मंगलवार, 16 सितंबर 2014

बेटी सृष्टि रत्न समारोह कल -गायक राजा हसन करेंगे बेटियों को सम्मानित

बाड़मेर। जिस राजस्थान में कभी बेटी को अभिशाप माना जाता था उसी राजस्थान में अपने हुनर और काबलियत की वजह से कई बेटियों ने समाज में मिशाल कायम की है। ऐसी ही 18 बेटियों को गुरूवार को सम्मान से नवाजने का एक खास कार्यक्रम स्थानीय भगवान महावीर टाउन हाॅल में आयोजित किया जाएगा। जिसके लिए राजस्थान के प्रसिद्ध गायक राजा हसन गुरूवार को बाड़मेर आएंगे। इस दौरान वे बेटी सृष्टि रत्न सम्मान समारोह में शिरकत कर 18 बेटियों को सम्मानित करेंगे। बाड़मेर के इतिहास में पहली मर्तबा होने जा रहे इस अनूठे आयोजन में राजा हसन बेटियों के नाम शानदार प्रस्तुती भी देंगे। वहीं इस दौरान राजस्थान व राजस्थानी भाषा को समर्पित राजस्थानी फिल्म मरूधर म्हारो घर का भी प्रमोशन करेंगे। स्थानीय भगवान महावीर टाउन हाल में आयोजित होने वाले इस सम्मान समारोह में प्रवेश केवल एंट्री कार्ड के जरिए दिया जाएगा।  
सरस्वती विकास एवं सेवा संस्थान के रघुवीरसिंह तामलोर ने बताया कि बाड़मेर की शिक्षा, चिकित्सा, राजनीति, साहित्य, संचार, पत्रकारिता, खेल, संगीत, महाविद्यालय राजनीति, महिला एवं बाल विकास और उर्जा के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां हालिस करने वाली बेटियों को सम्मानित किया जा रहा है। आयोजन को लेकर युद्धस्तर पर तैयारियां जारी है। समारोह में जिले भर की 18 बेटियों का चयन किया गया है, जो समाज में मिशाल बनी हैं। कार्यक्रम में प्रसिद्ध गायक राजा हसन की प्रस्तुती के राजस्थानी भाषा को समर्पित राजस्थानी फिल्म मरूधर म्हारो घर का भी प्रमोशन करेंग साथ ही स्थानीय कलाकारों द्वारा भी प्रस्तुतियां दी जाएंगी।

राजस्थानी सिनेमा के लिए भी मुहिम

गुरूवार की रोज बाड़मेर के भगवान महावीर टाउन हाॅल में बेटियों के सम्मान के साथ ही राजस्थान सिनेमा के लिए भी मुहिम धरातल पर उतरती नजर आएगी। राजस्थानी सिनेमा के इतिहास में अब तक कि सबसे महंगी फिल्म मरूधर म्हारो घर का प्रमोशन किया जाएगा। इस प्रमोशन के लिए फिल्म के मुख्य नायक विख्यात गायक राजा हसन अपनी पूरी टीम के साथ मौजूद रहेंगे। राजा हसन के मुताबिक मरूधर म्हारो घर फिल्म पूरी तरह से राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए अब तक की सबसे बड़ी मुहिम हैं।

बालोतरा। एक विवाहिता ने दो मासूम बेटियो सहित तालाब में कूदकर की आत्म हत्या

रिपोर्ट :- ओमप्रकाश सोनी / बालोतरा
बालोतरा / कितपाला :- बालोतरा उपखंड के कितपाला गांव में एक विवाहिता ने अपनी दो मासूम लड़कियो सहित तालाब में कूदकर आत्म हत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलने पर गांव में सनसनी फेल गई। मोके पर ग्रामीणो की भारी भीड़ इक्ठ्ठा हो गई। 
जानकारी मिलने पर उप पुलिस अधिक्षक अमृत जीनगर मोके पर पहुचे ओर ग्रामीणो की मदद से शवो को बाहर निकलवाया। ह्दय विदारक हादसे में मंजु पत्नी भटाराम,धारा पुत्री भटाराम उम्र 9 माह ओर पवनी पुत्री भटाराम उम्र 5 वर्ष की तालाब में डूबने से मोत हो गई। मृतका की शादि छ वर्ष पुर्व हुई थी। मृतका के तीन पुत्रियां थी तथा केाई लड़का नही था। लड़का नही होने के कारण ससुराल के लोगो द्वारा उसे उलाहने दिए जाते थे,उलाहनो के चलते वो मानसिक रूप से परेषान थी। परेषानी के चलते उसने आत्मघाती कदम उठाया। पुलिस ने शवो के पोस्टमार्टम करवाकर शवो को परिजनो को सौप दिए। पुलिस ने मामले में मर्ग दर्ज कर मामले की जांच शुरू की है।

बालोतरा। लुणी नदी को लील रहा बालोतरा को टैक्टाईल उद्योग

रिपोर्ट :- ओमप्रकाश सोनी / बालोतरा
बालोतरा। बालोतरा कस्बे मे आज से 40 वर्ष पुर्व शुरू हुआ कपड़ा ओर टेक्सटाईल उद्योग मारवाड़ की मरू गंगा कही जाने वाली लुणी नदी के लिये अभिषाप बन गया है। बालोतरा मे चलने वाली कपड़ा ईकाईयो का रासायनिक प्रदुषित पानी पिछले चालीस वर्षो से लुणी नदी की उपजाउ कोख को बर्बाद कर चुका है। 


