नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारों पर बनी फिल्म कौम दे हीरे की रिलीज पर केंद्र सरकार ने रोक लगा दी है। फिल्म शुक्रवार को रिलीज होनी थी। गृह मंत्रालय ने फिल्म देखने के बाद इसे गंभीरता से लिया है। फिल्म में इंदिरा के हत्यारों का महिमा मंडन किया है। आईबी को आशंका है कि इससे कानून-व्यवस्था प्रभावित हो सकती है। गृह मंत्रालय ने सूचना प्रसारण मंत्रालय से फिल्म को सेंसर बोर्ड से मिली क्लीन चिट पर दोबारा विचार करने को कहा था। सेंसर बोर्ड के सीईओ के खिलाफ सीबीआई जांच को देखते हुए मंत्रालय ने फिल्म की रिलीज रोक दी है।कांग्रेस का कहना था कि ये फिल्म पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या से जुड़ी है और फिल्म में इंदिरा गांधी के हत्यारों की तारीफ की गई है। ऎसे में इस फिल्म को रिलीज करना ठीक नहीं। कांग्रेस का आरोप है किफिल्म में इंदिरा के हत्यारों को हीरो की तरह पेश किया गया है।ये फिल्म पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या करने वाले उनके बॉडीगार्ड बेअंत सिंह और सतवंत सिंह पर बनाई गई है। बीजेपी ने भी फिल्म पर रोक लगानी की मांग की है। ये फिल्म भारत में 22 अगस्त को रिलीज होनी थी जबकि विदेशों में यह पहले ही रिलीज हो चुकी है।
गुरुवार, 21 अगस्त 2014
इंदिरा गांधी के हत्यारों पर बनी फिल्म "कौम-दे-हीरे" पर रोक -
नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारों पर बनी फिल्म कौम दे हीरे की रिलीज पर केंद्र सरकार ने रोक लगा दी है। फिल्म शुक्रवार को रिलीज होनी थी। गृह मंत्रालय ने फिल्म देखने के बाद इसे गंभीरता से लिया है। फिल्म में इंदिरा के हत्यारों का महिमा मंडन किया है। आईबी को आशंका है कि इससे कानून-व्यवस्था प्रभावित हो सकती है। गृह मंत्रालय ने सूचना प्रसारण मंत्रालय से फिल्म को सेंसर बोर्ड से मिली क्लीन चिट पर दोबारा विचार करने को कहा था। सेंसर बोर्ड के सीईओ के खिलाफ सीबीआई जांच को देखते हुए मंत्रालय ने फिल्म की रिलीज रोक दी है।कांग्रेस का कहना था कि ये फिल्म पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या से जुड़ी है और फिल्म में इंदिरा गांधी के हत्यारों की तारीफ की गई है। ऎसे में इस फिल्म को रिलीज करना ठीक नहीं। कांग्रेस का आरोप है किफिल्म में इंदिरा के हत्यारों को हीरो की तरह पेश किया गया है।ये फिल्म पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या करने वाले उनके बॉडीगार्ड बेअंत सिंह और सतवंत सिंह पर बनाई गई है। बीजेपी ने भी फिल्म पर रोक लगानी की मांग की है। ये फिल्म भारत में 22 अगस्त को रिलीज होनी थी जबकि विदेशों में यह पहले ही रिलीज हो चुकी है।
30 देशों में 66 बार की शादी, फिर भी ये "लव कपल" रहा गया कुंवारा..
लंदन। दुनिया भर मे ऎसे कई लोग हैं, जिनके अजीब शौको के चलते दुनिया की निगाह उन पर टिक जाती हैं। ऎसा ही एक शौक है एलेक्स पेलिंग और लिशा गांट को जो अब तक करीब तीस देशों 66 बार शादी कर चुके हैं पर अभी भी वैध रूप से अपने आप को पति-पत्नी नहीं मानते। क्योंकि उन्हें लगता है कि उनकी शादी के लिए उन्हें अभी तक अपनी मनपसंद जगह नहीं मिली है। जून 2011 में इस जोड़े ने दुनिया भर में अलग-अलग जगह जाकर शादी करने की शुरूआत की। हालांकि इनका ये शौक इन के लिए सस्ता नहीं है। इस शौक के चलते लिसा ने मैनचेस्टर में अपनी रिटेल मैनेजर की नौकरी छोड़ी और एलेक्स ने अपना कार बॉडी बनाने का व्यवसाय बेच दिया। यहां तक कि अपना घर और अपने से जुड़ी कई चीजों को बेच दिया। यह जोड़ा करीब 6 साल से रिलेशनशिप में है।लिसा ने बताया कि हम दोनों सातों दिन चौबिस घंटे साथ रहते हैं, और एक 6 फिट बाई 16 फिट की कैम्पर वैन में हमारा खाना और सोना होता है। दिलचस्प बात ये है कि इस जोड़े ने अमरीका से लेकर पाकिस्तान तक करीब 30 देशों में शादी की है, जिसमें एलए की वैम्पायर वैडिंग और साउथ अफीका में होने वाली जूलू वैडिंग भी शामिल है।एलेक्स का कहना है कि मैं और लिसा दोनों अपने इस शौक के लिए पागल हैं। हम जहां भी जाते हैं वहां के तरीके से अपने शादी समारोह का आयोजन करते हैं और ब्लॉग के जरिए अपने अनुभव दोस्तों को बताते हैं। कुछ लोग हमें पागल समझते है तो कुछ हमारे इस शौक की सरहाना करते हैं। हम लोग हवाई, बोराबोरा, अंटीगुआ, बहामास और कॉस्टा रिका जैसी जगह पर भी शादी कर चुके है, जहां हमने सबसे ज्यादा लुफ्त उठाया। अलग-अलग जगह जाकर शादी करने के शौक के पीछे जोड़े का कहना है कि हम देखना चाहते है की दुनिया भर में शादी करने के कितने रिति रिवाज हैं। इससे हमें हमेशा नवीनता का अनुभव होता है। हम लोगों ने बिना किसी तकरार लम्बा समय एक दूसरे साथ गुजारा है, लेकिन हम आज भी नए शादी समारोह से पहले नर्वस हो जाते हैं। और जब तक हमें अपनी पंसद की जगह नहीं मिल जाती हम अपने आप को कुंवारा ही समझेंगे।
देवास।भाजपा नेता सहित देह व्यापार में 5 गिरफ्तार
