चित्तौड़गढ़। जिले के कपासन के निकट संडियावड़ी मानव रहित रेलवे क्रांसिग पर सोमवार सुबह करीब आठ बजे एक मिनी ट्रक ट्रेन (बांद्रा-उदयपुर एक्सप्रेस- 12995) की चपेट में ट्रक सवार तीन बहिनों सहित छह लोगों की मृत्यु हो गई, जबकि चार अन्य घायल हो गए।
घायलों को तुरंत ही उदयपुर के लिए रैफर कर दिया गया। पांच लोगों ने दुर्घटना स्थ्ल पर ही दम तोड़ दिया। एक अन्य की उदयपुर में उपचार के दौरान मृत्यु हो गई।
पुलिस के अनुसार कपासन क्षेत्र के नाती का खेड़ा से तड़के 3 बजे एक मिनी ट्रक खांखला भरने के लिए संडियावड़ी आया। यहां से खाखला भरकर सुबह करीब आठ बजे ट्रक वापस लौट रहा था। करीब दौ सौ कदम चलने के बाद ही संडियावड़ी में रेलवे क्रांसिंग पर जैसे ही ट्रक गुजरा तो उदयपुर की ओर जाने वाली बांद्रा-उदयपुर ट्रेन की चपेट में आ गया।
इससे ट्रक पूरी तरह से बिखर गयाऔर मौके पर भदेसर के तरजला निवासी रूपा(20) पुत्र मोहन बंजारा, नाती का खेड़ा निवासी बाबू(25) पुत्र जीवा बंजारा, सोसर (22) पुत्री राजू बंजारा, चंदू (20) पुत्री राजू बंजारा , राधा(18) पुत्री राजू बंजारा की दुर्घटना स्थल पर मृत्यु हो गई।
वहीं वकील (22) पुत्र जीवा बंजारा, नगीना (20) पुत्री बालू, महेन्द्र (18) पुत्र राजू बंजारा, सोनिया (24) पुत्र जीवा बंजारा एवं जगदीश (15)पुत्रशंकर बंजारा को 108 एबुलेंस की मदद से उपचार के लिए उदयपुर भेजा गया।
जहां पर जगदीश ने भी दम तोड़ दिया। वहीं सूचना पर जिला कलक्टर वेद प्रकाश, पुलिस अधीक्षक प्रसन्न कुमार खमेसरा एवं उदयपुर से रेलवे के क्षेत्रीय अधिकारी हरफूल चौधरी भी मौके पर पहुंचे।
तीन बहिनों ने एक साथ गंवाई जान
हादसे में तीन बहिनों ने एक साथ अपनी जान गंवा दी। इसमें सोसर, चंदू एवं राधा बंजारा तीनों सगी बहिनें थी।
पूरी तरह से बिखर गया ट्रक
हादसा इतना भीषण था कि जैसे ही मिनी ट्रक ट्रेन की चपेट में वैसे ही ट्रक पूरी तरह से बिखर गया।ट्रक के चार हिस्से हो गएए। और केबिन में सवार सभी लोगों की मृत्यु हो गई। ट्रक का केबिन अलग, इंजन दूसरी और बॉडी अलग एवं टायर अलग दिया में चले गए।
डेढ़ घंटा खड़ी रही ट्रेन
हादसे के बाद करीब डेढ़ घंटा ट्रेन मौके पर ही खड़ी रही।अधिकारियों के पहुंचने एवं राहत एवं बचाव कार्य होने के बाद करीब साढ़े 9 बजे ट्रेन को उदयपुर के लिए रवाना किया गया।
शायद मौत ही खिंच लाई
सुबह तीन बजे ट्रक मालिक बाबू जब खांखला भरने के लिए अन्य लोगों को तीन बजे उठाने गया तो उन्होंने कहा कि इतनी जल्दी नहीं कुछ देरी से चलेंगे, लेकिन बाबू ने किसी की नहीं सुनी और तीन बजे ही सबको लेकर रवाना हो गया। हो सकता है कि कुछ देरी से जाते तो लौटते में ट्रेन का समय गुजर जाता।
नई दिल्ली। देश के भावी पीएम नरेंद्र मोदी को फांसी देने की मांग करने वाले एमआईएम के नेता अकबरूद्दीन ओवैसी की हत्या की साजिश रचने का मामला सामने आया है।
बेंगलुरू पुलिस ने ओवैसी की हत्या की साजिश रचने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। उनकी गिरफ्तारी कब हुई, इस बारे में नहीं बताया गया है।
सूत्रों के अनुसार, अनंतपुर जिले के हिंदूपुर में मुख्य साजिशकर्ता के गिरि और उसका एक सहयोगी से बचकर भागते समय घायल हो गए। गिरि के अलावा अभी अन्य 3 लोगों की पहचान नहीं हो पाई है। संभवत: इन चारों को ओवैसी की हत्या के लिए सुपारी दी गई थी।
सूत्रों के अनुसार कर्नाटक और तमिलनाडु पुलिस की टीम ने संयुक्त कार्रवाई में इन चारों को गिरफ्तार किया। उनके पास से हथियार भी बरामद हुए हैं। हालांकि अब तक स्पष्ट नहीं हुआ है कि किसने इनको सुपारी दी थी।
गौरतलब है कि 2011 में हैदराबाद में भी ओवैसी की हत्या की कोशिश की गई थी। उस दौरान उनको गोली मारी गई थी और चाकू से हमला किया गया था। हालांकि एक सुरक्षाकर्मी ने उनका बचाव किया और उनकी जान बच गई। ओवैसी आंध्र प्रदेश के चंद्रयानगुट्टा से विधायक हैं। -
जयपुर। हरमाड़ा के एक परचून दुकानदार ने धूमधाम से दो बेटों की शादी की। सात लाख रूपए के खर्चे के बाद दुल्हनें घर लेकर आए। अभी घर में मंगल गीत गाए जा रहे थे कि शादी की तीसरी रात ही दुल्हनें घर से खिसकने लगी तो परिजनों ने उन्हें पकड़ लिया।
पूछताछ में पता चला कि दोनों शादीशुदा हैं और 50-50 हजार रूपए में तीन दिन के लिए किराए पर लाई गई थीं। अब पीडित की शिकायत पर मुरलीपुरा थाना पुलिस ने दुल्हनों को जेल भेज दिया। गिरोह का सरगना रिमांड पर है।
पुलिस के मुताबिक पीडित गिरधारी लाल हरमाड़ा के गणेश नगर का रहने वाला है। गिरधारी ने बताया कि 13 मई को मुरलीपुरा के एक मैरिज गार्डन में दोनों बेटों की शादी संपन्न हुई। दुल्हनें घर आने के बाद 16 मई की देर रात भागने की फिराक में थीं कि परिजनों ने पकड़ लिया।
पूछताछ की तो दोनों ने खुलासा किया कि वे शादीशुदा हैं और दोनों के दो-दो बच्चे हैं। दिल्ली की रहने वाली दुल्हनों ने बताया कि उन्हें तीन दिन की दुल्हन बनने के लिए धन्नाराम 50-50 हजार में जयपुर लाया था। इस पर पुलिस ने गिरोह के सरगना धन्नाराम को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया है।
पांच मई को कराई थी गोद भराई
गिरधारी लाल ने बताया कि धन्नाराम ने बेटों का रिश्ता भरतपुर की दो बहनों से कराने की बात कही थी। इस पर 5 मई को भरतपुर में दो लड़कियों की गोद भराई भी की गई। फेरों के दौरान जब दूसरी लड़कियां दिखीं तो धन्नाराम से पूछने पर उसने बताया कि पहले दिखाई लड़कियों की शादी दूसरी जगह हो गई है। ऎसे में बात खराब न हो इसलिए ये लड़कियां अब तुम्हारे बेटों की दुल्हन बनेंगी। धन्नाराम पीडित से सवा सात लाख रूपए भी शादी का खर्चा बताकर ले गया था।
भोपाल
स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के गिरफ्तार आतंकियों ने भोपाल कोर्ट परिसर में उस वक्त अफरा-तफरी मचा दी, जब उन्होंने पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच देश के भावी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कहा कि अबकी बार मोदी का नंबर है।
यह घटना शनिवार को उस वक्त हुई, जब पुलिस प्रतिबंधित सिमी के इन सदस्यों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल परिसर में खड़े एक वाहन की तरफ ले जा रही थी। पुलिस सूत्रों ने रविवार को बताया, 'प्रतिबंधित सिमी के अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार करीब 15 आतंकियों को पुलिस कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कोर्ट लाई थी। पुलिस जब इन आतंकियों को कोर्ट में पेश करने के बाद वापस जेल वाहन की तरफ ला रही थी, तभी खंडवा जेल से फरार आतंकी अबु फैजल ने मोदी के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।'
पुलिस ने बताया कि जैसे ही अबु ने नारेबाजी की, इसके बाद सभी सिमी आतंकियों ने नारेबाजी शुरु कर दी। पुलिस ने कहा कि उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री और देश के भावी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धमकी देते हुए नारे लगाते हुए कहा कि अबकी बार मोदी का नंबर है।उन्होंने बताया कि इसके अलावा इन सिमी आतंकियों ने यह भी नारे लगाए कि दुनिया की एक ही ताकत अल्लाह है, तालिबान आएगा और नरेंद्र मोदी जाएगा। बाद में पुलिस इन्हें जेल के एक वाहन में वापस भोपाल सेंट्रल जेल ले गई।
इलाहाबाद। लोकसभा चुनावों में हुई कांग्रेस पार्टी की करारी हार को लेकर पार्टी में विरोध के स्वर उठने लगे हैं। रविवार दोपहर इलाहाबाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के विरोध वाले शहर भर में चस्पा कर दिए। कार्यकर्ता "राहुल गांधी इस्तीफा दो", "प्रियंका गांधी को लाओ" के नारे लगा रहे थे। उन्होंने सार्वजनिक रूप से कपिल सिब्बल, पी. चिदम्बरम सहित कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारियों के इस्तीफे की भी मांग की।उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनावों में प्रचार के दौरान भी कांग्रेस कार्यकर्ता राहुल गांधी के बजाय प्रियंका गांधी को आगे लाने की मांग कर रहे थे। हालांकि प्रियंका ने मना कर दिया था। अब जबकि कांग्रेस ने अपने इतिहास का अब तक का सबसे निकृष्ट प्रदर्शन किया है, कार्यकर्ता राहुल गांधी के बजाय प्रियंका को पार्टी की कमान सौंपने की मांग जोर-शोर से उठाने लग गए हैं।
प्रतापगढ़। जिले के छोटीसादड़ी वृत्त क्षेत्र में अज्ञात लोगों ने विधवा की पत्थरों से कुचलकर नृशंस हत्या कर दी।
सीओ जगदीश नारायण मीणा ने बताया कि धोलापानी थाना क्षेत्र में रविवार को खेत में महिला का शव पड़ा होने की सूचना मिली थी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को छोटीसादड़ी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है।
