मंगलवार, 11 नवंबर 2014

आठ आरएएस अधिकारियों के तबादले

जयपुर। राजस्थान सरकार ने एक आदेश जारी कर सोमवार को आठ आरएएस के अधिकारियों के पदस्थापन एवं स्थानांतरण किए हैं।
eight ras officers transfer

आदेशानुसार शैलेन्द्र कुमार श्रीमाली को विशिष्ट सहायक जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, भू जल विभाग जयपुर के पद पर, जमील अहमद कुरैसी को विशिष्ट सहायक सार्वजनिक निर्माण विभाग, यातायात विभाग जयपुर, लक्ष्मण सिंह कुडी को विशिष्ट सहायक कला साहित्य, संस्कृति और पुरातत्व विभाग, पर्यटन विभाग, नागरिक उड्डयन विभाग जयपुर, महेशचन्द्र शर्मा को विशिष्ट सहायक पंचायत राज विभाग, ग्रामीण विकास विभाग जयपुर एवं महेन्द्र कुमार शर्मा को विशिष्ट सहायक खान विभाग, वन विभाग, पर्यावरण विभाग जयपुर एवं राजेश सिंह को विशिष्ट सहायक ऊर्जा विभाग जयपुर के पद पर नियुक्त किया गया है।

इसी प्रकार अजयपाल ज्यानी को निजी सचिव, जलसंसाधन विभाग, कृषि सिंचित क्षेत्रीय विकास और जल उपयोगिता विभाग जयपुर एवं विभु कौशिक को निजी सचिव, परिवहन विभाग जयपुर के पद पर लगाया गया है। - 

वाह रे! आरपीएससी ने जारी कर दी रद्द परीक्षा की कुंजी

अजमेर। पर्चा लीक के गंभीर आरोपों से घिरे राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) ने सोमवार को स्कूल व्याख्याता परीक्षा की गलत उत्तर कुंजी जारी की।
rpsc released canceled exam answer key

अभ्यर्थियों का दावा है कि यह कुंजी 14 जुलाई को निरस्त हुई परीक्षा की है। यह परीक्षा 27 सितंबर को दोबारा ली गई थी।

आयोग के "की वेलिडेशन" विभाग का कहना है कि उसे जो उत्तर कुंजी आयोग ने उपलब्ध कराई है, वही जारी की गई है। फिर भी ऎसी कोई शिकायत आती है तो इसकी जांच कराई जाएगी। ऑनलाइन जारी उत्तर कुंजी पर अभ्यर्थियों से 18 नवंबर तक आपत्ति मांगी गई है।

आपत्तियां आरपीएससी डॉट राजस्थान डॉट जीओवी डॉट इन या आरपीएससी एक्जाम्स ऑब्जेक्शंस डॉट राजस्थान डॉट जीओवी डॉट इन या आरपीएससीऑनलाइन डॉट राजस्थान डॉट जीओवी डॉट इन पर दर्ज कराई जा सकती हैं।

आपत्तियां ऑनलाइन इसके बाद लिंक निष्क्रिय हो जाएगा।

18 नवंबर के बाद लिंक निष्क्रिय हो जाएगा। ऑनलाइन आपत्तियों के समर्थन में प्रामाणिक पुस्तकों के प्रमाण पेश करने होंगे।

डूबने के कगार पर हजारों कर्मचारियों के 90 करोड़

यपुर। करोड़ों के घाटे से जूझ रही बिजली कंपनियों के हजारों कर्मचारियों के पेंशन लाभ कोष के करीब 90 करोड़ रूपए डूबने के कगार पर हैं। कंपनियों ने मोटे ब्याज के लिए पैसा जिस गैर बैंकिंग फाइनेंस कंपनी में निवेश किया, उसके खातों की जांच में अनियमितताएं उजागर हुई।
electric company employee money may go in vain

यह निवेश वर्ष 2012 में चेन्नई की फर्स्ट लीजिंग कंपनी ऑफ इंडिया में हुआ था। आरबीआई ने सालभर पहले इस कंपनी के खातों से लेन-देन सहित कामकाज पर पूर्णतया रोक लगा दी। इसके चलते बिजली कंपनियों को एक साल से निवेश की रकम का 10 करोड़ से अधिक का ब्याज भी नहीं मिला है।

अब अधिकारियों में खलबली मची हुई है। कंपनी से दर्जनभर पत्र व्यवहार का भी कोई लाभ नहीं हुआ तो सरकार को जानकारी दी गई है। सूत्रों के मुताबिक इस मामले में अब कानूनी राय मांगी गई है। वहीं, जिम्मेदार अधिकारी नियमों के तहत निवेश की बात कहकर मामले को दबाने में जुटे हैं।

फिर ब्याज रूका तो फूले हाथ-पांव
कंपनी के खातों पर रोक के बाद बिजली कंपनियों के पास ब्याज आना बंद हो गया। पहले मामला दबा रहा, लेकिन अब ब्याज 10 करोड़ तक पहंुचने पर अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए।

यह है प्रक्रिया
वर्ष 2000 में बिजली कंपनियां बनने के बाद से प्रबंधन कर्मचारियों को पेंशन लाभ देने के लिए वेतन से मासिक कटौती करता है। फिर इस राशि को पांच अलग-अलग खाते खोलकर फायनेंस कंपनियों में निवेश करता है, ताकि फंड समृद्ध हो सके। इस प्रक्रिया का जिम्मा प्रसारण निगम का है।

धड़ल्ले से निवेश
कंपनी में शुरूआती तौर पर दो से पांच करोड़ रूपए निवेश किए गए, लेकिन उसके रिटर्न आदि जांचे-परखे बिना एक साल में ही कुल करीब 90 करोड़ रूपए का निवेश कर दिया गया।

जवाब मांगते सवाल
कंपनी की तहकीकात किए बिना ऎसी कंपनी में निवेश क्यों किया गया? इतनी तेजी से निवेश क्यों किया गया? इसकेे पीछे कौन है? कंपनी किसकी है?

मैंने पिछले दिनोे ही कामकाज संभाला है। मामला पुराना है, जो मेरे पास नहीं आया है। अभी बताने की स्थिति में नहीं हूं कि क्या चल रहा है।
संजय मल्होत्रा, सीएमडी, राजस्थान विद्युत प्रसारण निगम

निवेश की ये पूरी प्रक्रिया किसी विशेष को फायदा पहुंचाने जैसी प्रतीत हो रही है। हमारा पैसा वापस आना चाहिए और दोष्ाी को सजा मिले।
बी.एल जाट, महासचिव, आरएसईबी इंजीनियर एसोसिएशन

चिंता क्यों कंपनियों का निवेश, नहीं मिला 10 करोड़ का ब्याज
निवेश कहां चेन्नई की फर्स्ट लीजिंग इंडिया कंपनी में
अटका क्यों आरबीआई ने कंपनी के खातों पर लगाई रोक

किस फंड में कितना निवेश
फंड निवेश ब्याज दर समय
सुपर एनुऎशन ट्रस्ट 60 करोड़ 12 से 12.30 5 से 10 वर्ष
ग्रेच्युटी ट्रस्ट 13 करोड़ 12 से 12.30 5 से 10 साल
सीपीएफ ट्रस्ट 11.50 करोड़ 12.10 7 साल
पीएमसीएफ ट्रस्ट 80 लाख 12.10 7 साल
(इसके अलावा जीपीएफ में से भी 5 करोड़ रूपए निवेश किया गया है) 

अगर नहीं होगा आधार कार्ड तो नहीं जा पाएंगे विदेश!

नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार आधार कार्ड को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाने वाली है। जो लोग विदेश जाना चाहते हैं अगर उनके पास आधार कार्ड नहीं होगा तो फिर उनको पासपोर्ट नहीं मिल पाएगा।

पासपोर्ट जारी करने के लिए होने वाली पुलिस जांच पड़ताल भी अब गुजरे जमाने की बात हो जाएगी। इसका कारण यह है कि विदेश मंत्रालय ने पासपोर्ट के लिए आवेदनकर्ताओं की पहचान के लिए आधार कार्ड और उनके आपराधिक पृष्ठभूमि की जांच के लिए नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों पर विश्वास करने का प्रस्ताव दिया है।
aadhar card will be mandatory for passport

विदेश मंत्रालय के दूतावास, पासपोर्ट और वीजा विभाग ने गृह और कानून मंत्रालय के साथ साथ आईबी से पासपोर्ट जारी करने के लिए नियमों में होने वाले बदलाव संबंधी प्रस्ताव पर सोमवार को विचार विमर्श किया।

सूत्रों के अनुसार, पीएम नरेंद्र मोदी के निर्देश के बाद आधार कार्ड को पार्सपोर्ट जारी करने के लिए एक अनिवार्य दस्तावेज बनाने पर चर्चा हो रही है।

विदेश मंत्रालय इसको लागू करने के लिए पहले से ही यूआईडीएआई के संपर्क में है। इस महीने के अंत तक वह प्रक्रिया भी पूरी कर ली जाएगी। जिन लोगों के पास आधार कार्ड नहीं है वे अपना एनरॉलमेंट नंबर दे सकते हैं।

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 24 सितंबर को अपने एक आदेश में कहा था कि जन सुविधाएं या सरकारी लाभ लेने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य नहीं हो सक ता है।

कोर्ट के इस निर्देश के बाद भी सरकार पासपोर्ट जारी करने के लिए आधार कार्ड को अनिवार्य बनाने का प्रस्ताव ला रही है। - 

पीएम मोदी ने पेंशनभोगियों को दिया तोहफा

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को पेंशनभोगियों के लिए आधार संख्या आधारित डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र कार्यक्रम (जीवन प्रमाण) की शुरूआत की जिससे देश के एक करोड़ से अधिक पेंशनरों को लाभ होगा।

मोदी ने इसकी शुरूआत करते हुए कहा कि स्व प्रमाणन के बाद डिजिटल जीवन प्रमाणन पत्र से आम लोगों को बहुत अधिक लाभ होगा। पेंशनभोगियों को प्रति वर्ष नवंबर में पेंशन भुगतान करने वाली एजेंसी के पास स्वयं उपस्थित होकर जीवित होने का प्रमाण या इस संबंध में लिखित प्रमाण पत्र देना पड़ता है और उसके बाद पेंशन विभाग पेंशनर के खाते में भुगतान करती है

modi starts jiwan praman for pensioner 

इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग ने एक सॉफ्टवेयर विकसित किया है जोे मोबाइल या कंप्यूटर पर पेंशनभोगियों के आधार संख्या का रिकॉडिट्वग करेगा और बायोमिट्रिक्स तैयार करेगा।

इसके माध्यम से जिस समय पेंशनभोगी के बारे में बायोमिट्रिक्स के माध्यम से संग्रहित आंकडो को देखा जाएगा तब इसको संग्रहित करने का समय और तिथि आदि की पूरी जानकारी मिल जाएगी और उसी समय पर केन्द्रीय डाटा बेस में सुरक्षित हो जाएगा।

इसके माध्यम से पेंशन भुगतान करने वाली एजेंसी को डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र भी प्राप्त हो जाएगा। इससे यह भी साबित हो जाएगा कि जिस समय ये आंकडे संग्रहित किए गए उस समय पेंशनभोगी जीवित था। अभी केन्द्रीय पेंशन वाले 50 लाख लोग है और इतने ही लोग राज्य और संघ शासित प्रदेशों के हैं जिन्हें पेशन मिलता है।

