मंगलवार, 8 जनवरी 2013

बाड़मेर क्राईम न्यूज़ डायरी ...आज की अपराध की खबरें

बाड़मेर क्राईम न्यूज़ डायरी ...आज की अपराध की खबरें 
आबकारी अधिनियम के तीन प्रकरणों में अवैध शराब सहित मुलजिम बरामद
 बाड़मेरराहुल बारहट, जिला पुलिस अधीक्षक बाड़मेर के निर्देशानुसार जिले में अवेध शराब की रोकथाम हेतु दिये गये निर्देशानुसार श्री कैलाशदान उ.नि. पुलिस थाना गड़रारोड़ मय पुलिस पार्टी द्वारा मुखबीर की ईत्तला पर कस्बा गड़रारोड़ में मुलजिम रमेश पुत्र जेतमालसिंह राजपूत नि. गड़रारोड़ के कब्जा से अवेध व बिना लाईसेन्स की 70 बोतल अंग्रेजी शराब बरामद की जाकर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना गड़रारोड़ पर आबकारी अधिनिमय के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। इसी तरह बाड़मेरलाखाराम स.उ.नि. पुलिस थाना सदऱ मय पुलिस पार्टी द्वारा मुखबीर की ईत्तला पर रिको एरिया में मुलजिम भेराराम पुत्र जबराराम प्रजापत नि. रामनगर के कब्जा से अवेध व बिना लाईसेन्स की 9 पव्वे अंग्रेजी शराब बरामद की गई। इसी प्रकार श्री हनुमानाराम हैड कानि. थाना सदर मय पुलिस पार्टी द्वारा मुलजिम भोजाराम पुत्र देवाराम जाट नि. खरटीया को दस्तयाब कर उसके कब्जा से 30 बोतल अंग्रेजी शराब बरामद कर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना सदऱ पर आबकारी अधिनिमय के तहत प्रकरण दर्ज किये गये। 

जुआ अधिनियम में 2 गिरफ्तार

 बाड़मेररूपाराम स.उ.नि. पुलिस थाना कोतवाली मय पुलिस पार्टी द्वारा मुखबीर की ईतला पर नेहरू नगर में सार्वजनिक स्थान पर ताश के पतो पर दांव लगाकर जुआ खेल रहे मुलजिम रमेश पुत्र दुर्गाराम भील नि. नेहरू नगर बाड़मेर वगेरा 2 को दस्तयाब कर उसके कब्जा से ताश व 350/रूपये जुआ राशि बरामद कर पुलिस थाना कोतवाली पर जुआ अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।

पिछले 24 घण्टो में दर्ज मारपीट और दहेज़  के प्रकरण 

 बाड़मेर हुकमाराम पुत्र धमाराम देशान्तरी नि. धोरीमना ने मुलजिम जगदीश पुत्र भंवराराम देशान्तरी नि. धोरीमना वगेरा 8 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा मुस्तगीस का रास्ता रोककर मारपीट करना वगेरा पर मुलजिमान के विरूद्व पुलिस थाना धोरीमना पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है। इधर बाड़मेरश्रीमति कालीदेवी पत्नि किशनाराम विश्नोई नि. कोजा ने मुलजिम किशनाराम पुत्र विरधाराम विश्नोई नि. कोजा वगेरा 3 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा मुस्तगीसा को दहेज के लिए तंग परेशान कर मारपीट कर घर से निकालना वगेरा पर मुलजिमान के विरूद्व पुलिस थाना धोरीमना पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है। इसी तरह बाड़मेर टीकमाराम पुत्र मानाराम जाट नि. डाबली सराणा ने मुलजिम बगताराम पुत्र भीखाराम जाट नि. निम्बलकोट वगेरा 7 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा एक राय होकर मुस्तगीस का रास्ता रोककर मारपीट करना वगेरा पर मुलजिमान के विरूद्व पुलिस थाना सिणधरी पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

"गरिमा" के लिए जयपुर में लेडी एसीपी तैनात

"गरिमा" के लिए जयपुर में लेडी एसीपी तैनात
जयपुर। जिला प्रशासन की ओर से शुरू किए गए ऑपरेशन गरिमा में अब पुलिस भी सीधा सहयोग करेगी। पुलिस आयुक्त ने ऑपरेशन गरिमा में आने वाली शिकायतों के त्वरित निस्तारण के लिए सहायक पुलिस आयुक्त(एसीपी) को तैनात किया है जो जिला प्रशासन की ओर से मिलने वाली शिकायतों का निस्तारण कर जिला कलेक्टर को सूचित करेगी।

पुलिस आयुक्त बीएल सोनी के अनुसार "गरिमा हेल्पलाइन" को मदद करने के पुलिस आयुक्तालय जयपुर स्तर पर सहायक पुलिस आयुक्त (महिला प्रकोष्ठ) को नियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि महिलाओं को परेशान करने,फ ोन पर अश्लील बातें करने और फेसबुक पर फेक एकाउन्ट खोलकर महिलाओं का दुष्प्रचार कर उनकी गरिमा को ठेस पहुंचाने वाली किसी भी प्रकार की शिकायत "गरिमा हेल्पलाइन" के मेल एड्रेस या फ ोन नंबर 78910-91111 के अलावा सहायक आयुक्त (महिला प्रकोष्ठ) को भी शिकायत की जा सकती है।

