बाड़मेर और सीईओ आमने सामने स्थापना बैठक का कोरम पूरा होने के बावजूद की निरस्त बाड़मेर बाड़मेर जिला परिषद में प्रमुख और मुख्य कार्यकारी अधिकारी का अहम टकराने से अब आमने सामने हो गए हैं ,मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने जिला प्रमुख द्वारा आहूत स्थापना कमिटी की बैठक को यह कह कर निरस्त कर दिया की बैठक में सदस्यों का कोरम पूरा नहीं था जबकि शाम तक मुख्य कार्यकारी का बैठक में आने का इंतज़ार करते प्रमुख ने जिला कलेक्टर को कोरम के बावजूद सीईओ द्वारा बैठक करने लेकर पात्र लिखा हैं। जानकारी के अनुसार इसी सप्ताह जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर ने जिला स्थापना समिति की बैठक आहूत की थी जिसमे मुख्य अधिकारी को शामिल होना ,था बैठक में ग्राम सेवको के स्थानांतरण सहित कई मसलो पर निर्णय किये जाने थे मगर दिन भर स्थापना समिति के सदस्य मुख्य कार्यकारी अधिकारी का इंतज़ार करते रहे मगर वो बैठक में तो नहीं पहुंचे अलबत्ता उनका पात्र जरूर पहुँच गया जिसमे उन्होंने समिति की बैठक में सदस्यों का कोरम पूरा न होने की वजह से बैठक को निरस्त कर आगामी तारीखों में करने का निर्णय था जबकि जिला प्रमुख मुख्य कार्य करी अधिकारी के बैठक में न पहुँचाने को गंभीरता से लेते हुए जिला कलेक्टर को पात्र लिख बताया की समिति के समस्त सदस्यों सहित खुद कार्यकारी अधिकारी का इंतज़ार शाम तक करती रही सदस्य का कोरम पूरा था मगर जान बुझ कर अधिकारी बैठक में नहीं आये ौिर बैठक को निरस्त कर दिया ,जिला परिषद में कई सालो बाद यह पहला अवसर हे जब जिला प्रमुख और मुख्य कार्यकारी अधिकारी आमने सामने हुए हैं।
वह खूबसूरत लड़की थी। एक हॉस्पीटल में नर्स का काम करते हुए उसे बहुत सम्मान हासिल था। वह अपने सनकी ब्वॉयफ्रेंड को छोड़ चुकी थी। पुलिस में उसकी धमकी की शिकायत भी दर्ज करा चुकी थी। पुलिस ने उसे कुछ नहीं होने का आश्वासन भी दिया था। लेकिन फिर एक दिन उसका एक्स ब्वॉयफ्रेंड उसके घर आ पहुंचा और जो हुआ वह पढ़ कर आप हैरान हो जाएंगे। इस घटना के बाद पुलिस भी कठघरे में आ गई।
मामला इंग्लैंड का है। लड़की ने जब पुलिस से शिकायत की थी तब उसके एक्स ब्वॉयफ्रेंड ने कहा था उसका गुस्सा पल भर वाला था। लेकिन सच यह नहीं था। असल में उसका ब्वॉयफ्रेंड पहले भी अपनी एक्स गर्लफ्रेंड के साथ गलत व्यवहार कर चुका था। वहीं सनकी युवक ने अपने एक एक्स गर्लफ्रेंड को घर में ही जलाने की कोशिश भी की थी। लेकिन बावजूद इसके पुलिस ने इन मामलों में उसे सजा नहीं दिलाई। वह दूसरी लड़कियों को धोखा देता रहा।
लड़की का केटी कुलियन और उसके ब्वॉयफ्रेंड का नाम इमान गैफलीपोर है। इमान ने 2009 में केटी के ऊपर बुरी तरह वार किया था। इसके बाद उसकी मौत हो गई थी। इसी मामले में इंग्लैंड की स्वतंत्र पुलिस शिकायत कमिशन ने अपनी गंभीर रिपोर्ट में पुलिस पर सवाल उठाए। रिपोर्ट में कहा गया है कि जब 2008 में पहली बार नर्स ने उसकी धमकियों के बारे में पुलिस से शिकायत की थी तब उन्हें ब्वॉयफ्रेंड के पुराने क्राइम के बारे में पुलिस ने नहीं बताया था। रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि अगर ग्रेट मैनचेस्टर की पुलिस ने नर्स को सही चेतावनी दी होती तो वह पूर्व ब्वॉयफ्रेंड के हाथों हुई मौत से बच सकती थी।
दो पूर्व गर्लफेंड को भी दे चुका था धमकी
28 साल के इमान के ऊपर पहले भी महिलाओं पर हमले करने के आरोप लग चुके थे। उसने अपनी दो पूर्व गर्लफेंड को भी धमकी दी थी। और उनमें से एक के घर को जलाने की कोशिश भी की थी। लेकिन जब 34 साल की केटी कुलियन ने पहली बार 2008 में पुलिस को शिकायत की, पुलिस ने जांच की लेकिन केटी को कोई जानकारी नहीं दी। इमान ने तब बताया था कि वह पल भर का गुस्सा था।
घर पर मिलने के लिए राजी हुई थी केटी
