बीस लाख का डोडा-पोस्त बरामद मंडार (सिरोही)। मंडार थाने के समीप से जा रहे ट्रक को पकड़ कर पुलिस ने भारी मात्रा में डोडा-पास्त बरामद किया है। इसकी अनुमानित कीमत करीब बीस लाख रूपए आंकी गई है। पुलिस ने ट्रक चालक व खलासी को गिरफ्तार किया है। माल की खेप राजसमंद से सांचौर जा रही थी।डीएसपी भंवरसिंह भाटी के अनुसार थानाधिकारी बहादुरसिंह के नेतृत्व में नाकाबंदी के दौरान तिरपाल से ढंके ट्रक को रूकवाया गया, लेकिन चालक वाहन को भगा ले गया। इस पर एसआई केवलचंद, हैडकांस्टेबल ताराराम, किशनाराम, कांतिलाल, हीराराम, रमेशचन्द्र, झालाराम ने पीछा कर उसे पकड़ लिया। तलाशी लेने पर ट्रक में चालीस क्विंटल डोडा-पोस्त भरा मिला। माल के साथ राजसंमद जिलान्तर्गत कोठारिया निवासी चालक किशनलाल पुत्र जगरूपराम साल्वी व खमनौर उनवास निवासी खलासी गणपत उर्फ श्यामसुन्दर पुत्र मांगीलाल साल्वी को गिरफ्तार कर लिया। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि सांचौर क्षेत्र में डिलीवरी देनी थी।
स्कूल की हौद में मिला किशोरी का शव लाडनूं (नागौर)। जिले के गांव निम्बी जोधा में कोयल चौराहे के पास स्थित एक निजी स्कूल में गुरूवार को पानी के हौद में एक 14 वर्षीय किशोरी का शव तैरता मिला। पुलिस के अनुसार सालासर थाना इलाके के गांव मलसीसर निवासी 14 वर्षीय सबूरी पिछले दो साल से बुआ संतोष के पास निम्बी जोधा में रह रही थी।वह मकान के पास ही स्थित एक निजी स्कूल में सफाई एवं छोटा-मोटा काम करती थी। पुलिस एवं परिजनों के अनुसार सबूरी बुधवार अपराह्न तीन बजे स्कूल गई थी। काफी देर तक घर नहीं लौटने पर परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की तो स्कूल में हौद के बाहर सबूरी की चप्पल नजर आई। किशोरी के होद में डूबने की सूचना पर गुरूवार सुबह पुलिस मौके पर पहुंची। शव को हौद से बाहर निकलवाया। मृतका के दादा दुलाराम ने सबूरी की हत्या कर आत्महत्या का रूप देने का संदेह व्यक्त किया। पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाया है। मृतका के पिता मुंशीराम की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
उस्ताद सुल्तान खां को जोधपुर रत्न जोधपुर। सभी आंखें सजल थीं और पूरा पंडाल उस्ताद सुल्तान खां के सम्मान मेंं अपनी-अपनी सीटों से उठ खड़ा हुआ, जब सप्तसुर संस्थान व व्यास इंस्टीट्यूट की साझा मेजबानी में कुड़ी स्थित व्यास कैम्पस में आयोजित पद्म भूष्ाण उस्ताद सुल्तान खां संगीत महोत्सव के दौरान मुख्य अतिथि महापौर रामेश्वर दाधीच ने उस्ताद सुल्तान खां की सांगीतिक सेवाओं के लिए उन्हें मरणोपरांत जोधपुर रत्न प्रदान किया। महापौर ने सारंगीवादक उस्ताद सुल्तान खां की पत्नी बानो सुल्तान खां को शॉल ओढ़ाई। इस दौरान उस्ताद के परिवार को मंच पर बुलाया गया और सभी ने उन्हें नमन किया।निगम ने एक प्रस्ताव पारित कर उनका अभिनदंन करने की घोष्ाणा की थी, लेकिन उनके निधन के कारण यह कार्यक्रम नहीं हो सका। सप्तसुर संस्थान के अध्यक्ष ओम छंगाणी ने उन्हें संस्था की ओर से एक लाख की राशि प्रदान की। विशिष्ट अतिथि उप महापौर न्याज मोहम्मद ने नगर निगम की ओर से उस्ताद सुल्तान खां के घर के मार्ग का उन पर नामकरण करने की घोष्ाणा की। इससे पूर्व महापौर ने उन्हें एक महान फनकार बताते हुए गर्व किया कि इतने बड़े कलाकार का जोधपुर से संबंध रहा। कार्यक्रम की अध्यक्षता इंस्टीट्यूट के चेयरमैन मनीष्ा व्यास ने की। विशिष्ट अतिथि मेहरानगढ़ म्यूजियम ट्रस्ट के महानिदेशक डॉ.महेंद्रसिंह नगर ने उनकी सेवाओं को याद किया।इश्का-इश्का अल्लाहू...इश्का-इश्का अल्लाहू-अल्लाहू...,सास गारी देवे ...ससुराल गेंदा फूल,.. साजण ये मत जाणियो तुम बिछड़े मोहे चैन जैसे बन की लाकड़ी सुलगत हो दिन रैन...सूफी व फिल्मी नगमे अलग-अलग अंदाज में पेश कर मशहूर पाश्र्व गायिका रेखा भारद्वाज ने झूमतेे हुए गाया तो श्रोता भी झूम उठे। प्रसिद्ध संगीत निर्देशक -गायक विशाल भारद्वाज को.. पानी-पानी रे...गीत प्रस्तुत कि या तो रसिक श्रोताओं की खूब दाद मिली। वहीं उस्ताद फजल कुरैशी ने साबिर खां व दिलशाद खां के गायन के संग शानदार तबलावादन पेश किया।इस मौके साबिर ने अपनी कम्पोजिशन..किस पल को मैं जी रहा हूं..पेश कर धूम मचाई। फजल कुरैशी, दिलशाद खां व साबिर खां ने राग मारवा से कार्यक्रम की शुरूआत की। कार्यक्रम में ड्रम पर दर्शन दोशी, गिटार पर मयूख सरकार-विनी, जेम्बो पर भीमराव, बेस पर रूशाद मिस्त्री व की-बोर्ड पर अतुल निंगा ने संगत की। सात दिवसीय उस्ताद सुल्तान खां संगीत महोत्सव का समापन हो गया।
बिना वीजा सैकड़ों पाक विस्थापित जोधपुर में जोधपुर। एक तरफ जहां सरकार के साथ-साथ पुलिस व अन्य सुरक्षा एजेंसियां आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक पुख्ता करने में लगी हैं, वहीं दूसरी तरफ पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से सैकड़ों की तादाद में विस्थापित अवैध रूप से जोधपुर व अन्य स्थानों पर प्रवेश कर रहे हैं। इस बार हरियाणा के ऎलानाबाद से आए इन विस्थापितों के पास न तो जोधपुर का वीजा है और न ही इन्होंने एफआरओ में आमद करवाई है। यह विस्थापित वर्तमान में बनाड़ रोड, चौहाबो व डाली बाई मंदिर के पास अवैध घुसपैठ कर रह रहे हैं। सीआईडी सूत्रों के अनुसार ऎलनाबाद में ईट भट्टों पर कार्य करने के लिए श्रमिकों की आवश्यकता रहती है। वहां कार्य के लिए कुछ वर्ष पूर्व पाक से सैकड़ों विस्थापित ऎलनाबाद आए और भट्टों पर कार्य करने लगे। वहां से पाक विस्थापितों को एक एनजीओ ने नागरिकता दिलाने के बहाने जोधपुर बुला लिया। एक-दो दिन पूर्व ट्रकों में भरकर साढ़े चार सौ विस्थापित पहुंच भी गए, लेकिन इनके पास न तो वीजा है और न ही इन्होंने फॉरेनर रजिस्ट्रेशन ऑफिस (एफआरओ) जाकर आमद करवाने की आवश्यकता समझी। वर्तमान में करीब चालीस-पचास परिवार बनाड़ रोड पर निजी अस्पताल के पास पहले से रह रहे विस्थापितों के यहां रह रहे हैं। जबकि कई परिवार डाली मंदिर के पास कुछ महीने पूर्व आए विस्थापित व कुछ परिवार चौहाबो चले गए।नागरिकता दिलाने का आश्वासनसीआईडी सूत्रों के मुताबिक ऎलानाबाद से इन पाक विस्थापितों को नागरिकता दिलाने का आश्वासन देकर यहां बुलाया गया है। साथ ही अन्य प्रलोभन भी दिए गए।इनका कहना हैये लोग हरियाणा से आए हैं, न कि पाकिस्तान से। - हिंदूसिंह सोढ़ासीमांत लोक संगठन
बाल विवाह रूकवाने कलक्ट्रेट पहुंची मां-बेटी जोधपुर। "मेरे पैदा होते ही पिता ने मुझे और मां को घर से निकाल दिया। अब इतने सालों बाद वे मुझे लेने आए हैं और किसी नि:शक्त और उम्र में कई साल बड़े व्यक्ति से जबरन शादी कराना चाहते हैं। अब मैं अपनी मां की मर्जी के बिना कहीं शादी नहीं करूंगी।" यह कहकर 12 वर्ष की समा अपनी मां सीता देवी से लिपट कर सुबक पड़ी। मां सीता देवी अपनी फरियाद लेकर यहां कलक्टे्रट आई थी। एडीएम ब्रजेश चंदेलिया ने इस मामले में लूणी थाने को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।गुढ़ा विश्नोई निवासी सीता देवी बताती हैं कि उसके पति लूणी निवासी पपाराम ने बेटी जन्म के बाद ही उसे और बेटी को लेकर पीहर भेज दिया। तब से आज तक उसने ही मेहनत मजदूरी कर बच्चों का भरण पोषण किया है। जब बेटी 12 साल की हुई तो अब उसका पति और भाई दोनों मिलकर बेटी की शादी जबरदस्ती कहीं और कर देना चाहते हैं। मैंने इसका विरोध किया तो मुझे धमका रहे हैं।