पुलिस के अनुसार भैरवी गांव निवासी मृतका मोहनी बाई 35 अपने पति गणपत मोग्या के निधन के बाद पीहर में रहने लगी थी।
रविवार को एक खेत में मेड़ के किनारे शव पड़ा होने की सूचना मिली।
पुलिस के अनुसार शनिवार देर रात अज्ञात लोगों ने महिला की पत्थरों से कुचलकर नृशंस हत्या कर दी।
पुलिस ने शव अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है और अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। -
खण्डवा। मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के ग्राम पंधाना में एक विवाहिता के घर में घुसकर दो व्यक्तियों द्वारा सामूहिक बलात्कार करने के मामले में रविवार को दोनों को आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार एक 26 वर्षीया विवाहिता ने शिकायत दर्ज कराई की 16-17 मई की दरमियानी रात साढ़े बारह बजे किसी ने उसके घर का दरवाजा खटखटाया तो उसने यह समझकर दरवाजा खोला कि उसका पति समीपस्थ ग्राम मिटावल के अपने खेत से लौटा होगा।
लेकिन दरवाजा खोलते ही दो लोगों ने जबरदस्ती उसके घर में प्रवेश किया और डरा धमकाकर उसके साथ बलात्कार किया। उसने जब शोर मचाया तो पड़ोसियों के आने पर दोनों आरोपी भाग गए।
पीडिता दोनों आरोपियों को पहचानती है जो उसके ही गांव मिटावल के रहने वाले है। महिला की शिकायत पर पंधाना थाने में गोपीचंद और प्रकाश के विरूद्ध सामूहिक बलात्कार का मामला दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। -
जयपुर। देश के भावी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक युवक के लिए काल साबित हुए हैं। वे न चाहते हुए भी इस युवक की मौत के कारण बन गए। चौंका देने वाली यह घटना पंजाब के मोगा जिले की है।
मोगा जिले के कस्बा अजीतवाल में रहने वाला युवक मजदूरी करता था। रविवार की सुबह मजदूर गांव के ही 100 फुट ऊंचे टॉव पर चढ़ गया। टॉवर पर चढ़ने के बाद मजदूर मोदी को हटाने की मांग करने लगा। चीख-चीख कर मोदी को हटाने कर लालू प्रसाद यादव को लाने की मांग करने लगा।
पहले तो लोगों को लगा कि मजदूर पागलपन में यह हरकत कर रहा है और कुछ देर में खुद ही टॉवर से नीचे आ जाएगा। काफी वक्त बीत जाने के बाद भी युवक टॉवर से नीचे नहीं उतरा तो, स्थानीय लोगों ने पुलिस को जानकारी दी।
युवक की हरकत के बारे में जानते ही कुछ देर में स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई। कई बार पुलिसकर्मियों ने टॉवर पर चढ़े मजदूर से उतरने का आग्रह किया। उसने पुलिसकर्मियों की एक न सुनी।
युवक की मनमानी पर पुलिस को टॉवर पर चढ़ना पड़ा। पुलिस को टॉवर पर चढ़ता देख मजदूर और बागी हो गया। वो टॉवर से जा रहे बिजली के तार को पकड़ लिया। तार को पकड़ वो आगे बढ़ने लगा।