बालोतरा,जसोल ओर बिठुजा में चल रही टेक्सटाईल फेक्ट्रियो का प्रदुषित पानी लुणी नदी में डाला जा रहा है। बालोतरा से आगे कच्छ के रण तक बालोतरा का प्रदुषित पानी नदी में पहुच गया हैं। बालोतरा में कपड़ा उद्योग के शुरू होने से पहले तक लुणी नदी बालोतरा उपखंड के लिये खुषहाली का प्रतीक थी। नदी के आस पास के गांवो ओर खेतो में नदी के पानी से सिंचाई होती थी। बाद में नदी में रासायनिक प्रदुषित पानी की आवक शुरू होने पर नदी को पेटा बंजर हो गया जिससे नदी के आस पास की उपजाउ जमीने भी बंजर होती जा रही है। किसानो की नदी को प्रदूषण से बचाने के लिये हाईकोर्ट में दर्ज याचिका पर सन 2006 में कोर्ट ने नदी के किनारे चल रही अवेध ईकाईयो को भी तुड़वाया था। सन 2012 में हाईकोर्ट जोधपूर ने नदी को बचाने के उद्देष्य से नदी में किसी भी प्रकार के प्रदुषित पानी को छोड़ने पर भी रोक लगा रखी है पर प्रषासन की लापरवाही से उस फेसल की पालना नही हो रही है। सरकार ने बालोतरा में बड़े वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी बना रखे है पर टेक्सटाईल उद्योग से होने वाले प्रदुषण को रोकने के लिये गठित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट असफल साबित हो रहे है। नदी में बढ रहे प्रदुषण को देखते हुए हाईकोर्ट ने एक फेसला देकर नदी में किसी भी प्रकार के प्रदुषित पानी के डालने पर रोक लगा रखी है पर स्वंय वाटर ट्रीटमेंट प्लांट द्वारा बारिष की आड़ में लुणी नदी में प्रदुषित पानी छोड़ा जा रहा है। साथ ही ओद्योगिक क्षेत्र में रात के समय रासायनिक प्रदुषित पानी को टेंकरो के माध्यम से जेरला रोड के आस पास के खेतो में छोड़ा जा रहा है। बालोतरा में हाईकोर्ट द्वारा दिए गये आदेषो की धज्जियां उड़ रही है ओर प्रदुषण का स्तर बढ रहा है। इस बार अच्छी बारिष होने पर लुणी नदी के आस पास के किसानो ने उम्मीद लगाई थी कि बंजर हो रहे खेतो ओर सूखते भुगभर््ा को राहत मिलेगी। पर किसानो की उम्मीदो पर बालोतरा के टेक्स्टाईल उद्योगो ने पानी फेर दिया है। लुणी नदी के किनारे स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट जिसमे बालोतरा की टेक्सटाईल फेक्ट्रियो से आने वाला रासायनिक पानी एकत्रित होता है,उसी प्लांट में से बारिष की आड़ मे लुणी नदी में रासायनिक पानी डाला जा रहा है। नदी में चारो ओर रंगीन तेजाबी पानी पसरा हुआ है। नदी में फेला प्रदुषित पानी नदी की उपजाउ कोख को बर्बाद कर रहा है। नदी में बने पाताल तोड़ कुंओ के माध्यम से रासायनिक प्रदुषण नदी के उपजाउपन को लील रहा है। नदी में प्रदुषण के बढते स्तर ने किसानो की चिंताए बढा दी है। लंबे समय से किसान लुणी नदी में प्रदुषण की जानकारी प्रदुषण नियंत्रण मंडल ओर प्रषासन को दे रहे है पर कोर्ट के आदेषो की अवहेलना करने वालो के खिलाफ सख्त कार्रवाई नही हो रही है। बिठुजा में स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से बारिष की आड़ मे बड़ी तादाद में प्रदुषित पानी को लुणी नदी में छोड़ दिया। गोरतलब है कि सन 2009 में हाईकोर्ट ने किसी भी प्रकार के प्रदुषित पानी को लुणी नदी में छोड़ने पर रोक लगा रखी है पर जिनके कंधो पर प्रदुषण की रोकथाम का जिम्मा है वे ही लोग हाईकोर्ट के आदेषो की धज्जियां उड़ा रहे है। रात के समय ओद्योगिक क्षेत्र के चतुर्थ चरण में प्रदुषित पानी टंेकरो के माध्यम से खेतो ओर सड़को पर डाला जा रहा हैं। क्षेत्र के टेक्सटाईलो उद्योगो द्वारा प्रदुषण के मानको की पालना नही हो रही है। टेक्सटाईल उद्योग की उंची पहुँच ओर राजनेतिक रसुखात मरू गंगा की उपजाउ कोख व किसानो की रोजी रोटी को छलनी कर रही है। लुणी नदी में प्रदुषित पानी डाला जा रहा है पर उच्च न्यायालय के आदेषो को ताक पर रखने वाले लोगो के खिलाफ कार्रवाई नही हो रही है। रासायनिक प्रदुषण की मार झेल रही मरू गंगा को संरक्षण की दरकार है अन्यथा आद्योगिकीकरण की हौड़ नदी के अस्तित्व को ही निगल जायेगी।

हैरतअंगेज मामला: जब महिला ने पुरुष का हाथ-पैर बांधकर किया रेप...!