मां और बेटी दोनों को ही आंखों से कम दिखता है। दोनों को विश्नोई टाइगर फोर्स के महासचिव रामनिवास बुधनगर गुरूवार को कलक्ट्रेट लेकर आए। वहां उन्होंने अतिरिक्त जिला कलक्टर ब्रजेश चंदेलिया को अपनी पीड़ा सुनाई। पूरी बात सुनने के बाद एडीएम ने दोनों को सुरक्षा मुहैया करवाने के लिए लूणी एसएचओ को पाबंद किया।देंगे सुरक्षामुझे दोपहर को इस मामले के बारे में जानकारी मिली। अब इस मामले में हम लड़की के पिता को सख्त हिदायत देंगे कि लड़की का बालविवाह नहीं कराया जाए और लड़की व उसकी मां को सुरक्षा भी दी जाएगी।नितिन दवे, थानाधिकारी, लूणी
बीकानेर केन्द्रीय विद्यालय में वार्षिक खेलकूद बीकानेर/ 6 दिसम्बर/ स्थानीय केंद्रीय विद्यालय, क्रमांक-1, सागर रोड़ के वार्षिक खेल-कूद दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए सेंट विवेकानंद सीनियर सैकेंडरी स्कूल की प्राचार्य श्रीमती विधि गुप्ता ने कहा कि विद्यार्थियों के लिए अच्छी शिक्षा के साथ-साथ पाठ्यसहगामी गतिविधियों के अंतर्गत खेल-कूद का महत्त्व निर्विवादित रूप से स्वीकार्य है क्योंकि यह व्यक्ति के संपूर्ण विकास हेत यह अनिवार्य है। उन्होंने केंद्रीय विद्यालय संगठन की गतिविधियों के अंतर्गत प्रतिवर्ष खेल-कूद दिवस मनाये जाने एवं संगठन द्वारा आयोजित संभागीय व राष्ट्रीय खेल-कूद आयोजनों की भी मुक्त कंठ से सराहना करते हुए कहा कि इन में अधिकाधिक विद्यार्थियों को भाग लेना चाहिए। कार्यक्रम में वार्षिक प्रतिवेदन विद्यालय के खेल शिक्षक ए. आर. तंवर ने रखी तथा ध्वजारोहन के साथ विभिन्न प्रतियोगिताएं सम्पन्न हूई। कार्यक्रम में विधि गुप्ता, मुख्य अतिथि सेवानिवृत उपप्राचार्य सी. एल. दर्जी, विशेष सान्निध्य पूर्व संगीत शिक्षक एल. एन. सोनी एवं विद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य आलोक चतुर्वेदी ने राष्ट्रीय खेल कूद प्रतियोगिताओं के विजेताओं के स्मृति चिह्न तथा खेलकूद दिवस के अवसर पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताएं के विजेताओं को मेडल एवं प्रमाण-पत्र प्रदान किए। वर्ष भर के खेलकूद आयोजनों में शिवाजी सदन की महत्त्वपूर्ण भूमिका के लिए प्रथम स्थान शिवाजी सदन को शील्ड प्रदान की गई। कार्यक्रम का संचान डॉ. एन. के. दइया ने किया।
उदयपुर/भिवंडी। प्रेमिका से पत्नी बनी 22 साल की स्वाती को किसी ओर के साथ सेक्स करते देख आग बबुला हुआ राजस्थान का एक युवक राजू श्रीमाली से हत्यारा राजू बन गया। घटना महाराष्ट्र के भिवंडी इलाके की है। किराए के मकान में दो दिन पहले पत्नी की हत्या कर राजू अपने पैतृक गांव उदयपुर के खेताखेड़ा कानोड़ भाग आया लेकिन,यहां पहुंच राजू पश्चाताप के आंसू रोक नहीं पाया और हाथीपोल थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। राजस्थान पुलिस की सूचना पर महाराष्ट्र पुलिस ने वारदात की पुष्टि की और एक टीम आरोपी की गिरफ्तारी के लिए उदयपुर रवाना कर दी। जानकारी के अनुसार उदयपुर के कानोड़ के मूल निवासी राजू(30) ने कुछ समय पहले ही स्वाति गोस्वामी(20) से शादी की थी। राजू महाराष्ट्र में करीब 7 साल से रहा रहा था और वहीं पर उसकी पहचान स्वाती से हुई। तलाकशुदा स्वाति से पहचान जल्द ही प्रेम और फिर विवाह में बदल गई। लेकिन प्रेम विवाह के कुछ दिन बाद ही "पति,पत्नी और वो" के चलते दोनों के बीच शक पनपने लगा। और इसका अन्त स्वाति की मौत के साथ हुआ।
"खट्टे अंगूरों" की कहानी पर हंगामा नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने गुरूवार को राज्यसभा में मल्टीब्रांड रिटेल में एफडीआई पर चर्चा के दौरान जब "अंगूर खट्टे" है की कहानी सुनाई तो इस पर काफी हंगामा खड़ा हो गया। मायावती की इस कहानी के समर्थन में संसदीय कार्यमंत्री कमलनाथ आगे आए तो भाजपा के सांसदों ने उन पर तीखा वार किया और दोनों के बीच मिलीभगत का आरोप भी लगाया। मायावती ने लोकसभा में विपक्ष की नेता की इस बात के लिए कड़ी निंदा की कि उन्होंने बुधवार को लोकसभा में एफडीआई के मुद्दे पर बसपा के बहिर्गमन को "सीबीआई" के दबाव से जोड़ दिया।
उन्होंने सुषमा स्वराज का नाम न लेते हुए उनके बयान की भाषा की तीखी आलोचना की और इस संबंध में "अंगूर खट्टे हैं" की कहानी सुनाई जिस पर भाजपा के सांसदों ने कड़ी आपत्ति दर्ज की। भाजपा की नज्मा हेपतुल्ला, रविशंकर प्रसाद तथा विनय कटियार जैसे नेताओं का कहना था कि इस सदन में दूसरे सदन के नेता का नाम नहीं लिया जा सकता। बसपा के सांसदों ने पलटवार करते हुए कहा कि सुषमा स्वराज को भी बुधवार को अपने सदन में दूसरे सदन की मायावती का जिक्र नहीं करना चाहिए था।इस पर सभापति डा. हामिद अंसारी ने कहा कि सदन में असंसदीय भाषा का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता, तब संसदीय कार्यमंत्री कमलनाथ अपनी सीट से खडे होकर कहने लगे सदन में यह कहानी पहले भी कई बार सुनाई जाती रही है। इसमें कुछ भी असंसदीय नहीं है। तब भाजपा के सांसदों ने कहा कि सरकार और बसपा आपस में मिली हुई हैं। इसके बाद मायावती लोकसभा में स्वराज का नाम लेते हुए उनका बयान पढ़ने लगी, तब भाजपा के सांसद और भड़क गए। यह देखते हुए डा. अंसारी ने सदन की कार्यवाही संबंधी नियमों की पुस्तक मंगा कर एक नियम का उल्लेख किया जिसके तहत एक सदन की कार्यवाही का उल्लेख दूसरे सदन में नहीं किया जा सकता। इसके बाद मायावती चुप होकर बैठ गई।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की एक आतंकवाद निरोधी अदालत ने व्यवस्था दी है कि बेनजीर भुंट्टो हत्याकांड की जांच के नतीजों को सार्वजनिक करने से पहले सरकार को किसी प्राधिकरण की इजाजत लेने की जरूरत नहीं है।
रावलपिंडी की आतंकवाद निरोधी अदालत ने बुधवार को विशेष सरकारी वकील चौधरी जुल्फीकार अली की याचिका पर यह फैसला सुनाया। याचिका में न्यायाधीश हबीब उर रहमान से मामले की जांच और मुकदमे की कार्यवाही को सार्वजनिक करने की इजाजत मांगी गई थी। न्यायाधीश ने कहा कि सरकार भुट्टो की हत्या के आरोपियों के खिलाफ न्यायिक कार्यवाही को सार्वजनिक कर सकती है। पूर्व प्रधानमंत्री भुंट्टो की हत्या के आरोप में पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है। सुरक्षा कारणों के चलते इन पर मुकदमा रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद कमरे में चलाया जा रहा है।
लंदन में स्वनिर्वासन में रह रहे पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को इस मामले में अदालत ने भगोड़ा घोषित किया हुआ है। मुशरर्फ पर रावलपिंडी में आयोजित एक चुनावी रैली के दौरान भुंट्टो को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप है। वर्ष 2007 में भुंट्टो की एक आत्मघाती हमले में मौत हो गई थी।
इस सप्ताह की शुरुआत में पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने भी कहा था कि भुंट्टो हत्याकांड की जांच के नतीजों को सार्वजनिक करने के लिए सरकार अदालत से इजाजत मांगेगी। समझा जा रहा है कि सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी [पीपीपी] हत्याकांड से जुड़ी जानकारी को भुंट्टो की पुण्यतिथि यानी 27 दिसंबर को जारी करेगी।
