सोमवार, 21 अप्रैल 2014

मोदी को समर्थन देंगे मुख्‍तार, काश्‍ाी में मुश्किल में केजरीवाल?



नई दिल्‍ली. वाराणसी में नरेंद्र मोदी को चुनौती दे रहे आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को एक और झटका लगा है। मुख्‍तार अंसारी ने केजरीवाल की बजाय अब नरेंद्र मोदी को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। कौमी एकता दल के नेता मुख्‍तार अंसारी के बड़े भाई अफजाल अंसारी ने मोदी को समर्थन देते हुए कहा है कि देश के मुसलमान बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्‍मीदवार के शासन में सुरक्षित रहेंगे। उधर, जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना मदनी एक बार फिर नरेंद्र मोदी के बचाव में सामने आए हैं। गुजरात दंगों के लिए मोदी के माफी मांगने के सवाल को मदनी ने गैरजरूरी बताया है और कहा है कि मोदी को माफी मांगने की आवश्यकता नहीं है।

मोदी को समर्थन देंगे मुख्‍तार, काश्‍ाी में मुश्किल में केजरीवाल?

मोदी को समर्थन देने की बात पर अफजाल ने कहा, 'देश को मोदी की जरूरत है। मुसलमान तब भी सुरक्षित रहेंगे जब मोदी प्रधानमंत्री बन जाएंगे। यही वजह है कि वाराणसी के मुसलमान मोदी को वोट देने पर विचार कर रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने मोदी से राजधर्म का पालन करने को कहा था और 2002 के गुजरात दंगों के बाद मोदी ने राज्‍य में इसका पालन किया।'



इससे पहले मुख्‍तार अंसारी ने मोदी को हराने की बात कहते हुए जब वाराणसी से चुनाव नहीं लड़ने की बात कही थी तो ऐसा माना गया था कि वह केजरीवाल को समर्थन दे सकते हैं। केजरीवाल से भी जब मुख्‍तार से समर्थन लेने की बाबत सवाल पूछा गया था तो उन्‍होंने ऐसे संकेत दिए थे कि उन्‍हें अंसारी का समर्थन लेने से परहेज नहीं होगी। ऐसा माना जा रहा था कि मुख्‍तार के समर्थन देने से केजरीवाल को मुस्लिम वोट बैंक का फायदा हो सकता था।

खाप पंचायत का ऐतिहासिक फैसला, अंतर्जातीय शादी को दी हरी झंडी

जींद: हिसार जिले के नारनौंद कस्बे में रविवार को सतरोल खाप ने करीब 650 साल से चली आ रही परम्परा को पलटते हुए शादी के बंधन को खाप की सीमाओं व जातीय जंजीरों से मुक्त कर दिया । नारनौंद कस्बे के देवराज धर्मशाला में आयोजित महापंचायत में खाप चौधरियों ने एक सुर में ऐलान किया कि अब सतरोल खाप के 42 गांवों के लोग अपनी संतानों के रिश्ते कर सकेंगे ।खाप पंचायत का ऐतिहासिक फैसला, अंतर्जातीय शादी को दी हरी झंडी
इसके साथ ही जातीय जंजीरों को तोड़ते हुए फैसला लिया गया कि कोई भी युवक व युवती अपनी जाति से बाहर भी अपनी मर्जी से शादी कर सकते हैं। शर्त केवल यह रखी गई है कि ऐसे अंतरजातीय विवाह खुद के गांव, गोत्र व पड़ोसी गांव को छोड़कर हों । इसके बाद खाप पंचायत को कोई एतराज नहीं होगा बल्कि अंतरजातीय विवाह का यह खाप जोरदार स्वागत करेगी ।

महापंचायत की अध्यक्षता करने वाले सतरोल खाप के प्रधान सूबेदार इन्द्र सिंह ने कहा कि इस फैसले का मकसद सतरोल खाप के भाईचारे को तोड़ना नहीं बल्कि रिश्ते-नातों के बंधन को खोलना है । महापंचायत में वजीर मान राजथल ने कहा कि समय को देखते हुए रिश्ते-नाते के बंधन को खोल देना चाहिए। इससे सतरोल खाप का भाईचारा खत्म नहीं होगा बल्कि रिश्तेदारी होने के बाद खाप को और ज्यादा मजबूती मिलेगी ।

