद, जिला खेल अधिकारी एवं आयुक्त नगर परिषद बाड़मेर को प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है। मैची क्रिकेट मैच जिला प्रशासन एवं मीडियाकर्मियांे के मध्य होगा। इसी तरह राजस्थान की विकास यात्रा प्रदर्शनी सूचना केन्द्र बाड़मेर मंे 28 मार्च को प्रातः 11 बजे होगी। इसका जिम्मा सहायक निदेशक सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को सौंपा गया है। जिला कलक्टर ने बताया कि रासीउमावि स्टेशन रोड़ मंे 28 मार्च को दोपहर 3 बजे से हाट, काफ्ट, फुड नाइट बाजार लगेगा। जो रासीउमावि स्टेशन रोड़ 
में राजस्थान दिवस समारोह के दौरान आयोजित होने वाले कार्यक्रमांे के दौरान लगातार स्थाई रूप से संचालित होगा। इसके प्रभारी अधिकारी जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक, जिला रसद अधिकारी, आयुक्त नगरपरिषद, दी बाड़मेर सेट्रल कापरेटिव बैंक के प्रबंध निदेशक को बनाया गया है। इसी दिन रासीउमावि स्टेशन रोड़ मंे सांय 7 बजे से महिला कलाकारांे की सांस्कृतिक संध्या आयोजित होगी।
अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई ने बताया कि 29 मार्च को प्रातः 9 बजे आदर्श स्टेडियम में ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित होगी। इसका प्रभारी अधिकारी जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक, जिला खेल अधिकारी, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी खेलकूद एवं नेहरू युवा केन्द्र के जिला युवा समन्वयक को बनाया गया है। इसी दिन रासीउमावि स्टेशन रोड़ में दोपहर 12 बजे मांडणा प्रतियोगिता तथा सांय 7 बजे भजन संध्या होगी। मांडणा प्रतियोगिता के लिए जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक, राबाउमावि मालगोदाम एवं अंतरीदेवी के प्रधानाचार्य, सानिवि के अधिशाषी अभियंता एवं आयुक्त नगरपरिषद तथा भजन संध्या के लिए जिला आबकारी अधिकारी, तहसीलदार बाड़मेर को जिम्मा सौंपा गया है।
बिश्नोई ने बताया कि राजस्थान दिवस समारोह की शोभायात्रा 30 मार्च को गांधी चौक  से प्रातः 9 बजे प्रारंभ होकर आदर्श स्टेडियम पहुंचेगी। इसका प्रभारी अधिकारी उपखंड अधिकारी बाड़मेर, विकास अधिकारी, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक, नेहरू युवा केन्द्र के जिला युवा समन्वयक को बनाया गया है। इस शोभायात्रा में सीमा सुरक्षा बल के उंट, घोड़े, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देते कलाकार तथा पारंपरिक वेशभुषा में आमजन एवं सरकारी कार्मिक शामिल होंगे। इसी दिन प्रातः 10 बजे से आदर्श स्टेडियम में  सीमा सुरक्षा बल का कैमल टेटू शो तथा सेना का पाइप बैंड प्रस्तुतियां देगा। इसके अलावा विभिन्न प्रतियोगिताएं दादा-पोता दौड़, पणिहारी दौड़, मूंछ एवं साफा प्रतियोगिता आयोजित होगी। इस दौरान बाड़मेर जिले के विभिन्न स्थानो  से आए कलाकार गैर नृत्य की प्रस्तुति देंगे। राजस्थान दिवस मुख्य समारोह के कार्यक्रमांे के लिए प्रभारी अधिकारी विकास अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी खेलकूद, आयुक्त नगर परिषद एवं रासीउमावि स्टेशन रोड़ के व्याख्याता दीपसिंह भाटी को बनाया गया है। इसी दिन राउमावि स्टेशन रोड़ 
में सायं 7 बजे सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा। इसमंे लोग गीत एवं लोक नृत्यो  की प्रस्तुति दी जाएगी। सांस्कृतिक संध्या का प्रभारी अधिकारी जिला परिवहन अधिकारी डी.डी.मेघानी, महिला महाविद्यालय के व्याख्याता मुकेश पचैरी को बनाया गया है। जिला प्रशासन ने राजस्थान दिवस समारोह मंे अधिकाधिक लोगो  से शामिल होने की अपील की है।

