पत्नी नेहा उर्फ निर्मला की हत्या का आरोपी आरएएस अधिकारी प्रदीप बालाच को गुरुवार को बाड़मेर अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे एक बार फिर दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। वहीं, उसके भाई हितेश को 13 मई तक न्यायिक अभिरक्षा में भेजने का आदेश दिया गया।
दरअसल गत सोमवार से तीन दिन की रिमांड पर चल रहे बालाच की रिमांड अवधि पूरी होने पर गडरा रोड थाना पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया। पुलिस ने पूछताछ के लिए प्रदीप की रिमांड अवधि बढ़ाने की मांग की, जिसे न्यायालय ने मंजूर करते हुए रिमांड अवधि दो दिन के लिए बढ़ा दी। वहीं, बालाच के भाई हितेश की एक दिन की रिमांड अवधि पूरी होने पर पुलिस ने उसे भी अदालत में पेश किया, जहां से उसे 13 मई तक न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।
उल्लेखनीय है कि गत 19 अप्रेल की रात जैसिंधर के पास सोना सिधा गांव से पहले बालाच की पत्नी निर्मला उर्फ नेहा की हत्या कर दी गई थी। जबकि आरएएस पति प्रदीप ने दुर्घटना का रूप देते हुए दावा किया था कि चलती बोलेरो का गेट खुलने से पत्नी बाहर गिर गई थी, जिससे उसकी मौत हुई है। उसके ससुर भीमाराम ने 22 अप्रेल को पुलिस अधीक्षक से मिलकर प्रदीप पर हत्या का आरोप लगाया था। उन्होंने प्रदीप पर विवाहेत्तर संबंध के कारण पत्नी की हत्या करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने 23 अप्रेल को हत्या का मामला दर्ज कर निर्मला का दफनाया शव बाहर निकाला और मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया।
आरएएस बालाच ने तीन-चार दिन तक इनकार के बाद आखिरकार 26 अप्रेल को पत्नी की हत्या करना स्वीकार किया। पुलिस द्वारा रातभर गहन पूछताछ के बाद बालाच टूट गया। उसने गत 19 अप्रेल की रात जैसिंधर रोड पर सोना सिंधा गांव से कुछ पहले पत्नी नेहा उर्फ निर्मला का गला दबा कर हत्या करना कबूला। उसने अधिकारियों के समक्ष कहा कि पत्नी की हत्या कर उसने गलती कर दी है, लेकिन इस केस में उसके भाई तथा अन्य सदस्यों को बचा लिया जाए, जिससे उसका परिवार बच सके। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था।