शनिवार, 2 मई 2015

बाड़मेर। हेलमेट नहीं लगाने वालों के खिलाफ पुलिस ने की कार्रवाई

बाड़मेर। हेलमेट नहीं लगाने वालों के खिलाफ पुलिस ने की कार्रवाई

बाड़मेर। थार नगरी बाडमेर में दुपहिया वाहनों के लिए शुक्रवार से हेलमेट पहनना अनिवार्य हो गया। बिना हेलमेट सफर करने वाले दुपहिया वाहनों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस ने अलग-अलग टीमें बनाई थी जिन्होने शहर के मुख्य सर्किलों पर वाहन चालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की। यातायात पुलिस ने दुपहिया वाहन चालकों से स्टीकर, बैनर लगाकर हेलमेट पहनने की अपील की। हेलमेट अनिवार्यता को लेकर नियम लागू किए जाने के बाद बाडमेर शहर में शुक्रवार को कई वाहन चालक हेलमेट लगाते हुए नजर आने लगे है। यातायात पुलिस भी हेलमेट की अनिवार्यता को लेकर सख्त नजर आई। बिना हेलमेट वाहन चालकों को पहले पुलिस ने रूकवाकर कहा कि आप हेलमेट लेकर आ जाओं फिर बाईक ले जाओं,फिर भी नहीं नियम नहीं मानने वाले दुपहिया वाहन चालकों के विरूद्ध पुलिस ने चालान काटे। शहर के कई नाकाबंदी पॉइंट पर भी पुलिस के जवान मुस्तैद नजर आए एवं पुलिस की सख्ती देख कई लोगों ने स्वेच्छा से हेलमेट भी लगाए।


वाहन चालक भागते नजर आए
हेलमेट की अनिवार्यता लागू होने पर पुलिस ने कार्रवाई की तो कई वाहन चालक मुह छुपाकर इधर-उधर भागते नजर आए। किसी ने पुलिस की नजरों से बचने की कोशिश की तो पुलिस ने उसके पीछे दौडक़र दुपहिया वाहन चालकों को रूकवाकर चालन काटे। चालान काटने व समझाईश का दौर दिनभर चलता रहा।


हेलमेट अभियान पहले दिन रहा सफल


आमजन की सुरक्षा को लेकर सरकार और पुलिस द्वारा शुरू किया गया हेलमेट अभियान बाड़मेर और बालोतरा नगर परिसद में पहले दिन सफल रहा और पहले दिन बाड़मेर में 403 और बालोतरा में 134 कुल 537 चालान काटे। हालांकि हेलमेट अभियान पहले भी चलाये गए सफल नहीं हुआ लेकिन इस बार पुलिस कप्तान ने पिछले एक महीने से इस अभियान की शुरूवात सबसे पहले पुलिस लाइन में अपने सिपाहियो के चालान काटकर की, आज पहले दिन शहर में अलग अलग जगह टीम बनाकर आमजन को समझाते हुई चालान भी काटे और शाम होते कप्तान खुद शहर में जाकर व्यववस्था देखीं और हेलमेट बचने वाले दुकानदार से हेलमेट मगवया और निर्देश दिए हेलमेट अच्छी क़्वालिटी का रखे, कप्तान की हेलमेट को लेकर आमजन की सुरक्षा को लेकर सजगता ये दर्शाती है की इस बार बाड़मेर में भी हेलमेट की अनिवर्यता लागू हो जायगी

माता राणी भटियाणीजी के दर्शनार्थ उमड़े श्रद्धालु,मांगी मन्नते

माता राणी भटियाणीजी के दर्शनार्थ उमड़े श्रद्धालु,मांगी मन्नते

जसोल। वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी के अवसर पर जसोल स्थित माता राणी भटियाणी मंदिर में मेले का आयोजन हुआ। मेले में स्थानीय सहित दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं ने मां के दरबार में पूजा-अर्चना की तथा मत्था टेककर परिवार सहित प्रदेश में खुशहाली की कामना की। शुक्रवार को सवेरे से ही मंदिर में दर्शनार्थियों के आने का सिलसिला प्रारंभ हो गया था, 


जो दिन चढऩे के साथ बढ़ता गया। मेले में बालोतरा, समदड़ी, सिणधरी, मोकलसर, सराणा, जोधपुर, बाड़मेर, पाली, शिव, जालोर, सिरोही, सांचोर के अलावा गुजरात, महाराष्ट्र से भी श्रद्धालु माजीसा के दर्शनार्थ पहुंचे। मंदिर व्यवस्था समिति की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बेरीकेट्स, पेयजल के साथ सुचारू रूप से दर्शन करने के लिए व्यवस्था की गई। जसोल चौकी प्रभारी व मंदिर के व्यवस्थापक के नेतृत्व में मंदिर परिसर में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए।

