नई दिल्ली। भारत सरकार जल्द ही पाकिस्तान के सिम कार्ड को भारत में इस्तेमाल करने की इजाजत दे सकती है।
इस फैसले का मकसद दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को मजबूत करना है। इसके पहले भी दोनों सरकारें सुरक्षा कारणों से व्यापारियों की इस मांग को ठुकराती रही हैं।
कॉमर्स सेक्रेटरी राजीव खेर ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर भारत में पाकिस्तान के सिम कार्ड को इस्तेमाल करने का अनुरोध किया है।
एक सरकारी अधिकारी के मुताबिक, `इस फैसले पर विचार किया जा रहा है। पाकिस्तान से वीजा लेकर भारत आ रहे लोग आतंकवादी नहीं हैं। व्यापारी अगर सिम कार्ड भारत में इस्तेमाल करते हैं तो इससे व्यापारिक संबंध मजबूत होंगे।`
सूत्रों के मुताबिक, खेर का यह पत्र कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मंत्री निर्मला सीतारमण और पाकिस्तान के खुर्रम दस्तगीर खान की इस महीने 24 जुलाई को होने वाली बैठक से पहले भेजा गया है।
नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद यह पहली द्विपक्षीय बैठक है।
भारत-पाकिस्तान के मंत्री साउथ एशियन फ्री ट्रेड एरिया (साफ्टा) के दौरान मिलेंगे। इस बैठक में दोनों के बीच द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के रोडमैप पर चर्चा हो सकती है।
अधिकारी के मुताबिक, `पाकिस्तान के सिम को भारत में इस्तेमाल करने की इजाजत देकर भारत टेलिकॉम ट्रैफिक को बेहतर तरीके से मॉनिटर कर सकता है।`
इस मुद्दे पर बहुत जोर देकर कहा जा रहा है कि जिन लोगों को बातचीत करनी होती है तो वो स्काइप से भी बात कर सकते हैं।
अगर दुबई का सिम भारत में इस्तेमाल हो सकता है तो पाकिस्तान के सिम पर पाबंदी से सुरक्षा तो बढ़ नहीं सकती है?
ऎसे में वहां से भारत आ रहे व्यापारी अपने देश में बातचीत के लिए लोकल सिम या फिर दूसरे माध्यम का इस्तेमाल करते हैं।
इस फैसले का मकसद दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को मजबूत करना है। इसके पहले भी दोनों सरकारें सुरक्षा कारणों से व्यापारियों की इस मांग को ठुकराती रही हैं।
कॉमर्स सेक्रेटरी राजीव खेर ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर भारत में पाकिस्तान के सिम कार्ड को इस्तेमाल करने का अनुरोध किया है।
एक सरकारी अधिकारी के मुताबिक, `इस फैसले पर विचार किया जा रहा है। पाकिस्तान से वीजा लेकर भारत आ रहे लोग आतंकवादी नहीं हैं। व्यापारी अगर सिम कार्ड भारत में इस्तेमाल करते हैं तो इससे व्यापारिक संबंध मजबूत होंगे।`
सूत्रों के मुताबिक, खेर का यह पत्र कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मंत्री निर्मला सीतारमण और पाकिस्तान के खुर्रम दस्तगीर खान की इस महीने 24 जुलाई को होने वाली बैठक से पहले भेजा गया है।
नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद यह पहली द्विपक्षीय बैठक है।
भारत-पाकिस्तान के मंत्री साउथ एशियन फ्री ट्रेड एरिया (साफ्टा) के दौरान मिलेंगे। इस बैठक में दोनों के बीच द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के रोडमैप पर चर्चा हो सकती है।
अधिकारी के मुताबिक, `पाकिस्तान के सिम को भारत में इस्तेमाल करने की इजाजत देकर भारत टेलिकॉम ट्रैफिक को बेहतर तरीके से मॉनिटर कर सकता है।`
इस मुद्दे पर बहुत जोर देकर कहा जा रहा है कि जिन लोगों को बातचीत करनी होती है तो वो स्काइप से भी बात कर सकते हैं।
अगर दुबई का सिम भारत में इस्तेमाल हो सकता है तो पाकिस्तान के सिम पर पाबंदी से सुरक्षा तो बढ़ नहीं सकती है?
ऎसे में वहां से भारत आ रहे व्यापारी अपने देश में बातचीत के लिए लोकल सिम या फिर दूसरे माध्यम का इस्तेमाल करते हैं।