कुछ सरकारी कंपनियों के कर्मचारियों को पेंशन मिलता है। करीब 25 लाख सैन्यकर्मियों को भी पेंशन मिलता है। अब आधार संख्या आधारित इस डिजिटल जीवन प्रमाणन से पेंशन पाने वाले वरिष्ठ नागरिकों को बड़ी राहत मिलेगी।

पेंशनभोगियों को इससे जुड़ा सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराया जाएगा और इसके लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। इसका परिचालन किसी कंप्यूटर या स्मार्टफोन के माध्यम से किया जा सकेगा।

बचपन के ब्याह को युवती ने नकारा

अलवर। मल्लाणा गांव निवासी एक युवती ने बचपन में हुए ब्याह को नकारते हुए सोमवार को ससुराल जाने से इंकार कर दिया। लड़की का कहना था कि उसका बाल विवाह हुआ था, लेकिन अब वह बालिग हो चुकी है।
girl denied child marriage

बाल विवाह के कारण मिले ससुराल में वह नहीं जाना चाहती। युवती ने रविवार सुबह 5 बजे मोबाइल पर बाल कल्याण समिति की सदस्य सुशीला राठौड को घटना की जानकारी दी।

युवती ने बताया कि ससुराल वाले उसे जबरन ले जाना चाहते हैं। समिति सदस्य की सूचना पर टहला पुलिस मौके पर पहुंची।

समिति सदस्य सुशीला ने बताया कि युवती की शादी बडी बहन के साथ-साथ हुई थी। शादी के समय उसकी उम्र 6 साल की उम्र में उसकी शादी बड़ी बहन के साथ एक ही घर में हुई थी।

वह भी एक बार ससुराल गई थी लेकिन उसके साथ पति व ससुराल वालों ने बुरा बर्ताव किया। इसलिए वह वहां जाना नहीं चाहती। एमए, बीएड कर चुकी यह युवती अभी अलवर में प्राइवेट जॉब कर रही है। - 

टूटे पहिए पर दौड़ी शताब्दी, जा सकती थी कई लोगो की जानें

जोबनेर। दिल्ली-अजमेर सुपरफास्ट शताब्दी एक्सप्रेस का पहिया टूटने से सोमवार को बड़ा हादसा टल गया।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि समय पर ट्रेन को नहीं रोका जाता तो ट्रेन पलट सकती थी। शताब्दी सुबह 11.35 बजे बोबास रेलवे स्टेशन से गुजर रही थी। 

Shatabdi Express run with broken wheels

उसी समय स्टेशन मास्टर रामअवतार को बोगी के पहिए से धुआं निकलता दिखा। वह कुछ करते इससे पहले ही ट्रेन स्टेशन से गुजर गई।

सहायक स्टेशन मास्टर ने तुरंत अगले स्टेशन आसलपुर के रेलवे अधीक्षक कालूराम मीणा को सूचना दी। कालूराम ने ट्रेन को रोका। जांच की तो एक बोगी का पहिया आधा टूटा मिला। इसकी सूचना जयपुर दी गई और लगभग दो घंटे स्टेशन पर खड़ी रही।

जिस बोगी का पहिया टूटा हुआ था, उसे अलग किया गया और ट्रेन को दूसरी लाइन पर ले जाकर रवाना किया। इस दौरान यात्रियों में अफ रा-तफ री मच गई।

नजर नहीं पड़ी
शताब्दी जैसी ट्रेन का आधा पहिया टूटा था उसके बावजूद वह 30 किलोमीटर दूर आसलपुर स्टेशन तक पहुंच गई। रेलवे के किसी कर्मचारी की नजर उस पर नहीं पड़ी। -

नसबंदी के बाद 8 महिलाओं की मौत, 32 की हालत गंभीर


बिलासपुर (छत्तीसगढ़)। स्वास्थ्य महकमे की लापरवाही के कारण नसबंदी ऑपरेशन महिलाओं के लिए जानलेवा साबित हुए। सकरी स्थित नेमीचंद जैन अस्पताल में शनिवार को सरकारी नसबंदी शिविर में हुए ऑपरेशन के बाद सोमवार को आठ महिलाओं की मौत हो गई।
8 women die after sterilisation camp in chhattisgarh

