देवर-देवरानी के सामने बहू से दुष्कर्म
फतेहपुर। रिश्तों को शर्मसार करने वाली एक घटना फतेहपुर में सामने आई। यहां बड़े भाई ने मझले भाई की पत्नी को हवस का शिकार बनाया। इसमें छोटे भाई व उसकी पत्नी ने भी उसका साथ दिया। उसके शोर मचाने पर पड़ोसी आ गए। इन्हें देख तीनों भाग निकले।
थाने पहुंची पीडिता ने पुलिस को बताया कि उसका पति फसल की कटाई के लिए खेत पर गया था। वह कमरा बंद करके सो रही थी। रात को उसकी देवरानी ने आवाज दी। उसने दरवाजा खोला तो सामने देवर और जेठ भी खड़े थे। वह कुछ समझ पाती,इससे पहले ही जेठ कमरे में घुस आया और उसके साथ दुष्कर्म किया। देवर-देवरानी उसकी इज्जत लुटने का तमाशा देखते रहे।
शनिवार, 4 मई 2013
हज यात्रा कराने के नाम पर ठगे 10 लाख
जयपुर: हज कराने के नाम पर कुछ लोगों ने एक व्यक्ति से 10 लाख रुपए ठग लिए। आरोपी उसे मुंबई से हज फ्लाइट होने की बात कहकर वहां ले गए और फिर उसे वापसी का रास्ता दिखा दिया। पीड़ित की ओर से रामगंज थाने में मामला दर्ज कराया गया है। जानकारी के अनुसार जे.पी. कालोनी शास्त्री नगर निवासी मो. वसीम हज यात्रा पर जाना चाहते थे।
इस दौरान उन्हें पता चला कि मदीना होटल घाटगेट बाजार में रुके कुछ लोग हज यात्रा करा सकते हैं। सितम्बर-अक्तूबर में होने वाली यात्रा के लिए वह मो. आरिफ, शकील सगीर, पूजा शर्मा व सैयद मेहराज से मिला। इन लोगों ने वसीम को बताया कि मुंबई से हज के लिए फ्लाइट जाएगी। यहां से मुंबई और फिर आगे भेजने का सारा इंतजाम कम्पनी करेगी।
एक व्यक्ति उसे मुंबई लेकर गया। उसने वसीम से करीब 10 लाख रुपए ले लिए और फ्लाइट नहीं होने की बात कहकर लौटा दिया। वसीम ने फिर सम्पर्क किया तो उनका पता नहीं चल सका।
इस दौरान उन्हें पता चला कि मदीना होटल घाटगेट बाजार में रुके कुछ लोग हज यात्रा करा सकते हैं। सितम्बर-अक्तूबर में होने वाली यात्रा के लिए वह मो. आरिफ, शकील सगीर, पूजा शर्मा व सैयद मेहराज से मिला। इन लोगों ने वसीम को बताया कि मुंबई से हज के लिए फ्लाइट जाएगी। यहां से मुंबई और फिर आगे भेजने का सारा इंतजाम कम्पनी करेगी।
एक व्यक्ति उसे मुंबई लेकर गया। उसने वसीम से करीब 10 लाख रुपए ले लिए और फ्लाइट नहीं होने की बात कहकर लौटा दिया। वसीम ने फिर सम्पर्क किया तो उनका पता नहीं चल सका।
सरबजीत पर हमलाः 3 जेल अधिकारी सस्पेंड
लाहौर।। भारतीय कैदी सरबजीत सिंह पर जानलेवा हमले के करीब एक हफ्ते बाद इस मामले में जेल के तीन सीनियर अफसरों को सस्पेंड कर दिया गया है। पंजाब के गृह सचिव ने कोट लखपत जेल में सरबजीत पर बर्बर हमले को लेकर तीन अधिकारियों को लापरवाही के आरोप में शुक्रवार को निलंबित कर दिया।
आधिकारिक सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि निलंबित किए गए अधिकारियों में कोट लखपत जेल सूपरिंटेंडेंट मोहसिन रफीक, अडिशनल सूपरिंटेंडेंट इश्तिआक गिल और डिप्युटी सूपरिंटेंडेंट गुलाम सरवर सुमरा शामिल हैं।
सूत्रों ने बताया कि निलंबित अधिकारियों के स्थान पर कामरान अंजुम को सुपरिंटेंडेंट, रजा महमूद जमन को अडिशनल सूपरिंटेंडेंट और नूर हसन को डिप्युटी सूपरिंटेंडेंट नियुक्त किया गया है।
भारतीय कैदी सरबजीत (49) पर 26 अप्रैल को जेल में बंद अन्य कैदियों ने बर्बर हमला किया था। इस संबंध में दो कैदियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
सरबजीत पर 1990 में पंजाब प्रांत में हुए बम विस्फोटों से जुड़े मामले में मौत की सजा सुनाई गई थी। उन विस्फोटों में 14 लोगों की मौत हो गई थी। सरबजीत के परिवार का दावा है कि वह गलत पहचान के शिकार हुए और नशे की हालत में गलती से पाकिस्तान की सीमा में चले गए थे।
आधिकारिक सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि निलंबित किए गए अधिकारियों में कोट लखपत जेल सूपरिंटेंडेंट मोहसिन रफीक, अडिशनल सूपरिंटेंडेंट इश्तिआक गिल और डिप्युटी सूपरिंटेंडेंट गुलाम सरवर सुमरा शामिल हैं।
सूत्रों ने बताया कि निलंबित अधिकारियों के स्थान पर कामरान अंजुम को सुपरिंटेंडेंट, रजा महमूद जमन को अडिशनल सूपरिंटेंडेंट और नूर हसन को डिप्युटी सूपरिंटेंडेंट नियुक्त किया गया है।
भारतीय कैदी सरबजीत (49) पर 26 अप्रैल को जेल में बंद अन्य कैदियों ने बर्बर हमला किया था। इस संबंध में दो कैदियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
सरबजीत पर 1990 में पंजाब प्रांत में हुए बम विस्फोटों से जुड़े मामले में मौत की सजा सुनाई गई थी। उन विस्फोटों में 14 लोगों की मौत हो गई थी। सरबजीत के परिवार का दावा है कि वह गलत पहचान के शिकार हुए और नशे की हालत में गलती से पाकिस्तान की सीमा में चले गए थे।
शव नहीं उठाया .सदर थाना अधिकारी लाइन हाज़िर
शव नहीं उठाया .सदर थाना अधिकारी लाइन हाज़िर
ताराराम बैरवा सदर थाना अधिकारी नियुक्त ......
बाड़मेर जिला पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने ताराराम बैरवा को सदर थाना अधिकारीनियुक्त किया हें ,बैरवा ने पदभार ग्रहण कर लिया .कप्तान ने वर्तमान सदर थाना अधिकारी लूण सिंह भाटी को लाइन हाज़िर कर दिया ,मीठडा में आज हुए हत्या काण्ड को लेकर यह कार्यवाही अमल में लाइ गयी हें ,कल देर रात सदर थाना क्षेत्र के मीथादा गाँव में हुए हत्याकांड को लेकर पुलिस द्वारा कोई गिरफ़्तारी नहीं करने तथा आरोपियों का पता नहीं लगाने पर राजपूत सनश के लोग बड़ी तादाद में एकत्रित हो रखे हें ,अभी तक मृतक गिरधर सिंह का शव नहीं उठाया हें ,राजपूत समाज के लोगो ने शाम छह बजे तक का समय पुलिस को दिया हें आरोपियों को गिरफ़्तारी का ,समाज के ल्प्गो ने ही सदर थाना अधिकारी को हटाने की मांग की थी .
ताराराम बैरवा सदर थाना अधिकारी नियुक्त ......
बाड़मेर जिला पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने ताराराम बैरवा को सदर थाना अधिकारीनियुक्त किया हें ,बैरवा ने पदभार ग्रहण कर लिया .कप्तान ने वर्तमान सदर थाना अधिकारी लूण सिंह भाटी को लाइन हाज़िर कर दिया ,मीठडा में आज हुए हत्या काण्ड को लेकर यह कार्यवाही अमल में लाइ गयी हें ,कल देर रात सदर थाना क्षेत्र के मीथादा गाँव में हुए हत्याकांड को लेकर पुलिस द्वारा कोई गिरफ़्तारी नहीं करने तथा आरोपियों का पता नहीं लगाने पर राजपूत सनश के लोग बड़ी तादाद में एकत्रित हो रखे हें ,अभी तक मृतक गिरधर सिंह का शव नहीं उठाया हें ,राजपूत समाज के लोगो ने शाम छह बजे तक का समय पुलिस को दिया हें आरोपियों को गिरफ़्तारी का ,समाज के ल्प्गो ने ही सदर थाना अधिकारी को हटाने की मांग की थी .
सरहदी गांवों में पानी चोरी का डर .जहां तालों में कैद रहता हें पानी
सरहदी गांवों में पानी चोरी का डर .जहां तालों में कैद रहता हें पानी
बारी बारी पेयजल स्रोतों की करते हें पहरेदारी
चन्दन सिंह भाटी
बाड़मेर राजस्थान के रेगिस्तानी जिले बाड़मेर में गर्मी की दस्तक के साथ लोगो को पानी की समस्याओ से दो चार होना पद रहा हें ,भारत पाकिस्तान सीमा पर बसे बाड़मेर जिले के सरहदी गाँवों में भीषण गर्मी की दस्तक के साथ विकत हो चुके हें ,छह छह माह से होदियो में पानी नहीं आने से गाँव वालो के हलक सूख गए हें ,जलदाय विभाग हर साल गर्मी के मौसम से ठीक पहले आपात योजना के तहत करोडो रुपयों का बजट पुरानी पेयजल योजनाओ के दुरुस्तीकरण के लिए खर्च करते हें .मगर सरहदी चौहटन उप खंड के गफन क्षेत्र के तेरह गाँवो के हालत कुछ और ही बयान कर रहे हें ,इस क्षेत्र के तेरह गाँव गफानो के गाँव कहे जाते हें यानी रेतीले धोरो के बीच के विषम गाँव जन्हा पानी क्या इंसान भी नहीं पहुँच पाते .रमजान की गफन ,आर बी की गफन ,तमाची की गफन ,लक्खे का तला ,भीलो का तला ,भुन्गारिया ,रासबानी ,आदी में लोग पानी की एक एक बूँद के लिए तरस रहे हें .
पाकिस्तान की सरहद से सटे राजस्थान के रेगिस्तानी जिले बाड़मेर में तापमान बढ़ने के साथ-साथ पानी की समस्या विकराल होती जा रही है। सरहदी गांवों में ग्रामीण पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहे हैं। पानी की विकट समस्या के कारण गांवों में पलायन की स्थिति बन गई है। गांवों में पारंपरिक पेयजल स्रोत सूख गए हैं। लगातार छठे साल पड़े अकाल के कारण पारंपरिक कुएं, तालाब, बावडि़यों, बेरियों तथा टांकों का पानी सूख चुका है। हालात ये हैं कि जिले के लगभग 860 गांव पेयजल की किसी योजना से जुड़े नहीं हैं। इन कमीशंड, नॉन कमीशंड गांवों में प्रशासन द्वारा पानी के टेंकरों की व्यवस्था की गई है, मगर, यह महज खानापूर्ति तक ही सीमित है। गांवों में टैंकर पहुंच ही नहीं पा रहे हैं। ऐसे में गांवों में लोगों ने पानी पर पहरेदारी शुरू कर दी है।
जिले के सीमावर्ती क्षेत्र चौहटन के विषम भोगोलिक परिस्थितियों में बसे गफनों के 1३ गांवों में पेयजल सबसे बडी त्रासदी है। इन 13 गांवों- रमजान की गफन, आरबी की गफन, तमाची की गफन, भोजारिया, भीलों का तला, मेघवालों का तला, रेगिस्तानी धोरों के बीच बसे हुए हैं। इन गांवों में पहुंचने के लिए कोई रास्ता तक नहीं है। ऐसे में ग्रामीण अपनी छोटी-छोटी पानी की बेरियों पर ताले लगा कर रखते हैं। तालों के साये में पानी रखना यहां की परम्परा और जरूरत है। इन गांवों के लोग पानी की एक-एक बूंद की कीमत और उपयोगिता जानते हैं।