कुछ दूर आगे जाकर मजदूर तार पर लटक गया और वहीं से मोदी को हटाने की मांग करता रहा। पुलिस जब तक युवक के पास पहुंचती उसने तार छोड़ दिया।
100 फुट की उंचाई से गिरने से युवक की मौके पर ही मौत हो गई। युवक की पहचान श्याम कुमार यादव (20) के रूप में की गई। वो मूलरूप से बिहार के जहानाबाद का रहने वाला था। -
नई दिल्ली। राजस्थान की मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता वसुंधरा राजे ने यहां गुजरात भवन में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।
गुजरात भवन के एक अधिकारी ने बताया कि राजस्थान की मुख्यमंत्री ने लोकसभा चुनाव में ऎतिहासिक जीत के लिए मोदी को बधाई दी और उन्हें पुष्पगुच्छ भेंट किए।
उनकी मुलाकात लगभग आधा घंटा चली। अधिकारी ने बताया कि मोदी ने भी राजस्थान की सभी 25 सीटों पर भाजपा की जीत के लिए वसंुधरा को बधाई दी। -
बालोतरा फैक्ट्रियो में चोरी मामले में एक और गिरफ्तार
बाड़मेर जिले के बालोतरा पुलिस ने बिठुजा स्थित ओद्योगिक फेक्ट्रीयो में कपडा चोरियों को लेकर बड़ी सफलता हासिल करते हुए एक जने को गिरफ्तार किया हैं। पुलिस ने चोरी के मामले में भगीरथ विश्नोई नामक युवक को गिरफ्तार किया।पुलिस सूत्रानुसार बालोतरा पुलिस को मिली एक और कामयाबी
भागीरथ विश्नोई को गिरफ्तार कर लाखो का कपड़ा किया बरामद किया हैं। पुलिस ने अब तक कपडा चोरियों के मामले में 6 को गिफ्फतार कर चुकी हे. पुलिस।आरोपी भागीरथ एम् पी के तेंदुआ थाने का एन डी पी एस मामले में हे वांछित हैं।
अलवर। महाराष्ट्र से बहला फुसलाकर लाई गई एक युवती के साथ राजस्थान के अलवर जिले में दुष्कर्म किए जाने का मामला सामने आया हैं। मामला सामने आने के बाद युवती को फिलहाल समिति ने महिला चिकित्सालय अलवर में संचालित स्वावलम्बन निराश्रित महिला अल्पावास गृह को सौंपा गया हैं।
प्रगतिशील महिला समिति की सचिव डा. शचि आर्य ने बताया कि महाराष्ट्र के कॉपर गांव की बाईस वर्षीय इस युवती को करीब चार साल पहले एक महिला सांई बाबा के दर्शन कराने के बहाने शिरडी लेकर आई और वहां इसे चाय में कोई नशीली वस्तु पिलाकर बेहोश कर दिया। दो दिन बाद जब उसे होश आया तो उसने अपने को अलवर में पाया।
उन्होंने बताया कि इसके बाद महिला ने युवती को बहरोड क्षेत्र के दहमी गांव के बलवान को दो लाख रूपए में बेच दिया। इसके बाद यह युवती लगातार चार साल तक दुष्कर्म एवं मारपीट का शिकार होती रही। गत दिनों युवती भागकर बहरोड थाने पहंुची लेकिन उसे वापस बलवान को सौंप दिया गया।
इसके बाद युवती गत 14 मई को किसी तरह बलवान के घर से निकल गई और मथुरा पहुंच गई और मथुरा में रात हो जाने पर उसे डर लगा और वह वापस अलवर की बस में बैठ गई। बस में उसने सेना के एक जवान को आप बीती सुनाने पर वह उसे अलवर के महिला अल्पावास गृह लेकर आया।
बाड़मेर मतदान और मतगणना के आंकड़ों में आखिर फर्क कैसे आया ?