32 महिलाओं को हालत बिगड़ने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पीडित महिलाओं का अस्पताल आने का सिलसिला रात तक जारी था।

जिला अस्पताल के सर्जन डॉ. आर.के. गुप्ता ने दूरबीन पद्धति (लेप्रोस्कोपिक टयूबेक्टॉमी) से 83 महिलाओं का ऑपरेशन किया था। फिर इन्हें दवाइयां देकर छुट्टी दे दी गई। घर पहंुचते ही महिलाओं को उल्टियां होने लगीं।

परिजनों ने पहले तो इसे सामान्य तौर पर लिया, लेकिन रविवार को भी महिलाओं की स्थिति नहीं सुधरी। अब डॉ. गुप्ता का कहना है कि ऑपरेशन में कोई कमी नहीं हुई। महिलाओं की हालत दवा खाने से खराब हुई है।

दवा में क्या कमी थी, इसका पता लगाया जा रहा है। वहीं, मुख्यमंत्री ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। मृतक महिलाओं के परिजनों को मुआवजे का ऎलान किया गया है।

राजसमंद में निवस्त्र की गई महिला ने बयां की दर्दनाक दास्तां

राजसमंद/चारभुजा। मैं शनिवार की दोपहर अपनी झोंपड़ी में बैठी थी। बाहर बस्ती और आसपास की ढाणियों के लोगों का जमावड़ा लगा था।

शोर-शराबा, आरोप, सबक सिखाने की बातें चल रही थीं। अचानक कुछ लोग ऊपर आ गए। मुझे कहा, तू हत्यारी है। वरदी सिंह को तूने मारा है। इतना कहते ही उन्होंने मेरे पैर पकड़कर घसीटना शुरू कर दिया। सीढियों से खींचकर ले गए।
Woman paraded naked in rajsamand rajasthan

यह कहते-कहते पीडिता फफक पड़ी। गांव में निवस्त्र घुमाने की घटना के बाद सोमवार को जब पत्रिका संवाददाता पीडिता से मिलने पहुंचा तो उसने यों अपनी पीड़ा बयां की:

मैंने उन्हें रोकने की कोशिश की, चिल्लाई, रोई पर वे कुछ सुनने को तैयार नहीं थे। मेरे पति को पीटा, बेटे को छत से नीचे फेंक दिया। चौपाल में ले जाकर खड़ा किया। पूरी जमात जमी थी। तमाशबीन उत्सुक थे मेरी इज्जत को तार-तार होते देखने के लिए।

वहां हंसी-ठिठोली हो रही थी। कैंची, कालिख और गधे का इंतजाम पहले से किया हुआ था। उन्होंने मेरे बाल काटे, फिर बदन से सारे कपड़े उतारे। वे हंसते जा रहे थे, मैं शर्म से मरती जा रही थी।

मुझे गधे पर बैठा दिया, कालिख पोत दी। मेरी आंखों से बहते आंसुओं को कालिख छिपा गई। मेरी आवाज भीड़ के कोलाहल में दब गई। थोड़ी देर बाद मैं खामोश हो गई।

बस्ती-सड़क पर घुमाया
प हले गांव के चौराहे पर, फिर वहां से पूरी बस्ती में होते हुए मुख्य सड़क पर आ गए। चारों तरफ पुरूष ही पुरूष। महिलाएं कुछ बोली ही नहीं। करीब ढाई किमी दूर थुरावड़ बस स्टैण्ड तक ले गए। वहां एक घण्टे तक रोके रखा। मुझे कह रहे थे, सच बताऊं।

पर मुझे नहीं पता, वे कौनसा सच जानना चाह रहे थे। मुझे कुछ पता हो तो बताऊं। मैं कुछ नहीं जानती। गिड़गिड़ाने, रोने के बावजूद उन पर कोई असर नहीं हुआ। भीड़ अपने उन्माद में थी।

मुझे फिर बस्ती की ओर ले जाया जा रहा था। लगभग पांच घण्टे हो चुके थे। घर से कुछ दूरी पहले ही पुलिस की कोई गाड़ी आई। लोगों को खबर हो गई। मुझे छोड़कर भाग गए। पुलिस ने मुझे कपड़े ओढ़ाए। फिर सीधे थाने ले गए। - 

उदयपुर में हुक्का बार चलाने पर पाबंदी

उदयपुर। राजस्थान में झीलों की नगरी उदयपुर में झील के किनारे स्थित होटल, रिसोर्ट, पर्यटन निवास इकाईयों, गार्डन, समारोह स्थल आदि पर हुक्का बार चलाने पर पाबंदी लगा दी गई हैं।
hookah bar bans in udaipur

जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला कलक्टर आशुतोष एटी पेडणेकर ने सोमवार को यह पाबंदी लगाई। उदयपुर शहर के कई स्थानों पर हुक्का बार चलाने की सूचना मिलने के बाद आम नागरिकों को होने वाली सम्भावित परेशानियों एवं लोक स्वास्थ्य तथा सुरक्षा के मद्देनजर जिला कलक्टर ने यह आदेश दिए हैं।

उन्होंने बताया कि हुक्का बार में उपलब्ध सामग्री में हानिकारक पदार्थ होते हैं जो मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हैं। इन हुक्का बारों की तरफ शहर का युवा वर्ग तेजी से आकर्षित हो रहा है। युवा पीढ़ी को हुक्के के हानिकारक प्रभाव से बचाने के लिए जनहित में अवैधरूप से चलाए जा रहे हुक्का बारों को प्रतिबंधित किया जाना आवश्यक हो गया था।

उन्होंने बताया कि यह आदेश पूर्व में सक्षम अधिकारी की स्वीकृतिया अनुमति प्रदान कर चुके हैं, उन्हें छोड़ते हुए आगामी आदेश या इस आदेश की तिथि से दो माह, जो भी पहले हो तक प्रभावी होगा। 

सोमवार, 10 नवंबर 2014

दस साल की मासूम से दुष्कर्म की कोशिश

भीलवाड़ा। घर के पास ही नलकूप पर पानी लेने जा रही दस साल की एक बच्ची का अपहरण कर एक युवक ने बलात्कार की कोशिश की, लेकिन बच्ची के चीखने पर गांव वाले वहां पहुंच गए और युवक को बुरी तरह से पीटा। बाद में उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। बच्ची के बड़े भाई ने पोक्सो एक्ट में मामला दर्ज कराया है।
10 year old girl attempted rape in bhilwara
मामला भीलवाड़ा के प्रताप नगर थाना इलाके में स्थित रामनगर कॉलोनी का है। रामनगर कॉलोनी में रहने वाली दस साल की बच्ची रविवार शाम घर के पास ही नलकूप पर पानी लेने जा रही थी। इसी दौरान गांव में ही रहने वाल युवक अल्ताफ बाइक से वहां आया और उसने बच्ची को अपने साथ चलने के लिए कहा।


बच्ची ने मना कर दिया तो उसने उसका हाथ पकड़ा और खींचकर बाइक पर बैठा लिया। बाइक पर बैठाने के बाद बच्ची को गांव के पास ही जंगल की ओर ले जाने लगा, बच्ची के चीखने पर गांव के कुछ लोगों ने डंडे लेकर दौड़ लगाई और बच्ची को अल्ताफ के चंगुल से छुड़ा लिया।


बाद मेंं लोगों ने अल्ताफ को बुरी तरह पीटा और पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने अल्ताफ की मरहम पट्टी कराई और उसे गिरफ्तार कर लिया। बच्ची के भाई ने बताया कि अल्ताफ इससे पहले भी कई बार गांव की अन्य बçच्चयों के साथ भी जबर्दस्ती करने की कोशिश कर चुका है। 


 

बाड़मेर सिवाना शिविर का समारोहपूर्वक समापन..

बाड़मेर सिवाना शिविर का समारोहपूर्वक समापन..

सिवाना| मूठली ग्राम स्थित श्री विनायक विद्या मंदिर में तीन दिवसीय समाजोपयोगी उत्पादक शिविर सोमवार को समारोहपूर्वक संपन्न हुआ| समारोह में छात्र छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी|
समारोह में मुख्य अतिथि अतिरीक्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी जैतमालसिंह राठौड़ ने संबोधित करते हुए कहा कि ऐसे शिविरों से छात्रों को समाजसेवा और स्वच्छता की जानकारी मिलती हैं| साथ ही उनमें जीवन कौशल का विकास होता हैं| मंच संचालन जितेन्द्र जाँगिड़ ने किया| समारोह में छात्र छात्राओं ने एकल नृत्य, समूह नृत्य, गीत, कविता और भजन आदि की प्रस्तुति देकर समां बांधा| तीन दिवसीय समारोह में आयोजित हुई सामान्य ज्ञान, निबंध, चित्र, मेहंदी, कबड्डी और पापड़ प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतियोगियों को भी समारोह में पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया| संस्था प्रधान थानाराम प्रजापत ने आभार ज्ञापित किया|
समारोह में शिक्षाविद् दिनेश शर्मा, किशनाराम, शिक्षक पुखराज, भावेश कुमार, उत्तमाराम और देवी चौधरी सहित पुरा विद्यालय परीवार मौजूद रहा|

राजस्थान में आई लूटेरी दुल्हन, शादी कर 40 दुल्हों को लगाया चूना -



सीकर एक युवती जो अब तक करीब 40 फर्जी शादी कर चुकी है। वह हर शादी में अपना नाम, माता-पिता व रिश्तेदारों को बदल लेती है।
fake bride marriage 40 youth in rajasthan


सारे रीति रिवाज से वह शादी भी करती हैं, लेकिन कुछ ही देर बाद वह किसी बहाने से चकमा देकर वहां से निकल जाती है। दादिया इलाके के कूदन गांव के एक युवक से भी दो माह पहले युवती ने शादी कर ठगी की थी।




उसके गिरोह की दो महिलाओं सहित एक युवक को दादिया पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार किया है। हालांकि युवती व उसका एक साथी अभी फरार चल रहा है। दादिया थानाधिकारी मदनलाल कड़वासरा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित फतेहपुर निवासी रामकरण, महाराष्ट्र निवासी सुमन बाई व ऊषा बाई लहाने है।




ठगे थे पौने दो लाख

फतेहपुर के नारसरा निवासी रघुवीर कूदन में रहता है। रामकरण गांव का होने के कारण उसने युवक को शादी का झांसा दिया। एक सितंबर को वह एक युवती को लाया और शादी करवा दी।




शादी के तुरंत बाद युवती टायलेट के बहाने घर से भाग गई। शादी के दौरान ऊषा बाई युवती की मां व सुमन रिश्तेदार बनी थी। युवती व उसका साथी मध्यप्रदेश निवासी लक्ष्मण फरार चल रहे हैं। लक्ष्मण सुमन का दामाद है।




पुलिस के पास है युवती की फोटो

जांच अधिकारी ने बताया कि पुलिस के पास सिर्फ युवती की फोटो है। गिरोह के आरोपियों के न तो नाम की जानकारी है और न पते की।




लक्ष्मण ने उससे संपर्क कर शादी के लिए राजी किया था। पुलिस जांच के लिए महाराष्ट्र के चीखली गई तो पता चला कि युवती फर्जी शादी करने में माहिर है। वह अब तक करीब शादियां कर चुकी है। - See more at: 

 

