शनिवार, 9 मई 2015

राजस्थानी भाषा को अब प्रधानमंत्री से मान्यता की आस



राजस्थानी भाषा को अब प्रधानमंत्री से मान्यता की आस



राजस्थानी भाषा को संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल कराने के साथ ही इसे संवैधानिक मान्यता दिलाने के लिए राजस्थान से जुड़े लोगों के प्रयास लगातार जारी है.

इस सिलसिले में दिल्ली में राजस्थानी भाषा मान्यता समिति पदाधिकारियों ने शुक्रवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर अपनी मांगें रखी.

संसद भवन में प्रधानमंत्री के कक्ष में सांसद अर्जुनराम मेघवाल के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने पीएम से मुलाकात की. पदाधिकारियों ने मोदी को ज्ञापन देकर राजस्थानी भाषा को जल्द मान्यता देने की मांग की.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पदाधिकारियों को आश्वासन दिया कि वे इस दिशा में जरूरी कदम उठाएंगे. सभी आवश्यक औपचारिकता पूरी करने के बाद ही राजस्थानी भाषा को मान्यता देने पर फैसला लिया जाएगा.

इसके अलावा, पीएम ने कहा कि वे स्वंय राजस्थानी भाषा के कायल हैं. मोदी से मुलाकात करने वालों में मान्यता समिति अध्यक्ष केसी मालू, राजस्थान संस्था संघ दिल्ली अध्यक्ष सुरेश खंडेलवाल, सचिव के.के. नरेड़ा और पदम मेहता शामिल थे.

गुजरात के कच्छ में भूकंप के हल्के झटके

गुजरात के कच्छ में भूकंप के हल्के झटके


now today earthquake came in kutch
गुजरात के कच्छ में शनिवार को भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। सुबह छह बजकर 32 मिनट पर आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.4 मापी गई।

मौसम विभाग के मुताबिक भूकंप का केन्द्र 23. 3 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 70.4 डिग्री पूर्वी देशान्तर पर जमीन की सतह से 10 किलोमीटर की गहराई में था।

भूकंप से किसी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। गौरतलब है कि बीते माह 25 अप्रैल को नेपाल सहित भारत के कई राज्यों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे।

हालांकि भारत में भूकंप से ज्यादा जान-माल का नुकसान नहीं हुआ लेकिन पड़ौसी मुल्क नेपाल में भारी तबाही मची थी।

नेपाल में भूकंप से मरने वालों का आंकड़ा 8000 के पार पहुंच गया था वहीं 16000 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। वहीं 25 अप्रैल से अब 12 बार से अधिक भूकंप केे झटके वहां महसूस किए गए हैं।

वायुसेना का मिग-27 विमान क्रैश, दो लोगों की मौत

वायुसेना का मिग-27 विमान क्रैश, दो लोगों की मौत


नई दिल्ली पश्चिम बंगाल के अलीपुर दुआर में शुक्रवार को वायुसेना का मिग-27 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में विमान का पायलट बाल-बाल बच गया।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि विमान ने शाम को हाशिमारा हवाई अड्डे से नियमित उड़ान भरी थी। रात लगभग साढ़े आठ बजे यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

हादसे में दो आम नागरिक मारे गए। हादसे की जांच के लिए 'कोर्ट ऑफ एनक्वायरीÓ गठित की गई है। दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है।

हैदराबाद। मुस्लिम नेता की किताब का दावा, भारत में नहीं पाकिस्तान में है अयोध्या



हैदराबाद।  मुस्लिम नेता की किताब का दावा, भारत में नहीं पाकिस्तान में है अयोध्या
lord rama's ayodhya is not india says muslim leader

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से जुड़े मुस्लिम नेता की एक किताब मेें दावा किया गया है भगवान राम की जन्मस्थली 'अयोध्या' भारत में नहीं बल्कि पाकिस्तान में है।

मीडिया रिपोट्स के मुताबिक बोर्ड के सहायक महासचिव अब्दुल रहीम कुरैशी ने अपनी किताब 'फैक्ट्स ऑफ अयोध्या एपिसोड' में लिखा कि यूपी के फैजाबाद जिले की अयोध्या का नाम वास्तविक नाम नहीं है, क्योंकि ईसा से सिर्फ सात शताब्दी पहले इंसान ने यहां रहना शुरु किया जबकि माना जाता है कि राम का जन्म 1.80 करोड़ साल पहले हुआ था।

'जस्सू राम' और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अन्य पुरातत्वविदों के शोत्र पत्रों का हवाला देेते हुए पुस्तक में दो अयोध्या का जिक्र किया गया है।

