नई दिल्ली: इस विदेशी बच्ची जिसको दिल्ली के अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इस बच्ची के बारे में सुनकर आप हैरान रह जाएंगे कि जिसके मेल और फीमेल दोनों प्राइवेट पार्ट विकसित हो रहे थे।
जी हां, यह बच्ची नाईजीरिया की एक 15 माह की है। डॉक्टरों ने बच्ची के प्राइवेट पार्ट्स की सर्जरी कर शारीरिक विकृति से मुक्ति दिलाई है। जेनेटिक डिस्ऑर्डर की वजह से बच्ची के प्राइवेट पार्ट्स की जगह महिला और पुरुष दोनों के अंग विकसित हो गए थे।डाक्टरों ने सर्जरी कर पुरुष के निजी अंग को हटाया गया और बच्ची के प्राइवेट पार्ट्स की रि-कंस्ट्रक्टिव सर्जरी की गई।
जी हां, यह बच्ची नाईजीरिया की एक 15 माह की है। डॉक्टरों ने बच्ची के प्राइवेट पार्ट्स की सर्जरी कर शारीरिक विकृति से मुक्ति दिलाई है। जेनेटिक डिस्ऑर्डर की वजह से बच्ची के प्राइवेट पार्ट्स की जगह महिला और पुरुष दोनों के अंग विकसित हो गए थे।डाक्टरों ने सर्जरी कर पुरुष के निजी अंग को हटाया गया और बच्ची के प्राइवेट पार्ट्स की रि-कंस्ट्रक्टिव सर्जरी की गई।
इसकी जानकारी के मुताबिक बच्ची अभी पूरी तरह से सुरक्षित है और स्वस्थ है। डॉ. वैशाखी रस्तगी ने बताया कि किडनी के उपर एड्रिनल ग्लैंड होती है जो शरीर में ग्लूकोज, ब्लड प्रेशर और हॉरमोन्स को मेंटेन करता है। जेनेटिक डिस्ऑडर की वजह से बच्ची कॉर्टिसोल, एलडोस्ट्रोन में ब्लॉकेज था। इसकी वजह से सारा हॉरमोन्स सीधे टैस्टोस्ट्रोन में जा रहा था। इसकी वजह से कई बार गर्ल चाईल्ड में पुरुष के अंग विकसित हो जाते हैं। भारत जैसे देश में भी पांच से छह हजार बच्चों में से एक में इस तरह की समस्या आती है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें