मंगलवार, 24 दिसंबर 2013

पति जेल में बंद,पत्नी से 4 ने करा गैंगरेप

फतेहपुर। उत्तर प्रदेश में फतेहपुर जिले के थरियांव क्षेत्र में एक दलित युवती को चार लोगों ने हवस का शिकार बनाया। युवती का पति एक हत्या के आरोप में जेल में बन्द है।
पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि थरियांव क्षेत्र के ग्राम कमालीपुर निवासी सियाराम की पत्नी सुबह शौच के लिए जा रही थी। पहले से घात लगाए बैठे चार लोगों ने उससे जोर जबर्दस्ती की। शोर मचाने पर उस पर कुल्हाडी से वार किया। जब वह बेहोश हो गई तो उसे हवस का शिकार बनाया।

घटना की रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है। युवती को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है। दूसरी ओर आरोपियों का कहना है कि स्थानीय विधायक काफी दिनों से हत्या के प्रकरण में जेल में बंद सियाराम से सुलह चाहते थे। सुलह न करने पर उन्हें फंसाया गया है। पुलिस अधीक्षक रामसागर सिंह ने पूरे प्रकरण की जांच के आदेश दिए हैं।

यौन शोषण: कॉलेज पर ताला, प्रेसीडेंट अरेस्ट

भीलवाड़ा। छात्रा के यौन शोषण मामले में मंगलवार को माण्डलगढ़ कॉलेज पर ताले जड़ दिए गए। पुलिस ने भी कार्रवाई करते हुए आरोपी छात्रसंघ अध्यक्ष अजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
उल्लेखनीय है कि दुष्कर्म की शिकार एक छात्रा ने सोमवार रात बिजौलियां में खुद पर केरोसिन डालकर आग लगा ली। नब्बे प्रतिशत झुलसी हालत में देर रात उसे कोटा रेफर कर दिया गया।

छात्रा की हालत गम्भीर बनी हुई है। पीडिता ने माण्डलगढ़ महाविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष पर शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने का आरोप लगाया है। बिजौलियां पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया।

पुलिस उपाधीक्षक धर्मेन्द्र यादव ने बताया कि तृतीय वर्ष में पढ़ने वाली बिजौलियां निवासी छात्रा ने रात को कमरे में केरोसिन उंडेलकर खुद को आग लगा ली। परिजनों को पता लगा, तब तक वह नब्बे प्रतिशत झुलस चुकी थी।

उसे गम्भीर हालत में बिजौलियां चिकित्सालय ले जाया गया। वहां से उसे कोटा रेफर कर दिया गया।

पीडिता ने चिकित्सालय में पुलिस को दिए बयान में आरोप लगाया कि माण्डलगढ़ के शिवचरण माथुर राजकीय महाविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष अजीत सिंह ने उससे शादी करने का झांसा देकर यौन शोषण किया।

बाद में वह शादी करने से मुकर गया। जिस पर पुलिस ने मोटरों का खेड़ा निवासी अजीत को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की।

अपने हुनर के बूते पर दुनिया पर छा जाओ भानु प्रकाश एटूरू











बाड़मेर(23 दिसंबर) जम के खेलो डट के पढो और अपने हुनर के बूते पर दुनिया पर छा जाओ | जिला कलेक्टर भानु प्रकाश एटूरू ने यह विचार द मॉडर्न स्कूल के वार्षिकोत्सव में मुख्य अतिथि के बतौर व्यक्त किये | एटूरू ने कहा आज के दौर में ज़रूरी है कि बच्चे समय के बारे में पूरी जानकारी रखें और इस लिहाज़ से हमें उनके कार्टून देखने से भी ज़्यादा परहेज़ नहीं करना चाहिए,क्योंकि सीखने वालों के लिए वहां भी बहुत कुछ होता है |एटूरू के मुताबिक़ ज़िंदगी में कामयाबी के लिए ज़रूरी है हम जो भी करें उसमें खुद को पूरी तरह झोंक दें |

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए केयर्न इंडिया राजस्थान के फील्ड जनरल मैनेजर सी.डी. नारायणस्वामी ने कहा हमें ऊंचे सपने देखने चाहिए ,जोखिम का साहस रखते हुए अपने अनुभवों से सबक लेना चाहिए |

कार्यक्रम का आगाज़ गणेश वन्दना से हुआ |ओजस्वी संस्थान से सम्बद्ध मनीष गुप्ता ने स्वागत उद्बोधन दिया | गुप्ता ने कहा हमें अपने बच्चों को संघर्षशील बनाना चाहिए ताकि वह मज़बूत बन सकें | प्रिसिपल श्रीमती नवनीत पचौरी ने वर्ष भर की उपलब्धियों का ब्योरा देते हुए कहा थियेटर वर्कशॉप,पेरेंटिंग ,और टीचर्स रिफ्रेशर प्रोग्राम,साइंस पार्क ,चिल्ड्रेन पार्क के ज़रिये हम बच्चों के सम्पूर्ण विकास के हर संभव पहलू को छू रहे हैं |

इसके बाद प्ले ग्रुप की बांकी- मनमोहक अदाओं में जब शामा की गुडिया का किस्सा शुरू किया |आकर्षक वेशभूषा में ठुमकते इन बच्चों ने ‘ठुमक चलत रामचंद्र’’वाले वात्सल्यमयी दृश्यों की याद ताज़ा कर दी | एच.के.जी.के बच्चों ने स्पेनिश बुल फाइट के गीत पर नृत्य किया जबकि पहली क्लास के हवाइयन डांस हू ला ला पर अपनी प्रतिभा दिखाई |काऊबॉय डांस किया एल.के.जी. के बच्चों ने |

स्कूल के मंच पर के हुनर का जादू सर चढ़कर बोला |जहां छोटे बच्चों की मासूम अदाओं ने सभी को लुभाया वहीं सीनियर्स के बांके जलवों ने भी अपनी असरदार छाप छोड़ी |भारतीय सिनेमा के शताब्दी वर्ष पर तैयार नृत्य नाटिका आलमआरा से धूम-3 तक से रोचक सफ़र की यादगार बानगी पेश की | कंवलजीत कौर की संकल्पना और सम्पादन में तैयार इस डांस ड्रामा में हिन्दी फ़िल्मों की शुरुआती कदम से चलकर ताजातरीन प्रयोगशील फिल्मों तक के महत्वपूर्ण पडावों को छुआ गया | मूवी मदारी ने फिल्म ‘अछूत कन्या’ और ‘हंटरवाली’ से आगे ‘बरसात’ और मुग़ल ए आज़म व जुबली कुमारके नाम से मशहूर राजेंद्र कुमार, राजेश खन्ना और सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के किरदार और अभिनय कौशल तथा सिने योगदान का परिचय खूबसूरत अंदाज़ में दिया |यहाँ नायक के बदलते स्वरुप, संगीत और नृत्य के बढ़ते तथा मज़बूत होते चलन के भी अहम बयान दर्ज थे |

बॉक्स ऑफिस पर अपनी कामयाबी के झंडे गाड़ने वाली ‘शोले’, ’हम आपके हैं कौन’,’थ्री इडियट्’जैसी फिल्मों का भी अलग ज़िक्र था | दिलचस्प तो ये था कि मंच पर जहां एक तरफ़ बच्चे रंग बिरंगे परिवेश में अभिनय का जादू बिखेर रहे थे वहीं दूसरी तरफ स्क्रीन पर उस दौर की झांकियां समान्तर उस छटा को और असरदार बना रही थी | मूवी मदारी की भूमिका में में कोणार्कतथा मूवी म्यूजिक बनी रागिनी ने अपने अभिनय की असरदार छाप छोड़ी | अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किये गए | धन्यवाद ज्ञापन सुरेश अठ्वानी ने किया | कार्यक्रम का संचालन चाहत भाटिया ,रवि गुप्ता और जतिन ने किया| कार्यक्रम में कर्नल ए.एस.बेन्ज़,लेफ्टिनेंट कर्नल विवेक गुलेरिया एवं विकास भाटिया,मेजर वी.के.सांगवान, नगरपालिका प्रतिपक्ष नेता सुरेश मोदी, सीनियर मेनेजर एस.डब्ल्यू.एम्.एल.विनोद विठल लोयंस क्लब पूर्व उपाध्यक्ष जितेन्द्र अग्रवाल समाजसेवी माधोसिंह राठोड समेत शहर के तमाम गणमान्य नागरिक व सैकड़ों अभिभावक तथा विद्यार्थी उपस्थित थे |






मोदी के लिए वोट संग"नोट"मांगेगी बीजेपी

नई दिल्ली। भाजपा ने अगले लोकसभा चुनावों के पहले अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की ब्राण्ड इमेज को चमकाते हुए "मोदी फार पीएम" अभियान छेड़ने का एलान किया है। भाजपा ने मतदाताओं से मोदी के पक्ष में वोट के साथ-साथ चंदे के लिए धन मांगने की भी रणनीति बनाई है।
पार्टी ने हाल ही में संपन्न पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में दो राज्यों में शानदार प्रदर्शन के बाद अपने मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई और लोकसभा चुनावों की तैयारियों का जायजा लिया। पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में संपन्न इस बैठक में पार्टी के संसदीय दल के अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी, लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज, राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली, पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी, डा. मुरली मनोहर जोशी, महासचिव थावरचंद गहलोत, अनंत कुमार और रामलाल के साथ-साथ गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर उपस्थित थे।

बैठक के बाद पार्टी महासचिव अनंत कुमार ने बताया कि भाजपा विधानसभा चुनावों में मिली जीत से उत्साहित है। देश में वैसा ही माहौल है जैसा 1977 में था। उन्होंने कहा कि भाजपा लोकसभा चुनावों में भी ऎसे ही अनुकूल परिणामों की आशा करती है। इसके लिए मोदी फार पीएम यानी प्रधानमंत्री पद के लिए मोदी अभियान शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा लोगों से वोट और नोट दोनों मांगेगी।

अनंतकुमार ने कहा कि भाजपा करीब दस करोड़ मतदाताओं से संपर्क करेगी और उनसे न्यूनतम दस रूपए और अधिकतम एक हजार रूपए का चंदा देने की अपील करेगी। उन्होंने बताया कि चंदा संग्रह का यह कार्यक्रम 1977 में लोकनायक जयप्रकाश नारायण के जनता पार्टी के पक्ष में चलाए गए वोट एंड नोट कार्यक्रम की तर्ज पर तैयार किया गया है। भाजपा देश के 450 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में प्रत्येक बूथ पर बूथस्तरीय सम्मेलन आयोजित करेगी तथा हर निर्वाचन क्षेत्र में 15 से 20 हजार कार्यकर्ताओं को सक्रिय करेगी। सामान्यत: एक निर्वाचन क्षेत्र में एक से डेढ़ हजार बूथ होते हैं।

भारत-पाक ने की सरहद पर अमन की बात



नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तानी के सैन्य संचालन महानिदेशकों ने मंगलवार को वाघा सीमा पर बहुप्रतीक्षित बातचीत की जिसमें नियंत्रण रेखा पर शांति और संघर्ष विराम कायम रखने के मुद्दों पर विचार किया गया। वाघा में पाकिस्तान की ओर हुई इस बातचीत में भारतीय सेना के सैन्य संचालन महानिदेशक लेफ्टीनेंट जनरल विनोद भाटिया ने अगुवाई की और उनके साथ एक ब्रिगेडियर और कर्नल रैंक के तीन अधिकारियों का प्रतिनिधिमंडल मौजूद था।

पाकिस्तान की ओर से भी इसी रैंक के चार अधिकारियों का नेतृत्व उनके सैन्य संचालन महानिदेशक मेजर जनरल आमिर रियाज ने किया। सैन्य स्तर पर इस बातचीत की सहमति दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच सितंबर में न्यूर्याक में हुई द्विपक्षीय बैठक में हुई थी लेकिन नियंत्रण रेखा की घटनाओं के अलावा पाकिस्तान में सेना प्रमुख बदलने तक के विभिन्न कारणों को लेकर यह वार्ता नहीं हो पा रही थी।

नवंबर और दिसंबर में घुसपैठ लगभग शून्य पर आने और संघर्ष विराम का उल्लंघन नहीं होने के बाद इस बातचीत की जमीन तैयार हुई थी। इससे पहले नवंबर में पाकिस्तान के प्रधानंमत्री के राष्ट्रीय सुरक्षा एवं विदेशी मामलों पर सलाहकार ने सैन्य संचालन महानिदेशकों की बातचीत शीघ्र होने की बात कही थी। समझा जाता है कि भारत ने पाकिस्तान की ओर से होने वाले संघष्ाü विराम के बार बार उल्लंघन पर अपना कड़ा विरोध जताया। नवंबर में घुसपैठ के तीन और दिसंबर में सात प्रयास हुए और इनमें से सिर्फ एक कोशिश ही कामयाब हो पाई थी।

फ्रेंड ने पत्नी की लूटी अस्मत,बनाया वीडियो

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी में एक युवक ने अपने दोस्त की पत्नी को शीतल पेय में नशे की दवा मिलाकर पिलाने के बाद उससे बलात्कार किया और उसका वीडियो बना लिया। महिला की शिकायत पर युवक के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है।
घटना गत चार अगस्त को उस वक्त घटी, जब महिला अपने पति से तलाक लेने जिला अदालत पहुंची थी और पति के एक दोस्त ने उसे यह कहकर कि वह आसानी से उसका तलाक करा देगा, अपनी कार में बिठा लिया।

पति के दोस्त ने चिनार पार्क ले जाकर महिला को शीतल पेय में नशे की गोलियां मिलाकर पिला दिया और जब वह बेसुध हो गई तो उससे बलात्कार किया और वीडियो बना लिया, जिसे सार्वजनिक करने की धमकी देकर वह उसे ब्लेकमेल करने लगा तथा उससे दो लाख रूपए भी ऎंठ लिए।

पुलिस के अनुसार 26 वर्षीय यह महिला देवकी नगर, करोंद में रहती है। वह गत चार अगस्त को पति के खिलाफ जिला न्यायालय में तलाकनामा पेश करने गई थी। तभी न्यायालय में उसके पति का दोस्त बरखेड़ा बाजार, सीहोर निवासी नवीन शर्मा मिला, जिसने उससे कहा कि तुम मेरी कार में बैठ जाओ मैं आसानी से पति से तलाक करा दूंगा।

पुलिस में दर्ज शिकायत में महिला ने कहा है कि वह नवीन की कार में बैठ गई, जिसे लेकर वह चिनार पार्क पहुंचा, जहां उसने उसे कोई शीतल पेय पीने का दिया, जिसे पीते ही वह बेहोश हो गई। जब वह होश में आई तो उसके कपड़े अस्त-व्यस्त मिले।

उसने इस बारे में नवीन से बात की, तो उसने कहा कि चुपचाप रहना, मैंने तुम्हारा वीडियो बना लिया है और यदि किसी को बताया तो मैं इसे सार्वजनिक कर दूंगा। इसके बाद नवीन इस महिला के घर में एक कमरा किराए से लेकर रहने लगा और उसे ब्लैकमेल कर लगातार बलात्कार करने लगा एवं उससे दो लाख रूपये भी ऎंठ लिए। इससे परेशान होकर महिला गत शनिवार एमपी नगर पुलिस थाने पहुंची और रिपोर्ट दर्ज कराई।

पुलिस ने नवीन के खिलाफ बलात्कार सहित कई अन्य आपराधिक धाराओं तथा नवीन के भाई संतोष शर्मा के खिलाफ ब्लैकमेल एवं जान से मारने की धमकी देने के मामले में प्रकरण दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है।

संसदीय सचिव रहे रामस्वरूप कसाना के 24 साल के बेटे विक्की पर अंधाधुंध फायरिंग


जयपुर। कांग्रेस सरकार में संसदीय सचिव रहे रामस्वरूप कसाना के 24 साल के बेटे विक्की पर अंधाधुंध फायरिंग की सनसनीखेज खबर...
कोटपूतली थाना क्षेत्र में बीती रात को एक दर्जन हमलावरों ने पूर्व विधायक व कांग्रेस सरकार में संसदीय सचिव रहे रामस्वरूप कसाना के पुत्र विक्की (24) पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। फायरिंग में गंभीर रूप से घायल हुए विक्की को जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।

पुलिस ने बताया कि घटना के संबंध में शेर सिंह पुत्र इंद्रराज गुर्जर ने रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट के अनुसार वे पाटन स्थित चौटिया मोड़ के पास क्रेशर मशीन के ऑफिस में बैठे थे, जबकि विक्की ऊपर की मंजिल पर सो रहा था। इस दौरान रात्रि करीब साढ़े 12 बजे एक लड़का आया और कहा कि विक्की को पंकज पटेल, जुगनू पटेल बाहर बुला रहे हैं।

इस पर विक्की बाहर उठकर आया तो थार जीप और स्कॉर्पियो में बैठे एक दर्जन लोग बाहर आए और विक्की पर अंधाधुंध फायरिंग करने लगे। फायरिंग के बाद आरोपी गाडियों में बैठकर भाग गए। विक्की को स्थानीय अस्पताल लेकर गए, जहां से उसे जयपुर के लिए रैफर कर दिया गया।

पुलिस के अनुसार विक्की के पैर में दो व हाथ में एक गोली लगी है। पुलिस ने बताया कि रिपोर्ट में पंकज, जुगनू व सुभाष्ा सहित कई लोगों पर आरोप लगाए गए हैं। आरोपियों की तलाश की जा रही है।

जांघ में फंसी गोलीविक्की को सवाई मानसिंह अस्पताल के पॉलीट्रोमा वार्ड में आर्थोपेडिक विभाग की यूनिट प्रथम में भर्ती किया गया है। चिकित्सकों के अनुसार उसे दो गोलियां लगी हैं। समाचार लिखे जाने तक गोलियां नहीं निकाली जा सकी हैं।

चिकित्सकों के अनुसार घायल का काफी खून बह गया है और एक गोली उसके जांघ में फंस गई है। सवाई मानसिंह अस्पताल के आर्थोपेडिक विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. आरसी मीणा ने बताया कि जांच के बाद बताया जा सकेगा कि ऑपरेशन कब होगा।

दस घंटे से पहले ऑपरेशन नहीं

एसएमएस अस्पताल के सूत्रों के अनुसार एसएमएस अस्पताल में इमरजेंसी ऑपेरशन थिएटर चलता है। लेकिन ऎसी कोई घटना में मरीज का ऑपरेशन इमरजेंसी थिएटर में नहीं किया जाता है। सुबह तक यूनिट के वरिष्ठ चिकित्सकों के राउंड का इंतजार किया जाता है।

रिश्वत लेते सहायक अभियंता गिरफ्तार

उदयपुर। राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने राजसमंद जिले में अजमेर विद्युत वितरण निगम के सहायक अभियंता महेन्द्र सिंह सिसोदिया एवं कनिष्ठ अभियंता दिनेश पुष्करणा को 20 हजार रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया हैं।

ब्यूरो के राजसमंद जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपालस्वरूप मेवाडा ने बताया कि इन अधिकारियों ने परिवादी एवं निर्माण कार्य के एक ठेकेदार का बिल पास करने एवं रिकवरी वसूल नहीं करने के बदले 40 हजार रूपए की रिश्वत मांगी थी।

उन्होंने बताया कि परिवादी की शिकायत पर सोमवार रात को परिवादी से चीरवा गांव के मरूवास में चल रही साइड पर पुष्करणा को रिश्वत की अग्रिम राशि के तौर पर 20 हजार रूपए लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में सिसोदिया की भी गिरफ्तार कर लिया गया।

बाड़मेर भाइयो के बीच चली मजाक ने एक कि ली जान

भाइयो के बीच चली मजाक ने एक कि ली जान 

बाड़मेर दो भाइयो के बीच चल रही मजाक ने एक भाई कि जान ले ली। गणेश माली और उसका भाई सिणधरी चौराहे स्थित दूकान पर हंसी मजाक कर रहे थे। दोनों के बीच मजाक के दौरान किसी बात को लेकर गणेश वहा से भगा को उसका भाई उसके पीछे भागने लाहा ,इसी दौरान सामने से आ रही ट्रक् के नीचे आ गया। बुरी तरह कुचले गए गणेश कि मौके पर ही मौत , पुलिस को  पर पुलिस ने मौके पर पहुच शव कि शिनाख्त कि। शव परिजनो को सौंप दिया। 


 

लेडी पुलिस ऑफिसर के खिलाफ अरेस्ट वारंट

अजमेर।दहेज हत्या का एक मामला फैसले से केवल इसलिए दूर है क्योंकि प्रकरण की जांच अधिकारी ही अदालत में गवाही देने नहीं आ रही। महिला अत्याचार निवारण मामलात अदालत के न्यायाधीश राजेन्द्र शर्मा ने इस पर गहरी नाराजगी जताई है।
अदालत ने सोमवार को महिला थाने की तत्कालीन थानाधिकारी सुनीता गुर्जर के गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं। वहीं गवाहों को सम्मन तामील कराने के मामले में अजमेर के पुलिस अधीक्षक की कार्य प्रणाली पर भी टिप्पणी की है।


सुनीता फिलहाल भीलवाड़ा में यातायात पुलिस में पदस्थापित हैं। प्रकरण पहाड़गंज क्षेत्र की विवाहिता की दहेज हत्या से जुड़ा है। सरकार बनाम ललित के नाम से विचाराधीन मुकदमे में लगभग सभी गवाहों के बयान हो चुके हैं।

प्रकरण की जांच तत्कालीन महिला थानाधिकारी सुनीता ने की थी इसलिए उन्हें भी बतौर गवाह तलब किया गया। अदालत ने चार-पांच पेशियों पर सुनीता को गवाही के लिए बुलाया लेकिन वह नहीं आई। सम्मन व जमानती वारंट तामील होने पर रिपोर्ट भेजी गई कि वह चुनावी कार्य, वीआईपी ड्यूटी में व्यस्त हैं।

गत पेशी पर जारी हुए जमानती वारंट पर सोमवार को अदालत में रिपोर्ट पेश हुई कि महिला थानाधिकारी कानून व्यवस्था में व्यस्त होने के कारण अदालत आने में असमर्थ है। न्यायाधीश शर्मा ने इसे गंभीर मानते हुए सुनीता के गिरफ्तारी वारंट जारी कर 7 जनवरी को तलब किया है।

आज़ादी के पेंसठ साल बाद भी नहीं बदला स्वाद गडरा के लड्डुओं का


आज़ादी के पेंसठ साल बाद भी नहीं बदला स्वाद गडरा के लड्डुओं का

बाड़मेर सीमावर्ती जिला बाड़मेर जिसकी 227 किमी लम्बी सीमा पाकिस्तान से सटी हैं। भारत विभाजन के बाद बाड़मेर जिले के कई गांव दो हिस्सों में बंट गए। एक ही परिवार के दो टुकडे हो गए। राम भारत में तो श्याम पाकिस्तान में।अल्लाह भारत में तो अकबर पाकिस्तान में। पाक सीमा से एक किमी पहले ही गडरारोड़ भारत में हैं। गडरा सीटी नाम का कस्बा था जो 1947 में विभाजित हो गया।
गडरारोड़ भारत में तथा गडरा सीटी पािकस्तान में रह गया। नहीं बदला तो गडरा के लड्डुओं का स्वाद। भारत पाकिस्तान के बीच आज भी रोटी बेटी का रिश्ता हें यह रिश्ता कायम रखने ने इन लड्डुओं ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा कि हें। पाकिस्तान जाने वाला हर व्यक्ति आज भी अपने रिश्तेदारो के लिए सम्भाल के तौर पर गदरा के अमोलकजी कि दूकान से बने लड्डू जरुर ले के जाते हें ,थार एक्सप्रेस के इस सरहद से शुरू होने के बाद से बाड़मेर से जो भी पाकिस्तान गया इन लड्डुओ का स्वाद साथ ले जाना नहीं भुला।


इन लड्डुओ के दीवाने स्थानीय नहीं नागरिक ही नहीं सेना के अधिकारी और जवान भी हें । इस धोरो कि धरती में दो वक्त कि रोटी के साथ के साथ मिठाई मिल जाये तो क्या कहने। हें मगर अमोलक चंद माहेश्वरी ने आज़ादी के बाद से इस परंपरागत लड्डुओ को बनाने का काम शुरू रखा। सरहद पर सुरक्षा में जूट जवान भी चाव के साथ लड्डू खाते हें। आज़ादी के पेंसठ सालो में इस सरहद पर सब कुछ बदला नहीं बदला तो अमोलक जी के लड्डुओं का स्वाद। आज भी उतने ही स्वादिष्ट और जायकेदार हें जितने पेंसठ साल पहले थे


अविभाजित गडरा सीटी के तिजारा के लडडू बड़े ही स्वादिष्ट होते थे। गडरा के लडडू पूरे राजपूताना में प्रसिद्ध थे। बंटवारे के बाद भारतीय सीमा में गडरारोड़ हो गया।
गडरारोड़ में रह रहे माहेश्वरी परिवार लडडू बनाने में माहिर थे। 1965 के युद्व के पश्चात के गडरा सीटी से सैंकडो परिवार भारतीय सीमा में आकर बस गए। इनमें से ढाटी माहेश्वरी जाति के परिवार गडरारोड़ आकर बस गए। इन परिवारों में एक परिवार अमोलख भूतडा का भी था। जो पहले वहां लडडुओं के निर्माता थे। गडरारोड़ आकर अपना पुश्तैनी कार्य लडडू बनाना आरम्भ किया। गडरा के लडडू मुख्य रूप से उडद की दाल से बनाये जाते हैं। पिसी हुर्इ उड़द की दाल में गोंद, मावा शक्कर, देशी घी डालकर सेका जाता हैं। इस अत्यधिक स्वादिष्ट बनाने के लिए इसमें बादाम, काजू, दाख, काली मिर्च डाली जाती हैं। दो सौ पच्चास रूपये प्रति किलो के भाव से बिकने वाले लडडुओ का लाजवाब स्वाद मुंह में पानी ले आता हैं।
गडरा के लडडुओ का स्वाद लाजवाब होने के कारण सर्वप्रिय हैं। सीमा पर तैनात जवानों, स्थानीय नागरिकों में गडरा के लडडू सर्वप्रिय हैं। इन लडडुओ की प्रसिद्धी सीमार पार में भी बराबर हैं।
तारबन्दी से पूर्व आसानी से पाकिस्तान भेजे जाने वाले ये लडडू अब यदा कदा की पाक ले जाए जाते हैं। ये लडडू एक महीने तक खराब नहीं होते। यहां के लडडू साम्प्रदायिक सदभावना के प्रतीक हैं।

जिंक घोटाला: 60 हजार करोड़ का तो खनिज ही था, 1500 करोड़ में सौंप दी कंपनी



जोधपुर. एनडीए शासनकाल में हुई हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड डील के मामले में नया तथ्य सामने आया है। विनिवेश की गड़बडिय़ों की जांच कर रही सीबीआई को कंपनी ने जवाब भेजकर माना कि डील के वक्त 117 मिलियन टन खनिज रिजर्व में था।






लंदन मैटल एक्सचेंज ने 117 टन खनिज की कीमत 60 हजार करोड़ आंकी है। जबकि पूरी कंपनी सिर्फ 1500 करोड़ रुपए के विनिवेश पर स्टरलाइट कंपनी को सौंप दी गई। सीबीआई को कंपनी की ओर से रिकॉर्ड उपलब्ध कराया जा रहा है। उसका मिलान कंपनी की पुरानी बैंलेंस शीट से मिलान किया जाएगा। सीबीआई के पास रिजर्व 140-150 मिलियन टन होने के रिकॉर्ड मौजूद हैं।

बामनिया कला माइंस व कायड़ प्रोजेक्ट भी छुपाए

40 हजार करोड़ रुपए की सिंदेसर माइंस की तरह उदयपुर के पास बामनिया कला माइंस और अजमेर के पास कायड़ प्रोजेक्ट भी टेंडर डॉक्युमेंट में नहीं थे। डील से पहले की बैलेंस शीट बताती हैं कि ये दोनों असेट्स भी कंपनी की थी, जिनकी कीमत नहीं लगाई गई। इनमें से कायड़ प्रोजेक्टर में तो 2002 में ड्रिलिंग भी चल रही थी और बामनिया कला माइंस में स्टरलाइट ने बाद में काम शुरू किया।

175 करोड़ के चेक भी थे आयकर विभाग में
सीबीआई सूत्रों के अनुसार जब कंपनी का पुराना रिकॉर्ड खंगाला गया तो पता चला कि डील से पहले ही हिंदुस्तान जिंक लि. की ओर से आयकर विभाग में 175 करोड़ रुपए के चेक जमा कराए गए थे। ये विवादास्पद चेक थे, जो अलग-अलग वर्षों में जमा कराए थे। स्टरलाइट ने इस कंपनी की मालिक बनने के बाद से अब तक 65 करोड़ के चेक सैटल करवा दिए हैं। अब 110 करोड़ के लिए वह इनकम टैक्स ट्रिब्युनल व हाईकोर्ट में अपनी लड़ाई जारी रखे हुए है।
डील के लिए संसद की अनुमति जरूरी थी, नहीं लीहिंदुस्तान जिंक लिमिटेड में विनिवेश ही गैरकानूनी ढंग से किया गया। इस फैसले को अमल में लाने के लिए एनडीए सरकार ने संसद की मंजूरी नहीं ली। हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड 22 अक्टूबर 1965 तक मैटल इंडिया के नाम से कामकाज करती थी। यह निजी कंपनी सेना के आयुध बनाने का काम करती थी। तत्कालीन सरकार ने संसद में ऑर्डिनेंस पारित कर अधिग्रहित किया और फिर इससे जुड़ा एक कानून पास किया। इस कानून और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मुताबिक कंपनी को बेचने से पहले संसद की अनुमति जरूरी थी। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। उल्टे सेबी एक्ट में बदलाव कर स्टरलाइट कंपनी की हिस्सेदारी दिनों-दिन बढ़ाई गई। सुप्रीम कोर्ट हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम से जुड़े मामले में पहले ही कह चुका था कि ऑर्डिनेंस और एक्ट के जरिए अधिग्रहित कंपनियों में विनिवेश न किया जाए।

बारहवीं के बिना बीए की डिग्री भी स्नातक

जोधपुर।राजस्थान उच्च न्यायालय ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) से बारहवीं की परीक्षा उत्तीर्ण किए बिना बीए करने को स्नातक की डिग्री के रूप में माना है। न्यायालय ने इस संदर्भ में बिना बारहवीं के स्नातक नहीं मानने के बीमा कम्पनी के आदेश को गैरकानूनी ठहराया है। न्यायालय ने युनाइटेड इण्डिया इंश्योरेंस कम्पनी को याचिकाकर्ता को स्नातक मानते हुए शैक्षणिक योग्यता के 12 अंक प्रदान कर उसे सभी लाभ देने और तीन माह में पदोन्नत करने के भी आदेश दिए हैं।


बीमा कम्पनी की श्रीगंगानगर जिले की रायसिंहनगर शाखा में कार्यरत रघुवीरसिंह सक्सेना ने अधिवक्ता सुनील भण्डारी के माध्यम से रिट याचिका पेश कर कहा कि उसने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से मान्यता प्राप्त इग्नू से वर्ष 1998 में प्रारम्भिक परीक्षा उत्तीर्ण कर वर्ष 2005 में बी.ए. की परीक्षा उत्तीर्ण की। बीमा कम्पनी ने उसे स्नातक मानते हुए वर्ष 2008 से 2010 तक शैक्षणिक योग्यता के 12 अंक प्रदान किए, लेकिन उन वर्षो में सक्सेना की पदोन्नति नहीं हो पाई। वर्ष 2011 में याचिकाकर्ता ने पदोन्नति प्रक्रिया में आवेदन किया, लेकिन बीमा कम्पनी ने 26 सितम्बर 2011 को परिपत्र जारी करते हुए उच्चतम न्यायालय के अन्नामलाई विश्वविद्यालय से सम्बन्धित एक निर्णय का हवाला देते हुए कहा कि इग्नू से बी.ए. उत्तीर्ण वही कर्मचारी स्नातक माना जाएगा, जिसने पूर्व में बारहवीं की परीक्षा उत्तीर्ण की हो।


अधिवक्ता भण्डारी की दलील थी कि याचिकाकर्ता आठवीं परीक्षा उत्तीर्ण है तथा इग्नू के नियमों के तहत उसने पहले प्रारम्भिक परीक्षा उत्तीर्ण कर फिर बी.ए. परीक्षा उत्तीर्ण की है। ऎसे में उसकी शैक्षणिक योग्यता स्नातक मानी जाए।


उच्चतम न्यायालय के आदेश की व्याख्या गलत


सुनवाई के बाद न्यायाधीश प्रतापकृष्ण लोहरा ने रिट याचिका मंजूर करते हुए 37 पृष्ठ के विस्तृत फैसले में कहा कि बीमा कम्पनी की यह व्याख्या यदि मान ली जाएगी तो यह स्थित भयावह, हास्यास्पद व अनोखी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि विधायिका की कभी भी यह मंशा नहीं हो सकती कि आठवीं परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थी प्रारम्भिक परीक्षा के लिए पात्र नहीं हो और अशैक्षिक व्यक्ति ही पात्र हों। कोर्ट ने कहा कि बीमा कम्पनी ने उच्चतम न्यायालय के आदेश की गलत व्याख्या करते हुए जो परिपत्र जारी किया है, वह पूर्णतया अनुचित है।

संदिग्ध अवस्था में पकड़े गए युवक-युवतियां

जोधपुर।खेतसिंह जी के बंगले के पास स्थित यू एंड मी रेस्टोरेंट में सोमवार को पुलिस ने छापा मार यहां से तीन युवक व तीन युवतियों को संदिग्ध अवस्था में पकड़ा।


अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (पूर्व) केसर सिंह शेखावत ने बताया कि कार्रवाई में रेस्टोरेंट मालिक भदवासिया विश्वकर्मा नगर निवासी धमेन्द्र भाटी (33) पुत्र राजेन्द्र भाटी, गुलाब सागर निवासी गौरव (21), सूरसागर रावटी निवासी मनोहर (22) और कमला नेहरू नगर देवी रोड निवासी मोहम्मद अली (21) को पकड़ा। वहीं इनके साथ शेष तीन युवतियों को महिला थाने भेजा गया।

2014 के लिये कन्या राशि का राशिफल -

2014 के लिये कन्या राशि का राशिफल - 2014 Virgo Horoscope in Hindi - Virgo 2014 Hindi Rashifal




कन्या राशि की विशेषतायें


2014 के लिये कन्या राशिफलकन्या राशि भचक्र पर छठे स्थान पर आने वाली राशि है, भचक्र पर इसका विस्तार 150 से 180 अंशो के मध्य तक है. इस राशि के अन्तर्गत उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र के तीन चरण, हस्त नक्षत्र के चार चरण तथा चित्रा नक्षत्र के दो चरण आते हैं. इस राशि का प्रतीक चिन्ह एक युवती है जो नाव पर सवार है. उसके एक हाथ में गेहूँ की बालियाँ तथा दूसरे में लालटेन है. लालटेन रोशनी का तो गेहूँ की बालियाँ सभ्यता व सुख समृद्धि का प्रतीक है. यह पृथ्वी तत्व राशि है तथा स्वभाव से द्वि-स्वभाव राशि के अन्तर्गत आती है. इस राशि का राशि स्वामी बुध ग्रह है. इसलिए इस राशि के व्यक्ति सौम्य, गुणी, वाकपटु, चतुर, चालाक व हर काम करने में निपुण होते हैं. हर बात में तर्क करने की आदत होती है लेकिन बुद्धिमत्तापूर्ण तरीके से. कन्या राशि भूमि तत्व होती है जिसके कारण आप सभी काम धरातल पर रहकर करते हैं.

ग्रहों में बुध को राजकुमार की उपाधि प्राप्त है, इसलिए आप सदैव ऊर्जावान बने रहते हैं और स्वयं को किसी से कभी कम नहीं समझते हैं. द्वि-स्वभाव होने से आप बहुत बार दुविधा में फंसे रहते हैं लेकिन आप सदा ही दूसरों की सहायता करने को भी तत्पर रहते हैं. आप सामाजिक प्राणी होते हैं और समाज के दायरे में रहकर आगे बढ़ते हैं. छोटी से छोटी बात को भी गंभीरता से लेकर आगे बढ़ते हैं और उस पर भी चिन्तन मनन करते हैं. आपके संबंध कम लोगो से बनते हैं लेकिन जिनसे भी बनते हैं मजबूत ही बनते हैं.

कन्या राशि का होने से आप एक सच्चे मित्र साबित होते हैं जो सदा अपने दोस्तों की सहायता के लिए तत्पर रहता है. परिवार के प्रति भी आप समर्पित रहते हैं और सभी सदस्यों को बहुत प्यार करते हैं. घर के बुजुर्गों की तो आप बहुत सेवा करते हैं, यदि वह बीमार भी पड़ जाते हैं तब सबसे अधिक सेवा भावना आप में ही होती है. आप खाने के भी बहुत शौकीन होते हैं और भांति-भांति के व्यंजन आपको बहुत पसंद होते हैं. खाने की जब भी बात होगी आप सबसे पहले कदम बढ़ाएंगे. आपके भीतर दया का भाव होता है, व्यवहारिक व वफादार भी होते हैं. किसी भी बात का विश्लेषण व मूल्याँकन करने के बाद ही नतीजे पर पहुंचते हैं. जानवरो व पशुओ से प्यार होता है, किताबे पढ़ने के शौकीन होते हैं और प्राकृतिक नजारों से प्रेम होता है.