एक अयोध्या का निर्माण राजा रघु की ओर से किया गया था, जो राम के परदादा थे, जबकि दूसरी अयोध्या का निर्माण भगवान राम ने स्वयं किया था।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रहीम कुरैशी ने बताया कि जस्सू राम ने एनशियट जियोग्राफी ऑफ द रामायण में कहा कि दोनोंं अयोध्या पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर सीमांत प्रांत अब 'खैबर पख्तूनख्वा' के डेरा इस्माइल खान जिले में है।

कुरैशी ने कहा कि फैजाबाद जिले की अयोध्या को ईसा से सातवी सदी पहले साकेत के नाम से जाना जाता था। कुरैशी बाबरी मस्जिद मामले में एआईएमपीएनबी की ओर से गठित समिति के प्रमुख सदस्य भी हैं ने कहा कि संभवत: 11 वीं सीदी में इस कस्बे को अयोध्या का नाम दिया।

अलवर अलवर में इंजेक्शन लगाने के बाद आठ मरीजों की हालत बिगड़ी

After injecting the patient's condition deteriorates eight in Alwar

अलवर

राजीव गांधी सामान्य अस्पताल के फीमेल सर्जिकल वार्ड में गुरुवार रात मरीजों को लगाए इंजेक्शन से संक्रमण फैल गया। आठ मरीजों की हालात बिगडऩे लगी तो अस्पताल प्रशासन ने मरीजों को दवा दे जबरन छुट्टी दे दी।

जानकारी के अनुसार गुरुवार रात को करीब 9 बजे अस्पताल के फीमेल सर्जिकल वार्ड में आठ मरीजों को एंटीबायोटिक सेफ्ट्रिक्सोन इंजेक्शन लगाया गया। कुछ देर बाद मरीजों ने सर्दी और शरीर पर खुजली की शिकायत की।

एक साथ मरीजों की शिकायत से नर्सिंगकर्मियों ंने तुरंत नाइट डयूटी डॉक्टर को सूचना दी। डॉक्टर ने मरीजों को जांच के बाद दवा दी, लेकिन कई घंटे तक मरीज परेशान होते रहे। सुबह जब डॉक्टर राउंड पर आए तो उन्होंने भी मरीजों को जांच के बाद दवा दी।

तब जाकर उन्हें कुछ राहत मिली। मीडिया में मामला आने के बाद अस्पताल प्रशासन हरकत में आया और मरीजों के लगे इंजेक्शनों में बची हुई दवा को अलग रख दिया गया है। अस्पताल के कर्मचारी व मरीजों से बातचीत करने पर पत्रिका को पता चला कि मरीजों को जो इंजेक्शन लगाए गए थे। उनमें पुराना डिस्टिल वाटर मिलाया गया था।

बीमार मरीजों के नाम

इंजेक्शन लगने के बाद बीमार मरीजों में चंद्रवती, असरपी, भागा, ममता, तरन्नुम, सुमन, जरीना व पुष्पा शामिल हैं। इनमें से सभी मरीजों को सुबह तक अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। केवल वार्ड में चंद्रवती, पुष्पा व ममता ही भर्ती हैं।

आए 40000 इंजेक्शन

दो महीने पहले अस्पताल में यह 40 हजार इंजेक्शन आए थे। इसमें दो बैच के इंजेक्शन शामिल थे। डीसी5008 व डीसी4287 बैच शामिल था। फीमेल सर्जिकल वार्ड में 20 अप्रेल को 500 इंजेक्शन दिए गए थे। इन इंजेक्शनों को काम में लेने की अंतिम तिथि नवम्बर 2016 थे।

संगरिया/हनुमानगढ़ इंजीनियर बेटे की मौत की खबर सुन मां ने कर लिया आत्मदाह

On hearing of her son's death was engineered by self-immolation

राजकीय कन्या स्कूल से प्रधानाध्यापिका के पद से रिटायर 85 साल की निर्मला चौधरी के जीवन में यूं को कई गम नहीं था, लेकिन उम्र के इस पड़ाव में वे अपने बेटे की मौत पर खुद को दिलासा ना दे सकीं।

घर के सभी लोग जयपुर के जलसंसाधन विभाग में तैनात उनके बेटे अधिशासी अभियंता ओमप्रकाश काजला का शव लेने जयपुर रवाना हुए कि पीछे से उन्होंने अंदर से बंद करके खुद पर पूजा घर में रखा घी उड़ेल कर आग लगा ली।

यह लोमहर्षक घटना गुरुवार रात कस्बे के वार्ड 24 में स्थित जंभेश्वर मंदिर के सामने वाली गली में हुई। पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार को मृतका का अंतिम संस्कार कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि मृतका के बड़े बेटे ओमप्रकाश काजला की लंबी बीमारी के बाद गुरुवार देर शाम जयपुर में मौत हो गई।

बड़े बेटे की मौत की बात सुनकर भावुक हुई मां ने छोटे बेटे से उसका अंतिम संस्कार संगरिया में करने की इच्छा जताई। इस पर परिजन रात में ही जयपुर के लिए रवाना हो गए। उधर बेटे के निधन के बाद मां इतनी भावुक हो गई और यह कदम उठा लिया।

पुलिस को घर से निर्मला का सुसाइड नोट मिला है जिसमें बड़े बेटे ओमप्रकाश के पास जाने की बात लिखी है।

शुक्रवार, 8 मई 2015

जोधपुर युवक ने घर में फंदा लगाया



जोधपुर युवक ने घर में फंदा लगाया
young man suicide by hanging

शहर के निकटवर्ती बोरानाडा स्थित मकान के कमरे में शुक्रवार को एक युवक ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। कारणों का पता नहीं लग पाया है।

पुलिस के अनुसार जाटों का बास निवासी सुरजाराम (20) पुत्र जवानराम जाट सुबह अपने घर में ही था। उसकी मां व दो बहनें काम कर रही थीं। सुबह करीब दस बजे सुरजाराम रस्सी से फंदा बनाकर पंखे के हुक से लटक गया। कुछ ही देर बाद घरवालों को घटना का पता लगा। उन्होंने आनन-फानन में रस्सी काटकर उसे नीचे उतारा। तब तक उसके पिता व रिश्तेदार भी वहां आ गए। वे उसे मथुरादास माथुर अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द किया। मृतक के पिता की शिकायत पर मर्ग दर्ज किया गया है। मृतक बोरानाडा में ही किसी फैक्ट्री में काम करता था। उसकी शादी होनी थी। आत्महत्या के कारणों का पता नहीं लग पाया है।

बाड़मेर थार का स्टार: सिर चढ़कर बोला विवेक का गूंगा पहलवान



बाड़मेर थार का स्टार: सिर चढ़कर बोला विवेक का गूंगा पहलवान
barmer's vivek chaudhary got national film award

तीन दोस्तों ने मिलकर कुछ करने की सोची, लेकिन क्या किया जाए, यह समझ में नहीं आ रहा था। इस उधेड़बुन में समय गुजर रहा था कि एक दिन अखबार में एक गूंगे पहलवान की सफलता व संघर्ष की कहानी पढऩे को मिली। तीनों ने मिलकर गूंगे पहलवान पर डॉक्यूमेंट्री बनाने की ठानी।

मिट जानी, प्रतीक गुप्ता व विवेक चौधरी नाम के तीन गुमनाम दोस्तों की बनाई डॉक्यूमेंट्री गूंगा पहलवान 62वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में बोल उठी। तीनों को बेस्ट डेब्यू डायरेक्टर का अवॉर्ड तीन मई को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के हाथों मिला। इन तीनों में से एक विवेक चौधरी मूलत: बाड़मेर जिले के तारातरा गांव का निवासी है। विवेक का कहना है कि पहले ही प्रयास में इतनी बड़ी सफलता उसके लिए न सिर्फ अविश्वसनीय है बल्कि ऐसा सपना है, जो देखा ही नहीं गया, लेकिन पूरा हो गया।

कौन है गूंगा पहलवान

गूंगा पहलवान हरियाणा का वीरेन्द्रसिंह है, जिसने बेथ ओलम्पिक में दो गोल्ड सहित तीन मेडल जीते। पहला मेडल 2005 में मेलबर्न में, दूसरा 2009 में ताइवान में, तीसरा 2013 में बुल्गारिया में जीता। मेलबर्न व बुल्गारिया में वीरेन्द्र ने गोल्ड व ताइवान में कांस्य पदक जीता। इसके अलावा वल्र्ड बेथ चैम्यिनशिप में दो गोल्ड मेडल भी वीरेन्द्र के नाम है।

