दुष्कर्म का आरोपी किशोर पकड़ा
नावां शहर। समीपवर्ती ग्राम लूणवां के गौरवपुरा निवासी किशोरी के साथ दुष्कर्म के नाबालिग आरोपी को पुलिस ने सोमवार सुबह हिरासत में ले लिया। आरोपी को किशोर न्याय बोर्ड नागौर के समक्ष पेश किया गया। बोर्ड ने आरोपी को संप्रेषण गृह भिजवा दिया। उपाधीक्षक विपिन शर्मा ने बताया कि पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश शर्मा की ओर से गठित टीम ने सोमवार सुबह आरोपी को फुलेरा तहसील के ग्राम भोजपुरा से हिरासत में लिया।
आरोप है कि शनिवार दोपहर बाइक पर आए दो जने पीडिता को जबरन ग्राम लाखनपुरा ले गए। आरोपियों में शामिल किशोर ने दुष्कर्म कर पीडिता को छत से फेंक दिया था। पुलिस अपहरण में शामिल सहयोगी आरोपी की भी तलाश कर रही है। शर्मा ने बताया कि नावां थानाधिकारी राजेन्द्र बेनीवाल को आरोपी की तलाश में भेजा गया है।
आरोपी रिमांड पर
उपाधीक्षक शर्मा ने बताया कि मारोठ थानान्तर्गत ग्राम मुआना की युवती से दुष्कर्म के आरोपी दाता रामगढ़ तहसील के ग्राम चक निवासी रघुवीर मेघवाल को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी को नावां न्यायालय में पेश कर किया गया, जहां से उसे न्यायालय ने दो दिन के रिमांड पर सौंप दिया। उल्लेखनीय है कि आरोपी 11 अप्रेल को ग्राम मुआना निवासी किशोरी को अपहरण करके ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया।
आज होंगे बयान
दुष्कर्म पीडित गौरवपुरा निवासी किशोरी व मारोठ थानान्तर्गत ग्राम मुआना निवासी किशोरी को पुलिस ने सोमवार को किशोर गृह नागौर भिजवा दिया। शर्मा ने बताया कि दोनों किशोरियों के बयान मंगलवार को मकराना न्यायालय में कराए जाएंगे।
मंगलवार, 30 अप्रैल 2013
बाड़मेर दुष्कर्म का मामला दर्ज
दुष्कर्म का मामला दर्ज
बालोतरा। पचपदरा थाना क्षेत्र में एक युवती के साथ दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार थोब निवासी युवती ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि रविवार को वह जंगल से जलाऊ लकडियां एकत्रित कर लौट रही थी। रास्ते में टीकमाराम पुत्र जीवाराम निवासी बाड़मेर ने रास्ता रोककर उसके साथ दुष्कर्म किया और फरार हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
बालोतरा। पचपदरा थाना क्षेत्र में एक युवती के साथ दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार थोब निवासी युवती ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि रविवार को वह जंगल से जलाऊ लकडियां एकत्रित कर लौट रही थी। रास्ते में टीकमाराम पुत्र जीवाराम निवासी बाड़मेर ने रास्ता रोककर उसके साथ दुष्कर्म किया और फरार हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
क्रिकेट सट्टा पकड़ा,तीन गिरफ्तार
क्रिकेट सट्टा पकड़ा,तीन गिरफ्तार
बाड़मेर. शहर कोतवाली पुलिस ने आई पी एल क्रिकेट मैच पर सट्टा लगा रहे तीन जनों को गिरफ्तार कर उनसे टी वी सेट व मोबाइल बरामद किए।
पुलिस ने बताया कि लक्ष्मीनगर स्थित उम्मेदसिंह के मकान में आई पी एल मैच पर रविवार रात सट्टेबाजी कर रहे सवाईसिंह, प्रयागसिंह व लक्ष्मणसिंह को गिरफ्तार कर उनसे एक टी वी सेट, तीन मोबाइल, नौ मोबाइल चार्जर व 2 लाख 69 हजार रूपए सट्टा लिखी डायरी बरामद की गई। सट्टा लगा रहे इनके दो साथी पुलिस की पकड़ में नहीं आए। पुलिस ने इनके खिलाफ जुआ अधिनियम में मामला दर्ज कर गिरफ्तार आरोपितों को जमानत पर रिहा किया। पुलिस ने बालोतरा व बाड़मेर में सट्टेबाजी का भण्डाफोड़ किया। बालोतरा में शनिवार को आइपीएल मैच पर आठ लाख रूपए का सट्टा लगाते हुए आरोपितों को गिरफ्तार किया था।
बाड़मेर. शहर कोतवाली पुलिस ने आई पी एल क्रिकेट मैच पर सट्टा लगा रहे तीन जनों को गिरफ्तार कर उनसे टी वी सेट व मोबाइल बरामद किए।
पुलिस ने बताया कि लक्ष्मीनगर स्थित उम्मेदसिंह के मकान में आई पी एल मैच पर रविवार रात सट्टेबाजी कर रहे सवाईसिंह, प्रयागसिंह व लक्ष्मणसिंह को गिरफ्तार कर उनसे एक टी वी सेट, तीन मोबाइल, नौ मोबाइल चार्जर व 2 लाख 69 हजार रूपए सट्टा लिखी डायरी बरामद की गई। सट्टा लगा रहे इनके दो साथी पुलिस की पकड़ में नहीं आए। पुलिस ने इनके खिलाफ जुआ अधिनियम में मामला दर्ज कर गिरफ्तार आरोपितों को जमानत पर रिहा किया। पुलिस ने बालोतरा व बाड़मेर में सट्टेबाजी का भण्डाफोड़ किया। बालोतरा में शनिवार को आइपीएल मैच पर आठ लाख रूपए का सट्टा लगाते हुए आरोपितों को गिरफ्तार किया था।
फेरे से पहले मांगे 5 लाख,तोड़ दिया रिश्ता
फेरे से पहले मांगे 5 लाख,तोड़ दिया रिश्ता
जयपुर। शहर में सोमवार देर रात नाहरी का नाका इलाके में सर्वानंद धर्मशाला में एक विवाह समारोह के दौरान वर पक्ष की ओर से फेरों से ऎन पहले दहेज मांगने पर हंगामा हो गया। खुद दूल्हा और उसकी मां ने वधू पक्ष के सामने पहले पांच लाख रूपए की मांग रख दी।
वधू पक्ष ने ऎनवक्त पर रखी इस मांग को अस्वीकार कर दिया तो वर पक्ष झगड़े पर उतर आया। सूचना पर पहुंची पीसीआर पुलिस से भी वर पक्ष ने झगड़ा करने की कोशिश की। बाद में और पुलिस पहुंचने पर दूल्हा और उसकी मां भाग छूटे। रात करीब एक बजे वधू पक्ष की ओर से महिला थाना उत्तर में मामला दर्ज करवाया जा रहा था। इससे पहले पुलिस वधू पक्ष को पहले शास्त्री नगर, फिर संजय सर्किल लेकर गई। वहां से महिला थाना उत्तर में भेज दिया गया।
अजमेर में पुष्कर रोड पर पसंद नगर कोटड़ा निवासी मोहनदास त्रिलोकचंदानी की पुत्री उष्ाा की सगाई सात मार्च को सिंधी कॉलोनी झोटवाड़ा जयपुर निवासी गौतम सिंधी के साथ हुई थी। गौतम की सी-स्कीम में पान की दुकान है। विवाह सोमवर 29 अप्रेल को तय था। विवाह की व्यवस्थाएं वर पक्ष को ही जयपुर में करनी थी। शाम करीब साढ़े छह बजे वधू पक्ष के करीब चालीस लोग विवाह स्थल पहुंचे।
रात करीब साढ़े आठ बजे वर पक्ष ने अचानक नकद पांच लाख रूपए की मांग रख दी। वधू पक्ष ने मना किया तो उन्हें सामान सहित धर्मशाला से बाहर निकाल दिया। वधू पक्ष का आरोप है कि चार सोने की चूड़ी, तीन अंगूठी, कपड़े आदि सब पहले ही दे चुके हैं।
जयपुर। शहर में सोमवार देर रात नाहरी का नाका इलाके में सर्वानंद धर्मशाला में एक विवाह समारोह के दौरान वर पक्ष की ओर से फेरों से ऎन पहले दहेज मांगने पर हंगामा हो गया। खुद दूल्हा और उसकी मां ने वधू पक्ष के सामने पहले पांच लाख रूपए की मांग रख दी।