इसके कुछ वक्त बाद केटी पूर्व ब्वॉयफ्रेंड से दुबारा अपने ही घर पर मिलने के लिए राजी हो गई। इमान ने इसी दौरान उसके सिर और गले पर वार करके हत्या कर दी। बेहद क्रूर तरीके से इमान ने उसके दाएं आंख की पुतली काट दी और उसके दाएं हाथ को भी काट कर अलग करने की कोशिश की। 2009 में हत्या करने के बाद उसे 2010 में 23 साल की सजा सुनाई जा चुकी है।
पुलिस ने दिया था गलत आश्वासन
स्वतंत्र पुलिस शिकायत कमिशन (आईपीसीसी) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अगर केटी को हत्यारे की पिछली करतूतों के बारे में बताया गया होता तो वह बच सकती थी और उससे सावधान रहती।
आईपीसीसी के डिप्टी चेयरमैन रिचेल कर्फोटाइन ने कहा कि पुलिस ने उसे गलत आश्वासन दिया। अगर पुलिस ने सही से तहकीकात की होती तो पिछले मामले में ही इमान को सजा सुनाई जा सकती थी। केटी की मां डायने ने ग्रेट मैनचेस्टर पुलिस के बर्ताव पर नाराजगी जाहिर की थी।
ब्यूरो, वृंदावन। कला और विज्ञान के अद्भुत रास को साकार करता चंद्रोदय मंदिर जमीन पर चांद की प्रतिकृति जैसा होगा। पांच साल के बेहद कम समय में 300 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होने वाला 'चंद्रोदय मंदिर' स्थापत्य कला का अनूठा उदाहरण होगा। प्राचीन वृंदावन को पुनर्जीवित करने का यह प्रयास मात्र इस्पात, शीशा, पत्थर, कंक्रीट, नक्काशी, वास्तुकला व शिल्पकला के जीवंत मेल तक सीमित नही होगा। यह भारतीय आध्यामिक ज्ञान वैभव को विश्व के सामने प्रस्फुटित करने का एक बड़ा केंद्र बनेगा। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने रविवार को मथुरा जिले के वृंदावन क्षेत्र में चंद्रोदय मंदिर का शिलान्यास किया।द्वादश वन से फिर आच्छादित होगी कृष्ण की लीला नगरी
पारंपरिक भारतीय स्थापत्य कला की नागरा शैली में 65 एकड़ क्षेत्र में बनने वाला यह मंदिर भारतीय स्थापत्य के गौरव को एक बार फिर दुनिया के सामने रखेगा। मंदिर परिसर में प्राचीन वृंदावन अपने गौरवशाली अतीत के साथ वर्तमान के प्रति मुखातिब होगा। प्रसिद्ध द्वादश वन फिर से कृष्ण की लीला नगरी को आच्छादित करेंगे तो कालिंदी भी अपने प्राचीन रूप में अपने कान्हा के निकट अठखेलियां करती नजर आएगी।
कुतुब मीनार से तीन गुना ऊंचा
कान्हा के 'चंद्रोदय' मंदिर की आधारशिला रखने वृंदावन पहुंचे राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने पारंपरिक रूप से अनंत स्थापना पूजा की तो उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने इसे सोमनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण से जोड़ते हुए इसे एतिहासिक बताया। गौरतलब है कि सोमनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण का शिलान्यास भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने किया था। कुतुब मीनार (72.5 मीटर) से लगभग तीन गुना ऊंचाई वाला 'चंद्रोदय' मंदिर 210 मीटर ऊंचा होगा।
इस्कॉन की है अवधारणा
'चंद्रोदय' मंदिर इंटरनेशनल सोसायटी फॉर कृष्णा कंससनेस (इस्कॉन) की अवधारणा है। शिलान्यास करने के बाद राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि 'ऐसे समय में जब भारत विकासशील देश से विकसित देश बनने की ओर अग्रसर है, हमारे समाजिक आर्थिक और नैतिक ढांचे पर दबाव बढ़ना स्वाभाविक है। ऐसे में बहुत जरूरी हो जाता है कि हम अपनी आध्यात्मिक धारा के साथ पुन: जुड़ाव स्थापित करें।
गीता के संदेश को फैलाने से बेहतर कुछ नहीं
इसके लिए विश्व भर में श्रीमद् भगवद् गीता के सर्वव्यापी प्रेम और मानवता के संदेश को फैलाने से बेहतर कुछ नही हो सकता।' राष्ट्रपति ने 'इस्कान' की भगवान कृष्ण की शिक्षाओं के प्रसार प्रचार व उनकी 'अक्षयपात्र' योजना की सराहना भी की। राष्ट्रपति ने वृंदावन को धार्मिक पर्यटन का केंद्र बनाने के प्रयासों के लिए केंद्र व राज्य सरकार के प्रयासों को भी सराहा। उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयास सराहनीय हैं।