डॉक्यूमेंट्री में वीरेन्द्र की दास्तां

मिट, प्रतीक व विवेक ने 18 माह में बनाई 45 मिनट की डॉक्यूमेंट्री गूंगा पहलवान में वीरेन्द्रसिंह की दास्तां को बखूबी बयां किया है। डॉक्यूमेंट्री में बताया गया है कि वीरेन्द्र मूक है, इसलिए वह बेथ ओलम्पिक में ही खेल सकता है। लेकिन ओलम्पिक मेडलिस्ट को हराने में सक्षम है। बेथ ओलम्पियन होने के कारण वीरेन्द्र के पास न शोहरत है, ना दौलत। सरकार भी उन्हें प्रोत्साहित नहीं करती। लिहाजा वह रेसलिंग मुकाबलों से प्राप्त होने वाली इनामी राशि से ही अपनी आजीविका चलाने को मजबूर है।

दिल की सुनो, जुनून के साथ बढ़ो- विवेक

मूलत: बाड़मेर जिले के तारातरा गांव निवासी विवेक चौधरी के पिता हमीरसिंह विरड़ा अहमदाबाद में सर्विस टैक्स विभाग में असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर कार्यरत हैं। विवेक के दादा सुखाराम किसान थे। विवेक की पढ़ाई अहमदाबाद व दिल्ली में हुई। उसने डीयू से एमबीए किया। वर्ष 2013 में एमबीए करने के बाद 24 वर्षीय विवेक व उसके दो मित्रों ने गूंगा पहलवान शुरू की।

डॉक्यूमेंट्री व फिल्म निर्माण क्षेत्र के उभरते सितारे विवेक ने बताया कि पहली सफलता के बाद वे नए प्रोजेक्ट के बारे में सोच रहे हैं। एक-एक कदम आगे बढ़ाना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि यदि कोई अपने दिल की सुनकर पूरे जुनून के साथ आगे बढ़े, तो भगवान भी उसे सफलता जरूर दिलाता है।

दो माह पूर्व पत्नी ने की थी बेटियों की हत्या, अब खुद ने लगाया मौत को गले


father of late daughters found hanged in room


अजमेर ठीक, दो माह सात दिन पहले पत्नी के हाथों मासूम बेटियों की हत्या के बाद उनके पिता ने मौत को गले लगा लिया। उसने पत्नी की चुन्नी को फांसी का फंदा बना आत्महत्या कर ली। वह कमरे में पंखे से लटका मिला। नगरा बारह कोठी क्षेत्र में शुक्रवार सुबह की घटना से सनसनी फैल गई।
अलवर गेट थाना पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजन के सुपुर्द कर दिया।नगरा बारह कोठी क्षेत्र में शुक्रवार सुबह एकबारगी फिर सन्नाटा पसर गया। जगदीशचंद सोनी के बेटे अरुण सोनी(40) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मोबाइल पर कॉल रिसिव नहीं करने पर मित्र देवांशु जोधा उसको जगाने आया था।
कई मर्तबा दरवाजा खटखटाने के बाद भी जवाब नहीं मिला तो देवांशु ने खिड़की से कमरे में ताक-झाक की। कमरे का दृश्य देखकर देवांशु सन्न रह गया। उसने अलवर गेट थाना पुलिस को इत्तला कर दी। सहायक पुलिस अधीक्षक(दक्षिण) गौरव यादव, थानाप्रभारी विक्रमसिंह भाटी पहुंचे। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर कमरे में दाखिल हुई। पंखे पर फंदे से लटके अरुण को उतारा।
पुलिस ने कमरे की तलाशी ली लेकिन सुसाइड नोट नहीं मिला। शव जेएलएन अस्पताल की मोर्चरी में रखाया। यहां पोस्टमार्टम के बाद शव अरुण के बड़े भाई राजकुमार को सुपुर्द कर दिया।मां ने ली थी बच्चों जानदो माह पहले एक मार्च को अरुण की दोनों बेटियां सोनिया(2) व छह माह की नवजात बेटियों के शव बारह कोठी क्षेत्र में सूखे कुएं में प्लास्टिक कट्टों में मिले थे।
भूख से बिलखती दोनों बच्चियों को उनकी मां रतना ने लोहे के स्क्रू (पेच) खिला दिए थे। जिससे दोनो बच्चियों की मौत हो गई। उनके शव प्लास्टिक के कट्टों में कुएं में मिले थे। बच्चों की हत्या के मामले में पुलिस ने रतना को गिरफ्तार कर लिया। तब से अरुण अकेला रह रहा था।
मानसिक अवसाद में था अरुण
दोस्त देवांशु जोधा ने बताया कि अरुण रतलाम की गौरव फूड्स कम्पनी के लिए उसके साथ सेल्समैन का काम कर रहा था। बच्चों की मौत और पत्नी रतना के जेल जाने के बाद से अरुण मानसिक अवसाद में था। काम के सिलसिले में वह शहर से बाहर आता-जाता था लेकिन जब अजमेर में रहता तो कमरे में बंद रहता। खाने की व्यवस्था भी किरायदार हरीश बॉथम व भूतल पर रहने वाले बड़े भाई राजकुमार के यहां से थी।
आत्महत्या से पहले बेचेन
परिजन और किरायदार हरीश बॉथम ने अरुण को गुरुवार रात आखरी बार देखा। वह कुछ बेचेन नजर आ रहा था। अरुण दूसरी मंजिल स्थित अपने कमरे से बार-बार ऊपर नीचे चक्कर लगा रहा था लेकिन किसी से बात नहीं की। सुबह अरुण का दोस्त देवांशु आया तो सीढिय़ों के साथ कमरे के दरवाजा भी अन्दर लॉक था। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव को बाहर निकाला।