उपरोक्त खूबियों के अलावा आपकी कमी यह होती है कि आप हर समय किसी ना किसी बात की चिन्ता में रहते ही हैं, जरा सी बात को भी गंभीर बना देते हैं. कुछ संकोची तथा शर्मीले स्वभाव के होते हैं इसलिए आपको केन्द्र बिन्दु रहने अच्छा नही लगता है. दूसरों की आलोचना बहुत करते हैं क्योकि सामने वाले में आपको कोई ना कोई कमी नजर आती ही रहती है. अभद्र व अशिष्ट व्यवहार करने वाले लोगो से आप दूर ही रहते हैं.

कन्या राशि के लिए उपयुक्त व्यवसाय 

आप अच्छे लेखक हो सकते हैं, आपको ललित कलाओ से भी बहुत प्यार होता है. इसके अलावा आप कूतनीतिज्ञ, संचार व गणित व आंकड़ो से जुड़े कामो में रुचि रख सकते हैं. आप ज्योतिष विज्ञान को भी अपने व्यवसाय का क्षेत्र चुन सकते हैं. अकाउंटस, क्लर्क, संपादक आदि भी हो सकते हैं. मनोवैज्ञानिक, वायुयान चालक अथवा चिकित्सक भी हो सकते हैं. व्यापार आदि में भी रुचि रह सकती है अथवा दुकान भी खोल सकते हैं. डाक विभाग में भी आप नौकरी कर सकते हैं.

2014 कन्या राशिफल - पैसा और वित्तीय स्थिति


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक का समय

कन्या पैसा और वित्तीय स्थितिआपके आय तथा व्यय समान रहने की संभावना बनती है. जितना धन आएगा उसमें से आप संचित करने में नाकामयाब रहेंगे क्योकि यह साथ ही साथ आपकी जरुरतों के पूरा होने में खर्च होता रहेगा. वैसे आपको इस तिमाही के आरंभ में समझ ही नहीं आएगा कि किस तरह से अपना बजट निर्धारित करें, बस राम भरोसे ही आप आगे बढ़ते जाएंगे. परिवार के खर्चों की पूर्ति अथवा घर इत्यादि के रख रखाव पर भी धन व्यय की संभावना बन रही है. किसी ना किसी रुप में इस समय व्यय बने ही रहेंगे और धन की कमी के कारण आप अपना क्रोध दूसरों पर निकालेंगे. तिमाही के मध्य भाग में धनाभाव के कारण परिवार में तनाव की स्थिति भी पैदा हो सकती है.

तिमाही के अंत तक आप धन संबंधी मामलों को लेकर परेशान ही रहेंगे. खर्चों को नियंत्रित करने का भी आप हर भरसक प्रयत्न करेंगे लेकिन खुद को विवश ही पाएंगे. इस तिमाही में आपके सामने आय बढ़ाने के अवसर भी आ सकते हैं, यह आपके ऊपर निर्भर करेगा की उन्हें कैसे उपयोगी बनाया जाए इसलिए ज्यादा गहराई में चिन्तन मनन ना करें अन्यथा आप सोचते ही रह जाएंगे और मौका हाथ से निकल भी जाएगा.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय

तिमाही के इस भाग में अनचाहे खर्चे आपका पीछा छोड़ने को तैयार नहीं होगें, खर्चों के साथ हानि होने के योग भी आपके साथ बने ही रहेंगे. आप कहीं भी निवेश करते हैं तो सोच-विचार कर ही करें. मित्रो आदि को उधार दिया गया रुपया वापिस मिलने के योग कम ही हैं अथवा काफी विलंब के बाद ही धन वापिस मिल पाएगा. तिमाही के इस भाग में आप गलत तरीको से धन कमाने का सोच सकते हैं अर्थात इस समय आप रिश्वत अथवा घूसखोरी से धन में वृद्धि कर सकते हैं. आपका जीवनसाथी इस समय आपके खर्चो का कारण बन सकता है. आप इस समय अपना धन यात्राओ पर भी व्यय कर सकते हैं. संतान आदि के खर्चों की पूर्ति में आपका पैसा खर्च हो सकता है.

जो पैसा साथी के कारण खर्च होगा उस पैसे की भरपाई भी आपका साथी ही करेगा. तिमाही के मध्य भाग में धीरे-धीरे स्थिति में सुधार की संभावना बन सकती है और तिमाही के तीसरे भाग तक स्थिति में सुधार होगा. आपकी माताजी, जीवनसाथी अथवा कोई महिला आपके लिए लाभदायक रह सकती है और आपकी आर्थिक हालत में सुधार होना आरंभ हो सकता है.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय

तिमाही के इस भाग में आपकी आय के स्तोत्र बने रहेंगे और इस समय धनागमन की ओर से आप निश्चिंतता का अनुभव कर सकते हैं. आपके सामने आय के कई स्तोत्र आ सकते हैं जिसे आप अपनी बुद्धिमत्ता के बल पर अपने पक्ष में कर सकते हैं. इस समय आपके बाहरी रुप से भी आय के साधन बने रहेंगे. गुप्त रुप से आप या कमीशन आधारित काम करने पर भी आपकी आय में इजाफा हो सकता है. आप जो काम नियमित रुप से करते हैं उसके अलावा भी आनलाईन बैठकर अतिरिक्त काम की तलाश कर सकते हैं.

इससे आप अपनी आर्थिक स्थिति को काफी हद तक संभालने में सफल रह सकते हैं. तिमाही का मध्य भाग आपके लिए काफी लाभदायक बना रह सकता है, इस समय आपके वेतन में वृद्धि हो सकती है. आपके मित्र अथवा बड़े बहन-भाई या इनके समान व्यक्ति आपके लाभ बढ़ाने में मददगार सिद्ध होते हैं. तिमाही के मध्य भाग में आपकी आय का संबंध विदेश से भी हो सकता है. इस समय आय के साथ आप धार्मिक संस्थाओं में दानादि भी दे सकते हैं. इस समय कुछ धन आप अपनी कुछ निजी जरुरतों को पूरा करने में भी व्यय कर सकते हैं.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय

इस समय आप खुद पर काफी धन फिजूल का खर्च कर सकते हैं और आप अपने परिवार की जरुरतों को पूरा करने के लिए भी रात-दिन एक कर के पैसो का जुगाड़ कर ही लेंगे लेकिन पैसों का जुगाड़ आप गैर कानूनी काम कर के ना करें अन्यथा मान सम्मान पर बट्टा लगने की संभाव‌ना ब‌न सकती है. तिमाही के मध्य भाग का समय यात्राओ पर खर्चो का हो सकता है.

इस तिमाही के दूसरे व तीसरे भाग में आप गुप्त रुप से पैसा कमाने की सोच सकते हैं अथवा आप धन निवेश की योजना बना सकते हैं लेकिन बेहतर होगा कि आप यदि किसी की सलाह से निवेश करें. जो लोग सट्टा अथवा जुआ खेलते हैं उन्हें बार-बार प्रयास करने पड़ सकते हैं, इसलिए अच्छा होगा कि आप बुद्धिमत्ता से धन का निवेश करें. जिन लोगो का संबंध जमीन के काम से है उनके लाभ में वृद्धि होगी.

विशेष 

अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ बनाने के लिए आपको प्रतिदिन लक्ष्मी चालीसा का पाठ सुबह के समय करना चाहिए.

2014 कन्या राशिफल - कैरियर और प्रोफेशन


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक का समय

कन्या 2014 कैरियरतिमाही के आरंभ माह में आप अपनी नौकरी में परिवर्तन की चाह रख सकते हैं. नौकरी परिवर्तन करने का कोई विशेष कारण नहीं होगा, कहीं से अच्छी आफर मिलने के कारण आप नौकरी बदलने की सोच सकते हैं. आपका यह निर्णय आपके लिए अच्छा ही रहेगा और आप नए स्थान पर जाने से स्वयं को ऊर्जावान भी महसूस करेंगे. इस नए स्थान पर आरंभ में प्रतिद्वंद्वी भी आपके पैर जमने में दिक्कतें पैदा कर सकते हैं लेकिन आप अन्तत: उन पर जीत हासिल कर ही लेंगे क्योकि कुछ समय तो आप संयम से निकालेंगे लेकिन पानी सिर से निकल जाने पर आप अपनी कूटनीति से और कुचालों से प्रतिद्वंद्वियों की हर बाजी को पलटने में कामयाब रहेंगे.

बिजनेस करते हैं तो आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, यह परेशानियाँ किसी भी रुप में आपके सामने बनी रह सकती है. आपके कर्मचारी आपके खिलाफ आवाज भी उठा सकते हैं जिससे आप समय पर अपने माल की आवाजाही करने में नाकामयाब रह सकते हैं. इससे आपका नुकसान होने की संभावना बनती है. अंत में आप परेशान होकर उलटे तरीको से अर्थात साम, दाम, दण्ड तथा भेद की नीति का पालन करते हुए अपने काम को सफल बनाएंगे तब आप उचित-अनुचित का कोई लिहाज नही करेंगे.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय

यह समय कैरियर के दृष्टिकोण से अनुकूल रहने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. विरोधियों को कुचलने के लिए आप कुटिल चालों का सहारा ले सकते हैं. इस कारण तिमाही के पहले भाग में आपको मानहानि का अथवा आरोप-प्रत्यारोपो का सामना भी करना पड़ सकता है. कार्यक्षेत्र पर सहयोगियों के साथ अति कटु वाणी का उपयोग कर सकते हैं. अपने काम को सिद्ध करने में इस समय आप झूठ का सहारा लेने से भी परहेज नहीं करेंगे. अपनी चिकनी-चुपड़ी वाणी का उपयोग कर के आप बॉस की नजरों में ऊपर उठने का प्रयास करेंगे. तिमाही के मध्य भाग से अंतिम भाग तक का समय मिश्रित सा रहेगा और इस समय आपके कामो की गति धीमी रह सकती है लेकिन ठीक तिमाही के एकदम अंतिम भाग में आपको कुछ उपलब्धियाँ प्राप्त हो सकती हैं.