बाड़मेर लोकसभा चुनाव के परिणामों में जारी किए गए आंकड़ों और वोटिंग के बाद जारी किए गए आंकड़ों में 13 मतों का अंतर पाया गया है। आखिर ये 13 वोट कहां से आएं? मतों में इतना फर्क कहां से और कैसे आया, क्योंकि एक वोट के अंतर से ही कोई नेता विधायक बनने से रह सकता है तो 13 वोट तो काफी बड़ी संख्या है। हालांकि बाड़मेर संसदीय क्षेत्र में जारी परिणाम में जीत का अंतर काफी है, ऐसे में ये 13 वोट मायने नहीं रखते, लेकिन सांख्यिकीय भूल अवश्य है। इस संबंध में जिला निर्वाचन अधिकारी और कलेक्टर के साथ निर्वाचन विभाग के अधिकारी भी इसे मात्र लिपिकीय भूल बता रहे हैं। उनके अनुसार मतदान के बाद मतदान अधिकारी (प्रिजाइडिंग ऑफिसर) की ओर से दी जाने वाली सूचना में फर्क के कारण हो सकता है।
मतदान के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से जारी संख्या और निर्वाचन विभाग की वेबसाइट के अनुसार 12,15,9९1 वोट डाले गए। वहीं, मतगणना में 12,16,004 मतों की गिनती की गई। इस प्रकार 13 मतों का अंतर सामने आया। विधानसभावार के आंकड़ों में भी यह फर्क आ रहा है। बायतु विधानसभा क्षेत्र में 3, सिवाना में 9 और चौहटन में 3 वोट बढ़ें हैं, जबकि पचपदरा में 2 वोट कम पाए गए हैं।
यह भी संभव
कलेक्टर भानु प्रकाश एटुरू के अनुसार
इस तरह के फर्क प्रिजाइडिंग ऑफिसर की ओर से दी जाने वाली सूचना में आ सकता
है। इस अंतर को लेकर अगर निर्वाचन अधिकारी (आर ओ) और ऑब्जर्वर संतुष्ट है
तो इसे मान्य किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि मतदान के बाद प्रिजाइडिंग
ऑफिसर के दो तरह के फार्म भरने होते हैं, पहला परफॉर्मा पीएस05 और दूसरा
नियम 17 सी पार्ट फस्र्ट। वोटिंग के बाद परफॉर्मा पीएस05 के आधार पर आंकड़े
जारी किए गए हैं, इसमें लिपिकीय त्रुटी संभव है। गणना मशीन में उपलब्ध
वोटों के आधार पर की गई है, जिसमें त्रुटी नहीं हो सकती है। नियम 17 सी
पार्ट फस्र्ट और पार्ट सेकंड के प्रावधानों के अनुसार आरओ और ऑब्जर्वर के
संतुष्ट होने पर ऐसे आंकड़े मान्य किए जा सकते हैं।
विधानसभा मतदान मतगणना अंतर
जैसलमेर 150956 150956 0
शिव 177071 177071 0
बाड़मेर 161542 161542 0
बायतु 148289 148292 3
पचपदरा 136446 136444 -2
सिवाना 130302 130311 9
गुड़ामालानी 144910 144910 0
चौहटन 166475 166478 3
कुल 1215991 1216004 13
निर्वाचन विभाग के संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी.सी. गुप्ता के
अनुसार ऐसा कोई आंकड़ों का अंतर है तो उसे आरओ और ऑब्जर्वर की सहमति से
मान्य किया जा सकता है। कई बार प्रिजाइडिंग ऑफिसर पोलिंग बूथ के मतदाताओं
की संख्या के आधार पर संख्या को लिख देते हैं, उसमें ईडीएस (निर्वाचन
ड्यूटी प्रमाण पत्र) वाले मतों को शामिल नहीं कर पाते या सांख्यिकी वालों
से भी कोई त्रुटी रह सकती है। ऐसे में आरओ की ओर से मान्य आंकड़े ही अंतिम
माने जाते हैं।
बड़ा सवाल। … राजस्थान में मतगणना गड़बड़। क्यों और कैसे घटे बढे वोट ?