वधू पक्ष ने ऎनवक्त पर रखी इस मांग को अस्वीकार कर दिया तो वर पक्ष झगड़े पर उतर आया। सूचना पर पहुंची पीसीआर पुलिस से भी वर पक्ष ने झगड़ा करने की कोशिश की। बाद में और पुलिस पहुंचने पर दूल्हा और उसकी मां भाग छूटे। रात करीब एक बजे वधू पक्ष की ओर से महिला थाना उत्तर में मामला दर्ज करवाया जा रहा था। इससे पहले पुलिस वधू पक्ष को पहले शास्त्री नगर, फिर संजय सर्किल लेकर गई। वहां से महिला थाना उत्तर में भेज दिया गया।
अजमेर में पुष्कर रोड पर पसंद नगर कोटड़ा निवासी मोहनदास त्रिलोकचंदानी की पुत्री उष्ाा की सगाई सात मार्च को सिंधी कॉलोनी झोटवाड़ा जयपुर निवासी गौतम सिंधी के साथ हुई थी। गौतम की सी-स्कीम में पान की दुकान है। विवाह सोमवर 29 अप्रेल को तय था। विवाह की व्यवस्थाएं वर पक्ष को ही जयपुर में करनी थी। शाम करीब साढ़े छह बजे वधू पक्ष के करीब चालीस लोग विवाह स्थल पहुंचे।
रात करीब साढ़े आठ बजे वर पक्ष ने अचानक नकद पांच लाख रूपए की मांग रख दी। वधू पक्ष ने मना किया तो उन्हें सामान सहित धर्मशाला से बाहर निकाल दिया। वधू पक्ष का आरोप है कि चार सोने की चूड़ी, तीन अंगूठी, कपड़े आदि सब पहले ही दे चुके हैं।
फर्जी टांका प्रकरण में आठ आरोपियों के खिलाफ चालान पेश
फर्जी टांका प्रकरण में आठ आरोपियों के खिलाफ चालान पेश
अफसर, जनप्रतिनिधि व कार्मिक शामिल, शिव का मामला
बाड़मेर पंचायत समिति शिव में वर्ष 1987 88 में अकाल राहत के तहत स्वीकृत टांकों में करोड़ों के गबन के दो प्रकरणों में एसीबी ने सोमवार को विशेष न्यायाधीश सेशन न्यायालय भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम जोधपुर में छह आरोपियों के खिलाफ चालान पेश किया। जिसमें अधिकारी, जनप्रतिनिधि व कर्मचारी शामिल है।
एसीबी बाड़मेर के डीएसपी विजयसिंह ने बताया कि शिव पंचायत समिति में वर्ष 1987 88 में अकाल राहत योजना के तहत विभिन्न ग्राम पंचायतों में टांके स्वीकृत किए गए थे। इस दौरान अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से जनप्रतिनिधियों ने कागजों में टांका निर्माण दर्शाते हुए करोड़ों रुपए का गबन किया था। एसीबी की ओर से प्राथमिक जांच दर्ज करने पर आरोप प्रामाणिक पाए गए। जिस पर वर्ष 1996 में 38 टांका प्रकरण दर्ज किए गए है।
अफसर, जनप्रतिनिधि व कार्मिक शामिल, शिव का मामला
बाड़मेर पंचायत समिति शिव में वर्ष 1987 88 में अकाल राहत के तहत स्वीकृत टांकों में करोड़ों के गबन के दो प्रकरणों में एसीबी ने सोमवार को विशेष न्यायाधीश सेशन न्यायालय भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम जोधपुर में छह आरोपियों के खिलाफ चालान पेश किया। जिसमें अधिकारी, जनप्रतिनिधि व कर्मचारी शामिल है।
एसीबी बाड़मेर के डीएसपी विजयसिंह ने बताया कि शिव पंचायत समिति में वर्ष 1987 88 में अकाल राहत योजना के तहत विभिन्न ग्राम पंचायतों में टांके स्वीकृत किए गए थे। इस दौरान अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से जनप्रतिनिधियों ने कागजों में टांका निर्माण दर्शाते हुए करोड़ों रुपए का गबन किया था। एसीबी की ओर से प्राथमिक जांच दर्ज करने पर आरोप प्रामाणिक पाए गए। जिस पर वर्ष 1996 में 38 टांका प्रकरण दर्ज किए गए है।
इन आरोपियों के खिलाफ चालान पेश
प्रकरण के अनुसंधान में आरोप साबित होने पर प्रकरण संख्या 244/96 में मोहनलाल विश्नोई तत्कालीन विकास अधिकारी शिव, सीताराम तत्कालीन कनिष्ठ अभियंता, गोरखाराम तत्कालीन वार्डपंच भियाड़, कबूराम पटवारी भियाड़, मुकनाराम शिक्षक भियाड़ एवं प्रकरण संख्या 287/96 में शिव के तत्कालीन विकास अधिकारी मोहनलाल, कनिष्ठ अभियंता सीताराम, कनिष्ठ अभियंता बलवंत सिंह, गौरीशंकर पटवारी गडरा, तामलोर पटवारी शंकरपुरी के खिलाफ विशेष न्यायधीश सेशन न्यायालय भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम जोधपुर में सोमवार को चालान पेश किया गया। इससे पूर्व भी टांका प्रकरण का चालान न्यायालय में पेश किया जा चुका है। शेष प्रकरणों के चालान पेश करने की कार्रवाई जारी है।
सोमवार, 29 अप्रैल 2013
ए.पी.एल. को नये राशनकार्ड का देना होगा 10 रुपए
जयपुर। शहर में गरीबी रेखा से ऊपर (एपीएल) लोगों को अब नए राशनकार्ड के लिए 10 रुपए देने होंगे। इसके लिए जिला रसद अधिकारी (शहर) श्रुति भारद्धाज ने सोमवार को आदेश जारी कर दिए है।
डीएसओ श्रुति भारद्वाज ने बताया कि खाद्य, नागरिक आपूर्ति मामले विभाग के आदेशानुसार समस्त ए.पी.एल. प्रत्येक उपभोक्ता को नए राशनकार्ड उपलब्ध कराए जाने पर 10 रुपए शुल्क देना होगा। अन्य सभी श्रेणियों को राशनकार्ड निशुल्क दिए जाएंगे। नया राशनकार्ड प्राप्त करते समय संबंधित नागरिक सुरक्षा वार्डन को राशनकार्ड के शुल्क के रूप में 10 रुपए देना होगा।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में चरणबद्ध तरीके से नागरिक सुरक्षा डिवीजन संख्या एक के समस्त क्षेत्र आमेर, रामगढ़ मोड, जलमहल, बासबदनपुरा, ईदगाह, जयसिंहपुरा खोर, ब्रह्मपुरी, गोविंदनगर पूर्व व पश्चिम, कागदीवाड़ा, दशहरा कोठी, नाई की थड़ी सहित अन्य क्षेत्रों में नए राशनकार्ड का वितरण किया जा रहा है। अगले चरण में वार्ड दो में राशनकार्ड का वितरण होगा।
मुंबई को मिला पहला शरीयत कोर्ट
मुंबई को मिला पहला शरीयत कोर्ट
मंुबई। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को पहला दारूल कजा (शरीयत कोर्ट) मिल गया है। मुस्लिम समुदाय में विवाह संबंधी एवं अन्य मामलों को निपटाने की शक्तियां होंगी कोर्ट के पास। कोर्ट की स्थापना ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (सीएसटी) के पास अंजुमन-ए-इस्लाम में की गई है।
मुस्लिम समुदाय की लंबे समय से मांग थी की इस तरह का कोर्ट स्थापित किया जाए। हालांकि शरीयत कोर्ट पटना,हैदराबाद,मालेगांव सहित देश के विभिन्न हिस्सों में काम कर रहे हैं। लॉ बोर्ड द्वारा नियुक्त काजी आपराधिक मामलों को छोड़कर अन्य मामलों की सुनवाई कर उनमें फैसला सुना सकेंगे।