देवास। मध्यप्रदेश के देवास नगर की कोतवाली पुलिस ने देह व्यापार के आरोप में एक भाजपा नेता और दो नगर निगम कर्मचारियों सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर एक नाबालिग को बरामद किया है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक गुरूवार तड़के एक कार से पुलिस ने एक नाबालिग और पांच लोगों को गिरफ्तार किया।
जिसमें नगर निगम कर्मचारी साबिर खान रोहित जलोदिया और भाजपा नेता हमीद सदर याकूब शेख और राकेश शामिल है।
आरोपियों में एक महिला भी शामिल है। इनके कब्जे से एक असम की 15 साल की लड़की को बरामद किया है।
पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल पुलिस द्वारा उनसे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस का मानना है कि इनसे बड़ा खुलासा हो सकता है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक गुरूवार तड़के एक कार से पुलिस ने एक नाबालिग और पांच लोगों को गिरफ्तार किया।
जिसमें नगर निगम कर्मचारी साबिर खान रोहित जलोदिया और भाजपा नेता हमीद सदर याकूब शेख और राकेश शामिल है।
आरोपियों में एक महिला भी शामिल है। इनके कब्जे से एक असम की 15 साल की लड़की को बरामद किया है।
पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल पुलिस द्वारा उनसे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस का मानना है कि इनसे बड़ा खुलासा हो सकता है।
राजस्थानी भाषा में योगदान देने वालो को कैलगरी और कनाडा राणा अवार्ड समारोह तीस को
राजस्थानी भाषा में योगदान देने वालो को कैलगरी और कनाडा राणा अवार्ड समारोह तीस को
बाड़मेर राजस्थानी भाषा आंदोलन में सक्रीय योगदान देने वाली हस्तियों को सम्मानित करने के लिए केलागरी और कनाडा राणा अवार्ड समारोह तीस अगस्त को जोधपुर में होगा आयोजित। इस समारोह में अरब देशो फंसे बयासी भारतीयों को सुरक्षित लाने में योगदान देने वाले अधिकारियो को भी सम्मानित किया जायेगा ,
राणा के अंतराष्ट्रीय मीडिया सलाहकार और विधि प्रकोष्ट सलाहकार राजस्थानी भाषा समिति अंतराष्ट्रीय संयोजक प्रेम भंडारी ने बताया की राजस्थानी भाषा आंदोलन उल्लेखनीय योगदान देने वाली हस्तियों को राणा और से सम्मानित किया जायेगा ,उन्होंने बताया की कन्हैयालाल सेठिया स्मृति भाषा साहित्य सम्मान भी इसी समारोह में दिया जायेगा ,भंडारी ने बताया की समारोह में द्विमर्शिक राजस्थानी पत्रिका कथेसर का लोकार्पण भी किया जायेगा।
उन्होंने बताया की अन्तराष्ट्रीय नयायाधीश माननीय दलबीर भंडारी होंगे मुख्य अतिथि। मुख्य न्यायाधीश राजस्थान सुनील अम्बवानी अति विशिष्ठ मेहमान ,होंगे जोधपुर महाराज गजे सिंह जी अध्यक्षता करेंगे। साथ ही समरोह में लोकायुक्त सज्जन सिंह कोठारी ,जगदीश चन्द्र etv हेड ,जोधपुर सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत ,पाली सांसद पी पी चौधरी ,राजयसभा सांसद राम नारायण डूडी ,नारायणलाल पंचारिया और ओंकार सिन्ह् लखावत सहित कई हस्तियाँ शिरकत करेंगी। समारोह में कन्हैयालाल सेठिया पुरस्कार सहित राजस्थानी भाषा के विकास में योगदान देने वालो को भी समानित किया जायेगा।
बाड़मेर राजस्थानी भाषा आंदोलन में सक्रीय योगदान देने वाली हस्तियों को सम्मानित करने के लिए केलागरी और कनाडा राणा अवार्ड समारोह तीस अगस्त को जोधपुर में होगा आयोजित। इस समारोह में अरब देशो फंसे बयासी भारतीयों को सुरक्षित लाने में योगदान देने वाले अधिकारियो को भी सम्मानित किया जायेगा ,
राणा के अंतराष्ट्रीय मीडिया सलाहकार और विधि प्रकोष्ट सलाहकार राजस्थानी भाषा समिति अंतराष्ट्रीय संयोजक प्रेम भंडारी ने बताया की राजस्थानी भाषा आंदोलन उल्लेखनीय योगदान देने वाली हस्तियों को राणा और से सम्मानित किया जायेगा ,उन्होंने बताया की कन्हैयालाल सेठिया स्मृति भाषा साहित्य सम्मान भी इसी समारोह में दिया जायेगा ,भंडारी ने बताया की समारोह में द्विमर्शिक राजस्थानी पत्रिका कथेसर का लोकार्पण भी किया जायेगा।
उन्होंने बताया की अन्तराष्ट्रीय नयायाधीश माननीय दलबीर भंडारी होंगे मुख्य अतिथि। मुख्य न्यायाधीश राजस्थान सुनील अम्बवानी अति विशिष्ठ मेहमान ,होंगे जोधपुर महाराज गजे सिंह जी अध्यक्षता करेंगे। साथ ही समरोह में लोकायुक्त सज्जन सिंह कोठारी ,जगदीश चन्द्र etv हेड ,जोधपुर सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत ,पाली सांसद पी पी चौधरी ,राजयसभा सांसद राम नारायण डूडी ,नारायणलाल पंचारिया और ओंकार सिन्ह् लखावत सहित कई हस्तियाँ शिरकत करेंगी। समारोह में कन्हैयालाल सेठिया पुरस्कार सहित राजस्थानी भाषा के विकास में योगदान देने वालो को भी समानित किया जायेगा।
पंचकूला।बेटी को एक हफ्ते के लिए 60 हजार में बेच देते थे मां-बाप, ड्रग्स देकर भेजते थे कस्टमर के पास