बसाऊराम नारनौंद ने कहा कि हमें रिश्ते-नाते करने में काफी परेशानी आ रही है क्योंकि सतरोल खाप का दायरा काफी बड़ा है और इसे रिश्ते-नाते के हिसाब से छोटा कर देना चाहिए ताकि वह अपने बच्चों के रिश्ते नजदीक के दायरे में कर सकें।

उन्होंने कहा कि लड़कियों की संख्या बहुत कम हो गई है जिसकी वजह से हमें अपने बच्चों के रिश्ते के लिए दूर-दराज भटकना पड़ता है। अब समय आ गया है कि इस वष्रो पुरानी परम्परा को बदल देना चाहिए। उन्होंने कहा कि समय के अनुसार खाप ने अपने नियमों में पहले भी बदलाव किए हैं और अब भी समय की मांग को देखते हुए बदलने चाहिए।

महापंचायत में सभी लोगों की रायशुमारी कर पांच लोगों की एक समिति बनाई गई जिसमें उगालन तपा से जिले सिंह, नारनौंद तपा से होशियार सिंह, बास तपा से हंसराज और कैप्टन महाबीर सिंह व सतरोल खाप के प्रधान सुबेदार इन्द्र सिंह को शामिल कर निर्णय लिया गया ।

इस समिति ने फैसला लिया कि आज से सतरोल खाप के लोग आपस में रिश्तेदारी कर सकेंगें। लेकिन महापंचायत के इस ऐतिहासिक फैसले का विरोध भी हुआ। करीब 650 साल पुरानी परपंरा को तोड़ने के विरोध में पेटवाड़ तपा के लोगों ने अपने विचार रखे और कहा कि खाप का मतलब ही आपसी भाईचारा होता है। इसमें रिश्तेदारी नहीं हो सकती है। जब आपस में रिश्तेदारी होने लगेगी तो फिर भाईचारा कहां बचता है। इसका कड़ा विरोध करते हुए तपा की अगुवाई कर रहे लोगों ने महापंचायत का बहिष्कार करने का निर्णय किया और महापंचायत से उठकर चले गए ।

मोदी का वादा - दागियों को भेजेंगे जेल, भाजपा में 32 फीसद दागी प्रत्याशी -



नई दिल्ली। प्रधानमंत्री पद के भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने दावा किया है कि अगर वे सत्ता में आते हैं तो आपराधिक रिकोर्ड रखने वाले सांसदों को जेल भेज देंगे। उन्होंने कहा कि वे भाजपा और एनडीए को सांसदों को भी नहीं छोड़ेंगे। मोदी समर्थक उनके निर्णय को लेकर उनकी तारीफ कर रहे हैं लेकिन सच्चाई बिल्कुल इसके उलट है क्योंकि भाजपा के हर तीन में से एक उम्मीदवार का आपराधिक रिकोर्ड है।
Modi promises jail for criminal candidates, BJP has 32 pc candidate with criminal candidates
एडीआर(एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म) के आंकड़ों के मुताबिक भाजपा के 32 फीसद से ज्यादा उम्मीदवारों का आपराधिक रिकोर्ड है। भाजपा ने चुनावी मैदान में 394 में उम्मीदवार उतारे हैं। जब बात आपराधिक रिकोर्ड की आती है तो भाजपा ने राष्ट्रीय पार्टियों में कांग्रेस को भी पीछे छोड़ दिया है। कांग्रेस के 26 फीसद उम्मीदवारों के आपराधिक रिकोर्ड हैं।

आपराधिक रिकोर्ड के साथ उम्मीदवार
एडीआर की रिपोर्ट में 5380 उम्मीदवारों पर अध्ययन किया गया है। इनमें से 16 फीसद 879 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले बताए हैं। भाजपा के 32 फीसद उम्मीदवारों का आपराधिक रिकोर्ड हैं। यह आंकड़ा कांग्रेस को भी पीछे छोड़ रहा है। कांग्रेस में 26 फीसद, सपा 25 फीसद और बसपा के 20 फीसद उम्मीदवारों के आपराधिक रिकोर्ड हैं।