लॉ बोर्ड के सचिव मौलाना वली रहमान ने बताया कि यह कोर्ट निकाह,तलाक और संपत्ति के उत्तराधिकार जैसे मामलों की सुनवाई कर सकेगा। निकाह में मतभेदों को जल्द से जल्द सुलझाया जाएगा और जोड़ों से कहा जाएगा या तो सामंजस्य स्थापित कर लें या फिर अलग हो जाएं अगर सामंजस्य संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि इससे समुदाय के लोगों का समय तो बचेगा,साथ ही पैसें भी बचेंगे क्योंकि अन्य अदालतों मे मुकदमें लड़ना काफी महंगा पड़ता है।
शरीयत कोर्ट में सुनवाई के लिए दोनों पक्षों को कोर्ट में आना होगा। अगर एक पक्ष ने यहां ने से पहले सिविल कोर्ट में मामला दर्ज कर रखा है तो उसे शरीयत कोर्ट में सुनवाई करवाने के लिए पूर्व के मामले को वापस लेना होगा।
रहमानी ने कहा कि शरीयत कोर्ट सिविल अदालतों से कोई प्रतिस्पर्घा नहीं करना चाहते। इसके विपरीत शरीयत कोर्ट सिविल अदालतों मे का भार कम करने में मददगार साबित होंगे जहां पहले से ही हजारों मामले लंबित हैं।
वहीं,लॉ बोर्ड के विधि सेल के प्रमुख और वरिष्ठ वकील यूसुफ मुचल्ला ने कहा कि बिहार,झारखंड,बंगाल और ओडिशा मे जिला अदालतों और उच्च न्यायलयों ने शरीय कोर्टो द्वारा दिए कई फैसलों को सही ठहराया है।
मंुबई। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को पहला दारूल कजा (शरीयत कोर्ट) मिल गया है। मुस्लिम समुदाय में विवाह संबंधी एवं अन्य मामलों को निपटाने की शक्तियां होंगी कोर्ट के पास। कोर्ट की स्थापना ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (सीएसटी) के पास अंजुमन-ए-इस्लाम में की गई है।
मुस्लिम समुदाय की लंबे समय से मांग थी की इस तरह का कोर्ट स्थापित किया जाए। हालांकि शरीयत कोर्ट पटना,हैदराबाद,मालेगांव सहित देश के विभिन्न हिस्सों में काम कर रहे हैं। लॉ बोर्ड द्वारा नियुक्त काजी आपराधिक मामलों को छोड़कर अन्य मामलों की सुनवाई कर उनमें फैसला सुना सकेंगे।
लॉ बोर्ड के सचिव मौलाना वली रहमान ने बताया कि यह कोर्ट निकाह,तलाक और संपत्ति के उत्तराधिकार जैसे मामलों की सुनवाई कर सकेगा। निकाह में मतभेदों को जल्द से जल्द सुलझाया जाएगा और जोड़ों से कहा जाएगा या तो सामंजस्य स्थापित कर लें या फिर अलग हो जाएं अगर सामंजस्य संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि इससे समुदाय के लोगों का समय तो बचेगा,साथ ही पैसें भी बचेंगे क्योंकि अन्य अदालतों मे मुकदमें लड़ना काफी महंगा पड़ता है।
शरीयत कोर्ट में सुनवाई के लिए दोनों पक्षों को कोर्ट में आना होगा। अगर एक पक्ष ने यहां ने से पहले सिविल कोर्ट में मामला दर्ज कर रखा है तो उसे शरीयत कोर्ट में सुनवाई करवाने के लिए पूर्व के मामले को वापस लेना होगा।
रहमानी ने कहा कि शरीयत कोर्ट सिविल अदालतों से कोई प्रतिस्पर्घा नहीं करना चाहते। इसके विपरीत शरीयत कोर्ट सिविल अदालतों मे का भार कम करने में मददगार साबित होंगे जहां पहले से ही हजारों मामले लंबित हैं।
वहीं,लॉ बोर्ड के विधि सेल के प्रमुख और वरिष्ठ वकील यूसुफ मुचल्ला ने कहा कि बिहार,झारखंड,बंगाल और ओडिशा मे जिला अदालतों और उच्च न्यायलयों ने शरीय कोर्टो द्वारा दिए कई फैसलों को सही ठहराया है।
दुल्हन का इंकार,बैरंग लौटी बारात
दुल्हन का इंकार,बैरंग लौटी बारात
इटावा। उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में दहेज लोभी दूल्हे से शादी करने से इंकार कर दिए जाने पर बारात को बगैर दुल्हन के बैरंग लौटना पड़ा। सूत्रों के अनुसार जिले के भरथना कोतवाली क्षेत्र में इंजीनियर देवेश कुमार यादव का विवाह औरैया जिले के दिवियापुर निवासी राजेन्द्र सिंह यादव की पुत्री पूजा के साथ तय हुआ था। देवेश पाता प्लांट में कार्यरत है।
रविवार रात बारात के आने पर जब मंडप में बैठा दहेज लोभी दूल्हा और उसके घार वाले दहेज के रूप में पांच लाख रूपए की लड़की वालों से मांग क ी और पैसा नहीं मिलने पर शादी करने से इंकार करने की बात करने लगे। उन्होंने बताया कि जब इस बात का पता दुल्हन पूजा को लगा तो उसने साहस का परिचय देते हुए दहेज लोभी लड़के से शादी करने से इंकार कर दिया।
तमाम समझाने के बाद भी पूजा शादी करने पर सहमत नहीं हुई तो बारात को बैंरंग लौटना पड़ा। गौरतलब है कि शादी तय होने पर 15 लाख रूपए दहेज के रू प में देने की बात तय हुई थी लेकिन बारात आने के बाद दहेज लोभी वर पक्ष ने पांच लाख रूपए की मांग और उठा दी।
पूजा के पिता अवकाश प्राप्त सैनिक राजेन्द्र सिंह यादव इतने पैसे देने में अक्षम थे जिस पर मंडप में बैठा दूल्हा देवेश फेरे लेने से इंकार करने लगा और उसके परिजनों ने कन्या के पिता के साथ बदसलूकी शुरू कर दी। जिसे पूजा सहन नहीं कर सकी और उसने शादी करने से इंकार कर दिया। बाद में परिजनों ने उसे बहुत समझाने का प्रयास किया लेकिन वह शादी करने को तैयार नहीं हुई और बारात को बैंरंग ही लौटना पड़ा।
इटावा। उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में दहेज लोभी दूल्हे से शादी करने से इंकार कर दिए जाने पर बारात को बगैर दुल्हन के बैरंग लौटना पड़ा। सूत्रों के अनुसार जिले के भरथना कोतवाली क्षेत्र में इंजीनियर देवेश कुमार यादव का विवाह औरैया जिले के दिवियापुर निवासी राजेन्द्र सिंह यादव की पुत्री पूजा के साथ तय हुआ था। देवेश पाता प्लांट में कार्यरत है।
रविवार रात बारात के आने पर जब मंडप में बैठा दहेज लोभी दूल्हा और उसके घार वाले दहेज के रूप में पांच लाख रूपए की लड़की वालों से मांग क ी और पैसा नहीं मिलने पर शादी करने से इंकार करने की बात करने लगे। उन्होंने बताया कि जब इस बात का पता दुल्हन पूजा को लगा तो उसने साहस का परिचय देते हुए दहेज लोभी लड़के से शादी करने से इंकार कर दिया।
तमाम समझाने के बाद भी पूजा शादी करने पर सहमत नहीं हुई तो बारात को बैंरंग लौटना पड़ा। गौरतलब है कि शादी तय होने पर 15 लाख रूपए दहेज के रू प में देने की बात तय हुई थी लेकिन बारात आने के बाद दहेज लोभी वर पक्ष ने पांच लाख रूपए की मांग और उठा दी।
पूजा के पिता अवकाश प्राप्त सैनिक राजेन्द्र सिंह यादव इतने पैसे देने में अक्षम थे जिस पर मंडप में बैठा दूल्हा देवेश फेरे लेने से इंकार करने लगा और उसके परिजनों ने कन्या के पिता के साथ बदसलूकी शुरू कर दी। जिसे पूजा सहन नहीं कर सकी और उसने शादी करने से इंकार कर दिया। बाद में परिजनों ने उसे बहुत समझाने का प्रयास किया लेकिन वह शादी करने को तैयार नहीं हुई और बारात को बैंरंग ही लौटना पड़ा।