बाड़मेर राजस्थान दिवस समारोह 26 से, प्रभारी अधिकारी नियुक्त

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बाड़मेर राजस्थान दिवस समारोह 26  से, प्रभारी अधिकारी नियुक्त
-बाड़मेर मंे राजस्थान दिवस समारोह के तहत 30 मार्च तक होगा सांस्कृतिक समागम
बाड़मेर,25 मार्च। राजस्थान दिवस समारोह के तहत जिला मुख्यालय पर 27 मार्च से कला एवं संस्कृति से जुड़े विभिन्न कार्यक्रमांे की शुरूआत होगी। तीस मार्च तक चलने वाले विभिन्न आयोजनांे मंे थार महोत्सव के दौरान होने वाली विभिन्न प्रतिस्पर्धाआंे को शामिल किया गया है। इसके लिए जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए है।

जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने बताया कि राजस्थान दिवस समारोह के दौरान स्थानीय कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रमांे को शामिल किया गया है। पहली मर्तबा तीन दिन तक जिला मुख्यालय पर सांस्कृतिक समागम का दौर चलेगा। इसमंे स्थानीय कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। उन्हांेने बताया कि राजस्थान दिवस समारोह को भव्य रूप से आयोजित करने के लिए कार्यक्रमांे के प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। इसके तहत आदर्श स्टेडियम मंे 27 मार्च को प्रातः 11 बजे आयोजित होने वाले मैत्री क्रिकेट मैच के लिए अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी खेलकूद, जिला खेल अधिकारी एवं आयुक्त नगर परिषद बाड़मेर को प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है। मैची क्रिकेट मैच जिला प्रशासन एवं मीडियाकर्मियांे के मध्य होगा। इसी तरह राजस्थान की विकास यात्रा प्रदर्शनी सूचना केन्द्र बाड़मेर मंे 28 मार्च को प्रातः 11 बजे होगी। इसका जिम्मा सहायक निदेशक सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को सौंपा गया है। जिला कलक्टर ने बताया कि रासीउमावि स्टेशन रोड़ मंे 28 मार्च को दोपहर 3 बजे से हाट, काफ्ट, फुड नाइट बाजार लगेगा। जो रासीउमावि स्टेशन रोड़ मंे राजस्थान दिवस समारोह के दौरान आयोजित होने वाले कार्यक्रमांे के दौरान लगातार स्थाई रूप से संचालित होगा। इसके प्रभारी अधिकारी जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक, जिला रसद अधिकारी, आयुक्त नगरपरिषद, दी बाड़मेर सेट्रल कापरेटिव बैंक के प्रबंध निदेशक को बनाया गया है। इसी दिन रासीउमावि स्टेशन रोड़ मंे सांय 7 बजे से महिला कलाकारांे की सांस्कृतिक संध्या आयोजित होगी।

अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई ने बताया कि 29 मार्च को प्रातः 9 बजे आदर्श स्टेडियम मंे ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित होगी। इसका प्रभारी अधिकारी जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक, जिला खेल अधिकारी, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी खेलकूद एवं नेहरू युवा केन्द्र के जिला युवा समन्वयक को बनाया गया है। इसी दिन रासीउमावि स्टेशन रोड़ मंे दोपहर 12 बजे मांडणा प्रतियोगिता तथा सांय 7 बजे भजन संध्या होगी। मांडणा प्रतियोगिता के लिए जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक, राबाउमावि मालगोदाम एवं अंतरीदेवी के प्रधानाचार्य, सानिवि के अधिशाषी अभियंता एवं आयुक्त नगरपरिषद तथा भजन संध्या के लिए जिला आबकारी अधिकारी, तहसीलदार बाड़मेर को जिम्मा सौंपा गया है।