एनसीपी और शिवसेना के उम्मीदवारों के खिलाफ सबसे ज्यादा आपराधिक रिकोर्ड हैं। एनसीपी के 59 फीसद और शिवसेना के 58 फीसद उम्मीदवार आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं। एमएनएस के सभी उम्मीदवारों का आपराधिक रिकोर्ड हैं। अगर भाजपा के सभी 32 फीसद दागी प्रत्याशी जीत जाते हैं तो मोदी के लिए यह एक कठिन काम होगा। मोदी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस का कहना है कि वह मतदाताओं को पागल बना रहे हैं। जबकि उसकी पार्टी के ही सबसे ज्यादा उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक रिकोर्ड हैं। उसका कोई नैतिक अधिकार नहीं है कि वे ऎसे बयान दें।

5380 में से 10 फीसद 533 ने अपने खिलाफ गंभीर अपराधिक मामले बताए हैं। जिनमें मर्डर, रेप, और लूट जैसे मामले शामिल हैं। कांग्रेस के 287 में से 26 फीसद 75 प्रत्याशी, भाजपा के 279 में से 32 फीसद 88 प्रत्याशी, आम आदमी पार्टी के 291 में से 15 फीसद 44 प्रत्याशी और बसपा के 318 में से 20 फीसद 65 उम्मीदवारों ने अपना आपराधिक रिकोर्ड बताया है।

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जोशी का पर्दाफाश: इंटरव्यू फिक्स करने को कहा,पत्रकार को धमकाया -



नई दिल्ली। भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी मुश्किल में पड़ गए हैं। एक समाचार चैनल ने दावा किया है कि जोशी ने उसके पत्रकारों को धमकाया। जोशी ने समाचार चैनल के पत्रकारों से कहा,नरेन्द्र मोदी से संबंधित सवाल मत पूछो।
Murli Manohar Joshi exposed, demanding deleting of question over Modi
समाचार चैनल के मुताबिक साक्षात्कार के बीच में जोशी ने पत्रकार को रोक दिया। जोशी ने पत्रकार से राष्ट्रीय मुद्दों पर फोकस करने और नरेन्द्र मोदी से संबंधित सवाल नहीं पूछने को कहा। जोशी ने समाचार चैनल के क्रू से पूरे साक्षात्कार के फुटेज दिखाने को कहा। जोशी ने विवाद से बचने के लिए कुछ अंश हटाने को कहा।

जब समाचार चैनल के क्रू ने इसका विरोध किया और जोशी से साक्षात्कार फिक्स नहीं करने अनुरोध किया तो वह धमकाने लगे। जोशी ने क्रू से कहा जब तक अंश डिलीट नहीं करोगे,घर से नहीं जा पाओगे। समाचार चैनल के मुताबिक जोशी ने न केवल पूरे फुटेज की समीक्षा की बल्कि विवाद से बचने के लिए अंश हटवा दिए।

गौरतलब है कि जोशी ने कुछ दिन पहले कहा था कि देश में मोदी की नहीं भाजपा की लहर है। जोशी ने यह भी कहा था कि गुजरात का मॉडल पूरे देश में लागू नहीं किया जा सकता।

 

बेटों ने लाठी-सरियों से पीट पिता को मार डाला

जयपुर। जमीनी विवाद के चलते दो बेटों ने मिलकर अपने पिता को मौत के घाट उतार दिया।

पुलिस ने बताया कि भांकरोटा थाना क्षेत्र स्थित महापुरा निवासी रामलाल (45) की उसके बेटों ने लाठी व सरियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी।
son killed their father
इस संबंध में मृतक के भाई भंवर लाल ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। थाना इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह ने बताया कि रविवार को महापुरा में बाप-बेटों में झगड़े की सूचना मिली थी।

रामलाल को लहुलुहान हालत में एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया था। मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सुपुर्द कर दिया है। मामले में पुलिस कार्रवाई में जुटी है।