बॉन्ड भरने के बाद सलमान को मिली जमानत, पहुंचे घर


salman got bail, reached home
मुंबई

2002 हिट एंड रन मामले में फिल्म अभिनेता सलमान खान को आखिरकार बॉन्ड भरने के बाद सेशंस कोर्ट से जमानत मिल ही गई।

अब सलमान खान की जुम्मे की रात सुकून से अपने घर में गुजरेगी। उन्होंने कोर्ट पहुंचने के बाद सभी जरूरी कागजी कार्रवाई पूरी की।

उन्होंने सबसे पहले कोर्ट के सामने सरेंडर किया और फिर 30 हजार रुपये का बॉन्ड भरने के बाद उन्हें जमानत मिल गई।

आपको बता दें कि आज सलमान की अंतरिम जमानत की अवधि समाप्त हो रही थी, इसलिए उन्हें नया बेल बॉन्ड भरना पड़ा। बॉम्बे हाईकोर्ट के जस्टिस थिप्से ने सलमान खान की पांच साल की सजा पर भी रोक लगा दी है, जो सेशंस कोर्ट ने दी थी। मामले की अगली सुनवाई 15 जून को होगी।

हिट एंड रन मामले में सुनवाई करते हुए बांबे हाईकोर्ट ने सलमान खान की सजा पर रोक लगाते हुए उन्हें जमानत दे दी है। सलमान खान को जमानत मुंबई सेशन कोर्ट में सरेंडर करने के बाद मिली।

मुंबई सेशंस कोर्ट ने कई बिंदुओं को किया नजरअंदाज

जमानत याचिका पर सुनवाई कर रहे जस्टिस अभय थिप्से ने केस की ब्रीफिंग मांगी है। सलमान की जमानत पर अपना पक्ष रखते हुए उनके वकील अमित देसाई ने कोर्ट में कहा कि मुंबई सेशंस कोर्ट ने कई बिंदुओं को नजरअंदाज किया है। उन्होंने कहा कि अशोक सिंह की गवाही को नजरअंदाज किया गया।

घटना के समय 4 लोग थे गाड़ी में मौजूद

देसाई ने कहा कि घटना के समय कार में 4 लोग थे। गाड़ी में मौजूद सभी लोग चश्मदीद गवाह थे, फिर भी उनका बयान नहीं लिया गया। कमाल खान से पूछताछ नहीं की गई।

सलमान के कार चलाने के कोई सुबूत नहीं

जस्टिस थिप्से के सामने दलील पेश करते हुए सलमान के वकील अमित देसाई ने कहा कि केस के एकमात्र चश्मदीद रवींद्र पाटिल की मौत हो चुकी है। सलमान कार चला रहे थे इसके कोई सुबूत नहीं है। देसाई ने सजा को सस्पेंड करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह मामला 304(2) का मामला नहीं है बल्कि 304(1) का मामला है।

रवींद्र पाटिल नहीं देना चाहता था गवाही

सलमान के वकील ने कहा कि रवींद्र पाटिल गवाही नहीं देना चाहता था। पाटिल ने कहा था कि कार का टायर फट गया था। कोर्ट ने चश्मदीद रवींद्र पाटिल का बयान मांगा है हालांकि टायर फटने की दलील को खारिज कर दिया।

गौरतलब है कि यह सुनवाई सलमान के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि शुक्रवार का दिन न्यायालय का ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरू होने से पहले न्यायालय का अंतिम कार्यदिवस है। न्यायालय का ग्रीष्मकालीन अवकाश आठ जून तक चलेगा।