बाड़मेर । पति पत्नी सहित दो बच्चों ने कुए में कूद की आत्महत्या ,


बाड़मेर । पति पत्नी सहित दो बच्चों ने कुए में कूद की आत्महत्या ,

बाड़मेर जिले के चोहटन उपखंड क्षेत्र के बिसारणिया गांव पति व पत्नि दोनों ने दो बच्चों के कुए में कूदकर आत्महत्या की बिसारणिया गांव के हिराणियो का तला में शुक्रवार दिन को अनिल पुत्र नगाराम 28 साल तथा उनकी पत्नी चुन्नी देवी अपनी पुत्री व पुत्र के साथ घर के पास कुए में कुद आत्महत्या कर ली घटना की जानकारी मिलने पर प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुचकर चारों शवों को कुए से बाहर निकल वाया और शवो को मोर्चरी में रखवाया । चारो शवो का पोस्मार्टम शविवार को चोहटन के राजकीय अस्पताल में लिया जायेगा। समाचार लिखे जाने तक आत्महत्या के कारणों का पता नही चला ।

जीप और डम्पर में भिड़ंत ,एक ही परिवार के 8 सदस्यों की मौत,3 गंभीर घायल

जीप और डम्पर में भिड़ंत ,एक ही परिवार के 8 सदस्यों की मौत,3 गंभीर घायल 

            -जोधपुर से चालीस किलोमीटर दूर डोली के निकट हुआ हादसा            -समदड़ी थाना क्षेत्र के समुजा गांव से जा रहे थे रामदेवरा

जोधपुर। बाड़मेर-जोधपुर सड़क मार्ग पर शनिवार सुबह एक भीषण सड़क हादसे में एक ही परिवार के आठ सदस्यों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि तीन जने गंभीर रूप से घायल हो गए। समदड़ी थाना क्षेत्र के समुजा गांव के एक ही परिवार के सदस्य जीप में सवार होकर रामदेवरा दर्शन के लिए सुबह पांच बजे घर से निकले। जोधपुर से करीब चालीस किलोमीटर दूर डोली व अराबा गांव के बीच में उनकी जीप सड़क पर खड़े एक डम्पर में जा घुसी। मृतकों में दो पुरुष, एक महिला व पांच बच्चे शामिल है।



मन में रह गई बाबा रामदेव के दर्शन करने की हसरत
बाड़मेर जिले के समदड़ी थाना क्षेत्र के समुजा गांव के घीघाराम का परिवार के ग्यारह सदस्य एक जीप में सवार होकर आज सुबह जैसलमेर जिल में स्थित लोक देवता बाबा रामदेव के दर्शन करने को रवाना हुआ। लेकिन बाबा रामदेव के दर्शन करने की हसरत उनके मन में ही रह गई। कल्याणपुर होकर इनकी जीप राजमार्ग पर आई। सुबह करीब साढ़े पांच बजे अराबा से निकलते ही इनकी जीप सड़क के किनारे खड़े एक डम्पर में पीछे से जा घुसी।

डम्पर में फंस गई जीप

रफ्तार तेज होने के कारण जीप पूरी तरह से डम्पर में फंस गई। मौके पर ही सड़क के दोनों तरफ निर्माण कार्य चल रहा है। ऐसे में आसपास काम करने वाले लोग तेज आवाज सुन मौके पर पहुंचे। उन्होंने अन्य राहगीरों की मदद से जीप में फंसे लोगों को बाहर निकाला। तब तक आठ जनों की मौत हो चुकी थी। बाद में कल्याणपुर पुलिस थाने से पुलिस भी मौके पर पहुंची। जीप में सवार सीता पत्नी आसूराम(40), उषा पुत्री आसूराम(4) व प्रवीण पुत्र उदाराम(8) की सांसे चल रही थी। गंभीर रूप से घायल इन तीनों को पुलिस ने एम्बुलैंस में इलाज के लिए जोधपुर रवाना किया। जोधपुर के मथुरादास माथुर राजकीय अस्पताल में इन तीनों की स्थिति गंभीर बनी हुई है।

हादसे का कारण स्पष्ट नहीं
दुर्घटनास्थल पर सड़क के दोनों किनारों पर निर्माण कार्य चल रहा है। ऐसे में वहां पर निर्माण सामग्री रखी हुई है। इस कारण यातायात धीमी गति से ही चलता है। लेकिन सुबह के समय यातायात नगण्य रहता है। पुलिस का अनुमान है कि हो सकता है कि चालक वहां खड़े डम्पर को देख नहीं पाया। या हो सकता है कि सुबह के समय उसे नींद आ गई। फिलहाल दुर्घटना का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है।