पुलिस के अनुसार रामलाल व उसके दो पुत्रों मांगीलाल व रमेश के बीच लंबे समय से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। हालही में रामलाल ने जमीन बेची थी, लेकिन अपने पुत्रों को उसमें कोई हिस्सा नहीं दिया था। साथ ही जिस प्लाट में वह अभी रह रहे थे उसे भी वह बेचना चाहता था।

इसको लेकर दोनों पुत्र काफी नाराज थे और पिता का विरोध कर रहे थे। रविवार दोपहर को उनके बीच में झगड़ा हो गया। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार दोनों आरोपियों ने पाइप, सरियों व लाठियों से पिता की पिटाई की थी, जिसके कारण वह गंभीर घायल हो गया था।

बीती शाम को ही शव का पोस्टमार्टम करवा दिया गया था। एसीपी वैशाली नगर मोहेश चौधरी ने बताया कि मामले में दोनों आरोपी बेटों को हिरासत में ले लिया है।  

बाड़मेर पुनर्मतदान में भारी मतदान


बाड़मेर पुनर्मतदान में भारी मतदान 

बाड़मेर लोकसभास क्षेत्र के  पर पुनर्मतदान सोमवार को सम्पन हुआ जिसमे शिव विधानसभा क्षेत्र के पुंजराज का पार  में 98. 86 फीसदी ,बांकासर में  67. 64  जिले के भागु का गाँव में 94 . 37 फीसदी मतदान हुआ ,मतदान केन्द्रो पर सुरक्ष के अतिरिक्त बंदोबस्त किये गए थे 

राजस्थान में आज चार जगहों पर पुनः मतदान चल रहा है इन में से देश की सबसे चर्चित बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट के तीन मतदान केन्द्रो पर भी पुनः मतदान जारी है लेकिन किस तरह आचार सहित की धज्जिया उड़ाई जा रही है इसका एक नजरा हम आपको बताते है कि बाड़मेर जिले के बांकासरा में पुनः मतदान केंद्र पर भारी मात्र में पुलिस बल चारो तरफ तैनात के बीच ही मतदान जारी है लेकिन मतदान केंद्र के चंद मीटर दूर ही नेता और मतदाता जाजम लगाकर खुले आम सार्वजनिक जगहों पर जमकर डोडा पोस्ट के सेवन करते नजर आ रहे है और एक दूसरे को मनुहार करते नजर आ रहे है दरसल राजस्थान के ग्रमीणों इलाको में ख़ुशी और गम के मोके पर डोडा और अफीम की मनुहार की परम्परा है आप तस्वीरों में साफ़ देख सकते है किस तरह खुले आम डोडा पोस्ट का सेवन कर रहे है और इस जाजम पर कई भाजपा के नेता भी मौजूद है सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस मतदान केंद्र पर पुनः मतदान हो रहा है लिहाजा पूरा प्रशासनिक और पुलिस अमला यह पर डेरा डाले हुए है लेकिन किसी को भी डोडा पोस्ट की मनुहार नजर नहीं आ रही है या हम यह कहे कि अधिकारी देखकर भी अनदेखा कर रहे है नेता किस तरह अपने वोटरो को अपने पक्ष में करने के लिए किस तरह डोडा का सहरा ले रहे है

बेकाबू कार ने माँ बेटो को कुचला - माँ की मोके पर ही मौत। कार चालक ने भी तोडा दम



बेकाबू कार ने माँ बेटो को कुचला - माँ की मोके पर ही मौत। कार चालक ने भी तोडा दम
बाड़मेर :- बाड़मेर जिले के पचपदरा गाँव के पास एक बेकाबू कार ने महिला ओर उसके दो बच्चो को लिया चपेट मे लिया जिससे महिला सहित दो बच्चो व कार चालक की मौत होगी !मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार दोपहर करीब सवा दो बजे पचपदरा गाँव के पास एक कार चालक ने कार का नियंत्रण खो दिया कार बेकाबू होकर एक बिजली के खंभे से टकरा कर हवा में उछाल गई और सड़क के किनारे चल रही महिला ओर उसके दो मासूम बच्चो को लिया चपेट मे लेकर सड़क से दो -तीन फिट दूर खली पड़े भूखण्ड में जा गिरी ! घटना में महिला सहित दो बच्चो व कार चालक ने दम तोड़ दिया। घटना की विस्तृत जानकारी आना बाकि है