बिश्नोई ने बताया कि राजस्थान दिवस समारोह की शोभायात्रा 30 मार्च को गांधीचैक से प्रातः 9 बजे प्रारंभ होकर आदर्श स्टेडियम पहुंचेगी। इसका प्रभारी अधिकारी उपखंड अधिकारी बाड़मेर, विकास अधिकारी, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक, नेहरू युवा केन्द्र के जिला युवा समन्वयक को बनाया गया है। इस शोभायात्रा मंे सीमा सुरक्षा बल के उंट, घोड़े, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देते कलाकार तथा पारंपरिक वेशभुषा मंे आमजन एवं सरकारी कार्मिक शामिल होंगे। इसी दिन प्रातः 10 बजे से आदर्श स्टेडियम मंे सीमा सुरक्षा बल का कैमल टेटू शो तथा सेना का पाइप बैंड प्रस्तुतियां देगा। इसके अलावा विभिन्न प्रतियोगिताएं दादा-पोता दौड़, पणिहारी दौड़, मूंछ एवं साफा प्रतियोगिता आयोजित होगी। इस दौरान बाड़मेर जिले के विभिन्न स्थानांे से आए कलाकार गैर नृत्य की प्रस्तुति देंगे। राजस्थान दिवस मुख्य समारोह के कार्यक्रमांे के लिए प्रभारी अधिकारी विकास अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी खेलकूद, आयुक्त नगर परिषद एवं रासीउमावि स्टेशन रोड़ के व्याख्याता दीपसिंह भाटी को बनाया गया है। इसी दिन राउमावि स्टेशन रोड़ मंे सायं 7 बजे सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा। इसमंे लोग गीत एवं लोक नृत्यांे की प्रस्तुति दी जाएगी। सांस्कृतिक संध्या का प्रभारी अधिकारी जिला परिवहन अधिकारी डी.डी.मेघानी, महिला महाविद्यालय के व्याख्याता मुकेश पचैरी को बनाया गया है। जिला प्रशासन ने राजस्थान दिवस समारोह मंे अधिकाधिक लोगांे से शामिल होने की अपील की है।

J&K: विधायक दल की नेता चुनी गईं महबूबा मुफ्ती,पहली महिला मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ

J&K: विधायक दल की नेता चुनी गईं महबूबा मुफ्ती,पहली महिला मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ


जम्मू कश्मीर की पीडीपी (पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ) ने महबूबा मुफ्ती को आधिकारिक रूप से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है। राज्य में बीजेपी के साथ गठबंधन सरकार को लेकर श्रीनगर में हुई पार्टी विधायकों की बैठक में यह फैसला लिया गया।

पीडीपी प्रमुख महबूबा के राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री बनने का रास्ता लगभग साफ हो गया। उनको पार्टी ने सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना है। महबूबा अगर मुख्यमंत्री बनती हैं तो उन्हें विधानसभा या विधानपरिषद में से किसी एक का सदस्य बनना होगा और लोकसभा सीट से इस्तीफा देना पड़ेगा। महबूबा फिलहाल दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सदस्य हैं।

पीडीपी के एक नेता ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में बीजेपी के साथ गठबंधन सरकार के संदर्भ में आखिरी फैसला करने से पहले महबूबा दुआ मांगने के लिए बिजबेहरा स्थित पिता की कब्र पर गईं। उन्होने बताया कि महबूबा मुफ्ती इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई मुलाकात सहित ताजा हालात की जानकारी पार्टी के विधायकों को देंगी।

इससे पहले बीजेपी ने बुधवार को साफ शब्दों में कहा था कि उसे सरकार गठन के लिए पीडीपी की कोई नई शर्त मंजूर नहीं। इसके साथ ही उसने साफ किया था कि सरकार गठन के लिए अगला कदम पीडीपी को ही उठाना है।

बीजेपी महासचिव राम माधव और प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह भी राज्य की मौजूदा राजनीतिक स्थिति की समीक्षा के लिए पार्टी विधायकों के साथ बैठक करेंगे और राज्य के राज्यपाल के साथ बैठक से पहले उनकी राय जानेंगे।