अमेरिका: पुरुष के साथ रेप होने का एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है। अंग्रेजी वेबसाइट डेली मेल की खबर के मुताबिक अमेरिका के सिएटल में 26 साल की एक महिला पर एक पुरुष के घर में घुसकर उसके हाथ-पैर बांधकर बलात्कार करने का आरोप लगा है। पीड़ित पुरुष ने इसकी शिकायत कोर्ट में की है।
हैरतअंगेज मामला: जब महिला ने पुरुष का हाथ-पैर बांधकर किया रेप...!

बताया जाता है कि जिस महिला ने उसके साथ रेप किया है वह साथ वाले अपार्टमेंट में रहती है। पीड़ित ने महिला के बारे में यह भी बताया है कि वह ड्रग लेने की आदी है। घटना के पहले पीड़ित ने एक जन्मदिन की पार्टी में हिस्सा लिया था। वापस लौटकर थकान से चूर होकर वह गहरी नींद में सो चुका था। जब रात के दो बजे उसकी नींद अचानक खुली तो उसने पाया कि उसके हाथ-सर की तरफ बंधे हुए हैं और आरोपी महिला उसके उपर चढ़ी हुई है।

काफी मशक्कत के बाद पीड़ित किसी तरह आरोपी महिला के चंगुल से आजाद होकर सीधा मेडिकल टेस्ट करवाने और शिकायत करने पहुंचा। आरोपी महिला ने इन आरोपों से इंकार किया है। उसने कहा है कि उसे ऐसा कुछ भी याद नहीं है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

मांगने आई थी दुआ बदले में मिला ऐसा दर्द कि...

बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में एक महिला से बाबा द्वारा शर्मनाक हरकत करने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार बेलमुंडी गांव में एक मोहम्मद अली खान (75 वर्ष) नाम का बाबा रहता है। वह पश्चिम बंगाल का रहने वाला है। पिछले कुछ सालों में वह एक चुचुहियापारा गणेश नगर की एक मस्जिद में रहता है। वह आस-पास के लोगों के घरों में जाकर झाड़-फूंक का काम करता है और ताबीज भी बेचता है। मांगने आई थी दुआ बदले में मिला ऐसा दर्द कि...
दरअसल शनिवार की दोपहर को वह बाबा बेलमुंडी गया था। वहां वह एक व्यक्ति के घर में बैठ गया और उसके घरवालों को ताबीज दिखाने लगा। इस परिवार की 35 वर्षीय एक महिला का 16 साल का बेटा है। इसके बाद उसके कोई बच्चा नहीं हुआ। बाबा पर भरोसा कर उसने संतान के लिए दवा मांगी। इसी दौरान बाबा ने कहा कि उसका अकेले में इलाज करना पड़ेगा। कमरे में मौजूद लोगों को बाबा ने बाहर जाने को कहा। इसके बाद उसने कमरे का दरवाजा बंद कर दिया और इलाज के बहाने महिला से छेड़खानी करनी शुरू कर दी। 

इसी दौरान महिला के जेठ का बेटा घर पहुंचा। दरवाजा बंद देखकर उसे शक हुआ। वह सीधे छत के कमरे में गया। वहां से नीचे वाले कमरे की सीढ़ी के सहारे नीचे उतरा तो उसने देखा कि बाबा उसकी चाची से छेड़खानी कर रहा था। उसने धीरे से दरवाजा खोला और घर के बाकी सदस्यों को बुला लिया। बाबा की पोल खुलने पर परिजनों ने उसकी जमकर पिटाई की। बाद में उन्होंने बाबा को पुलिस के हवाले कर दिया।

दो प्राइवेट पार्ट्स के साथ पैदा हुई ये बच्ची !

नई दिल्ली: इस विदेशी बच्ची जिसको दिल्ली के अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इस बच्ची के बारे में सुनकर आप हैरान रह जाएंगे कि जिसके मेल और फीमेल दोनों प्राइवेट पार्ट विकसित हो रहे थे।
जी हां, यह बच्ची नाईजीरिया की एक 15 माह की है। डॉक्टरों ने बच्ची के प्राइवेट पार्ट्स की सर्जरी कर शारीरिक विकृति से मुक्ति दिलाई है। जेनेटिक डिस्ऑर्डर की वजह से बच्ची के प्राइवेट पार्ट्स की जगह महिला और पुरुष दोनों के अंग विकसित हो गए थे।डाक्टरों ने सर्जरी कर पुरुष के निजी अंग को हटाया गया और बच्ची के प्राइवेट पार्ट्स की रि-कंस्ट्रक्टिव सर्जरी की गई।

 दो प्राइवेट पार्ट्स के साथ पैदा हुई ये बच्ची !
इसकी जानकारी के मुताबिक बच्ची अभी पूरी तरह से सुरक्षित है और स्वस्थ है। डॉ. वैशाखी रस्तगी ने बताया कि किडनी के उपर एड्रिनल ग्लैंड होती है जो शरीर में ग्लूकोज, ब्लड प्रेशर और हॉरमोन्स को मेंटेन करता है। जेनेटिक डिस्ऑडर की वजह से बच्ची कॉर्टिसोल, एलडोस्ट्रोन में ब्लॉकेज था। इसकी वजह से सारा हॉरमोन्स सीधे टैस्टोस्ट्रोन में जा रहा था। इसकी वजह से कई बार गर्ल चाईल्ड में पुरुष के अंग विकसित हो जाते हैं। भारत जैसे देश में भी पांच से छह हजार बच्चों में से एक में इस तरह की समस्या आती है।