हम सब के भीतर एक कृष्ण हैं
इस अवसर पर अपनी बात रखते हुए राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि 'हम सबके भीतर एक कृष्ण हैं, यहां इस मंदिर में उनका विराट स्वरूप होगा। गीता में श्री कृष्ण की शिक्षाएं मावनमात्र के लिए हैं।' इससे पहले छटीकरा-वृंदावन रोड पर स्थित अक्षय पात्र मंदिर पहुचने पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक व राज्य के मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि कारागार मंत्री बलराम यादव ने राष्ट्रपति की अगवानी की।
बांके बिहारी मंदिर में की पूजा
शिलान्यास के बाद राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी राज्यपाल राम नाईक के साथ वृंदावन की घनी आबादी के बीच स्थित बांके बिहारी मंदिर में दर्शन के लिए पंहुचे। बंदरों से सुरक्षा के लिए वृंदावन की गलियों से मंदिर तक का सफर राष्ट्रपति ने शीशों से बंद गोल्फ कार्ट से पूरा किया। मंदिर में करीब बीस मिनट तक विधि-विधान से पूजा करने के बाद उनको दूध भात का प्रसाद दिया गया। यह विशेष प्रसाद बांकेबिहारी मंदिर में भगवान को अर्पित किया जाता है।
ऐसा बोले कि सन्नाटा छा गया
राष्ट्रपति से पहले बोलते हुए उत्तर प्रदेश के राज्यपाल ने कुछ ऐसा कह दिया कि कुछ पल को सभा में सन्नाटा हो गया। अपनी बात रखते हुए राम नाईक ने कहा कि जब यह विशाल मंदिर बनकर तैयार होगा तब पता नही प्रणब जी होंगे या नही, मै रहूंगा या नही। हालांकि, इसके ठीक बाद स्थिति को संभालते हुए उन्होंने कहा कि उनका आशय पद से था। भारतीय जीवन पद्धति में मानव को शतायु माना गया है और तक तक तो कार्य में रहना ही है।
बाड़मेर ऑडिट में सी एम एच ओ कार्यालय में कई अनियमितताए सामने आई
बाड़मेर बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक द्वारा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग बाड़मेर में भरष्टाचार के खिलाफ लिखी सिलसिलेवार समाचारो के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय और निदेश स्वास्थ्य विभाग द्वारा कराई जांच और विशेष ऑडिट में इस कार्यालय द्वारा की गयी कई अनियमितताए बेपर्दा हुई इस कार्यालय में कई वर्षो से डोरकीपर और केशियर प्रतिभूति बन्दों में ही काम करते रहे।
जांच रिपोर्ट में हुए खुलासे के अनुसार अप्रेल 2011 से लगातार स्टोरकीपर बने मेलनार्ष गंगाराम चौधरी ने बिना फिडिलिटी बांड के कार्य किया ,हालाँकि दोनों को 2011 से स्टोरकीपर एवं केशियर बताया गया हैं जबकि वे लम्बे समय से कार्यरत हैं ,ऑडिट ने इसे भारी अनियमितता माना हैं। इसी तरह ऑडिट में सामने आया की लाखो रुपयो के कोषालय चालणो का मिलान तक नहीं किया गया। रिपोर्ट के अनुसार भंडार की औसधि पंजिका प्राप्ति पर औसधि उत्पादन तिथि ,कालातीत तिथि बेच नंबर आदि का अंकन नहीं किया गया ,उत्पादन तिथि और कालातीत तिथि अंकित नहीं करने से पिचहेटर फीसदी वेलिडिटी अवधि की जांच नहीं की जा सकी ,ऐसे में बड़े स्तर पर औसधियो के अवधिपार होने की संभावना रहती हैं ,इसी तरह ऑडिट दल ने पाया की स्थाई भंडार पंजिका में सामग्री की कीमत ,मेक ,एवं वितरण तक का अंकन नहीं किया ,भंडार में कई अनुपयोगी उपकरण खरीद किये पाये गए ,भंडार में कई तरह की मशीने भी पाई गयी जिसका स्टोरकीपर द्वारा निस्तारण नहीं किया गया ,खुलासे के अनुसार कार्यालाय में लेखा पंजिका का संधारण तक नहीं किया जा रहा था ,ऑडिट ने सेवा पंजिका ,सरकारी कर्मचारियों की आवास सुविधा का विवरण ,यात्रा भट्टो एवं अविटरिओत वेतन भट्टो की पंजिकै संधारित नहीं पाये जाने को गंभीर दोष माना हं ,
इंसान की हिम्मत अगर बुलंद हो और खुद पर यकीन हो तो दरिया में भी दरख्त पत्तों की तरह तैरने लगते है।
क्या बिना हाथ-पैर के शख्स के लिए एक साधारण जीवन जीना आसान है, बेशक नहीं।