गरिमा हेल्पलाइन की ई-मेल आईडी द्वारा अग्रेषित ई-मेल के प्राप्त होते ही शिकायतों का त्वरित निस्तारण किया जाएगा। इसके अलावा पुलिस नियंत्रण कक्ष,जयपुर द्वारा भी गरिमा हेल्पलाइन से एसएमएस प्राप्त कर घटनास्थल के अनुसार संबंधित थानाधिकारी को उसे अग्रेषित किया जाएगा ताकि महिलाओं की गरिमा हनन से संबंधित किसी भी समस्या का त्वरित निदान हो सके।

दिल्ली में फिर गैंगरेप,पांच ने लूटी अस्मत

दिल्ली में फिर गैंगरेप,पांच ने लूटी अस्मत
नई दिल्ली। दामिनी से हुए गैंग रेप का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा है कि देश की राजधानी में एक और गैंग रेप का मामला सामने आया है। घटना 1 जनवरी की है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक पांच लोगों ने एक शादीशुदा महिला को अगवा कर उससे सामूहिक बलात्कार किया।

मेडिकल रिपोर्ट में महिला से बलात्कार की पुष्टि हो गई है। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि दो आरोपी अभी भी फरार हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान राहुल,सुनील और योगेंद्र के रूप में हुई है। दिल्ली पुलिस ने अब तक इस मामले को दबाकर रखा था लेकिन जब तीन लोगों गिरफ्तार कर लिया गया तब जाकर पुलिस ने मीडिया को घटना का जानकारी दी।

पुलिस का कहना है कि पीडिता कई आरोपियों को जानती है। बताया जा रहा है कि पीडिता आगरा की रहने वाली है। आगरा में वह अपने पति के साथ रहती है। वह अपने मित्र के घर दिल्ली आई थी। पीडिता का कहना है कि पांच लड़कों ने उसे एक कार में अगवा किया और बाहरी दिल्ली के अलीपुर इलाके के बख्तावरपुर में ले जाकर बलात्कार किया।

चोरी की कार पर सवार थानेदार

चोरी की कार पर सवार थानेदार
जयपुर। इसे खाकी की दबंगई कहें या कुछ और...आठ साल पहले सचिवालय से चोरी गई जिस कार की तलाश में पुलिस हार गई, वह इन दिनों थानेदार कमल नयन की सवारी है।

डीजीपी के बंगले पर स्टाफ ऑफिसर नयन न केवल डयूटी पर इसी कार से आते हैं, बल्कि ये उनकी निजी जैसी ही है। कार मालिक इसकी शिकायत लेकर अफसरों के यहां चक्कर लगा रहा है। आरजे 14-7 सी 3036 नंबर की कार कानोता के हीरावाला निवासी नन्दकिशोर के नाम है। सचिवालयकर्मी नन्दकिशोर ने 2004 में यह कार हनुमान दास से खरीदी थी। नाम करवाने के साथ नन्द किशोर ने इस पर निजी फाइनेंस कम्पनी से लोन लिया, लेकिन दिसम्बर 2004 में कार सचिवालय के पास सहदेव मार्ग से चोरी हो गई। इसकी रिपोर्ट अशोक नगर थाने में दर्ज कराई गई।

सुराग न मिलने पर थाना पुलिस ने 318 नम्बर के इस मामले में 10 जनवरी 2005 को एफआर लगा दी।

वर्षो पहले ही देखा था
मामले में एफ.आर. लगने के बाद नन्दकिशोर बीमा कम्पनी से क्लेम लेने का प्रयास करते रहे। कुछ साल बाद यही कार थानेदार कमल नयन के पास देखी गई। कभी रामगंज थाने में तैनात रहे कमल नयन को नन्दकिशोर पहले से जानता है। दरअसल कार खरीदने के बाद उसका रूपयों के लेनदेन को लेकर हनुमानदास से विवाद हो गया था। इस पर हनुमानदास ने रामगंज थाने में मामला दर्ज कराया था। पूर्व परिचित हनुमान दास की रिपोर्ट पर नन्दकिशोर को गिरफ्तार किया था। इस घटना से पहले ही कार चोरी हो चुकी थी। बताते हैं कि तब भी कार कमल के पास ही थी।


इन सवालों का जवाब नहीं
परिवहन विभाग के दस्तावेज में कार नन्दकिशोर के नाम। उसने किसी को बेची नहीं। उसका विवाद हनुमान दास से था, फिर कार कमल नयन तक कैसे पहुंची?
कमल ने रामगंज थाने के मामले में ऎसी क्या पड़ताल की कि किसी और की कार उनके पास आ गई?
पीडित ने कई बार अर्जी दी फिर भी सुनवाई नहीं?

बंगले से भी पुष्टि
पत्रिका संवाददाता ने पीछा किया तो पता चला, कमल डयूटी ही नहीं, घर पर भी इसका इस्तेमाल करते हैं। डीजीपी बंगले पर तैनात पुलिसकर्मी ने बताया, थानेदार इसी कार से आते हैं।

मैं तो कार एक दिन के लिए ही हनुमान दास से लाया था।
कमल नयन, उप निरीक्षक

प्रदेशाध्यक्ष का फैसला करने जेटली आएंगे

प्रदेशाध्यक्ष का फैसला करने जेटली आएंगे
जयपुर। चुनावी वर्ष शुरू होने के साथ ही भाजपा और कांग्रेस में गतिविधियां बढ़ गई हैं। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष का कार्यकाल भी पूरा हो चुका है। ऎसे में पार्टी में नए प्रदेशाध्यक्ष को लेकर कवायद चल रही है। इसकी टोह लेने के लिए पार्टी के प्रदेश प्रभारी के बाद अब राष्ट्रीय नेताओं के भी जयपुर आने का कार्यक्रम बनाया जा रहा है।

जेटली से जहां पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और वरिष्ठ विधायक गुलाबचंद कटारिया, घनश्याम तिवाड़ी सोमवार को दिल्ली में मिल चुके हैं। इनकी मुलाकातों को प्रदेशाध्यक्ष के लिए चल रही लॉबिंग से जोड़कर देखा जा रहा है। माना जा रहा है इस माह के अंत में राज्यसभा में पार्टी के नेता अरूण जेटली सहित अन्य नेता भी जयपुर आने का कार्यक्रम बना रहे हैं। जयपुर में ये प्रदेशाध्यक्ष को लेकर चर्चा के साथ ही चुनावी तैयारियों को लेकर भी चर्चा करेंगे।

बैठाएंगे जातीय समीकरण संतुलन
चुनावी वर्ष होने के कारण प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति में वोटों की गणित को भी ध्यान रखा जा रहा है। इसी को ध्यान में रखकर पार्टी जाट या अनुसूचित जाति जनजाति के नेता को अध्यक्ष पद पर तैनात कर सकती है। इसके लिए पार्टी-संघ के बीच चर्चा चल रही है। प्रदेश की निचले स्तर तक टोह लेने के लिए अरूण जेटली सहित अन्य नेताओं के जयपुर दौरे के कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

प्रदेशाध्यक्ष के लिए विधायक गुलाबचंद कटारिया,घनश्याम तिवाड़ी,फूलचंद भिंडा,राव राजेंद्र सिंह का भी चर्चा में हैं, लेकिन फिलहाल इन पर सहमति बनती नहीं दिख रही है। सर्वसहमति के अभाव और राष्ट्रीय अध्यक्ष के दोबारा निर्वाचन होने की स्थिति में प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी को भी फिर से मौका दिया जा सकता है।

बाड़मेर नगर वधुओ की बदनाम बस्ती ...जहॉ बच्चे मॉ के नाम से जाने जाते हैं





बाड़मेर नगर वधुओ की बदनाम बस्ती ...जहॉ बच्चे मॉ के नाम से जाने जाते हैंसाटिया बस्ती को विकास और सुविधा की दरकार


बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले के सिवाना क्षैत्र के सांवरड़ा गांव जिले की एक मात्र बदनाम बस्ती हैं।जहॉ सदियों से नगर वधुऐं देह व्यापार में लिप्त हैं।साटिया जाति के लगभग सत्तर परिवार यहा आबाद हैं।पुरुषविहीन इस बस्ती में नगर वधुऐं और उनके बच्चें निवास करते हैं।यहा पैदा हुए बच्चों को कभी पिता का नाम नहीं मिला जिसके कारण ये बच्चे अपनी माताओं के नाम से ही जाने जाते हैं।यहॉ तक की इन बच्चों के विद्यालयों में भी पिता के नाम के स्थान पर माता का नाम दर्ज हैं।बाड़मेर जिले का सांवरडा गांव सदियों से देह व्यापार के धन्धे में लिप्त हे।ंपिच्यासी परिवारों के इस गांव में 132 नगर वधुऐं हैं वहीं 40-45 बच्चे हैं।इस गांव में प्राथमिक स्तर का एक विद्यालय हैं।जिसमें नगर वधुओं के बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं।इन बच्चों के नाम विद्यालय में दर्ज हैं।इस बस्ती में बेटियों से देह व्यापर कराया जाता हें ,घर आने वाली बहुओ को देहव्यापार के धंधे से दूर रखा जा रहा हें ,इस बस्ती में शादी की परंपरा थी चार साल पूर्व ही आरम्भ हुई .कृष्णासंस्था के प्रयासों से पहली बार बारात इस गाँव में आई थी .उस वक्क यह निर्णय लिया की बहुओ से देहव्यापार नहीं करेंगे .यह निर्णय आज भी लागू हें .