आज भी हो सकते हैं हनुमान जी के साक्षात दर्शन जानें कैसे


शास्त्रों में हनुमान जी के जन्म को लेकर अलग-अलग मत हैं। एक मतानुसार हनुमान के जन्म की तिथि कार्तिक कृष्ण अमावस्या अर्थात दीपावली को मानते हैं तो दूसरे मतानुसार हनुमान जी का जन्म चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को हुआ था। उत्तर भारत में हनुमान जी का जन्मोत्सव चैत्र माह की पूर्णिमा को ही मनाया जाता है। हनुमान कलयुग के जन देवता हैं। ऐसी धारणा है कि वह आज भी अपने निष्ठावान भक्तों को दर्शन देते रहते हैं।

राम भक्ति से मिला वरदान: एकादश रुद्रावतार हनुमान जी प्रभु श्री राम के अनन्य भक्त हैं। इसका प्रमाण यह है कि लंका विजय पश्चात हनुमान जी ने प्रभु श्री राम से सदा निश्छल भक्ति की याचना की थी। प्रभु श्री राम ने उन्हें अपने हृदय से लगा कर कहा था, “हे कपि श्रेष्ठ ऐसा ही होगा, संसार में मेरी कथा जब तक प्रचलित रहेगी, तब तक आपके शरीर में भी प्राण रहेंगे तथा आपकी कीर्ति भी अमिट रहेगी। आपने मुझ पर जो उपकार किया है, उसे मैं चुकता नहीं कर सकता।”



रामचरितमानस का उल्लेख: भगवान श्री राम द्वारा चिरकाल तक जीवित रहने का आशीर्वाद प्राप्त करने के बाद हनुमान जी ने प्रभु श्री राम से कहा, “हे प्रभु जब तक इस संसार में आपकी पावन कथा का प्रचार होता रहेगा, तब तक मैं आपकी आज्ञा का पालन करते हुए इस पृथ्वी पर जीवित रहूंगा। ”

रामचरित मानस में भी ये उल्लेख मिलता है कि प्रभु श्रीराम ने हनुमान जी को ऐसा ही आशीष दिया था। रामचरितमानस के अनुसार श्री राम ने हनुमान जी से कहा था, “हे हनुमान तुम्हारी तुलना में कोई भी उपकारी देवता, मनुष्य अथवा मुनि भी शरीरधारी पृथ्वी पर विचरित नहीं है।”

श्री राम के वचन सुनकर और उनके प्रसन्न मुख तथा पुलकित अंगों को देखकर हनुमान हर्षित हो जाते हैं और प्रेम में विकल होकर श्री राम के चरणों में गिर पड़ते हैं। हनुमान को उठाकर श्री राम हृदय से लगा लेते हैं और अत्यंत निकट बैठा लेते हैं। फिर हनुमान कहते हैं कि,“हे नाथ, मुझे अत्यंत सुख देने वाली अपनी निश्छल भक्ति कृपा करके वरदान में दीजिए। हनुमान की अत्यंत सरल वाणी सुनकर तब प्रभु श्री रामचंद्र 'एवमस्तु' कहकर उन्हें आशीष देते हैं।“

माता सीता से भी मिला अमृत्व का वरदान: जनक नंदनी माता सीता ने भी हनुमान जी को अमृत्व का वरदान दिया था। अशोक वाटिका में भक्ति, प्रताप, तेज और बल से सनी हुई हनुमान की वाणी सुनकर माता सीता के मन में संतोष हुआ था। माता सीता ने हनुमान जी को श्री राम का प्रिय जानकर उन्हें आशीर्वाद देते हुए कहा था, “हे पुत्र! भविष्य में तुम बल और शील के निधान होगे। तुम सैदेव अजर, अमर और गुणों का खजाना बने रहोगे। श्री रघुनाथ तुम पर कृपा करें।”

भगवान राम ने दिया वरदान: राम चरित्र मानस में ऐसा वर्णित है कि एक बार हनुमान जी प्रभु श्री राम की सेवा में प्रस्तुत थे। भगवान राम ने उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर कहा, “हनुमान मैं तुमसे बहुत प्रसन्न हूं जो चाहो वर मांग लो। जो वर देवताओं को भी दुर्लभ होता है वह मैं तुम्हें अवश्य दूंगा।”

हनुमान भगवान के चरणों पर गिर पड़े और कहा, “हे प्रभु आपके नाम स्मरण करने पर मेरा मन तृप्त नहीं होता है। अत: मेरी मनोकामना यही है कि जब तक आपका नाम इस ब्रहमांड में रहे तब तक मेरा शरीर भी इस धरा पर विद्यामान रहे।”

इस पर श्रीराम ने कहा, “ऐसा ही होगा हनुमान। आप जीवन मुक्त हो कर संसार में सुखपूर्वक रहें।”

जानें किस श्राप के कारण हनुमान जी का बल एवं तेज कम हो गया

हनुमान जी ने भूख से व्याकुल होकर भगवान सूर्य नारायण को आम समझ कर निगल लिया तो उनको कैद से मुक्त करवाने के लिए इन्द्र ने अपने वज्र से हनुमान जी पर तेज प्रहार किया। वज्र के तेज प्रहार से हनुमान का मुंह खुल गया और वह बेहोश होकर पृथ्वी पर गिर पड़े। सूर्य नारायण शीघ्रता से बाहर आ गए।

अपने पुत्र की यह दशा देख हनुमान के धर्म पिता वायुदेव को क्रोध आ गया। उन्होंने उसी समय अपनी गति रोक ली। तीनों लोकों में वायु का संचार रूक गया। वायु के थमने से कोई भी जीव सांस नहीं ले पा रहे थे और पीड़ा से तड़पने लगे। उस समय समस्त सुर, असुर, यक्ष, किन्नर आदि ब्रह्मा जी की शरण में गए। ब्रह्मा जी उन सभी को अपने साथ लेकर वायुदेव की शरण में गए।