सेंकेड वाइफ ने करा पति का मर्डर
सेंकेड वाइफ ने करा पति का मर्डर
मुंबई। मुंबई में मरोल इलाके में स्थित पुलिस क्वार्टर में एक सहायक पुलिस निरीक्षक की पत्नी ने रविवार को कथितरूप से घर में रखे सिल से उसके सिर पर वार कर से हत्या कर दी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार नंदकिशोर टाकसालकर (43) की हत्या करने के डेढ घंटे बाद उसकी पत्नी पवई स्थित पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण कर दिया। नंदकिशोर की यह दूसरी पत्नी थी।
पार्वती ने पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण के बाद बताया कि वह उसके चरित्र पर संदेह को लेकर पिछले दिन से झगड़ा कर रहा था। रविवार की रात भी दोनों के बीच अपराह्न तीन बजे झगड़ा हुआ था। पार्वती ने बताया कि किसी व्यक्ति का फोन आया था जिसे नंदकिशोर नहीं जानता था उसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था।
मृतक सहायक पुलिस निरीक्षक की पत्नी को पति के हत्या के आरोप में सोमवार को अदालत में पेश किया गया जहां उसे एक सप्ताह के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। आरोपी महिला अपने पति के साथ पुलिस क्वार्टर में पिछले पांच साल से अपने 15 वर्षीय पुत्र के साथ रह रही थी।
टाकसाल्कर की पहली पत्नी अपने बच्चों के साथ अलग रहती है क्योंकि टाकसाल्कर पिछले पांच वर्षो से अपनी दूसरी पत्नी के साथ रह रहे थे। टाकसाल्कर 15 साल पहले पुलिस बल में भर्ती हुए थे और शहर के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में काम किया था।
मुंबई। मुंबई में मरोल इलाके में स्थित पुलिस क्वार्टर में एक सहायक पुलिस निरीक्षक की पत्नी ने रविवार को कथितरूप से घर में रखे सिल से उसके सिर पर वार कर से हत्या कर दी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार नंदकिशोर टाकसालकर (43) की हत्या करने के डेढ घंटे बाद उसकी पत्नी पवई स्थित पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण कर दिया। नंदकिशोर की यह दूसरी पत्नी थी।
पार्वती ने पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण के बाद बताया कि वह उसके चरित्र पर संदेह को लेकर पिछले दिन से झगड़ा कर रहा था। रविवार की रात भी दोनों के बीच अपराह्न तीन बजे झगड़ा हुआ था। पार्वती ने बताया कि किसी व्यक्ति का फोन आया था जिसे नंदकिशोर नहीं जानता था उसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था।
मृतक सहायक पुलिस निरीक्षक की पत्नी को पति के हत्या के आरोप में सोमवार को अदालत में पेश किया गया जहां उसे एक सप्ताह के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। आरोपी महिला अपने पति के साथ पुलिस क्वार्टर में पिछले पांच साल से अपने 15 वर्षीय पुत्र के साथ रह रही थी।
टाकसाल्कर की पहली पत्नी अपने बच्चों के साथ अलग रहती है क्योंकि टाकसाल्कर पिछले पांच वर्षो से अपनी दूसरी पत्नी के साथ रह रहे थे। टाकसाल्कर 15 साल पहले पुलिस बल में भर्ती हुए थे और शहर के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में काम किया था।
राजस्थान रॉयल्स 4 विकेट से जीता
राजस्थान रॉयल्स 4 विकेट से जीता
जयपुर। सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेले गए एक रोमांचक मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 40वें मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बंैगलोर (आरसीबी) को चार विकेट से मात दे दी। आरसीबी के 172 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी आरआर ने छह विकेट खोकर दो गेंद शेष रहते हासिल कर लिया। विजयी रन स्टुअर्ट बिन्नी ने मारे।
अपना तीसरा विकेट संजू सैमसन के रूप में गंवा दिया है। सैमसन शानदार 63 रन बनाकर रवि रामपॉल की गेंद पर मुरली कार्तिक को कैच थमा बैठे। आउट होने से पहले संजू ने शेन वॉटसन के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 7.4 ओवर में 68 रन जोड़े।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान ने अपने दोनों सलामी बल्लेबाजों जीन्कया रहाणे और कप्तान राहुल द्रविड़ के विकेट गंवा दिए थे। पहला विकेट रहाणे के रूप में गिरा जो महज 2 रन बनाकर रवि रामपॉल की गेंद पर आरपी सिंह को कैच थमा बैठे। हालांकि आउट होने से पहले रहाणे ने कप्तान राहुल द्रविड़ के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 2.5 ओवर में 21 रन जोड़े।
रहाणे के आउट होने के बाद खेलने आए संजू सैमसन ने द्रविड़ के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 3.5 ओवर में 27 रन जोड़े। इस जोड़ी को मोइसिस हेन्रीक्स ने कप्तान द्रविड़ को 22 रन के निजी स्कोर पर बोल्ड कर तोड़ा।
इससे पहले, क्रिस गेल (34),कप्तान विराट कोहली (32) की उपयोगी पारियां और अंतिम ओवर में विनय कुमार द्वारा बनाए गए नाबाद 22 रन की बदौलत रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर (आरसीबी) ने 20 ओवरों में 6 विकेट खोकर 171 रन बना डाले। शेन वॉटसन के अलावा अपने घरेलू मैदान पर खेल रही राजस्थान रॉयल्स (आरआर) का कोई भी गेंदबाज नहीं चल पाया।
पिछले मैच के हीरो रहे जेम्स फॉक्नर को इस मैच में एक भी विकेट नहीं मिला। फॉक्नर की ओर से फेंके गए अंतिम ओवर में बैंगलौर 22 रन बटोरने में कामयाब रही। राजस्थान की ओर से सबसे सफल गेंदबाज शेन वॉटसन रहे जिन्होंने 4 ओवर में 22 रन देकर 3 विकेट लिए। एक-एक विकेट श्रीसंत और सिद्धार्थ त्रिवेदी को मिला। एक विकेट रनआउट के रूप में गिरा।
टॉस हारकर पहले खेलने उतरी आरसीबी को उसके सलामी बल्लेबाजों अभिनव मुकुंद और विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल ने शानदार शुरूआत दी। दोनों ने पहले विकेट के लिए महज 4 ओवर में 44 रन ठोक डाले। इस जोड़ी को शेन वॉटसन ने तोड़ा। गेल 34 रन बनाकर वॉटसन की गेंद पर विकेट के पीछे कैच थमा बैठे।
आरसीबी को दूसरा झटका अभिनव मुकुंद के रूप में लगा। मुकुंद 19 रन बनाकर सिद्धार्थ त्रिवेदी की गेंद पर बोल्ड हो गए। आउट होने से पहले मुकुंद ने कप्तान विरोट कोहली के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 4 ओवर में 22 रन जोड़े।