इन बच्चों के पिता के नाम के स्थान पर माता का नाम दर्ज हैं।विद्यालय के अध्यापक पुखराज जो इसी बस्ती का बेटा हैं ने बताया कि बस्ती की महिलाऐं देह व्यापार कर दो जून की रोटी का इंतजाम कर अपना और अपने परिवार का पेट पालती हैं।इन परिवारों में शादी का रिवाज नही हैं।जिसके कारण घर पुरुष विहीन हैं।बस्ती के बच्चों को पिता का भान नहीं हैं।बच्चो के लिए उनको जन्म देने वाली मॉ ही मॉबाप का फर्ज अदा करती हैं।देह व्यापार से जुड़ी पेम्पली देवी ने बताया कि बस्ती में परम्परागत रुप से देह व्यापार होता हैं।कुछ नगर वधुऐं पढ़ी लिखी हैं।पहले हम बच्चों को विद्यालय नहीं भेजते थे।कृष्णा संस्था के द्वारा हमें समझाइ्रस कर बच्चो को विद्यालय में भिजवाना आरम्भ किया।


समाज की मुख्य धारा में शामिल होने की चाह के चलते इन नगर वधुओं ने अपना नाम देकर बच्चों को शिक्षित करने का साहस दिखाया।विद्यालय दस्तावेजों में देवा पुत्र छगनी,राजु पुत्र शारदा ,संतोष पुत्री मदनी देवी आदी दर्ज हैं।विद्यालय में इन बच्चो को माकुल सुविधा तो दूर आवश्यक सुविधा तक उपलब्ध नही हैं।इन विद्यार्थियों को नि:शुल्क पुस्तके,पोशाके और पाठय सामग्री तक नहीं मिलती।कृष्णा संस्था द्घारा प्रयास कर इन बच्चो के लिए पानी का एक टेंक बनाया गया था।इसके बाद इनकी तरफ प्रशासन या सरकार ने कभी झांका तक नही॥बस्ती की महिलाओं ने विद्यालय की क्रमोनति की कई र्मतबा प्रशासन से मांग की मगर कोई कार्यवाही नही हुई।इस बस्ती के पुखराज,शांति,और मदन प लिख कर सरकारी सेवा तक पहुॅचने में सफल हुए हैं।इन बच्चों को सम्बल की आवश्यक्ता हैं।पढ लिख कर बच्चे समाज की मुख्य धारा में जुड़ना चाहते हैं।


देहव्यापार से जुडी महिलाओ के बच्चो को शिक्षण सुविधा के लिए राज्य सरकार को जिला प्रशासन के मार्फ़त कई प्रस्ताव भिजवाए मगर कोई कार्यवाही नहीं हुई ,नगर वधुए अपने बच्चो को शिक्षित कर इस दल दल से दूर रखना चाहती हें ,.बस्ती के कई बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हें ,बस्ती का बीटा पुखराज अध्यापक हे ,मदन साटिया ने स्नातक तक शिक्षा ग्रान कर राखी हें ,अभी वह शिक्षा केंद्र संचालित कर रहा हें ,साटिया बस्ती को विकास और सुविधा की दरकार हें .

बाड़मेर का कैमल ब्यूटी पार्लर

बाड़मेर का कैमल ब्यूटी पार्लर

भारत पाकिस्तान सरहद पर बसे रेगिस्तानी जिले बाड़मेर के ऊंट विश्व भर में अपनी खास पहचान रखते हैं. 'रेगिस्तान' के जहाज के नाम से मशहूर इन ऊंटों की पशुपालक खास देखभाल करते हैं. एक दशक में ऊंटों की संख्या में काफी कमी आई है. कभी ग्रामीण अंचलों में - ऊंट घर घर की जरूरत रहे हैं. रेगिस्तानी धोरों में संचार व यातायात के बेहतर साधनों में ऊंटों का ही उपयोग किया जाता था, तो खेतों में जुताई का कार्य भी ग्रामीण ऊंटों के माध्यम से करते थे. संचार, कृषि के आधुनिक साधनों और संसाधनों के बढ़ते प्रभाव ने ऊंटों का महत्व भले ही कम कर दिया हो लेकिन ऊटों की खूबसूरती बढ़ाने के लिए अब बाड़मेर विशेष ब्यूटी पार्लर खुल गए हैं, जहां ऊंटों को सजाया-संवारा जाता है.
डेर्जट ब्यूटी पार्लर ऐसा ही सैलून है, जहां ऊंटों के लिए विशेष कटिंग का प्रावधान है. सैलून संचालक मंगाराम बताते हैं कि ऊंटों की कीमतें अब कम हो जाने के कारण ऊंट पालकों के सामने आजीविका का संकट खडा हो गया है. ऊंट पालक अपने ऊंटों को खास लुक देने के लिए विशेष कटिंग करवा कर खरीदारों का ध्याआन आकर्षित करते हैं. इससे कई मर्तबा ऊंट पालको को अच्छे खरीददार मिल जाते हैं. आजकल ऊंटों के शरीर पर, विशेष तौर से बाल कटिंग कर, तरह - तरह के टैटू बनाए जाते हैं. यह टैटू ऊंटों में विशेष आकर्षण पैदा करते हैं. मगाराम के अनुसार विशेषज्ञ टैटू कटिंग के 500 से 700 स्पये तक लेते हैं.

उधर जैसलमेर में आने - वाले देसी विदेशी पर्यटकों के लिए भी ऐसे ऊंट विशेष आकर्षण का केन्द्र होते हैं. रेगिस्तान 'कैमल सफारी के लिए विशेष कटिंग वाले ऊंटों की बुकिंग हाथोंहाथ हो है जाती' में, साथ ही किराया भी अच्छा मिलता है. 'कैमल सफारी का काम करने वाले सादिक खान ने बताया कि ऊंटों का रूप संवारने के लिए पैसा खर्च करने का लाभ मिलता है. ऊंटों के बालों - पर तरह तरह के कटिंग करा कर फूल - पत्तियां, बेल - बूटे, पक्षी आदि की डिजाईन उकेरते हैं. सैलानियों को इस तरह की डिजाईनें बेहद पसन्द आती 'हैं तथा' कैमल सफारी लिए ऐसे ऊंट पहली पसन्द होते हैं.