वे मूर्छित हनुमान को गोद में लेकर बैठे थे और उन्हें उठाने का हर संभव प्रयास कर रहे थे। ब्रह्मा जी ने उन्हें जीवित कर दिया तो वायुदेव ने अपनी गति का संचार करते हुए सब प्राणियों की पीड़ा दूर की।

तत्पश्चात जगत पिता ब्रह्मा ने हनुमान जी को वर दिया कि," उन्हें कभी ब्रह्मशाप नहीं लगेगा।"

भगवान इन्द्र ने हनुमान जी के गले में कमल की माला पहनाई और कहा की," मेरे वज्र के प्रहार से तुम्हारी ठुडी टूट गई है आज से आपका नाम हनुमान होगा और वज्र सी कठोर आपकी काया होगी।"

वरुण देव ने कहा की," यह बालक जल से सदा सुरक्षित रहेगा।"

यमदेव ने कहा, " इस बालक को कभी कोई रोग नहीं सताएगा और मेरे दण्ड से मुक्त रहेगा।"

कुबेर ने कहा कि," यह बालक युद्ध में विषादित नहीं होगा एवं राक्षसों से भी पराजित नहीं होगा।"

विश्वकर्मा ने कहा कि," यह बालक मेरे द्वारा बनाए गए शस्त्रों और वस्तुओं से सदा सुरक्षित रहेगा।"

ब्रह्मा जी ने पवन देव को कहा," आपका ये पुत्र शत्रुओं के लिए भयंकर और मित्रों के लिए अभयदाता बनेगा और इच्छानुसार स्वरुप पा सकेगा। जहां जाना हो वहां जा सकेगा। उसको कोई पराजित नहीं कर पाएगा ऐसा असिम यशस्वी होगा और संसार में अदभुत कार्य करेगा।"

भगवान सूर्य ने हनुमान जी को अपना तेज प्रदान किया और उन्हें अपने शिष्य के रूप में स्वीकार कर समस्त वेदशास्त्र, उपशास्त्र का सविधि ज्ञान दिया।

बाल्यावस्था में हनुमान जी बहुत चंचल और नटखट स्वभाव के थे। इसके अतिरिक्त उन्होंने ऐसी बहुत सी लीलाएं की जो उनकी उम्र के बालकों के लिए संभव न थी। बहुत बार ऐसा होता वह ऋषियों-मुनियों के आश्रम में पहुंच जाते और अपने बालपन कि नादानी में कुछ ऐसा कर जाते जिससे उनकी तपस्या में विध्न पड़ता।

समय के साथ-साथ उनकी नादानियां बढ़ती चली गई। इस वजह से उनके माता-पिता के साथ-साथ भी ऋषि-मुनि भी चिंतित थे। एक दिन उनके माता-पिता ऋषियों-मुनियों के आश्रम में गए और उनसे कहा की," हमें यह बालक कठोर तप के प्रभाव से प्राप्त हुआ है । आप उस पर अनुग्रह करो एसी कृपा करो की जिससे उसकी नादानियों में परिवर्तन आ जाए।"

ऋषियों-मुनियों ने आपस में विचार-विम्रश करके यह निर्णय लिया कि अगर बालक हनुमान अपनी शक्तियों को भूल जाएं तो उनकी नादानियों पर अंकुश लग सकता है और उनका हित भी उसी में समाहित है।

ऋषियों-मुनियों ने हनुमान जी को श्राप दिया की,"आप अपने बल और तेज को सदा के लिए भुल जाएं लेकिन जब कोई आपको आपकी कीर्ति और बल से अवगत कराएगा तभी आप का बल बढ़ेगा।"

इस श्राप के कारण हनुमान जी का बल एवं तेज कम हो गया और वह सौम्य स्वभाव से र्निवाह करने लगे।

सोमवार, 15 सितंबर 2014

एक "परिवर्तित" पति, जिसकी हिंदू और मुस्लिम पत्नियां - -



भोपाल। एक हिंदू महिला ने एक मुस्लिम महिला पर उसके पति से शादी करने और उसका धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाया है। हिंदू महिला इसे "लव जिहाद" का मामला बताया। हिंदू महिला इसके बावजूद अपने पति से तलाक नहीं लेना चाहती हैं। ऎसे में पति ने हिंदू पत्नी के समक्ष एक प्रस्ताव रखा जिसमें उन्होंने दोनों पत्नियों के साथ समय बांटने की बात कहीं।
A ‘converted’ husband and his Hindu and Muslim wives
एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक, भोपाल की रहने वाली अमृता आडवाणी ने राज्य महिला आयोग से इस बाबत शिकायत की है। आडवाणी का आरोप है कि उसके पति अमित (28) को फिरदौस (35) नाम की मुस्लिम महिला ने महंगे गिफ्ट देकर अपनी ओर आकर्षित कर लिया। अमृता आडवाणी ने बताया कि उनके पति अमित और मुस्लिम महिला फिरदौस उनकी 4 साल की बेटी को लेकर 25 जून को गायब हो गए जबकि फिरदौस को पिछली शादी से एक बेटा भी है।