पंचकूला। कहते हैं मां-बाप बच्चों के लिए भगवान का रूप होते हैं। मगर जब ये भगवान ही हैवान बन जाएं तो ऐसे ही मामले सामने आते हैं जो हरियाणा के पंचकूला में आया। गैंगरेप पीडि़ता ने कोर्ट में ट्रायल के दौरान कुछ ऐसी बातें सामने रखीं जिसे जानकर आपके होश उड़ जाएंगे। पीडि़ता ने कहा कि उसके मां-बाप उसे 60 हजार रुपये में एक सप्ताह के लिए बेच देते थे। इतना ही नहीं ग्राहक के पास भेजने से पहले उसे ड्रग्स दिया जाता था ताकि उसे ये पता ना चल सके कि उसे किस-किस जगह पर ले जाया जा रहा है।
ट्रायल के दौरान पीडि़ता ने आरोपियों को भी पहचना जिसमें उसकी मां, बाप व सेक्स रैकेट संचालक जीकरपुर निवासी राहुल था। पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
आपको बताते चलें कि पंचकूला के सेक्टर-5 थाने में 28 मार्च को 16 वर्षीय लड़की की शिकायत पर जालंधर निवासी उसकी मां और सौतेले पिता के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। जालंधर निवासी लड़की की शिकायत पर उसके मां-बाप, तीन दलाल जीरकपुर निवासी राहुल, सेक्टर-21 पंचकूला निवासी विकास, चंडीगढ़ निवासी राहुल उर्फ गंजा व दो अज्ञात युवकों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था।
मां-बाप के बारे में बताया पुलिस को
इस वारदात में तीन ही आरोपी पकड़े गए। अब तक उन युवकों के बारे में भी पता नहीं लगा, जिन पर रेप के आरोप थे। लड़की ने शिकायत में कहा था कि उसके मां-बाप उससे वेश्यावृत्ति के लिए बेचते हैं। पंचकूला लाकर उसे राहुल के हवाले किया गया। राहुल ने उसे सेक्टर-3 स्थित एक होटल में रखा।
बाद में उसे राहुल ही जीरकपुर की एक सोसाइटी में ले जाकर एक फ्लैट में छोड़ दिया, जिसमें दो लड़के पहले से ही थे। लड़कों ने जबरदस्ती उसे शराब पिलाई और उसके साथ दुराचार किया। नशे में धुत लड़के ही उसे सेक्टर-3 स्थित होटल छोड़ गए थे। यहीं से वह पुलिस थाने पहुंची थी।
1965 और 1971 में हुई जंग के 54 जाबांज हैं पाक में कैद
दिल्ली। पाकिस्तान की जेलों में भारत के 54 बहादुर सेनानी कैद हैं जिन्हें 1965 और 1971की लड़ाई के दौरान बंदी बना लिया गया था। रक्षा मंत्रालय ने सूचना के अधिकार अधिनियम आरटीआई के तहत दायर एक आवेदन के जवाब में यह बताया है। इन सेनानियों को छुड़ाने की कोशिशों अब तक विफल रही है।
देश की रक्षा करने वाले इन सेनानियों की जिन्दगी वर्षों से पाकिस्तान की जेलों के अंधियारे में कैद है। लेकिन पाकिस्तान ने आज तक इन युद्धबंदियों के अपनी जेलों में होने की बात स्वीकार नहीं की है। 2007 में इन रक्षाकर्मियों के 14 रिश्तेदारों ने पाकिस्तान की जेलों का दौरा भी किया था, लेकिन वे युद्धबंदियों की वास्तविक शारीरिक उपस्थिति की पुष्टि नहीं कर सके थे।
आवेदन में पूछा गया था कि पाकिस्तान की जेलों में कितने भारतीय युद्धबंदी हैं और उन्हें छुडाने के क्या प्रयास किए जा रहे हैं। रक्षा मंत्रालय से यह भी पूछा गया था कि जब 1971 में पाकिस्तान ने 90 हजार से अधिक सैनिकों के साथ भारत के समक्ष समर्पण कर दिया था तो इस लड़ाई के युद्धबंदियों को उसी समय छुड़ा पाना संभव क्यों नहीं हो पाया।
54 भारतीय युद्धबंदियों के होने का है विश्वास
विदेश मंत्रालय ने अपने जवाब में बताया है कि पाकिस्तान की जेलों में 54 भारतीय युद्धबंदियों के होने का विश्वास है। इनमें से छह रक्षाकर्मियों लेफ्टिनेंट वीके आजाद, गनर मदन मोहन, गनर सुजान सिंह, फ्लाइट लेफ्टिनेंट बाबुल गुहा, फ्लाइंग अफसर तेजिंदर सिंह सेठी और स्क्वाड्रन लीडर देव प्रसाद चटर्जी को 1965 के दौरान युद्धबंदी बनाया गया था, जबकि 48 रक्षाकर्मी 1971 की लड़ाई के दौरान बंदी बनाए गए थे।
बनाई गई है कमिटी
मुद्दे को देखने के लिए रक्षा मंत्रालय में त्रि-सेवा समिति गठित की गई है। रक्षा और विदेश मंत्रालय दोनों में से किसी ने भी आवेदन में पूछे गए इस सवाल का जवाब नहीं दिया है कि जब 1971 में पाकिस्तान ने शर्मनाक हार के बाद 90 हजार से अधिक सैनिकों के साथ समर्पण कर दिया था तो उसी समय भारत अपने युद्धबंदियों को छुड़ाने में कामयाब क्यों नहीं हो पाया।
उल्लेखनीय है कि 1971 में पाकिस्तान के समर्पण के साथ ही भारतीय सेना ने उसके करीब 93 हजार सैनिकों को युद्धबंदी बना लिया था। यह द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद पकड़े जाने वाले युद्धबंदियों की सबसे बड़ी संख्या थी। बाद में भारत ने 1973 में हुए समझौते के तहत पाकिस्तान के इन युद्धबंदियों को रिहा कर दिया था।
बाड़मेर बहनो के साथ गैंग रेप मामला। . पीड़िताओं के न्यायलय में बयान दर्ज कराये
बाड़मेर बहनो के साथ गैंग रेप मामला। . पीड़िताओं के न्यायलय में बयान दर्ज कराये
पुलिस इस प्रकरण में आरोपी वाईराम को गिरफ्तार कर चुकी हैं। शेष की तलाश जारी हैं।
गौरतलब हे की राजस्थान के बाड़मेर जिले के बायतु कस्बे मे दो सगी बहिनों ने तीन युवकों खिलाफ जबरन दुष्कर्म करने का मामला क्षेत्र के गिड़ा थाने में दर्ज करवाया है।