पूर्व में इस तरह ऊंटों के सैलून नहीं थे, 'ब्यूवटी पार्लर काफी मात्रा में खुल गए मगर विभिन्न पशु मेलों में इसका प्रचलन देख बाड़मेर और जैसलमेर में' जो रेगिस्तान 'के जहाज ऊंटों को संवारने का काम करते हैं हैं, कैमल. पूर्व में पशुपालक स्वयं ऊंटों के बाल काटते थे. ग्रामीण क्षेत्रों में सभी पशुपालक एक स्थान पर एकत्रित होकर ऊंटों के बाल सामुहिक रूप से काटते थे. अब कैमल सैलूनों का प्रचलन बढ़ गया है.

प्रतिबंध के बावजूद पुष्कर के धोरों में नशीली पार्टी


प्रतिबंध के बावजूद पुष्कर के धोरों में नशीली पार्टी

50 से अधिक देसी विदेशी युगलों ने नशे में जम कर मचाया धमाल, शराब-कबाब के चले दौर, पुलिस को कुछ नहीं मिला

पुष्करएसपी, एएसपी और बारह सीआई एसीबी के हत्थे चढऩे के बाद जिले में पुलिस का खौफ खत्म हो गया है या पुलिस ने ही अपनी जिम्मेदारियों से बेरुखी बना ली है। इसका एक नजारा बीती रात पुष्कर के रेतीले धोरों में देखने को मिला जब प्रतिबंध के बावजूद खुले आम यहां नशीली पार्टी आयोजित की गई। इसमें न सिर्फ जाम से जाम टकराए, बल्कि नशे में मदहोश विदेशी मेहमान और दिल्ली के युगल खूब झूमे। देर रात तक पार्टी चलती रही, उन्हें शराब-कबाब परोसे गए लेकिन पुलिस-प्रशासन बेखबर रहा। पार्टी खत्म होने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और 'कुछ नहीं मिला' की तर्ज पर खाली हाथ लौट भी आई। पुष्कर तीर्थ की पवित्रता को ध्यान में रखते हुए वहां असामाजिक तत्वों व विदेशी पर्यटकों की अवांछनीय गतिविधियों पर रोक के मद्देनजर पुलिस प्रशासन ने क्षेत्र के रेतीले धोरों में होने वाली नशीली पार्टियों के आयोजन पर रोक लगा रखी है। इसके बावजूद बीती रात सावित्री पहाड़ी के पिछवाड़े धोरों में खुले आम ग्राम लीला सेवड़ी में संचालित एक रिसोर्ट के प्रबंधकों द्वारा पार्टी आयोजित की गई। पार्टी में पचास से अधिक विदेशी मेहमान व दिल्ली के नौजवान युवक-युवतियां नशे में मदहोश होकर झूमीं। इन्हें रिसोर्ट से रेतीले धोरों तक लाने ले जाने के लिए आयोजकों ने एसी वाहनों व ऊंट गाडिय़ों की भी व्यवस्था की। साथ ही पार्टी में देसी-विदेशी पर्यटकों को लुभाने के लिए ऊंचे दामों पर शराब व कबाब परोसा गया तथा मनोरंजन के लिए कालबेलिया नृत्यांगनाओं को भी बुलाया गया। सूत्रों के अनुसार पार्टी में खुलकर मादक पदार्थों का भी उपयोग हुआ। पार्टी देर रात तक बेरोकटोक चली लेकिन पुलिस इससे अनजान रही। अलबत्ता पार्टी खत्म होने के बाद मौके पर पहुंची लेकिन वहां न तो आयोजक मिले और ना ही देसी-विदेशी पर्यटक। इस संबंध में थाने के एएसआई निसार मोहम्मद ने बताया कि देर रात को पार्टी की सूचना मिली थी।

दो टे्रलर व ट्रक में भरी डेढ़ करोड़ की शराब जब्त, चार गिरफ्तार


दो टे्रलर व ट्रक में भरी डेढ़ करोड़ की शराब जब्त, चार गिरफ्तार

भीलवाड़ा  हरियाणा व पंजाब से तस्करी कर गुजरात ले जाई जा रही डेढ़ करोड़ रुपए कीमत की अंग्रेजी शराब पुलिस नाकाबंदी में पकड़ी गई। प्रताप नगर पुलिस ने दो ट्रेलर और गुलाबपुरा पुलिस ने एक ट्रक शराब सहित जब्त किया। शराब तस्करी के आरोप में तीनों वाहन चालकों व एक खलासी को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