राज्य में 16वीं लोकसभा के लिए 25 सीटों पर हुए चुनाव की मतगणना और मतदान के बीच पांच हजार से अधिक वोट गायब हो गए। जयपुर संसदीय क्षेत्र से 1062 और जयपुर ग्रामीण से 976 वोट कम गिने गए है। राज्य में 12 संसदीय सीटों पर मतदान से अधिक वोट गिन लिए गए, जबकि 13 सीटों पर वोट कम पड़ गए। परिणामों को देखें तो किसी भी सीट पर बराबर वोट नहीं गिने गए।
ये कम पड़े वोट किसके खाते से निकले और अधिक पाए गए वोट कहां से आए। दोनों ही सवाल फिलहाल अनुत्तरित है। राज्य में इस बार 2 करोड़ 71 लाख 32 हजार 409 मतदाताओं ने ईवीएम और डाक के माध्यम से मताधिकार का उपयोग किया। मतगणना में प्रत्याशियों को मिले वोट, नोटा और निरस्त हुए मतों का जोड़ 2 करोड़ 71 लाख 27 हजार 267 ही आया है। ऎसे में पांच हजार 142 वोट फिलहाल गायब है।
राज्य का गणित - वोट पड़े
ईवीएम : 27032809
पोस्टल : 99600
कुल : 27132409
जानें कहां कितने कम वोट
जयपुर 1062
जयपुर ग्रामीण 976
नागौर 731
बीकानेर 711
जालोर 627
कोटा 512
पाली 476
भरतपुर 394
सीकर 304
राजसमंद 139
करौली-धौलपुर 33
झुंझुनूं 10
चित्तौड़गढ़ 3
वोट गिने गए
प्रत्याशी व खारिज : 26799356
नोटा : 327911
कुल : 27127267
कम पड़े वोट : 5142
यहां बढ़ गए वोट
बांसवाड़ा 270
अलवर 208
अजमेर 113
गंगानगर 53
उदयपुर 51
टोंक-सवाई माधोपुर 35
जोधपुर 30
दौसा 28
झालावाड़- बारां 22
बाड़मेर 13
भीलवाड़ा 11
चूरू 2
आधी दुनिया ने रिकॉर्ड में निभायी अहम भागीदारी
पाली। भाजपा के पी.पी. चौधरी ने रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज की, लेकिन उनकी इस जीत में आधी दुनिया की महत्वपूर्ण भूमिका है। आंकड़े बताते हैं कि जिन विधानसभा क्षेत्रों में महिलाओं ने बढ़ चढ़ कर मतदान किया, वहां चौधरी की जीत का अंतर भी अधिक रहा। पाली संसदीय क्षेत्र की आठ विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा प्रत्याशी चौधरी को सर्वाधिक बढ़त 60 हजार 875 की सोजत विधानसभा क्षेत्र से मिली है।
खास बात यह है कि यहां महिलाओं का मतदान प्रतिशत भी सर्वाधिक 67.55 प्रतिशत रहा था। इसी प्रकार ओसियां विधानसभा क्षेत्र ऎसा है जहां चौधरी और कांग्रेस प्रत्याशी मुन्नी देवी गोदारा के बीच सबसे कम 37 हजार 429 मतों का अंतर रहा। यहां पर सिर्फ 46.26 प्रतिशत महिलाएं ही मतदान केन्द्र तक पहुंची थी।
अन्य विधानसभा मतों का महिलाओं का
क्षेत्र अंतर मतदान प्रतिशत
बाली 41569 57.36
मारवाड़ जंक्शन 53468 54.79
पाली 52457 63.95
सुमेरपुर 49015 58.5
भोपालगढ़ 42266 49.35
बिलाड़ा 59430 57.21 -
जयपुर। लोकसभा चुनाव के बाद आए नतीजों का असर दिखने लगा है। असर दिखा है बिहार में। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नतीजा आने के दूसरे दिन ही इस्तीफा दे दिया है।
इसके पीछे लोकसभा चुनाव में मिली जदयू को करारी हार कारण माना जा रहा है। अपने इस फैसले पर नीतीश कुमार ने अभी कोई बयान जारी नहीं किया है। नीतीश कुमार के इस्तीफे पुष्टि उनकी सेक्रेटरी अंजली ने की है।
अंजली ने बताया कि शाम पांच बजे प्रेस कांफ्रेंस कर नीतीश कुमार अपने इस्तीफे के बारे में बताएंगे। उन्होंने अपना इस्तीफा वहां के राज्यपाल को दिया है।