सितंबर 2002 के बांद्रा के 'हिट एंड रन' मामले में बुधवार को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश डी.डब्ल्यू देशपांडे ने सलमान को दोषी ठहराते हुए उन्हें पांच साल की सजा सुनाई थी। सजा सुनने के तुरंत बाद सलमान ने बांबे उच्च न्यायालय का रुख किया, जहां थिप्से ने चिकित्सक व अन्य आधार पर दो दिन की अंतरिम जमानत दे दी थी।

जिम कार्बेट नेशनल पार्क में जैसलमेर पुलिस के हत्थे चढ़ा शातिर ठग राजा पाण्डेय


racketeer raja pandey arrested from jim corbett national park
जैसलमेर पुलिस ने शुक्रवार को एक शातिर ठग को दबोच कर बड़ी सफलता हासिल की है। यह ठग देश के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर होटलों में काम करने के दौरान पर्यटकों से मेलजोल बढ़ाकर उन्हें ठगी का शिकार बना लेता था।

राजा पाण्डेय नाम का यह ठग उत्तराखण्ड के जिम कार्बेट नेशनल पार्क में जैसलमेर पुलिस के हत्थे चढ़ा। जैसलमेर पुलिस इस ठग को काफी समय से तलाश कर रही थी। राजा पाण्डेय ने जैसलमेर जिले के सम क्षेत्र में एक रिसॉर्ट में टूरिस्ट के साथ चार लाख रुपए की धोखाधड़ी की थी।

शातिर ठग को गिरफ्तार करने के लिए जैसलमेर के पुलिस अधीक्षक डॉ. राजीव पचार ने स्पेशल टीम गठित की थी। टीम को जैसे ही सुराग लगा, वह उत्तराखण्ड पहुंच गई। स्पेशल पुलिस टीम राजा पाण्डेय को हिरासत में लेकर शुक्रवार को जैसलमेर पहुंची। राजा पाण्डेय से सम में पूछताछ कर रही है।

पांच पेटी शराब सहित तस्कर गिरफ्तार

smuglar arrested

श्रीगंगानगर सदर पुलिस ने एक व्यक्ति को शराब की तस्करी करते पकड़ा। आरोपी के पास से साढ़ेपांच पेटी शराब बरामद की गई। आरोपी पर आबकारी एक्ट में मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है।

आईपीएस चूनाराम कस्वां ने बताया कि गुरुवार रात गश्त के दौरान सूचना मिली कि एक व्यक्ति रीको औद्योगिक क्षेत्र में शराब का अवैध व्यापार कर रहा है। सूचना के आधार पर मौके पर पहुंचकर लालगढ़ जाटान थाना क्षेत्र के एस एसडीपी निवासी सोनूकुमार उर्फ सोनू (20)पुत्र मोतीराम मेघवाल को संदिग्ध अवस्था में हिरासत में लिया। उसके पास से साढ़ेपांच पेटी में 252 पव्वे देशी शराब बरामद की गई।

खुशी में छाया मातम, दुर्घटना में दूल्हे के भाई की मौत

the groom's brother's death in road accident

जोधपुर

राष्ट्रीय राजमार्ग-65 नागौर रोड पर गंगारामजी की प्याऊ के पास गुरुवार शाम बारातियों की कार व ट्रोले की आमने-सामने भिड़ंत में कार में सवार दूल्हे के बड़े भाई की मौत हो गई, जबकि चार साथी घायल हो गए। घायलों को मथुरादास माथुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर, हादसे का पता लगते ही निकाह समारोह में शोक की लहर छा गई।

करवड़ थानाधिकारी जोगेन्दर सिंह चौधरी के अनुसार नागौर जिले में मकराना निवासी गुलशेर पुत्र बाबू खां का निकाह सीआईडी इंटेलीजेंस में पदस्थापित उप निरीक्षक आजिम खान की पुत्री से गुरुवार को होना है। दूल्हे के साथ परिजन, रिश्तेदार व मित्र आदि बारात लेकर जोधपुर आ रहे थे।

गुलशेर का बड़ा भाई शमशेर अपने चार मित्रों के साथ अलग कार में सवार था। शाम को गंगारामजी की प्याऊ से कुछ पहले पहुंचने पर सामने से तेज रफ्तार में एक ट्रोला आया। ट्रोले के चालक ने आगे चल रहे वाहन को ओवरटेक का प्रयास किया। चालक ने गलत साइड में जाकर ट्रोले के हॉर्स को तो घूमा लिया, लेकिन ट्रॉली सड़क के गलत साइड में ही रही। तब तक सामने से कार आ गई और ट्रॉली उससे जा भिड़ी। दुर्घटना में कार के परखचे उड़ गए और उसमें सवार पांचों युवक गम्भीर घायल हो गए। टाइल्स से भरी ट्रोली भी पलट गई।