महेंद्र सिंह तारातरा युथ फेडरेसन के जिला अध्यक्ष मनोनीत

महेंद्र सिंह तारातरा युथ फेडरेसन के जिला अध्यक्ष मनोनीत 


बाड़मेर युथ फेडरसन जयपुर ने बाड़मेर इकाई के लिए महेंद्र सिंह तारातरा को जिला अध्यक्ष मनोनीत किया हैं ,प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र सिंह ने बताया सामाजिक सरोकार से जुड़े महेंद्र सिंह तारातरा को जिला अध्यक्ष मनोनीत कर उन्हें युवाओ के लिए कार्य करने को कहा गया हैं

सरकारी स्कूल में दूसरी कक्षा की बच्चियों का देह शोषण



पाली।प्रदेश में एक सरकारी स्कूल में दूसरी कक्षा की मासूम बच्चियों के देह शोषण की शर्मनाक करतूत सामने आई है। घटना में दो अध्यापकों और प्रधानाध्यापक पर लिप्त होने का आरोप है। यह तब सामने आया जब बçच्चयों ने डर के मारे स्कूल जाना ही छोड़ दिया।
Young girls in the second grade of public school sex abuse

मामला पाली से 75 किमी दूर सोजत के बगड़ी गांव में देवासियों की ढाणी का है। चार परिजनों ने रविवार रात दो अध्यापकों नरेंद्र गर्ग व संजय कुमार और प्रधानाध्यापक जगदीश चंद्र के खिलाफ केस दर्ज कराया। रिपोर्ट के मुताबिक राउप्रा विद्यालय का शिक्षक नरेंद्र लंबे समय से मासूम बçच्चयों से अनैतिक कर्म करता था। परिजनों के अनुसार स्कूल में अन्य छात्राओं के साथ भी यह दुष्कृत्य हो रहा है व उनसे अध्यापक अपने घरों में भी काम करवाते थे।


परिजनों को भगाया


परिजन जब जगदीश के पास गए, उसने अध्यापकों का पक्ष लेते हुए परिजनों को भगा दिया। अध्यापकों ने बçच्चयों को किसी को बताने पर मारने की धमकी भी दी थी।


ऎसे खुला मामला


करीब 15 दिनों से बçच्चयां गुमसुम थीं। 10 दिन पहले उन्होंने स्कूल जाने से भी मना किया, पर परिजन समझ नहीं पाए। हफ्तेभर पहले परिजनों को उन्होंने आपबीती सुना कभी स्कूल न जाने की बात कही तो मामला सामने आया। एक बच्ची ने तो दूसरे स्कूल में प्रवेश ले लिया, पर तीन छात्राएं स्कूल नहीं जा रही हैं।


इन धाराओं में केस


तीनों के खिलाफ प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड फ्रॉम सेक्शुएल अफेंस एक्ट और आईपीसी की धारा 323 (मारपीट), 342 (किसी व्यक्ति को जबरन रोक कर रखना) और 120 बी (आपराधिक षडयंत्र) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

मोदी को बिस्मिलाह खान परिवार की ना

 मोदी को बिस्मिलाह खान परिवार की ना 


वाराणसी। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी को बनारस के इस परिवार का सहयोग मिला होता तो, बेशक उनका वोट बैंक बढ़ा होता। लेकिन, परिवार ने नरेंद्र मोदी को ना कह दिया है।bismillah khans family says no to become proposer of  narendra modi
हम बात कर रहे हैं पूरे विश्व में मशहूर शहनाई सम्राट उस्ताद बिस्मिल्लाह खां के परिवार की। बीजेपी ने वाराणसी से नरेंद्र मोदी के संभावित प्रस्‍तावकों की लिस्‍ट तैयार की है।

इस क्रम में मोदी चाहते थे कि बिस्मिल्लाह खां के परिवार के सदस्य भी उनके प्रस्तावक बनें। संभावित प्रस्तावकों की फेहरिस्त में बिस्मिल्लाह खां के बेटे का भी नाम था। लेकिन, बिस्मिल्लाह खां के बेटे ने मोदी का प्रस्तावर बनने से इनकार कर दिया है।

बिस्मिल्लाह खां के बेटे ने कहा है कि वे मोदी के समर्थक जरूर हैं लेकिन, प्रस्तावक नहीं बनेंगे। उन्होंने कहा कि उनके पिता बिस्मिल्लाह खां राजनैतिक व्यक्ति नहीं थे। उनकी दुनिया संगीत से शुरू होती थी और संगीत पर ही खत्म। इसलिए वे किसी नेता के प्रस्तावक नहीं बनेंगे।

इससे इतर आपको बता दें कि बनारस के मशहूर पप्पू चाय वाले मोदी के प्रस्तावक बने हैं। प्रस्तावकों की लिस्ट में और भी कई नाम हैं। मोदी के प्रस्‍तावकों में एक नाविक भी है जो निषाद समुदाय है। बुनकर, हिंदू और एक मुसलमान भी हैं।

बिस्मिल्लाह खां के परिवार की मोदी को इनकार को विरोधी नेता भजाने में लगे हैं। विरोधियों का कहना है कि यह मोदी को बनारस में एक बड़ा झटका है। 

रविवार, 20 अप्रैल 2014

बाड़मेर चरवाहे को गोली मारी, और दम तोडा

बाड़मेर चरवाहे  को गोली मारी, और दम तोडा

बाड़मेर :- बाड़मेर ज़िले के समदड़ी थाना अंतर्गत चिरडिया गाव में चारवाहा को गोली मार कर वो भाग गया। चारवाहा को अस्पताल ले जाया गया और अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
मिली जानकारी के मुताबिक रविवार की रोज चारवाहा चिरडिया गाव में पशुओं को चरा रहा था तब अज्ञात ने गोली मार के भाग गया और तब ग्रामीणो ने उसे समदड़ी अस्पताल ले जाया गया और इलाज के दौरान चरवाहे ने दम तोड़ दिया। समदड़ी अस्पताल के लोगो का जमावड़ा लग गया और पुलिस ने चारो तरफ नाकेबंदी कर दी और समाचार लिखे जाने तक हमलवार गिरफतार नहीं हुआ। बाकि समाचार आने है।

बाड़मेर हरीश चौधरी को जमानत बचाने के लिए दिलाए वोट


बाड़मेर हरीश चौधरी को जमानत बचाने के लिए दिलाए वोट

कांग्रेस प्रत्यासी हरीश चौधरी को कांग्रेस के परंपरागत मतदाताओ ने उतने ही वोट किये जिससे उनकी जमानत बच जाये ,कांग्रेस के दिग्गज नेताओ ने हरीश चौधरी की पहले ही हर मन ली थी। कांग्रेस नेता कर्नल सोनाराम को किसी भी सूरत में रोकना चाहते थे। इसीलिए हरीश चौधरी को मुकाबले में बनाये रखा ताकि जाट वोट बंट जाये तथा कुछ कांग्रेस के परंपरागत वोट भी मिले। यही हुआ।

कांग्रेस और भाजपा के वोटो का ध्रुवीकरण होने से समीकरण गड़बड़ा गए ,जसवंत सिंह को हराने के लिए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने विश्वश्नबीय मंत्रियो और जातिवार विधायको की पूरी फौज बाड़मेर जैसलमेर लगा राखी थी यहाँ की की सरकारी सेवा में काम कर रहे बाड़मेर जैसलमेर के अधिकारियो और कर्मचारियों को अवकाश देकर भेजा गया ताकि वो भाजपा उम्मीदवार की मदद कर सके। वसुंधरा राजे ने जितना जोर जसवंत के खिलाफ भरा जसवंत समर्थक और अधिक मजबूत होकरडटे रहे जसवंत दिन बी दिन मजबूत होते गए ,हरीश चौधरी को कई मुश्किलो का सामना करना पड़ा। नामांकन से पहले चर्चा दिल्ली से सार्वजनिक हो गयी की कांग्रेस जसवंत सिंह को समर्थन दे सकती हे इसीलिए अपने उम्मीदवार को नामांकन से रोका गया ,हालांकि बाद में उन्होंने नामांकन भरा भी ,बाद में राहुल गांधी की बाड़मेर सभा एकाएक निरस्त कर दी जिससे इस चर्चा को बल मिला की राहुल गांधी जसवंत सिंह की मदद कर रहे ,हैं राहुल की सभा निरस्त होने के साथ कांग्रेसी जसवंत के साथ आ गए।