पानी के कारण गांवों में होने वाले झगडों के कारण ग्रामीण मजबूरी में पानी को सुरक्षित रखने के लिए ताले लगा कर रखते हैं ताकि पानी चोरी ना हो जाए। मगर, इस बार पानी की जानलेवा किल्लत ने ग्रामीणों को पानी की सुरक्षा के लिए पहरेदारी का सहारा लेने पर मजबूर कर दिया। गांव के सलाया खान निवासी तमाची की गफन ने संवाददाता को बताया कि टांकों पर ताले जड़ने के बाद भी पानी चोरी हो जाता है। पानी की समस्या इस कदर है कि ग्रामीण अपनी जान जोखिम में डाल कर पानी चोरी कर ले जाते हैं। चोरों का पता लगाने का प्रयास भी किया मगर सफलता नहीं मिली, तो ग्रामीणों ने पंचायत बुलाकर निर्णय लिया कि परंपरागत रूप से बनी पानी की बेरियो पर बारी बारी पहरेदारी की जाए ,इन गाँवों में जातिगत हिसाब से मोहला वाइज़ पानी की बेरिया बनी हें।सभी बेरियो पर लोगो ने अपने अपने ताले जड़ रखे हें ,रासबानी के जुम्मा खान के अनुसार पानी की भयंकर किल्लत हें ,सरकारियो पेयजल योजनाओ से पानी सप्लाई हुए वर्षो बीत ,गए निजी टेंकरों की कीमत प्रति टेंकर हज़ार रुपये हें जिसे देने की स्थति में हम नहीं हें ,प्रशासन को कई बार लिखित और मौखिक रूप से पानी की समस्या के बारे में बता चुके हें मगर कोई समाधान नहीं निकल रहा .पानी की होदियो में पानी कभी आया ही नहीं ,जनप्रतिनिधि गूंगे बहरे हें ,
रमजान की गफन के अली मोहम्मद ने बताया की पानी की सुरक्षा की इससे बेहतर व्यवस्था नहीं हो सकती।प्रत्येक परिवार अपनी बेरी के साथ अन्य बेरियो की पहरेदारी करता हें ताकि पानी चोरी ना हो . उन्होंने बताया कि चालीस किलोमीटर के दायरे में पेयजल का कोई स्रोत नहीं है। पानी का एक टैंकर टांके में डलवाते हैं, तो प्रति टैंकर एक हज़ार रूपए का खर्चा आता है। ऐसे में पानी चोरी होने से आर्थिक नुकसान के साथ पानी की समस्या भी खड़ी हो जाती है। हालांकि, इस समस्या और ग्रामीणों द्वारा की जा रही सुरक्षा व्यवस्था पर कोई प्रशासनिक अधिकारी बोलने को तैयार नहीं। मगर, यह सच है कि रेगिस्तानी इलाकों में प्रशासनिक लापरवाही और उपेक्षा के चलते ग्रामीणों को पानी की सुरक्षा के लिए पहल करनी पडी । यह है भारत के लोकतंत्र का नजारा। बाड़मेर जिले के गांवों में पानी की समस्या कोई नई बात नहीं है। मगर, प्रशासनिक लापरवाही के चलते हालात इतने विकट होंगे, यह किसी ने नहीं सोचा था।
पाकिस्तान की सरहद से सटे राजस्थान के रेगिस्तानी जिले बाड़मेर में तापमान बढ़ने के साथ-साथ पानी की समस्या विकराल होती जा रही है। सरहदी गांवों में ग्रामीण पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहे हैं। पानी की विकट समस्या के कारण गांवों में पलायन की स्थिति बन गई है। गांवों में पारंपरिक पेयजल स्रोत सूख गए हैं। लगातार छठे साल पड़े अकाल के कारण पारंपरिक कुएं, तालाब, बावडि़यों, बेरियों तथा टांकों का पानी सूख चुका है। हालात ये हैं कि जिले के लगभग 860 गांव पेयजल की किसी योजना से जुड़े नहीं हैं। इन कमीशंड, नॉन कमीशंड गांवों में प्रशासन द्वारा पानी के टेंकरों की व्यवस्था की गई है, मगर, यह महज खानापूर्ति तक ही सीमित है। गांवों में टैंकर पहुंच ही नहीं पा रहे हैं। ऐसे में गांवों में लोगों ने पानी पर पहरेदारी शुरू कर दी है।
जिले के सीमावर्ती क्षेत्र चौहटन के विषम भोगोलिक परिस्थितियों में बसे गफनों के 1३ गांवों में पेयजल सबसे बडी त्रासदी है। इन 13 गांवों- रमजान की गफन, आरबी की गफन, तमाची की गफन, भोजारिया, भीलों का तला, मेघवालों का तला, रेगिस्तानी धोरों के बीच बसे हुए हैं। इन गांवों में पहुंचने के लिए कोई रास्ता तक नहीं है। ऐसे में ग्रामीण अपनी छोटी-छोटी पानी की बेरियों पर ताले लगा कर रखते हैं। तालों के साये में पानी रखना यहां की परम्परा और जरूरत है। इन गांवों के लोग पानी की एक-एक बूंद की कीमत और उपयोगिता जानते हैं।
पानी के कारण गांवों में होने वाले झगडों के कारण ग्रामीण मजबूरी में पानी को सुरक्षित रखने के लिए ताले लगा कर रखते हैं ताकि पानी चोरी ना हो जाए। मगर, इस बार पानी की जानलेवा किल्लत ने ग्रामीणों को पानी की सुरक्षा के लिए पहरेदारी का सहारा लेने पर मजबूर कर दिया। गांव के सलाया खान निवासी तमाची की गफन ने संवाददाता को बताया कि टांकों पर ताले जड़ने के बाद भी पानी चोरी हो जाता है। पानी की समस्या इस कदर है कि ग्रामीण अपनी जान जोखिम में डाल कर पानी चोरी कर ले जाते हैं। चोरों का पता लगाने का प्रयास भी किया मगर सफलता नहीं मिली, तो ग्रामीणों ने पंचायत बुलाकर निर्णय लिया कि परंपरागत रूप से बनी पानी की बेरियो पर बारी बारी पहरेदारी की जाए ,इन गाँवों में जातिगत हिसाब से मोहला वाइज़ पानी की बेरिया बनी हें।सभी बेरियो पर लोगो ने अपने अपने ताले जड़ रखे हें ,रासबानी के जुम्मा खान के अनुसार पानी की भयंकर किल्लत हें ,सरकारियो पेयजल योजनाओ से पानी सप्लाई हुए वर्षो बीत ,गए निजी टेंकरों की कीमत प्रति टेंकर हज़ार रुपये हें जिसे देने की स्थति में हम नहीं हें ,प्रशासन को कई बार लिखित और मौखिक रूप से पानी की समस्या के बारे में बता चुके हें मगर कोई समाधान नहीं निकल रहा .पानी की होदियो में पानी कभी आया ही नहीं ,जनप्रतिनिधि गूंगे बहरे हें ,