मास्को। रूस में साढे चार सौ से ज्यादा बच्चों का यौन शोषण करने के आरोप में एक पुरुष नर्स को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने बताया कि दिमित्री जिडकोव को एक 10 वर्षीय बच्ची के साथ यौन शोषण करने के शक में हिरासत में लिया गया था। जब पुलिस छानबीन करने उसके घर पहुंची तो पाया कि उसके कंप्यूटर में 450 से ज्यादा बच्चों के बारे में जानकारी थी। माना जा रहा है कि जिडकोव ने इन बच्चों का यौन शोषण किया है। जांच टीम में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने अपराध की आंशिक स्वीकारोक्ति कर ली। कोर्ट से आरोपी को रिमांड पर लेने के बाद पुलिस उससे लगातार पूछताछ कर रही है।
यातायात व्यवस्था सुदृढ बनाये रखने के लिए पुलिस तत्पर
जैसलमेर शहर जैसलमेर में यातायात व्यवस्था सुदृढ बनाये रखने के लिए ममता राहुल, पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर के निर्देशानुसार आज दिनांक 06.12.2012 को शायरसिंह वृताधिकारी वृत जैसलमेर के नेतृत्व में लालाराम उनि प्रभारी यातायात शाखा मय नेहचलाराम सउनि, हैड कानि0 निश्चल कुमार के द्वारा शहर जैसलमेर के हनुमान चौराहा, जवाहर चिकित्सालय, कलक्ट्रेट एवं शहर की मैन रोडो पर बे तरतीब एवं पार्किग स्थलो के बिना खडे वाहनो के विरूद्ध कार्यवाही की गई। यातायात पुलिस द्वारा जवाहर चिकित्सालय एवं सागरमल गोपा स्कुल के सामने बिना पार्किग स्थल खडे ग्रामीण आचलो से आये टेम्पा, बोलेरो केम्पर एवं अन्य वाहनो के विरूद्ध एमवी के तहत कार्यवाही की गई। इसके अलावा वृताधिकारी के नेतृत्व में अवर लोडिंग वाहनो एव क्षमता से अधिक सवारी भरने वाले के वाहनो के विरूद्ध भी एमवी एक्ट के तहत कार्यवाही की गई। शायरसिंह वृताधिकारी के नेतृत्व में आज शहर में लगभग 35 वाहनो के विरूद्ध एमवी एक्ट के तहत कार्यवाही की गई। पुलिस द्वारा शहर में यातायात व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुख्ता इंतजाम भी किये गये है।
इसके अलावा ममता राहुल, पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर द्वारा शहरवासियों को अपील भी कि गई कि वह शहर में यातायात व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस का हरसम्भव सहयोग करे। समस्त वाहन चालक अपने वाहनो को सही पार्किग स्थलो पर खडे करे। जिससे यातायात व्यवस्था सही तरीके से बनी रहे।
इंग्लैण्ड के कप्तान कुक ने रचा इतिहास कोलकाता। कोलकाता टेस्ट पर इंग्लैण्ड की पकड़ मजबूत होती जा रही है। इंग्लैण्ड ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक एक विकेट के नुकसान पर 216 रन बनाए। भारत के स्कोर की बराबरी के लिए इंग्लैण्ड को सिर्फ 101 रन की दरकार है। इंग्लैण्ड के हाथ में अभी 9 विकेट बाकी है। कप्तान एलिस्टर कुक 136 और ट्राट 21 रन बनाकर नाबाद हैं। भारत को एक मात्र सफलता प्रज्ञान ओझा ने दिलाई। उन्होंने क्राम्पटन का विकेट चटकाया। वह 137 गेंद में 6 चौके और एक छक्के की मदद से 57 रन बनाकर आउट हुए। क्राम्पटन और कुक के बीच 165 रन की साझेदारी हुई। टेस्ट क्रिकेट का 23 वां शतक27 साल के कुक ने शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए 23 वां टेस्ट शतक लगाया। अभी तक कोई भी इंग्लिश बल्लेबाज इतने टेस्ट शतक नहीं लगा पाया है। इसके अलावा कुक ने एक और रिकॉर्ड बनाया। बतौर कप्तान कुक ने पांच टेस्ट मैच में पांच शतक लगाए। ऎसा करने वाले वह एकमात्र बल्लेबाज हैं। कुक ने 7 हजार रन भी पूरे कर लिए। 