एसपी डॉ. नितिनदीप बल्लगन के मुताबिक, मुखबिर से मिली शराब तस्करी की सूचना पर प्रताप नगर व गुलाबपुरा थाना सर्किल में नाकाबंदी करवाई। पुलिस ने भीलवाड़ा बाईपास पर पुर ओवरब्रिज के नजदीक नाकाबंदी कर अजमेर की ओर से आए दो ट्रेलरों को रोका। एक ट्रेलर को कुरुक्षेत्र जिले के बाबण गांव निवासी जितेंद्र सिख और दूसरे ट्रेलर को सबदलपुर, पटियाला निवासी कुलविंदर सिंह चला रहा था। कुलविंदर के साथ नीलोखेड़ी, करनाल निवासी मनप्रीत सिंह खलासी था।

ट्रेलरों की तलाशी लेने पर इनमें करीब तीन हजार पेटी अंग्रेजी शराब मिली। परमिट व लाइसेंस नहीं मिलने पर शराब सहित दोनों ट्रेलर जब्त कर दोनों चालक व खलासी को गिरफ्तार कर लिया। जब्त शराब एक करोड़ रुपए की बताई गई है। पकड़े गए आरोपियों ने शराब से भरे यह ट्रेलर झज्जर से बड़ोदरा ले जाना कबूल किया। इसी तरह गुलाबपुरा पुलिस ने सुपर मिल के पास नाकाबंदी कर अजमेर की ओर से आ रहे ट्रक की तलाशी में अंग्रेजी शराब की 976 पेटियां मिलीं। इस शराब सहित ट्रक को जब्त कर चालक जलेवाल, तरणताल (पंजाब) निवासी पपेंद्र सिंह सिख को गिरफ्तार कर लिया। गुलाबपुरा पुलिस ने बरामद शराब की कीमत करीब 50 लाख रुपए बताई है। आरोपी चालक ने पुलिस को बताया कि पंजाब से यह ट्रक उसे गुजरात बॉर्डर पर ले जाकर एक होटल के बाहर खड़ा करने के लिए कहा गया था। इस काम के बदले उसे 30 हजार रुपए मिले थे।

ट्रेलर में शराब, बिल्टी पशु आहार की

सीआई गोमा राम चौधरी ने बताया कि ट्रेलरों को रोकने पर दोनों चालकों ने ट्रेलर में पशु आहार भरा होना बताया। हरियाणा से बड़ोदरा ले जाने संबंधित बिल्टी भी पेश की। जांच करने पर ट्रक में पशु आहार के बजाए अंग्रेजी शराब मिली। इसी तरह गुलाबपुरा पुलिस को तलाशी के दौरान ट्रक में चावल के भूसे से भरे 25 कट्टे मिले। कट्टों को हटाने पर शराब की पेटियां मिली। हालांकि इस ट्रक के चालक ने कोई बिल्टी पुलिस के सामने पेश नहीं की।

50 मानव तस्कर अरेस्ट,18 महिलाएं मुक्त

50 मानव तस्कर अरेस्ट,18 महिलाएं मुक्त

बीजिंग। चीन में महिलाओं की तस्करी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश कर पुलिस ने 50 संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरोह के कब्जे से वियतनाम की 17 महिलाओं और चीन की एक महिला को मुक्त कराया गया है। गिरोह का सरगना एक वियतनामी नागरिक बताया गया है। मीडिया रिपोर्टो में कहा गया है कि 17 से 30 साल की उम्र की महिलाओं को या तो धन का लालच देकर या फिर वियतनाम में उनका अपहरण कर सीमा पार युन्नान प्रांत लाया गया।

गिरोह के सदस्यों ने पहले चीनी ग्रामीणों को यह कहने के लिए सिखाया कि उन्होंने इन्हें (महिलाओं को) बेटियों के रूप में गोद लिया है, लेकिन बाद में इन महिलाओं को गरीबी से ग्रस्त गनसू इलाकों में कुंआरों के हाथों बेच दिया गया।

इस अपराध का पता तब चला, जब एक ग्रामीण ने पुलिस को बताया कि उसने बीबी खरीदने के लिए 90,000 यूआन खर्च किया था, लेकिन एक माह बाद ही महिला घर से रफूचक्कर हो गई। उसने बताया कि वह बिचौलिए के हाथों ठगा महसूस कर रहा है। जांच में पुलिस ने पाया कि गनसू में कई परिवारों में वियतनामी महिलाएं हैं। महिलाओं ने दावा किया है कि उन्हें अपह्वत कर चीन लाया गया। कई महीनों तक चले अभियान में पुलिस ने युन्नान, गनसू और बीजिंग से 50 संदिग्धों को गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से 18 महिलाओं को मुक्त कराया।

सोमवार, 7 जनवरी 2013

बाड़मेर स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना में जमकर धांधली ...पैसो की बंदरबांट

स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना में जमकर धांधली ...पैसो की बंदरबांट