लेकिन इस दुनिया में एक शख्स ऎसा भी है जो बिना हाथ-पैर होने के बावजूद अपनी इच्छा शक्ति के दम जिंदगी की चुनौतियों को हर दम नीचा दिखाता जा रहा है।
जी हां, ऑस्ट्रेलिया निवासी निक वुजिसी के दोनों हाथ-पैर नहीं है, बावजूद इसके वे फुटबॉल खेलते है, स्विमिंग करते है और अपने सभी शौक पूरा कर लोगों को जज्बे से जीने की सीख देते है।
एक वेबसाइट के अनुसार निक के जन्म से ही दोनों हाथ-पैर नहीं थे, था सिर्फ सिर और धड़। सिर और धड़ वाले शरीर के चलते निक को बचपन से शारीरिक और मानसिक मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
लेकिन निक ने जिंदगी से प्यार करना सीखा और अपनी इस नाकाबिल शरीर को काबिल बनाया। निक अब दुनियाभर में मोटिवेशनल स्पीकर बन चुके है।
वे लोगों को जीने का जज्बा और मुश्किलों से सामना करने का पाठ पढ़ाते है।
सागर। मध्यप्रदेश के सागर जिले के मंडी बामोरा रेलवे स्टेशन के समीप एक प्रेमी जोडे की ट्रेन से कट जाने से मौत हो गई है।
राजकीय रेलवे पुलिस के अनुसार बीना के मंडी बमारो रेलवे स्टेशन के समीप एक प्रेमी जोड़ा भोपाल की ओर जाने वाली एक ट्रेन के सामने कूंद गया।
इससे दोनों की घटना स्थल पर मौत हो गई। पुलिस ने युवक की शिनाख्त बसोदा निवासी धमेन्द्र सिंह के रूप में की है जबकि युवकी की शिनाख्त अभी नहीं हो सकी है।
पुलिस ने प्रकरण दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी।
पाकिस्तान का राजस्थानी सरहद के सामने युद्धाभ्यास शुरू
बाड़मेर पाकिस्तान ने राजस्थान-पंजाब से लगती अंतर्राष्ट्रीय सीमा से लगते अपने क्षेत्र में सीमा से 15 से 20 किलोमीटर अंदर एक वृहद सैन्य अभ्यास शुरू किया है। मौसम ए शर्म नामक यह कोर लेवल का युद्ध अभ्यास पिछले 24अक्टूबर से शुरू किया है और इसके नवंबर के दूसरे सप्ताह तक चलने की संभावना है।
इस युद्ध अभ्यास में करीब 15000 पाक सेना के जवान और अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं। इस दौरान पाकिस्तान सेना द्वारा कई नए मोर्चे और बंकर डिफसेंस बनो जा रहे है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने इस युद्ध अभ्यास के मद्देनजर अपनी सर्तकता बढ़ा दी है। विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान द्वारा अभी ताकत में और इजाफा करने के लिए राजस्थान के बाड़मेर ,जैसलमेर, बीकानेर, श्रीगंगानगर और पंजाब के कुछ क्षेत्रों के सामने एक वृहद सैन्य अभ्यास शुरू किया है।
पाकिस्तानी सेना की कराची स्थित 5 कोर, मुल्तान की 2 कोर व 3 और कोर की 12 इंडडिपेंडेंट ब्रिगेड द्वारा इस युद्धाभ्यास में हिस्सा ले रहे हैं। इनमें पाकिस्तानी सेना द्वारा अलखालिद के अपग्रेड वर्जन के टैंक के ट्रायल के साथ अन्य कई नए उपकरणों का परीक्षण किया जा रहा है। इस युद्ध अभ्यास में पाकिस्तानी जवानों की हौसला अफजाई के लिए सेना के कई उच्च अधिकारी आकर दिशा-निर्देश दे रहे हैं। इस सैन्य अभ्यास के मद्देनजर बीएसएफ द्वारा भी सीमा पार कड़ी निगरानी रखते हुए अतिरिक्त सर्तकता बरती जा रही है।
मुनाबाव में पाक जा रहे चार यात्रियों को रोका पासपोर्ट में कांट छांट करना सामने आया, वापस जोधपुर भेजा बाड़मेर. दोस्तीकी सौगात थार एक्सप्रेस से पाक की यात्रा कर रहे चार भारतीय यात्रियों को पासपोर्ट में कांट छांट होने की वजह से मुनाबाव में इमीग्रेशन जांच के दौरान रोका गया है। शुक्रवार मध्यरात्रि जोधपुर के भगत की कोठी से थार लिंग एक्सप्रेस से पाक के लिए रवाना हुए। शनिवार सुबह अंतिम रेलवे स्टेशन मुनाबाव में होने वाली इमीग्रेशन जांच में पासपोर्ट में कांट छांट होना पाया गया। जीआरपी चौकी प्रभारी गजेसिंह राजपुरोहित ने बताया कि भारत के गुजरात के गांधी धाम निवासी गनी बाई पत्नी नाथू भाई, गोधरा निवासी अब्दुल गनी पुत्र अब्दुल मजीद, इटावा उत्तर प्रदेश निवासी शहीदा एवं उसके पति मुना अंसारी को मुनाबाव में रोका गया। रोके गए सभी यात्रियों के पासपोर्ट में कांट छांट होना बताया जा रहा है। इनको जोधपुर भेजा जाएगा।
