शनिवार, 6 सितंबर 2014

जामा मस्जिद धमाकों में शामिल इंडियन मुजाहिद्दीन का "टेक्नीकल एक्सपर्ट" गिरफ्तार -

नई दिल्ली। आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन के एक संदिग्ध आतंकी को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शुक्रवार रात को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से गिरफ्तार किया है। बताया जाता है कि आंतकी टेक्नीकल एक्सपर्ट है। Indian Mujahideen`s Alleged `Technical Expert` Arrested from UP
गिरफ्तार आतंकी एजाज शेख पुणे के एक कॉल सेंटर में काम करता था और इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकियों को फर्जी पहचान पत्र और जाली दस्तावेज मुहैया कराता था। वह 2009 से इस संगठन से जुड़ा हुआ था और 2012 में जामा मस्जिद समेत कई जगहों पर हुए धमाकों में शामिल था। पुलिस सूत्रों के अनुसार यूपी से उसकी गिरफ्तारी दर्शाती है कि आतंकी संगठन पश्चिमी यूपी में बम धमाके करने की तैयारी में था।

एजाज की गिरफ्तारी इंडियन मुजाहिद्दीन के लिए एक और बड़ा झटका है क्योंकि पिछले दो सालों में उसके कई बड़े आतंकी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इसी साल मार्च में कथित रूप से बम एक्सपर्ट तहसीन अख्तर उर्फ मोनू को भारत-नेपाल सीमा से पकड़ा गया था। उससे कुछ ही दिनों पहले राजस्थान के अजमेर से जिया उर रहमान उर्फ वकास को उसके तीन साथियों के साथ गिरफ्तार किया गया था। जबकि भारत में इंडियन मुजाहिद्दीन की गतिविधियां देखने वाले यासिन भटकल को पिछले साल गिरफ्तार किया गया था। -  

ठाकराराम मेघवाल युवा मेघवाल महासभा इण्डिया संगठन बाड़मेर जिलाध्यक्ष मनोनीत

ठाकराराम मेघवाल युवा मेघवाल महासभा इण्डिया संगठन बाड़मेर जिलाध्यक्ष मनोनीत


बाड़मेर 6 सितम्बर। युवा मेघवाल महासभा इण्डिया राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष पंकज पालीवाल ने युवा मेघवाल महासभा इण्डिया बाड़मेर जिलाध्यक्ष ठाकराराम मेघवाल को मनोनित करने पर पश्चिमी राजस्थान बाड़मेर जिले में मेघवाल समाज युवाओं में खुशी की लहर छा गई। युवा मेघवाल महासभा इण्डिया बाड़मेर के जिलाध्यक्ष ठाकराराम मेघवाल ने मेघवाल समाज के युवाओं को आगे आने का आह्वान किया। उन्होने कहा कि हमारे समाज पर जुल्म हो रहे, न्याय के लिए आगे आना होगा, जागरूक होना होगा, राजनैतिक में भागीदारी एवं सामाजिक जागरूकता लानी होगी। पश्चिमी जिले बाड़मेर में युवा मेघवाल महासभा इण्डिया जिले की कार्यकारिणी का गठन करने के बाद सभी तहसील अध्यक्षों की घोषणा की जावेगी व गांव गांव में सदस्य अभियान चलाया जायेगा।

वांकल माता मन्दिर में रात्रि जागरण आज

बाड़मेर 6 सितम्बर। ढाणी बाजार चंचल प्राग मठ के पास वांकल माता मन्दिर में रविवार को रात्रि जागरण का आयोजन किया जायेगा। समाज सेवी ताऊराम पूनड़ ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष रात्रि जागरण का आयोजत किया जायेगा जिसमें कई गायको द्वारा भजन कीर्तन किया जायेगा व सोमवार को प्रसाद वितरण किया जायेगा।

धोरीमन्ना। तार गिरने से हिरण की मौत

धोरीमन्ना। तार गिरने से हिरण की मौत
  
प्रकाशचंद बिश्नोई (धोरीमन्ना)



धोरीमन्ना। कस्बे के निकटवर्ती ग्राम पंचायत नेड़ी नाडी के अंतर्गत गडरा में कोजा से आरही रही 11 केवी की तार शनिवार के दिन में तार टूट कर नीचे गिर जाने से एक हिरण को करंट लगने से मौत हो गई। ग्रामीणों ने बिजली विभाग को सुचना देकर लाइट को दुरस्त करवाया। बिजली विभाग व् वन्य जीव प्रेमियों ने मिलकर हिरण का अंतिम संस्कार किया।

अभिनेत्री से पॉर्न फिल्म कराना चाहता था पति, उतारा मौत के घाट -

चेन्नई। कारोबार में तगड़ा घाटा लगने के बाद एक बड़े स्तर के व्यवसायी ने अपनी अभिनेत्री पत्नी को पॉर्न दुनिया में लांच करने की सोच लिया था।
tamil actress shruti chandralekha murdered her husband on forcing her in porn
उसकी इस सोच के बारे में जब अभिनेत्री को पता चला तो वो चौंक गई। फिर पति ने भी पत्नी से पॉर्न फिल्म में अभिनय करने को कहा।

पति के जबरदस्ती दबाव बनाने पर अभिनेत्री ने उसे मारने का मन बना लिया। हम बात कर रहे तमिल और कन्नड़ फिल्मों में काम कर चुकी 22 वर्षीय अभिनेत्री श्रुति चंद्रलेखा की।

श्रुति पति एस रोनाल्ड पीटर प्रिंजो को जिंदा नहीं देखना चाहती थी। पांच लोगों के साथ मिलकर पति का मर्डर प्लान किया।

बताते चलें कि पति ने अभिनेत्री से तकरीब आठ माह पहले पॉर्न फिल्मों में आने को कहा था।

इसमें अभिनेत्री के पति के ड्राइवर ने भी साथ दिया था। श्रुति ने पांचों के साथ मिलकर पति को दूध में जहर मिलाकर पिला दिया। जहरीला दूध पीने के कुछ ही देर बाद उसकी मौत हो गई थी।

पति के मौत की पुष्टि होने के बाद श्रुति ने अपने साथियों के साथ उसके शव को घर से दूर एकांत इलाके में दफना दिया था।

काफी दिनों से गायब चल रहे व्यवसायी के बारे में कुछ न पता चलने पर उसके भाई ने पुलिस से शिकायत की थी।

शिकायत पर पुलिस ने मृत व्यवसायी के ड्राइवर को हिरासत में लिया और सख्ती से पूछताछ की। पूछताछ में आरोपी ड्राइवर ने व्यवसायी की हत्या से जुड़ा सारा सच उगल दिया था।

इसके बाद पुलिस ने अभिनेत्री को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। दो फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।

गिरफ्तारी के बाद अभिनेत्री ने पुलिस को अफना दर्द सुनाया था। उसने पुलिस कहा कि पति उसे लेकर पॉर्न फिल्म बनाना चाहता था।

पति ने अभिनेत्री को यह भी बताया कि फिल्म में उसे ग्रुप सेक्स भी करना पड़ेगा।

पति की इस गिरी हुई सोच के चलते ही अभिनेत्री श्रुति ने उसके मर्डर का प्लान किया और उसे मौत के घाट उतार दिया। - 

होटल जाने को खड़ी थी कॉलगर्ल्स, अचानक आ गई पुलिस

जयपुर। होटल जाने को तैयार खड़ी तीन कॉलगर्ल गाड़ी का इंतजार ही कर रही थी कि तभी पुलिस ने तीनों को दबोच लिया। police arrested three callgirls in dausa
पुलिस ने तीनों कॉलगर्ल के साथ एक दलाल और दो ग्राहकों को भी गिरफ्तार किया गया है।

इन्हें पकड़ने के लिए पुलिस की दो टीमों को काफी मशक्कत भी करनी पड़ी।

जानकारी के अनुसार दौसा के होटल में दो दिन पहले एक कॉलगर्ल के साथ पुलिस ने एक युवक और एक ग्राम सचिव को दबोचा था।

दोनों से पूछताछ के बाद पुलिस को दौसा में कोलकाता और असम से आई तीन कॉलगल्र्स के बारे में सूचना मिली।