व्यवसायियो के लिए तिमाही का आरंभ परेशानियों वाला रह सकता है लेकिन इस समय फिर भी आप अपने लाभ को जैसे-तैसे कर के बनाए रख सकते हैं. काम की सफलता के लिए आप घूस देने से भी पीछे नहीं हटेंगे. तिमाही मध्य भाग तथा अंतिम भाग का समय आपके पक्ष में रहने की संभावना बनती है. यदि अंतिम भाग में आप अपने प्रयासों को जरा सा भी तेज कर देते हैं तो आपके काफी काम सरलता से बन सकते हैं. जिनके काम का संबंध विदेशों से है उनके लिए तिमाही का अंतिम भाग पक्ष में रहेगा अथवा जो विदेशों के लिए प्रयास कर रहे हैं वह इस तिमाही में सफलता पा सकते हैं. प्रॉपर्टी से संबंधित लोगो का काम इस तिमाही में मंदा पड़ सकता है इसलिए उन्हें धैर्य का परिचय देना चाहिए.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय

कैरियर के दृष्टिकोण से तिमाही का यह भाग अपेक्षाकृत अधिक अनुकूल रहने की संभावना बनती है. आप द्वारा बनाई योजनाओं को गति मिलने की संभावना बनती है. इस समय नया प्रोजेक्ट आरंभ करने पर आपको लाभ व प्रशंसा मिल सकती है. सरकारी कार्यों से जुड़े लोगों को पदोन्नति की संभावना बनती है. यह समय आपके लिए सुकून से भरा हो सकता है. तिमाही मध्य भाग का समय और अधिक उपलब्धियों वाला रहेगा. कर्मचारियों के सहयोग से आप आगे बढ़ेगें और मंजिल तक पहुंचेगे. इस समय आप अपने काम से अधिक से अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं इसलिए आपको इस सुनहरे अवसर को हाथ से जाने नहीं देना चाहिए, कुछ समय की मेहनत आपको लंबे समय तक का फायदा दे सकती है. पदोन्नति के साथ आपको अपने कार्यक्षेत्र में उपलब्धियाँ पाने के लिए पुरस्कृत भी किया जा सकता है.

आपका संबंध यदि बिजनेस से है तब आपके लाभ बढ़ने की संभावना बनती है. कुछ परेशानियों के साथ आपका बिजनेस रात-दिन तरक्की करेगा. बिजनेस का तो अर्थ ही परेशानियाँ हैं क्योकि एक मुकाम हासिल करने के बाद इसे उसी मुकाम पर बनाए रखने के लिए कड़ी मेहनत व भाग-दौड़ करनी पड़ती है. आप व्यवहारिक व्यक्ति हैं इसलिए हर काम को व्यवहारिकता की कसौटी पर रहकर पूरा करते हैं. बारीक से बारीक बात का भी विश्लेषण करने के बाद आप किसी नतीजे पर पहुंचते हैं. इसलिए बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए आप हर योजना का अध्ययन लाभ - हानि के नजरिए से करने के बाद ही कोई निर्णय लेंगे. अपनी बुद्धिमत्ता से ही आप सभी काम निपटाने में सफल होगें.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय

तिमाही के इस भाग में आपके प्रयास बढ़ने की संभावना बनती है. कार्यक्षेत्र पर आप काम का दबाव व अतिरिक्त बोझ का अनुभव कर सकते हैं. आपके काफी प्रयासों के बाद ही कुछ अनुकूल फल मिलने की संभावना बनेगी. इस समय कार्यक्षेत्र पर आपके साथ धोखा होने की संभावना भी बनती है. आपको अपने कर्मचारियों व सहयोगियों पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं करना चाहिए. इस समय आपका कोई प्रोजेक्ट अथवा कार्यनीति का समय से पहले दूसरों को पता चल सकता है, इससे आप अत्यधिक सदमें आकर तनावग्रस्त हो सकते हैं. यदि आप पहले से सतर्क होकर चलते हैं तब आप धोखेधड़ी से बच सकते हैं.

आपकी उपलब्धियों से कुछ लोग नाखुश रहेंगे और वह सदा आपको नीचा दिखाने की तलाश में रह सकते हैं. इसलिए इस तिमाही में आपको सावधान रहना होगा, खासकार तिमाही के दूसरे भाग में आप किसी से ज्यादा बहस ना करें. अपने काम से काम रखें लेकिन फिर भी आपके विरोधी आपको उकसाने का यत्न कर सकते हैं. आपको आवेश में आकर कोई जवाब नहीं देना, केवल चुप रहें. यदि आपने बोलने की या जवाब देने की कोशिश की तो आपको इसका भुगतान अपनी नौकरी गंवाकर करना पड़ेगा अथवा आपको केसादि में भी फंसाया जा सकता है. तिमाही का अंतिम भाग आपके लिए अनुकूल सिद्ध हो सकता है.

आप बिजनेस करते हैं तो आपके लिए अत्यधिक भाग-दौड़ वाला समय रह सकता है, जिसका असर आपके स्वास्थ्य पर भी पड़ सकता है. आपके अधीन काम करने वाले लोग आपके लिए सिरदर्द बन सकते हैं. आपको उनके सामने स्वयं को शांत ही दिखाना चाहिए और किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया जाहिर नहीं करनी चाहिए. वाणी में मिठास घोलते हुए और कूटनीति का परिचय देते हुए आपको अपने काम निकलवाने का यत्न करना चाहिए. तिमाही के दूसरे भाग में विशेषतौर पर सावधानी बरतें और लक्ष्यो को पाने के लिए आप अनैतिक तरीको का सहारा ना लें अन्यथा आप फंस सकते हैं.

2014 कन्या राशिफल - हैल्थ और फिटनेस


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक का समय

कन्या 2014 स्वास्थतिमाही का पहला भाग स्वास्थ्य के नजरिए से अच्छा रहने की संभावना बनती है लेकिन मानसिक परेशानियाँ आपको बनी रह सकती है. तिमाही के दूसरे भाग में आपकी सेहत प्रभावित रह सकती है. इस समय आपको त्वचा संबंधी विकार हो सकते है. जिन लोगों को शुगर संबंधी समस्या है वह इस तिमाही में बढ़ सकती है. मौसमानुसार खानपान का ध्यान रखें अन्यथा आपको बुखार होने की संभावना भी बनती है. यदि बुखार होता है तो स्वयं चिकित्सक ना बने, किसी अच्छे डॉक्टर को दिखाएँ और जाँच कराएँ.

गर्भवती महिलाओं को नियमित रुप से अपना चेक-अप कराते रहना चाहिए. तिमाही के अंत समय में आपको अनैतिक संबंधो से बचना चाहिए अन्यथा आप गंभीर बीमारी के शिकार हो सकते हैं.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय

तिमाही का आरंभ मानसिक तथा शारीरिक व्याधियों को लेकर हो सकता है. आपकी बुद्धि इस समय भ्रमित सी बनी रहेगी और आप तनाव के कारण आपका मन भी व्याकुल रहेगा, जिससे सभी कुछ छोड़कर किसी एकांत में जाने का मन बना सकते हैं. आपके अस्वस्थ रहने का कारण आपकी मानसिक परेशानी ही होगी इसलिए बेहतर है कि आप कुछ समय के लिए कहीं बाहर घूमने चले जाएं अथवा कुछ समय के लिए किसी हैल्थ फिटनेस प्रोग्राम को अपना लें. इससे आप अपने भीतर काफी बदलाव का अनुभव करेंगे. आप समय-समय पर मेडिटेशन अथवा योग भी करते हैं तो उससे भी आपको अपने भीतर बदलाव महसूस होगें. इन सब से आप मानसिक के साथ शारीरिक तौर पर भी स्वस्थ हो जाएंगे.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय

यदि मानसिक परेशानियों व तनाव को कम करने का कोई प्रयास आपके द्वारा नहीं किया जाएगा तो तिमाही के इस भाग में भी आप तनावग्रस्त रहेंगे. इस तनाव के कारण आप हर समय अपने मस्तिष्क पर एक बोझ सा महसूस कर सकते हैं. इस कारण आपको कभी-कभी सिर चकराने की संभावना भी बनती है. चिकित्सक भी आपकी बीमारी को पकड़ पाने में असमर्थ रह सकते हैं. तिमाही के इस भाग में आपको अपने नेत्रो की भी जांच करा लेनी चाहिए. विशेषतौर से बच्चो को यदि सिरदर्द की शिकायत अथवा आंखों में धुंधलापन अथवा टेलीविजिन देखते समय पानी आता है तब उन्हें अवश्य ही चिकित्सीय सलाह लेनी चाहिए.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय

तिमाही का यह भाग मिश्रित सा रहेगा और इस समय तक आप जो भी तनाव झेल सकते थे झेल चुके होगें. अब आपका तनाव आपकी कटु वाणी के रुप में उभर कर सामने आएगा. जो लोग आपकी मानसिक परेशानी का कारण होगें उन्हें भी खरी-खोटी सुनाकर ही आपको राहत मिलेगी. लेकिन इस तिमाही में महिलाओ को मूत्र संबंधी अथवा माहवारी संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. इसे आप अन्यथा ना लें और किसी महिला विशेषज्ञ से उचित सलाह लेकर अपना ईलाज कराएं. तिमाही के इस भाग में सुरक्षित यौन संबंध बनाए और इंफेक्शन से बचें.

इस तिमाही में आपको नशे की हालत में वाहन नहीं चलाना चाहिए. आप बाहरी खाद्य पदार्थो से भी परहेज करेंगे तो अच्छा रहेगा अन्यथा फूड पॉयजनिंग हो सकती है. तिमाही का अंतिम भाग आपके लिए उचित कहा जा सकता है. इस समय आपके स्वस्थ रहने की संभावना बनती है.


विशेष आपको जब कभी भी स्वास्थ्य संबंधी परेशानी का अनुभव अधिक होता है तब आप शनि तथा बुध के मंत्र जाप की एक माला रोज करें. शनि मंत्र “ऊं शं शनैश्चराय नम:” बुध मंत्र “ऊं बुं बुधाय नम:”

2014 कन्या राशिफल - प्रेम संबंध


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक का समय

कन्या 2014 प्रेमप्रेम संबंधो के लिए तिमाही का यह भाग मिश्रित सा रहेगा क्योकि आपका झुकाव तो अपने प्रेमी की ओर रहेगा लेकिन आपका प्रेमी आपसे उखड़ा सा रह सकता है. किसी भी एक जरा सी बात पर यह आपसे नाराज हो सकता है और रुठने-मनाने में ही अधिकतर समय व्यतीत हो सकता है. तिमाही के दूसरे भाग में आपके प्रेम संबंधो के मध्य पिता अथवा पिता समान व्यक्ति के आने की संभावना बनती है, जिससे वह आपके इन संबंधों का विरोध कर सकते हैं. आप स्वयं को एक अजीब सी कशमकश में फंसा हुआ सा महसूस करेंगे और इसी कारण हो सकता है कि तिमाही के अंतिम भाग में आपके यह संबंध टूट भी जाएं क्योकि आप परिवार व प्रेमी के मध्य स्वयं को फंसा हुआ सा महसूस करेंगे. प्रेम संबंधों में यदि आप मधुरता चाहते हैं तो परस्पर एक-दूसरे को समझने का प्रयास करें ना कि एक-दूसरे की कमियों को देखें, तभी यह संबंध सुचारु रुप से चल पाएंगे.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय

तिमाही के आरंभ में आपके दांपत्य जीवन में मधुरता का अभाव बना रह सकता है और दोनो के मध्य दूरियाँ अधिक बढ़ने की संभावना बनती है. आप सामाजिक प्राणी है और सभी के साथ चलना आपको अच्छा लगता है इसलिए अधिक समय तक आप अकेला नहीं रह पाएंगे. इसलिए दांपत्य जीवन के सुख की कमी को पूरा करने के लिए आप अधिकतर समय विपरीत योनि के लोगो के साथ सोशल साईट पर बाते करने में बिता सकते हैं. यही पर आपका रुझान किसी एक की ओर अधिक हो सकता है और आप उससे अपने प्रेम का इजहार भी कर सकते हैं. लेकिन आपका यह सुख क्षणिक ही होने की संभावना बनती है. इसलिए आप जो भी करें उसे सोच-विचार कर ही करें और बुद्धिमत्ता से काम लें.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय

इस तिमाही के आरंभ माह में आपके संबंध डांवाडोल से ही बने रहने की संभावना बनती है. जो पीछे एक संबंध आरंभ हुआ होगा वह बरसाती मौसम की तरह खतम हो सकता है, लेकिन दांपत्य जीवन की परेशानी अभी तक बरकरार रह सकती है. इसी परेशानी को दूर करने के लिए आप विवाहेतर संबंधो की तलाश में लगे रह सकते हैं लेकिन अपने समान व्यक्ति आपकी नजर में शायद ही कोई हो. तिमाही के दूसरे भाग में आपको किसी का साथ मिलने की संभावना बनती है जिसके साथ समय बिताना आपको अच्छा लग सकता है. लेकिन आप अपनी सीमा में रहते हुए ही बातचीत करेंगे, इससे आगे बढ़ना आपको स्वयं मर्यादा से बाहर लगेगा.

आप बिना प्रेम के नही रह सकते हैं क्योकि आपको अकेलापन खलता है. इसलिए प्रेम संबंध नहीं भी स्थापित होते हैं तब भी आपको किसी साथ की चाहत रहती ही है, इसकी पूर्ति आप अपने आसपास के लोगों के साथ हंसी मजाक से भी कर सकते हैं. इस तिमाही में आप एक साथ कई लोगों से फ्लर्ट कर सकते हैं.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय

इस तिमाही में आप अनैतिक संबंधों में फंस सकते हैं, जिससे आपके चरित्र पर अंगुलियाँ भी उठाई जा सकती हैं. आपकी बुद्धि इस समय भ्रमित सी रहेगी और आपको समझ ही नहीं आएगा कि उचित क्या है. अपने प्रेमी के साथ भी आपका बर्ताव बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता है. उसके साथ भी आप रुखापन तथा बदतमीजी का व्यवहार कर सकते है, प्रेमी पर आप संदेह भी कर सकते हैं. इससे दोनो के मध्य काफी दूरियाँ बढ़ सकती है. तिमाही के मध्य भाग से आपको अपनी गलतियों का अहसास होना आरंभ हो सकता है और आप एक बार फिर से अपने संबंधो को सुधारने का प्रयास कर सकते हैं. इस समय आप किसी को भी अपने प्रेम संबंधों की भनक तक पड़ने नही देंगे और चुपचाप संबंधों को सुचारु रुप से चलाने का यत्न करते रहेंगे और तिमाही के अंत तक आपके प्रेम संबंध फिर से पटरी पर आने की संभावना बनती है.

2014 कन्या राशिफल - विद्यार्थी


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक का समय

कन्या 2014 परिवारतिमाही का आरंभ तो विद्यार्थियों के लिए अनुकूल रहेगा और वह अपने शैक्षणिक क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर के दिखाएंगे लेकिन तिमाही का दूसरा भाग मन भटक सकता है और यह गलत सोहबतों में शामिल हो सकते हैं. प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने के लिए भी यह समय प्रतिकूल रह सकता है. ऎसा नही है कि आप पढ़ाई नहीं कर सकते हैं लेकिन आपके आलसीपन के कारण आप पिछड़ सकते हैं. तिमाही के अंतिम भाग में बुध के नीच राशि में होने पर तो आपका मन पढ़ाई से विमुख ही रहने की अधिक संभावना बनती है. पढ़ाई में मन लगाने के लिए आप सुबह स्नानादि से निवृत होकर “ऊं गं गणपतये नम:” का जाप 108 बार करें. इससे आप मन को एकाग्रचित्त करने में कामयाब रहेंगे.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय

तिमाही का आरंभ समय नकारात्मक रहेगा लेकिन उसके बाद आप कुछ राहत महसूस कर सकते हैं लेकिन ज्यादा नहीं. इस समय आप अपने सहपाठियों के साथ मारपीट आदि में ज्यादा शामिल हो सकते हैं और यदि कहीं आप घर से दूर रहकर पढ़ाई कर रहे हैं तब तो कोई देखने वाला नहीं है यही सोचकर आपकी गुंडा गर्दी अधिक बढ़ सकती है और आप अवारा किस्म के बच्चो के साथ अपना कीमती समय नष्ट करने में लगे रह सकते हैं. अभी तो नया सत्र आरंभ हुआ है इसलिए अभी भी आपके संभलने का समय बचा है. यदि अभी भी आप पढ़ाई में ध्यान देते हैं तो पिछला सभी कुछ कवर कर सकते हैं.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय

तिमाही के इस भाग में आपकी हरकतों की खबर आपके माता-पिता तक जा सकती है. आपके अभिभावक तथा शुभचिन्तक आपको समझाने का प्रयास करेंगे और आपको उनकी बात समझ में आ भी जाएगी. आप अपनी हरकतों पर शर्मिंदा भी रह सकते हैं और पछतावे का अहसास भी हो सकता है. अब आप पढ़ाई में मन लगाने का प्रयास करेंगे कुछ समय की परेशानी के बाद आप पढ़ाई में मन लगाना आरंभ कर देंगे क्योकि जो भी बुरी आदते हैं उनसे आपको धीरे-धीरे ही छुटकारा मिलेगा इसलिए तिमाही के अंत तक ही पढ़ाई में मन लगना शुरु होगा.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय

पिछले सत्र को पूरा करने में थोड़ा परेशानी का अनुभव कर सकते हैं. साथ ही इस सत्र की भी तैयारी आपको करनी है इसलिए एकाएक अत्यधिक बोझ का अनुभव आपको इस तिमाही में हो सकता है. जिसके कारण आप गुमसुम से भी रह सकते हैं और हंसी मजाक भी आपको इस समय रास नहीं आएगा. मित्रों के साथ बातचीत अथवा घूमना-फिरना भी आप बंद कर सकते हैं. ऎसा नहीं है कि जो ज्यादा बाते करते हैं या घूमते है अथवा मौज मस्ती करते हैं वह पढ़ने में पीछे रहते हैं. सभी काम समय के साथ वह एक सीमा में अच्छे लगते हैं और हर चीज की अधिकता खराबी ही देती है. इसलिए शिक्षा के दौरान सभी क्रिया कलापों में भाग लें. जिससे आपका सर्वांगीण विकास होगा और केवल पढ़ाई करते रहने से भी आपको बोरियत महसूस नहीं होगी.

2014 कन्या राशिफल - यात्रा


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक का समय

कन्या 2014 परिवारतिमाही का आरंभ समय आपकी यात्राओं के लिए अनुकूल कहा जा सकता है. इस समय कुछ यात्राएं आप अपने गुरु से मिलने के लिए भी कर सकते हैं. यात्राओं पर आप अनुकूल महसूस कर सकते हैं. पिता अथवा कुछ वरिष्ठ लोगो के साथ अथवा उन्हें लेकर आपको यात्राओं पर जाना पड़ सकता है. यात्राओं के दौरान आप कष्टों का अनुभव कर सकते हैं क्योकि आप जिनके साथ गए हैं उन्हीं के अनुसार चलना आपकी मजबूरी होगा और आपको बंधकर रहना पसंद नहीं होता है. आप स्वतंत्र व्यक्ति हैं और स्वतंत्र ही रहना चाहते हैं.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय

इस तिमाही का आरंभ समय आपकी यात्राओं को लेकर अनुकूल नहीं कहा जा सकता है. इस समय की गई यात्राओं में कष्ट तो होगा ही साथ में एक ही काम के लिए आपको कई बार प्रयास करने पड़ेंगे जिससे यात्राओं की पुनरावृति होगी. अत्यधिक यात्राओं से आपका स्वास्थ्य भी प्रभावित रह सकता है. कम से कम आप तिमाही का पहला माह यात्राओं के लिए छोड़ दें अर्थात यात्राओं पर ना जाएं, यदि बहुत ही आवश्यक है तब आप दिशाशूल का विचार कर के आगे बढ़े.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय

तिमाही के पहले भाग में की गई यात्राओ से आपको हानि की आशंका बनती है. यह हानि किसी भी रुप में हो सकती है. दूसरे भाग में की गई यात्राएं लाभ दिलाने वाली होगी और इस समय अधिकतर व्यवसायिक यात्राएं ही ज्यादा होने की संभावना बनती है. आप अपने परिवार के साथ भी बाहर जाने का कार्यक्रम बना सकते हैं. तिमाही के अंतिम भाग में आप लंबी दूरी की हवाई यात्राओं पर भी जा सकते हैं. इस अंतिम भाग में छोटी व बड़ी दोनो के लिए समय अनुकूल रहेगा.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय

इस समय की गई यात्राओं से आपको परेशानी अधिक होगी और लाभ कम होगा. आपका स्वास्थ्य इन यात्राओं से काफी ज्यादा प्रभावित हो सकता है अथवा खराब स्वास्थ्य के कारण आप आवश्यक यात्राओं पर नहीं जा पाएंगे. इससे आपका मन उचाट रह सकता है कि जरुरी होते हुए भी आप जा नहीं पा रहे हैं. तिमाही का मध्य भाग फिर आपकी ऎसी यात्राएं करा सकता है जिसमें आपका काफी समय लग सकता है लेकिन इस समय को एक तरह से आप आने वाले समय के लिए निवेश समझें जिसका लाभ आपको भविष्य में मिलेगा. तिमाही के अंत समय में यात्राएं अनुकूल तो रहेगी लेकिन आप इस समय भाई-बहनों अथवा कार्यक्षेत्र पर सहयोगियों का विरोध सहना पड़ सकता है.

2014 कन्या राशिफल - परिवार


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक का समय

कन्या 2014 परिवारइस तिमाही में आपको मिले-जुले फल मिलने की संभावना बनती है. इस पूरी तिमाही में मंगल का प्रभाव आपके लग्न और दूसरे भाव पर ही रहेगा जिससे आपके घर के सुख में, कुटुम्ब में तथा दांपत्य जीवन में कलह रहने की संभावना बनती है. मंगल आपकी कुंडली के लिए अशुभ है और इसकी दृष्टि आपके लिए प्रतिकूल फलों को प्रदान करने वाली रह सकती है. माता के साथ वैचारिक मतभेद रहेंगे और यह मतभेद झगड़ो का रुप भी ले सकते हैं.

तिमाही के इस भाग में आपकी संतान भी आपके हक में नहीं रहेगी अर्थात आपके कहे अनुसार नहीं चलेगी. आपको इससे भी परेशानी का अनुभव बना रहेगा. आप बोलते समय शब्दों का ध्यान अवश्य रखें, एक बार मुँह से निकले शब्द फिर वापिस नहीं आ सकते हैं. इस तिमाही के अंतिम भाग में आप समय को संयम से निकालने का प्रयास करें क्योकि इस समय घर में कलह क्लेश अथवा अप्रिय समाचार सुनने को मिल सकता है. इस समय ऎसी बातों पर धन खर्च होगा जिनका कोई अर्थ ही नहीं होगा और ना ही कोई लाभ होगा.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय

प्रॉपर्टी को लेकर यदि लड़ाई-झगड़े चले हुए हैं तब उनके बढ़ने की संभावना बनती है. तिमाही का यह भाग आपके दांपत्य जीवन के लिए बिलकुल भी उपयुक्त नही कहा जा सकता है. इस समय आप दोनो के मध्य काफी मतभेद उभर कर सामने आ सकते हैं. किसी भी तरह से आपको परिस्थितियों को काबू में रखने का प्रयास करना चाहिए. एक बार स्थिति बिगड़ जाने पर आपके लिए उसे संभालना मुश्किल हो सकता है और इसका भुगतान काफी लंबे अरसे तक करना पड़ सकता है. दांपत्य जीवन में किसी तरह से भी प्रेम भाव को कम ना होने दें.

इस तिमाही में आपको किसी क्षेत्र में निवेश से पूर्व एक बार अवश्य सोच लेना चाहिए. वाहन लेने के लिए समय बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता है. पुराने वाहन के रखरखाव पर भी काफी धन व्यय हो सकता है. तिमाही के अंतिम भाग में दांपत्य जीवन में सुधार होने की संभावना बनती है. इस समय आप कुछ राहत का अनुभव कर सकते हैं.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय

वर्ष की यह तिमाही आपके लिए शुभ फल प्रदान करने वाली सिद्ध होगी, जो भी परेशानियाँ आपको अभी तक बनी हुई थी, उन सभी में आपको राहत महसूस होना आरंभ हो जाएगी. परिवार में कुछ सुकून का अनुभव आपको होगा और भाई-बहनों के साथ संबंधों में मधुरता बढ़ेगी. आप इस समय घर में खुशियों का आनंद लेंगे और मन में थोड़ी शांति का अनुभव करेंगे लेकिन सभी कुछ ठीक होते हुए भी ना जाने क्यूँ आपका मन व्याकुल सा रह सकता है. मन की इस बेचैनी को दूर करने के लिए आप स्वयं को व्यस्त रखने का प्रयास तो बहुत करेंगे लेकिन सफल नहीं हो पाएंगे.

तिमाही के इस भाग में आप विदेश यात्रा पर घूमने के उद्देश्य से जा सकते हैं. इस पूरी तिमाही में आपको नींद भी कम आने की संभावना बनती है. नींद पूरी ना होने से भी आपका मन बेचैन रह सकता है. तिमाही के अंतिम भाग में आपके संबंध अपने बच्चो के साथ सुधरने की उम्मीद बनती है. वह आपके लिए लाभदायक सिद्ध हो सकते हैं. जो लोग घर बदलने की सोच रहे हैं वह इस तिमाही के अंतिम भाग में बदलें.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय

वर्ष की अंतिम तिमाही के पहले भाग में आपको मानसिक कष्टों का फिर से सामना करना पड़ सकता है, जो काम आपने नहीं किया है उसका भुगतान करना पड़ सकता है. परिवार के अन्य सदस्यों द्वारा लांछनो का सामना करना पड़ सकता है, इन लांछनो अथवा झूठे आरोपो को सुनकर आप चुप बैठने वाले नहीं होगें और आपकी जुबान आग बरसाने का काम कर सकती है. इससे परिवार में शीतयुद्ध की सी स्थिति हर समय बनी रह सकती है. विवाहित होते हुए भी आपके प्रेम संबंध स्थापित होने की संभावना बनती है और इस तिमाही के ये प्रेम संबंध काफी समय तक बने रहने की संभावना भी बनती है.

तिमाही के दूसरे भाग में आपका अधिकतर समय मित्रों के साथ बीत सकता है अथवा घूमने - फिरने में बीत सकता है. इस समय आपको पड़ोसियों के साथ किसी तरह से झगड़ना नहीं चाहिए, विशेषतौर से छोटी-छोटी फिजूल की बात से दूर रहें. इस समय आपके केसादि शुरु होने की संभावना भी बनी हुई है इसलिए शांत रहें. तिमाही का अंतिम भाग पारीवारिक दृष्टिकोण से अनुकूल ही रहने की संभावना बनती है. वाहनादि के लिए भी समय अनुकूल रहेगा.

2014 में कन्या राशि के लिए उपाय

अक्तूबर 2014 तक आपकी कुण्डली में शनि की साढ़ेसाती का अंतिम चरण रहेगा, इसलिए आप इस समय तक शनि के उपाय करें. इसके लिए शनि के मंत्र जाप तथा शनि स्तोत्र आदि का पाठ कर सकते हैं. यह मंत्र जाप आप शनिवार के दिन करें. शनिवार के दिन शनि की वस्तुओ का दान भी किया जा सकता है. इसके साथ ही आप प्रतिदिन सुबह के समय गणेश जी की पूजा नियमित रुप से करें.