अलवर
राजीव गांधी सामान्य अस्पताल के फीमेल सर्जिकल वार्ड में गुरुवार रात मरीजों को लगाए इंजेक्शन से संक्रमण फैल गया। आठ मरीजों की हालात बिगडऩे लगी तो अस्पताल प्रशासन ने मरीजों को दवा दे जबरन छुट्टी दे दी।
जानकारी के अनुसार गुरुवार रात को करीब 9 बजे अस्पताल के फीमेल सर्जिकल वार्ड में आठ मरीजों को एंटीबायोटिक सेफ्ट्रिक्सोन इंजेक्शन लगाया गया। कुछ देर बाद मरीजों ने सर्दी और शरीर पर खुजली की शिकायत की।
एक साथ मरीजों की शिकायत से नर्सिंगकर्मियों ंने तुरंत नाइट डयूटी डॉक्टर को सूचना दी। डॉक्टर ने मरीजों को जांच के बाद दवा दी, लेकिन कई घंटे तक मरीज परेशान होते रहे। सुबह जब डॉक्टर राउंड पर आए तो उन्होंने भी मरीजों को जांच के बाद दवा दी।
तब जाकर उन्हें कुछ राहत मिली। मीडिया में मामला आने के बाद अस्पताल प्रशासन हरकत में आया और मरीजों के लगे इंजेक्शनों में बची हुई दवा को अलग रख दिया गया है। अस्पताल के कर्मचारी व मरीजों से बातचीत करने पर पत्रिका को पता चला कि मरीजों को जो इंजेक्शन लगाए गए थे। उनमें पुराना डिस्टिल वाटर मिलाया गया था।
बीमार मरीजों के नाम
इंजेक्शन लगने के बाद बीमार मरीजों में चंद्रवती, असरपी, भागा, ममता, तरन्नुम, सुमन, जरीना व पुष्पा शामिल हैं। इनमें से सभी मरीजों को सुबह तक अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। केवल वार्ड में चंद्रवती, पुष्पा व ममता ही भर्ती हैं।
आए 40000 इंजेक्शन
दो महीने पहले अस्पताल में यह 40 हजार इंजेक्शन आए थे। इसमें दो बैच के इंजेक्शन शामिल थे। डीसी5008 व डीसी4287 बैच शामिल था। फीमेल सर्जिकल वार्ड में 20 अप्रेल को 500 इंजेक्शन दिए गए थे। इन इंजेक्शनों को काम में लेने की अंतिम तिथि नवम्बर 2016 थे।
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