आडवाणी ने पुलिस से संपर्क किया, लेकिन उसकी शिकायत दर्ज नहीं की गई। आडवाणी पर अपनी चार की साल की बेटी के अपहरण का मुकदमा दर्ज कराना चाहती थीं। पुलिस को शिकायत दर्ज कराई की उनकी चार साल की बेटी अपने पिता के साथ गई है, जिसके बाद लापता होने की रिपोर्ट दर्ज की गई।

अमृता ने इसे "लव जिहाद" का मामला बताते हुए महिला आयोग का दरवाजा खटखटाया। महिला आयोग ने पुलिस को इस मामले की छानबीन करने को कहा। आयोग का कहना है कि अगर यह महज प्रेम प्रसंग का मामला भी है, तो भी अमित को अपने साथ बेटी को नहीं ले जाना चाहिए था।

पुलिस ने जब अमित और फिरदौस की छानबीन शुरू की तो पता चला कि 25 जून के बाद अमित और फिरदौस ने अहमदाबाद के करीब सरखेज इलाके के एटीएम से तीन बार पैसे निकाले है। अमृता के मुताबिक, उसके पति ने उसकी चार साल की बेटी का भी धर्म परिवर्तन करवा दिया। अमित और फिरदौस अहमदाबाद के करीब सारखेज में एक किराए के मकान में रह रहे थे। पुलिस इन दोनों को शुक्रवार को भोपाल ले आई। इनके साथ इनके बच्चे भी थे। एसपी अरविंद सक्सेना के मुताबिक, बच्ची को उसकी मां को सौंप दिया गया। हालांकि, अमित और फिरदौस के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।

यह मामला भोपाल महिला पुलिस थाने को सौंप दिया गया है। जहां अमृता, अमित और फिरदौस में सुलह की कोशिश की जा रही है। काउंसलर रीता तुली ने बताया कि अमित उर्फ आयाज खान अपनी दोनों पत्नियों के साथ समय बिताना चाहते हैं, लेकिन अमृता इसके लिए तैयार नहीं है। उसके वकील के मुताबिक, अमृता ने इस प्रस्ताव के लिए दो दिन का समय मांगा है।



 

ऎसे करें फेसबुक पर कैंडी क्रश की रिक्वेस्ट को ब्लॉक -

आप में से कई लोग "कैंडी क्रश" गेम का नाम सुनकर ही मुंह बना लेते होंगे तो कुछेक फेसबुक पर कैंडी क्रश के नोटिफिकेशन और रिक्वेस्ट से परेशान होंगे। केवल कैंडी क्रश ही ऎसा गेम नहीं जो आपकी रातों की नींद उड़ा देता हों, ऎसे कई दूसरे गेम भी हैं जिनके नोटिफिकेशन फेसबुक के लॉगइन करते ही आने शुरू हो जाते है। अगर आप इन नोटिफिकेशन से छुटकारा पाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको अकांउट में कुछेक सेटिंग करनी होगी। इसके बाद आपको कैंडी क्रश जैसे कई दूसरे गेम की रिक्वेस्ट आना बंद हो जाएगी।
How to block candy crush games on facebook


 जानिए कैसे करें कैंडी क्रश गेम्स के नोटिफिकेशन को बंद, इसके आलवा चाहते तो उसे गेम को ब्लॉक भी कर सकते हैं।
ऎसे करें नोटिफिकेशन को बंद
1. सबसे पहले अपना फेसबुक एकाउंट लॉग इन करें।
2. फेसबुक अकाउंट लॉग इन करने के बाद अगर आपको अकाउंट में गेम की कोई रिक्वेस्ट दिख रही है तो उस पर क्लिक करें। इसके बाद एक्स सिंबल पर क्लिक करके उस गेम को ब्लॉक कर सकते हैं।
ऎसे करें गेम को पूरी तरह से ब्लॉक
1. सबसे पहले फेसबुक पेज पर लॉग इन करें।
2. इसके बाद ऊपर की ओर दिए गए "प्राइवेसी सार्टकट" सेटिंग ऑप्शन में क्लिक करें, इसमें नीचे की ओंर आपको "सी मोर सेटिंग में जाकर क्लिक करें।
3. "सी मोर सेंटिग" में जाने के बाद "ब्लॉक्ड" ऑप्शन पर क्लिक करें और जिसे ऎप को या फिर पेज के अलावा अगर कोई भी चीज ब्लॉक करना चाहते हैं तो उसका नाम लिखकर उसे ब्लॉक कर सकते हैं।  

खाप पंचायत का फरमान: दो से ज्यादा बच्चे पैदा ना करो

शामली। उत्तरप्रदेश के शामली जिले में खाप पंचायत ने दो से ज्यादा बच्चे पैदा ना करने का फरमान जारी किया है। यह यूपी का वही जिला है जहां पिछले साल सांप्रदायिक हिंसा भड़की थी। खाप पंचायत ने 40 गावों में रहने वालों को फरमान जारी कर कहा है कि वे दो से ज्यादा बच्चे पैदा ना करे। खाप पंचायत के नेता का कहना है कि खाप पंचायत के इस फरमान का दोनों समुदायों ने स्वागत किया है। ज्यादा बच्चे होने से गरीबी और पिछड़ापन फैलता है। इसलिए हमने 40 गावों वालों के दोनों समुदायों के लोगों को कहा गया है कि अगर संभव है कि दो बच्चों की नीति को फोलो करें।Khap Panchayat Asks Villages to Follow Two-Child Limit
शामली और मुजफ्फरनगर में पिछले साल सितंबर में सांप्रदायिक हिंसा फैल गई थी, जिसमें 60 लोगों की मौत हो गई और 10 हजार से ज्यादा लोग बेघर हो गई थी। हालांकि जिले के कुछ गांवों में सांप्रदायिक हिंसा नहीं हुई। जिस इलाके में यह फरमान जारी किया गया है कि वहां अधिकत्तर जाट और मुस्लिम समुदाय के लोग रहते हैं। जाट जहां जमिंदार हैं वहीं मुस्लिम समुदाय के लोग गरीब किसान रहते हैं।