रमजान की गफन के अली मोहम्मद ने बताया की पानी की सुरक्षा की इससे बेहतर व्यवस्था नहीं हो सकती।प्रत्येक परिवार अपनी बेरी के साथ अन्य बेरियो की पहरेदारी करता हें ताकि पानी चोरी ना हो . उन्होंने बताया कि चालीस किलोमीटर के दायरे में पेयजल का कोई स्रोत नहीं है। पानी का एक टैंकर टांके में डलवाते हैं, तो प्रति टैंकर एक हज़ार रूपए का खर्चा आता है। ऐसे में पानी चोरी होने से आर्थिक नुकसान के साथ पानी की समस्या भी खड़ी हो जाती है। हालांकि, इस समस्या और ग्रामीणों द्वारा की जा रही सुरक्षा व्यवस्था पर कोई प्रशासनिक अधिकारी बोलने को तैयार नहीं। मगर, यह सच है कि रेगिस्तानी इलाकों में प्रशासनिक लापरवाही और उपेक्षा के चलते ग्रामीणों को पानी की सुरक्षा के लिए पहल करनी पडी । यह है भारत के लोकतंत्र का नजारा। बाड़मेर जिले के गांवों में पानी की समस्या कोई नई बात नहीं है। मगर, प्रशासनिक लापरवाही के चलते हालात इतने विकट होंगे, यह किसी ने नहीं सोचा था।
आबरू बचाई तो जिंदा जला डाला
आबरू बचाई तो जिंदा जला डाला
- युवती ने दम तोड़ा,आरोपी धरा
हनुमानगढ़। राजस्थान के हनुमानगढ़ में हवस में अंधे एक युवक के दुराचार में असफल रहने पर युवती को जिंदा जलाने की सनसनीखेज घटना सामने आई है। घटना जिले की नोहर तहसील के गांव मंदरपुरा में शुक्रवार रात करीब 11 बजे की है। इस घटना के बाद बुरी तरह से झुलसी युवती को अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। जिले की नोहर थाना पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए आरोपी जीतू को हिरासत में ले लिया है।
जानकारी के अनुसार हवस में अंधे युवक ने दुराचार में विफल रहने पर युवती को तेल डालकर आग लगा दी। इससे झुलसी मंजू (23) पत्नी संतलाल मेघवाल की बीकानेर ले जाते समय देर रात रास्ते में मौत हो गई। घटना की सूचना के बाद पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप भी शनिवार को नोहर पहुंच गए।
आरोपी युवक जीतू उर्फ जीतिया राजपूत की उम्र 22-25 के बीच बताई गई है। घटना के अनुसार आरोपित जीतू ने शुक्रवार रात करीब 11 बजे घर में घुस कर मंजू से दुराचार का प्रयास किया। युवती के विरोध करने के कारण इसमें विफल रहने पर उसने तेल छिड़ककर युवती को आग लगा दी। घटना के समय युवती का पति घर से बाहर गया हुआ था।
- युवती ने दम तोड़ा,आरोपी धरा
हनुमानगढ़। राजस्थान के हनुमानगढ़ में हवस में अंधे एक युवक के दुराचार में असफल रहने पर युवती को जिंदा जलाने की सनसनीखेज घटना सामने आई है। घटना जिले की नोहर तहसील के गांव मंदरपुरा में शुक्रवार रात करीब 11 बजे की है। इस घटना के बाद बुरी तरह से झुलसी युवती को अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। जिले की नोहर थाना पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए आरोपी जीतू को हिरासत में ले लिया है।
जानकारी के अनुसार हवस में अंधे युवक ने दुराचार में विफल रहने पर युवती को तेल डालकर आग लगा दी। इससे झुलसी मंजू (23) पत्नी संतलाल मेघवाल की बीकानेर ले जाते समय देर रात रास्ते में मौत हो गई। घटना की सूचना के बाद पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप भी शनिवार को नोहर पहुंच गए।
आरोपी युवक जीतू उर्फ जीतिया राजपूत की उम्र 22-25 के बीच बताई गई है। घटना के अनुसार आरोपित जीतू ने शुक्रवार रात करीब 11 बजे घर में घुस कर मंजू से दुराचार का प्रयास किया। युवती के विरोध करने के कारण इसमें विफल रहने पर उसने तेल छिड़ककर युवती को आग लगा दी। घटना के समय युवती का पति घर से बाहर गया हुआ था।
बॉयफ्रेंड ने करा रेप,बनाया एमएमएस
बॉयफ्रेंड ने करा रेप,बनाया एमएमएस
गुंटुर। एक युवती ने अपने ही बॉयफ्रेंड और उसके दोस्तों पर रेप करने और अश्लील एमएमएस बना कर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है। आंध्रप्रदेश के गुंटुल जिले की रहने वाली 19 वर्षीय कॉलेज स्टूडेंट का कहना है कि उसके बॉयफ्रेंड ने अपने दोस्त के साथ मिलकर कुछ सप्ताह पहले उसके साथ रेप करा, जबकि दो लड़कों ने इस दुष्कर्म की मोबाइल में वीडियो बनाई।
डिग्री कोर्स की प्रथम वर्ष की छात्रा ने पुलिस को बताया, उसका बॉयफ्रेंड बहला कर उसे अपने रूम पर ले गया जहां उसने और उसके एक दोस्त ने उसका रेप किया। यह लड़के पीडिता को पैसों के लिए ब्लैकमेल कर रहे थे। उन्होंने पीडिता को धमाकया कि अगर उसने पुलिस को बताया तो वे उसका वीडियो और तस्वीरें इंटरनेट पर डाल देंगे और सीडी बनाकर लोगों में बांट देंगे।