हादसे में इनकी हुई मौत
घीघाराम पुत्र जयरूपाराम(75), आसूराम पुत्र घीघाराम(42), पानी पत्नी उदाराम(35), पुखराज पुत्र उदाराम(13), रेखा पुत्री उदाराम(16), मोहनी पुत्री आसूराम(16), ममता पुत्री आसूराम(12), धापू पुत्री आसूराम(8वर्ष)।

शुक्रवार, 1 मई 2015

अजमेर भक्तों की कतार में वानर भी

अजमेर  भक्तों की कतार में वानर भी

Also in the line of worshipers apes

हनुमान भक्तों की आस्था के प्रतीक बजरंगगढ़ मंदिर में पिछले सात साल से रामू नाम का एक बंदर भी प्रभू की भक्ति कर रहा है। रात में वह मंदिर की पहरेदारी भी करता है। उसमें कई एेसी खास विशेषताएं हैं जो आम वानरों में देखने को नहीं मिलती।

रामू मंदिर में ही रहता, खाता-पीता और सोता है। रामू अपने माथे पर एक सच्चे भक्त की तरह बालाजी का तिलक लगवाता है। अपने पैर धुलवाता है, साथ ही हनुमान भक्तों को आशीर्वाद भी देता है। रामू मंदिर में रखे घंटे-झालर भी बजाता है। साथ ही बालाजी के दर पर आए भक्तजनों के साथ आरती व हनुमान चालीसा पाठ के दौरान मंदिर में अपनी उपस्थिति दर्ज कराता है। वहीं कई बार भजन या आरती पर नृत्य भी करता है।

चौकीदार खास रिश्ता

रामू बजरंगगढ़ मंदिर के चौकीदार ओंकार सिंह के बेहद करीब है। मनुष्य व जानवर के बीच का खूबसूरत रिश्ता इन दोनों के बीच देखने को मिलता है। ओंकार सिंह बताते हैं कि रामू सात वर्ष पूर्व श्राद्ध के दौरान किसी मदारी से छूट कर यहां आया था। रामू जब आया था तब बीमार था, लोगों ने उसे नजरअंदाज किया। मगर ओंकार ने उसकी बहुत सेवा की। जैसे-जैसे समय बीतता गया ओंकार और रामू का रिश्ता गहरा होता गया। ओंकार ने धीरे-धीरे रामू को उछलना-कूदना, रोटी खाना, पेड़ों पर चढऩा खुद पानी पीने आदि कई चीजें सिखाई।

सबके लिए शुभ

मंदिर के पुजारी बताते हैं कि रामू के कदम मंदिर के लिए शुभ हैं। वह साक्षात बालाजी के रूप में मंदिर की रक्षा करता है। जब से रामू आया तब से मंदिर से जुड़े कई लोगों को विभिन्नतरह के लाभ हुए हैं। ओंकार ने बताया कि कुछ समय पूर्व मंदिर में आई एक महिला भक्त की सोने की बाली कहीं खो गई थी। उसको लेकर वह बेहद परेशान थी। लेकिन रामू ने बाली ढूंढकर ओंकार को बताई। ओंकार ने रामू के बताए संकेतों के आधार पर बाली ढूंढ कर उस महिला भक्त को सुरक्षित लौटा दी।

'व्यवहार का होता असर Ó

जीवों पर आसपास के माहौल और मानवीय व्यवहार का असर पड़ता है। वे परस्पर व्यवहार के प्रति बहुत संवेदनशील और सतर्क रहते हैं। यदि मानवीय व्यवहार आक्रामक अथवा मित्रता वाला होगा तो वे पर तत्काल वैसी ही प्रतिक्रिया करेंगे। बजरंगगढ़ में रहने वाले वानर पर भी आसपास के माहौल का असर दिखता है। - डॉ. एम. एम. रंगा, पूर्व प्राचार्य एवं जूलॉजी विभागाध्यक्ष राजकीय महाविद्यालय, अजमेर

बीकानेर पुरावस्तुओं से सजेगा गंगा म्यूजियम

बीकानेर पुरावस्तुओं से सजेगा गंगा म्यूजियम
ganga museum of antiquites

बीकानेर यूं तो बीकानेर का राजकीय संग्रहालय हजारों साल पुरानी पुरा सम्पदा को संजोए हुए है लेकिन अगले कुछ महीनों में इसकी महत्ता और बढ़ जाएगी।

पर्यटकों को लुभाने और पुरामहत्व की जानकारी आमजन तक सहज उपलब्ध कराने के लिए संग्रहालय को निखारने की कवायद शुरू हुई है।

पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के प्रस्ताव को हरी झंडी मिली तो संग्रहालय को स्वरूप ही बदल जाएगा। राज्य के अन्य राजकीय संग्रहालयों की तर्ज पर बीकानेर के म्यूजियम का आंतरिक स्वरूप निखारा जाएगा।

इसके तहत यहां खुले में रखे रियासतकालीन हथियार जहां कोच के शो केस में नजर आएंगे वहीं खुदाई में मिले सिक्के भी वॉल शो केस में सजेंगे।

विभाग के वृत अधीक्षक कार्यालय की ओर से कुल 90 लाख रूपए की अनुमानित राशि के प्रस्ताव तैयार किए गए है।

वृत अधीक्षक जफर उल्ला खान ने बताया कि म्यूजियक का आतंरिक स्वरूप निखारने और पुरावस्तुओं को सही तरीके से प्रदर्शित करने के प्रस्ताव मुख्यालय भेजने के साथ-साथ इसकी जानकारी जिला कलक्टर को दी गई है।

गंगा संग्रहालय भले ही प्राचीन स्मृतियों से भरा हो, लेकिन इसमें पुरा महत्व की वस्तुएं मौजूदा हाल में अव्यस्थित रखी हुई है।

इससे पर्यटकों का रूझान नहीं बढ़ता। संग्रहालय में आने वालों को संबंधित वस्तु के इतिहास की जानकारी भी सहज नहीं मिलती।

एेसे में एेतिहासिक महत्व के बावजूद यह संग्रहालय पर्यटकों पर अपनी छाप नहीं छोड़ रहा। औसतन सौ पर्यटक रोजाना यहां पहुंच रहे है।

जोधपुर/पाली विधायक बन एमएलए को किया फोन, ज्वैलर से हुई 6.5 लाख की ठगी



जोधपुर/पाली विधायक बन एमएलए को किया फोन, ज्वैलर से हुई 6.5 लाख की ठगी
swindle of 6.5 lakhs from Jeweller in jodhpur

पाली के एक शातिर ठग ने सुमेरपुर से भाजपा विधायक मदन राठौड़ बनकर जोधपुर शहर विधायक कैलाश भंसाली को फोन किया और शादी के चलते परिचित सुनार से उचित दर पर आभूषण दिलाने का आग्रह किया। विधायक भंसाली ने परिचित सुनार को फोन कर ठग को मोबाइल नम्बर दे दिए। विश्वास में आए ज्वैलर से ठग दो दिन में 209 ग्राम सोने के आभूषण बटोर कर चंपत हो गया। अब ज्वैलर ने सदर बाजार थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है।

थानाधिकारी सुमेरसिंह ने बताया कि गत बीस अप्रेल को शहर से भाजपा विधायक कैलाश भंसाली को एक व्यक्ति ने फोन किया और खुद को सुमेरपुर से भाजपा विधायक मदन राठौड़ बताया। उसने भंसाली से कहा कि उसके रिश्तेदारी में शादी है, जिसके लिए आभूषण खरीदने हैं। इसलिए जोधपुर में कोई परिचित सुनार बताओ, जो उचित दर से आभूषण दे सके। बातों में आए भंसाली ने अपने परिचित महेश पुत्र कल्याणचन्द्र सोनी के मोबाइल नम्बर दे दिए। जिनकी सोजतिया घांचियों का बास में बाड़मेरा ज्वैलर्स नामक शोरूम है। इतना ही नहीं विधायक भंसाली ने महेश को फोन कर कहा कि सुमेरपुर से विधायक का आदमी जेवर लेने आएगा। उसे उचित दर से दे देना। इस समय महेश रिश्तेदार का इलाज कराने अहमदाबाद में थे। उन्होंने अपने भाई रमेश के नम्बर दिए व भाई को फोन कर जानकारी दी।तब भंसाली के दिए मोबाइल नम्बर पर उस व्यक्ति ने फोन किया और ज्वैलर ने उसे शोरूम पहुंचने का कह दिया। वह ठग उसी दिन शोरूम जा पहुंचा और विभिन्न प्रकार के आभूषण पसंद कर पैक करवा लिए। जिसका भुगतान 27 अप्रेल को शोरूम भेजने का कहकर वह आभूषण ले गया। दूसरे दिन उस ठग ने फिर से शोरूम फोन किया। कुछ और आभूषण ज्वैलर को बता दिए। जिन्हें ज्वैलर ने पैक करके ठग के बताए अनुसार रोडवेज की सुमेरपुर जाने वाली बस में चालक को सुपुर्द किए, जिन्हें ठग ने रास्ते में ही चालक से प्राप्त कर लिए। दो दिन में उससे ठग ने 209 ग्राम सोने के आभूषण एेंठ लिए। जिनकी कीमत साढ़े छह लाख रुपए आंकी जा रही है। ज्वैलरी में सोने के दो नेकलेस, सोने की 3 अंगूठियां, चेन, मोतियों की माला व ब्रेसलेट शामिल है।
भुगतान न आने पर विधायक से किया सम्पर्क
27 अप्रेल को ज्वैलर के पास आभूषण का भुगतान नहीं पहुंचा। ज्वैलर ने उसे फोन लगाया, तो वह बंद मिला। उसने विधायक भंसाली से बात की। तब विधायक ने सुमेरपुर विधायक मदन राठौड़ को फोन लगाया। राठौड़ ने अनभिज्ञता जाहिर की। तब उन्हें ठगी का पता लगा।
सीसीटीवी फुटेज में सामने आया ठग
ज्वैलरी शोरूम पर लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच करने पर ठग का चेहरा सामने आ गया। पुलिस ने उस तक पहुंचने के लिए पाली पुलिस को फुटेज भेजे। तब सामने आया कि वह शातिर ठग सुरेश घांची
है, जिसके खिलाफ पाली ही नहीं अन्य थानों में 30 से 35 मामले दर्ज हैं। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।

जोधपुर टैंकर व ट्रेलर की टक्कर से भीषण आग, एक जिंदा खाक



जोधपुर टैंकर व ट्रेलर की टक्कर से भीषण आग, एक जिंदा खाकHeavy fire from tanker and trailer collision one death


मण्डलनाथ मंदिर व रेलवे फाटक के पास गुरुवार देर शाम ट्रेलर व कैमिकल से भरे टैंकर की आमने-सामने भिड़ंत के बाद दोनों वाहनों में भीषण आग लग गई। ट्रेलर चालक व खलासी सहित तीन जने सुरक्षित बाहर निकल आए, लेकिन टैंकर में मौजूद एक मात्र चालक जिंदा जलकर कंकाल में बदल गया। पास ही भारत-तिब्बत सेना पुलिस (आईटीबीपी) कैम्प से आए जवानों ने नगर निगम की दस दमकलों के साथ मिलकर सवा दो घंटे बाद आग को नियंत्रित किया।

दुर्घटना थाना (पूर्व) प्रभारी भंवरसिंह जाखड़ के अनुसार मिट्टी से भरा एक ट्रेलर नागौर से गुजरात में मोरवी जा रहा था। भवाद निवासी जगदीश पुत्र बुद्धाराम विश्नोई ट्रेलर चला रहा था। शाम साढ़े छह बजे ट्रेलर मण्डलनाथ रेलवे फाटक से डेढ़ किमी आगे पहुंचा ही था कि सामने से आए टैंकर की उससे भिड़ंत हो गई। टैंकर में कोई कैमिकल भरा हुआ था। भिड़ंत इतनी जोरदार थी कि टैंकर घूमकर आधा सड़क के बीचो-बीच आ गया। उसमें से कैमिकल लीक होना शुरू हो गया।

आशंका है कि इस बीच डीजल टैंक भी फट गया और घर्षण के कारण उसमें आग लग गई। डीजल टैंक व कैमिकल से आग एकदम विकराल हो गई। उसने ट्रेलर को भी चपेट में ले लिया। उसका चालक जगदीश विश्नोई, भवाद निवासी खलासी श्रवण विश्नोई व मण्डलनाथ से ट्रेलर में चढऩे वाला सहीराम विश्नोई ने आनन-फानन में नीचे कूद जान बचाई।

वहीं, टैंकर चालक को बचने का मौका ही नहीं मिल पाया। आग ने उसे चारों तरफ से घेर लिया, जिससे वह जिंदा जल गया। करीब सवा दो घंटे बाद आग को नियंत्रित करने पर वह कंकाल में तब्दील हो चुका था। पुलिस ने टैंकर पर लिखे नम्बर पर मालिक से सम्पर्क किया। हालांकि चालक की पहचान नहीं हो पाई है, लेकिन उसका नाम शंकर बताया जाता है। देर रात कंकाल में तब्दील शव को मोर्चरी भिजवाया गया। जबकि ट्रेलर से सुरक्षित बचने वाले तीनों व्यक्ति भी मामूली जख्मी हुए। जिनका किशोरबाग स्थित निजी अस्पताल में उपचार करवाया गया।

बहन करती थी किसी से फोन पर बात, भाई ने मार दी गोली


sister shot killed by brother in muzaffarnagar
मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर के भोपा क्षेत्र में युवक ने फोन पर बात करने को लेकर हुए विवाद में पर बहिन की गोली मारकर हत्या कर दी।

पुलिस के अनुसार सीकरी गांव निवासी यासीन कुछ समय से अपनी बहिन की गतिविधियों को लेकर परेशान चल रहा था। उसकी बहन रेशमा (32) की शादी जानमोहम्मद के साथ हुई थी।

