शुक्रवार, 12 जुलाई 2013

सेक्स रैकेट का भंडाफोड़,कॉलगर्ल्स पकड़ीं

सेक्स रैकेट का भंडाफोड़,कॉलगर्ल्स पकड़ीं
कोरबा। छत्तीसगढ के कोरबा जिला मुख्यालय के निहारिका क्षेत्र में स्थित एक मकान में अपराध शाखा पुलिस ने एक सेक्स रैकेट गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए चार युवतियों और पांच युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार गुरूवार को शिवाजी नगर कालोनी के एक मकान में दबिश दी गई। जहां से चार युवतियां और पांच युवक संदिग्ध हालत में मिले। सभी को पकड़ कर रामपुर पुलिस चौकी लाया गया।

शिवाजी नगर के उक्त मकान में कोलकाता से हाई प्रोफाइल कॉलगर्ल बुलाई गई थीं और पकडे गए युवक कोरबा और समीपवर्ती जिले के निवासी हैं। जो धनाढय परिवार से संबंध रखते हैं। विभाग के ही एक अधिकारी ने बताया कि पकड़े गए लोगों में से एक व्यक्ति जो अपने आप को एक न्यूज चैनल का स्थानीय रिपोर्टर बता रहा है वह इस सेकस रैकेट का संचालक है।

पुलिस को उक्त संचालक के विरूद्ध लंबे समय से इस तरह की शिकायतें मिल रही थीं। फिलहाल संचालक और युवतियों से जिस्म फरोशी के अन्य ठिकानों का पता लगाया जा रहा है।

नहीं रहे मशहूर अभिनेता प्राण के "प्राण"

नहीं रहे मशहूर अभिनेता प्राण के "प्राण"
मुंबई। मशहूर अभिनेता प्राण का शुक्रवार को मुंबई में निधन हो गया। 93 साल के प्राण बीते लम्बे समय से बीमार थे तथा उनका लीलावती अस्पताल में उपचार चल रहा था। शनिवार को शिवाजी पार्क में उनका अंतिम संस्कार होगा।

पाकिस्तान के लाहौर में 12 फरवरी 1920 में जन्मे प्राण बंटवारे के बाद मुंबई आ गए। उनके पिता सिविल इंजीनियर थे। शुरूआत में फोटोग्राफर बनने की चाहत रखने वाले प्राण ने लाहौर से ही फिल्मी करियर हीरो के रूप में शुरू किया था। फिल्म खानदान में बतौर हीरो थे। लेकिन बाद में उनकी पहचान एक खलनायक के रूप में बनी। उन्होंने छह दशकों के अपने फिल्मी करियर में 400 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया था। खलनायक के रूप में उनके सशक्त अभिनय ने दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ी और बाद में चरित्र अभिनेता के रूप में उन्होंने काफी ख्याति अर्जित की।

प्राण को इसी साल दादा साहब फालके अवार्ड से नवाजा गया, लेकिन वे बीमार होने के कारण यह पुरस्कार लेने खुद दिल्ली नहीं जा सके। सूचना और प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने बाद में उनके घर जाकर उन्हें अवार्ड प्रदान किया। उन्हें 2001 में भारत सरकार ने भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए पदम भूषण से सम्मानित किया

1940 में फिल्म "जिद्दी" से पहली फिल्म की इसके बाद फिल्म बड़ी बहन में उनके अभिनय की छाप बेमिसाल रही। इन दोनों ही फिल्मों में वे खलनायक की भूमिका में थे। इसके बाद तो उन्हें गुजरे जमाने के मशहूर अभिनेताओं राज कपूर,देव आनंद और दिलीप कुमार की फिल्मों में खलनायक का रोल करने का मौका मिला।

1967 में मनोज कुमार की फिल्म "उपकार" में मलंग चाचा की चरित्र भूमिका ने उन्हें एक अलग ही पहचान दिलाई। इसके बाद उन्हें चरित्र भूमिकाओं में भी लिया जाने लगा। 70 के दशक में अमिताभ बच्चन के साथ उन्होंने जंजीर,डॉन, अमर अकबर एंथनी और शराबी जैसी यादगार फिल्में दीं।

जयपुर से फिर भागी दिल्ली की लड़की

जयपुर से फिर भागी दिल्ली की लड़की
जयपुर। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की रहने वाली एक और लड़की जयपुर के एक शेल्टर होम से भाग निकली। भागने वाले लड़की का नाम प्रीति बेगल बताया जा रहा है और उसकी उम्र 13 वर्ष है। पुलिस के अनुसार यह लड़की 25 जून को जयपुर जंक्शन पर घूमती मिली थी,जिसे बाद में शेल्टर होम में भेजा गया था।