पुलिस ने बताया कि उतऊ गांव की दो बहिनों ने 17 अगस्त को थाने में पेश होकर रिपोर्ट दी कि वे दोनों गिड़ा से 16 अगस्त की रात को बस से आई थी उसके बाद उतेऊ गांव में उतने के बाद घर जा रही थी।
ऎसे में पीछे से आए वाईराम पुत्र गिरधारी राम, चुतराराम पुत्र हड़मानराम व कानाराम पुत्र तुलसाराम निवासी रतेऊ ने दोनों बहनों को सुनसान इलाके में ले जाकर दुष्कर्म किया।
इस कारण उनके शरीर पर जगह जगह चोटे भी आई है। दोनों ने 17 अगस्त को ही गिड़ा थाने में दुष्कर्म के प्रयास का मामला दर्ज करवाया था।
बुधवार को इन दोनों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर बताया कि उसके साथ दुष्कर्म की घटना हुई थी मगर दबाव के चलते वे पहले बता नहीं पाई। पुलिस अधीक्षक से मिलने के बाद पुलिस ने धारा 376 जोड़ी और जांच पुलिस उप अधीक्षक ओमप्रकाश गौतम को सौंपी।
पुलिस ने बताया कि उतऊ गांव की दो बहिनों ने 17 अगस्त को थाने में पेश होकर रिपोर्ट दी कि वे दोनों गिड़ा से 16 अगस्त की रात को बस से आई थी उसके बाद उतेऊ गांव में उतने के बाद घर जा रही थी।
ऎसे में पीछे से आए वाईराम पुत्र गिरधारी राम, चुतराराम पुत्र हड़मानराम व कानाराम पुत्र तुलसाराम निवासी रतेऊ ने दोनों बहनों को सुनसान इलाके में ले जाकर दुष्कर्म किया।
इस कारण उनके शरीर पर जगह जगह चोटे भी आई है। दोनों ने 17 अगस्त को ही गिड़ा थाने में दुष्कर्म के प्रयास का मामला दर्ज करवाया था।
बुधवार को इन दोनों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर बताया कि उसके साथ दुष्कर्म की घटना हुई थी मगर दबाव के चलते वे पहले बता नहीं पाई। पुलिस अधीक्षक से मिलने के बाद पुलिस ने धारा 376 जोड़ी और जांच पुलिस उप अधीक्षक ओमप्रकाश गौतम को सौंपी।
बुधवार, 20 अगस्त 2014
9 करोड़ नहीं अब 20 लाख का होगा वाहन
अहमदाबाद।सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों के लिए कच्छ के रण की मुश्किल परिस्थितियों में सुरक्षा के लिए नए प्रकार के वाहन तैयार किए जा रहे हैं। अब तक विदेश से आयातित 3 करोड़ के ऑल टैरेन व्हीकल (एटीवी) को देशी तकनीक से सिर्फ 15 से 20 लाख रूपए तक बनाया जा रहा है। इस खर्च को दस लाख रूपए से कम भी किया जा सकता है।
बीएसएफ के गुजरात सीमान्त के महानिरीक्षक (आईजी) संतोष मेहरा ने मंगलवार को गांधीनगर स्थित गुजरात सीमान्त मुख्यालय परिसर में पौधारोपण कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि अब तक पूरी तरह विपरीत वातावरण वाले कच्छ के रण के लिए किसी भी तरह के वाहन का डिजाइन नहीं किया जा सका है, लेकिन भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) की मदद से विशेष प्रकार के वाहन तैयार किए जा रहे हैं, जो स्थानीय परिस्थितियों के अनुकूल हों।
इसके लिए कई एटीवी का ट्रायल रन किया जा चुका है तथा इसमें परिस्थतियों के हिसाब से कई बदलाव किए गए हैं। यह जल्द ही उपयोग में लाया जा सकेगा। सिर्फ कुछ हिस्से कनाडा से मंगाने पड़ेंगे।
15 बीओपी अभी तैयार होनी बाकी
उन्होंने कहा कि गुजरात सीमान्त में पाकिस्तान से लगती सीमा पर स्वीकृत बॉर्डर आउट पोस्ट (बीओपी) 215 हैं, इनमें से 200 तैयार हो चुके हैं। गुजरात सीमान्त तीन सेक्टर भुज, गांधीनगर व बाड़मेर में करीब 800 किलोमीटर सीमा की सुरक्षा कर रहा है। इन बीओपी में तैनात जवानों की जल आपूर्ति के लिए काम किया जा रहा है।
इसमें करीब डेढ़ वर्ष तक समय लगेगा। मोबााइल एटीएम बैंकिंग की सुविधा पर भी विचार किया जा रहा है। जवानों को अपने परिजनों से बात करने के लिए सैटेलाइट फोन की व्यवस्था की जा रही है। इन जवानों को किसी भी तरह की समस्या के लिए एसएमएस की सेवा भी आरंभ की गई है। मेहरा के अनुसार बीएसएफ के लिए कच्छ के रण क्षेत्र में होवरक्राफ्ट ज्यादा उपयोगी साबित नहीं हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीएसएफ सुरक्षा को लेकर काफी सजग है।
सरक्रीक जैसे अहम इलाके में उच्च स्तरीय निगरानी रखनी होती है। पौधारोपण को लेकर अधिकारियों व जवानों ने इस अवसर पर साढ़े तीन किलोमीटर मैराथन तथा साइकिल रैली का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में डीआईजी एम पी एस भाटी, डीआईजी असीम व्यास, डीआईजी अखिलेश्वर सिंह सहित कमाण्डेंट, असिस्टेंट कमांडेंट, डिप्टी कमांडेंट व जवान उपस्थित थे। -
बीएसएफ के गुजरात सीमान्त के महानिरीक्षक (आईजी) संतोष मेहरा ने मंगलवार को गांधीनगर स्थित गुजरात सीमान्त मुख्यालय परिसर में पौधारोपण कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि अब तक पूरी तरह विपरीत वातावरण वाले कच्छ के रण के लिए किसी भी तरह के वाहन का डिजाइन नहीं किया जा सका है, लेकिन भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) की मदद से विशेष प्रकार के वाहन तैयार किए जा रहे हैं, जो स्थानीय परिस्थितियों के अनुकूल हों।
इसके लिए कई एटीवी का ट्रायल रन किया जा चुका है तथा इसमें परिस्थतियों के हिसाब से कई बदलाव किए गए हैं। यह जल्द ही उपयोग में लाया जा सकेगा। सिर्फ कुछ हिस्से कनाडा से मंगाने पड़ेंगे।
15 बीओपी अभी तैयार होनी बाकी
उन्होंने कहा कि गुजरात सीमान्त में पाकिस्तान से लगती सीमा पर स्वीकृत बॉर्डर आउट पोस्ट (बीओपी) 215 हैं, इनमें से 200 तैयार हो चुके हैं। गुजरात सीमान्त तीन सेक्टर भुज, गांधीनगर व बाड़मेर में करीब 800 किलोमीटर सीमा की सुरक्षा कर रहा है। इन बीओपी में तैनात जवानों की जल आपूर्ति के लिए काम किया जा रहा है।
इसमें करीब डेढ़ वर्ष तक समय लगेगा। मोबााइल एटीएम बैंकिंग की सुविधा पर भी विचार किया जा रहा है। जवानों को अपने परिजनों से बात करने के लिए सैटेलाइट फोन की व्यवस्था की जा रही है। इन जवानों को किसी भी तरह की समस्या के लिए एसएमएस की सेवा भी आरंभ की गई है। मेहरा के अनुसार बीएसएफ के लिए कच्छ के रण क्षेत्र में होवरक्राफ्ट ज्यादा उपयोगी साबित नहीं हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीएसएफ सुरक्षा को लेकर काफी सजग है।
सरक्रीक जैसे अहम इलाके में उच्च स्तरीय निगरानी रखनी होती है। पौधारोपण को लेकर अधिकारियों व जवानों ने इस अवसर पर साढ़े तीन किलोमीटर मैराथन तथा साइकिल रैली का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में डीआईजी एम पी एस भाटी, डीआईजी असीम व्यास, डीआईजी अखिलेश्वर सिंह सहित कमाण्डेंट, असिस्टेंट कमांडेंट, डिप्टी कमांडेंट व जवान उपस्थित थे। -
बदायूं में लड़कियों के साथ बलात्कार नहीं हुआ : DNA रिपोर्ट
नई दिल्ली : बदायूं हत्याकांड के मामले में एक नया मोड़ आ गया है क्योंकि हैदराबाद स्थिति सेंटर फॉर डीएनए फिंगरप्रिंटिंग एंड डायगनोस्टिक्स (सीडीएफडी) ने उन दोनों नाबालिग लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न की बात को खारिज कर दिया है जिनके शव पेड़ से लटके हुए पाए गए थे।
सीबीआई सूत्रों ने कहा कि इस प्रतिष्ठित सरकारी प्रयोगशाला से यह महत्वपूर्ण जानकारी मिलने के बाद दोनों चचेरी बहनों की हत्या से पहले यौन उत्पीड़न की बात को लेकर कई संदेह अब दूर हो गए हैं तथा अब शक की सुई के बच्चियों के परिवार के सदस्यों की ओर चली गई है।
सूत्रों ने कहा कि वे इसे झूठी शान के नाम पर हत्या का मामला मानने से इंकार नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में बच्चियों पर यौन हमले की आशंका को खारिज किया गया है और इस रहस्यमयी हत्या के मामले में एक राय बनाने के लिए इस रिपोर्ट को तीन सदस्यीय चिकित्सा दल के पास भेजा जाएगा।
सीबीआई के सूत्रों ने कहा कि यौन हमले की आशंका के खारिज होने, आरोपियों के लाइ-डिटेक्टर टेस्ट पास कर जाने और गवाहों के बयानों में तालमेल के अभाव से अब संदेह परिवार के सदस्यों पर चला गया है। सूत्रों ने कहा कि वे इस मामले में झूठी शान के नाम पर की गई हत्या के पहलू से इंकार नहीं कर रहे, लेकिन अभी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हैं।
उन्होंने कहा कि सीबीआई ने कहा कि अब शवों को कब्र से बाहर नहीं निकाला जाएगा क्योंकि सीडीएफडी ने पर्याप्त फोरेंसिक सबूत मिले हैं जिनसे मामले में फायदा हो सकता है। सूत्रों ने कहा कि पांचों आरोपियों पप्पू, अवधेश और उर्वेश (तीनों भाई) तथा कांस्टेबल क्षत्रपाल यादव एवं सर्वेश यादव की जमानत याचिकाओं का विरोध नहीं किया जाएगा क्योंकि इनके खिलाफ सीबीआई के पास कोई स्पष्ट सबूत नहीं है।
कानून के मुताबिक अगर सीबीआई 90 दिनों के भीतर आरोप पत्र दाखिल नहीं कर पाती है तो आरोपी जमानत ले सकता है। इस मामले में तीन महीने की मियाद 28 अगस्त को पूरा हो रही है। इसी साल मई में बदायूं में एक पेड़ से दो चचेरी बहनों के शव लटके हुए पाए गए थे। इस मामले को लेकर काफी चर्चा हुई थी और कानून व्यवस्था को लेकर समाजवादी पार्टी की खासी आलोचना हुई थी।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ए एल बनर्जी ने दावा किया था कि एक लड़की के साथ बलात्कार नहीं हुआ और अपराध के पीछे के कारण संपत्ति विवाद हो सकता है।
बाड़मेर युवक का शव मिला ,परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया
बाड़मेर युवक का शव मिला ,परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया
बाड़मेर जिले के शिव थाना क्षेत्र में बुधवार प्रातः एक युवक का शव पानी में मिलाने से सनसनी फेल गयी ,मृतक की पहचान देरावर सिंह पुत्र कल्याण सिंह के रूप में हुई ,मृतक के परिजनों ने युवक की हत्या कर टांके में फेंकने का आरोप लगाया ,शिव मुख्यालय पर घटना की जानकारी मिलते ही राणा राजपूत समाज के लोग एकत्रित हो गए तथा आरोपियों की गिरफ़्तारी की मांग करने लगे माहौल बिगड़ता देख शिव में पुलिस बल तैनात किया गया ,पुलिस उप अधीक्षक ओम प्रकाश गौतम ने घटना स्थल पहुँच समझाईस कर मामला शांत किया ,पुलिस मामले की जांच में जुटी हे