राज्य में बीजेपी और पीडीपी ने पिछले साल मार्च से इस साल जनवरी तक 10 महीने की गठबंधन सरकार चलाई थी। हालांकि बीते सात जनवरी को मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद से सरकार के गठन को लेकर उहापोह की स्थिति बनी हुई है और वहां राज्यपाल शासन लागू है।

टीबी से बचाएगी ये Miracle Drug, केन्द्र सरकार ने की लॉन्च



नई दिल्ली।टीबी से बचाएगी ये Miracle Drug, केन्द्र सरकार ने की लॉन्च


24 मार्च world tuberculosis day से पहले केन्द्र सरकार ने दी टीबी के मरीजों को बड़ी राहत, इलाज के लिए आई नई असरदार दवा...


केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने सोमवार को Bedaquline नामक नई टीबी निरोधी दवा जारी की है। यह टीबी के मरीजों के लिए खुशखबर है। इसमें जांच की नई व त्वरित सुविधा भी शामिल है। अब टीबी के उन मरीजों की जान भी बचाई जा सकेगी, जो टीबी के इलाज का पूरा कोर्स नहीं लेते और उनका रोग दवाओं के प्रति प्रतिरोधक क्षमता हासिल कर लेता है।







ये एकमात्र ऐसी दवा है जिसे पिछले 50 सालों में अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने टीबी के इलाज के लिए स्वीकृति दी है। भारत में विश्व के सर्वाधिक 23 फीसदी टीबी पेशेंट हैं। 70,000 से अधिक लोग एमडीआर टीबी के शिकार हैं।







भारत में टीबी पर दवा के बेअसर होने की स्थिति में इसका विशेष रूप से आविष्कार किया गया है। नई श्रेणी की यह दवा मुख्य रूप से डायरिया लक्वीनोलिन श्रेणी की है, जो खासतौर पर माइकोबैक्टीरियम टीबी का नाश करेगी।







शुरुआत में बेडाक्वीलिन देश के चिन्ह्ति छह क्षेत्रीय स्वास्थ्य केन्द्रों में ही मिलेगी। यह नई दवा एमआरडी-टीबी के इलाज के लिए है। बेडाक्वीलिन दवा से दवाओं के प्रति रजिस्टेंस विकसित कर लेने वाली टीबी का इलाज संभव हो सकेगा।

, ओबामा का यह वीडियो पूरी दुनिया में हुआ वायरल



ब्यूनर्स। , ओबामा का यह वीडियो पूरी दुनिया में हुआ वायरल


एक तरफ तो बेल्जियम के ब्रसेल्ज में बम धमाकों से पूरी दुनिया सकते में हैं। वहीं दूसरी ओर अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा परिवार के साथ अर्जेंटीना के दौरे पर मौज कर रहे हैं। अर्जेंटीना में ओबामा ने बुधवार रात स्टेट डिनर में जमकर टैंगो डांस किया। उनके इस डांस की फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर पूरी दुनिया में वायरल हो गई।


डेली मेल के मुताबिक आतंकी हमलों के बाद उनको स्वदेश वापसी के लिए कॉल भी कई गईं, लेकिन उन्होंन नजरअंदाज कर दिया। ब्रसेल्ज में मरने वालों में नौ अमरीकी भी शामिल थे। आलोचकों का कहना है कि अमरीकी नागरिकों की चिंता छोड़ ओबामा कैंडिल लाइट डिनर और डांस में मशगूल थे। गौरतलब है कि क्यूबा के बाद ओबामा दो दिन के दौर पर लैटिन अमरीकी देश अर्जेंटीना पहुंचे थे।

बुधवार रात का अर्जेंटीना के राष्ट्रपति मॉरिसियो मर्सी और वाइफ जुलिएना अवाडा ने ओबामा और मिशेल के सम्मान में कैंडिल लाइट स्टेट डिनर दिया था। इस दौरान टैंगो डांसर भी मौजूद थे। ओबामा और मिशेल ने उनके साथ जमकर डांस किया।

