मंगलवार, 24 दिसंबर 2013

अपने हुनर के बूते पर दुनिया पर छा जाओ भानु प्रकाश एटूरू











बाड़मेर(23 दिसंबर) जम के खेलो डट के पढो और अपने हुनर के बूते पर दुनिया पर छा जाओ | जिला कलेक्टर भानु प्रकाश एटूरू ने यह विचार द मॉडर्न स्कूल के वार्षिकोत्सव में मुख्य अतिथि के बतौर व्यक्त किये | एटूरू ने कहा आज के दौर में ज़रूरी है कि बच्चे समय के बारे में पूरी जानकारी रखें और इस लिहाज़ से हमें उनके कार्टून देखने से भी ज़्यादा परहेज़ नहीं करना चाहिए,क्योंकि सीखने वालों के लिए वहां भी बहुत कुछ होता है |एटूरू के मुताबिक़ ज़िंदगी में कामयाबी के लिए ज़रूरी है हम जो भी करें उसमें खुद को पूरी तरह झोंक दें |

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए केयर्न इंडिया राजस्थान के फील्ड जनरल मैनेजर सी.डी. नारायणस्वामी ने कहा हमें ऊंचे सपने देखने चाहिए ,जोखिम का साहस रखते हुए अपने अनुभवों से सबक लेना चाहिए |

कार्यक्रम का आगाज़ गणेश वन्दना से हुआ |ओजस्वी संस्थान से सम्बद्ध मनीष गुप्ता ने स्वागत उद्बोधन दिया | गुप्ता ने कहा हमें अपने बच्चों को संघर्षशील बनाना चाहिए ताकि वह मज़बूत बन सकें | प्रिसिपल श्रीमती नवनीत पचौरी ने वर्ष भर की उपलब्धियों का ब्योरा देते हुए कहा थियेटर वर्कशॉप,पेरेंटिंग ,और टीचर्स रिफ्रेशर प्रोग्राम,साइंस पार्क ,चिल्ड्रेन पार्क के ज़रिये हम बच्चों के सम्पूर्ण विकास के हर संभव पहलू को छू रहे हैं |

इसके बाद प्ले ग्रुप की बांकी- मनमोहक अदाओं में जब शामा की गुडिया का किस्सा शुरू किया |आकर्षक वेशभूषा में ठुमकते इन बच्चों ने ‘ठुमक चलत रामचंद्र’’वाले वात्सल्यमयी दृश्यों की याद ताज़ा कर दी | एच.के.जी.के बच्चों ने स्पेनिश बुल फाइट के गीत पर नृत्य किया जबकि पहली क्लास के हवाइयन डांस हू ला ला पर अपनी प्रतिभा दिखाई |काऊबॉय डांस किया एल.के.जी. के बच्चों ने |

स्कूल के मंच पर के हुनर का जादू सर चढ़कर बोला |जहां छोटे बच्चों की मासूम अदाओं ने सभी को लुभाया वहीं सीनियर्स के बांके जलवों ने भी अपनी असरदार छाप छोड़ी |भारतीय सिनेमा के शताब्दी वर्ष पर तैयार नृत्य नाटिका आलमआरा से धूम-3 तक से रोचक सफ़र की यादगार बानगी पेश की | कंवलजीत कौर की संकल्पना और सम्पादन में तैयार इस डांस ड्रामा में हिन्दी फ़िल्मों की शुरुआती कदम से चलकर ताजातरीन प्रयोगशील फिल्मों तक के महत्वपूर्ण पडावों को छुआ गया | मूवी मदारी ने फिल्म ‘अछूत कन्या’ और ‘हंटरवाली’ से आगे ‘बरसात’ और मुग़ल ए आज़म व जुबली कुमारके नाम से मशहूर राजेंद्र कुमार, राजेश खन्ना और सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के किरदार और अभिनय कौशल तथा सिने योगदान का परिचय खूबसूरत अंदाज़ में दिया |यहाँ नायक के बदलते स्वरुप, संगीत और नृत्य के बढ़ते तथा मज़बूत होते चलन के भी अहम बयान दर्ज थे |

बॉक्स ऑफिस पर अपनी कामयाबी के झंडे गाड़ने वाली ‘शोले’, ’हम आपके हैं कौन’,’थ्री इडियट्’जैसी फिल्मों का भी अलग ज़िक्र था | दिलचस्प तो ये था कि मंच पर जहां एक तरफ़ बच्चे रंग बिरंगे परिवेश में अभिनय का जादू बिखेर रहे थे वहीं दूसरी तरफ स्क्रीन पर उस दौर की झांकियां समान्तर उस छटा को और असरदार बना रही थी | मूवी मदारी की भूमिका में में कोणार्कतथा मूवी म्यूजिक बनी रागिनी ने अपने अभिनय की असरदार छाप छोड़ी | अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किये गए | धन्यवाद ज्ञापन सुरेश अठ्वानी ने किया | कार्यक्रम का संचालन चाहत भाटिया ,रवि गुप्ता और जतिन ने किया| कार्यक्रम में कर्नल ए.एस.बेन्ज़,लेफ्टिनेंट कर्नल विवेक गुलेरिया एवं विकास भाटिया,मेजर वी.के.सांगवान, नगरपालिका प्रतिपक्ष नेता सुरेश मोदी, सीनियर मेनेजर एस.डब्ल्यू.एम्.एल.विनोद विठल लोयंस क्लब पूर्व उपाध्यक्ष जितेन्द्र अग्रवाल समाजसेवी माधोसिंह राठोड समेत शहर के तमाम गणमान्य नागरिक व सैकड़ों अभिभावक तथा विद्यार्थी उपस्थित थे |






कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें