जयपुर भूमि अधिग्रहण बिल के विरोध में विधानसभा पर प्रदर्शन कर यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज का मामला मंगलवार को सदन में गूंजा।
यूथ कांग्रेस अध्यक्ष और विधायक अशोक चांदना की पुलिस द्वारा की गई पिटाई के विरोध में नारेबाजी कर रहे कांग्रेस के आठ विधायकों और एक निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल को विधानसभा अध्यक्ष ने शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया।
निलंबित किए गए विधायकों को मार्शल ने सदन से बाहर निकाला। इसके बाद सदन की कार्रवाई आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई।
नेता प्रतिपक्ष के अभिभाषण के दौरान हुआ मामला
बताया जा रहा है कि आज राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस के दौरान नेता प्रतिपक्ष अपने बयान दे रहे थे।
इसी दौरान यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष और हिंडौली से विधायक अशोक चांदना सदन में आए और पुलिस द्वारा उनकी पिटाई से हुए जख्म दिखाने लगे।
जिसे देखकर कांगे्रेस विधायक उत्तेजित हो गए और वैल में आ गए। इनके साथ ही निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल वैल में आ गए और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे।
इस पर संसदीय कार्यमंत्री राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि कुछ सदस्यों की एक कमेटी बनाई जाएगी जो उस पूरे घटनाक्रम की वीडियो फुटेज देखेगी और उसके बाद जो भी दोषी होगा उसके खिलाऊ कार्रवाई की जाएगी।
पर विपक्ष के विधायक कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। और सरकार विरोधी नारे वैल में लगा रहे थे। इस समय मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी सदन में मौजूद थी।
विपक्ष के विधायकों को बार-बार आग्रह करने भी वे अपनी सीट पर नहीं पहुंचे। जिस पर मुख्य सचेतक कालूलाल गुर्जर ने कहा कि इससे सदन की कार्रवाई बाधित हो रही है।
इस दौरान विपक्ष के विधायकों की कालूलाल गुर्जर के साथ भी कई बार तीखी नोंक-झोंक हुई। इसके बाद सरकार ने हंगामा कर रहे कांग्रेस सहित नौ विधायकों के खिलाफ निलंबन का प्रस्ताव पेश कर दिया।
इसके बाद अध्यक्ष निलंबित किए गए सभी विधायकों को सदन से बाहर जाने के लिए कहा लेकिन बाहर नहीं जाने पर आसन मार्शल को विधायकों को सदन से बाहर निकालने का आदेश दिया, जिस पर मार्शल से सदन से विधायकों को बाहर निकाल दिया।
विधानसभा के इतिहास में पहला मौका
बताया जा रहा है कि राजस्थान विधानसभा के इतिहास में ये पहला मौका है जब एक साथ नौ विधायकों को शेष सत्र के लिए निलंबित किया गया है।
इन्हें किया निलंबित
विधायक अशोक चांदना, हनुमान बेनीवाल, सुखराम विश्नोई, श्रवण कुमार, गिर्राज सिंह, धीरज गुर्जर, रमेश मीणा है।