संयोग से बनी धारणा, ये लिव इन में रह बच्चा पैदा करने के बाद करते हैं शादी

संयोग से बनी धारणा, ये लिव इन में रह बच्चा पैदा करने के बाद करते हैं शादी
कहते हैं कि गरासिया समाज में लिव इन का ट्रेडिशन करीब हजार साल पुराना है।

इंडियन सोसाइटी ने भले ही लिव इन को पूरी तरह से स्वीकार नहीं किया हैं, लेकिन राजस्थान में गरासिया ट्राइब के लोग पिछले एक हजार साल से ऐसा करते हैं। भले ही उन्हें लिव इन जैसे शब्द का मतलब न पता हो। 30 मार्च को राजस्थान अपना फाउंडेशन डे मनाने जा रहा है। किस वजह से ट्राइब करते हैं ऐसा...

- गरासिया, राजस्थान और गुजरात के कुछ इलाकों में रहते हैं। राजस्थान के पाली, उदयपुर और सिरोही जिले के कुछ गांवों में इनके परिवार बसे हैं।

- गरासिया ट्राइब में कई पीढ़ियों से कुछ परिवारों में कोई शादी नहीं हुई। धारणा ये है कि इनके परिवारों में किसी ने बच्चा पैसा करने से पहले शादी की तो बाद में संतानें नहीं होंगी।

कैसे बनी यह धारणा ?




- दरअसल, सालों पहले गरासिया समाज के चार भाई कहीं जाकर बस गए थे।

- तीन ने शादी की और एक बिना शादी (लिव इन रिलेशन) के रहने लगा।

- संयोग से शादीशुदा भाइयों को कोई औलाद नहीं हुई। सिर्फ चौथे भाई की वजह से वंश और परिवार चला।

- कहते हैं कि इसी के बाद, गरासिया समाज में इस धारणा ने रिवाज का रूप ले लिया।

- पीढ़ियों से यह धारणा चली आ रही है।




लिव इन से पहले भागते हैं एक-दूसरे के साथ

- राजस्थान और गुजरात में इस समाज का दो दिन का 'विवाह मेला' लगता है, जिसमें टीनएजर एक दूसरे से मिलते हैं और भाग जाते हैं।

- भागकर वापस आने पर लड़के-लड़कियां बिना शादी के पति-पत्नी की तरह साथ रहने लगते हैं।

- हालांकि, बच्चे पैदा होने के बाद वे अपनी सहूलियत से कभी भी शादी कर सकते हैं।

- कई लोगों की शादी तो बूढ़े होने पर उनके बच्चे करवाते हैं।

- इतना ही नहीं दूल्हे के घरवाले शादी का खर्चा उठाते हैं और शादी भी दूल्हे के ही घर में होती है।

- इसके अलावा गरासिया समाज के पंचायत की 'दापा प्रथा' यानी लड़का-लड़की के सहमत होने पर लड़की पक्ष को सामाजिक सहमति से कुछ पैसे दे दिए जाते हैं।

वारंटी को पकड़ने गए एएसआई पर कुल्हाड़ी से हमला, आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस

वारंटी को पकड़ने गए एएसआई पर कुल्हाड़ी से हमला, आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस
घायल एएसआई का अस्पताल में चल रहा है उपचार।

शाहपुरा (भीलवाड़ा)। शाहपुरा के निकटवर्ती राज्यास गांव में एक वारंटी को पकड़ने गए पुलिसकर्मी पर जानलेवा हमले का आरोपी अभी तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है। हमले में अरवड चौकी प्रभारी एएसआई श्यामसुंदर गंभीर रूप से घायल हो गए। चौकी प्रभारी पर गुरुवार को कुल्हाड़ी से हमला हुआ। उनके बाएं हाथ पर गहरा घाव हो गया है। कुल्हाड़ी से किए कई वार ....