तब तक पीछे से बारातियों के अन्य वाहन भी वहां आ गए। उन्होंने काफी मशक्कत कर क्षतिग्रस्त कार में से घायलों को बाहर निकाला और अपनी ही एक अन्य कार से घायलों को मथुरादास माथुर अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने शमशेर को मृत घोषित कर दिया। जबकि मकराना निवासी मृतक के मित्र घासी खां पुत्र इमामुद्दीन, अयूब खान पुत्र शफी मोहम्मद कुरैशी, सलीम पुत्र मोहम्मद हुसैन तथा मेहबूब पुत्र अब्दुल सत्तार को भर्ती किया गया।

इनमें से एक की हालत गम्भीर बताई जाती है। एएसआई नाथूसिंह अस्पताल पहुंचे तथा कार्रवाई शुरू की। परिजनों के आग्रह पर बगैर पोस्टमार्टम शव सुपुर्द किया गया। उधर, हादसे के बाद चालक ट्रोले को वहीं छोड़कर भाग निकला। पुलिस ने दोनों वाहन जब्त किए हैं।

जेल जाने की तैयारी में 746 सरपंच, फर्ज़ी मार्कशीट से लड़ा था चुनाव

जेल जाने की तैयारी में 746 सरपंच, फर्ज़ी मार्कशीट से लड़ा था चुनाव


— पंचायतीराज के मुन्नाभाई या पंचायत के बंटी बबली या सरपंची का फर्ज़ीवाड़ा या जेल जाने की तैयारी में 746 सरंपच
— 746 सरपंचों ने फर्जी मार्कशीट से लड़ा चुनाव, पंचायत राज विभाग ने शुरु की जांच
— पाली जिला प्रमुख, 6 प्रधानों के खिलाफ भी है फर्जी मार्कशीट से चुनाव लड़़ने की शिकायतें
— 777 पंचायतीराज जनप्रतिनिधियों के खिलाफ है फर्जी शैक्षणिक दस्तावेज लगाने की शिकायतें
— अब तक दर्ज हो चुकी 479 एफआईआर ​
— बाड़मेर, दौसा, करौली और झालावाड़़ में है फर्जीवाड़े के सबसे ज्यादा मामले
— जांच पूरी होने के बाद पद जाएगा, जाना होगा जेल




जयपुर। पंचायत चुनावों में शैक्षणिक योग्यता का प्रावधान लागू होने के बाद इस बार खूब फर्ज़ीवाड़ा हुआ। प्रदेश के 746 सरंपचों ने शैक्षणिक योग्यता के फर्जी दस्तावेजों के जरिए चुनाव लड़ा और सरपंच बन गए। 6 प्रधान, पाली जिला प्रमुख और पाचं जिला परिषद सदस्यों, 11 पंचायत समिति सदस्यों और 8 वार्डपंचों के खिलाफ शैक्षणिक योग्यता के फर्जी दस्तावेज पेश करने की शिकायतें पंचायतीराज विभाग को मिली हैं। इस तरह कुल मिलाकर 777 पंचायतीराज जनप्रतिनिधियों के खिलाफ फर्जी मार्कशीट से चुनाव लड़ने की शिकायतें हैं।

746-sarpanch-of-different-panchayati-raj-soon-will-be-jailed-news-15871

पंचायतीाज चुनावों में फर्जी मार्कशीट के मामले रिजल्ट आने के बाद से ही आने शुय हो गए थे। पंचायतीराज विभाग के पस इसकी शिकायतों के ढेर लग गए हैं। पंचायतीराज विभाग के पास 777 पंचायतीराज जनप्रतिनिधियों के खिलाफ फर्जी मार्कशीट से चुनाव लड़ने की शिकायतें मिली हैं। इन शिकायतों पर पंचायतीराज विभाग ने जांच शुरु कर दी है। फर्जी मार्कशीट से चुनाव लड़ने वाले 479 पंचायतीराज जनप्रतिनिधियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है।



