मंगलवार, 4 दिसंबर 2012

जैसलमेर प्रशासन समाचार डायरी ..आज की खबरें


जैसलमेर प्रशासन समाचार डायरी ..आज की खबरें 


खान सचिव सुधांश पंत बुध-गुरु को जैसलमेर दौरे पर
जैसलमेर, 4 दिसंबर/खान एवं पेट्रोलियम सचिव सुधांश पंत बुधवार को दो दिवसीय दौरे पर जैसलमेर आएंगे। जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने बताया कि खान सचिव सुधांश पंतदिसंबर बुधवार को अपराह्न बजे जैसलमेर जिला कलक्ट्री सभा कक्ष में अधिकारियों की बैठक लेंगे। अगले दिन दिसंबर गुरुवार को खान सचिव पोकरण में प्रशासन शहरों के संग अभियान के शिविर का अवलोकन करेेंगे।
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मदरसा शिक्षा सहयोगियों को मिलेगा बकाया मानदेय
जैसलमेर,4 दिसम्बर /जैसलमेर जिले के सभी पंजीकृत मदरसा शिक्षा सहयोगियों को बकाया मानदेय दिया जायेगा। 
जिला अल्प संख्यक कल्याण अधिकारी ने मदरसा बोर्ड से प्राप्त जानकारी के आधार पर बताया कि इसके लिए शिक्षा सहयोगियों से कहा गया है कि वे अपनी मासिक कार्य सत्यापन रिपोर्ट जिसमें सदरसचिव का प्रमाण पत्रउपस्थिति आदि संलग्न हो,जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कार्यालय में जमा करवाकर अपनी बकाया मानदेय की स्पष्ट स्थिति के बारे में अवगत करावायें।  जिन मदरसा शिक्षा सहयोगियों का मानदेय बकाया है उनसे कहा गया है कि वे अतिशीघ्र अपनी डीसी के साथ इस कार्यालय में स्वंय अपनी उपस्थिति दें।
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                           विश्व विकलांगता दिवस मनाया गया
जैसलमेर, 4 दिसंबर/जिले के विशेष योग्यजन बालक-बालिकाओं को मुख्य धारा में समयोजनसमाज में इनके प्रति सकारात्मक सोच का निर्माणभेदभाव रोकन एवं इनके अधिकारों एवं क्षमताओं के बारे में जागरूकता उत्पन्न करने के उद्देश्य से सर्व शिक्षा अभियानसामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग एवं श्योर संस्था जैसलमेर के संयुक्त तत्वावधान में राप्रावि गांधी कॉलोनी परिसर में विश्व विकलांगता दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि युआईटी अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर थे जबकि विशिष्ट अतिथि नगर परिषद् अध्यक्ष अशोक तंवरसमाजसेवी श्रीमती प्रेमलता चौहानपूर्व संयुक्त निदेशक माध्यमिक शिक्षा बालकिशन जोशीवरिष्ठ साहित्यकार एवं जाने-माने चिंतक दीनदयाल ओझा थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता उपखण्ड अधिकारी जैसलमेर  रमेश चन्द्र जैन्थ ने की।
प्रारम्भ में सर्व शिक्षा अभियान के कार्यक्रम प्रभारी बंशीधर पुरोहित ने आगन्तुकों का स्वागत किया। आगन्तुक अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उम्मेदसिंह तंवर ने आग्रह किया की जिन्दगी कुछ ऎसा करें कि लोग उसका अनुसरण कर सकें। साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया की विशेष योग्यजन बालक-बालिकाओं के सहयोग हेतु वे सदैव तत्पर रहेंगे। उन्होने सर्व शिक्षा अभियान व श्योर संस्था द्वारा अयोजन किये जा रहे कार्यक्रमों की प्रशंसा की।
नगर परिषद् सभापति अशोक तंवर ने उपस्थित अभिभावकों व बच्चों को सम्बोधित करते हुए उनके द्वारा प्रदर्शित गतिविधियों में उत्साह की सराहना की व घोषणा की कि इस कार्यक्रम में पंजीकृत किये गये समस्त बालक-बालिकाओं को अपनी तरफ से स्वेटर उपहार देंगे। इस घोषणा का करतल ध्वनि से स्वागत किया गया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष उपखण्ड अधिकारी रमेश चन्द्र जैन्थ ने बालकों के कार्यक्रम में आने की सराहना की और कहा की कम समय में व्यवस्थित रूप से कार्यक्रम आयोजित करने हेतु संबधित अधिकारियों की प्रशंसा की। श्रीमती प्रेमलता चौहान ने इस प्रकार के कार्यक्रमों में सदैव सहयोग का आश्वासन दिया और कहा कि विकलांगता के क्षेत्र में संबधित विभागों द्वारा किये जाने वाले कार्य स्तुत्य है।
शिक्षाविद् बालकिशन जोशी एवं साहित्य चिंतक दीनदयाल ओझा ने  बालकों को सम्बोधित करते हुए बताया कि निःशक्त बालको में साहस व योग्यता की कमी नहीं होती है वे अपने बलबूते पर दुनिया पर फतेह कर सकते हैं। उन्होने कई उदाहरणों व संस्मरणों के द्वारा उपस्थितजनाें को लाभान्वित किया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अध्यक्ष व विशिष्ट अतिथियों द्वारा वाद-विवाद प्रतियोगितापोस्टर निर्माण प्रतियोगिताचित्रकला प्रतियोगितानिबन्ध प्रतियोगिताप्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताबे्रल लिपि लेखन एवं पठन प्रतियोगिता के प्रतियोगियों को पुरस्कृत कर स्मृति चिन्ह दिये गये एवं एक छातर्् मौहित गौड़ को विशेष पुरस्कार दिया गया।
 कार्यक्रम के पश्चात आगन्तुक अतिथियों एवं अभिभावकों द्वारा विशेष सामग्री का अवलोकन कर सन्तुष्टि जाहिर की गई और कहा की निःसन्देह इस प्रकार के प्रयासों से बालकों का भला होगा। कार्यक्रम के अन्त में समाज कल्याण अधिकारी द्वारा आगन्तुकों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
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मुख्यमंत्री मदरसा आधुनिकीकरण योजना की तिथि 10 दिसम्बर 2012 तक बढाई
                जैसलमेर, 4 दिसम्बर/ मुख्यमंत्री मदरसा आधुनिकीकरण योजना के तहत मदरसों को आधुनिक शिक्षा देने के लिए कक्षा-कक्ष निर्माणछात्रवास निर्माणभवन मरम्मत कार्य एवं आधारभूत भौतिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी। इस योजना के लिए इच्छुक मदरसों से जानकारी 10 दिसंबर तक चाही गई है।
       जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने बताया कि इन मदरसो को तीन श्रेणी में बांटा गया है।  इनमें 1 माडल मदरसा, 2. आवासीय मदरसा तथा 3. सामान्य मदरसा है। उन्होंने बताया कि योजना का लाभ पाने के लिए सामान्यत मदरसा तीन साल पुराना होना चाहिए। अधिक जानकारी के लिए कार्यालय के दूरभाष नम्बर 02992-250439 पर सम्पर्क किया जा सकता हैं।
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महिलाओं के लिए जोब आधारित सह प्रशिक्षण योजना
 जैसलमेर, 4 दिसम्बर/ आयुक्त उद्योग विभाग राज. जयपुर द्वारा जिला जैसलमेर की महिलाओं को   स्व रोजगार प्रदान करने के क्रम में जॉब आधारित सह प्रशिक्षण योजना वर्ष 2012-13 में प्रारम्भ की गयी है।