बरहाल पुलिस ने इन चारों युवकों को हिरासत में ले लिया है। इन पर एंटी-रेप लॉ और एससी/एसटी एट्रोसिटीज प्रिवेंशन एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
गुंटुर। एक युवती ने अपने ही बॉयफ्रेंड और उसके दोस्तों पर रेप करने और अश्लील एमएमएस बना कर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है। आंध्रप्रदेश के गुंटुल जिले की रहने वाली 19 वर्षीय कॉलेज स्टूडेंट का कहना है कि उसके बॉयफ्रेंड ने अपने दोस्त के साथ मिलकर कुछ सप्ताह पहले उसके साथ रेप करा, जबकि दो लड़कों ने इस दुष्कर्म की मोबाइल में वीडियो बनाई।
डिग्री कोर्स की प्रथम वर्ष की छात्रा ने पुलिस को बताया, उसका बॉयफ्रेंड बहला कर उसे अपने रूम पर ले गया जहां उसने और उसके एक दोस्त ने उसका रेप किया। यह लड़के पीडिता को पैसों के लिए ब्लैकमेल कर रहे थे। उन्होंने पीडिता को धमाकया कि अगर उसने पुलिस को बताया तो वे उसका वीडियो और तस्वीरें इंटरनेट पर डाल देंगे और सीडी बनाकर लोगों में बांट देंगे।
बरहाल पुलिस ने इन चारों युवकों को हिरासत में ले लिया है। इन पर एंटी-रेप लॉ और एससी/एसटी एट्रोसिटीज प्रिवेंशन एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
जिस्मफरोशी का धंधा करती तीन युवतियां गिरफ्तार, बैंक मैनेजर भी मौके पर
भोपाल। कोलार पुलिस ने देह व्यापार के आरोप में तीन युवतियों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि युवतियों के साथ एक सहकारी बैंक के असिस्टेंट मैनेजर को भी पकड़ा गया है। हालांकि, पुलिस का तर्क है कि बैंक मैनेजर छापे के दौरान अकाउंट का फॉर्म भरवाने के लिए मौके पर गया था।
सीएसपी राजेश सिंह भदौरिया ने बताया कि शुक्रवार रात करीब नौ बजे राजहर्ष कॉलोनी के पास स्थित ललिता नगर के एक मकान में देह व्यापार की सूचना मिली थी। पुलिस ने सूचना के आधार पर बताए ठिकाने पर छापा मारा तो यहां तीन युवतियां संदिग्ध हालत में मिलीं। पुलिस ने उन्हें महिला थाने के हवाले कर दिया है।
ब्रेकिंग न्यूज़ ...बाड़मेर में एक और हत्या ..एक घायल
ब्रेकिंग न्यूज़ ...बाड़मेर में एक और हत्या ..एक घायल
बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर के सदर थाना क्षेत्र के मीठडा गाँव में एक व्यक्ति की हत्या कर दी वही मृतक का छोटा भाई बुरी तरह घायल हो गया जिसे उपचार के लिए जोधपुर रेफर किया गया .पुलिस सूत्रानुसार सदर थाना क्षेत्र के मिठडा में निजी दूरसंचार कंपनी के लगे टावर पर कार्यरत गिरधर सिंह रात को चौकीदारी कर रहा था इतने में बोलेरो वाहन में अज्ञात व्यक्ति आये तथा उन्होंने ट्रांसमीटर से तेल चोरी करके निकलना शुरू किया इतने में गिरधर की आँख खुल गई उसने चोरो को रोका तो उन्होंने उस पर हमला बोल दिया ,इतने में गिरधर का छोटा भाई बीच बचाव के लिए आया तो उसे भी घायल कर दिया .तथा आरोपी फरार हो गए .इस घटना की सूचना गाँव में मिलते ही ग्रामीण एकत्रित हो गए तथा सदर पुलिस को सूचित किया .पुलिस ने मौके पर पहुँच मुआयना किया।दोनों को राजकीय अस्पताल लाया ग्गाया जन्हा गिरधर सिंह को मृत घोषित कर दिया तथा उसके छोटे भाई की हालत गंभीर होने के कारन उसे जोधपुर उपचार के लिए रेफर कर दिया .समाचार लिखे जाने तक गिरधर सिंह का शव पोस्ट मार्टम के लिए लाया गया हें ,भारी मात्र में राजपूत समाज के लोग एकत्रित हो गए हें .हत्यारों की गिरफ़्तारी की मांग कर रहे हें .
बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर के सदर थाना क्षेत्र के मीठडा गाँव में एक व्यक्ति की हत्या कर दी वही मृतक का छोटा भाई बुरी तरह घायल हो गया जिसे उपचार के लिए जोधपुर रेफर किया गया .पुलिस सूत्रानुसार सदर थाना क्षेत्र के मिठडा में निजी दूरसंचार कंपनी के लगे टावर पर कार्यरत गिरधर सिंह रात को चौकीदारी कर रहा था इतने में बोलेरो वाहन में अज्ञात व्यक्ति आये तथा उन्होंने ट्रांसमीटर से तेल चोरी करके निकलना शुरू किया इतने में गिरधर की आँख खुल गई उसने चोरो को रोका तो उन्होंने उस पर हमला बोल दिया ,इतने में गिरधर का छोटा भाई बीच बचाव के लिए आया तो उसे भी घायल कर दिया .तथा आरोपी फरार हो गए .इस घटना की सूचना गाँव में मिलते ही ग्रामीण एकत्रित हो गए तथा सदर पुलिस को सूचित किया .पुलिस ने मौके पर पहुँच मुआयना किया।दोनों को राजकीय अस्पताल लाया ग्गाया जन्हा गिरधर सिंह को मृत घोषित कर दिया तथा उसके छोटे भाई की हालत गंभीर होने के कारन उसे जोधपुर उपचार के लिए रेफर कर दिया .समाचार लिखे जाने तक गिरधर सिंह का शव पोस्ट मार्टम के लिए लाया गया हें ,भारी मात्र में राजपूत समाज के लोग एकत्रित हो गए हें .हत्यारों की गिरफ़्तारी की मांग कर रहे हें .
एफबीआई की मोस्ट वांटेड एक महिला
एफबीआई की मोस्ट वांटेड एक महिला
वाशिंगटन। एफबीआई ने अपनी मोस्ट वॉन्टेड टेररिस्ट लिस्ट में पहली बार किसी महिला का नाम शामिल किया है। अमरीकी जांच एजेंसी एफबीआई को इस महिला की सरगर्मी से तलाश है। इसका सुराग देने वाले व्यक्ति को 11 करोड़ रूपए का इनाम दिया जाएगा। एफबीआई ने इनामी राशि में दोगुना इजाफा किया है।
यह कोई मामूली महिला नहीं है, अमरीका में 1970 के दशक में सक्रिय रहे ब्लैक लिबरेशन आर्मी ग्रुप की इस महिला का नाम है जोएन केसिमर्ड। एफबीआई ने अपनी मोस्ट वॉन्टेड टेररिस्ट लिस्ट में पहली बार किसी महिला का नाम शामिल किया है।
जोएन पर 40 साल पहले न्यू जर्सी के में एक व्यक्ति की हत्या करने का आरोप है। मामले में उसे उम्रकैद दी गई थी जिसके बाद वह 1979 से न्यू जर्सी की ही एक जेल से फरार है।
माना जा रहा है कि जोएन अब भी क्यूबा में रहती हैं। उन्हें क्यूबा में राजनीतिक शरण मिली हुई है। अमरीका की क्यूबा के साथ प्रत्यर्पण संधि नहीं है। ऎसे में उसे वापस गिरफ्त में ले पाना सहज नहीं। कहा जाता है कि क्यूबा में करीब ऎसे 70 लोगों को पनाह मिली हुई है जिनकी अमरीका को तलाश है।
जोएन ब्लैक लिबरेशन आर्मी की नेता थीं। एफबीआई इसे कट्टरपंथी संगठन मानता है जो 70 और 80 के दशक में कई अमरीकी पुलिस अधिकारियों की मौत के लिए जिम्मेदार है।
1973 में जोएन और उसके दो साथियों को न्यूजर्सी पुलिसकर्मियों ने रोका था। एफबीआई के मुताबिक जवाब में जोएन और साथियों ने पुलिसकर्मियों पर गोलियां चलाई,इसमें एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई। इस मुठभेड़ में जोएन के एक साथी की भी मौत हो गई थी और दूसरा जेल में है।
जोएन को भी जेल हुई थी लेकिन ब्लैक लिबरेशन आर्मी के लोगों की मदद से वह भाग निकलने में सफल हो गई। उसके साथी एक वैन लेकर जेल में आए और जोएन को भगा ले गए। वह कुछ साल अमरीका में ही छिप कर रही उसके बाद उसे क्यूबा में देखा गया।
वाशिंगटन। एफबीआई ने अपनी मोस्ट वॉन्टेड टेररिस्ट लिस्ट में पहली बार किसी महिला का नाम शामिल किया है। अमरीकी जांच एजेंसी एफबीआई को इस महिला की सरगर्मी से तलाश है। इसका सुराग देने वाले व्यक्ति को 11 करोड़ रूपए का इनाम दिया जाएगा। एफबीआई ने इनामी राशि में दोगुना इजाफा किया है।
यह कोई मामूली महिला नहीं है, अमरीका में 1970 के दशक में सक्रिय रहे ब्लैक लिबरेशन आर्मी ग्रुप की इस महिला का नाम है जोएन केसिमर्ड। एफबीआई ने अपनी मोस्ट वॉन्टेड टेररिस्ट लिस्ट में पहली बार किसी महिला का नाम शामिल किया है।
जोएन पर 40 साल पहले न्यू जर्सी के में एक व्यक्ति की हत्या करने का आरोप है। मामले में उसे उम्रकैद दी गई थी जिसके बाद वह 1979 से न्यू जर्सी की ही एक जेल से फरार है।
माना जा रहा है कि जोएन अब भी क्यूबा में रहती हैं। उन्हें क्यूबा में राजनीतिक शरण मिली हुई है। अमरीका की क्यूबा के साथ प्रत्यर्पण संधि नहीं है। ऎसे में उसे वापस गिरफ्त में ले पाना सहज नहीं। कहा जाता है कि क्यूबा में करीब ऎसे 70 लोगों को पनाह मिली हुई है जिनकी अमरीका को तलाश है।
जोएन ब्लैक लिबरेशन आर्मी की नेता थीं। एफबीआई इसे कट्टरपंथी संगठन मानता है जो 70 और 80 के दशक में कई अमरीकी पुलिस अधिकारियों की मौत के लिए जिम्मेदार है।
1973 में जोएन और उसके दो साथियों को न्यूजर्सी पुलिसकर्मियों ने रोका था। एफबीआई के मुताबिक जवाब में जोएन और साथियों ने पुलिसकर्मियों पर गोलियां चलाई,इसमें एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई। इस मुठभेड़ में जोएन के एक साथी की भी मौत हो गई थी और दूसरा जेल में है।
जोएन को भी जेल हुई थी लेकिन ब्लैक लिबरेशन आर्मी के लोगों की मदद से वह भाग निकलने में सफल हो गई। उसके साथी एक वैन लेकर जेल में आए और जोएन को भगा ले गए। वह कुछ साल अमरीका में ही छिप कर रही उसके बाद उसे क्यूबा में देखा गया।
किन्नरों ने रचाया ब्याह
किन्नरों ने रचाया ब्याह
बिलासपुर।सरकार और अदालत में समलैंगिकता कानून पर भले ही बहस होती रहे लेकिन शहर में गुरू परम्परा की खातिर शुक्रवार को किन्नरो के दो जोड़ों ने ब्याह रचाया और गाजे-बाजे के साथ बारात निकाली। किन्नरों ने सुबह देवी पूजा की और शाम को दरगाह पर चादर चढ़ाकर सामाजिक सद्भाव का उदाहरण पेश किया। मसानगंज में रहने वाले किन्नर राजा खान ने यहीं रहने वाली दो बालाओं रजिया और रूखसाना से हिन्दू रीति रिवाजों के तहत ब्याह रचाया।
विवाह के लिए अग्रसेन चौक के पास शादी घर "भगवान मंगलम" बुक करके देश भर से किन्नर परिवार के लोगों को बारात का न्यौता भेजा गया। यहां से सुबह गाजे-बाजे के साथ कलश यात्रा निकली और मुहल्ले के ईमलीपारा रोड स्थित गणेश मंदिर पंहुची। दोपहर में देवी विजराता की पूजा की गई। कुआं पूजन के बाद गुरू राजा के साथ दुल्हन की तरह सजीं दोनों बालाओं ने बारी- बारी से फेरे लिए।
शाम को विवाह पंडाल सजा करके यहां गीत-संगीत के साथ अपने चिरपरिचितों के लिए रात्रिभोज का इंतजाम किया गया । इसके पहले सामाजिक सद्भाव की मिसाल पेश करते हुए ब्रहन्नलाओं ने पुलिस लाइन स्थित दरगाह पर संदल(चादर) चढ़ाने जुलूस निकाला।