27 साल की उम्र में इतने रन बनाने वाले वह पहले बल्लेबाज हैं। इस सीरीज में कुक ने लगातार तीसरा शतक लगाया। कुक ने पांच घंटे की बल्लेबाजी की। उन्होंने एक छक्का और 19 चौके लगाए। पुजारा का कैच छोड़ना पड़ा भारीकुक जब 17 के स्कोर पर खेल रहे थे तब जहीर खान की गेंद पर चेतेश्वर पुजारा ने कैच छोड़ दिया। यह कैच टीम इण्डिया के लिए भारी साबित हुआ। इसके बाद इंग्लैण्ड हावी हो गया और भारत कमबैक नहीं कर पाया। जहीर,ईशांत,अश्विन विकेट को तरसेभारतीय गेंदबाज एक विकेट के लिए तरस गए। कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने चार गेंदबाज आजमाए। जहीर खान ने 16 ओवर में 48 रन दिए लेकिन कोई विकेट नहीं मिला। ईशांत शर्मा भी विकेट लेने में नाकामयाब रहे। उन्होंने 15 ओवर में 35 रन दिए। आर अश्विन ने 23 ओवर में 68 रन लुटाए। प्रज्ञान ओझा एक मात्र विकेट लेने में कामयाब रहे। ओझा ने 19 ओवर में 65 रन देकर एक विकेट लिया। धोनी ने लगाई शानदार फिफ्टी टीम इण्डिया की पहली पारी 316 रन पर सिमट गई। भारत ने पहले दिन का खेल खत्म होने तक सात विकेट पर 273 रन बनाए थे। इंग्लैण्ड की ओर से एंडरसन ने तीन,मोंटी पनेसर ने चार और स्वान और फिन ने एक-एक विकेट लिया। बुधवार को नाबाद लौटे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और जहीर खान ने दिन के खेल की शुरूआत की। जहीर को छह रन के निजी योग पर पनेसर की गेंद पर अम्पायर ने एलबीडब्ल्यू करार दिया। इसके बाद आए ईशांत शर्मा भी अधिक देर तक क्रीज पर नहीं टिक सके। वह बिना खाता खोले चलते बने। ईशान्त को पनेसर ने बोल्ड किया। धोनी 52 रन बनाकर आउट हुए। उन्हें तेज गेंदबाज स्टीवन फिन की गेंद पर ग्रैम स्वान ने कैच किया। धोनी ने 114 गेंदों में 5 चौके और 2 छक्के लगाए। प्रज्ञान ओझा खाता खोले बगैर नाबाद लौटे। पहले दिन सिर्फ सचिन तेंदुलकर और गौतम गंभीर का बल्ला चला। सचिन ने 11 पारियों के बाद फिफ्टी लगाई। वह 76 रन बनाकर आउट हुए। गौतम गंभीर ने 12 चौकों के साथ 60 रन बनाए। विराट कोहली एक बार फिर फ्लॉप साबित हुए। युवराज सिंह ने 54 गेंद में एक चौके की मदद से 32,आर अश्विन ने 43 गेंद में 2 चौकों की मदद से 21 रन बनाए।
सद्बुद्धि यज्ञ में दी आहूतियां, नेक परिणाम की कामना
- परामर्शदाताओं का धरना चौथे दिन भी जारी
- जलभवन में धरना स्थल पर गांधीगिरी े बाद अब धार्मिक अनुठान का सहारा
जयपुर। सम्प्रेषण एवं क्षमता संवर्द्धन इकाई (सीसीडीयू) परामर्शदाताओं े धरने में गुरूवार को धार्मिक अनुष्ठान का सहारा लिया गया। परामर्शदाताओं ने सद्बुद्धि यज्ञ से सकारात्मक परिणाम की कामना की। इसे साथ-साथ धरना भी जारी रहा। ये परामर्शदाता राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम (एनआरडीडबल्यूपी) े तहत सभी जिला मुख्यालयों पर लगे हुए हैं और अनुबंध बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। यह धरना जल भवन स्थित जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग े मुख्य अभियंता (ग्रामीण) कार्यालय े समक्ष चल रहा है और मांगे माने जाने तक धरना जारी रहेगा। यज्ञ े साथ ही परामर्शदाताओं ने मुख्य अभियंता ग्रामीण उमेश धींगड़ा को भी प्रसाद देकर मांगे मान लेने े लिए कहा।
अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकीकृत) े प्रदेशाध्यक्ष महेन्द्र सिंह ने बताया कि चार दिन से लगातार धरने े बावजूद अधिकारी सुनवाई नहंी कर रहे। आंदोलन शांतिपूर्वक ढंग से चल रहा है और इसी े तहत यज्ञ का आयोजन किया गया है। इस यज्ञ में सभी जिलों से आए परामर्शदाताओं ने गायत्री मंत्र एवं नारों े साथ आहूतियां दी। गणेश वंदना े साथ- साथ ज्ञान की देवी मां सरस्वती, धन की देवी लक्ष्मी और समरसता की देवी गायत्री े मंत्रोचार से जल भवन गूंज उठा। धरने की सूचना मुख्य सचिव को भी फैक्स े जरिए दे दी गई है। प्रदेशाध्यक्ष ने बताया कि ेन्द्र सरकार की ओर से चल रहे राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम (एनआरडीडबल्यूपी) े तहत