खाप पंचायत के फैसले से जहां कई लोग सहमत हैं वहीं कुछ लोग आशंकित नजर आ रहे हैं। एक महिला का कहना है कि वह जब तक बच्चे पैदा करती रहेगी जब तक बेटा नहीं होता। खाप पंचायत का पहला फरमान है जो कि समाज को ध्यान में रखते हुए दिया गया है, अक्सर ये विवादित फरमान ही जारी करती हैं।



 

15 दिन में किए 7 कत्ल, 3 महिलाओं की लूटी अस्मत

चेन्नई। पुलिस ने एक ऎसे सीरियल किलर को गिरफ्तार किया है, जिसने 15 दिनों में 7 लोगों का बेरहमी से कत्ल कर दिया। उनमें दो साल की एक बच्ची और 5 महिलाएं शामिल थीं। उस दौरान उसने 3 महिलाओं को अपनी हवस का शिकार भी बनाया था।
salem police arrests serial killer who killed 7 people in 15 days

तमिलनाडु के सलेम जिले की पुलिस ने इस सीरियल किलर को शनिवार रात गिरफ्तार कर लिया।

जांच अधिकारी ने बताया कि 27 वर्षीय सुब्बारायण एक ट्रक ड्राइवर है। उसने सलेम, अरियालुर और त्रिची जिले में इन वारदातों को अंजाम दिया है।

पुलिस ने बताया कि वह अकेली रहने वाली महिलाओं को अपना शिकार बनाता था। पुलिस ने उसके खिलाफ हत्या और तीन महिलाओं से रेप का मामला दर्ज किया है।

17 साल की उम्र में घर से भागा
पुलिस ने बताया कि उसने पूछताछ मेे हत्या और रेप की बात कबूल की है। उसने बताया कि वह एक टूटे मकान में रहता था जहां उसकी सौतेली मां उसको प्रताडित करती थी। उसके पिता ने तीन शादियां की थीं, उन्होंने कभी बीच बचाव नहीं किया। इस पर वह 17 साल की उम्र में घर से फरार हो गया और ट्रक पर काम करने लगा। फिर ट्रक चलाना सीख गया।

2012 में किया पहला कत्ल
उसने बताया कि उसने सबसे पहला कत्ल 2012 में एक बुजुर्ग महिला का किया था। एक महीने पहले तक वह सलेम सेंट्रल जेल में था, तब उसको जमानत मिल गई। उसके बाद उसने 20 अगस्त को सलेम जिले में ही एक 45 साल की महिला से रेप किया और फिर उसे मार डाला। उसके घर से 10000 रूपए लेक र भाग निकला।

रेप के बाद बेरहमी से कत्ल
फिर उसने अगले दिन त्रिची जिले में एक बुजुर्ग महिला का कत्ल किया और एक हजार रूपए उसके ले लिए। 8 दिन तक शांत रहने के बाद वह 29 अगस्त को अरियालुर जिले मेें दो महिलाओं की हत्या की। जिसमें उसने एक महिला से रेप किया था और उसके 900 रूपए ले लिए थे।

अरियालुर जिले में 5 सितंबर को उसने एक ही परिवार के तीन सदस्यों को मार डाला, जिसमें दो साल की एक बच्ची भी शामिल थी। 25 वर्षीय महिला के पति की हत्या के बाद उसने उससे रेप किया था और फिर उसे भी मार डाला था। उस दरिंदे ने बच्ची के सिर को दीवार से टकराकर मार डाला था।

पुलिस ने उस दरिंदे पर सात लोगों की हत्या और 3 महिलाओं से रेप का मामला दर्ज किया है।
 
 

फेसबुक पर बनाई मां के लिए ठुकराए सगे मां-बाप

नई दिल्ली। सोशल मीडिया का असर किसी पर इतना ज्यादा हावी हो सकता है कि वह अपने असली मां-बाप को ही भूल जाए।

a person discards his own parents for a facebook mother

बरेली में एक ऎसा ही मामला सामने आने के बाद से ही लोग हैरान हैं।

20 साल के विजय मौर्य की फेसबुक पर केरल की एक महिला से मुलाकात हुई। दोनों के बीच बातचीत का सिलसिला महीनों चला।

अब हालत यह है कि लाख समझाने के बाद भी यह युवक फेसबुक `मॉम` के लिए असली मां-बाप को छोड़ने पर अड़ा है।

विजय के पिता बृजेश कहते हैं कि उनका बेटा पिछले महीने घर से गायब हो गया। उसके बैंक खाते में 22,000 रूपये भी जमा हुए थे।

28 दिनों के बाद घर वापस लौटने पर विजय ने बताया कि वह अपनी `फेसबुक मॉम` से मिलने गया था।

केरल के त्रिवेंद्रम में रहने वाली यह महिला नर्स है जो इस वक्त बहरीन में काम करती है। बीते शुक्रवार को यह महिला भी अपने फेसबुक `बेटे` को साथ ले जाने बरेली पहुंच गई थी।

हालांकि, विजय को फिलहाल जैसे-तैसे रोका गया है जो इस महिला के साथ जाने की जिद पर अड़ा है। -   

सांई समर्थकों ने करा शंकराचार्य पर हमला!