बाड़मेर नगर परिषद् बाड़मेर में स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना में चल रही धांधली की शिकायत ग्रुप फॉर पीपुल्स ने जिला कलेक्टर बाड़मेर को की .इस आशय प् ज्ञापन सोमवार को जिला कलेक्टर और अतिरिक्त जिला कलेक्टर को ग्रुप के रमेश सिंह इन्दा ,दिनेश विश्नोई ,अशोक सारला सहित कई कार्यकर्ताओ ने दिया .ज्ञापन में लिखा हें कि नगर परिषद् बाड़मेर द्वारा राज्य सरकार की महत्ती स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना में इसके प्रभारी अधिकारी भरी भरष्टाचार कर योजना को धरातल पर लाये बिना योजना का पैसा आपस में बाँट रहे हें ,गत पांच छह सालो से प्रभारी अधिकारी डी के सांखला की बालोतरा की स्वयं सेवी संस्था रेड्डी के साथ सेटिंग हो रखी हें ,इस योजना का समस्त कार्य इसी संस्था को दिया जाता हें ,इस बार भी यही होने जा रहा हें ,इस संस्था के खिलाफ पालिका की बर्ड बैठक में भरष्टाचार का मामला उठाया गया जिसमे काम किये बगैर भुगतान उठाने के गंभीर आरोप थे .बोर्ड में मामला उठाने पर इसकी जांच की गई जांच में आरोप सही पाए गए थे जिस पर इस संस्था को ब्लेक लिस्टेड करने के निर्देश दिए थे मगर अधिकारियो की मिलीभगत के कारण इस संस्था को ब्लेक लिस्टेड नहीं किया ,अलबता इस संस्था को इस बार फिर मिली भगत से डूडा की बैठक जो मंगलवार को होनी हें में प्रस्ताव पारित करने का आवेदन रखा जा रहा हें ,इस संस्था पर पूर्व में विभिन विभागों में भरष्टाचार के आरोप लगे हें ,डूडा के प्रभारी अधिकारी द्वारा नियमानुसार निविदा जारी कर संस्थाओ से प्रस्ताव मांगने की बजाये सीधे इसी संस्था को कोल के जरिये प्रस्ताव मांग डूडा की बैठक मेंजिला कलेक्टर से प्रस्ताव पारित करा लिए जाते हें .उन्होंने लिखा की इस अधिकारी की संस्था से मिलीभगत साफ़ दिखाती हें की इनके प्रभार में आने वाले जिलो का कम सीधे रेड्डी संस्था को दिए जा रहे हें ,ज्ञापन की प्रति मुख्यमंत्री को भेज पुरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग की हें

जैन संत मुनियों पर हमले की निंदा

जैन संत मुनियों पर हमले की निंदा
आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग 

बाड़मेर कांग्रेस की महिला नेत्री और वार्ड पार्षद श्रीमती उर्मिला जैन ने केन्द्रीय गृह मंत्री को ज्ञापन भेज गत दिनों गुजरात में जैन संत मुनियों पर हुए हमले के आरोपियों की गिरफ़्तारी और संत मुनियों की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने की मांग की .उन्होंने लिखा हें की गत दिनों गुजरात के गिरनार में जैन संत मुनियों पर असामाजिल तत्वों द्वारा जानलेवा हमला किया गया .हमले के आरोपी आज तक गिरफ्तार नहीं हुए .गिरनार में संत जैन मुनि प्रबल्सागर महाराजा पर असामाजिल तत्वों ने चाकू से वार कर जान लेवा हमला किया था .इस हमले की हम भत्सर्ना करते हे .हमारी आपसे मांग हें की जैन संत मुनियों को पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए ,ताकि उनके धार्मिक कार्यो में विघ्न ना पड़े .धार्मिक संतो पर हमले से विभिन समाजो में रोष व्याप्त हें ,गुजरात में घटित इस कृत्य के आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही ना होना निंदनीय हें ,


उन्होंने लिखा कि कि हमले के आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए तथा जैन संत मुनियों को सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए ,अहिंसा का प्रसार प्रचार करने वाले मुनिओ पर हमले निंदनीय कृत्य हें .बाड़मेर वासी इसकी भर्तसना करते हें .

बाड़मेर गेंग रेप मामले की चार्जशीट बाड़मेर पुलिस को वापस लोटाई अदालत ने

बाड़मेर गेंग रेप मामले की चार्जशीट बाड़मेर पुलिस को वापस लोटाई अदालत ने 
बाड़मेर बाड़मेर पुलिस द्वारा गेंग रेप प्रकरण में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायलय में पेश की चार्जशीट वापस यह कहते लौटा दी की इस तरह के प्रकरणों की सुनवाई विशेष अदालते सुनती हें .राजस्थान के बाड़मेर में नाबालिग गैग रैप मामले में बाड़मेर पुलिस जोचार्जसीट सात दिन मेंमुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट में दाखिल की थी इस मामले कोमुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेटकोर्टने वापस लोटा दिया क्यों की पुलिस ने इस मामले में जो स्पेशल धारा5(जी)/6 दी प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रोम सेक्सुअल ओफेन्सेज एक्ट 2012लगाई थी उसके सुनने के लिए वह सक्षम नहीं है अब पुलिस मगलवार को इसचार्जसीट को डीजे कोर्ट बालोतरा में दाखिल करेगे
बाड़मेर पुलिस ने पिछलेसप्ताह ही गैग रेप मामले में तीन आरोपियों को खिलाफ मगलवार दाखिल की थी
बाड़मेर पुलिस अधिशक राहुल बाहरठ ने बताया कि एक्ट को पिछले सालनवम्बर महिल की 8 तारीख को लागु किया गया था लेकिन इस धारा के मामले कीसुनवाई के लिए स्पेशल कोर्ट होते है लेकिन इस तरह के कोर्ट राजस्थान मेंएक या दो है पुलिस के अनुसार सर्कार ने इस तरह मामले की सुनवाई के लिए कुछ स्पेशल आदेश दे रखे है जिसमे अगर स्पेशल कोर्ट नहीं है तो मामले केसुनवाई उच्च कोर्ट में की जाएगी