सरकार ने इस बार सरपंच के लिए आठवीं, जिला परिषद व पंचायत समिति सदस्य का चुनाव लड़ने के लिए 10 वीं पास होने की अनिवार्यता लागू की थी। आदिवासी इलाकों में सरपंच के लिए पांचवीं पास की योग्यता लागू की थी। आनन फानन में आॅर्डिनेंस से लागू इस कानून की तोड भी कई लोगों ने निकाल ली और फर्जी मार्कशीट लगाकर चुनाव लड़ लिया। लेकिन चुनाव जीतने के साथ ही फर्ज़ीवाड़ा भी सामने आने लगा। आरटीआई ​के जरिए इन सरंपचों और दूसरे पंचायतीराज जनप्रतिनिधियों की मार्कशीट की सच्चाई जानी गई तो प्याज के छिलकों की तरह झूठ की परतें उतरती गईं। फर्जीवाड़े में बाड़मेर जिला सबसे आगे हैं जहां 94 सरंपचां के खिलाफ फर्जी मार्कशीट से चुनाव लड़ने की शिकायतें हैं, वहीं दौसा से 73, करौली में 58, झालावाड़ में 44, बीकानेर में 37, भीलवाड़ा में 35 और जयपुर में 32 सरपंचों ने फर्जी मार्कशीट से चुनाव लड़ा है।

फर्जी मार्कशीट से चुनाव लड़ने वालों के खिलाफ पुलिस और पंचायतीराज विभाग दोनों जांच कर रहे हैं। जाचं में अगर फर्ज़ीवाड़ा साबित होता है तो सरपंच, प्रधान और दूसरे पंचायतीराज जनप्रतिनिधियां के पद तो जाएंगे ही जेल की हवा भी खानी पड़ेगी।



किस जिले में कितने सरंपचों ने फर्जी मार्कशीट से चुनाव लड़ा
बाड़मेर : 94
दौसा : 73
करौली : 58
झालावाड़ : 44
बीकानेर : 37
भीलवाड़ा : 35
जयपुर : 32
धौलपुर : 31
अजमेर : 30
बांसवाडा : 28
नागौर : 25
डूंगरपुर : 21
श्रीगंगानगर : 19
जैसलमेर : 19
जालौर : 19
बूंदी : 18
सीकर : 18
हनुमानगढ : 15
पाली : 15
प्रतापगढ : 14
राजसमंद : 13
चूरू : 11
झुंझुनू : 11
कोटा : 10
सवाईमाधोपुर : 10
अलवर : 09
बारां : 08
चित्तौड़गढ : 08
जोधपुर : 06
टोंक : 06
उदयपुर : 04
भरतपुर : 03
सिरोही : 02


फर्जीवाड़े पर एफआईआर :

— गंगानगर में पदमपुर के प्रधान सिंधारा सिंह के खिलाफ फर्जी मार्कशीट से चुनाव लड़़ने के आरोप में एफआईआर
— पाली जिला प्रमुख के खिलाफ भी फर्जी मार्कशीट से चुनाव लड़ने का मामला
— बाड़मेर में रामसर प्रधान मेहरा खान के खिलाफ दर्ज हुई फर्जी मार्कशीट से चुनाव लड़़ने पर एफआईआर



फर्जीवाड़े में अब तक पंचायतीराज जनप्रतिनिधियों के खिलाफ एफआईआर में टॉप जिले

करौली : 57
बाड़मेर : 48
दौसा : 47
बीकानेर : 38
भीलवाड़ा : 36
जयपुर : 26
झालावाड़़ : 25
नागौर : 25
सीकर : 18

टोंक| सिलेंडर ब्लास्ट में गाय की मौत, 2 झुलसे

टोंक| सिलेंडर ब्लास्ट में गाय की मौत, 2 झुलसे


टोंक| टोंक शहर में आज सुबह उस समय सनसनी फैल गई जब हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में सिलेण्डर ब्लास्ट हो गया| कॉलोनी में लगी हुई एक थड़ी में अचानक आग लग गई| थड़ी में रखा सिलेण्डर भी आग की चमेट में आ गया और सिलेंडर फटने से एक गाय और दो युवक उसकी चपेट में आ गए|

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गाय की मौके पर ही मौत हो गई और दोनों युवक बुरी तरह झुलस गए हैं| ब्लास्ट इतना तेज था कि सिलेंडर के टूकड़े दूर-दूर जा गिरे और आस-पास के मकान के शीशे भी टूट गए| सूचना के बाद दमकल ने मौके पर पहुंच आग पर काबू पाया। धमाका इतना भयानक था कि सिलेंडर फटने की आवाज करीब 2 किमी क्षेत्र में सुनाई दी, जिससे इलाके में अफरा तफरी मच गई|