रेशमा टेलीफोन पर किसी अन्य व्यक्ति से काफी देर तक बात करती रहती थी। इस बात को लेकर उसका पति जानमोहम्मद भी परेशान था।

जानमोहम्मद ने इस बारे में अपने साले मोहसीन को बताया। उसने रेशमा से टेलीफोन पर बात न करने की हिदायत दी और उससे उसका फोन भी छीन लिया।

मोहसीन ने तीन दिन पहले रेशमा को फिर से फोन करते हुए देख लिया था। मोहसीन ने अपने परिजनों से कहा कि यदि रेशमा नहीं मानी तो उसे कुछ न कुछ करना पड़ेगा।

गुरुवार सुबह इसी बात को लेकर फिर से दोनो में कहासुनी हो गई और मोहसीन ने तमंचे से रेशमा को गोली मार दी जिससे उसकी मौक पर ही मृत्यु हो गयी जबकि बीच बचाव में उसकी मां और भाभी भी घायल हो गई। बहिन की हत्या के बाद मोहसीन फरार हो गया।

दोनों घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। डाक्टरों ने दोनों की गम्भीर हालत देखते हुए उपचार के लिए मेरठ भेज दिया। हत्यारोपी की गिरफ्तारी के लिए दो टीमें बनाई है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

बहरोड़ तीन बच्चों की हत्या, मां को आजीवन कारावास

बहरोड़ तीन बच्चों की हत्या, मां को आजीवन कारावास
The killing of three children, mother life imprisonment
बहरोड़ के अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश सुशील कुमार शर्मा ने गुरुवार को अपने ही तीन बच्चों की हत्या करने के आरोप में एक महिला को आजीवन कारावास एवं दस हजार रुपए के अर्थदण्ड की सजा सुनाई है।
प्रकरण के अनुसार 16 नवम्बर 2013 को हरियाणा के ग्राम मूंडियाखेड़ा निवासी यादराम यादव ने शनिवार तड़के तीन बजे थाने पर सूचना दी कि उसकी बहन गंभीर घायल है और उसके तीन बच्चेे अचेत हैं। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची।
पुलिस को तीनों बच्चे अचेत मिले और महिला गम्भीर घायल अवस्था में मिली। पुलिस सभी को लेकर बहरोड़ के एक निजी अस्पताल पहुंची, जहां पर चिकित्सकों ने जांच के बाद बालिका रवीना (12), मनीषा (9) व बालक करमेश (7) को मृत घोषित कर दिया।
महिला मीरा (40)गम्भीर घायल थी, जिसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चों की मौत विषाक्त पदार्थ के सेवन के कारण होने का खुलासा हुआ। बालक करमेश के गले पर दबाने के निशान भी मिले थे।
उपचार के दौरान महिला मीरा ने पुलिस को लिख कर बताया कि उसके पति हवासिंह ने अन्य दो लोगों के साथ मिलकर उनको मारा है। पुलिस जांच में महिला के बयान झूठे निकले। महिला से कड़ाई की गई पूछताछ में महिला ने कबूल किया कि तीनों बच्चों की हत्या उसी ने की है।
महिला ने यह भी बताया कि उसका पति उसे खर्चा नहीं देता था, इसीलिए आर्थिक तंगी के चलते वह घर का खर्चा वहन नहीं कर पा रही थी, जिसके चलते उसे बच्चों की पढ़ाई की फीस देने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
इस सब से छुटकारा पाने के लिए वह बच्चों सहित स्वयं भी मरना चाहती थी। शनिवार को उसने बच्चां को पांच-पांच नींद की गोलियां दे दी और तौलिए से उनका गला दबा कर मार दिया। इस सब के बाद महिला खुद डर गई और दीवार से सर को मार-मार कर स्वयं को घायल करने की कोशिश कर पति को फंसाने की साजिश रची।
उसने बचने के लिए झूठी कहानी भी गढ़ ली। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में चालान पेश किया। न्यायाधीश शर्मा ने मातृत्व को शर्मसार करने वाली मां को अपने ही तीन बच्चों की हत्या करने के मामले में दोषी करार देते हुए महिला मीरा को आजीवन कारावास एवं दस हजार रुपए के अर्थदण्ड की सजा सुनाई।

आज से हेलमेट होगा अनिवार्य


Today will be the mandatory helmet
   
आज से हेलमेट होगा अनिवार्य 


राज्य सरकार की अधिसूचना के मुताबिक शुक्रवार से हेलमेट अनिवार्य कर दिया गया है। अब शहर में बिना हेलमेट दुपहिया वाहन चलाने पर चालक को नहीं बक्शा जाएगा।