बाड़मेर जिले के शिव थाना क्षेत्र में बुधवार प्रातः एक युवक का शव पानी में मिलाने से सनसनी फेल गयी ,मृतक की पहचान देरावर सिंह पुत्र कल्याण सिंह के रूप में हुई ,मृतक के परिजनों ने युवक की हत्या कर टांके में फेंकने का आरोप लगाया ,शिव मुख्यालय पर घटना की जानकारी मिलते ही राणा राजपूत समाज के लोग एकत्रित हो गए तथा आरोपियों की गिरफ़्तारी की मांग करने लगे माहौल बिगड़ता देख शिव में पुलिस बल तैनात किया गया ,पुलिस उप अधीक्षक ओम प्रकाश गौतम ने घटना स्थल पहुँच समझाईस कर मामला शांत किया ,पुलिस मामले की जांच में जुटी हे
बाड़मेर दो बहनो के साथ गैंग रेप का मामला सामने आया ,एक गिरफ्तार
बाड़मेर दो बहनो के साथ गैंग रेप का मामला सामने आया ,एक गिरफ्तार
बाड़मेर जिले के गिड़ा थाना क्षेत्र के रतेऊ गाँव में दो बहनो के साथ गैंग रेप का मामला दर्ज हुआ हैं। पुलिस ने पीड़ित बहनो का मेडिकल कराया हैं जिसमे गैंग रेप का खुलासा हुआ ,पुलिस सूत्रानुसार रतेऊ गांव में दो सगी बहनो ने सत्रह अगस्त को उनके साथ बलात्कार के प्रयास की रिपोर्ट पुलिस थाना गिड़ा में दी थी ,आज बुधवार को दोनों बहनो ने उनके साथ बलात्कार की रिपोर्ट पेश की जिस पर पुलिस ने पीड़ितबहनो का मेडिकल मुआयना कराया गया , गैंग रेप के एक आरोपी विरधाराम पुत्र भेराराम निवासी रतेऊ को गिरफ्तार कर लिया हैं
बाड़मेर जिले के गिड़ा थाना क्षेत्र के रतेऊ गाँव में दो बहनो के साथ गैंग रेप का मामला दर्ज हुआ हैं। पुलिस ने पीड़ित बहनो का मेडिकल कराया हैं जिसमे गैंग रेप का खुलासा हुआ ,पुलिस सूत्रानुसार रतेऊ गांव में दो सगी बहनो ने सत्रह अगस्त को उनके साथ बलात्कार के प्रयास की रिपोर्ट पुलिस थाना गिड़ा में दी थी ,आज बुधवार को दोनों बहनो ने उनके साथ बलात्कार की रिपोर्ट पेश की जिस पर पुलिस ने पीड़ितबहनो का मेडिकल मुआयना कराया गया , गैंग रेप के एक आरोपी विरधाराम पुत्र भेराराम निवासी रतेऊ को गिरफ्तार कर लिया हैं
बाड़मेर अब अपने ही देंगे जल की पूरी जानकारी ...
अब अपने ही देंगे जल की पूरी जानकारी ...
- हर जिले से चुने जाएंगे जानकार
- राज्य भर से चुने जाएंगे 100 पेशेवर
बाड़मेर
अब तक पानी की बचत और उसके सवर्धन के गंभीर मुद्दो पर हर जिला बाहर के जानकारों और विषय विशेषज्ञों पर निर्भर रहता है अब जल्द ही परिपाठी पूरी तरह से बदली बदली नजर आने वाली है। जल्द ही जिले में होने वाले जल बचत के कार्यकर्मो मे जिले के ही जानकर लोगो मे पानी को लेकर व्याख्यान देते नजर आएंगे। सीसीडीयू के आई ई सी कंसल्टेंट अशोक सिंह राजपुरोहित ने बताया कि राष्ट्रिय ग्रामीण पेयजल कार्यकर्म के तहत देश भर मे पानी के समुचित प्रबंधन और आम जनता मे पानी की बचत की सम्पूर्ण जानकारी देने के लिए कई कार्यकर्म आयोजित किये जा रहे है। आम जनता के साथ साथ स्कूलों में बच्चो को भी पानी की बचत की जानकारी दी जा रही है। लोगो को पानी को दी जा रही जानकारी के लिए अब तक बाहर के जानकारों की सेवाएं ली जा रही थी लेकिन अब अपने ही जिले में पानी को लेकर सराहनीय काम कर चुके लोग राष्ट्रिय ग्रामीण पेयजल कार्यकर्म के विषय विशेषज्ञ के तोर पर सेवाएं देते नजर आएंगे। राज्य भर से इस तरह के 100 पेशेवर इसके लिए चुने जाएंगे। इन लोगो मे जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारी ,भूजल विभाग के अधिकारी , जन प्रतिनिधि,पत्रकार , लेखक और पानी पर सराहनीय काम कर चुके लोग शामिल होंगे। ये अभी लोग आने पानी को लेकर जिले के संसाधन समूह के तोर पर पहचाने जाएंगे। ये लोग हालाँकि अपने काम और पानी की जानकारी पहले से ही श्रेष्ठ होंगे बावजूद इसके जयपुर मे राष्ट्रिय ग्रामीण पेयजल कार्यकर्म के तहत इन लोगो को सात और चार दिन का प्रक्षिशण दिया जायेगा। जिसमे इनके ज्ञान को और अधिक बढ़ाया जायेगा। इसके बाद ये लोग जिले भर मे राष्ट्रिय ग्रामीण पेयजल कार्यकर्म के तहत पानी पर होने वाले कार्यक्रमों मे लोगो को जल बचत की जानकारी प्रदान करते नजर आएंगे। राजपुरोहित ने बताया की इन दिनों बाड़मेर के जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारी ,भूजल विभाग के अधिकारी , जन प्रतिनिधि,पत्रकार , लेखक और पानी पर सराहनीय काम कर चुके लोगो की जानकारी जुटा कर इनमे से सबसे बेहतर लोगो की सूचि बनाई जा रही है जिसे जयपुर भेजा जा रहा है जिनमे से 100 पेशेवर लोगो की सूचि जल्द है जारी की जाएगी जिन्हे सात और चार दिन का प्रक्षिशण दिया जायेगा। इस ख़ास कार्यकर्म मे सबसे अच्छी बात यह रहेगी की यही के जानकर अपनों के बीच अपने ज्ञान की जानकारी देंगे साथ ही उनकी स्थानीय भाषा और स्थानीय इलाके की अच्छी जानकारी हाशिल होना जमीनी स्तर तक पहुचायेगा। इन जानकारी की जानकारी स्थानीय लोग भी आसानी से समझ पाएँगे।
इनका कहना है
राष्ट्रिय ग्रामीण पेयजल कार्यकर्म के तहत इस ख़ास योजना की शुरुवात के पीछे मकसद यह है की हर जिले से उन लोगो को बढ़ावा दिया जाये जिन्होंने पानी को लेकर बहुत अच्छा काम किया हो। इन लोगो के पानी को लेकर एक तो अच्छी जानकारी होगी साथ ही यह स्थानीय भाषा के जाकर होने के चलते लोगो को अपनी बात बहुत सहजता से समझा पाएंगे। राज्य भर से इस तरह के सो लोगो का चयन किया जायेगा जिन्हे बाद मे सात और चार दिन का प्रक्षिशण दिया जायेगा।