आरसीबी का तीसरा विकेट एबी डि विलियर्स के रूप में गिरा। डि विलियर्स श्रीसंत की गेंद पर जेम्स फॉक्नर को बाउंड्री लाइन पर कैच थमा बैठे। आउट होने से पहले एबी (21) ने कप्तान विरोट कोहली के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 4.1 ओवर में 33 रन जोड़े।
चौथा विकेट आरसीबी के कप्तान विराट कोहली के रूप में गिरा। कोहली 35 गेंदों में तीन चौकों की मदद से 32 रन बनाकर शेन वॉटसन की गेंद पर जेम्स फॉक्नर को कैच थमा बैठे। आउट होने से कोहली ने चौथे विकेट के लिए मोइसिस हेन्रीक्स के साथ मिलकर 3.4 ओवर में 24 रन जोड़े। उस वक्त बैंगलोर का कुल योग 123 था।
कोहली के आउट होने के बाद मोइसिस हेन्रीक्स ने सौरभ तिवारी के साथ मिलकर पांचवे विकेट के लिए महज 2.2 ओवर में 22 रन जोड़े। लेकिन,दूसरा रन लेने के चक्कर में हेन्रीक्स 22 रन के निजी स्कोर पर रनआउट हो गए।
वॉटसन ने रवि रामपॉल को 3 रन के निजी स्कोर पर चलता कर राजस्थान को छठी सफलता दिलाई।
इससे पहले,राजस्थान रॉयल्स (आरआर) टीम अपने घरेलू सवाई मानसिंह स्टेडियम में सोमवार को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के छठे संस्करण के 40वें मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के खिलाफ पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है। दोनों ही टीमों ने तीन-तीन बदलाव किए हैं। आरआर ने ओवेश शाह,संजू सैमसन और श्रीसंत को टीम में शामिल किया है,जबकि आरसीबी ने अभिनव मुकुंद,मुरली कार्तिक और मोइसिस हैनरिक्स को टीम में जगह दी है।
आईपीएल के पहले संस्करण में सबको चौंकाते हुए खिताबी जीत हासिल करने वाली राजस्थान रॉयल्स इस साल शीर्ष टीमों में चल रही रॉयल चैलेंजर्स से पिछली हार का हिसाब बराबर करना चाहेगी। दोनों टीमें इस साल एक बार पहले भी भिड़ चुकी हैं और 20 अपे्रल को बेंगलूरू में हुए उस मुकाबले में मेजबान टीम के हाथों राजस्थान रॉयल्स को मात खानी पड़ी थी।
बीते मुकाबले में रवि रामपाल, रूद्र प्रताप सिंह और विनय कुमार की शानदार गेंदबाजी के आगे राजस्थान रॉयल्स टीम पहले खेलते हुए 19.4 ओवरों में 117 रनों पर सिमट गई थी और क्रिस गेल (नाबाद 49) की शानदार पारी की बदौलत मेजबान टीम ने यह मैच सात विकेट से जीत लिया था।
उस मैच के बाद से हालात बदले हैं। रॉयल चैलेंजर्स मजबूत हुई है तो राजस्थान रॉयल्स टीम का प्रदर्शन भी बेहतर हुआ है। राजस्थान रॉयल्स ने अपने आखिरी मैच में जहां सनराइजर्स हैदराबाद को बुरी तरह पराजित किया वहीं अपने आखिरी मैच में रॉयल चैलेंजर्स को मुम्बई इंडियंस के हाथों मात खानी पड़ी।
इस लीग की यही खासियत है। यहां हर टीम के लिए हर दिन एक सा नहीं होता। कोई टीम कभी-कभी चमकती है तो कोई लगातार चमकती रहती है और कोई ऎसी भी होती है, जो कभी चमकती ही नहीं। राजस्थान रॉयल्स ऎसी टीम है जो लगातार नहीं चमकती लेकिन जब भी चमकती है तो दूसरों की चमक फिकी कर देती है।
यही कारण है कि यह टीम आठ मैचों मे से पांच जीतकर तालिका में तीसरे क्रम पर है। लेकिन इससे यह साबित नहीं होता कि राजस्थान रॉयल्स सोमवार को रॉयल चैलेंजर्स पर भारी पड़ेंगे। इसके लिए तो सोमवारके खेल का ही इंतजार करना होगा क्योंकि खेल के इस फॉर्मेट में वही सिकंदर होता है जो मैच के दिन चमकता है।
क्रिस गेल की नाकामी शनिवार को रॉयल चैलेंजर्स को भारी पड़ी और शेन वॉटसन की कामयाबी से उसी दिन राजस्थान रॉयल्स ने बड़ी जीत हासिल की।
हर टीम में दो या तीन ऎसे खिलाड़ी हैं, जो अपने दम पर मैच का रूख मोड़ सकते हैं और ऎसे खिलाडियों की न तो राजस्थान रॉयल्स में कमी है और न ही रॉयल चैलेंजर्स में। अब देखना यह है कि सोमवार को कौन चमकता है और किसकी नाकामी किस टीम को महंगी पड़ती है।
जयपुर। सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेले गए एक रोमांचक मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 40वें मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बंैगलोर (आरसीबी) को चार विकेट से मात दे दी। आरसीबी के 172 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी आरआर ने छह विकेट खोकर दो गेंद शेष रहते हासिल कर लिया। विजयी रन स्टुअर्ट बिन्नी ने मारे।
अपना तीसरा विकेट संजू सैमसन के रूप में गंवा दिया है। सैमसन शानदार 63 रन बनाकर रवि रामपॉल की गेंद पर मुरली कार्तिक को कैच थमा बैठे। आउट होने से पहले संजू ने शेन वॉटसन के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 7.4 ओवर में 68 रन जोड़े।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान ने अपने दोनों सलामी बल्लेबाजों जीन्कया रहाणे और कप्तान राहुल द्रविड़ के विकेट गंवा दिए थे। पहला विकेट रहाणे के रूप में गिरा जो महज 2 रन बनाकर रवि रामपॉल की गेंद पर आरपी सिंह को कैच थमा बैठे। हालांकि आउट होने से पहले रहाणे ने कप्तान राहुल द्रविड़ के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 2.5 ओवर में 21 रन जोड़े।
रहाणे के आउट होने के बाद खेलने आए संजू सैमसन ने द्रविड़ के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 3.5 ओवर में 27 रन जोड़े। इस जोड़ी को मोइसिस हेन्रीक्स ने कप्तान द्रविड़ को 22 रन के निजी स्कोर पर बोल्ड कर तोड़ा।
इससे पहले, क्रिस गेल (34),कप्तान विराट कोहली (32) की उपयोगी पारियां और अंतिम ओवर में विनय कुमार द्वारा बनाए गए नाबाद 22 रन की बदौलत रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर (आरसीबी) ने 20 ओवरों में 6 विकेट खोकर 171 रन बना डाले। शेन वॉटसन के अलावा अपने घरेलू मैदान पर खेल रही राजस्थान रॉयल्स (आरआर) का कोई भी गेंदबाज नहीं चल पाया।
पिछले मैच के हीरो रहे जेम्स फॉक्नर को इस मैच में एक भी विकेट नहीं मिला। फॉक्नर की ओर से फेंके गए अंतिम ओवर में बैंगलौर 22 रन बटोरने में कामयाब रही। राजस्थान की ओर से सबसे सफल गेंदबाज शेन वॉटसन रहे जिन्होंने 4 ओवर में 22 रन देकर 3 विकेट लिए। एक-एक विकेट श्रीसंत और सिद्धार्थ त्रिवेदी को मिला। एक विकेट रनआउट के रूप में गिरा।