जाट मतदाताओ का भाजपा के पक्ष में ध्रुवीकरण

बाड़मेर जैसलमेर के तीन लाख जाट मतदाता हैं ,भाजपा ने नए नवेले कर्नल सोनाराम में शुरुआत में यही माहौल बनाया की जाट मतदाता भाजपा के साथ एक तरफा हैं जिसके चलते मुस्लिम मेघवाल मतदाता हरीश चौधरी से छिटक गए ,कॉंगेस्स कार्यकर्ता जसवंत खेमे में दिखाई देने लगे। हरीश चौधरी ने दम भरा मगर कामयाब नहीं हो पाये। उन्हें अपने नेताओ का साथ नहीं मिला ,अशोक गहलोत की जाती के माली मतदाता भी जसवंत के समर्थन में आ गए जिससे स्पष्ट होगया की राहुल और अशोक गहलोत कांग्रेस में नई खिचड़ी पका रहे हैं।

जाट मतदाताओ के कर्नल  सोनाराम के पक्ष में एक जुट होने की खबरों से अन्य जातियों के मतदाता भाजपा के खिलाफ होते गए। जिसका विपरीत असर पड़ा। हरीश चौधरी को जाट बाहुल्य क्षेत्रो के आलावा मुस्लिम ,मेघवाल और कांग्रेस के परंपरागत मतदाताओ का साथ मिला।



फेसबुक की प्रेमिका निकली अधेड़ महिला, धोखा खाए युवक ने हत्या कर खुदकुशी की



जबलपुर: फेसबुक के जरिये एक महिला के प्यार में ढाई साल से पागल एक युवक को जब पता चला कि उसकी प्रेमिका कमसिन एवं खूबसूरत युवती की बजाय तीन बच्चों की मां एक अधेड़ उम्र की महिला है, तो उसने पहले महिला के सीने में नजदीक से गोली मारकर कथित रूप से उसकी हत्या कर दी और बाद में खुद को उसी पिस्तौल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली।



जबलपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक उपेंद्र जैन ने बताया कि प्रेमिका के बुलाने पर मुजफ्फरनगर से जबलपुर आए युवक ने शुक्रवार शाम को शहर के पर्यटनस्थल भेड़ाघाट में इस घटना को अंजाम दिया। उन्होंने ने बताया कि दोनों की फेसबुक पर दोस्ती हुई थी।

उन्होंने कहा कि महिला ने फेसबुक में अपनी फोटो की जगह एक खूबसूरत लड़की की फोटो डाली थी, जिसे देखकर उक्त युवक उसका दीवाना हो गया। पहले सोशल नेटवर्किंग साइट पर ही दोस्ती बढ़ी और धीरे-धीरे दोनों में प्यार हो गया। जैन ने बताया कि प्रेमिका के बुलावे पर युवक घर में नौकरी की तलाश में दिल्ली जाने का बहाना कर जबलपुर शहर आया और यहां अपनी इस प्रेमिका से मिलने शुक्रवार शाम पांच बजे निर्धारित स्थान भेड़ाघाट पहुंच गया।

महिला ने युवक को कैंटीन के पीछे बुलाया और उसने जब अपनी प्रेमिका को देखा, तो वह अधेड़ और तीन बच्चों की मां निकली, जिसकी उसने कल्पना नहीं थी।