घायल चौकी प्रभारी को बाइक पर शाहपुरा आता देख प्रधान गोपाल गुर्जर ने अपने वाहन से उन्हें सेटेलाइट चिकित्सालय पहुंचाया। घायल श्यामसुंदर को सेटेलाइट चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया है जहां उनका उपचार जारी है।

घायल श्यामसुंदर ने बताया कि फूलियाकलां थानाप्रभारी के निर्देश पर वे राज्यास में वारंटी हंसराज बावरी को पकड़ने गए थे। वह गांव में ही उसके घर पर मिल गया। इस दौरान हंसराज को पकड़ते ही उसने मारपीट करते हुए कुल्हाड़ी से प्राणघातक हमला कर दिया। उसने श्यामसुंदर पर 20 वार किए। हमले के बाद आरोपी फरार हो गया।

इससे पहले इसी आरोपी को दिन में ही फूलियाकलां थाने के चार जवान पकड़ने गए थे लेकिन तब वह हाथ नहीं लगा। बाद में अरवड चौकी प्रभारी श्यामसुंदर अकेले ही आरोपी को पकड़ने गए थे। पुलिस अब आरोपी की तलाश में जुट गई है।

गुरुवार, 24 मार्च 2016

171 साल पुरानी परंपरा, आज भी प्रसिद्ध है सनावड़ा का गेर मेला

171 साल पुरानी परंपरा, आज भी प्रसिद्ध है सनावड़ा का गेर मेला

24 मार्च को धुलंडी के मौके पर बाड़मेर जिला मुख्यालय के निकट सनावड़ा गांव में होगा आयोजन, जिलेभर से लोग करेंगे गेर मेले में शिरकत

बाड़मेर एशियाडमें धूम मचा चुके बाड़मेर जिले के सनावड़ा गैर नृत्य की पहचान का राज 171 साल पुराना है। सदियों पुरानी परंपरा जीवित रखते हुए यादगार बनी हुई है। लाल-सफेद रंग की आंगी पहने सैकड़ों कलाकार ढोल, थाली की टंकार पर लय ताल के साथ डांडिया नृत्य करते हैं। इसकी शुरूआत 171 साल पहले हुई थी। चाहे वो दिल्ली के इंडिया गेट पर राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस हो या फिर राजस्थान दिवस, हर जगह इस कला ने अपनी अनूठी पहचान बनाई है। देश-दुनिया में भी इन कलाकारों की कला को लेकर अच्छा खासा रुझान रहा है, लेकिन विडंबना यह है कि इन कलाकारों से सरकार या न ही प्रशासन के तरफ से तो प्रोत्साहन मिल रहा है और ही सुविधाएं। राजस्थानी फेस्टिवल के दौरान कलाकारों को प्रोत्साहित किए जाने के प्रयास नहीं होते है। इससे धीरे-धीरे इस परंपरा से लोगों का मोह टूटने लगा है, फिर भी सनावड़ा के बुजुर्ग खींयाराम जाखड़ के मार्गदर्शन में सदियों पुरानी गेर नृत्य की परंपरा आज भी जीवित है और हर साल होली के दूसरे दिन धुलंडी पर भव्य मेला भरा जाता है।

देश-दुनियामें बनाई पहचान : सनावड़ाका प्रसिद्ध गेर नृत्य ने बाड़मेर, राजस्थान या देश में ही पहचान नहीं बनाई है, जबकि दुनिया के कई शहरों में यह गेर धूम मचा चुका है। वर्ष 1982 में एशियाड दिल्ली एवं वर्ष 2000 में राष्ट्रीय खेल पूना, चंडीगढ़ में धूम मचा चुका है।

38किलों की आंगी से करते थे गेर नृत्य : पहले: जबगेर नृत्य की शुरूआत हुई थी, तब नौ मीटर खादी कपड़े से बनी इस लाल-सफेद आंगी का वजह करीब 38 किलो के आसपास होता था, लेकिन इस आधुनिकता के दौर में पहनावा बदला तो आंगी का स्वरूप भी बदलता गया।

अब:यहआंगी 38 किलो की बजाय घटकर 7-8 किलों तक पहुंच गई है। अब वो पहले जैसे वजन उठाने वाले तो कलाकार रहे है और ही उस तरह से इस नृत्य के प्रति लोगों में क्रेज। ऐसे में धीरे-धीरे लोग इस खेल से दूर हो रहे हैं।

यहहै गेर नृत्य का पहनावा : खादीपकड़े से बनी आंगी पहनकर सिर पर लाल साफा, कलंकी और कमर पर कमरबंद, पैरों में घुंघरू के साथ गेर नृत्य किया जाता है। ढोल थाली की टंकार पर एक साथ गोल घेरे में कलाकार एक-दूसरे कलाकार के साथ डांडिया टकराते है।

12सालों से स्टेडियम के लिए जमीन का इंतजार : सनावड़ाकी प्रसिद्ध गेर के लिए वर्ष 2004 में तत्कालीन कलेक्टर सुबीर कुमार ने एक स्टेडियम बनाने की घोषणा करते हुए प्लान बनाकर सरकार को भेजा था। इसके तहत 4 लाख रुपए तक सरकार की तरफ और शेष राशि जनप्रतिनिधियों के कोटे से खर्च कर करीब 10 लाख रुपए से अधिक राशि का स्टेडियम बनाया जाना था, लेकिन आज दिन तक ग्राम पंचायत को इस स्टेडियम के लिए जमीन तक नहीं मिली। ग्राम पंचायत के पास बजट भी आया, लेकिन जमीन नहीं मिलने से वो लैप्स हो गया। दरअसल 2004 से पहले सनावड़ा और जाखड़ों की ढाणी ग्राम पंचायत एक ही थे, लेकिन नए गांव सृजित होने के बाद एनएच-15 के एक तरफ सनावड़ा और दूसरी तरफ जाखड़ों की ढाणी ग्राम पंचायत बस गई। ऐसे में अब सनावड़ा ग्राम पंचायत के पास जमीन नहीं है, हाइवे के दूसरी तरफ जमीन भी है तो वो दूसरी ग्राम लगती है। ऐसे में जमीन को लेकर पिछले 12 सालों से मामला सुलझ ही नहीं पाया। अब ग्राम पंचायत में भारी भीड़ के कारण दर्शकों को बैठने के लिए जगह भी नहीं मिल रही।

^सदियों पुरानी परंपरा को आज भी हमारे गांव के लोग जीवित रखे हुए है। 171 साल से होली के दूसरे दिन धुलंडी के मौके पर गेर मेले का आयोजन होता है। इसमें बाड़मेर जिले भर से भारी संख्या में लोग भाग लेते है। होली से 5-7 दिन पहले ही इस गेर नृत्य का पूर्वाभ्यास शुरू हो जाता है। -खींयाराम जाखड़,संरक्षक, गेर आयोजन समिति सनावड़ा

बाड़मेर.बाडमेर में होली पर खुद को जला दिया



बाड़मेर.बाडमेर में होली पर खुद को जला दिया


बाड़मेर के चौखला गाँव में एक तीस साल के युवक ने सम्भवतया खुद को आग लगाकर अपनी ईहलीला समाप्त कर दी। पुलिस के अनुसार पुरखा राम पुत्र भैरा राम मेघवाल उम्र 30 वर्ष बताया जा रहा हैं।

घटना की जानकारी मिलते ही नागाणा थाना पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच कर मौका मुआयना किया हैं जिसके बाद युवक का शव बाड़मेर के जिला अस्पताल की मौर्चरी में रखवाया गया हैं।




पुलिस उपाधीक्षक ओम प्रकाश उज्ज्वल ने बताया कि युवक की और से अत्यधिक शराब का सेवन किया गया था और सम्भवतया पारिवारिक क्लेश के चलते उसने खुद को आग लगा दी और उसकी मौत हो गई।

प्रतापगढ़ 57 बोरों में भरा 12 क्विंटल डोडा चूरा जब्त, आरोपी फरार



प्रतापगढ़ 57 बोरों में भरा 12 क्विंटल डोडा चूरा जब्त, आरोपी फरार


प्रतापगढ़ जिले की अरनोद थाना पुलिस ने बुधवार सुबह को मुखबिर की सूचना पर एक मकान में रखा डोडा चूरा बरामद किया है। आरोपित मौके से भाग छूटे।