टॉस हारकर पहले खेलने उतरी आरसीबी को उसके सलामी बल्लेबाजों अभिनव मुकुंद और विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल ने शानदार शुरूआत दी। दोनों ने पहले विकेट के लिए महज 4 ओवर में 44 रन ठोक डाले। इस जोड़ी को शेन वॉटसन ने तोड़ा। गेल 34 रन बनाकर वॉटसन की गेंद पर विकेट के पीछे कैच थमा बैठे।
आरसीबी को दूसरा झटका अभिनव मुकुंद के रूप में लगा। मुकुंद 19 रन बनाकर सिद्धार्थ त्रिवेदी की गेंद पर बोल्ड हो गए। आउट होने से पहले मुकुंद ने कप्तान विरोट कोहली के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 4 ओवर में 22 रन जोड़े।
आरसीबी का तीसरा विकेट एबी डि विलियर्स के रूप में गिरा। डि विलियर्स श्रीसंत की गेंद पर जेम्स फॉक्नर को बाउंड्री लाइन पर कैच थमा बैठे। आउट होने से पहले एबी (21) ने कप्तान विरोट कोहली के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 4.1 ओवर में 33 रन जोड़े।
चौथा विकेट आरसीबी के कप्तान विराट कोहली के रूप में गिरा। कोहली 35 गेंदों में तीन चौकों की मदद से 32 रन बनाकर शेन वॉटसन की गेंद पर जेम्स फॉक्नर को कैच थमा बैठे। आउट होने से कोहली ने चौथे विकेट के लिए मोइसिस हेन्रीक्स के साथ मिलकर 3.4 ओवर में 24 रन जोड़े। उस वक्त बैंगलोर का कुल योग 123 था।
कोहली के आउट होने के बाद मोइसिस हेन्रीक्स ने सौरभ तिवारी के साथ मिलकर पांचवे विकेट के लिए महज 2.2 ओवर में 22 रन जोड़े। लेकिन,दूसरा रन लेने के चक्कर में हेन्रीक्स 22 रन के निजी स्कोर पर रनआउट हो गए।
वॉटसन ने रवि रामपॉल को 3 रन के निजी स्कोर पर चलता कर राजस्थान को छठी सफलता दिलाई।
इससे पहले,राजस्थान रॉयल्स (आरआर) टीम अपने घरेलू सवाई मानसिंह स्टेडियम में सोमवार को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के छठे संस्करण के 40वें मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के खिलाफ पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है। दोनों ही टीमों ने तीन-तीन बदलाव किए हैं। आरआर ने ओवेश शाह,संजू सैमसन और श्रीसंत को टीम में शामिल किया है,जबकि आरसीबी ने अभिनव मुकुंद,मुरली कार्तिक और मोइसिस हैनरिक्स को टीम में जगह दी है।
आईपीएल के पहले संस्करण में सबको चौंकाते हुए खिताबी जीत हासिल करने वाली राजस्थान रॉयल्स इस साल शीर्ष टीमों में चल रही रॉयल चैलेंजर्स से पिछली हार का हिसाब बराबर करना चाहेगी। दोनों टीमें इस साल एक बार पहले भी भिड़ चुकी हैं और 20 अपे्रल को बेंगलूरू में हुए उस मुकाबले में मेजबान टीम के हाथों राजस्थान रॉयल्स को मात खानी पड़ी थी।
बीते मुकाबले में रवि रामपाल, रूद्र प्रताप सिंह और विनय कुमार की शानदार गेंदबाजी के आगे राजस्थान रॉयल्स टीम पहले खेलते हुए 19.4 ओवरों में 117 रनों पर सिमट गई थी और क्रिस गेल (नाबाद 49) की शानदार पारी की बदौलत मेजबान टीम ने यह मैच सात विकेट से जीत लिया था।
उस मैच के बाद से हालात बदले हैं। रॉयल चैलेंजर्स मजबूत हुई है तो राजस्थान रॉयल्स टीम का प्रदर्शन भी बेहतर हुआ है। राजस्थान रॉयल्स ने अपने आखिरी मैच में जहां सनराइजर्स हैदराबाद को बुरी तरह पराजित किया वहीं अपने आखिरी मैच में रॉयल चैलेंजर्स को मुम्बई इंडियंस के हाथों मात खानी पड़ी।
इस लीग की यही खासियत है। यहां हर टीम के लिए हर दिन एक सा नहीं होता। कोई टीम कभी-कभी चमकती है तो कोई लगातार चमकती रहती है और कोई ऎसी भी होती है, जो कभी चमकती ही नहीं। राजस्थान रॉयल्स ऎसी टीम है जो लगातार नहीं चमकती लेकिन जब भी चमकती है तो दूसरों की चमक फिकी कर देती है।
यही कारण है कि यह टीम आठ मैचों मे से पांच जीतकर तालिका में तीसरे क्रम पर है। लेकिन इससे यह साबित नहीं होता कि राजस्थान रॉयल्स सोमवार को रॉयल चैलेंजर्स पर भारी पड़ेंगे। इसके लिए तो सोमवारके खेल का ही इंतजार करना होगा क्योंकि खेल के इस फॉर्मेट में वही सिकंदर होता है जो मैच के दिन चमकता है।
क्रिस गेल की नाकामी शनिवार को रॉयल चैलेंजर्स को भारी पड़ी और शेन वॉटसन की कामयाबी से उसी दिन राजस्थान रॉयल्स ने बड़ी जीत हासिल की।
हर टीम में दो या तीन ऎसे खिलाड़ी हैं, जो अपने दम पर मैच का रूख मोड़ सकते हैं और ऎसे खिलाडियों की न तो राजस्थान रॉयल्स में कमी है और न ही रॉयल चैलेंजर्स में। अब देखना यह है कि सोमवार को कौन चमकता है और किसकी नाकामी किस टीम को महंगी पड़ती है।
उपखण्ड अधिकारी विनीता सिंह प्रत्येक शुक्रवार को करेंगी सुनवाई
उपखण्ड अधिकारी विनीता सिंह प्रत्येक शुक्रवार को करेंगी सुनवाई
बाडमेर, 29 अप्रेल। उपखण्ड अधिकारी कार्यालय बाडमेर में प्रत्येक शुक्रवार को दोपहर 12.00 से 3.00 बजे तक सुनवार्इ की जाएगी तथा राजस्थान सुनवार्इ का अधिकार अधिनियम 2012 की धारा 4 (5) के अनुसार विनिश्चय से परिवादी को अवगत कराया जाएगा।
उपखण्ड अधिकारी श्रीमती विनिता सिंह ने बताया कि उक्त सुनवार्इ की बैठक में ब्लाक एवं उपखण्ड स्तरीय विभागों के समस्त अधिकारीगण आवश्यक रूप से उपसिथत रहेंगे। उन्होने बताया कि राजस्थान सुनवार्इ का अधिकार अधिनियम 2012 के अन्तर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर निर्मित राजीव गांधी सेवा केन्द्रों पर स्थापित लोक सुनवार्इ सहायता केन्द्रों पर प्राप्त होने वाली परिवादों के निस्तारण के संबंध में उपखण्ड अधिकारी कार्यालय बाडमेर में 3 मर्इ को दोपहर 12.00 से 3.00 बजे तक सुनवार्इ की जाएगी।
बाडमेर, 29 अप्रेल। उपखण्ड अधिकारी कार्यालय बाडमेर में प्रत्येक शुक्रवार को दोपहर 12.00 से 3.00 बजे तक सुनवार्इ की जाएगी तथा राजस्थान सुनवार्इ का अधिकार अधिनियम 2012 की धारा 4 (5) के अनुसार विनिश्चय से परिवादी को अवगत कराया जाएगा।
उपखण्ड अधिकारी श्रीमती विनिता सिंह ने बताया कि उक्त सुनवार्इ की बैठक में ब्लाक एवं उपखण्ड स्तरीय विभागों के समस्त अधिकारीगण आवश्यक रूप से उपसिथत रहेंगे। उन्होने बताया कि राजस्थान सुनवार्इ का अधिकार अधिनियम 2012 के अन्तर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर निर्मित राजीव गांधी सेवा केन्द्रों पर स्थापित लोक सुनवार्इ सहायता केन्द्रों पर प्राप्त होने वाली परिवादों के निस्तारण के संबंध में उपखण्ड अधिकारी कार्यालय बाडमेर में 3 मर्इ को दोपहर 12.00 से 3.00 बजे तक सुनवार्इ की जाएगी।
अब तक 3.05 लाख कर एवं जुर्माना वसूला गया
जैसलमेर में पुलिस व परिवहन का संयुक्त वाहन जांच अभियान