डीआईजी ने बताया कि फेसबुक पर कथित कमसिन और खूबसूरत प्रेमिका के प्यार में पागल इस युवक ने हकीकत से सामना होने के बाद आवेश में आकर पहले तो महिला के सीने में नजदीक से गोली मारकर उसकी हत्या कर दी और फिर खुद के सीने में भी पिस्तौल से गोली मार ली। उन्होंने कहा कि युवक को खून में लथपथ देख लोगों ने एम्बुलेंस बुलाकर उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया, जहां देर रात उसकी भी मौत हो गई।

पाकिस्तान में सड़क दुर्घटना, 27 की मौत



पाकिस्तान के दक्षिणी सुक्कुर जिले में रविवार को एक बस की ट्रेलर से टक्कर हो गई, जिसमें पांच महिलाओं और दो बच्चों सहित 27 लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए.

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, हादसा देश के दक्षिणी सिंध प्रांत स्थित सुक्कुर जिले में पानो अकिल शहर के करीब उस समय हुआ, जब बस विपरीत दिशा से आ रहे ट्रेलर से भिड़ गई.

टक्कर की वजह से बस पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और अंदर लोग फंस गए. बचावकर्ताओं ने वाहन की खिड़कियां तोड़कर और इसे कई जगह से काटकर लोगों को बाहर निकाला.

मोटरवे पुलिस के सुप्रीटेंडेंट फैजल अब्दुल्लाह ने बताया कि हादसा बस ड्राइवर की लापरवाही के कारण हुआ, जिसने ट्रेलर को गलत दिशा से ओवरटेक करने की कोशिश में उसमें टक्कर मार दी.

गौरतलब है कि पाकिस्तान सबसे जानलेवा सड़क हादसे वाले देशों में शामिल है. यहां ज्यादातर सड़क दुर्घटनाएं खस्ताहाल सड़कों, ड्राइविंग कौशल की कमी, वाहनों की खराब स्थिति और यातायात नियमों के उल्लंघन की वजह से होती हैं.



 

जसवंत, आडवाणी की तरह वाजपेयी को भी किनारे कर देते नरेंद्र मोदी : राहुल गांधी



करौली (राजस्थान): कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को चुनिंदा उद्योगपतियों का चौकीदार बताते हुए कहा कि उन्होंने (मोदी) अपनी ही पार्टी के एक वरिष्ठ नेता (आडवाणी) को बाहर कर एक बड़े उद्योगपति अडानी को अपने साथ कर लिया है।
Modi would have ousted Vajpayee just like Jaswant, Advani: Rahul Gandhi

गांधी ने कहा कि जिस तरह से मोदी ने वरिष्ठ नेताओं को किनारे किया है, उससे लगता है कि यदि आज बीजेपी के दिग्गज नेता अटल बिहारी वाजपेयी भी राजनीति में सक्रिय होते, तो उनका भी यही हश्र होता जैसा कि लालकृष्ण अडवाणी और जसवंत सिंह का हुआ है।

एक आमसभा को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा, मोदी गुजरात में विकास की बात करतें है, लेकिन एक व्यक्ति के कारण गुजरात नहीं बदला है। गुजरात के विकास में मजदूरों और किसानों की भागीदारी है। उन्होंने कहा कि मोदी चाहते है कि उन्हें देश का चौकीदार बनाकर देश की चाबी उन्हें सौंप दी जाएं, लेकिन गुजरात में क्या हुआ, गुजरात के लोगो ने उन्हें चाबी दी और वे अडानी को लेकर आ गए।

उन्होंने कहा, एक सिख किसानों के समूह ने उन्हें बताया कि उनके पूर्वज पाकिस्तान से गुजरात आए और उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से यहां की जमीन को उपजाऊ बनाया और अब सरकार उन्हें इस जमीन को यह कहकर छोड़ने के लिए कह रही है, कि वे (किसान) लोग बाहर से आए हैं।

उन्होंने कहा कि इसी तरह का बर्ताव बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण अडवाणी और जसवंत सिंह के साथ हुआ है। उनसे कहा गया है कि आप बाहर के लोग हो, इसलिए यहां से जाओ। उन्होंने कहा यदि अटल बिहारी वाजपेयी राजनीति में सक्रिय होते, तो उनके साथ भी इसी तरह का बर्ताव किया जाता।