कई बार पकड़ में आने पर चालान होगा और दुबार पकड़ में आने पर दुगुना जुर्माना वसूल किए जाने की कार्रवाई अपनाई जाएगी। यातायात पुलिस ने इसके लिए तैयारियां कर ली है।

सख्त होगी कार्रवाई

हालांकि, इससे पहले भी कई बार स्थानीय स्तर से हेलमेट लगाने के आदेश जारी किए गए, लेकिन इसकी लम्बे समय तक पालना नहीं हुई। अब राज्य सरकार ने 1 अप्रेल से अधिसूचना जारी कर निकाय व शहरी क्षेत्रों में दुपहिया वाहनों के चालकों के हेलमेट अनिवार्य कर दिए।

अधिसूचना जारी होने के बाद एक महीने की अवधि में इसकी पालना सूनिश्चित करने के लिहाज से आज से सबसे पहले जुर्माना वसूलने की कार्रवाई की जाएगी और बार-बार उल्लंघन करने पर वाहन सीज व लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जा सकेगी।

हादसों में जाती है जान

दरअसल, कई मामले सामने आए हैं कि दुपहिया वाहन चालकों के हेलमेट नहीं पहने होने के कारण मौत हुई है। धीमी गति होने के बाद भी दुर्घटना होने पर दुपहिया वाहन चालक के सिर में चोटे लगने से मौत की आशंका बनी रहती है।

ऐसी स्थिति में हेलमेट सुरक्षा का काम करता है। सरकार ने नगरपरिषद व पालिका क्षेत्रों में तो चालकों के लिए अनिवार्य किया। जबकि, निगम या संभागीय मुख्यालयों पर तो वाहन के पीछे बैठी सवारी के लिए भी हेलमेट अनिवार्य किया है।

नहीं चलेगी टोपी

दरअसल, कई बार दुपहिया वाहन चालक टोपी लगाकर बचने का बहाना कर लेते हैं, लेकिन इस बार इस प्रकार टोपी या कमजोर प्रकार के काम चलाऊ हेलमेट नहीं चलेंगे। ऐसी स्थिति में पुलिस चालकों का चालान करेगी।

कार्रवाई करेंगे...

सरकार की अधिसूचना की पालना में 1 मई से हेलमेट की अनिवार्यता शुरू हो गई है। शुक्रवार से बिना हेलमेट पाए जाने पर दुपहिया चालकों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। बार-बार उल्लंघन करने पर लाइसेंस निरस्त की कार्रवाई की जा सकेगी।

गुरुवार, 30 अप्रैल 2015

बाड़मेर नकल प्रकरण: महादेव कॉलेज की मान्यता निलंबित, राज्यपाल ने मांगी रिपोर्ट



बाड़मेर नकल प्रकरण: महादेव कॉलेज की मान्यता निलंबित, राज्यपाल ने मांगी रिपोर्ट
Mahadev college accreditation suspended

जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय से सम्बद्ध बाड़मेर के बायतू तहसील स्थित महादेव कॉलेज की मान्यता अगले आदेश तक निलंबित कर दी गई है। राज्यपाल व कुलाधिपति कल्याण सिंह ने पूरे कॉलेज के एक साथ नकल करने के मामले को गंभीरता से लेते हुए विश्वविद्यालय से रिपोर्ट मांगी है। उधर विवि ने कॉलेज शिक्षा निदेशालय को भी पत्र लिखकर कॉलेज को दी जाने वाली एनओसी पर रोक लगाने की सिफारिश की है।

विवि ने महादेव कॉलेज के सभी परीक्षार्थियों का परीक्षा केन्द्र एक मई से राजकीय महाविद्यालय बायतू कर दिया है। कॉलेज के परीक्षार्थियों की अब आगामी सभी परीक्षाएं यहीं होगी। विवि ने परीक्षार्थियों को एसएमएस करके सूचित किया है। विवि प्रशासन संबंधित कॉलेज पर पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराने को लेकर भी विचार-विमर्श कर रहा है।

यह है मामला

बायतू में महादेव कॉलेज नाम से संचालित महाविद्यालय में गुरुवार को बीए द्वितीय वर्ष की परीक्षा के दौरान पहुंची जेएनवीयू की फ्लाइंग को पूरा कॉलेज नकल करते हुए मिला। चार कक्षों में चल रही परीक्षा के सभी 108 परीक्षार्थियों से नकल की पर्चियां बरामद हुई थी।