अब तक 3.05 लाख कर एवं जुर्माना वसूला गया
जैसलमेर, 29 अप्रेल/राज्य सरकार के निर्देशानुसार पुलिस विभाग के साथ जिला परिवहन अधिकारी अनिल पण्ड्या के स्वयं के निर्देशन में 24 अप्रेल से प्रारम्भ हुए तथा 8 मई तक चलाए जाने वाले संयुक्त जांच अभियान के अन्तर्गत रविवार तक 1 बस बिना पंजीयन, 2 बिना फिटनेस, 2 बिना परमिट, 3परमिट शर्तों का उल्लंघन करते हुए, 1 बस में क्षमता से अधिक यात्री पाए जाने पर कुल 9़ बसों के चालान किए गए, इनमें से 2 बसें सीज की गई ।
इसी प्रकार 8 मालयान बिना पंजीयन, 15 मालयान बिना फिटनेस, 5 मालयान ओवरलॉडिंग, 11मालयान में पैसेंजर बिठाकर संचालन, 5 मालयान बिना टैक्स जमा कराए संचालित पाए गए। इस प्रकार कुल34 मालयान के चालान बनाकर 11 मालयान को सीज किया गया।
अभियान में इस अवधि में 5 टैक्सी बिना पंजीयन, 6 टैक्सी बिना फिटनेस, 1 टैक्सी बिना परमिट, 3 टैक्सियों में क्षमता से अधिक सवारी, 5 टैक्सियां बिना टैक्स जमा किए संचालित पाए जाने पर 7टैक्सियों को जब्त किया गया। अन्य प्रकार की 3 वाहनें बिना पंजीयन, 3 वाहनें बिना प्रदूषण प्रमाण पत्र प्राप्त किए संचालित पाए जाने पर 3 वाहनों की सीज किया गया। एक वाहन में स्पीड गर्वनर नहीं लगा होने के कारण फिटनेस रद्द किया गया तथा 2 कारों से काले शीशे हटवाए गए। इन वाहनों से कुल रू. 305000/- के कर व जुर्माने की वसूली की गई।
परिचय पत्र हेतु मतदाताओं को फोटो जमा करवाने के लिए अंतिम मौका मंगलवार है अंतिम दिन
परिचय पत्र हेतु मतदाताओं को फोटो जमा करवाने के लिए अंतिम मौका
मंगलवार है अंतिम दिन
जैसलमेर, 29 अप्रेल/वर्तमान में जैसलमेर तहसील में मतदाता सूची में नाम जोड़ने, नाम हटाने व अशुद्ध नाम को शुद्ध करने के कार्य के साथ-साथ, समस्त मतदाताओं को शत-प्रतिशत फोटो परिचय पत्र जारी करने के लिए कार्यवाही की जा रही है।
निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी (एस.डी.एम.) अशोक चौधरी ने जैसलमेर के सभी मतदाताओं से अपील की है कि जिन मतदाताआें को परिचय पत्र प्राप्त नहीं हुआ है अथवा जिन मतदाताओं के फोटो मतदाता सूची में नहीं हैं, वे मतदाता अपना पासपोर्ट साईज का फोटो 30 अप्रेल मंगलवार को ही संबंधित बीएलओ या पटवारी के पास जमा करवा दें। उन्होंने स्पष्ट किया है कि 30 अप्रेल के पश्चात फोटो परिचय पत्र से शेष रहे मतदाताओं को बोगस अथवा फर्जी मतदाता अथवा यहाँ से स्थानान्तरित होना मानते हुए उनके नाम हटाने की कार्यवाही की जावेगी।
बीएलओ को दी चेतावनी
निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी (एस.डी.एम.) ने चुनाव कार्य में लगे सभी बीएलओ को भी चेतावनी दी है कि या तो सभी मतदाताओं के फोटो परिचय पत्र प्राप्त कर पेश करें तथा सभी के मोबाईल नम्बर प्राप्त कर सूची जमा कराएं अथवा मंगलवार 30 अप्रेल के पश्चात ऎसे मतदाताओं को बोगस या फर्जी अथवा स्थानान्तरित मानते हुए उनके नाम मतदाता सूची से हटाने की कार्यवाही करें। इसके साथ ही जेन्डर अनुपात व ई/पी अनुपात (1000 जनसंख्या पर 540 मतदाता) भी हासिल करें, अन्यथा उनके विरूद्ध लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के नियमों के तहत दण्डात्मक कार्यवाही की जावेगी, जिसके तहत किसी भी लापरवाह बीएलओ के विरूद्ध कभी भी गाज गिर सकती है।
उन्होंने बीएलओ से कहा है कि वे सचेत रहकर भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार अपने-अपने भाग के लक्ष्य हासिल करें व निर्धारित मानदण्ड पूरे करें।
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छठी आर्थिक गणना के लिए क्षेत्रवार प्रशिक्षण कार्यक्रम जारी
जैसलमेर, 29 अप्रेल/राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले मे छठवीं आर्थिक गणना का क्षेत्रीय कार्य दिनांक 16 मई 2013 से आरम्भ किया जा रहा है। यह कार्य 15 जून 2013 तक चलेगा।
अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका ने इससे संबंंधित गणना कार्य के लिए छठवी आर्थिक गणना-2012 मे नियुक्त प्रगणक/सुपरवाईजरो का प्रशिक्षण कार्यक्रम जारी कर दिया है।
इसके अनुसार चार्ज क्षेत्र तहसील, जैसलमेर के लिए 02-03 मई को जिला ग्रामीण विकास अभिकरण सभा कक्ष, कलेक्ट्रेट जैसलमेर में चार्ज क्षेत्र तहसील पोकरण के लिए 08-09 मई को तहसील पोकरण - सभा कक्ष में,चार्ज क्षेत्र तहसील फतेहगढ़ के लिए 04-05 मई को राजीव सेवा केन्द्र, फतेहगढ़ में, चार्ज क्षेत्र तहसील भणियाना के लिए 10-11 मई को तहसील भ्णियाना - सभा कक्ष में, चार्ज क्षेत्र नगर परिषद जैसलमेर के लिए 03-04 मई को नगर परिषद जैसलमेर- सभा कक्ष में तथा चार्ज क्षेत्र नगर पालिका,पोकरण के लिए 05-06 मई को नगर पालिका पोकरण के सभा कक्ष में प्रशिक्षण होगा।
इस सम्बन्ध में अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका ने चार्ज अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे प्रशिक्षण के दौरान भारत सरकार से प्राप्त सीडी का प्रदर्शन एवं प्रत्येक प्रगणक एवं पर्यवेक्षक से प्रायोगिक तौर पर दस-दस परिवारों की अनुसूचियाँ 6-ए में भरवाकर तथा उसी के आधार पर 6-बी एवं 6-सी अनुसूचियाँ तैयार कर स्वयं तथा मास्टर ट्रेनर द्वारा जांच कर त्रुटियों का निवारण करेंगे।
यह भी निर्देश दिए गए हैं कि निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रत्येक प्रगणक/सुपरवाईजर निर्धारित तिथियों में प्रातः 10.00 बजे प्रशिक्षण स्थल पर अनिवार्य रूप से भाग लें, इसमे किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाए।
फुटबॉल खिलाड़ी ब्रुनो को 22 साल कैद
फुटबॉल खिलाड़ी ब्रुनो को 22 साल कैद
ब्राजिलिया। ब्राजील में अपनी महिला मित्र की हत्या की साजिश रचने वाले फुटबॉल खिलाड़ी ब्रुनो फर्नाडिस और हत्या करने वाले एक पूर्व पुलिस अधिकारी को न्यायालय ने 22 साल के कारावास की सजा सुनाई है। "बोला" नाम से चर्चित मार्कोस एपरीसिडो डॉस सैंटोस नाम का यह शख्स एलिजा सामुडियो की हत्या का दोषी पाया गया था।
एलिजा का शव अभी तक बरामद नहीं हुआ है। ब्रुनो के मित्रों की गवाही को लेकर अभियोग पक्ष के वकील ने न्यायाधीश के सामने यह दलील दी थी कि ब्रुनो ने एलिजा की हत्या करने के लिए बोला को किराए पर लिया था।