पुलिस के अनुसार भांकरोटा में लावारिस बच्चों की देखरेख करने वाले एक शेल्टर होम से यह लड़की 10 जुलाई को भाग निकली। इसकी सूचना पूजा विहार कॉलोनी स्थित ओपन बालिका शेल्टर आई इंडिया संस्था की प्रभारी विभा सिंह ने गुरूवार को पुलिस को दी।

उल्लेखनीय है कि दिल्ली की ही रहने वाली एक अन्य लड़की पहले भी जयपुर के शेल्टर होम(सुरमन संस्थान) से भाग निकली थी। जिसकी ओर से बाद में शेल्टर होम में अत्याचार को मामला दर्ज कराया गया था।

पुरानी दिल्ली की थी रहने वाली


पुलिस के अनुसार जयपुर जंक्शन पर घूमती मिली प्रीति बेगल नाम की किशोरी ने पिता का नाम गब्बर,मां का नाम पूजा बताया था। प्रीति की ओर से पुलिस को दी जानकारी में उसका पता पुरानी दिल्ली के सराबाड़ा क्षेत्र के तालाब मोहल्ला बताया था। बाल कल्याण समिति ने परिजनों का पता चलने तक को उसे संस्था में भेजा था।

1 दिन बाद भेजा जाना था घर

संस्था प्रभारी ने बताया कि परिजनों का पता चलने पर 11 जुलाई को उसे दिल्ली ले जाने वाले थे,लेकिन इससे एक दिन पहले ही वह भाग

रिश्वत लेते डॉक्टर रंगे हाथ गिरफ्तार

रिश्वत लेते डॉक्टर रंगे हाथ गिरफ्तार

चितौडगढ़। राजस्थान के चितौड़गढ़ में एक डॉक्टर ने मरीज के ऑपरेशन के बदले 2 हजार रूपए की रिश्वत मांग ली। इसकी शिकायत जब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो(एसीबी) के पास पहुंची तो शुकवार को रिश्वत की राशि के साथ डॉक्टर को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया गया। ब्यूरो आरोपी डॉक्टर को अब उदयपुर स्थित विशेष न्यायालय में शनिवार को पेश करेगा।



ब्यूरो से मिली जानकारी के अनुसार डॉक्टर ने रिश्वत की यह राशि एक मरीज के ऑपरेशन के एवज में ली। मामले में ब्यूरो की चितौडगढ चौकी पर ग्राम उनवा(गंगरार) निवासी नंदलाल गुर्जर ने शिकायत दर्ज करवाई थी। नंदलाल के अनुसार उसके जंवाई बाबूलाल गुर्जर को अपेण्डिक्स की शिकायत होने पर वह उसे बुधवार को यहां जिला चिकित्सालय लाया और सर्जन डॉ. अविनाश अग्रवाल को दिखाया तो उन्होंने ऑपरेशन करने की बात कहते हुए तीन हजार रूपए की मांग की।



ब्यूरो की ओर से नंदलाल की शिकायत पर गुरूवार को ऑपरेशन के समय सत्यापन करवाया गया जिसमें प्रार्थी ने थिएटर में मरीज को ले जाने से पहले एक हजार रूपए डॉ. अग्रवाल को दे दिए। मौके पर डॉक्टर ने शेष दो हजार रूपए लेकर शुक्रवार घर पर आने को कहा। इसके बाद प्रार्थी दोपहर बाद दो हजार रूपए लेकर डॉ. अग्रवाल के घर पहुंचा। जैसे ही उसने वह रिश्वत राशि ली ब्यूरो के निरीक्षक जयमल सिंह के नेतृत्व में टीम ने राशि सहित उसे गिरफ्तार कर लिया।

पचपदरा-जसोल में रजिस्ट्री पर रोक




पचपदरा-जसोल में रजिस्ट्री पर रोक
जोधपुर/बालोतरा/ सरकार ने पचपदरा और जसोल में जमीनों की रजिस्ट्री पर रोक लगा दी है। वित्त (राजस्व) शासन उप सचिव अपूर्व जोशी ने गुरूवार को आदेश जारी कर दोनों क्षेत्रों के उप पंजीयक कार्यालय में अगले आदेश तक यह रोक लगाई है। पचपदरा में प्रस्तावित रिफाइनरी क्षेत्र में गरीबों की जमीनों की बड़े पैमाने पर खरीद-फरोख्त को देखते हुए यह आदेश दिया।

आदेश की पालना में दोपहर बाद उपखंड अधिकारी अयूब खान ने उप पंजीयक कार्यालय पचपदरा पहुंचकर पंजीयन रजिस्टर की पिछले तीन वर्षो की फोटो कॉपी करा रजिस्टर में हस्ताक्षर कर सीज किया। ये फॉटोकॉपी तत्काल राज्य सरकार को भिजवाई गईं।