फ्लाइंग को देखकर जल्दबाजी में इन पर्चियों को बाहर फेंकने के बजाय परीक्षार्थियों ने कमरें में ही इधर उधर फेंकी, जिसमें से कई पर्चियां फ्लाइंग टीम के सदस्यों प्रो. चैनाराम चौधरी, प्रो. एमएल वढ़ेरा, डॉ. एसएस बैस और डॉ. बीआर गडी के चेहरे पर भी पड़ी। फ्लाइंग टीम ने कॉलेज के 108 परीक्षार्थियों पर सामूहिक नकल का केस बनाया। इनसे नकल की 158 पर्चियां बरामद हुई। कॉलेज प्रबंधन के सांठ-गांठ से ही सभी परीक्षार्थी नकल कर रहे थे।

पाली बीजापुर गांव में स्नेक बर्ड का डेरा



पाली बीजापुर गांव में स्नेक बर्ड का डेराNow beginning to resemble the Snake Bird
पाली/ बिसलपुर. बीजापुर तालाब में प्रवासी जलीय पक्षी डारटर (स्नेक बर्ड ) ने डेरा डाला है। गांव में इन पक्षियों की अटखेलियां ग्रामीणों के आकर्षण का केन्द्र बन गई है। ये कॉरमोरेन्ट पक्षी की तरह तालाब में गोते लगाकर शिकार करता हैं।

ये पक्षी गोते लगाते समय पानी में आसानी देख सकता है। इस कारण इसे पनडुबी पक्षी या पनवा के नाम से जाना जाता है। इनके पंख चांदी जैसे चमकिले व गर्दन सांप की तरह लम्बी होती है। ये पक्षी पानी में तैरते समय सांप की तरह दिखते है। इसी कारण इन्हें स्नेक बर्ड भी कहते जाता हैं।

पेड़ों पर बनाते हैं घोंसला

इन पक्षियों को पक्षी विज्ञान में अन्हिंगा रूफा व ओरिएन्टल डारटर के नाम से पहचाना जाता है। ये पक्षी पानी के पास ऊंचे पेड़ों पर घोंसला बनाते है। ये उत्तरी भारत में जून से अगस्त, दक्षिणी भारत में नवम्बर से फरवरी में घोंसले बनाकर तीन से चार अण्डे देते हैं और बाद में वापस लौट जाते हैं।

तेजी से उतरते हैं पानी में

ये मिसाइल की तेजी से पानी में उतर सकते है। यह पक्षी पड़ौसी देश श्रीलंका व म्यानमार में अधिक पाए जाते हैं।

लगातार आ रहे प्रवासी पक्षी

बीजापुर तालाब में बड़ी संख्या में डारटर पक्षियों को देखा गया है। यह वन विभाग के लिए अच्छी खबर है। क्षेत्र में कई प्रजातियों के प्रवासी जलीय परिंदे लगातार देखे जा रहे है।

ओमप्रकाश सुथार, क्षेत्रिय वन अधिकारी

चाचा ने किया मासूम से दुष्कर्म

चाचा ने किया मासूम से दुष्कर्म
Then ripped relationship

पाली शहर की एक आवासीय योजना से जुड़े क्षेत्र में एक चौदह वर्षीया मासूम से उसके चाचा द्वारा दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया गया है।



पुलिस ने पीडि़ता के पिता की रिपोर्ट पर पोक्सो अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच प्रारंभ की है। इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है, वहीं इसने आपसी रिश्तों को भी तार-तार कर दिया है।

10 साल का बच्चा बना एक दिन के लिए जयपुर पुलिस कमिश्नर



जयपुर 10 साल के बच्चा जो की पुलिस कमिश्नर बनने की तमन्ना रखता है उसकी ये ख्वाहिश जयपुर पुलिस ने पूरी कर दी है ।
10 years old child girish become jaipur police commissioner for a day
दरअसल हरियाणा के सिरसा का रहने वाला गिरीश शर्मा किडनी से संबंधित गंभीर बीमारी से पीड़ित है। और उसकी तमन्ना है कि वो पुलिस कमिश्नर बने भले ही एक दिन के लिए।

उसकी इस ख्वाहिश को दोपहर 3.30 बजे पूरा किया गया जब उसे जयपुर कमिश्नर की कुर्सी पर बैठाकर सलामी दी गई ।



उसकी इस ख्वाहिश को संस्था मेक अ विश फाउंडेशन पूरा करवा रही है। एनजीओ जानलेवा बीमारियों से जूझ रहे बच्चों की ख्वाहिश पूरी करवाती है। ये संस्था इन गंभीर रुप से बीमार बच्चों को उनके पसंदीदा सेलेब्रिटी से भी मिलवाती है।

देश में इससे पहले एक बच्चे सादिक को हैदराबाद में पिछले अक्टूंबर में पुलिस कमिश्नर बनाया गया था । पुलिस आयुक्त महेंद्र रेड्डी ने उसे एक दिन का कमिश्नर बनाकर उसकी ख्वाहिश पूरी की थी