बिलासपुर (छत्तीसगढ़)। स्वास्थ्य महकमे की लापरवाही के कारण नसबंदी ऑपरेशन महिलाओं के लिए जानलेवा साबित हुए। सकरी स्थित नेमीचंद जैन अस्पताल में शनिवार को सरकारी नसबंदी शिविर में हुए ऑपरेशन के बाद सोमवार को आठ महिलाओं की मौत हो गई।
32 महिलाओं को हालत बिगड़ने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पीडित महिलाओं का अस्पताल आने का सिलसिला रात तक जारी था।
जिला अस्पताल के सर्जन डॉ. आर.के. गुप्ता ने दूरबीन पद्धति (लेप्रोस्कोपिक टयूबेक्टॉमी) से 83 महिलाओं का ऑपरेशन किया था। फिर इन्हें दवाइयां देकर छुट्टी दे दी गई। घर पहंुचते ही महिलाओं को उल्टियां होने लगीं।
परिजनों ने पहले तो इसे सामान्य तौर पर लिया, लेकिन रविवार को भी महिलाओं की स्थिति नहीं सुधरी। अब डॉ. गुप्ता का कहना है कि ऑपरेशन में कोई कमी नहीं हुई। महिलाओं की हालत दवा खाने से खराब हुई है।
दवा में क्या कमी थी, इसका पता लगाया जा रहा है। वहीं, मुख्यमंत्री ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। मृतक महिलाओं के परिजनों को मुआवजे का ऎलान किया गया है।
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