रायपुर। शिडी के सांई के समर्थकों पर बद्रिकाश्रम के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द को छात्तीसगढ के धमतरी में राष्ट्रीय राजमार्ग पर रविवार रात हुई सड़क दुर्घटना में उन्हें मारने का प्रयास करने का आरोप लगा है। इस सड़क दुर्घटना की सोमवार को धमतरी जिले कि कुरूद थाने में दर्ज करवाई गई प्राथमिकी में यह आरोप लगाते हुए अज्ञात सांई समर्थकों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है।
devotees of shirdi sai baba and swaroopanand clash in chhattisgarh

दुर्घटना में घायल शंकराचार्य के काफिले में चल रहे महंत रामानन्द ने बताया कि सांई समर्थकों ने शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द को लक्ष्य रखकर उनके वाहन से अपना वाहन टकराने की कोशिश की थी पर काफिले में चल रहे दूसरे वाहन से उसकी टक्कर हो गई। शंकराचार्य के मीडिया प्रभारी राजेश जोशी ने बताया कि स्वामी स्वरूपानन्द रविवार रात धमतरी में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेकर रायपुर आश्रम वापस आ रहे थे कि कुरूद के पास विपरीत दिशा से तेज गति से आ रहे वाहन को शंकराचार्य के वाहन से टकराने की कोशिश की गई लेकिन वह काफिले में तीसरे नम्बर पर चल रहे वाहन से जा टकराया।

उन्होंने बताया कि इस घटना में दो लोगों को चोटे आई जिनका रायपुर में लाकर प्राथमिक उपचार करवाया गया। घायल लोगों ने सोमवार को कुरूद थाने जाकर प्राथमिकी दर्ज करवाई गई। उन्होंने आरोप लगाया कि बीती रात हुई सड़क दुर्घटना एक सामान्य दुर्घटना नहीं है और इसके पीछे शंकराचार्य को मारने की सांई समर्थकों की बड़ी साजिश है।

जोशी ने आरोप लगाया कि शंकराचार्य पर गंभीर खतरे के बावजूद उन्हे छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा पर्याप्त सुरक्षा नहीं दी जा रही है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से सुरक्षा में रविवार को लापरवाही हुई उसके कारण ही साजिश के तहत वाहन टकरा कर शंकराचार्य को मारने का असफल प्रयास किया गया। उन्होंने बताया कि शंकराचार्य को पहले से ही जेड श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी। सांई विवाद के बाद केन्द्र ने उनकी सुरक्षा बढ़ाकर जेड प्लस कर दी। इसके अनुसार ही कवर्धा चातुर्मास तथा धर्म संसद के दौरान उन्हे सुरक्षा प्रदान की गई लेकिन उसके बाद उनकी सुरक्षा के नाम पर केवल खानापूर्ति हो रही है।

शंकराचार्य की सुरक्षा में रविवार रात केवल पायलट वाहन ही था जिसमें संकेतक लाइट तक नहीं थी। यह पूछे जाने पर कि मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह जब स्वयं ही शंकराचार्य के शिष्य है तो फिर सुरक्षा में पुलिस लापरवाही क्यों कर रही है तो उन्होंने लापरवाही के लिए राज्य के गृह मंत्री रामसेवक पैकरा के रवैये को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि धर्म संसद के प्रस्तावों पर पैकरा के आए बयान के बाद सुरक्षा में कमी हुई। उन्होंने सांई समर्थकों से शंकराचार्य की जान को खतरा होने की आशंका जताते हुए उनकी सुरक्षा कड़ी करने की मांग की। -  

नशीला पदार्थ पिलाकर करवाया डांस, एमएमएस वायरल

जयपुर। राजधानी जयपुर के बगरू थाना क्षेत्र में एक युवती को नशीला पदार्थ पिलाकर जबरन गाड़ी में ले जाना और उसकी इच्छा के बिना उससे डांस करवा के वीडियो बनाने का मामला सामने आया है।

बगरू थाना इंस्पेक्टर मनोज गुप्ता ने बताया कि रामपुरा निवासी 20 वर्षीय युवती ने यह रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट के अनुसार घटना 19 जून की है। पीडिता ने बताया कि उस दिन वह झाग स्टैंड पर खड़ी थी।

तभी स्कॉर्पियो सवार बजरंग, कृष्ण और शंकर वहां आए। आरोपियों ने उसे कोल्ड ड्रिंक पीने को दी, जिसमें नशीला पदार्थ था। नशे में होने के बाद आरोपियों ने उसे नाचने के लिए बोला, पीडिता के मना करने पर उसे बंदूक से जान से मारने की धमकी दी। पीडिता का कहना है कि उससे जबरन डांस करवाया और उसका वीडियो भी बना लिया। 
girl dance making mms clip viral in jaipur

कपड़े फाड़े, की छेड़छाड़
आरोप है कि उन्होंने छेड़छाड़ भी की और कपड़े भी फाड़े, किसी को कुछ बताने पर जान से मारने की धमकी दी। इंस्पेक्टर गुप्ता ने बताया कि तीन महीने बाद पीडिता ने मामला दर्ज करवाया है, देरी के कारण की भी जांच की जा रही है।

पिछले दिनों बगरू कस्बे में कई लोगों के पास पीडिता का डांस करते हुए वीडियो वायरल हो गया था। जिसके बाद मामला सामने में आया है। रविवार को आरोपियों की तलाश की गई थी, लेकिन वह नहीं मिले। -