ज्ञात हो कि एलिजा की हत्या वर्ष 2010 में हुई थी। ब्रुनो शादीशुदा थे, इसके बावजूद वह पोर्न स्टार एलिजा से मिले और उनके साथ अपना प्रेम संबंध बनाया। इस जोड़े से एक बेटा भी हुआ, लेकिन तब तक इस जोड़ी में अलगाव हो चुका था। ब्रुनो के अनुसार एलिजा बच्चे को लेकर उन पर काफी दबाव डाल रहीं थी, जिसके कारण उन्होंने एलिजा की हत्या की साजिश रची थी।
करीब डेढ़ महीने पहले जब ब्रुनो दोषी पाए गए, तब उन्होंने स्वीकार किया कि वह एलिजा की मौत के बारे में जानते हैं और उन्होंने अपने कई मित्रों से समस्या का हल निकालने में उनकी मदद करने को कहा भी था।
ब्राजिलिया। ब्राजील में अपनी महिला मित्र की हत्या की साजिश रचने वाले फुटबॉल खिलाड़ी ब्रुनो फर्नाडिस और हत्या करने वाले एक पूर्व पुलिस अधिकारी को न्यायालय ने 22 साल के कारावास की सजा सुनाई है। "बोला" नाम से चर्चित मार्कोस एपरीसिडो डॉस सैंटोस नाम का यह शख्स एलिजा सामुडियो की हत्या का दोषी पाया गया था।
एलिजा का शव अभी तक बरामद नहीं हुआ है। ब्रुनो के मित्रों की गवाही को लेकर अभियोग पक्ष के वकील ने न्यायाधीश के सामने यह दलील दी थी कि ब्रुनो ने एलिजा की हत्या करने के लिए बोला को किराए पर लिया था।
ज्ञात हो कि एलिजा की हत्या वर्ष 2010 में हुई थी। ब्रुनो शादीशुदा थे, इसके बावजूद वह पोर्न स्टार एलिजा से मिले और उनके साथ अपना प्रेम संबंध बनाया। इस जोड़े से एक बेटा भी हुआ, लेकिन तब तक इस जोड़ी में अलगाव हो चुका था। ब्रुनो के अनुसार एलिजा बच्चे को लेकर उन पर काफी दबाव डाल रहीं थी, जिसके कारण उन्होंने एलिजा की हत्या की साजिश रची थी।
करीब डेढ़ महीने पहले जब ब्रुनो दोषी पाए गए, तब उन्होंने स्वीकार किया कि वह एलिजा की मौत के बारे में जानते हैं और उन्होंने अपने कई मित्रों से समस्या का हल निकालने में उनकी मदद करने को कहा भी था।
"पत्नी"से परेशान हो रहे हैं भाजपा नेता
"पत्नी"से परेशान हो रहे हैं भाजपा नेता
रांची। झारखंड में भाजपा के कई वरिष्ठ नेता "पत्नी" से परेशान हो रहे हैं। मीडिया के सामने आकर पत्नी होने का दावा कर नेताओं के लिए असहज परिस्थिति पैदा कर रही हैं। जनवरी तक अर्जुन मुंडा सरकार में शिक्षा मंत्री रहे बैजनाथ राम इस कड़ी में सबसे ताजा उदाहरण हैं।
शनिवार को अनुसूचित जाति शाखा की उपाध्यक्ष सीमा राय नई दिल्ली में मीडिया से मुखातिब हुई और कहा कि उनके "पति" ने उन्हें संकट में लाकर छोड़ दिया। उन्होंने बताया कि भगोड़ा पति कोई और नही राम हैं। वे पहले से ही शादीशुदा हैं और तीन बच्चों के पिता हैं।
झारखंड भाजपा के प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने सोमवार को बताया कि बैजनाथ राम और सीमा राय दोनों को पार्टी से निलंबित किया जा चुका है। इस तरह के आरोप का सामना करने वाले बैजनाथ राम पहले भाजपा नेता नहीं हैं। अर्जुन मुंडा सरकार में ही जनवरी तक मंत्री रहे सत्यानंद झा बतुल पर भी ऎसे ही आरोप लग चुके हैं।
सोनी देवी नाम की शिक्षिका ने 2011 में आरोप लगाया था कि बतुल उनके पति हैं और उनसे उन्हें एक बच्चा भी है। बतुल ने इस आरोप से इनकार किया, लेकिन सोनी देवी मीडिया के सामने अपना दावा दोहराती रही।
भाजपा ने बतुल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की और उनसे कोई कारण भी बताने के लिए नहीं कहा गया। बतुल ने पार्टी से इस्तीफा भी नहीं दिया। इस तरह का दोहरा मापदंड अपनाने पर पार्टी के भीतर ही कई लोगों की भृकुटि तन गई है।
अपना नाम जाहिर नहीं होने देने की शर्त पर भाजपा के एक नेता ने बताया कि इस प्रकार की घटनाओं से पार्टी की छवि पर असर पड़ता है। दोनों ही आरोपी नेता पूर्व मंत्री हैं। दोनों नेताओं पर लगे आरोप में पार्टी को एक समान मापदंड अपनाने का साहस दिखाना चाहिए।
इससे पहले भाजपा को तब भी शर्मनाक स्थिति का सामना करना पड़ा था जब इसके पहले पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ऎसे ही आरोपों के कारण सुर्खियों में आए थे। लेकिन मरांडी ने 2006 में पार्टी छोड़ दी और अपनी अलग से पार्टी बना ली।
रांची। झारखंड में भाजपा के कई वरिष्ठ नेता "पत्नी" से परेशान हो रहे हैं। मीडिया के सामने आकर पत्नी होने का दावा कर नेताओं के लिए असहज परिस्थिति पैदा कर रही हैं। जनवरी तक अर्जुन मुंडा सरकार में शिक्षा मंत्री रहे बैजनाथ राम इस कड़ी में सबसे ताजा उदाहरण हैं।
शनिवार को अनुसूचित जाति शाखा की उपाध्यक्ष सीमा राय नई दिल्ली में मीडिया से मुखातिब हुई और कहा कि उनके "पति" ने उन्हें संकट में लाकर छोड़ दिया। उन्होंने बताया कि भगोड़ा पति कोई और नही राम हैं। वे पहले से ही शादीशुदा हैं और तीन बच्चों के पिता हैं।
झारखंड भाजपा के प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने सोमवार को बताया कि बैजनाथ राम और सीमा राय दोनों को पार्टी से निलंबित किया जा चुका है। इस तरह के आरोप का सामना करने वाले बैजनाथ राम पहले भाजपा नेता नहीं हैं। अर्जुन मुंडा सरकार में ही जनवरी तक मंत्री रहे सत्यानंद झा बतुल पर भी ऎसे ही आरोप लग चुके हैं।
सोनी देवी नाम की शिक्षिका ने 2011 में आरोप लगाया था कि बतुल उनके पति हैं और उनसे उन्हें एक बच्चा भी है। बतुल ने इस आरोप से इनकार किया, लेकिन सोनी देवी मीडिया के सामने अपना दावा दोहराती रही।
भाजपा ने बतुल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की और उनसे कोई कारण भी बताने के लिए नहीं कहा गया। बतुल ने पार्टी से इस्तीफा भी नहीं दिया। इस तरह का दोहरा मापदंड अपनाने पर पार्टी के भीतर ही कई लोगों की भृकुटि तन गई है।
अपना नाम जाहिर नहीं होने देने की शर्त पर भाजपा के एक नेता ने बताया कि इस प्रकार की घटनाओं से पार्टी की छवि पर असर पड़ता है। दोनों ही आरोपी नेता पूर्व मंत्री हैं। दोनों नेताओं पर लगे आरोप में पार्टी को एक समान मापदंड अपनाने का साहस दिखाना चाहिए।
इससे पहले भाजपा को तब भी शर्मनाक स्थिति का सामना करना पड़ा था जब इसके पहले पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ऎसे ही आरोपों के कारण सुर्खियों में आए थे। लेकिन मरांडी ने 2006 में पार्टी छोड़ दी और अपनी अलग से पार्टी बना ली।
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