बाड़मेर भाजपा की दूसरी सूचि जारी ,अमृत जैन आउट ,कोटडिया इन

बाड़मेर भाजपा की दूसरी सूचि जारी ,अमृत जैन आउट ,कोटडिया इन 


बाड़मेर भारतीय जनता पार्टी बाड़मेर ने सोमवार को नगर परिषद के शेष प्रत्याशयो की घोषणा कर दी ,इस सूचि में चौंकाने वाले नाम आये ,वार्ड इक्कीस में सभापति के दावेदार और टिकट वितरण के जिला प्रभारी अमृत जैन को टिकट नहीं दिया ,जबकि इस वार्ड से कैलाश कोटडिया को उतारा गया हैं ,सर्वाधिक चर्चित वार्ड एक से निर्दलीय प्रत्यासी  सामने वासुदेव सिंह को उतारा हैं। वार्ड दस से चंदनाराम जाटोल ,सौलह से रंजना या भवानी सिंह सतरह से प्रेमाराम चौधरी बाईस से भगवती देवी चौबीस से नर्मदा सोनी अठाईस से भगवानदास थारवानी तेंतीस से बलवंत सिंह भाटी ,अड़तीस से अशोक दरजी या श्रीमती प्रियंका को मैदान में उतरा हैं ,भाजपा ने बदलाव कर कई  उम्मीदवारों को बदल हलचल मचा दी हैं ,अपेक्षाकृत कमज़ोर समझे जाने वाले या संभावित हराने वालो को टिकट नहीं दिया ,कुछ अपवाद भी रखे हैं ,पहली सूचि में दिग्गज मदन चांडक और गंगा विशन के टिकट कटे थे तो दूसरी सूचि में वार्ड इक्कीस में तय सदा अमृत जैन जिसे सभापति का दावेदार माना जा रहा था का टिकट काट दिया ,जबकि इसी वार्ड से पूर्व उप सभापति शंकर लाल गोली को भी टिकट न देकर कैलाश कोटडिया को मिली। 

जैसलमेर पुलिस थाना मोहनगढ के हल्का में अवैध अगे्रजी व देसी शराब के साथ एक गिरफतार



जैसलमेर पुलिस थाना मोहनगढ के हल्का में अवैध अगे्रजी व देसी शराब के साथ एक गिरफतार
जैसलमेर जिला पुलिस अधीक्षक डॉ राजीव पचार जैसलमेर के निर्देशों की पालना में पुलिस थाना मोहनगढ द्वारा की जा रही प्रभावी गश्त एवं पेट्रोलिंग के दौरान माणकराम उप निरीक्षक थानाधिकारी मय टीम भगवानसिंह सउनि, कानि. तुलछाराम, भजनलाल ने एसएलडी नहर के 45 आरडी पुलिस के पास खेताराम भील के कब्जा से देसी व अगे्रजी शराब बरामद कर आबकारी अधिनियम के तहत गिरफतार किया गया।

ज्ञात रहे कि माणकराम उपनिरीक्षक थानाधिकारी मय टीम गस्त करते हुऐ दिनाॅक 09.11.14 को वक्त 5.15 पी.एम पर सरहद सुलताना एसएलडी नहर की आरडी 30 के पास पहूॅचे तो जरिये खास मुखबीर के सूचना मिली कि खेताराम पुत्र मखणाराम भील निवासी खीवंसर की दुकान एसएलडी नहर की आरडी 45 के पास मे आई हुई है। खेताराम द्वारा अपनी इस दुकान मे भारी मात्रा मे अवैध शराब लाकर छुपा रखी है। व चोरी छुपे बेचता है। जिस पर थानाधिकारी मय जाब्ता द्वारा दुकान पर पहूॅच चैक किया तो खेताराम के कब्जा से देसी शराब के 150 पव्वे व व अगे्रजी शराब के 48 पव्वे बरामद हुऐ जिस पर उक्त शराब को रखने का खेताराम के पास मे कोई लाईसैस नही होने से बरामद कर अभियुक्त खेताराम को जुर्म धारा 19/54 आबकारी अधिनियम के तहत गिरफतार कर पेश न्यायालय किया गया।