बाड़मेर पुलिस अधिशक राहुल बाहरठ के अनुसार अब आदेश की प्रतिलिपि के साथही डीजे कोर्ट बालोतरा में चार्जसीट को पेश करेगे इस तरह मामलों कीसुनवाई के लिए सरकार की और स्पेशल कोर्ट के गठन की प्रक्रिया अभीराजस्थान में चल रही है अगर इस मामले को डीजे कोर्ट बालोतरा नहीं सुनाता है तो आगे हाई -कोर्ट भी जा सकते है

दरसल राजस्थान में इस एक्ट लागु होने के बाद पहली बार इस धारा उपयोगबाड़मेर पुलिस की और से किया गया था इस धारा में बाल यों अपराध के तहतआजीवन कारवास का प्रवाधान है लेकिन अब इस धारा के उपयोग के कारण उलझन में पड़ गया है--बाड़मेर पुलिस महकमा 

रिमोट से चलने वाली भारत की पहली BIKE, 44000 रुपये में देगी 80 का माइलेज

देश की नामी ऑटोमोबाइल कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा ने बाइक सेगमेंट में भी कदम रख दिया है। कंपनी ने 110 सीसी के सेगमेंट में 2 बाइक सेंटुरो और पेंट्रो को पेश किया। हीरो की पैसन प्रो और होंडा की युगा जैसी बाइकों को टक्कर देने के लिए लॉन्च की गई यह बाइक जल्द ही बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध होगी। महिंद्रा ने इन बाइकों हाई सिक्योरिटी मॉडल पर तैयार किया है।
रिमोट से चलने वाली भारत की पहली BIKE, 44000 रुपये में देगी 80 का माइलेज
दिलचस्प है कि रीमोट-की से चलने वाली यह भारत की पहली बाइक है। इन बाइकों में ओरिजनल चाबी की जगह डुप्लीकेट चाबी लगाने पर एक अलार्म बजने लगेगा। वहीं, कंपनी ने इसमें 96 बिट का सिक्योर एक्सेस भी दिया है। इतना ही नहीं, इन बाइकों में वाटर प्रूफ रिमोट कंट्रोल, एलईडी टॉर्च, फाइंड मी और इमोबिलाइजर सिस्टम भी मौजूद है। महिंद्रा की इन बाइकों में रिमोट-कंट्रोल चाबी में ही टॉर्च भी दिया गया है।

महिंद्रा ने पेंट्रो और सेंटुरो को डिजिटलाइज करने के लिए इसमें डिजिटल मीटर लगाया गया है। विकल्प के तौर पर कंपनी ने इसे टी1, टी2, टी3 और टी4 वैरिएंट के साथ सेल्फ और किक स्टार्ट में पेश किया है।

महिंद्रा ने वैसे तो अभी अपनी इन दोनों बाइकों की कीमत की घोषणा नहीं की है, लेकिन इसकी कीमत 44 हजार और 49 हजार के आस-पास रहने की बात की जा रही है। वहीं, माइलेज के मामले में इन बाइकों से 1 लीटर में 80 किमी का एवरेज मिल सकता है।

इन मॉडल का विकास महिंद्रा के पुणे स्थित शोध एवं विकास केंद्र में किया गया है। इनके लिए एमसीआई-5 इंजन का विनिर्माण कंपनी के मध्य प्रदेश स्थित पीथमपुर संयंत्र में किया गया है।

सहायक डिपो प्रबंधक रिश्वत लेते गिरफ्तार

सहायक डिपो प्रबंधक रिश्वत लेते गिरफ्तार

बीकानेर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के सहायक डिपो प्रबंधक सहित दो अधिकारियों को छह हजार रूपए की रिश्वत लेते सोमवार को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। ब्यूरो के पुलिस उपाधीक्षक नियाज मोहम्मद ने बताया कि नोखा तहसील के जयसिंहदेसर गांव के लेखराम और दो अन्य पीलीबंगा से अपने ट्रकों में गेंहू भरकर नोखा में स्थित एफसीआई के गोदाम लाए थे।

एफसीआई के सहायक डिपो प्रबंधक प्रभुदयाल मीणा ओर एक वरिष्ठ कर्मचारी अजित कुमार ने गेहूं को गीला बताते हुए जमा करने से इंकार कर दिया और इसकी एवज में उनसे दस हजार रूपए की रिश्वत मांग की।

इसकी शिकायत उन्होंने रविवार को बीकानेर में ब्यूरो की पुलिस चौकी में की। उन्होंने बताया कि इसकी रविवार को ही जांच कराई गई जिसमें दोनों आरोपियों के छह हजार रूपए पर सहमत होने की पुष्टि हो गई। तब ब्यूरो ने दोनों को नोखा में एफसीआई के गोदाम में रिश्वत के छह हजार रूपए लेतेे हुए रंगे हाथों धर दबोचा।