उक्त योजना के प्रथम चरण में महिलाओं को विभिन्न व्यवसायो एवं ट्रैड्स में चयनित संस्थाओं के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान करवाया जावेगा। जिसमें 18 वर्ष से अधिक आयु की विधवा,परित्यक्ताविकलांगअसहायअनु.जातिअनु.जनजाति एवं निम्न आयवर्ग की महिलाओं को प्राथमिकता प्रदान की जावेगी।
 महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र रामरतन मरवण ने बताया कि उक्त योजना के तहत प्रशिक्षण प्रदान करने की इच्छुक संस्थान का राजस्थान सहकारी समिति अधिनियम ,संस्था अधिनियमकम्पनी एक्ट के तहत कम से कम दो वर्ष पूर्व पंजीकृत होना आवश्यक है तथा पार्टनरशिप फर्म एवं खादी ग्रामोद्योग आयोग  द्वारा पंजीकृत खादी ग्रामोद्योग संस्थाए एवं संगठन भी प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए आवेदन कर सकती है। इसके अतिरिक्त प्रशिक्षण प्रदान करने की इच्छुक संस्थान की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होना एवं प्रशिक्षण उपरांत महिलाओं को जॉब एंव ऋण उपलब्ध करवाने में सक्षम होना आवश्यक होगा।
उन्होेंने बताया कि इच्छुक संस्थाएं किसी भी कार्य दिवस में 15 दिसम्बर 2012 तक जिला उद्योग केन्द्र जैसलमेर में आवेदन कर सकती हैं। आवेदन पत्र का प्रारुप कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है।  आवेदन के साथ संस्था को पंजीकरणसंविधान की प्रति एंव गत दो वर्षो की ऑडिट रिपोर्ट की प्रति के साथ ही गत दो वर्षो में चलाये गये प्रशिक्षण कार्यक्रम का विवरण प्रस्तुत करना होगा। योजना की विस्तृत जानकारी के लिए जिला उद्योग केन्द्र जैसलमेर से किसी भी कार्य दिवस में सम्पर्क किया जा सकता है।
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जसवन्तसिंह की सहायता के लिए अपील
       जैसलमेर 4 दिसम्बर/ जैसलमेर जिले के शिक्षा विभागीय समस्त अध्यापकोंअधिकारियों व कर्मचारियों से हार्दिक अपील की गयी है कि जैसलमेर स्काउट सी0 ओ0जसवन्तसिंह राजपुरोहित की दोनों किडनी खराब होने के कारण उनके उपचार बाबत सहायतार्थ राशि एकत्रित कर उन्हें सम्बल प्रदान कराएंं। राजपुरोहित पिछले तीन माह से किडनी अस्पताल अहमदाबाद में भर्ती हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा जैसलमेर ने बताया कि उनके उपचार के लिए दस लाख रुपये का खर्चा आने की सम्भावना हैं जो कि राजपुरोहित की आर्थिक स्थिति इस खर्च को वहन करने में सक्षम नहीं हैं। इसलिए सभी से हार्दिक अपील की गई है कि अधिकाधिक सहायता एकत्रित करें व उनके खाता नं0 61164047506 एस0बी0बी0जेजैसलमेर में जमा करावें या अपने क्षेत्र के नॉडल प्रधानाध्यापक संबंधित ब्लाक कार्यालय में राशि जमा कराने का श्रम करावें ताकि समय पर उन्हें सहायता प्रदान कर उपचार में सहयोग किया जा सकें। जिला शिक्षा अधिकारी ने इस संबंध में  अपील जारी कर निवेदन किया कि इस पुण्य के कार्य में ज्यादा से ज्यादा तत्परता दिखावें और बढ़-चढ़ कर हिस्सा लें तथा अपेक्षित सहयोग प्रदान करने में अपनी सहभागिता निभाएँ।
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विश्व स्टोन प्रदर्शनी 31 जनवरी से जयपुर में
      जैसलमेर, 4 दिसम्बर/  सॅटर फॉर डवलपमेंट ऑफ स्टोन्स(सी-डोस) जयपुर द्वारा 31 जनवरी  से 3फरवरी 2013 तक अन्र्तराष्ट्रीय स्टोन प्रदर्शनी ’’इंडिया स्टोन मार्ट-2013’’ का आयोजन सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र जयपुर में किया जा रहा है। इस प्रदर्शनी में राज्य के स्टोन दस्तकाराें के लिए पृृथक से शिल्पग्राम की स्थापना की जावेगी तथा उन्हें अन्य सुविधाएं व 200/- रुपये प्रति दस्तकार दैनिक भत्ता भी प्रदर्शनी की अवधि में सी-डोस द्वारा दिया जावेगा।
      महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र जैसलमेर रामरतन मरवण ने बताया कि  सी-डोस द्वारा दस्तकारों के आवेदन पत्र सादे कागज पर मय नामपता दूरभाष नम्बर,पत्रचार का पता एवं उत्पादो के फोटोज सहित आवेदन चाहे गये है। इच्छुक दस्तकार अपना आवेदन जिला उद्योग केन्द्र में उक्त तीथि से पूर्व प्रस्तुत कर सकता है।
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नगर विकास न्यास की तैयारी बैठक बुधवार को
       जैसलमेर, 4 दिसम्बर/ प्रशासन शहरों के संग अभियान, 2012 की पूर्व तैयारी एवं समीक्षा के लिए नगर विकास न्यास ,जैसलमेर के अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर की अध्यक्षता 5 दिसम्बरबुधवार को प्रातः 10 बजे कार्यालय नगर विकास न्यास जैसलमेर के कक्ष में महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया जाएगा।
       सचिवनगर विकास न्यास जैसलमेर राणीदान बारहठ ने बताया कि संबंधित प्रभारी अधिकारी एवं कर्मचारीगण से कहा गया है कि इस बैठक में प्रशासन शहरों के संग अभियान, 2012 के संबंध में समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों की पालना सुनिश्चित करने एवं इस संबंध में की गई तैयारी की रिपोर्ट के साथ संबंधित संपूर्ण सूचनाओं के साथ ही नियत समय पर उपस्थित हों।
       राजस्व प्रकरणों का मेगा लोक अदालत के माध्यम से निस्तारण किये जाने बाबत
मेगा लोक अदालत का आयोजन 10 से 15 दिसम्बर तक
जैसलमेर, 4 दिसम्बर/जिले में लम्बित पड़े राजस्व प्रकरणों का मेगा लोक अदालतों के माध्यम से निस्तारण किए जाने के सम्बन्ध में आगामी 10 से 15 दिसम्बर, 2012 तक की अवधि के लिये मेगा लोक अदालत का आयोजन किया जाएगा।
अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका ने बताया कि राजस्व न्यायालयों में राजीनामा योग्य प्रकृति के प्रकरणों का चिन्हित कर समुचित प्रचार-प्रसार वव संबंधित  पक्षकार व अधिवक्तागणों को सूचित करने के उपरांत योजनाबद्ध रुप से इन मेगा लोक अदालतों में अधिकाधिक राजस्व मामलों का निस्तारण कराया जावें। उन्होंने जरुरतमंद लोगों से आग्रह किया है कि वे अपने विचाराधीन मामलों का मौके पर जाकर लोक अदालत में हाथों हाथ निपटारा करवाएं।
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जैसलमेर राजकीय कार्य में बाधा के पांच आरोपी गिरफ्तार