-हुकुम सिंह राजपुरोहित
राज्य परामर्शदाता जल गुणवत्ता
राज्य इकाई के आदेशो के बाद उन लोगो का सम्पूर्ण लेख जोखा एकत्रित किया जा रहा है जिहोने बाड़मेर में पानी को लेकर उम्दा काम किया है और जिन्हे पानी को लेकर अच्छी जानकारी है। इन लोगो मे जलदाय विभाग के अधिकारियो के साथ पत्रकारों और जन प्रतिनिधियो को भी शामिल किया जाना प्रस्तावित है। यह समपर्ण प्रक्रिया इसी महीने पूरी कर दी जाएगी और जिनकी सूचि पर अंतिम निर्णय जयपुर मे जायेगा। अपने जिले के जानकर अपनों के बीच जाकारी देने यह बेहद ख़ास नजर आएगा
- अशोक सिंह राजपुरोहित
आईईसी परामर्शदाता सीसीडीयू
100 करोड़ क्लब में शामिल हुई सिंघम रिटर्न्स
मुंबई। बॉलीवुड के सिंघम स्टार अजय देवगन की फिल्म सिंघम रिटर्न्स 100 करोड़ के क्लब में शामिल हो गई है।
अजय देवगन की फिल्म सिंघम रिटर्न्स स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 15 अगस्त को प्रदर्शित हुई है।
सिंघम रिटर्न्स ने फिल्म के प्रदर्शन के पहले दिन लगभग 32 करोड़ रूपए की शानदार कमाई की। फिल्म ने अपने पहले वीकेड के दौरान लगभग 79 करोड़ रूपए की कमाई की थी।
यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अबतक 100.68 करोड़ रूपए की कमाई कर चुकी है। सिंघम रिटर्न्स के पूर्व इस वर्ष प्रदर्शित फिल्मो में जय हो, 2 स्टेटस, होली डे, एक विलेन और किक ने भी 100 करोड़ रूपए से अधिक की कमाई की है।
उल्लेखनीय है कि सिंघम रिटर्न्स में अजय देवगन ने पुलिस ऑफिसर बाजीरव सिंघम का किरदार निभाया है।
रोहित शेट्टी के निर्देशन में बनी इस फिल्म में अजय देवगन के अलावा करीना कपूर, अनुपम खेर और अमोल गुप्ते ने भी मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं। सिंघम रिटर्न्स वर्ष 2011 में प्रदर्शित फिल्म सिंघम की सीक्वल है। -
अजय देवगन की फिल्म सिंघम रिटर्न्स स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 15 अगस्त को प्रदर्शित हुई है।
सिंघम रिटर्न्स ने फिल्म के प्रदर्शन के पहले दिन लगभग 32 करोड़ रूपए की शानदार कमाई की। फिल्म ने अपने पहले वीकेड के दौरान लगभग 79 करोड़ रूपए की कमाई की थी।
यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अबतक 100.68 करोड़ रूपए की कमाई कर चुकी है। सिंघम रिटर्न्स के पूर्व इस वर्ष प्रदर्शित फिल्मो में जय हो, 2 स्टेटस, होली डे, एक विलेन और किक ने भी 100 करोड़ रूपए से अधिक की कमाई की है।
उल्लेखनीय है कि सिंघम रिटर्न्स में अजय देवगन ने पुलिस ऑफिसर बाजीरव सिंघम का किरदार निभाया है।
रोहित शेट्टी के निर्देशन में बनी इस फिल्म में अजय देवगन के अलावा करीना कपूर, अनुपम खेर और अमोल गुप्ते ने भी मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं। सिंघम रिटर्न्स वर्ष 2011 में प्रदर्शित फिल्म सिंघम की सीक्वल है। -
राजीव-सोनिया गांधी की लव स्टोरी के 7 रोचक किस्से
नई दिल्ली। गांधी परिवार के सबसे बडे बेटे और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की लव स्टोरी के बारे में कई किस्से सुने जाते हैं।
बताया जाता है कि राजीव गांधी जब ब्रिटेन के कैंब्रिज विश्वविद्यालय में पढ़ते थे उसी दौरान इटली मूल की खूबसूरत युवती एंटोनिया एडविजे अल्बिना मैनो (सोनिया गांधी) से उनकी मुलाकात एक ग्रीक रेस्टोरेंट में हुई थी।
दोनों की लव स्टोरी से जुडे कुछ रोचक किस्से आपको बताते हैं।
1- कैंब्रिज विश्वविद्यालय में स्थित उस रेस्टोरेंट के मालिक चाल्र्स एंटोनी का कहना है कि राजीव ने सोनिया को सबसे पहले वहीं देखा था। उसके बाद ही वह उनसे प्यार कर बैठे।
उन्होंने बताया कि उस समय राजीव ने सोनिया के करीब वाली सीट पर बैठने के लिए उनसे कही, ताकि वह उनके बारे में कुछ जान सकें। इस पर एंटोनी ने क हा कि इस सुविधा के लिए उनको दोगुने पैसे चुकाने होंगे। पॉकेट मनी के लिए सोनिया उसी रेस्टोरेंट में पार्ट टाइम वेट्रेस का काम करती थीं।
2- सोनिया गांधी से जब राजीव की शादी हुई उसके बाद वह अक्सर सार्वजनिक तौर पर यह कह कर सोनिया कि तारीफ करते थे कि वह एक सबसे खूबसूरत महिला को जानते हैं। सोनिया राजीव के जीवन में एकमात्र महिला थीं।
3- एक बात और कही जाती है कि राजीव गांधी जब भी अपने दोस्तों के बीच बैठते थे तब वह सोनिया के करीब बैठते थे या फिर उनका हाथ पक डे रहते थे या अपना हाथ उनके गले में डाले रहते थे। इस वजह से दोस्तों ने उनका एक मजाकिया नाम "चिपकन" रख दिया था।
4- राजीव गांधी ने एक बार बताया था कि जब पहली बार उन्होंने सोनिया को देखा था तो वह उनके लिए सिर्फ एक लड़की थीं। उन्होंने बताया कि सोनिया स्पष्टवादी और निष्कपट शख्स थीं। वह कभी भी कुछ छिपाती नहीं थीं। वह बेहद ही गर्मजोशी से लोगों से मिलती थीं और उनको समझने की कोशिश करती थीं।