तीनों कॉलगर्ल के साथ दौसा रामपुरी निवासी दलाल बिल्लू के भी होने की सूचना मिली।

शुक्रवार रात को 9 बजे दौसा महिला थाना पुलिस को सूचना मिली कि तीन युवतियां और तीन युवक लालसोट-जयपुर बाइपास पर खड़े है।

महिला थाना पुलिस ने दो टीमें बनाई और मौके पर रवाना हो गई। पुलिस को आता देख सभी मौके से भागने लगे लेकिन पुलिस ने दबोच लिया।

पुलिस के अनुसार दलाल बिल्लू और तीन कॉलगर्ल के साथ दौसा निवासी ग्राहक हनुमान चंद्र और चुन्नीलाल को गिरफ्तार किया गया है।

सभी की एक अन्य ग्राहक का इंतजार कर होटल जाने की तैयारी थी लेकिन इससे पहले ही दबोच लिए गए।

मिसाल बना सिरोही का ये गांव, नशा करके गए तो

सिरोही। सिरोही का एक गांव लोगों के लिए मिसाल बना हुआ है। सरकारी नौकरी में रूचि नहीं रखने वाले इस गांव के नौजवान, गांव में एक भी नाली नहीं होने के बावजूद ये गांव प्रदेश का आदर्श गांव है। addiction is not allow in this village of sirohi in rajasthan
नशा नाश की जड़" आदर्श वाक्य सिरोही के एक-एक गांव में चरितार्थ हो रहा है। सिरोही के डूंगरी गांव में कोई भी व्यक्ति किसी भी तरह का नशा नहीं करता।

ये ही नहीं नशा करके आने वाले बाहरी लोगों को भी गांव में प्रवेश नहीं करने दिया जाता। पिंडवाड़ा तहसील का ये डूंगरी गांव जिलेभर में एक मिसाल बना हुआ है।

गांव की सड़कें सरपट दौड़ने वाली और साफ-सफाई चकाचक है। गांव में मेहमानों को भी व्यसन की अनुमति नहीं है।

पुलिस में एक भी मामला नहीं:
अनुशासन ऎसा है कि गांव से जुडे व्यक्ति का पुलिस में एक भी मामला दर्ज नहीं है। गांव के लोग खेती के अलावा सीमेंट फैक्ट्री में काम करते है।

कुछ लोग दिसावर में व्यवसाय करते है। लोगों की सरकारी नौकरी में ज्यादा रूचि नहीं है।

सरूपगंज थानाधिकारी ईश्वर पारीक ने बताया कि डूंगरी गांव में झगड़े-फसाद या किसी भी तरह का कोई मामला दर्ज नहीं है। गांव के गोचर में अन्य गांव के लोगों को प्रवेश नहीं दिया जाता।

एक भी नाली नहीं:
गांव में एक भी नाली नहीं है। प्रत्येक घर में एक सोखता गड्ढा है।

घरों में नहाने-धाने और मैला पानी गड्ढे में आता है जिसे जमीन सोख लेती है।

ऎसा करने से गंदगी भी नहीं होती और भूमि का जलस्तर भी बढ़ता है। गांव के हर घर में शौचालय मिलेगा।

जैसलमेर कुलधरा एक लड़की की इज्जत बचाने के लिए श्मशान बने 84 गांव








क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि एक लड़की की सुन्दरता न केवल उसके परिवार को बल्कि एक साथ 84 गांवों को रातों रात सुनसान उजाड़ में बदलने पर मजबूर कर दे। जैसलमेर के पास स्थित एक गांव कुलधरा की भी कुछ ऎसी ही कहानी है। सन 1291 में पालीवाल ब्रा±मणों द्वारा बसाया गया यह गांव 8 सदियों तक खूब फला-फूला। यहां पर पूरे भारत से और सुदूर विदेशों तक से व्यापार किया जाता था। परन्तु वर्ष 1825 में एक रात अचानक यहां सब कुछ बदल गया और कुलधारा तथा आस-पास के 84 गांव रातों रात सुनसान बीहड़ में बदल गए। सब कुछ अचानक और बिना किसी चेतावनी के हुआ। पढिए आगे की स्लाइड्स में: कहा जाता है कि गांव के मुखिया के 18 वर्ष की बहुत ही सुन्दर कन्या थी। एक दिन गांव के दौरे के दौरान रियासत के मंत्री सालम  सिंह की नजर उस लड़की पर पड़ी। उसने मुखिया से मिलकर उससे शादी करने की इच्छा जाहिर की। परन्तु मुखिया ने इसे ठुकरा दिया। इस पर 
सालम  सिंह ने गांव पर भारी टैक्स लगाने और गांव बरबाद करने की चेतावनी दी। -












