नई दिल्ली. वाराणसी में नरेंद्र मोदी को चुनौती दे रहे आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को एक और झटका लगा है। मुख्तार अंसारी ने केजरीवाल की बजाय अब नरेंद्र मोदी को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। कौमी एकता दल के नेता मुख्तार अंसारी के बड़े भाई अफजाल अंसारी ने मोदी को समर्थन देते हुए कहा है कि देश के मुसलमान बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के शासन में सुरक्षित रहेंगे। उधर, जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना मदनी एक बार फिर नरेंद्र मोदी के बचाव में सामने आए हैं। गुजरात दंगों के लिए मोदी के माफी मांगने के सवाल को मदनी ने गैरजरूरी बताया है और कहा है कि मोदी को माफी मांगने की आवश्यकता नहीं है।
मोदी को समर्थन देने की बात पर अफजाल ने कहा, 'देश को मोदी की जरूरत है। मुसलमान तब भी सुरक्षित रहेंगे जब मोदी प्रधानमंत्री बन जाएंगे। यही वजह है कि वाराणसी के मुसलमान मोदी को वोट देने पर विचार कर रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने मोदी से राजधर्म का पालन करने को कहा था और 2002 के गुजरात दंगों के बाद मोदी ने राज्य में इसका पालन किया।'
इससे पहले मुख्तार अंसारी ने मोदी को हराने की बात कहते हुए जब वाराणसी से चुनाव नहीं लड़ने की बात कही थी तो ऐसा माना गया था कि वह केजरीवाल को समर्थन दे सकते हैं। केजरीवाल से भी जब मुख्तार से समर्थन लेने की बाबत सवाल पूछा गया था तो उन्होंने ऐसे संकेत दिए थे कि उन्हें अंसारी का समर्थन लेने से परहेज नहीं होगी। ऐसा माना जा रहा था कि मुख्तार के समर्थन देने से केजरीवाल को मुस्लिम वोट बैंक का फायदा हो सकता था।
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