इन परामर्शदाताओं की नियुक्ति जून 2011 में की गई थी। एक वर्ष पूरा होने े बाद उनका तीन माह तक अनुबंध बढ़ा दिया गया, परन्तु सितम्बर माह े बाद उनका अनुबंध अभी तक नहीं बढ़ाया गया है। इससे राज्य भर े परामर्शदाता परेशान हैं और उने समक्ष रोजीरोटी का भी संकट खड़ा हो गया है। प्रत्येक जिला मुख्यालय पर चार जिला स्तरीय परामर्शदाता हैं, जिनका पिछले तीन माह से अनुबंध अवधि नहीं बढ़ने से सभी े परिवारों पर रोजगार एवं रोजीरोटी का संकट खड़ा हो गया है। जिला परामर्शदाताओं का अनबंघ नहीं बढ़ने से सभी जिलों का कार्य प्रभावित हो रहा है। प्रदेशाध्यक्ष महेन्द्र सिंह े मुताबिक परामर्शदाताओं े इस धरने का महासंघ पूर्णरूप से समर्थन करता है। सीसीडीयू े तहत नियुक्त किए गए राज्य स्तरीय परामर्शदाता एवं जिला स्तरीय परामर्शदाताओं की नियुक्ति में अलग-अलग नियम बरते जा रहे हैं। राज्य स्तरीय परामर्शदाताओं का अनुबंध विभाग े मार्त नियमित रूप से बढ़ रहा है, परन्तु जिला स्तरीय परामर्शदाताओं े अनुबंध अवधि को नहीं बढ़ाया जा रहा है। एनआरडीडबल्यूपी े तहत जून 2012 में जिला स्तरीय परामर्शदाताओं की नियुक्ति े पश्चात ऐसा कार्य हुआ कि राजस्थान प्रदेश प्रथम स्थान पर काबिज हुआ। एक वर्ष पश्चात परामर्शदाताओं की अनुबंध अवधि नहीं बढ़ने से योजना में गिरावट आई है और राजस्थान वर्तमान में छठे पायदान पर आ चुका है। ेन्द्र सरकार े निदेर्शानुसार एनआरडीडबल्यूपी े तहत स्पोर्ट एक्टीविटी े लिए एसएलएससी अर्थात स्टेट लेवल सेक्शन कोमिटी अधिकृत है। एसएलएससी की बैठक मार्च 2012 में हुई, इसमें समस्त परामर्शदाताओं े पद मार्च 2013 तक स्वीकृत किए जा चुे हैं तथा बजट भी ेन्द्र सरकार की ओर से राज्य सरकार को भिजवाया जा चुका है। परन्तु अनुबंध अवधि नहीं बढ़ने से इस बजट से कार्य भी नहीं हो रहे।
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जज के हत्यारे पुलिस वाले को 21 साल कैद रियो द जेनेरियो। ब्राजील में न्यायाधीश की हत्या के जुर्म में पुलिसकर्मी को 21 साल कैद की सजा सुनाई गई। न्यायाधीश रियो द जेनेरियो में भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों के एक समूह की जांच में संलग्न थीं।12 अगस्त 2011 न्यायाधीश जज पैटरिशिया लॉरिवल अकिओली हत्याकांड के दोषी सरजियो कोस्टा जूनियर को मंगलवार को 18 साल की कैद के साथ अपराधिक गतिविधियों में संलिप्त होने के कारण 3 साल अतिरिक्त कैद की सजा सुनाई गई।दोषी द्वारा अपना अपराध कबूल करने और 10 अन्य आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच में सहयोग करने का वादा करने के बाद सजा में कमी की गई है।
गाँवो में पहुंचा राजस्थानी रो हेल्लो
विशाला में राजस्थानी रो हेल्लो जनजागरण और पोस्टकार्ड अभियान आयोजित
राजस्थानी में हो शुरुआती प्राथमिक शिक्षा
.बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर और राजस्थानी मोटियार परिषद् के तत्वाधान में राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता देने के लिए चलाये जा रहे राजस्थानी रो हेल्लो जनजागरण कार्यक्रम के तहत गुरूवार को विशाला के राजकीय माध्यमिक विद्यालय में कार्यक्रम किया ,गया कार्यक्रम में ग्रामीणों में सेकड़ो की में प्रधानमंत्री ,सांसद और गृह मंत्री को पोस्टकार्ड लिखे ,संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया की राजस्थान की स्कूलों में प्राथमिक स्तर पर राजस्थानी भाषा को पाठ्यक्रम में शामिल करने विषय पर सम्मलेन आयोजित किया गया जिसमे विशाला सरपंच बलवंत सिंह भाटी ने कहा कि अनिवार्य शिक्षा कानून में कहा गया है कि प्राथमिक कक्षाओं में बच्चों को मातृभाषा में ही पढ़ाना होगा। इससे प्रदेश के भाषाविदों में नई बहस छिड़ गई है।