कुचामनसिटी/नागौर। हिस्ट्रीशीटर विजेंद्र सिंह चारण ने शनिवार दोपहर पुलिस दल पर गोलीबारी कर दी। हैड कांस्टेबल फैज मोहम्मद के सीने में दो गोलियां लगी, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
घटना कुचामन थाना इलाके के भांवता गांव के पास की है। देर शाम पुलिस ने विजेंद्र और उसके साथी मदन सिंह को गिरफ्तार किया और एक महिला को हिरासत में ले लिया। इनसे बुलेटप्रूफ जैकेट, 4 सेमी- ऑटोमैटिक राइफल व 50 कारतूस बरामद किए हैं।
पुलिस अधीक्षक राघवेन्द्र सुहासा ने बताया कि कुचामन एसएचओ सुरेश सोनी भांवता के पास हिराणी गांव में तेजा मंदिर में शुक्रवार रात हुई चोरी के सिलसिले में गए थे। वहां से दूसरी चोरी की जांच के लिए भांवता जा रहे थे।
तभी पुलिस को शक हुआ कि एक स्कॉर्पियो में हिस्ट्रीशीटर इंडाली निवासी विजेंद्र है। पुलिस ने पीछा किया तो विजेंद्र ने गाड़ी भांवता की ओर तेजी से दौड़ा दी। भांवता में पुलिस ने ग्रामीणों को सूचित किया तो उन्होंने रास्ता रोक दिया। वहां से विजेंद्र वापस हुआ तो पुलिस की सामने मिली। पुलिसकर्मी नीचे उतरे ही थे कि विजेंद्र ने फायरिंग कर दी।
पुलिस के अनुसार विजेंद्र हमले के बाद साथियों के साथ हिराणी गांव में गाड़ी छोड़कर पैदल भाग गया था। पुलिस ने अजमेर, बीकानेर, जोधपुर, जयपुर व अन्य जिलों में नाकाबंदी कराई।
नाकाबंदी के चलते देर शाम को केरपुरा गांव के पास पुलिस ने उसको व उसके साथ मदन सिंह को धर दबोचा। इस संबंध में कुचामन थानाधिकारी सुरेश सोनी ने कुचामन थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। आरोपितों से नावां थाने में पूछताछ की जा रही है।
कोट वारदात में शामिल अन्य बदमाशों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। पोस्टमार्टम के बाद हैड कांस्टेबल का शव परिजनों को सौंप दिया है।
- राघवेंद्र सुहासा, एसपी, नागौर
आश्रितों को मिलेंगे 22 लाख, मकान
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मृतक हैड कांस्टेबल के परिवार को 22 लाख रूपए और हाउसिंग बोर्ड का मकान देने की घोषणा की है। बच्चों को मुफ्त शिक्षा, एक आश्रित को सरकारी नौकरी और कृषि भूमि होने पर परिवार को बिजली कनेक्शन मुफ्त देने का भी ऎलान किया है। ...
जोधपुर। कुड़ी भगतासनी हाउसिंग बोर्ड थाना पुलिस ने सेक्टर 1 सी स्थित मकान में वेश्यावृत्ति के लिए बंधक बनाई युवती को शनिवार को मुक्त करवाया।
युवती की रिपोर्ट पर वेश्यावृत्ति के लिए तस्करी व बंधक बनाने का मामला दर्ज कर दो जनों को हिरासत में लिया गया है।
थानाधिकारी प्रमोद शर्मा ने बताया कि सेक्टर 1 सी स्थित मकान की प्रथम मंजिल स्थित कमरे की खिड़की से दोपहर में एक युवती के रोने की आवाज सुनाई दी। पड़ोसी की शिकायत पर उप निरीक्षक गोविंद व्यास के नेतृत्व में कांस्टेबल तेजाराम व लक्ष्मी ने कमरा खुलवाकर युवती को मुक्त करवाया।
थाने लाकर पूछताछ करने पर सामने आया कि युवती मूलत: कोलकाता के परगना क्षेत्र की रहने वाली है और तीन-चार दिन पहले विश्वजीत नामक व्यक्ति उसे मुम्बई से जोधपुर लेकर आया था, यहा युवती को राजन कुमार को सुपुर्द कर दिया।
राजन ने उसे यहां प्रथम मंजिल स्थित कमरे में बंद कर दिया और वेश्यावृत्ति करवाने लगा। आरोप है कि उसने भी दो मर्तबा युवती के साथ दुष्कर्म किया। युवती के बयानों के आधार पर पुलिस ने वेश्यावृत्ति के लिए तस्करी, दुष्कर्म व बंधक बनाने का मामला दर्ज किया है।
वेश्यावृत्ति के लिए बेचने का आरोप
पुलिस युवती की ओर से लगाए गए आरोपों की जांच कर रही है। युवती को मुक्त करवाने के दौरान भीड़ को देख भाग रहे एक आरोपी को पुलिस ने कुछ दूर पीछा करके पकड़ लिया। बाद में दूसरे को भी पुलिस ने हिरासत में लिया। ...
दौसा। दौसा जिले के महुवा में रविवार सुबह बैंक ऑफ बड़ौदा में भीषण आग लग गई। आग से बैक के फर्नीचर, कंम्प्यूटर और रिकॉर्ड के रजिस्टर जलकर खाक हो गए।
जानकारी के अनुसार, महुवा थाना क्षेत्र के नेशनल हाइवे पर स्थित बैंक ऑफ बडौदा में सुबह 10 बजे अचानक शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई। देखते-देखते ही आग की लपटों ने बैंक को अपने चपेट में ले लिया।
स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच गई लेकिन 2 घंटे तक दमकल की गाडियां नहीं पहुंची। इस पर पुलिस ने लोगों की मदद से बैंक का ताला तोड़ दिया और फिर आग पर काबू पाने में जुट गए।
स्थानीय लोग जैसे-तैसे पानी का एक टैंकर लेकर आए और आग बुझाई। इस सूचना के दो घंटे बाद दमकल की गाडियां मौके पर पहुंची तो देरी से नाराज लोगों ने उनको वापस भगा दिया।
सूत्रों के अनुसार, आग से बैंक का सारा सामान खाक हो गया है। फर्नीचर, कंम्प्यूटर, रिकॉर्ड के रजिस्टर्स और लॉकर जल गए हैं। बैंक को कुल कितना नुकसान हुआ है इसकी जानकारी अब जांच के बाद ही पता चल पाएगी। ...
कासगंज। प्रदेश के कासगंज जिले के सिढ़पुरा क्षेत्र में अंध विश्वास के चलते एक पिता द्वारा साढे तीन साल के अपने बेटे की बलि देने का मामला प्रकाश में आया है।
पुलिस के अनुसार चांदपुर गांव के विनीत ने अपने साढ़े तीन महीने के पुत्र प्रशांत की तंत्र-मंत्र के चक्कर में उसकी चाकू से गर्दन काट कर हत्या कर दी और गर्दन काटकर देवी मैया को खुश करने के लिए उसके खून को देवी के चरणों में चढ़ा दिया।
इसके बाद वह इत्मीनान से उसी मंदिर में बैठकर पूजा भी करने लगा। जब इसकी सूचना पुलिस को दी गई तो मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी पिता को उसी मंदिर से पूजा करते वक्त ही गिरफ्तार कर लिया और उसके खिलाफ आई पी सी की धारा 304 और संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करते हुए जेल भेज दिया और पुलिस आगे की कार्यवाही में जुट गई।
मृतक बच्चे प्रशांत की मां मोहिनी ने बताया कि शुक्रवार शाम को चार बजे मेरे ससुर मुझे मायके से बुलाकर लाए थे और मेरी मंजू ननद से मेरे बच्चों को मेरे पति ऊपर ले गए ऊपर खिलाते रहे, खिलाते-खिलाते ही ऊपर से बच्चे को नीचे फेंक दिया जिसे हम एटा दिखा लाए।
डॉक्टर ने कह दिया यह अब ठीक है इसे घर ले जाओ। शनिवार सुबह चार बजे नहा धोकर मेरे पति ने पूजा की, पूजा करते समय बच्चे को उसकी गोद से छीन लिया और छूरी से उसकी गर्दन काट दी। मृतक बच्चे की पड़ोसन लक्ष्मी ने इस बारे में बताया कि विनीत ने जब बच्चे की गर्दन काटी तो लोगों ने उससे बच्चे को छीनना चाहा लेकिन वो उसे लेकर छत पर भाग गया और देवी के मंदिर में जाकर उसने बच्चे को रख दिया। खून से सने हाथ के ठप्पे भी लगाए। वहीं मंदिर में बैठकर पूजा करने लगा।
सूचना पाकर पुलिस तुरन्त पहुंची और मंदिर में पूजा करते वक्त उसे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक विनय कुमार यादव ने बताया कि एक पिता ने अपने साढे तीन साल के बेटे की हत्या कर दी है और उसने ऎसा करना स्वीकार भी किया है। बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मामले की छानबीन की जा रही है। .
नई दिल्ली। इंटरनेट उभोक्तोओं को आने वाले दिनों में अच्छी खबर मिल सकती है।
अगर आप इंटरनेट पर महंगा डाटा प्लान इस्तेमाल कर रहे हैं तो आने वाले दिनों में उससे राहत मिल सकती है। प्रौद्योगिकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने घोषणा की है कि आने वाले दिनों में भारत में मुफ्त इंटरनेट उपलब्ध कराने की उसकी योजना है।
खबरों के मुताबिक देश की बड़ी संख्या वाली आबादी को देखते हुए कंपनी ने मुफ्त इंटरनेट उपलब्ध कराने के लिए "ह्वाइट स्पेस" स्पेक्ट्रम बैंड का इस्तेमाल करने का प्रस्ताव किया है।
