अटरू। राजस्थान के बारां जिले के छीपाबड़ौद तहसील क्षेत्र के गुंदलाई गांव में एक बकरी की बच्ची पैदा होने के तीन दिन बाद ही से दूध दे रही है।
यह बच्ची अब 16 दिन की हो चुकी है और सामान्य बकरियों की तरह दूध दे रही है।
यह नजारा ग्रामीणों के लिए जहां कौतुहल का विषय बना हुआ है वहीं पशुपालन विभाग भी इस मामले में हैरत में है।
जानकारी के अनुसार मिलने पर राजस्थान पत्रिका संवाददाता गुंदलाई गांव पहुंचा तो बकरी की इस बच्ची का दूसरी बकरी की बच्ची दूध पी रही थी।
गुंदलाई निवासी राजमल मीणा की बकरी ने 15 दिन पूर्व इस बच्ची को जन्म दिया तो उसके तीन दिन बाद उसने स्तन सेे अपने आप दूध आने लगा।
जब उनहोंने गादी (स्तन) देखे तो गादी बाहर आई हुई थी। राजमल के अनुसार उसने बकरी की इस बच्ची का दूध निकाला तो उसने एक कप भरकर दूध दिया।
अब तो उसका यह रोजाना का क्रम हो गया है। राजमल के पास करीब एक दर्जन बकरियां है।
अजीब सा मामला
पुशपालान विभाग क संयुक्त निदेशक डॉ. विजय सिंह ने बताया कि मेरे जीवन में ऎसा पहला केस मेरे सामने आया है। अजीब साम मामला है। हारमोंस से सम्बन्घित गड़बड़ हो सकती है।
यह बच्ची अब 16 दिन की हो चुकी है और सामान्य बकरियों की तरह दूध दे रही है।
यह नजारा ग्रामीणों के लिए जहां कौतुहल का विषय बना हुआ है वहीं पशुपालन विभाग भी इस मामले में हैरत में है।
जानकारी के अनुसार मिलने पर राजस्थान पत्रिका संवाददाता गुंदलाई गांव पहुंचा तो बकरी की इस बच्ची का दूसरी बकरी की बच्ची दूध पी रही थी।
गुंदलाई निवासी राजमल मीणा की बकरी ने 15 दिन पूर्व इस बच्ची को जन्म दिया तो उसके तीन दिन बाद उसने स्तन सेे अपने आप दूध आने लगा।
जब उनहोंने गादी (स्तन) देखे तो गादी बाहर आई हुई थी। राजमल के अनुसार उसने बकरी की इस बच्ची का दूध निकाला तो उसने एक कप भरकर दूध दिया।
अब तो उसका यह रोजाना का क्रम हो गया है। राजमल के पास करीब एक दर्जन बकरियां है।
अजीब सा मामला
पुशपालान विभाग क संयुक्त निदेशक डॉ. विजय सिंह ने बताया कि मेरे जीवन में ऎसा पहला केस मेरे सामने आया है। अजीब साम मामला है। हारमोंस से सम्बन्घित गड़बड़ हो सकती है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें