कासगंज। प्रदेश के कासगंज जिले के सिढ़पुरा क्षेत्र में अंध विश्वास के चलते एक पिता द्वारा साढे तीन साल के अपने बेटे की बलि देने का मामला प्रकाश में आया है।
पुलिस के अनुसार चांदपुर गांव के विनीत ने अपने साढ़े तीन महीने के पुत्र प्रशांत की तंत्र-मंत्र के चक्कर में उसकी चाकू से गर्दन काट कर हत्या कर दी और गर्दन काटकर देवी मैया को खुश करने के लिए उसके खून को देवी के चरणों में चढ़ा दिया।
इसके बाद वह इत्मीनान से उसी मंदिर में बैठकर पूजा भी करने लगा। जब इसकी सूचना पुलिस को दी गई तो मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी पिता को उसी मंदिर से पूजा करते वक्त ही गिरफ्तार कर लिया और उसके खिलाफ आई पी सी की धारा 304 और संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करते हुए जेल भेज दिया और पुलिस आगे की कार्यवाही में जुट गई।
मृतक बच्चे प्रशांत की मां मोहिनी ने बताया कि शुक्रवार शाम को चार बजे मेरे ससुर मुझे मायके से बुलाकर लाए थे और मेरी मंजू ननद से मेरे बच्चों को मेरे पति ऊपर ले गए ऊपर खिलाते रहे, खिलाते-खिलाते ही ऊपर से बच्चे को नीचे फेंक दिया जिसे हम एटा दिखा लाए।
डॉक्टर ने कह दिया यह अब ठीक है इसे घर ले जाओ। शनिवार सुबह चार बजे नहा धोकर मेरे पति ने पूजा की, पूजा करते समय बच्चे को उसकी गोद से छीन लिया और छूरी से उसकी गर्दन काट दी। मृतक बच्चे की पड़ोसन लक्ष्मी ने इस बारे में बताया कि विनीत ने जब बच्चे की गर्दन काटी तो लोगों ने उससे बच्चे को छीनना चाहा लेकिन वो उसे लेकर छत पर भाग गया और देवी के मंदिर में जाकर उसने बच्चे को रख दिया। खून से सने हाथ के ठप्पे भी लगाए। वहीं मंदिर में बैठकर पूजा करने लगा।
सूचना पाकर पुलिस तुरन्त पहुंची और मंदिर में पूजा करते वक्त उसे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक विनय कुमार यादव ने बताया कि एक पिता ने अपने साढे तीन साल के बेटे की हत्या कर दी है और उसने ऎसा करना स्वीकार भी किया है। बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मामले की छानबीन की जा रही है। .
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