मीडिया रिर्पोट के मुताबिक माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के चेयरमैन भास्कर प्रमाणिक ने कहा है कि "ह्वाइट स्पेस" में उपलब्ध 200-300 मेगाहट्र्ज का स्पेक्ट्रम बैंड 10 किलोमीटर तक पहुंच सकता है। जबकि वाई-फाई द्वारा उपलब्ध कराया जाने वाला स्पेक्ट्रम बैंड 100 मीटर की दूरी तक ही पहुंचता है।
दरअसल ये स्पेक्ट्रम सरकार और दूरदर्शन के पास हैं, जिसका इस्तेमाल तकरीबन नहीं के बराबर होता है।
प्रमाणिक ने बताया कि कंपनी ने इस प्रोजेक्ट को दो जिलों में शुरू करने के लिए सरकार की मंजूरी मांगी है। -
सुखी और शांतिपूर्ण जीवन का रहस्य- आचार्य डाॅ. लोकेशमुनि-हर व्यक्ति सुखी एवं शांतिपूर्ण जीवन की चाह रखता है, लेकिन उसके प्रयास अपनी इस इच्छा के अनुरूप नहीं होते। यह एक सत्य है कि शरीर में जितने रोम होते हैं, उनसे भी अधिक होती हैं-इच्छाएं। ये इच्छाएं सागर की उछलती-मचलती तरंगों के समान होती हैं। मन-सागर में प्रतिक्षण उठने वाली लालसाएं वर्षा में बांस की तरह बढ़ती ही चली जाती हैं। अनियंत्रित कामनाएं आदमी को भयंकर विपदाओं की जाज्वल्यमान भट्टी में फैंक देती है, वह प्रतिक्षण बेचैन, तनावग्रस्त, बड़ी बीमारियों का उत्पादन केन्द्र बनता देखा जा सकता है। वह विपुल आकांक्षाओं की सघन झाडि़यों में इस कदर उलझ जाता है कि निकलने का मार्ग ही नहीं सूझता। वह परिवार से कट जाता है, स्नेहिल रिश्तों के रस को नीरस कर देता है, समाज-राष्ट्र की हरी-भरी बगिया को लील देता है। न सुख से जी सकता है, न मर सकता है।आज का आदमी ऐसा ही जीवन जी रहा है, वह भ्रम में जी रहा है। जो सुख शाश्वत नहीं है, उसके पीछे मृगमरीचिका की तरह भाग रहा है। धन-दौलत, जर, जमीन, जायदाद कब रहे हैं इस संसार में शाश्वत? पर आदमी मान बैठा कि सब कुछ मेरे साथ ही जाने वाला है। उसको नहीं मालूम की पूरी दुनिया पर विजय पाने वाला सिकन्दर भी मौत के बाद अपने साथ कुछ नहीं लेकर गया, खाली हाथ ही गया था। फिर क्यों वह परिग्रह,मूच्र्छा, आसक्ति, तेरे-मेरे के चक्रव्यूह से निकल नहीं पाता और स्वार्थों के दल-दल में फंसकर कई जन्म खो देता है। चाह सुख-शांति की, राह कामना-लालसाओं की, कैसे मिले सुख-शांति? क्या धांय-धांय धधकती तृष्णा की ज्वाला में शांति की शीतल बयार मिल सकती है? धधकते अंगारों की शैय्या पर या खटमल भरे खाट पर सुख की मीठी नींद आ सकती है? क्या कभी इच्छा-सुरसा का मुख भरा जा सकता है? सुख-शांति का एकमात्र उपाय है-इच्छा विराम या इच्छाओं का नियंत्रण। जिसने इच्छाओं पर नियंत्रण करने का थोड़ा भी प्रयत्न किया, वह सुख के नंदन वन को पा गया।आकांक्षाएं-कामनाएं वह दीमक है, जो सुखी और शांतिपूर्ण जीवन को खोखला कर देती है। कामना-वासना के भंवरजाल में फंसा मन, लहलहाती फसल पर भोले मृग की तरह इन्द्रिय विषयों की फसल पर झपट पड़ता है। आकर्षक-लुभावने विज्ञापनों के प्रलोभनों में फंसा तथा लिविंग स्टेंडर्ड जीवन स्तर के नाम की आड में आदमी ढ़ेर सारी अनावश्यक वस्तुओं को चाहने लगता है, जिनका न कहीं ओर है न छोर। एक समय में कुछ ही चीजों में इन्सान संतोष कर लेता था पर आज?...हर वस्तु को पाने की हर इन्सान में होड-सी लगी हुई है। बेतहाशा होड की अंधी दौड़ में आदमी इस कदर भागा जा रहा है कि न कहीं पूर्ण विराम है, न अर्ध-विराम। विपुल पदार्थ, विविध वैज्ञानिक सुविधाओं के बावजूद आज का इच्छा-पुरुष अशांत, क्लांत, दिग्भ्रांत और तनावपूर्ण जीवन जी रहा है। और भोग रहा है-बेचैनी से उत्पन्न प्राणलेवा बीमारियों की पीड़ा। भगवान महावीर का जीवन-दर्शन हमारे लिये आदर्श है,क्योंकि उन्होंने अपने अनुभव से यह जाना कि सोया हुआ आदमी संसार को सिर्फ भोगता है,देखता नहीं जबकि जागा हुआ आदमी संसार को भोगता नहीं, सिर्फ देखता है। भोगने और देखने की जीवनशैली ही महावीर की सम्पूर्ण जिन्दगी का व्याख्या सूत्र है। और यही व्याख्या सूत्र जन-जन की जीवनशैली बने, तभी आदमी समस्याओं से मुक्ति पाकर सुखी और शांतिपूर्ण जीवन का हार्द पा सकता है। समस्याएं जीवन का अभिन्न अंग है जिसका अंत कभी नहीं हो सकता। एक समस्या जाती है तो दूसरी आ जाती है। यह जीवन की प्राकृतिक चक्रीय प्रक्रिया