नीतीश कुमार को लग रहा था कि अगर मोदी सरकार केंद्र में आएगी तो उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर दी जाएंगी। उनकी कल्याणकारी योजनाओं को प्रभावित कर दिया जाएगा और उनकी छवि को बिहार में खराब कर दिया जाएगा। इस कारण उन्होंने इस्तीफा दे दिया है।
चुनावी नतीजे
बताते चलें कि नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने बिहार में अपने 38 उम्मीदवार खड़े किए थे। इन 38 सीटों पर जदयू मात्र दो सीटें निकाल सकी। नीतीश कुमार को बिहार में उनकी इस हालत की जरा भी उम्मीद नहीं थी।
मोदी से पहले रिश्ता खराब कर चुके नीतीश को अब इस्तीफा देने के अलावा कोई रास्ता नहीं सुझा। चुनाव के नतीजों से पहले ही हाल ही में बीजेपी से हाथ मिला चुके राम विलास पासवान ने कहा था कि नीतीश कुमार की पार्टी लोकसभा चुनाव में बुरी तरह हारेगी।
अब चर्चा जोरों पर है कि बिहार में जल्द ही भाजपा सरकार का शासन होगा। नीतीश कुमार के इस्तीफे को कुछ राजनेता सोची-समझी चाल बता रहे हैं। विरोधियों का कहना है कि जनता में अपना सम्मान बरकरार रखने के लिए नीतीश कुमार ने यह कदम उठाया है।
आने वाले कुछ दिनों में बिहार में फिर चुनाव होंगे। चुनाव में जनता जिसे चुनेगी वही बिहार में सरकार बना सकेगा।
जयपुर। लोकसभा चुनाव के बाद आए नतीजों का असर दिखने लगा है। असर दिखा है बिहार में। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नतीजा आने के दूसरे दिन ही इस्तीफा दे दिया है।
इसके पीछे लोकसभा चुनाव में मिली जदयू को करारी हार कारण माना जा रहा है। अपने इस फैसले पर नीतीश कुमार ने अभी कोई बयान जारी नहीं किया है। नीतीश कुमार के इस्तीफे पुष्टि उनकी सेक्रेटरी अंजली ने की है।
अंजली ने बताया कि शाम पांच बजे प्रेस कांफ्रेंस कर नीतीश कुमार अपने इस्तीफे के बारे में बताएंगे। उन्होंने अपना इस्तीफा वहां के राज्यपाल को दिया है।
नीतीश कुमार को लग रहा था कि अगर मोदी सरकार केंद्र में आएगी तो उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर दी जाएंगी। उनकी कल्याणकारी योजनाओं को प्रभावित कर दिया जाएगा और उनकी छवि को बिहार में खराब कर दिया जाएगा। इस कारण उन्होंने इस्तीफा दे दिया है।
चुनावी नतीजे
बताते चलें कि नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने बिहार में अपने 38 उम्मीदवार खड़े किए थे। इन 38 सीटों पर जदयू मात्र दो सीटें निकाल सकी। नीतीश कुमार को बिहार में उनकी इस हालत की जरा भी उम्मीद नहीं थी।
मोदी से पहले रिश्ता खराब कर चुके नीतीश को अब इस्तीफा देने के अलावा कोई रास्ता नहीं सुझा। चुनाव के नतीजों से पहले ही हाल ही में बीजेपी से हाथ मिला चुके राम विलास पासवान ने कहा था कि नीतीश कुमार की पार्टी लोकसभा चुनाव में बुरी तरह हारेगी।
अब चर्चा जोरों पर है कि बिहार में जल्द ही भाजपा सरकार का शासन होगा। नीतीश कुमार के इस्तीफे को कुछ राजनेता सोची-समझी चाल बता रहे हैं। विरोधियों का कहना है कि जनता में अपना सम्मान बरकरार रखने के लिए नीतीश कुमार ने यह कदम उठाया है।
आने वाले कुछ दिनों में बिहार में फिर चुनाव होंगे। चुनाव में जनता जिसे चुनेगी वही बिहार में सरकार बना सकेगा।