अरनोद थाना प्रभारी सुनील कुमार टेलर ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली की थाना क्षेत्र के रीच्छा गांव निवासी लालसिंह पिछले कई दिनों से डोडा चूरा का अवैध रूप से स्टॉक कर रहा है। गांव के ही मनोहर सिंह के खेत पर बने मकान में डोडा चूरा भरा हुआ है जो यहां से अन्यत्र सप्लाई करने की फिराक में है।

इस पर पुलिस मय जाप्ते के मनोहरसिंह के मकान पर पहुंची। इस दौरान आरोपितों को भनक लग गई और वे मौके से फरार हो गए। पुलिस ने मकान में रखे 57 बोरों में भरा 12 क्विंटल 84 किलो डोडा चूरा जब्त किया है। कमरे से तोल कांटा व एक बंदूक जब्त की गई है।

पुलिस ने एनडीपीएस और आम्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।

कोलकाता बम धमाके में तृणमूल कांग्रेस के नेता की मौत के बाद तनाव



कोलकाता बम धमाके में तृणमूल कांग्रेस के नेता की मौत के बाद तनाव


तृणमूल कांग्रेस लीडर हाजी अब्दुल जहल मोल्लाह की एक बम धमाके में मौत हो गई। मोल्लाह 75 साल के थे। हमलावर का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मोल्लाह एक चुनावी मीटिंग के बाद घर लौट रहे थे।

उसी समय करीब 11.30 बजे धमाका हुआ। 75 साल के मोल्लाह की मौके पर ही मौत हो गई।

मोल्लाह की मौत के बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। टीएमसी नेता मंतूराम पखीरा इस हत्या के पीछे CPI (M) का हाथ बता रहें हैं।

होली के दिन करंट ने मचाई तबाही: दो लड़कियों की मौत, एक दर्जन लोग घायल

होली के दिन करंट ने मचाई तबाही: दो लड़कियों की मौत, एक दर्जन लोग घायल



सीकर. सीकर के सदर थाना इलाके के बलरामपुरा गांव के पास मालियों की ढाणी में बुधवार दोपहर को करंट ने ऐसी तबाही मचाई कि त्योहार की खुशियों के बीच मातम छा गया। करंट की चपेट में आने से दो बच्चियों की मौत हो गई, वहीं करीब एक दर्जन लोग घायल हो गए। घायलों को सीकर के एसके अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
जानकारी के अनुसार मालियों की ढाणी में दोपहरर करीब डेढ़ बजे एलटी लाइन का 11 हजार की लाइन से तार भिड़ गए, जिससे पूरी ढाणी में करंट दौड़ गया। करंट दौडऩे से घरों में विद्युत उपकरण जल गए। इस दौरान 17 वर्षीय ममता और तीन वर्षीय की खुशी करंट की चपेट में आ गई। ममता और खुशी के साथ ही एक दर्जन अन्य घायलों को सीकर के एसके अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने दोनों लड़कियों को मृत घोषित कर दिया। घायल उपचाराधीन हैं।

बुराई पर अच्छाई की जीत अवश्य होती है : हुआ होली दहन

बुराई पर अच्छाई की जीत अवश्य होती है : हुआ होली दहन

रिपोर्ट :- छगनसिंह चौहान / बाड़मेर

बाड़मेर । जिले में बुधवार को शुभ मुहूर्त गोधुली वेला में जगह-जगह होलिका दहन किया गया। जिले के समदड़ी क्षेत्र के अजीत गाँव में होली की पूजा-अर्चना कर होली की परिक्रमा के बाद होली को अग्नि दी गई। होलिका दहन का नजारा देख लोगों ने बुराई के अंत का भाव अंगीकार किया। बाद में अंगारे घर ले जाकर दूसरे दिन का चूल्हा इसी से जलाने की परम्परा का भी निर्वाह हुआ। होलिका दहन में बड़ी संख्या में ग्रामवासियों ने भाग लिया।