इस घटना से क्रोधित कुलधारा तथा आसपास के 83 गांवों के निवासियों ने लड़की का सम्मान बचाने के लिए इस जगह को हमेशा के लिए छोड़ने का निश्चय किया। उन्होंने उसी रात को अपने पूरे घर-परिवार और सामान सहित गांव छोड़ कर चले गए। उन्हें जाते हुए न तो किसी ने देखा और न ही किसी को पता चला कि वे सब कहां गए।









कहा जाता है कि उन्होंने जाते समय गांव को श्राप दिया कि उनके जाने के बाद कुलधारा में कोई नहीं बस सकेगा। अगर किसी ने ऎसा दुस्साहस किया तो उसकी मृत्यु हो जा एगी। तब से यह गांव आज तक इसी तरह सुनसान और वीरान पड़ा हुआ है। हालांकि किसी जमाने में शानदार हवेलियों से लिए मशहूर कुलधारा में अब सिर्फ खंडहर ही बचे हैं लेकिन वहां जाकर रहने की किसी को इजाजत नहीं है









कुलधारा गांव का श्मशान कभी हवेलियों की ही तरह भव्य और सुन्दर था। आज सिर्फ शिलालेख बचे हैं।







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नाबालिग छात्रा ने दिया बच्चे को जन्म, शिवसेना नेता दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार

मुम्बई। एक नाबालिग लड़की से सात महीने तक दुष्कर्म करने के आरोप में शिवसेना नेता वासुदेव नांबियार को गिरफ्तार किया गया है। मामले को खुलासा पीडिता द्वारा समय पूर्व बच्चे को जन्म देने के बाद हुआ। 
Shiv Sena leader arrested for rape after class 9 student delivers a premature baby
थाणे जिले के काशिमीरा पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर अनिल कदम ने बताया कि 61 वर्षीय वासुदेव नांबियार शिवसेना को जिला उपाध्यक्ष है। वह एक एक स्कूल और मंदिर भी संचालित करता है। उस पर आरोप है कि फरवरी में अपनी स्कूल की नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा को वह मंदिर घूमाने के बहाने ले गया और फिर थाणे जिले के मीरा गांव में उससे दुष्कर्म किया। उसने इस बारे में किसी को बताने पर पीडिता को भयानक परिणाम भुगतने की धमकी देकर चुप करा दिया। इसके बाद भी नांबियार ने लड़की से कई बार दुष्कर्म किया। 

इसके बाद लड़की गर्भवती हो गई और उसने इस सप्ताह एक बच्चे को जन्म दिया। बच्चे के जन्म पर अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को खबर दी जिस पर पुलिस ने गुरूवार को नांबियार के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए शुक्रवार को उसे गिरफ्तार कर लिया। उसे अदालत में पेश किया गया जहां से उसे 11 सितम्बर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। - 

शुक्रवार, 5 सितंबर 2014

धोरीमन्ना। पैर फिसलने से टांके में गिरी विवाहिता की मौत

धोरीमन्ना। पैर फिसलने से टांके में गिरी विवाहिता की मौत

 धोरीमन्ना थाना क्षेत्र के जूना खेड़ा लोहारवा में एक विवाहिता की टांके में गिरने से मौत हो गई। अचलाराम पुत्र अणदाराम जाती कुम्भार  निवासी  जूना खेड़ा लोहारवा ने  धोरीमन्ना थाने में  रिपोर्ट दर्ज करवाई। बताया की उसके छोटे भाई खेमाराम की पत्नी गीता देवी  दिन में  १२ बजे  उम्र २३ साल  अपने खेत में बकरिया चरा रही थी.  बाद में आपने टांके पर बकरियो  को  पानी पिलाने गई थी, इस दौरान अचानक पैर फिसलने से टांके में गिर गई। परिजनों ने टांके से बहार निकला तो धड़कने चालू थी। वहाँ से धोरीमन्ना अस्पताल में लेकर आये तो तब तक शांस धड़कने बंद हो चुकी थी।  पुलिस के अनुसार गीता देवी टांके पर बकरियो  को  पानी पिला रही थी। इस दौरान उसका पैर फिसलकर वह अंदर गिर गई। पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग की कार्रवाई कर शव परिजनों को सुपुर्द किया।