बिलासपुर।सरकार और अदालत में समलैंगिकता कानून पर भले ही बहस होती रहे लेकिन शहर में गुरू परम्परा की खातिर शुक्रवार को किन्नरो के दो जोड़ों ने ब्याह रचाया और गाजे-बाजे के साथ बारात निकाली। किन्नरों ने सुबह देवी पूजा की और शाम को दरगाह पर चादर चढ़ाकर सामाजिक सद्भाव का उदाहरण पेश किया। मसानगंज में रहने वाले किन्नर राजा खान ने यहीं रहने वाली दो बालाओं रजिया और रूखसाना से हिन्दू रीति रिवाजों के तहत ब्याह रचाया।
विवाह के लिए अग्रसेन चौक के पास शादी घर "भगवान मंगलम" बुक करके देश भर से किन्नर परिवार के लोगों को बारात का न्यौता भेजा गया। यहां से सुबह गाजे-बाजे के साथ कलश यात्रा निकली और मुहल्ले के ईमलीपारा रोड स्थित गणेश मंदिर पंहुची। दोपहर में देवी विजराता की पूजा की गई। कुआं पूजन के बाद गुरू राजा के साथ दुल्हन की तरह सजीं दोनों बालाओं ने बारी- बारी से फेरे लिए।
शाम को विवाह पंडाल सजा करके यहां गीत-संगीत के साथ अपने चिरपरिचितों के लिए रात्रिभोज का इंतजाम किया गया । इसके पहले सामाजिक सद्भाव की मिसाल पेश करते हुए ब्रहन्नलाओं ने पुलिस लाइन स्थित दरगाह पर संदल(चादर) चढ़ाने जुलूस निकाला।
प्रियंका चौधरी ने ग्रामीणों की सुनी समस्याए
कांग्रेस सरकार का दोगला चेहरा सामने आया
बाड़मेर | भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रियंका चौधरी ने शुक्रवार को बाड़मेर विधानसभा के मलवा ,गुडीसर ,जुना ,जसाई सहित कई गाँवो का दौर कर जनता की समस्याए सुनी .प्रियंका का गाँवो में ढोल थाली के साथ स्वागत किया गया .जुना और गुडीसर में आयोजित सभाओ को संबोधित करते हुए प्रियंका चौधरी ने कहा की राज्य की गहलोत सरकार आम जन के साथ छलावा कर रही हें ,उन्होंने आरोप लगाया की सरकार की दोगली निति का उदाहरण हाल ही में स्वीकृत किये डेढ़ सौ विद्यालय बंद करना उन्होंने कहा की शिक्षा के क्षेत्र में इससे भद्दा मजाक हो नहीं सकता .जन प्रतिनिधियों की आपसी लड़ाई में छात्रो का भविष्य दांव पर लगा दिया ,उन्होंने कहा की इन दिनों विद्युत् विभाग बी पी एल परिवारों से विद्युत् कनेक्सन के डिमांड जारी कर पैसे वसूल कर रहे हें ,जबकि सरकार ढोल पीट रही बी पी एल को निशुल्क कनेक्सन दिए जा रहे हें ,उन्होंने कहा की पुरे ग्रामीण क्षेत्रो में पानी की भयंकर किल्लत बनी हुई हें ,लोगो को पानी के टेंकर हज़ार रुपये देकर डलवाने पद रहे हे जो दुर्भाग्यपूर्ण हें उन्होंने कहा की सुराज यात्रा में अधिक से अधिक संख्या में बाड़मेर पहुँच अशोक गहलोत सरकार को उखाड़ फेंकने का बिगुल बजा दे .इस अवसर पर रहमान जायडू ने कहा की भाजपा के राज में विकास के बहुत से काम हुए ,भाजपा महामंत्री हेमाराम खडींन भी उनके साथ थे ,
पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव का एक्सीडेंट, चार टांके लगे
नागौर जिले की तीन प्रतिभाएं आईएएस
नागौर जिले की तीन प्रतिभाएं आईएएस
नागौरभारतीय प्रशासनिक सेवा की परीक्षा के शुक्रवार को घोषित परिणाम नागौर जिले के लिए भी खुशियां लेकर आए। इसमें नागौर के निकटवर्ती डीडिया खुर्द जैसे छोटे से गांव के नथमल डिडेल और डीडवाना के खोजास मूल के व कुचामन में रह रहे पुनीत बिजारणिया को आईएएस बनने का सौभाग्य मिला। डिडेल को 35वीं तथा बिजारणिया को 813वीं रैंक मिली है। दोनों ने ही प्रथम प्रयास में ही यह सफलता प्राप्त की है। परबतसर के लिखियास गांव के गंगाराम पूनिया ने भी इस परीक्षा में सफलता हासिल की है। उसे 287वीं रैंक मिली है। एक स्कूल में प्रधानाध्यापक सीताराम के बेटे नथमल ने परिणाम की घोषणा के बाद भास्कर से बातचीत में कहा कि बिना मेहनत सफलता संभव नहीं है। पहले लक्ष्य निर्धारित करें फिर लगातार अध्ययन करते रहें तो निश्चित रूप से सफलता कदम चूमती है। जायल तहसील के डीडिया खुर्द निवासी नथमल डिडेल ने जिले का नाम रोशन करते हुए अपने परिवार और गांव का नाम रोशन किया है। पिता सीताराम डिडेल रूपाथल गांव की एक स्कूल में प्रधानाध्यापक हैं। वहीं माता नारायणी देवी गृहिणी है। साथ ही छोटा भाई नेमीचंद डिडेल, बहिन मंजू स्नातक में अध्ययनरत है। माता पिता व परिवार में शिक्षित भाइयों को प्रेरणा का श्रेय देने वाले नथमल ने बताया कि उन्होंने भूगोल विषय में लगातार रोजाना 8 से 12 घंटे तक पढाई करते हुए तैयारी की है। साथ ही उन्होंने लक्ष्य निर्धारण कर आगे बढऩे की सीख दी।
बधाइयां देने वालों तांता
आईएएस का परिणाम जारी होते ही चयनित प्रतिभाओं के परिवारों में खुशी का ठिकाना नहीं रहा। नथमल डिडेल के घर पर दिनभर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। परिचितों और रिश्तेदारों ने फोन पर बधाइयां दी। एक दूसरे का मुंह मीठा का खुशी का इजहार किया। नथमल के भाई देवकरण डिडेल व शिवपाल ने बताया कि नथमल शुरू से ही मेहनती छात्र रहा है। भाई की सफलता उन्हें गर्व है। पूरे गांव में जश्न का माहौल है।
नागौरभारतीय प्रशासनिक सेवा की परीक्षा के शुक्रवार को घोषित परिणाम नागौर जिले के लिए भी खुशियां लेकर आए। इसमें नागौर के निकटवर्ती डीडिया खुर्द जैसे छोटे से गांव के नथमल डिडेल और डीडवाना के खोजास मूल के व कुचामन में रह रहे पुनीत बिजारणिया को आईएएस बनने का सौभाग्य मिला। डिडेल को 35वीं तथा बिजारणिया को 813वीं रैंक मिली है। दोनों ने ही प्रथम प्रयास में ही यह सफलता प्राप्त की है। परबतसर के लिखियास गांव के गंगाराम पूनिया ने भी इस परीक्षा में सफलता हासिल की है। उसे 287वीं रैंक मिली है। एक स्कूल में प्रधानाध्यापक सीताराम के बेटे नथमल ने परिणाम की घोषणा के बाद भास्कर से बातचीत में कहा कि बिना मेहनत सफलता संभव नहीं है। पहले लक्ष्य निर्धारित करें फिर लगातार अध्ययन करते रहें तो निश्चित रूप से सफलता कदम चूमती है। जायल तहसील के डीडिया खुर्द निवासी नथमल डिडेल ने जिले का नाम रोशन करते हुए अपने परिवार और गांव का नाम रोशन किया है। पिता सीताराम डिडेल रूपाथल गांव की एक स्कूल में प्रधानाध्यापक हैं। वहीं माता नारायणी देवी गृहिणी है। साथ ही छोटा भाई नेमीचंद डिडेल, बहिन मंजू स्नातक में अध्ययनरत है। माता पिता व परिवार में शिक्षित भाइयों को प्रेरणा का श्रेय देने वाले नथमल ने बताया कि उन्होंने भूगोल विषय में लगातार रोजाना 8 से 12 घंटे तक पढाई करते हुए तैयारी की है। साथ ही उन्होंने लक्ष्य निर्धारण कर आगे बढऩे की सीख दी।
बधाइयां देने वालों तांता
आईएएस का परिणाम जारी होते ही चयनित प्रतिभाओं के परिवारों में खुशी का ठिकाना नहीं रहा। नथमल डिडेल के घर पर दिनभर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। परिचितों और रिश्तेदारों ने फोन पर बधाइयां दी। एक दूसरे का मुंह मीठा का खुशी का इजहार किया। नथमल के भाई देवकरण डिडेल व शिवपाल ने बताया कि नथमल शुरू से ही मेहनती छात्र रहा है। भाई की सफलता उन्हें गर्व है। पूरे गांव में जश्न का माहौल है।
द्वारकाधीश मंदिर का मुख्य द्वार खोलने की गुहार खारिज
द्वारकाधीश मंदिर का मुख्य द्वार खोलने की गुहार खारिज
अहमदाबाद. गुजरात उच्च न्यायालय ने जाने-माने तीर्थस्थल द्वारकाधीश मंदिर के मुख्य द्वार खोलने की गुहार खारिज कर दी।
मुख्य न्यायाधीश भास्कर भट्टाचार्य व न्यायाधीश जे बी पारडीवाला की खंडपीठ ने इस संबंध में दायर जनहित याचिका पर फैसला देते हुएकहा कि सुरक्षा मुद्दे को देखते हुए द्वारकाधीश मंदिर का मुख्य द्वार नहीं खोले जाने का निर्णय पूरी तरह प्रशासनिक है। इससे किसी के मौलिक अधिकारों का हनन नहीं हो रहा है। इसलिए यह जनहित याचिका खारिज की जाती है। द्वारका के न्यू मर्चेन्ट एसोसिएशन के सदस्य अनिल लाल ने याचिका दायर कहा था कि द्वारकाधीश देव स्थानम समिति ने सुरक्षा के नाम पर मंदिर के मुख्य द्वार को बंद कर दिया है जिससे आम भक्तों विशेषकर वृद्धजनों, विकलांगों को प्रवेश में परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से इस द्वार को बंद किए जाने की बात कही गई। याचिकाकर्ता के अनुसार यह फैसला उचित नहीं है। इसलिए इस द्वार को खोलना चाहिए। उधर राज्य सरकार ने दलील दी थी कि द्वारका का मंदिर देश भर में धार्मिक रूप से काफी अहम स्थल है। यह आतंककारियों के निशाने पर है। इसके मद्देनजर गत वर्ष जुलाई महीने में राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) खुफिया की अध्यक्षता में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की थी। इसके बाद इस द्वार को बंद करने की सिफारिश की गई थी।
अहमदाबाद. गुजरात उच्च न्यायालय ने जाने-माने तीर्थस्थल द्वारकाधीश मंदिर के मुख्य द्वार खोलने की गुहार खारिज कर दी।
मुख्य न्यायाधीश भास्कर भट्टाचार्य व न्यायाधीश जे बी पारडीवाला की खंडपीठ ने इस संबंध में दायर जनहित याचिका पर फैसला देते हुएकहा कि सुरक्षा मुद्दे को देखते हुए द्वारकाधीश मंदिर का मुख्य द्वार नहीं खोले जाने का निर्णय पूरी तरह प्रशासनिक है। इससे किसी के मौलिक अधिकारों का हनन नहीं हो रहा है। इसलिए यह जनहित याचिका खारिज की जाती है। द्वारका के न्यू मर्चेन्ट एसोसिएशन के सदस्य अनिल लाल ने याचिका दायर कहा था कि द्वारकाधीश देव स्थानम समिति ने सुरक्षा के नाम पर मंदिर के मुख्य द्वार को बंद कर दिया है जिससे आम भक्तों विशेषकर वृद्धजनों, विकलांगों को प्रवेश में परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से इस द्वार को बंद किए जाने की बात कही गई। याचिकाकर्ता के अनुसार यह फैसला उचित नहीं है। इसलिए इस द्वार को खोलना चाहिए। उधर राज्य सरकार ने दलील दी थी कि द्वारका का मंदिर देश भर में धार्मिक रूप से काफी अहम स्थल है। यह आतंककारियों के निशाने पर है। इसके मद्देनजर गत वर्ष जुलाई महीने में राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) खुफिया की अध्यक्षता में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की थी। इसके बाद इस द्वार को बंद करने की सिफारिश की गई थी।
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