उन्होंनेबताया - राज्य के 90 लाख बच्चों की शुरुआती पढ़ाई राजस्थानी भाषा में ही होनी चाहिए। वक्ताओं ने कहा- बच्चों को समझाने के लिए मातृभाषा सहज माध्यम होती है। मुद्दा यह भी उठा कि जिस मातृभाषा में पढ़ाई की बात हो रही है उसे मान्यता क्यों नहीं है? कवि कन्हैयालाल सेठिया की ये पंक्तियां आज सही मालूम होती है-
खाली धड़ री कद हुवै, चेहरे बिन पिछाण, राजस्थानी रै बिनां,क्यां रो राजस्थान।
यानी राजस्थानी भाषा के बिना कैसा राजस्थान
विशाला में आयोजित जनजागरण अभियान को संबोधित करते हुए रिखब दास सोनी ने कहा की
ने बताया की बच्चों को सबसे पहले वही भाषा सिखानी चाहिए जिसके वह सबसे नजदीक हो। शुरुआती शिक्षा राजस्थानी में देने में कोई हर्ज नहीं है और इसके लिए मान्यता की भी जरूरत नहीं है। विद्वानों का तर्क था कि प्रदेश में तीन विश्वविद्यालयों में राजस्थानी भाषा पढ़ाई जाती है और आरपीएससी इस भाषा के व्याख्याताओं की भर्तियां करता है फिर स्कूल में यह क्यों नहीं शुरू हो सकती।
नगर अध्यक्ष रमेश सिंह इन्दा ने कहा कि राजस्थानियों के लिए मायड़ भाषा, भावनाओं को समझने का सबसे सशक्त माध्यम है। जोधपुर में लोगों का मत था कि राजस्थानी को संवैधानिक मान्यता मिलनी ही चाहिए। मातृभाषा में शुरुआती पढ़ाई के साथ ही राजस्थानी, हिन्दी और अंग्रेजी की त्रिस्तरीय शिक्षण व्यवस्था को भी लागू करने की जरूरत है।अनिवार्य शिक्षा कानून के अनुच्छेद 29 के प्रावधान को लागू करने से पहले खासकर राजस्थान के संदर्भ में ंमातृभाषाा शब्द की समुचित व्याख्या आवश्यक है। अजमेर के साहित्यकारों ने अनिवार्य शिक्षा कानून के तहत राज्य में प्राथमिक स्तर पर राजस्थानी में ही शिक्षा देने पर बल दिया है।
मोटियार परिषद् के जिला सह संयोजक दिग्विजय सिंह चुली ने कहा की अनिवार्य शिक्षा और प्राथमिक शिक्षा मातृभाषा में देने संबंधी विधेयक के अनुच्छेद 29 की पूरी तरह पालना हो। उन्होंने कहा कि मातृभाषा वह है जिसमें दूध पीता बच्चा अपनी मां के साथ संवाद करता है। उन्होंने कहा कि राज्य के 90 लाख बच्चे प्राथमिक स्तर पर राजस्थानी में पढ़ने के अधिकार से वंचित किए जाने के कारण ही आधी से ज्यादा संख्या में निरक्षर हैं। अनुच्छेद में यह कहीं नहीं लिखा है कि प्राथमिक शिक्षा के लिए मातृ भाषा का संवैधानिक अनुसूची में होना जरूरी है।
समिति के सचिव खेत दान चारण कहा है कि शिक्षा का माध्यम प्रारंभिक स्तर से ही मातृभाषा का हो, हमारी मातृभाषा राजस्थानी है जो दुनिया की सर्वाधिक समृद्ध भाषओं में से एक है। यदि शिक्षामंत्री यह कहते हैं कि फिलहाल मातृभाषा हिंदी है तो उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि मां और मातृभाषा स्थायी होती है, यहां कोई ईफिलहालल का प्रावधान नहीं होता।
वोट मायड़ भाषा में तो अधिकार क्यों नहीं
दीपक जोशी कहा की मातृभाषा बच्च मां की कोख से सीखकर आता है और उसी भाषा में वह चीजों को बेहतर तरीके से जान-समझ सकता है। ऐसे में राजस्थान के बच्चों की प्राथमिक शिक्षा का माध्यम मायड़ भाषा राजस्थानी ही होना चाहिए।इस अवसर पर विद्यालय प्राचार्य ,सहित बड़ी तादाद में ग्रामीण ,विद्यालय स्टाफ उपास्थित ,था ग्रामीणों ने छात्रो के साथ मिल कर सेकड़ो की तादाद में राजस्थानी भाषा को मान्यता देने के लिए प्रधान मंत्री ,सांसद ,और गृह मंत्री को पोस्टकार्ड लिखे ,
इस अवसर पर दीपक जोशी ,रिखबदास सोनी ,पिताम्बरदास सोनी ,जीतेन्द्र सोलंकी ,हेम सिंह भाटी ,दिनेश कुमार ,अमराराम ,बाबूलाल ,जीतेन्द्र खत्री ,प्रतापराम ,सवाई राम ,सहित कर जने उपस्थित थे ,