5- सोनिया इटली के एक सामान्य परिवार से थीं, जबकि राजीव गांधी देश के प्रभावी राजनीतिक घराने से थे। सोनिया भी कैंब्रिज विश्वविद्यालय में पढ़ती थीं। राजीव से उनकी मुलाकात दोस्ती से प्यार में बदल गई। उन्होंने अपने मां-बाप को पत्र लिखकर राजीव से संबंधों के बारे में बता दिया।
6- राजीव और सोनिया का लगभग 3 साल तक अफेयर चला और फिर 1968 में दिल्ली में दोनों ने शादी कर ली। राजीव की मां इंदिरा गांधी शुरू में इस रिश्ते के खिलाफ थीं। लेकिन समय बीतने के साथ ही इंदिरा और सोनिया में इतनी गहरी तालमेल बैठ गई कि इंदिरा सोनिया में अपनी बेटी देखने लगीं।
7- राजीव और सोनिया की शादी में सबसे रोचक पहलू यह था कि अमिताभ बच्चन के कवि पिता हरिवंश राय बच्चन ने सोनिया के ससुर की जिम्मेदारी निभाई थी।
बताया जाता है कि राजीव गांधी जब ब्रिटेन के कैंब्रिज विश्वविद्यालय में पढ़ते थे उसी दौरान इटली मूल की खूबसूरत युवती एंटोनिया एडविजे अल्बिना मैनो (सोनिया गांधी) से उनकी मुलाकात एक ग्रीक रेस्टोरेंट में हुई थी।
दोनों की लव स्टोरी से जुडे कुछ रोचक किस्से आपको बताते हैं।
1- कैंब्रिज विश्वविद्यालय में स्थित उस रेस्टोरेंट के मालिक चाल्र्स एंटोनी का कहना है कि राजीव ने सोनिया को सबसे पहले वहीं देखा था। उसके बाद ही वह उनसे प्यार कर बैठे।
उन्होंने बताया कि उस समय राजीव ने सोनिया के करीब वाली सीट पर बैठने के लिए उनसे कही, ताकि वह उनके बारे में कुछ जान सकें। इस पर एंटोनी ने क हा कि इस सुविधा के लिए उनको दोगुने पैसे चुकाने होंगे। पॉकेट मनी के लिए सोनिया उसी रेस्टोरेंट में पार्ट टाइम वेट्रेस का काम करती थीं।
2- सोनिया गांधी से जब राजीव की शादी हुई उसके बाद वह अक्सर सार्वजनिक तौर पर यह कह कर सोनिया कि तारीफ करते थे कि वह एक सबसे खूबसूरत महिला को जानते हैं। सोनिया राजीव के जीवन में एकमात्र महिला थीं।
3- एक बात और कही जाती है कि राजीव गांधी जब भी अपने दोस्तों के बीच बैठते थे तब वह सोनिया के करीब बैठते थे या फिर उनका हाथ पक डे रहते थे या अपना हाथ उनके गले में डाले रहते थे। इस वजह से दोस्तों ने उनका एक मजाकिया नाम "चिपकन" रख दिया था।
4- राजीव गांधी ने एक बार बताया था कि जब पहली बार उन्होंने सोनिया को देखा था तो वह उनके लिए सिर्फ एक लड़की थीं। उन्होंने बताया कि सोनिया स्पष्टवादी और निष्कपट शख्स थीं। वह कभी भी कुछ छिपाती नहीं थीं। वह बेहद ही गर्मजोशी से लोगों से मिलती थीं और उनको समझने की कोशिश करती थीं।
5- सोनिया इटली के एक सामान्य परिवार से थीं, जबकि राजीव गांधी देश के प्रभावी राजनीतिक घराने से थे। सोनिया भी कैंब्रिज विश्वविद्यालय में पढ़ती थीं। राजीव से उनकी मुलाकात दोस्ती से प्यार में बदल गई। उन्होंने अपने मां-बाप को पत्र लिखकर राजीव से संबंधों के बारे में बता दिया।
6- राजीव और सोनिया का लगभग 3 साल तक अफेयर चला और फिर 1968 में दिल्ली में दोनों ने शादी कर ली। राजीव की मां इंदिरा गांधी शुरू में इस रिश्ते के खिलाफ थीं। लेकिन समय बीतने के साथ ही इंदिरा और सोनिया में इतनी गहरी तालमेल बैठ गई कि इंदिरा सोनिया में अपनी बेटी देखने लगीं।
7- राजीव और सोनिया की शादी में सबसे रोचक पहलू यह था कि अमिताभ बच्चन के कवि पिता हरिवंश राय बच्चन ने सोनिया के ससुर की जिम्मेदारी निभाई थी।
पुलिस ने होटल पर मारा छापा तो खुली पोल
भिवाडी। अलवर जिले के भिवाडी औद्योगिक नगरी की भगत सिंह कॉलोनी स्थित जापानी होटल (अजु) में गोमांस बिक्री की मिली शिकायत के बाद पुलिस ने छापा मारा तथा मौक से मिले मांस को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा है।
भिवाडी थानाधिकारी शिव दयाल ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि भगत सिंह कॉलोनी स्थित जापानी होटल अजु में गोमांस की बिक्री होती है जिस पर पुलिस टीम ने बुधवार को छापा मारा और मौके से जप्त मांस के नमूना जांच के लिए भेजा है।
पुलिस ने मिलकपुर स्थित पशु चिकित्सालय से पशु चिकित्सक विमला को भी मौके पर बुलाया। उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही गोमांस के बारे में कुछ कहा जा सकता है। इसकी सूचना पर बजरंग दल एवं विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकत्र्ता भी मौके पर पहंुचे।
भिवाडी थानाधिकारी शिव दयाल ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि भगत सिंह कॉलोनी स्थित जापानी होटल अजु में गोमांस की बिक्री होती है जिस पर पुलिस टीम ने बुधवार को छापा मारा और मौके से जप्त मांस के नमूना जांच के लिए भेजा है।
पुलिस ने मिलकपुर स्थित पशु चिकित्सालय से पशु चिकित्सक विमला को भी मौके पर बुलाया। उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही गोमांस के बारे में कुछ कहा जा सकता है। इसकी सूचना पर बजरंग दल एवं विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकत्र्ता भी मौके पर पहंुचे।
सदस्यता लें
संदेश (Atom)