जैसलमेर राजकीय कार्य में बाधा के पांच आरोपी गिरफ्तार 



जैसलमेर दो साल पूर्व  कस्बा फलसुण्ड म ें भुमि विवाद को लेकर

दो पक्षो म े हुए विवाद क े दौरान न ंदलाल राठी की तबीयत खराब होने स े इ र्लाज हेतु पा ेकरण

अस्पताल लाया गया था जहां डाक्ट्रर ने न ंदलाल को म ृत घोषित कर दिया। न ंदलाल की मौत पर

माहेश्वरी समाज क े लोग व अन्य लोग म ृतक की लाश को बोलेरो क ेम्पर गाडी म े डालकर थाना

पोकरण के म ुख्य द्वार के आगे लाकर खड़ी कर दी तथा प ुलिस प ्रशासन क े विरूद्ध नारेबाजी शुरू कर
दी। इसी दरमियान थाना पोकरण के बाहर सड़क पर बड़ी मात्रा म े असामाजिक तत्वों की भीड ़ 

इकट्ठा हो गइ र तथा नारेबाजी करने लगी जिन्हे थानाधिकारी व उपस्थित उच्च अफसरान द्वारा

समझाइ र्श की गई मगर नहीं माने उक्त भीड़ म े शामिल लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 114 व्यास

चौराहा पर व फलसुण्ड तिराहा पर पत्थर डालकर व टायर जलाकर सड़क रोककर यातायात बाधित

किया तथा सड़क पर लगी रोड़ लाइ र्र र्र्र्टा े को तोड़ दिया। थाना पोकरण क े गेट क े बाहर खड़ी जब्त

सुदा ट्रको में तोडफोड़ कर उसमें आग लगा दी जिस पर सरकारी सम्पति के नुकसान को रोकने व

सुरक्षा तथा कानुन व्यवस्था बनाये रखने हेतु व भीड़ को तितरबितर करने आंसु गैस छोडी गइ र तब

जाकर भीड ़ बिखरी उक्त भीड म े शामिल असामाजिक तत्वों द्वारा सरकारी सम्पति को तोडफा ेड़ कर

नुकसान प ंहुचाने, राष्ट्रीय राजमार्ग पर पत्थर डालकर व टायर जलाकर यातायात बाधित करने व

राजकार्य म ें बाधा डालकर भयभीत करना व पत्थर फैकने वगैरा पर म ुकदमा सं. 219/10 दर्ज कर

अनुसंधान किया गया।
अनुसंधान से म ुल्जिम नारायण वगैरा क े विरूद्ध जुम र प ्रमाणित पाय े जाने पर आज मंगलवार को  नारायण पुत्र ब ंशीलाल भील उम ्र 26 साल निवासी भवानीप ुरा पोकरण, 

धनश्याम प ुत्र रामसिंह उफ र रामसा माली उम ्र 28 साल निवासी पा ेकरण, ब ंसत प ुत्र धनराज सोनी उम ्र
42 साल निवासी स ुनारो की गली पा ेकरण, म ुरली उफ र स ुनील प ुत्र बाब ुलाल राठी उम ्र 30 साल निवासी गांधीयों की गली पोकरण व प ुखराज प ुत्र भंवरलाल खटीक उम ्र 52 साल निवासी खटीकों का बास पोकरण को गिरफ्तार कर न्यायालय में प ेश किया गया जहां न्यायालय द्वारा सभी म ुल्जिमों को न्यायिक अभिरक्षा म ें भेजा गया। म ुकदमा के अन्य शरीक म ुल्जिमानों की तलाश जारी ह ै। 

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युवक से बलात्कार,पुलिस जांच में जुटी

युवक से बलात्कार,पुलिस जांच में जुटी
जयपुर। राजधानी के रामगंज थाने इलाके में एक युवक की अश्लील क्लिपिंग बनाने और 3 महीने तक जबरन अप्राकृतिक सेक्स को मजबूर करने का मामला सामने आया है। जयपुर पुलिस ने युवक के परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जानकारी के अनुसार पीडित युवक के साथ उसी के दो दोस्तों ने जबरन अप्राकृतिक सेक्स किया और अश्लील क्लिपिंग बनाकर तीन महीने तक बलात्कार करते रहे। क्लिपिंग के सार्वजनिक किए जाने के डर से चुपी साधे पीडित ने तंग आकर अपने परिवारजनों से पीड़ा कही। इसके बाद परिवारजनों ने पीडित युवक के दो दोस्तों के खिलाफ मामला दर्ज कराया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार रामगंज इलाके के दो शातिर युवकों वसीम(21) और नजीर(20) ने अपने एक दोस्त के साथ अप्राकृतिक मैथुन करके उसकी अश्लील क्लिपिंग बना ली थी। इसके बाद वे क्लिपिंग को सार्वजनिक करने की धमकी देकर बार-बार ऎसी करतूत करते रहे। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी युवकों की तलाश शुरू कर दी है।

रोचक मुकाबलो के बीच खेलकुद प्रतियोगिता संपन्न



रोचक मुकाबलो के बीच खेलकुद प्रतियोगिता संपन्न
दूसरे दिन बैडमिंटन, रस्सा कस्सी, एथलेटिक्स एवं कि्रक्रेट के मैच आयोजित
बाड़मेर, 04 दिसंबर।

डिस्कॉम की दो दिवसीय वृत स्तरीय खेलकुद प्रतियोगिता का समापन मंगलवार को रोचक मुकाबलो के साथ हुआ। इस दौरान डिस्कॉम कर्मचारियों के साथ डिस्कॉम के अधिकारियों ने भी कई प्रतियोगिताओं में भाग लेकर मैचो को रोचक बना दिया।

यह जानकारी देते हुए खेलकुद प्रतियोगिता के प्रभारी जेठाराम शर्मा ने बताया कि मंगलवार को सुबह 9 बजे बैडमिंटन का फाईनल मैच हुआ जिसमें कैलाश चौधरी विजयी रहे जबकि राहुल गुप्ता द्वितीय रहे। वहीं एथलेक्टिस में 100 मीटर दौड़ में रिजूसिंह प्रथम व मुनेश चौधरी द्वितीय, 200 मीटर दौड़ में केसाराम प्रथम व चैनाराम द्वितीय, 400 मीटर दौड़ में नियामत अली प्रथम व ठाकराराम द्वितीय रहे। वहीं 40 वशर की आयुवर्ग में 100 मीटर दौड़ में धोरीमन्ना के नारणाराम प्रथम व अधीक्षण अभियंता प्रेमजीत धोबी द्वितीय स्थान पर रहे। जबकि 200 मीटर दौड़ में कुशलाराम प्रथम व अधीक्षण अभियंत प्रेमजीत धोबी द्वितीय स्थान पर रहे। इसके अलावा लंबी कुद में मुनेश चौधरी प्रथम व पुखराज द्वितीय स्थान पर रहे।

शर्मा ने बताया कि कि्रके्रट का फाईनल मैच बाड़मेर खण्ड एवं बाड़मेर वृत के बीच खेला गया जिसमें बाड़मेर खण्ड विजयी रहा। वहीं कैरम प्रतियोगिता में पंकज शर्मा विजेता व गोविन्दसिंह उपविजेता रहे। रस्सी कस्सी का फाईनल बाड़मेर खण्ड एवं धोरीमन्ना खण्ड के बीच हुआ जिसमें धोरीमन्ना खण्ड विजयी रहा।

रात दस बजे के बाद बाराती बिन डी जे के नाचेंगे


डी .जे. साऊण्ड ध्वनि प्रसारण पर प्रतिबंध बाबत आमजन से अपील : 
रात दस बजे के बाद बाराती बिन डी जे के नाचेंगे

जैसलमेर जैसलमेर पुलिस ने उच्चतम न्यायलय के आदेशो की पलना में जैसलमेर में शादी विवाह समारोह में रात दस बजे के बाद डी जे साउंड बजने पर रोक लगा कर आम जन से अपील कर पालना सुनिश्चित कर कानूनी कार्यवाही से बचने का निवेदन किया हें ,पुलिस अधीक्षक ममता राहुल ने बताया की प्रायः यह देखने में आया हैं कि माननीय उच्चतम न्यायालय नई दिल्ली व राजस्थान उच्च न्यायालय से रात्रि में 10.00 बजे के उपरांत तेज आवाज में ध्वनि प्रसारण पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध होने बाबत जिला कलक्टर द्वारा जानकारी आम जन को समाचार पत्रों व विभिन्न टी.वी. चैनलों के माध्यम से सूचित किया जा चुका हैं, मगर माननीय उच्चतम न्यायालय व राजस्थान उच्च न्यायालय के आदेशों को अनदेखा कर कुछ स्थानीय लोगों द्वारा तेज आवाज में ध्वनि प्रसारण किया जा रहा हैं जिससे आस पास में रहने वाले बुजुर्गो व अन्य गणमान्य नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं।
गत दिनों की छड़ीदार पाड़ा जैसलमेर में तेज आवाज में डी.जे. साऊण्ड का इस्तेमाल करते हुए पायो जाने पर धनुखा पुत्र बचुखा जाति मुस0 नि0 बीटनोक पुलिस थाना बीकानेर हाल अशोक डीजे साउण्ड मलका प्रोल के पास जैसलमेर को ध्वनि प्रसारण अधिनियम में गिरफ्तार कर ध्वनि प्रसारण सामग्री जब्त की गई है।
इसी परिपेक्ष में मन जिला पुलिस अधीक्षक ममता राहुल के निर्देशानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामसिंह व पुलिस उप अधीक्षक सायरसिंह के सुपरविजन में थानाधिकारी पुलिस थाना जैसलमेर वीरेन्द्रसिंह द्वारा दिनांक 04.12.12 को जैसलमेर शहर में डी.जे. साऊण्ड किराये पर देने वाले दुकानदारों की मिटींग ली जाकर सुचित किया गया कि आप रात्रि में 10.00 बजे के बाद माननीय उच्चतम न्यायालय व उच्च न्यायालय राजस्थान के निर्देशों की पालना करते हुए ध्वनि प्रसारण यंत्र का उपयोग नहीं करेगें। आईन्दा यदि बिना सक्षम अधिकारी की स्वीकृती के रात्रि में 10.00 बजे के बाद तेज आवाज में ध्वनि प्रसारण यंत्र का इस्तेमाल करते हुए पाये जाने पर डी.जे. साऊण्ड संचालक व उपयोग करवाने वाले के विरूद्ध नियमानुसार कठोर कार्यवाही अमल में लाई जावेगी।
अतः आमजन से अपील की जाती हैं कि आप माननीय उच्चतम न्यायालय व उच्च न्यायालय राजस्थान के निर्देशों की कड़ाई से पालना करते हुए रात्रि में 10.00 बजे के बाद ऊंची आवाज में डी.जे. साऊण्ड अथवा तेज आवाज में ध्वनि प्रसारण यंत्र का प्रयोग नहीं करे, रात्रि में 10.00 बजे के बाद ध्वनि प्रसारण करते हुए पाये जाने पर सम्बधिंत के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाई जावेगी।





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बाड़मेर कचहरी परिसर से सरकारी समाचार मंगलवार


आधार कार्ड बनाने हेतु स्थाई एनरोलमेन्ट सेन्टर स्थापित होंगे
बाड़मेर, 4 दिसम्बर। सूचना एवं प्रौद्योगिकी और संचार विभाग के निर्देशो के अनुरूप समस्त तहसीलों में स्थाई एनरोलमेन्ट सेन्टरों की स्थापना की जाएगी।

जिला कलक्टर एव जिला रजिस्ट्रार ( यू.आई.डी प्रोजेक्ट ) भानु प्रकाश एटूरू ने एक आदेश जारी कर वक्राग्री सॉफ्टवेयर लि. जयपुर को निर्देश दिए है कि सूचना एवं प्राद्योगिकी कम्यूनिकेशन विभाग जयपुर द्वारा जारी मार्ग दर्शिका अनुसार जिले की समस्त तहसीलों में तीन दिनों के भीतर आधार कार्ड बनाने हेतु तहसील कार्यालयों में स्थाई रूप से एनरोलमेन्ट सेन्टरों की स्थापना कर पर्याप्त स्टाफ लगाए एवं समय समय पर प्रगति रिपोर्ट से उन्हें आवश्यक रूप से अवगत कराया जाए।

जिला कलक्टर ने बताया कि उक्त निर्देशों के अनुसार तहसील बाड़मेर के नागरिकों के आधार कार्ड बनाने के लिए तहसील कार्यालय बाड़मेर में स्थाई एनरोलमेन्ट सेन्टर की स्थापना की जाएगी। इसी प्रकार गुड़ामालानी के लिए तहसील कार्यालय गुड़ामालानी, पचपदरा के लिए तहसील कार्यालय पचपदरा, सिणधरी के लिए तहसील कार्यालय सिणधरी, सेड़वा के लिए तहसील कार्यालय सेड़वा, चौहटन के लिए तहसील कार्यालय चौहटन, रामसर के लिए तहसील कार्यालय रामसर, शिव के लिए तहसील कार्यालय शिव, बायतू के लिए तहसील कार्यालय बायतु, तथा तहसील सिवाना के नागरिकों के आधार कार्ड बनाने हेतु तहसील कार्यालय सिवाना में एनरोलमेन्ट सेन्टरों की स्थापना की जाएगी।

जिला कलक्टर एटुरू ने वक्रागी सॉफ्टवेयर लि. जयपुर को निर्देश दिए है कि वे एनरोलमेन्ट सेन्टर पर सत्यापक नामांकन फार्म के साथ प्रस्तुत दस्तावेजो को सत्यापन करते समय कोड नम्बर का अंकन आवश्यक रूप से करेंगे। सेन्टरों पर सत्यापक की नियुक्ति अलग से की जायेगी।

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गौरव सैनानियों की भर्ती का आयोजन 18 से
बाड़मेर, 4 दिसम्बर। 128वीं पैदल वाहिनी प्रादेशिक सेना पर्यावरण राज.रिफ में गौरव सैनानियों की भर्ती का आयोजन बीकानेर छावनी में 18 दिसम्बर से 20 दिसम्बर तक किया जाएगा।

जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ने बताया कि गौरव सैनानियों, सामान्य ड्युटी, लिपिक पद, एवं ट्रेड मैन पद सफाई, मशालची,खाती, लुहार, मोची, रसोईया आदि पदों पर भती के लिए आयु सीमा 45 वशर एवं लिपिक पद हेतु कम्प्यूटर में विशेश योग्यता होनी आवश्यक है। अधिक जानकारी के लिए जिला सैनिक कल्याण कार्यालय से सम्पर्क किया जा सकता है।

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हाथकर्घा उद्योग का सेमीनार आज
बाड़मेर, 4 दिसम्बर। राश्ट्रीय हथकरघा विकास निगम लि0 मुख्यालय लखनऊ के अन्तर्गत भाखा कार्यालय दौसा राजस्थान की आरे से बुनकरों के लिए विकास आयुक्त हथकर्घा (वस्त्र मंत्रालय) भारत सरकार एवं राजस्थान सरकार की ओर से चलाई जा रही विभिन्न हाथकर्घा योजनाओं की जानकारी देने हेतु 5 दिसम्बर को प्रातः 10:00 बजे से एक सेमीनार का आयोजन रखा है

उक्त सेमीनार राजस्थान राज्य बुनकर सहकारी संघ, बाड़मेर विवेकानन्द चौराहे के पास, डाकबंगलो के सामने आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर राश्ट्रीय हथकर्घा विकास निगम दौसा से एस.के. वर्मा, भाखा प्रबन्ध एवं आलोक पाण्डेय महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र, बाड़मेर द्वारा विभिन्न योजनाओं की जानकारी करवाई जाएगी। इस सेमीनार में राजस्थान राज्य बुनकर संध के सभापति महेश शर्मा तथा निदेशक मण्डल के निर्देशक पारसमल धारीवाल भी उपस्थित रहेंगे।

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राजस्थान के गांव में 'चक दे इंडिया'


राजस्थान के गांव में 'चक दे इंडिया'

नारायण बारेठ

साभार ...जयपुर से बीबीसी हिंदी डॉटकॉम के लिए


जर्मनी की आंद्रिया भारत में हाशिये पर आए हॉकी के खेल को प्रोत्साहित करने में लगी हैं. आंद्रिया ने राजस्थान के एक गांव में हॉकी के प्रति लड़के-लड़कियों में ऐसा अनुराग पैदा किया है कि हर पगडण्डी पर 'चक दे इंडिया' का गान सुनाई देता है.आंद्रिया खुद भी जर्मनी में हॉकी की राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी रही हैं. आंद्रिया के आगमन ने दौसा ज़िले के गढ़ हिम्मत सिंह गांव की तस्वीर बदल दी है.पूर्वी राजस्थान के इस गांव में घर का दालान, गांव का चौक और खेत को मुखातिब पगडण्डी 'चक दे इंडिया' के गान से गुंजायमान है. हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है, लेकिन आंद्रिया खेल को सरहदों के बंधन में बांध कर नहीं देखतीं. 
वो इसे देहाती बच्चों के व्यक्तित्व के विकास का ज़रिया मानती हैं. वो पर्यटन व्यवसाय में हैं और पिछले कई सालों से भारत आती जाती रही हैं.

लेकिन एक दिन जब वो गढ़ हिम्मत सिंह गांव गई और मटमैले परिवेश में बच्चो को देखा तो उन्हें सहसा लगा कि बच्चों के लिए कुछ करना चाहिए. आंद्रिया बताती हैं कि उन्होंने कोई डेढ़ साल पहले ये काम शुरू किया और आज उनके पास साठ किशोर लड़के-लड़कियों का समूह है जो हॉकी के खेल में लगा हुआ है.
बनाई टीम

वो कहती हैं "ये महज़ संयोग था कि मैं भी हॉकी की खिलाड़ी हूँ. मेरे काम में भागीदार भारतीय साथी मुझे इस गांव तक लेकर आए. मैंने देखा बच्चों के लिए कोई खेल सुविधा नहीं थी. सो मैंने उनके लिए हॉकी का इंतजाम किया और फिर देखते-देखते टीम बन गई."

आंद्रिया कहती हैं कि उनकी टीम में लड़कियों का बाहुल्य है. भारत में लड़कियों पर कम ध्यान दिया जाता है. फिर लड़को का ज्यादा ध्यान क्रिकेट पर होता है. लेकिन एक लड़की खेलने आती है तो अगले दिन उसके साथ उसकी सहेलियां भी आने लगती हैं. आंद्रिया को भारत में हॉकी की हालत पर बहुत दुख है.

आंद्रिया ने अपने मुल्क में भी लोगों को इन बच्चों की मदद के लिए प्रेरित किया और खेल का सामान जुटाया.

वो इन स्कूली बच्चों को उंगली पकड़ कर जयपुर, दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों तक ले गईं ताकि गांव का बचपन बदलते भारत की तस्वीर देख सके.

वो कहती हैं, "मेट्रो और ट्राम जैसे आधुनिक साधन हमारे लिए सामान्य बात हैं मगर ये इन बच्चों के लिए नई बात थी. लिहाजा मैं इन्हें बड़े नगरों तक ले गई ताकि वे एक नई दुनिया को देख सकें."
बदली ज़िंदगी

गढ़ हिम्मत सिंह गांव में दसवीं जमात की छात्रा सारथि कहती हैं, "आंद्रिया ने हमारी जिन्दगी ही बदल दी है. हम आंद्रिया का एहसान नहीं भूल सकते. हमारे लिए हॉकी खेलना नामुमकिन था. एक दूसरे देश से आकर उन्होंने हमारे लिए जो किया है, पूरा गांव उनका कृतज्ञ है.इसी गांव की शिखा कहती हैं, "आंद्रिया तो हमारी अभिभावक हैं. वो हमारी बहुत मदद करती हैं. हॉकी खेलना तो दूर हमने कभी हॉकी को छुआ तक नहीं था. आज हम दूसरे शहरों में हॉकी खेलने जाने लगे हैं."

पर ऐसा क्या था जो आंद्रिया को लगा कि उन्हें कुछ करना चाहिए. वो कहती हैं, "जर्मनी में बच्चों के लिए खेल की बहुत सुविधाएं हैं. मैंने गांव में देखा इन बच्चों के लिए कोई सुविधा नहीं थी. मुझे लगा इन बच्चों के लिए कुछ करना चाहिए. इसीलिए मैंने यहीं से हॉकी विलेज इंडिया फाउंडेशन बनाकर काम शुरू किया गया."

हरे भरे खेतों और ऊसर रास्तों के बीच हाथ में हॉकी थामे भागते बच्चे गढ़ हिम्मत सिंह गांव की बहुत मोहक तस्वीर प्रस्तुत करते हैं. मगर आंद्रिया जानती हैं कि ये शुरू में कितना दुश्वार था.
मुश्किल

वो कहती हैं,"बहुत मुश्किल था. डेढ़ साल पहले काम शुरू किया. अब पीछे मुड़कर देखती हूं तो लगता है कि पहले पता होता कि इतना कठिन होगा तो शायद मैं ना करती. भाषा की समस्या, मैदान नहीं, साधन नहीं. बच्चों को टीवी पर मैच के मंजर दिखाए, ये भी बताया कि डी क्या होती है. लोग देखते और मुस्करा कर चल देते. इन बच्चों ने कभी हॉकी का मैच नहीं देखा था. चित्रों और वीडियो के जरिए इन्हें हॉकी के बारे में बताया और साथ ही चक दे इंडिया फिल्म भी दिखाई."
आंद्रिया ने इन बालिकाओं को बड़े शहरों में अभिजात्य वर्ग के स्कूलों में ले गईं और धनी-मानी लोगों के बच्चों के सामने खेल के मैदान में उतारा.

जयुपर में एक ऐसे ही स्कूल के मैदान में गांव की बालिकाओं और शहर के अच्छे घरों की बालिकाओं का मुकाबला हुआ. गांव हारा जरूर, मगर लोगों का दिल जीत ले गया.

शहर के सितारा स्कूल में हॉकी टीम की कप्तान नेहा कहने लगी, "इनके साथ खेलना अच्छा लगा. इन्हें एक्स्पोसजर मिला और हमारा अभ्यास हो गया. दरसल ये दो अलग-अलग परिवेश का समावेश था. इन लड़कियों में लगन है. खेल में इनकी पकड़ अच्छी है."


आंद्रिया हॉकी को इन देहाती बच्चों के व्यक्तित्व के विकास का ज़रिया मानती हैं.

आंद्रिया कहती हैं कि शुरू में हॉकी स्टिक तो जुटा ली, लेकिन बच्चे नंगे पांव खेलते तो कुछ के पांव चोटिल हो जाते, ये बहुत दुखद था. फिर हमने जर्मनी से स्पोर्ट्स शूज़ जुटाए. गांव में खेल का मैदान तक नहीं था. फिर एक छोटा मैदान बनाया गया. मैदान छोटा था लेकिन आंद्रिया और गांव के लोगों ने दिल का दायरा बढ़ा कर हालत को अनुकूल कर लिया. आंद्रिया को हिंदी के चंद शब्द ही आते हैं. लिहाज़ा उसने गांव में बच्चों को अंग्रेजी की तालीम देना भी शुरू कर दिया है.

आंद्रिया कहती हैं, "कुछ समय बाद लोग देखेंगे कि कैसे ये गांव अच्छे खिलाड़ी तैयार कर रहा है.भारत में कोच मैच के दौरान बैठ कर देखते हैं, मैं पूरे समय इन बच्चों के पास रहती हुं. मेरे लिए ये एक परिवार है."
हॉकी के ज़ादूगर

वो हॉकी के जादूगार ध्यानचंद का दौर था जब भारत ने बर्लिन में जर्मनी को शिकस्त दी थी. आंद्रिया इतिहास के इस पहलू को जानती हैं, लेकिन जब कभी ये बच्चे उसके देश जर्मनी के खिलाफ मैदान में उतरेंगे तो आंद्रिया किसके पक्ष में होंगी.

वो कहती हैं, "बेशक मेरा दिल जर्मनी के लिए धड़कता है, लेकिन ये बच्चे मेरे अपने हैं. मैंने इन्हें खड़ा किया है, मैं इन बच्चों के साथ ही खड़ी मिलूंगी."

कभी-कभी विदेशी सैलानी भी इस गांव का रुख कर लेते हैं क्योंकि ये आगरा-जयपुर पर्यटन मार्ग के करीब है.
गढ़ हिम्मत सिंह के देवेन्द्र कहते हैं,"गांव की फिजा ही बदल गई है. आंद्रिया तारीफ की हक़दार हैं. बच्चे हॉकी खेलते हैं,अब उनके लिए इंग्लिश स्पीकिंग क्लासेज भी शुरू कर दी है. हाँ गांव वाले भी इतना सीख गए हैं कि अगर कोई पर्यटक आता है तो काम चलाऊ अंग्रेजी में बात कर लेते हैं."

अपने इस काम में आंद्रिया को क्या कुछ ख़राब महसूस हुआ. वो कहती हैं कि सब उनके काम की तारीफ करते हैं. मगर जब किसी काम के लिए सम्पर्क करो तो सब एक-दुसरे पर टालते नजर आते हैं. सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि कोई जिम्मेदारी नहीं लेता.

आंद्रिया जर्मनी की हैं, मगर वो हाथों में हॉकी थामे भारत के बचपन के साथ खड़ी हैं. पर हॉकी को मौका मिला तो वो ये जरूर पूछेंगी कि जब देश में उसकी बेकद्री हो रही थी, भारत में खेल के नीति नियंता कहाँ थे.

शाही परिवार को जल्द मिलेगा नया वारिस

शाही परिवार को जल्द मिलेगा नया वारिस

लंदन। ब्रिटेन के शाही परिवार में जल्द ही नन्हा मेहमान आने वाला है। प्रिंस विलियम की पत्नी कैट मिडल्टन प्रेगनेंट है। सेंट जेम्स पैलेस की ओर से यह जानकारी दी गई है।

इस खबर से शाही परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई है। पैलेस के अधिकारियों ने बताया कि डचेज ऑफ कैम्ब्रिज को सुबह की कमजोरी महसूस हुई। वह फिलहाल लंदन के अस्पताल में है। उनके साथ प्रिंस विलियम हैं।

समझा जाता है कि केट को कुछ दिन अस्पताल में ही रखा जाएगा। इसके बाद उन्हें आराम करने की सलाह दी जाएगी। शाही परिवार में नन्हे मेहमान आने की खबर जैसे ही मीडिया में आई दुनिया भर से बधाईयों का तांता शुरू हो गया है।

ब्रिटिश प्रधानमंत्री डिवेड कैमरून ने ट्वीट किया कि कैट और विलियम अच्छे माता पिता साबित होंगे। साल 1981 में डायना के मां बनने के बाद शाही परिवार को इस बच्चे का बेसब्री से इंतजार है।

पैलेस के अधिकारियों ने बताया कि केट का गर्भ अभी 12 वें सप्ताह में नहीं पहुंचा है। डचेज ऑफ कैम्ब्रिज हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम से ग्रसित है। इससे ग्रसित महिलाएं उल्टियां करती है और खाना पेट में नहीं टिकता।


कैबिनेट कार्यालय के अधिकारियों के मुताबिक चाहे लड़का हो या लड़की वह प्रिंस विलियम और प्रिंस चार्ल्स के बाद राजगद्दी का तीसरा वारिश बन जाएगा। पिछले साल 29 अप्रेल को केट और विलियम की शाही शादी हुई थी। दोनों का यह पहला बच्चा होगा।

अगर राष्ट्रमण्डल और 15 अन्य देश नए प्रस्ताव को मंजूरी दे देते हैं तो चाहे लड़का हो या लड़की वह एक दिन सशस्त्र सेनाओं का प्रमुख,ब्रिटेन का राज्यप्रमुख और चर्च ऑफ इंग्लैण्ड का प्रमुख गर्वनर बनेगा। 

वार्डन ने हॉस्टल में छात्राओं से उतरवाए कपड़े

वार्डन ने हॉस्टल में छात्राओं से उतरवाए कपड़े

तिरूनेलवेल्ली। तमिलनाडु के तिरूनेलवेल्ली में छात्राओं से जबरन कपड़े उतरवाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोप सरकारी हॉस्टल की वॉर्डन पर लगा है।

रिपोर्ट के अनुसार जिले के पलायमकोट्टई स्थित सरकारी छात्रावास में करीब 100 लड़कियां रहती हैं। इनमें से किसी छात्रा ने शौचालय में सेनेटरी नैपकिन डाल दिया जिससे शौचालय की नाली जाम हो गई।

इससे गुस्साई हास्टल वार्डन ने पहले तो छात्राओं से पूछा कि यह किसने किया। बाद में उसने छात्राओं के कपड़े उतरवा कर खुद ही मामले की जांच की। वार्डन की हरकत से आहत छात्राओं ने अपने अभिभावकों से इसकी शिकायत की।

मामले को गंभीरता से लेते हुए हॉस्टल के उच्च अधिकारियों और पुलिस ने अभिभावकों से बातचीत की। शिकायत के आधार पर वार्डन और दो अन्य स्टॉफ कर्मियों के निलंबन के आदेश दे दिए गए हैं।

सड़क हादसों में 2 की मौत,24 घायल

सड़क हादसों में 2 की मौत,24 घायल

जयपुर/अलवर। मंगलवार को दो अलग-अलग जगह पर हुए सड़क हादसों में दो की मौत हो गई जबकि 24 अन्य घायल हो गए। घायलों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराय गया है। पहली घटना जयपुर के मुहाना क्षेत्र में टीलावाला गांव के पास की है,यहां सुबह करीब पौने पांच बजे रोडवेज बस अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई।

घटना में बस में सवार डेढ़ दर्जन से अधिक सवारियां घायल हो गई। दुर्घटना में बस चालक और परिचालक भी गंभीर रूप से जख्मी हुए। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से बस में फंसे यात्रियों को बाहर निकाल कर सांगानेर के एक निजी अस्पताल व एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया। बस उदयपुर से जयपुर आ रही थी।

दूसरी घटना अलवर के घासोली गांव के पास की है। यहां रोडवेज बस बेकाबू होकर एक मकान में जा घुसी। हादसे में बस चालक व एक अन्य यात्री की मौके पर मौत हो गई,जबकि 7 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। बस हिडौंन से दिल्ली जा रही थी। बताया जा रहा है कि चालक को झपकी आ गई थी इस वजह से हादसा हुआ। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने बस में फंसे यात्रियों को बाहर निकाला। करीब आधा दर्जन यात्रियों को गंभीर हालत में अलवर के अस्पताल में भर्ती कराया गया।

सांसदों ने कहा,मोदी को मत दो वीजा

सांसदों ने कहा,मोदी को मत दो वीजा

वाशिंगटन। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को बड़ा झटका लगा है। 25 अमरीकी सांसदों ने मोदी पर वीजा बैन जारी रखने की मांग की है। अमरीका के 25 सांसदों ने अमरीकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन को पत्र लिखकर कहा है कि मोदी को वीजा न दिया जाए।

इन सांसदों का आरोप है कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने 2002 के दंगा पीडितों को इंसाफ नहीं दिलाया। हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के इन 25 सदस्यों का ये भी आरोप है कि अगर मोदी को वीजा दिया गया तो गुजरात दंगों की जांच पर असर पड़ेगा। क्लिंटन को ये पत्र 29 नवंबर को लिखा गया था।

पत्र में कहा गया है कि मोदी लगातार सत्ता में हैं। ऎसे में अमरीकी वीजा नीति में बदलाव से मोदी सरकार की उन कोशिशों को बल मिलेगा जिनकी वजह से दंगों की जांच और दोषियों को सजा दिलाने में मुश्किलें पैदा हो रही हैं। सांसदों का ये खत रिपब्लिकन पार्टी के सांसद जो पिट्स और फ्रैंक वूल्फ ने मीडिया को जारी किया।

मोदी को 2005 में जब वीजा देने से इनकार किया गया था तब जॉर्ज बुश अमरीकी राष्ट्रपति थे। हालांकि बीते कुछ दिनों में अमरीका ने अपने रूख में नरमी के संकेत दिए हैं और ये कहा है कि मोदी अगर वीजा के लिए अर्जी देते हैं तो वो इस पर विचार कर सकता है।

कांग्रेस सदस्यों ने पत्र में लिखा है कि भारत एक सफल लोकतंत्र है जो उच्च स्तर के नेतृत्व और प्रगति की आकांक्षा रखता है। यह परेशान करने वाली बात है कि गुजरात हमलों से उनका नाम जुड़ा होने के बावजूद भारत में कुछ राजनीतिक दल मोदी को बढ़ावा दे रहे हैं। अमरीका आने की मंजूरी मिलने से उन्हें 2002 के मानवाधिकार उल्लंघन के मामलों में अपनी जिम्मेदारी से बच निकलने में और मदद मिलेगी।

जुए में बीवी को ही लगा दिया दांव पर

जुए में बीवी को ही लगा दिया दांव पर

नोएडा। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक व्यक्ति ने जुए में अपनी बीवी को ही दांव पर लगा दिया। वह यह दांव हार गया। पुलिस ने आरोपी शख्स के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

पीडिता की ओर से दर्ज कराई शिकायत के मुताबिक दस दिन पहले उसके पति ने जुए में दांव पर लगा दिया। इसके बाद कई लोग उसे अगवा करने के लिए घर पर आ धमके। किसी तरह वह बदमाशों के चंगुल से भागने में कामयाब हो गई।

इसके बाद उसने नोएडा के जारचा पुलिस स्टेशन में पति के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। पीडिता ने आरोप लगाया कि शादी के बाद से ही पति उसे प्रताडित करने लगा। वह छोटे भाई के साथ सेक्स के लिए दबाव बनाने लगा। जब उसने ऎसा करने से मना कर दिया तो उसकी जमकर पिटाई की गई।

रेत पर नाम लिखते नहीं


 रेत पर नाम लिखते नहीं 

रेत पर लिखे नाम कभी 

टिकते नहीं लोग कहते हैं 

पत्थर दिल हैं हम लेकिन 


पत्थरों पर लिखे नाम 

कभी मिटते नहीं.

foto....1971 भारत-पाक युद्धः भारतीय सेना की अमर गाथा







भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ 1971 का युद्ध भारतीय इतिहास में हमेशा अमर रहेगा। लगभग दो हफ्ते (3-16 दिसंबर) तक चले इस युद्ध के बाद दुनिया के पटल पर बांग्लादेश नामक नए मुल्क का उदय हुआ। भारतीय जाबांजों के साहस और जीवटता के आगे पाकिस्तानी सेना ने घुटने टेक दिए थे। इसे हिंदुस्तान की अब तक की सबसे बड़ी युद्ध विजय कहा जाता है।

25 मार्च, 1971 को पाकिस्तान के सैनिक तानाशाह याहिया खां ने पूर्वी पाकिस्तान की जन भावनाओं को सैन्य ताकत से कुचलने का आदेश दिया। पाकिस्तानी सेना ने बांग्लादेश के बड़े नेता शेख मुजीबुर्रहमान को गिरफ्तार कर दमन चक्र शुरू कर दिया। इधर परेशान और आहत पूर्वी पाकिस्तान के लोगों का हिंदुस्तान आने का सिलसिला शुरू हुआ।

पाकिस्तानी सेना के दमन चक्र बढ़ने के बाद भारत पर दबाव पड़ने लगा कि वह पूर्वी पाकिस्तान में सैन्य हस्तक्षेप करे। तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इस मसले पर थलसेना अध्यक्ष जनरल मानकेशॉ से राय मांगी। मानेक शॉ ने इंदिरा गांधी को साफ कर दिया कि वह पूरी तैयारी के साथ ही जंग के मैदान में उतरना चाहेंगे।

3 दिसंबर 1971 को अचानक पाकिस्तानी वायुसेना ने भारतीय सीमा पर पठानकोट, श्रीनगर, अमृतसर, जोधपुर और आगरा के सैनिक हवाई अड्डों पर बम गिराने शुरू कर दिए। कलकत्ता में जनसभा कर रहीं इंदिरा गांधी ने उसी समय दिल्ली लौटने का फैसला किया। मंत्रिमंडल की आपात बैठक में इंदिरा ने देश को संबोधित किया। और फिर शुरू हुई भारतीय सेना की अमर गाथा...।

पूर्व में तेजी से आगे बढ़ते हुए भारतीय सेना ने जेसोर और खुलना पर कब्जा कर लिया। तंगेल पर कब्जा और पाकिस्तानी सेना के ढाका भागने वाले मार्गों को बंद करने के तुरंत बाद मानके शॉ ने पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल नियाजी को अपना संदेश भेजकर आत्मसमर्पण करने को कहा। इस युद्ध में पूर्वी कमान के स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट जनरल जेएफआर जैकब की भी अहम भूमिका रही।

15 दिसंबर को पाकिस्तानी सेनापति जनरल एके नियाजी ने युद्धविराम की प्रार्थना की। 16 दिसंबर 1971 को करीब 90,000 पाकिस्तानी फौजों ने आत्मसमर्पण कर दिया। याहिया खां पूरी तरह हार मान चुके थे। इस तरह बांग्लादेश नामक नए मुल्क का उदय हो गया।

foto...खतरे में जैसलमेर का किला






खतरे में जैसलमेर का किला


उपेक्षा के दंश, प्रकृति के बदलते तेवर और इंसान की बढ़ती जरूरतों ने विश्व की अनमोल धरोहरों में से एक सोनार किले को जर्जर हालात में पहुंचा दिया है. हालियां रिपोर्टों और आए दिन इसकी गिरती दीवारों ने यहां रहने वालों की पेशानी पर बल लाना तो शुरू कर दिया है पर प्रशासनिक उपेक्षा का आलम बरकरार है.
जैसलमेर का किला 
ज्‍योलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के एक उच्च अधिकारी बताते हैं कि किले के पहाड़ की मिट्टी 154 लाख साल पुरानी है. अब जहां मिट्टी का 'हृास' हो रहा है, वहीं सीवरेज का पानी नींव में जा रहा हैं. और तो और, किले में चल रहे नए निर्माण कार्य से पहाड़ पर बढ़े भार ने आग में घी का काम किया है.

बॉम्बे कोलेबरेटी अर्बन डिजाइनिंग ऐंड कंजर्वेशन प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर, स्ट्रक्चरल ज्‍योटेकनीकल वर्क एस.सी. देशपांडे बताते हैं कि किले के पहाड़ में हो रही हलचल की जांच के लिए करीब 9 स्थानों पर टेस्टिंग की गई थी. इसके डाटा का आकलन यूके में किया गया था. इसकी स्टडी रिपोर्ट सचमुच चौंकाने वाली है. किले की हालत बहुत खराब है. इसके पहाड़ खिसक रहे हैं. करीब 3 स्थानों पर पहाड़ में न केवल मूवमेंट हो रहा है बल्कि कोटड़ी पाड़ा, ढूंढा पाड़ा और एक अन्य स्थान पर भूकंप की फॉल्ट लाइन की पहचान की गई है.

वर्ल्ड वॉच मॉन्युमेंट की भारत में प्रतिनिधि अमिता बेग दुनिया की चुनिंदा 100 धरोहरों में शुमार इस विख्यात किले के दिनोदिन खतरनाक हालत में तब्दील होने से खासी दुखी हैं. वे बताती हैं ''किले की नींव में लगातार पानी जाने से पहाड़ीनुमा ढलान धंसती जा रही है. इसमें झुकाव शुरू हो गया है. किले के पत्थर अंदर ही अंदर मिट्टी में बदलते जा रहे हैं.''

किले के साथ की जा रही छेड़छाड़ और बारिश से 99 बुर्जों वाले इस किले के 16 बुर्ज पूरी तरह ध्वस्त हो चुके हैं. उधर, किले के बारे में स्टडी, रिसर्च व योजनाएं बनाने में पिछले 8 साल से बैठकें और दौरे हो रहे हैं, लेकिन कोई ठोस कार्य शुरू नहीं हो सका है. हर छह माह में एएसआइ के उच्चाधिकारी बदल जाते हैं. पिछले तीन साल में जैसलमेर में पांच जिला कलेक्टर बदले जा चुके हैं. इसी कारण संरक्षण कार्य सही ढंग से नहीं हो पा रहा है.

केंद्र सरकार ने सोनार किले के संरक्षण के लिए किए जाने वाले खर्च के लिए नोडल एजेंसी नेशनल कल्चर फंड बना रखा है. उसने 4 करोड़ रु. दिए थे जबकि 2.5 करोड़ रु. वर्ल्ड वॉच मॉन्युमेंट ने मुहैया करवाए थे, यह राशि उनके बैक खातों में 2003 से पड़ी है. इस प्रकार 6.5 करोड़ रु. आठ साल से नेशनल कल्चर फंड के बैंक खातों में जमा हैं. लेकिन उनका कोई इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है.

गौरतलब है कि भाटी राजपूतों की आठवीं राजधानी लुद्रवापुर में थी. मगर वह हर लिहाज से असुरक्षित थी. मुगलों के बार-बार होने वाले हमलों से दुखी तत्कालीन राजा जैसल ने लुद्रवा से करीब 18 किमी दूर त्रिकुट पर्वत पर 1212 में 99 बुर्जों वाला एक शानदार किला बनवाया. इस किले की संरचना इस तरह की गई थी कि दुश्मन लाख चाहे तो इस पर हमला नहीं कर सकता था.

आज इस किले में एक पूरा शहर समाया हुआ है. यहां करीब 5,000 की आबादी, छोटे बड़े 30 से ज्‍यादा होटल, एक दर्जन रेस्तरां, 100 से ज्‍यादा छोटी-मोटी दुकानें हैं. पुरातत्व प्रशासनिक अधिकारी व अन्य संस्थाएं इसके संरक्षण को लेकर कभी-कभी होने वाली बैठकों में घड़ियाली आंसू बहा कर अपने फर्ज की इतिश्री कर लेते हैं.

जैसलमेर में 8 नवंबर, 1991 और 26 जनवरी, 2001 को जबरदस्त भूकंप आया था. इस दौरान भी सोनार किले को भारी नुकसान पहुंचा था. यहां के मकानों में दरारें आई थीं और कई जर्जर इमारतों की दीवारें ढह गई थीं. पिछले साल आए भूकंप से भी सोनार किले में बड़ी संख्या में मकानों में दरारें आई थीं.

इन सारे हालात को देखते हुए अगर सरकार समय रहते हरकत में नहीं आती तो ऐतिहासिक महत्व के इस किले को कभी भी बड़ा नुकसान होने की पूरी संभावना है. खास यह है कि यहां रहने वाले लोग भी खतरे के साये में हैं.