राष्ट्र के विकास को जन आंदोलन बनाने की जरूरत

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शिक्षक दिवस के अवसर पर छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्र के विकास को जन आंदोलन बनाने की जरूरत है। शिक्षक दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देशभर के स्कूलों में बच्चों की क्लास ले रहे हैं। विद्यार्थियों को संबोधित करने के लिए दिल्ली में सरकारी स्कूलों के 600 तथा केंद्रीय विद्यालयों के 100 छात्र-छात्राओं का चयन मानेकशा ऑडिटोरियम में मोदी को सुनने के लिए किया गया है।

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ऑडिटोरियम में इन 700 विद्यार्थियों समेत करीब 1000 लोग मोदी के भाषण को सुन रहे हैं। इसके अलावा देशभर में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सुन रहे बच्चों में से करीब 15 विद्यार्थियों के सवालों के जवाब प्रधानमंत्री देंगे।

सीबीएसई के अधिकारियों ने कहा कि जवाहर नवोदय विद्यालयों के 40 और सेना के स्कूलों के पांच विद्यार्थी ऑडिटोरियम में मोदी को सुन रहे हैं। ऑडिटोरियम में बड़ी संख्या में शिक्षक भी हैं।

दिल्ली में नगर निगम के स्कूलों ने भी भाषण के प्रसारण के पर्याप्त इंतजाम किए हैं। दक्षिण दिल्ली नगर निगम ने कहा कि 432 स्कूलों में करीब 2.25 लाख बच्चों और 5000 शिक्षकों के लिए मोदी का भाषण सुनने के लिहाज से इंतजाम किए गए हैं। उत्तर दिल्ली नगर निगम ने भी इंतजामात किए हैं।

अधिकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री का भाषण पूरा होने के बाद वह करीब 15 सवालों के जवाब दे सकते हैं। हालांकि यह समय की उपलब्धता पर निर्भर करेगा।

हैरतअंगेज! 7 साल की उम्र में बनी 50 बच्चों की मां



लंदन। एक ही मां के कई बच्चे पैदा करने की खबरें अक्सर सुनने को मिलती हैं लेकिन यहां तो हद ही हो गई।
omg a mother of 50 children is only 7 years old
एक मां ने सारी हदें पार कर कुल 50 बच्चे पैदा कर डाले। इतना ही नहीं आप यह जानकर तो हैरान ही रह जाएंगे कि इस मां की उम्र केवल 7 साल की है।

लेकिन इतना भी चौंकने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह मां असल में एक गिलहरी है जिसने नोरफोक नामक एक जगह पर दो महीने पहले ही दो बच्चे पैदा किए हैं। इन बच्चों को मिलाकर यह गिलहरी अब तक कुल 50 बच्चे पैदा कर चुकी है।

यह जानना काफी रोचक होगा कि मई माह में पैदा हुए इस गिलहरी के दोनों बच्चे अपना काम खुद करने लगे हैं।

इस लाल गिलहरी का नाम टॉरटाइसशैल रखा गया है और इसे यूके में गिलहरी की दुनिया की सबसे करामाती मॉम बताया जा रहा है। यह गिलहरी यूके में पाई जाने वाली लाल गिलहरी प्रजाति की गिलहरी है। बतातें चलें कि यूके की यह गिलहरी प्रजाति विलुप्तप्राय है।

आपकी जानकारी के लिए यह भी बता दें कि यूके में फिलहाल 138000 लाल गिलहरियां हैं जबकि ग्रे गिलहरियों की संख्या 25 लाख है। - 