जोधपुर के डीआईजी-पंजीयन व एडीएम बाड़मेर अलग-अलग जांच कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट के बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी। रामखिलाड़ी मीणा, महानिरीक्षक, पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग, राजस्थान

 इधर, रिफाइनरी के लिए बनी नई कंपनी
बाड़मेर में रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स के लिए गुरूवार को राज्य सरकार व एचपीसीएल के बीच हुए जॉइंट वेंचर एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर के साथ ही नई कंपनी "एचपीसीएल राजस्थान रिफाइनरी लिमिटेड" (एचआरआरएल) बन गई। रिफाइनरी पर 37229 करोड़ रूपए की लागत आएगी। इसके मुख्य प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य नवंबर-दिसंबर में शुरू होगा।

3736 करोड़ का सालाना ब्याज मुक्त ऋण
रिफाइनरी चालू होने के बाद राज्य सरकार एचपीसीएल को 15 साल तक 3736 करोड़ रूपए का ब्याज मुक्त ऋण देगी। 16वें वर्ष से एचपीसीएल राज्य सरकार को ऋण का भुगतान 15 साल में करेगी। इसी तरह इंदिरा गांधी नहर से 28 एमजीडी पानी उपलब्ध कराया जाएगा। बिजली रिफाइनरी निर्माण अवधि के दौरान दी जाएगी।

पहले ओएनजीसी से बात कर रहे थे। बाद में एचपीसीएल ने आगे बढ़कर काम हाथ में लिया। यह उपलब्धि है कि मार्च में एमओयू हुआ और जुलाई में जॉइंट वेंचर एग्रीमेंट हो गया
अशोक गहलोत, मुख्यमंत्री

जॉइंट वेंचर एग्रीमेंट के साथ नई कंपनी बन गई है। देश की सबसे बेहतर तकनीक का इस्तेमाल रिफाइनरी में किया जाएगा।एस. राय चौधरी, सीएमडी एचपीसीएल






दुष्कर्म के बाद छात्रा को जिंदा जलाया

दुष्कर्म के बाद छात्रा को जिंदा जलाया


इटावा। उत्तरप्रदेश में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों के बीच इटावा में एक कॉलेज छात्रा (20) को सामूहिक दुष्कर्म के बाद जिंदा जला दिया गया। छात्रा की गुरूवार को मौत हो गई। वह 80 प्रतिशत जल गई थी।


यह विभत्स घटना सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के गृह नगर इटावा की है। पुलिस का कहना है कि पीडिता ने अपने बयान में कहा कि मंगलवार को उसके साथ एक युवक ने दुष्कर्म किया। बाद में युवक के परिवार ने पीडिता को जिंदा जला दिया। वहीं पीडिता के परिवार का कहना है कि लड़की के साथ तीन लोगों ने रेप किया। लड़की व अभियुक्त एक दूसरे से प्यार करते थे और शादी करने वाले थे।


पीडिता के भाई के अनुसार - तीन लोगों ने दुष्कर्म के बाद उसकी बहन को जला दिया। हम पुलिस के पास गए लेकिन उन्होंने हमारी मदद नहीं की। पिछले तीन दिन से हम मदद की गुहार लगा रहे हैं। पीडिता की बहन ने भी आरोप लगाया कि पुलिस ने उनकी कोई मदद नहीं की उल्टा उन पर ही अपराध में शामिल होने की बात कही। तीन-चार लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया व लड़के ने उसके साथ शादी करने से इनकार कर दिया। इस पर उसका दिल टूट गया।


पुलिस के अनुसार शादी को लेकर दोनों परिवारों की मीटिंग हुई थी। कुछ कारणों से बात बन नहीं पाई। अभी तक तीन महिलाओं सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उत्तरप्रदेश में एक और दिल दहला देने वाली घटना में प्रतापगढ़ में बुधवार को दुष्कर्म पीडिता की जीभ काटने का मामला सामने आया है। पीडिता के साथ 22 जनवरी को दुष्कर्म किया गया था।

"अफेयर के दौरान हुआ सेक्स रेप नहीं"

"अफेयर के दौरान हुआ सेक्स रेप नहीं"
नई दिल्ली। अगर कोई महिला लव अफेयर के दौरान प्रेगनेंट हो जाती है तो वह पुरूष पर रेप का आरोप नहीं लगा सकती। बोम्बे हाईकोर्ट ने यह आदेश दिया है। न्यायाधीश साधना जाधव ने बोरीवली में रहने वाले मनेष कोटियान को गिरफ्तारी और सजा के तीन साल बाद बलात्कार के आरोपों से बरी कर दिया।

न्यायाधीश ने कहा कि यह तथ्य है कि क्रास एग्जामिनेशन के दौरान अभियोजन ने यह कबूल किया था कि उसका आरोपी से प्रेम प्रसंग चल रहा था और वह उससे शादी करना चाहती थी। इन परिस्थितियों में आईपीसी की धारा 376 के तहत अपराध आवश्यक रूप से असफल हो जाता है। कोटियान के खिलाफ लगाए गए आरोप अरक्षणीय हैं।

कोर्ट ने कहा कि आरोपी ने लड़की को प्रपोज किया था। शिकायतकर्ता शिक्षित वयस्क लड़की है। उसे इस बात का पता था कि कोटियान उसके प्रति आकर्षित था। वह उसके साथ गोरई गई। वह अपना जन्मदिन मनाने के लिए आरोपी के साथ होटल में भी गई थी। उसे परिणामों के बारे में पता था। वह मदद के लिए नहीं चिल्लाई। वह अपने प्रतिरोध को तार्कित अंत तक नहीं ले गई। ऎसे में यह न्यायोचित नहीं है कि कि सहमति धमका कर ली गई थी।

विषाक्त पदार्थ खाने से मां-बेटी की मौत

विषाक्त पदार्थ खाने से मां-बेटी की मौत


बाड़मेर जिले के सिवान उप खंड के रमणिया गांव में गुरुवार को एक परिवार में मां व बेटी ने विषाक्त पदार्थ खा लिया। दोनों को गंभीर अवस्था में सिवाना अस्पताल लाया गया, जहां से दोनों को बालोतरा रेफर कर दिया गया। बालोतरा राजकीय नाहटा चिकित्सालय में उपचार के दौरान मां ने दम तोड़ दिया। जोधपुर रेफर करते वक्त बेटी ने भी प्राण त्याग दिए।

पुलिस सूत्रों के अनुसार रमणिया निवासी नरपतसिंह राजपुरोहित आंध्र प्रदेश में रहते हैं। उनका संयुक्त परिवार रमणिया में ही रहता है। गुरुवार दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे नरपतसिंह की पत्नी मोहिनी (३८) व पुत्री प्रियंका (18) ने घर में विषाक्त पदार्थ खा लिया। इससे दोनों की तबियत बिगड़ गई। उन्हें सिवाना अस्पताल ले जाया गया। वहां से बालोतरा रेफर कर दिया गया। बालोतरा राजकीय नाहटा चिकित्सालय में उपचार के दौरान मोहिनी ने दम तोड़ दिया।

प्रियंका को जब जोधपुर रेफर किया जा रहा था तो एंबूलेंस में रवाना होने से पूर्व ही उसने भी दम तोड़ दिया। दोनों के शव बालोतरा मोर्चरी में रखवाए गए हैं, जिनका पोस्टमार्टम शुक्रवार सुबहकिया जाकर शव परिजनों को सौंप दिया । सूचना मिलने पर बालोतरा व सिवाना पुलिस अस्पताल पहुंचे।
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गुरुवार, 11 जुलाई 2013

फाईनेंस कंपनीयों का आंतक, एक और कर्जदार ने की आत्महत्या

फाईनेंस कंपनीयों का आंतक, एक और कर्जदार ने की आत्महत्या


बाड़मेर।
बीते महीने मनमानी ब्याज दरों पर फाईनेंस के कारोबार से जुड़े एक युवक की हत्या अथवा आत्महत्या की गुत्थी अब तक सुलझी ही नहीं थी, कि इस बीच ऐसे ही एक मामलें में दो दिन पहले बाड़मेर के एक युवक के गोवा में आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। युवक पिछले पांच-छः दिन से घर से गायब बताया जा रहा हैं। वहीं उसका भाई भी इतने ही दिन से गायब हैं जिसका अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया हैं।
जानकारी के मुताबिक अहिंसा चौराहे के पास स्थित चाय की होटल चलाकर जीवन यापन करने वाला 30 वर्षीय युवक दीपू बख्ताणी एवं पालिका बाजार में रेडिमेंट कपड़ो की दुकान चलाने वाला उसका भाई मनीष बख्ताणी पिछले पांच-छः दिन से घर से गायब थे जिसके फोन भी बंद चल रहे थे। इनमें से मनीष बख्ताणी उम्र 25 वर्ष निवासी महावीर नगर द्वारा गोवा स्थित एक होटल में आत्महत्या करने की जानकारी मंगलवार की शाम उनके परिजनो को लगी। जबकि दूसरे का अब तक पता नहीं चल पाया हैं। परिवारजनो का कहना हैं कि मनीष के भाई पर कुछ कर्जा चल रहा था जिसे लेकर फाईनेंस कंपनियों के संचालक पिछले काफी समय से उन्हें परेशान कर रहे थे।
परिजनो के मुताबिक ब्याज के रूप में मोटी रकम अदा करने के बाद भी वह लोग उनका पीछा छोड़ नहीं रहे थे और पैसो के लिए दबाव बना रहे थे। इसी को लेकर मनीष पर भी पिछले कई दिनों से दबाव बनाया जा रहा था। इससे तंग आकर दोनो भाई अलग-अलग दिन एवं समय में करीब पांच-छः दिन पूर्व घर से गायब हो गए। घर से जाने के बाद उनके फोन बंद बताए जा रहे थे। जहां घर वाले उनकी तलाश में दिन रात एक किए हुए थे वहीं इस बीच मंगलवार की शाम को परिजनो को कोतवाली पुलिस की ओर से सूचना दी गई कि मनीष ने गोवा स्थित एक होटल में आत्महत्या कर ली हैं। घटना की जानकारी लगते ही परिजना जनो की पैरो तले की जमीन हिल गई। इसके बाद जैसे-तैसे खुद को संभालने के बाद वह लोग बुधवार की सुबह शव को लेने के लिए गोवा के लिए रवाना हुए। सूत्रों का कहना हैं कि घटनास्थल से गोवा पुलिस को सुसाईड नोट भी मिला हैं लेकिन इस बात की अधिकारिक पुष्टि ना तो बाड़मेर पुलिस कर रही हैं और ना ही उनके परिजन।
बाड़मेर शहर में इन दिनों कुकरमुत्तो की तरह फैली अवैध फाईनेंस कंपनियों का आतंक सर चढ़कर बोल रहा हैं। हालात यह हैं कि इन फाईनेंस कंपनियों की अवैध वसूली एवं वसूली के तौर तरीको के चलते बाड़मेर के सैकड़ों युवा अवसाद से ग्रसित चल रहे हैं। वहीं कुछ ने अपना घर तक छोड़ मारे डर के छिपकर फिर रहे हैं। वहीं कुछ ने तो इन कंपनियों की अवैध वसूली से तंग आकर अपनी जान तक दे दी हैं। इतना सब कुछ होने के बाद भी ना तो जिला प्रशासन और ना ही पुलिस प्रशासन इस तरह की अवैध फाईनेंस कंपनिया चलाने वाले संचालको के खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही नहीं कर रही हैं। नतीजन आए दिन बाड़मेर के लोग विशेषकर युवा वर्ग इसका शिकार हो रहा हैं। लगता हैं कि जिला प्रशासन एवं पुलिस को अब भी और मौता का इंतजार हैं। शायद इसके बाद ही उनकी कुंभकर्णी नींद खुल सके।
भारी भरकम ब्याज पर देते हैं पैसेः
कुकरमुतो की तरह शहर में जगह-जगह स्थापित हुई अवैध फाईनेंस कंपनियों के संचालको द्वारा पहले तो युवाओं को स्वपन दिखाए जाते हैं फिर अपने जाल में फंसाकर उन्हें भारी भरकम ब्याज पर पैसे उधार दिये जाते हैं। इसके बाद जब उधार पैसे लेने वालो के हाथ तंग होते हैं तब यह लोग प्रतिदिन उनसे पैसे की वसूली के लिए उन पर दबाव बनाते हैं। उनके द्वारा मोहलत मांगे जाने पर भी यह लोग उनकी एक भी नहीं सुनते और पैसे की वसूली के लिए मारपीट,अपहरण तक से नहीं चुकते हैं। बाड़मेर शहर में इस तरह के दर्जनों मामले अब तक प्रकाश मंे आ चुके हैं। लेकिन जिला प्रशासन एवं पुलिस ने इसमें कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।

आंख में मिर्ची झोंक 1.70 लाख लूटे

आंख में मिर्ची झोंक 1.70 लाख लूटे
जोधपुर। पाली रोड पर मोगड़ा के पास गुरूवार को दिनदहाड़े बोलेरो में सवार होकर आए लुटेरों ने एक लेबर ठेकेदार की आंखों में मिर्ची डाल 1.70 लाख रूपए लूट लिये। लुटेरे अभी तक पुलिस की पकड़ से हैं।

पुलिस के मुताबिक विक्रमसिंह राजपुरोहित फैक्ट्री में लेबर ठेकेदार है। उसने गुरूवार दोपहर कोे उमा पोलिमर्स नामक फैक्ट्री से श्रमिकों को भुगतान करने के लिए 1.70 लाख रूपए लिए थे। इस धन राशि को उसने एक हैण्ड बैग में रखा और घर जाने के लिए रवाना हुआ। विक्रम ने जिस हैण्ड बैग में धन राशि रखी थी उसे उसने मोटरसाइकिल के पीछे वाले हुक में लटक रहा था।

इसी बीच मोगड़ा के पास पीछे से सफेद रंग की बोलेरो ठेकेदार की मोटरसाइकिल के बराबर आई। बोलेरो में बैठे एक आदमी ने मिर्ची पाउडर विक्रमसिंह की आंखों में फेंका। इससे आंखों में जलन होने पर ठेकेदार ने तुरंत सड़क किनारे मोटरसाइकिल रोकी और नीचे उतरकर आंखें साफ करने लगा। इसी का फायदा उठाकर बोलेरो भी रूकी और उसमें से एक व्यक्ति ने नीचे उतरकर बाइक पर लटक रहा बैग लिया और फरार हो गए।

रमज़ान माह का इतिहास, रोज़े में क्‍या करें क्‍या न करें



नई दिल्‍ली। इस्लाम धर्म में अच्छा इन्सान बनने के लिए पहले मुसलमान बनना आवश्यक है। अरबी लुगद (डिक्‍शनरी) के मुताबिक मुसलमान का मतलब होता है 'पक्‍के ईमान वाला'। मुसलमान बनने के लिए पांच कर्तव्यों का पालन करना जरूरी है। यदि कोई व्यक्ति इन पांच कर्तव्यों में से किसी एक को भी ना माने, तो वह मुसलमान नहीं हो सकता। वो कतर्व्‍य हैं- पहला- ईमान यानी कलिमा तय्यब, जिसमें अल्लाह के परम पूज्य होने का इकरार, उसके एक होने का यकीन और मोहम्मद साहब के आखिरी नबी होने का यकीन करना। दूसरा नमाज़, जिसके अंतर्गत एक मुसलमान को नमाज पढ़ना चाहिये। तीसरा रोज़ा, चौथा हज और पांचवां ज़कात। यदि कोई व्यक्ति मुसलमान होकर इस सब पर अमल न करे, तो वह अपने मजहब के लिए झूठा है। रमज़ान का इतिहास- रमज़ान इस्‍लाम कैलेंडर का नवां महींना होता है। रमज़ान का मतलब होता है प्रखर। सन् 610 में लेयलत उल-कद्र के मौके पर जब मुहम्‍मद साहब को कुरान शरीफ के बारे में पता चला, तभी इस महीने को पवित्र माह के रूप में मनाया जाने लगा। क्‍या कहते हैं मौलाना साहब- रमजान की फ़ज़ीलत पर रौशनी डालते हुए मुस्लिम धर्म गुरु लखनऊ के मौलाना यासूब अब्बास कहते हैं कि ये महिना अल्लाह का है जिसे रूह हुल्लाह खैरुल्लाह भी कहते हैं। ये महिना नेमतों का महिना है, बरकतों का महिना है, अजमतों का महिना है। इस महीने में अल्लाह अपने बन्दों के लिए बरकतों के दरवाज़े खोलता है। इस महीने में अल्लाह सबको रिज्क देता है, उनके सभी गुनाह- गुनाहे कबीरा, गुनाहे सगीरा माफ़ करता है, मौलाना ने ये भी कहा कि अल्लाह ने अपनी किताब में फ़रमाया है कि उसके नेक बन्दे जितना हो सके अपनी नफ्ज़ पर कंट्रोल रखें,ऐसा करके उन बन्दों का शुमार अल्लाह के करीबियों में उनके मेहबूबों में होगा। फितरे के सवाल पर जानकारी देते हुए मौलाना ने कहा कि इस रमजान महीने के अंत में दिया जाने वाला फितरा एक तरह का टोकन अमाउंट होता है जो उस इंसान को ये बताता है कि अल्लाह की नज़र में सब बराबर हैं। जब कोई अमीर आदमी ये टोकन अमाउंट अपने ख़ुदा की तरफ से किसी ग़रीब हो देता है तब उसे ये एहसास होता है कि आख़िर भूख क्या होती है भूख का एहसास क्या होता है , अल्लाह अमीर बन्दे को इस टोकन के ज़रिये एक ग़रीब का दरवाज़ा दिखाता है, इस टोकन का पैगाम ये है कि इस दुनिया में कोई भी ग़रीब नहीं है कोई भी बेसहारा नहीं है अल्लाह सबके साथ है। साथ ही मौलाना यासूब अब्बास ने ये भी कहा कि अगर आज इंसान इन सब बातों को मान ले तो इस दुनिया में कोई भी ग़रीब और बेसहारा नहीं रहेगा और सब तरफ अमन और सुकून रहेगा। धूम-धाम से मनाया जाता है रमज़ान भारत समेत दुनिया भर में रमज़ान के महीने की धूम देखी जाती है। अगर भारत की बात करें तो यहां कश्‍मीर से लेकर कन्‍याकुमारी तक हर जगह रमज़ान के महीने में बाजारों में रौनक बनी रहती है। खास तौर से पुरानी दिल्‍ली, हैदराबाद और लखनऊ में रमज़ान के महीने में रात के वक्‍त भी बाजार गुलज़ार रहते हैं। एक से एक बेहतरीन पकवान और रोज़ा इफ्तार के वक्‍त मेल-मिलाप का अनोखा संगम देखने को मिलता है।
 

बेहोश कर, लूट ले गई दुल्हन

बेहोश कर, लूट ले गई दुल्हन
नदबई (भरतपुर)। नदबई क्षेत्र के गांव ऎचेंरा में बुधवार रात एक महिला अपने पति सहित पांचों घर वालों को बेहोश कर सामान लेकर चम्पत हो गई। बेहोशी की हालात में इन पांचों घर वालों को नदबई के अस्पताल में भर्ती कराया है।

पुलिस ने बताया कि ओमप्रकाश सिंह पुत्र फतेह सिंह ने तीन दिन पहले ही एक महिला से शादी की थी। यह महिला कौन है और कहां की है, इसकी जानकारी नहीं हो सकी है। ओमप्रकाश ने यह दूसरी शादी की थी। इसी महिला ने बुधवार रात दलिया में दवा मिलाकर परिजनों को बेहोश कर दिया और घर का सामान लेकर भाग गई। पुलिस का कहना है कि परिजन अभी तक पूरी तरह से होश मे नहीं आए हैं। इसलिए इस मामले की रिपोर्ट अभी दर्ज नहीं हुई है।
पुलिस ने आशंका व्यक्त की है कि ऎसी हरकतें किसी गेंग से संबंधित महिला ही कर सकती है। परिजनों के पूरी तरह से होश में आने पर ही असलियत का खुलासा होगा।

बढती जनसँख्या लील रही है पर्यावरण को : खान

बढती जनसँख्या लील रही है पर्यावरण को : खान 

 -विश्व जनसँख्या दिवश पर कार्यक्रम  आयोजित
- बच्चो ने ली पर्यावरण सरक्षण की शपथ

बाड़मेर  ,जब भी बचपन में कोई निबंध याद करते थे जनसँख्या से सम्बंधित तो उसमे इसके कारण में एक बड़ा कारण ''अशिक्षा''लिखा जाता था और हमें जब भी कोई अनपढ़ दिखाई देता था हम उसे देख कर देश की ख़राब स्थिति के लिए जिम्मेदार मान लेते थे  पर आज जब हमें कहने को काफी समझ आ चुकी है तब हम अपने आस पास के बहुत से ऐसे परिवार देख रहे हैं जो कहने को सुशिक्षित है,सभ्य हैं और उनके बहुत बड़े बड़े परिवार हैं.भारतीय समाज बेटे के होने तक बच्चे करता ही रहता है और अब ये लालसा इतनी आगे बढ़ चुकी है कि एक बेटा हो जाये तो कहा जाता है कि ''दो तो होने ही चाहियें''. हालत न केवल देश की अकर्त व्यवस्था बल्कि विश्व के पर्यावरण के लिए भी घातक  है यह कहना है मदरसा फेजे जकारिया जुनेजो की बस्ती के प्रबंधक कायम्दीन खान जुनेजा का , खान ने यह बात सीसीडीयू के आईइसी अनुभाग द्वारा विश्व जनसँख्या दिवश पर आयोजित शपथ पर्यावरण बचाने की कार्यक्रम में कही . उन्होंने कहा कि पर्यावरण अर्थात हमारे चंहूँ ओर का आवरण हमारी कृत्यों के कारण हमारे लिए विपदाजनक बन गया है.हमारी ओजोन परत जो हमारी रक्षक है स्वयं उस पर खतरा मंडरा रहा है.पर्यावरण के सम्बन्ध में यूँ तो चिंता विश्वव्यापी है परन्तु आज हम अपने देश के संदर्भ में विचार करें तो स्थिति बहुत अधिक विस्फोटक दिखाई देती है.कारण हमारी निरंतर बढ़ती जनसँख्या और सीमित साधन.आज जब हम दुनिया में जनसँख्या के दृष्टिकोण से बस चीन से पीछे हैं और अनुमान है कि 2050 तक हमारा देश विश्व में जनसँख्या का दृष्टिकोण से शीर्ष पर होगा. विश्व के क्षेत्रफल का मात्र 2.4% और विश्व की जनसँख्या का 18% संसाधनों के मामले में हम आज भी विकासशील हैं.इतनी विशाल जनसंख्या की आवश्यकताओं को पूर्ण करना बहुत दुष्कर है.परिणामस्वरूप हमारे उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों पर दवाब बढ़ रहा है।  सीसीडीयू के आईइसी कंसल्टेंट अशोक सिंह राजपुरोहित ने बताया की इस मोके पर बच्चो को पर्यावरण संरक्षण का शपथ कार्यक्रम आयोजित भी किया गया .
 

1 दिन में गहलोत के 16 हजार लाइक घटे

1 दिन में गहलोत के 16 हजार लाइक घटे
जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की फेसबुक पर लोकप्रियता को बढ़ा-चढाकर पेश करने और फेसबुक पेज "आपका मुख्यमंत्री" पर लाइक खरीदने के भाजपा के आरोपों के बाद एक ही दिन में 16 हजार से अधिक लाइक घट गए हैं।

10 जुलाई तक उनके फेसबुक पेज पर 2,15,753 लाइक थे,लेकिन 11 जुलाई को शाम 5.30 बजे तक उनके फेसबुक पेज पर लाइक करने वालों की संख्‍या घटकर 1,99,169 तक आ गई। एक दिन में घटने वाले लाइक की संख्या 16584 तक पहुंच गई।


इससे पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रवक्ता ज्योति किरण ने यह दावा किया था कि लोकप्रियता पाने के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री फेसबुक पर `लाइक` खरीद रहे हैं। बीजेपी प्रवक्ता का कहना था कि 1 जून तक अशोक गहलोत के ऑफिशियल फेसबुक पेज पर 1,60,077 लाइक थे,लेकिन सिर्फ 30 दिनों में (30 जून तक) यह आंकड़ा 2,14,639 तक पहुंच गया।



उधर,मुख्यमंत्री के फेसबुक पेज की एडमिन टीम ने फेसबुक पर लिखा है कि अशोक गहलोत की दिनों-दिन बढ़ती लोकप्रियता से भारतीय जनता पार्टी बुरी तरह से बौखला गई है और इस बौखलाहट में सोशल मीडिया पर फेसबुक लाइक्स को खरीदने का आरोप मुख्यमंत्री पर लगा रही है।


टीम के अनुसार बिना आधार और बिना टैक्नीकल जानकारी के भारतीय जनता पार्टी के लोग हवा में आरोप लगाते हैं। उन्हें तो यहाँ तक भी पता नहीं है कि जिन जगह विशेष के लाइक्स को लेकर वो आरोप लगा रहे हैं वो वास्तव में लाइक्स नहीं बल्कि "द सिटी वेहर मोस्ट ऑफ द पीपल टॉकिंग अबाउट दिस पेज आर फ्रॉम" है.. चूंकि इनके पास अब बोलने के लिए कुछ भी नहीं है इसलिए ये घटिया हथकंडे अपनाकर जानबूझकर मुख्यमंत्री को सोशल मीडिया पर गलत तरीके से झूंठ बोलकर उनकी बढ़ती लोकप्रियता में रूकावट डालने के लिए और अपनी सभाओं में बोलने के लिए मुद्दा बनाया जा रहा है।

जातियों की रैलियां करने पर लगा बैन

जातियों की रैलियां करने पर लगा बैन
लखनऊ। जाति के नाम पर राजनीति करने वालों को तगड़ा झटका लगा है। उत्तर प्रदेश में नेता अब जातियों की रैलियां नहीं कर पाएंगे। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने जाति आधारित रैलियों पर रोक लगा दी है।

एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने केन्द्र,यूपी सरकार,चुनाव आयोग को नोटिस जारी किया है। भाजपा,कांग्रेस,बसपा और सपा को भी नोटिस जारी किया है। न्यायाधीश उमा नाथ सिंह और न्यायाधीश महन्द्र दयाल की पीठ ने कहा कि जाति के आधार पर होने वाली रैलियां समाज को बांटती है,इसलिए राजनीतिक दलों को जातियों की रैलियां नहीं करनी चाहिए।

याचिका स्थानीय वकील मोतिलाल यादव ने दाखिल की थी। सपा,बसपा,कांग्रेस और भाजपा ने कोर्ट के फैसला का स्वागत किया है। बसपा ने राज्य के 40 जिलों में ब्राह्मण सम्मेलन आयोजित किए थे। 7 जुलाई को बसपा सुप्रीमो और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ब्राह्मणों का समर्थन लेने के लिए लखनऊ में एक रैली की थी। सपा ने भी हाल में लखनऊ में मुस्लिम सम्मेलन आयोजित किया था।

आगामी लोकसभा चुनाव में अब काफी कम वक्त बचा है,ऎसे में कोर्ट का यह फैसला काफी महत्वपूर्ण है। यूपी में लोकसभा की सबसे ज्यादा सीटें हैं। उत्तर भारत में खासतौर पर उत्तर प्रदेश और बिहार में ज्यादातर पार्टियां जाति आधारित राजनीति करती हैं।