है। वर्तमान युग में कोई भी व्यक्ति ऐसा नहीं है जिसे किसी प्रकार की समस्या न हो। आप घर के स्वामी हैं, समाज एवं संस्था के संचालक हैं या किसी भी जनसमूह के प्रबंधक हैं एवं व्यवस्थापक हैं तो आपके सामने कठिनाइयों का आना अनिवार्य है। व्यक्ति चाहे अकेला हो या पारिवारिक, समस्याएं सभी के साथ आती है तो सारी समस्याओं का समाधान है अटल धैर्य। धैर्य के बल पर ही हमें समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है। हमंे इस तथ्य एवं सच्चाई को मानना होगा कि जीवन में सदैव उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, जीवन में ऐसी घटनाएं घट जाती हैं जिनकी हम कभी कल्पना भी नहीं कर सकते लेकिन हमें किसी भी अनुकूल प्रतिकूल परिस्थितियों में अपना धैर्य एवं संतुलन नहीं खोना चाहिए। यह भी आवश्यक है कि जीवन के प्रति हमारा नजरिया भोगवादी न होकर संयममय हो।जीवन तंत्र, समाज तंत्र व राष्ट्रतंत्र चलाने में अर्थ व पदार्थ अवश्य सार्थक भूमिका निभाते हैं पर जब अर्थ व पदार्थ मन-मस्तिष्क पर हावी हो जाते हैं, तब सारे तंत्र फेल हो जाते हैं। अर्थ व पदार्थ जीवन निर्वाह के साधन मात्र हैं, साध्य नहीं। गलती तब होती है जब उन्हें साध्य मान लिया जाता है। साध्य मान लेने पर शुरू होती है-अर्थ की अंधी दौड़ और अनाप-शनाप पदार्थों को येनकेन प्रकारेण पाने की जोड़-तोड़, अंधी दौड़ और जोड़तोड़ में आंखों पर जादुई पट्टी बंध जाती है, तब उसे न्याय-इन्साफ, धर्म-ईमान, रिश्ते-नाते, परिवार, समाज व राष्ट्र कुछ नहीं दीखता, दीखता है-केवल अर्थ, अर्थ और अर्थ....। मानव हम दो में सिमटता, सिकुड़ता जा रहा है फलतः मानवीय संबंध बुरी तरह से प्रभावित हो बिखर रहे हैं, परिवार टूट रहे हैं, स्नेहिल संबंधों में दरारें पड़ रही है, हम पिया - हमारा बैल पीया का मनोभाव भारतीय संस्कृतिके मूलभूत सिद्धांत-सदाचार, सद्भाव, शांति-समता, समरसता को खत्म करने पर तुले हुए हैं। मनुष्य स्वभावतः कामना बहुल होता है। एक लालसा-कामना अनेक लालसाओं की जननी बनती है। जबकि छह फुट जमीन, शायद यही होती है-वास्तविक आवश्यकता। यह है कामनाओं की अंधी दौड़ की अंतिम परिणति। आकांक्षाओं से मूच्र्छित चेतन को जीवित करने के लिए सही समझ का संजीवन चाहिए। सुकरात का सुवचन है-‘‘ज्यों-ज्यों व्यक्ति इच्छाओं को कम करता है, देवताओं के समकक्ष हो जाता है। सुख, शांति और स्वास्थ्य का उपहार पा लेता है।प्रेषक- आचार्य लोकेश आश्रम, 63/1 ओल्ड राजेन्द्र नगर, करोल बाग मेट्रो स्टेशन के समीप, नई दिल्ली-60 सम्पर्क सूत्रः 011-25732317, 9313833222,
लुहांस्क। दुनिया में व्हाइट विडो के नाम से कुख्यात ब्रिटिश महिला आतंकी समांथा ल्यूथवेट को मार गिराने का दावा किया गया है। शुक्रवार को मीडिया रिपोटोंü में कहा गया कि रूसी जासूस ने समांथा को यूक्रेन में गोली मार दी। इंटरपोल ने केन्या के अनुरोध पर सितंबर में समांथा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। हालांकि, समांथा के मारे जाने की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
मीडिया रिपोटोंü के मुताबिक समझा जाता है कि चार बच्चों की मां और 30 वर्षीया समांथा सीरिया में आईएसआईएस के साथ मिलकर लड़ती आ रही थी और दो सप्ताह पहले यूक्रेन में गोली मार दी गई।
रूसी समाचार एजेंसी तास के मुताबिक, लुगांस्क मिलिशिया के पास समांथा की कथित हत्या की कोई सूचना नहीं है। ऎसा लगता है कि समांथा यूक्रेनियन बटालियन की तरफ से स्नाइपर के रूप में लड़ रही थी।
समांथा को मारने के बाद रूसी स्नाइपर को मारने वाले को यूक्रेनी स्पेशल सर्विसेज ने 10 लाख डॉलर का इनाम देने की घोषणा की है। पिछले साल नैरोबी के मॉल में हुए आतंकी हमले में भी समांथा की भूमिका संदिग्ध है।
एक रिपोर्ट के अनुसार समांथा ने साल की शुरूआत में आईएसआईएस से नाता जोड़ लिया था और वह उसकी सबसे ताकतवर महिला बन गई थी। आरोप है कि उसने सीरिया में महिलाओं को आत्मघाती धमाके करने का प्रशिक्षण दिया था। ...