व्यंग्य संगोष्ठी तथा गोइन्का साहित्य पुरस्कार वितरण समारोह सम्पन्न

व्यंग्य संगोष्ठी तथा गोइन्का साहित्य पुरस्कार वितरण समारोह सम्पन्न

कमला गोइन्का फाउण्डेशन एवं मुंबई विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित व्यंग्य संगोष्ठी तथा गोइन्का पुरस्कार वितरण समारोह सम्पन्न हुआ। प्रथम सत्र में सुप्रसिद्ध व्यंग्यकार तथा 'व्यंग्य-यात्रा' के संपादक डाॅ. प्रेम जनमेजय के संयोजन में गद्य व्यंग्य पर चर्चा हुई। डाॅ. प्रेम जनमेजय ने अपने वीज व्याख्यान में गद्य व्यंग्य की वर्तमान स्थिति तथा संभावनाओं के बारे में जानकारी दी तथा व्यंग्यपाठ की परम्परा को अधिक प्रभावी बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रोफेसर डाॅ. करूणाशंकर उपाध्याय, हिन्दी विभागाध्यक्ष मुंबई विश्वविद्यालय एवं प्रसिद्ध आलोचक ने व्यंग्य साहित्य के विकास व समाज में इसके बढ़ते प्रभाव पर प्रकाश डाला। व्यंग्य पर विमर्श के बाद डाॅ. हरि जोशी, श्री यज्ञ शर्मा, डाॅ. सूर्यबाला, डाॅ. अनंत श्रीमाली, श्री संजीव निगम, श्री सुभाष काबरा, श्री विष्णु नागर, श्री लालित्य ललित, डाॅ. प्रेम जनमेजय तथा श्याम गोइन्का के व्यंग्य पाठ से श्रोता मंत्र-मुग्ध हो गये।
द्वितीय सत्र में वरिष्ठ व्यंग्यकार डाॅ. हरि जोशी को "गोइन्का व्यंग्य साहित्य सारस्वत सम्मान" से सम्मानित किया व संग-संग श्री यज्ञ शर्मा को "स्नेहलता गोइन्का व्यंग्यभूषण पुरस्कार" से, श्रीमती ममता कालिया को "रत्नीदेवी गोइन्का वाग्देवी पुरस्कार" से, श्री विष्णु नागर को "रामनाथ गोइन्का पत्रकार शिरोमणि पुरस्कार" से पुरस्कृत किया गया।
न्यायमूर्ति पद्मभूषण चन्द्रशेखर धर्माधिकारीजी की अध्यक्षता में आयोजित पुरस्कार समारोह के मुख्य अतिथि डाॅ. राजन वेलूकर, कुलपति मुंबई विश्वविद्यालय थे तथा सम्माननीय अतिथि श्री विश्वनाथ सचदेव, संपादक 'नवनीत' थे। कमला गोइन्का फाउण्डेशन के प्रबंध न्यासी श्री श्यामसुन्दर गोइन्का ने सम्मानमूर्ति साहित्यकारों व अतिथियों का स्वागत किया। पुरस्कृत साहित्यकारों ने आभार व्यक्त करते हुए सारगर्भित व्याख्यान दिए। अध्यक्षीय भाषण में न्यायमूर्ति पद्मभूषण चन्द्रशेखर धर्माधिकारीजी ने फाउण्डेशन द्वारा हिन्दी साहित्य के प्रति किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। डाॅ. राजन वेलूकर ने पुरस्कृत साहित्यकारों को बधाई दी तथा साहित्य को समाज का दर्पण बताया। श्री विश्वनाथ सचदेव ने व्यंग्य संगोष्ठी की परंपरा को एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया तथा फाउण्डेशन को साहित्य सेवा में अग्रसर बने रहने का सुझाव दिया। समारोह का संचालन समाजसेवी श्री कन्हैयालाल सराफ ने किया। श्रीमती ललिता गोइन्का ने उपस्थित विभूतियों व श्रोताओं का आभार ज्ञापन किया।

राजस्थान की ऎसी लव स्टोरी कभी नहीं पढ़ी होगी आपने

जयपुर। एक साथ जीने-मरने की कसमें खाना और बेइंतहा मोहब्बत की पींगे पढ़ना। जमाने को मोहब्बत पर ऎतराज के चलते दोनों का एक साथ मौत को गले लगाना, लेकिन प्रेमी का बच जाना और माशूका की हत्या के मामले में कोर्ट का प्रेमी को ताउम्रकैद की सजा सुनाना।
a true love story of rajasthan

लेकिन मामले का सुप्रीम कोर्ट में जाना और जिंदगीभर जेल की सजा का 10 साल की सजा में बदल जाना। ये कोई फिल्मी स्टोरी नहीं, बल्कि राजस्थान में घटी एक सच्ची दास्तां है, जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने प्रेमी की ताउम्र सजा को 10 साल की कैद में बदलने का आदेश जारी किया है।

ये है कहानी
राजस्थान निवासी नरेन्द्र और नाथी के बीच प्रेम संबंध थे। लेकिन दोनों के एक ही गोत्र के होने से समाज और गांववालों को दोनों की मोहब्बत स्वीकर नहीं थी। लेकिन प्यार तो अंधा होता है। दोनों ने साथ ही जीने और साथ ही मरने की कसमें खाई थीं।

जब दोनों ने घरवालों को मनाने की काफी कोशिश की, लेकिन जब मोहब्बत को रोकने के लिए सामाजिक दीवारें खड़ी होने लगीं तो दोनों ने एक साथ मौत को गले लगाना मुनासिब समझा।

नरेन्द्र और नाथी ने फैसला किया कि दोनों ही चाकू से एक-दूसरे के हाथों मरना पसंद करेंगे। ठीक वादे के मुताबिक दोनों ने एक-दूसरे के पेट में चाकू घोंपा। लेकिन जमाने के साथ ही नरेन्द्र को मौत ने भी धोखा दे दिया था।

चाकू के वार से नाथी ने तो मौके पर ही दम तोड़ दिया लेकिन दो बार चाकू के पेट में घोंपने के बावजूद नरेन्द्र जिंदा रहा। मौके पर पहुंची पुलिस ने नाथी के शव को तो परिजनों के सुपुर्द कर दिया और नरेन्द्र को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया।

पुलिस ने नाथी की हत्या के आरोप में नरेन्द्र को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। ट्रायल कोर्ट ने नरेन्द्र को हत्या का आरोपी मानते हुए ताउम्र कैद की सजा सुना दी। मामले में राजस्थान हाइकोर्ट ने भी ट्रायल कोर्ट के फैसल को बरकरार रखा और नरेन्द्र जिंदगीभर सजायाफ्ता कैदी बन गया।

मामले के देश के सर्वोच्च न्यायालय में जाते ही नरेन्द्र को फिर से जेल की काल कोठरी के बाहर सांस लेने की उम्मीद होने लगी। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस टीएस ठाकुर और आर भानुमती ने नरेन्द्र के वकील की दलीलों को सुनकर और मामले पर गहन सोच-विचार कर एक निर्णय दिया। सुप्रीम कोर्ट ने नरेन्द्र की सजा ताउम्र से घटाकर 10 साल कर दी।

कोर्ट ने कहा, "इस मामले में दोनों ही एक गोत्र के थे, जिनको एक साथ जिंदगी बितानी थी। लेकिन समाज और गांव वालों के विरोध के चलते दोनों ने एक समझौते के तहत मौत को चुना। इसमें दोनों ने ही एक-दूसरे के साथ अपनी जिंदगी खत्म करनी चाही, लेकिन प्रेमिका की मौत होने से मामले में प्रेमी को हत्या का दोषी नहीं ठहराया जा सकता।"

कोर्ट ने कहा, "नाथी की हत्या पूर्व नियोजित नहीं थी। बल्कि नरेन्द्र और नाथी दोनों ने स्वेच्छा से आत्महत्या करने की कोशिश की लेकिन नाथी की मौत हो गई। जिसके चलते कोर्ट नरेन्द्र को आईपीसी की धारा 300 का दोषी नहीं मानती है।"

बेंच ने नरेन्द्र को आईपीसी की धारा 304-आई आईपीसी के तहत दोषी मानते हुए 10 साल कैद की सजा सुनाई। - 

बाड़मेर प्रशासन की लापरवाही तीस हज़ार मदरसो के बच्चे मोदी के भाषण से वंचित

बाड़मेर प्रशासन की लापरवाही तीस हज़ार मदरसो के बच्चे मोदी के भाषण से वंचित 

तामलियर मदरसे में मोदी भक्त ने मोबाइल से दिखाया भाषण 


बाड़मेर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शिक्षक दिवस पर स्कूली छात्रों को दिए भाषण से बाड़मेर जैसलमेर के मदरसों में पढ़ने वाले करीब तीस बच्चों को जिला प्रशासन की लापरवाही हे वंचित रहना पड़ा ,शिक्षा विभाग के अधिकारियो ने पल्ला झड़ते हुए कहा की हमें विद्यालयों के छात्रों को ही भाषण सुनाने और दिखने के आदेश थे मदरसो के नहीं। 

शिक्षक दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश भर के विद्यालयी बच्चो के सम्बोधन से मदरसो में पढने वाले तीस हज़ार बच्चो को वंचित रखा गया। इसमे शिक्षाविभाग  और जिला प्रशासन की लापरवाही सामने आई। नरेंद्र मोदी के भाषण को सुनाने और दिखने के लिए जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग ने सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों में हर तरह का इंतज़ाम किया ,इन सरहदी जिलो में करीब सात सौ मदरसे शिक्षा विभाग से पंजीकृत हैं ,जिन्हे सरकारी योजना में पोषाहार और उर्दू शिक्षको का लाभ दिया जा रहा हैं ,मगर इन मदरसा  शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन द्वारा मदरसों  को नरेंद्र मोदी का भाषण दिखने और सुनाने की व्यवस्था के  कहा गया ,जब प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के भक्त सफी खान तामलिया को यह पता चला तो उन्होंने तामलियर मदरसे में बच्चो को अपने एंड्रॉयड मोबाइल से नरेंद्र मोदी का भाषण दिखाया ,जबकि शेष किसी भी मदरसे में प्रधानमंत्री का भाषण नहीं दिखाया ,मदरसा संचालको का आरोप हे की उन्हें इस कार्यक्रम की शिक्षा विभाग और जिला प्रशन द्वारा सूचना या आदेश नहीं दिया ,नहीं कार्यक्रम की कोई जानकारी मिली ,

इधर शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया की हमें सिर्फ विद्यालयों में प्रधानमंत्री के भाषण को दिखने और सुनाने की व्यव्श्था करने को कहा गया था ,इसमे मदरसो को शामिल नहीं किया गया था। इधर जिला प्रशासन के इस रवैये से मुस्लिम समाज में गहरा रोष व्याप्त हैं। 

तामलियर के सफी खान सम्मा ने बताया की शिक्षा विभाग द्वारा किसी भी मदरसे को इस कार्यक्रम की सूचना नहीं दी गयी ,आज सुबह वॉटसअप पर इस कार्यक्रम की मुझे किसी मित्र द्वारा जानकारी दी गयी तब मदरसे में जाकर मैंने मोबाइल से बच्चो को नरेंद्र मोदी का भाषण दिखाया और सुनाया ,जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग का यह रैवया गलत परंपरा का द्योतक हैं। शनिवार को मदरसा संचालक और मुस्लिम समाज के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम का ज्ञापन जिला कलेक्टर को देंगे ,

गाजे बाजे के साथ आज निकलेगी ठाकुरजी की रेवाडियां

रिपोर्ट :- ओमप्रकाश सोनी / बालोतरा
बालोतरा। शहर के उम्मेदपुरा स्थित माली समाज न्याति बगेची से शुक्रवार को देवझूलनी एकादशी पर दोपहर 1 बजे रेवाडियां निकाली जाएगी। माली समाज के प्रबुद्धजनों ने बताया कि दोपहर एक बजे ठाकुरजी की रेवाडी गाजे बाजे के साथ संत रामेश्वरदास,महामंडलेश्वर राघवदास महाराज व नरसिंगदास महाराज के सानिध्य में निकाली जाएगी। रेवाडियां माली समाज न्याति बगेची से भजन मंडलियों के साथ शहर के मुख्य मार्गों से गुजरती हुई लूणी नदी किनारे स्थित चोंच मंदिर होते हुए वापस समाज भवन में विसर्जित होगी। माली समाज
के प्रबुद्धजनों ने सनातन धर्म के सभी श्रद्धालुओं को इस आयोजन में आने का न्यौता दिया है।