शनिवार, 1 दिसंबर 2012

जैसलमेर चोरी का माल खरीदने वाला कबाड़ी जितेन्द्र गिरफ्तार

जैसलमेर चोरी का माल खरीदने वाला कबाड़ी जितेन्द्र गिरफ्तार 

जैसलमेर पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता राहुल, के आदेशानुसार जिले में सरकारी सम्पति चोरों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत कल्याणमल बण्जारा वृताधिकारी वृत पोकरण के निर्देशन में रमेशकुमार नि.पु. थानाधिकारी पोकरण के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा कार्यवाही करते हुए, पोकरण हल्खा में विभिन्न जगहो पर तलाशी की गई तो जितेन्द्र पुत्र नेमीचन्द खटीक निवासी पोकरण के पास चोरी किये गये विधुत टावरों के ऐंगल बरामद हुए जिसे पुछने पर उसने उक्त सामान को खरीदना बताया जिस पर जितेन्द्र को चोरी का माल खरीदने के जूर्म में गिरफ्तार किया गया तथा मुलजिम से पुछताछ जारी तथा चोरी का माल बरामद करने के प्रयास किये जा रहे है।

बाड़मेर अलगोजा के महान कलाकार धोधे खां


राजिव गांधी के बाराती बने थे .मुफलिसी में गुजर रहे दिन 

अलगोजा के महान कलाकार धोधे खां
राजस्‍थान के बाड़मेर जिले में राणका फकीरों का अलगोजा वादन पर पूरा अधिकार है। इस जिले के बींजराड़, कुंदनपुर, बुरहान का तला, भूणिया, भलीसर, झड़पा और देरासर गांव ‘अलगोजा वादकों के गांव’ के नाम से जाने जाते हैं, लेकिन दूधिवा गांव अलगोजा वादक गांवो में शीर्ष स्थान पर है। बाड़मेर-अहमदाबाद मार्ग पर मांगता गांव से पांच किलोमीटर दूर रेतीले टीलों के बीच स्थित दूधिया गांव ने अलगोजे के सुप्रसिद्ध वादक धोधे खां की सुरीली स्वर लहरियों से ही अपनी पहचान बनाई है। नई दिल्ली में आयोजित एशियाड-82 का उद्घाटन समारोह धोधे खां के अलगोजे की धुनों से ही शुरू हुआ और श्रोताओं की मांग पर लगातार पांच दिन तक उनकी धुनों की रिकार्डिंग आयोजकों को बजानी पड़ी। धोधे खां ने अपनी कला से दूधिया गांव के साथ-साथ राजस्थान और भारत का गौरव बढ़ाया है। 
अलगोजा नडकट, केर, टाली, बांस की नली, सुपारी या कंगोर की लकड़ी का बना होता है। बाड़मेर की चौहटन तहसील के एकल गांव के भील लक्ष्मण और मोती केर की लकड़ी के अलगोजे बड़ी खूबसूरती से बना लेते हैं। अलगोजे में दो अलग-अलग बांसुरीनुमा लम्बी-छोटी नलियां होती है। नली में 4 से 7 तक छेद किए जाते हैं। दोनों नली के मुंह मत्स्याकार होते हैं। दोनों नली को मुंह में रखकर धोधे खां जब बड़ी नली से श्‍वांस खींचकर छोटी नली से स्वर निकालते हैं, तो सुनने और देखने वाले मोहित हुए बिना नही रह पाते। अलगोजे में संगीत के आरोह-अवरोह संगीत प्रेमियों को संगीत के रस से सराबोर कर देते हैं।
धोधे खां बताते है कि सुषिर वाद्य यंत्र बजाने के लिए साधना और सांस की ताकत की आवश्‍यकता होती है। बिना साधना किए अलगोजे पर उंगलियां सुगमता से चल नहीं सकतीं। धोधे खां यों तो संगीतज्ञ परिवार से हैं, लेकिन 10 वर्ष की अल्पायु में ही पिता मीरा खां के देहावसान के बाद उन्हें पीर मिश्री जमाल, पाकिस्तान के कामआरा शरीफ गांव के भीटघणी स्कूल की शरण मे जाकर अलगोजा वादन विद्या में पारंगत होना पड़ा। छह वर्ष की कठिन साधना के बाद धोधे खां ने कुंदन की तरह निखर कर पाकिस्तान के युवा अलगोजा वादकों में अपनी छाप छोड़ दी। पाकिस्तान के हैदाराबाद क्षेत्र के खैरपुर गांव के रहने वाले धोधे खां के पिता मीरा खां की शादी दूधिया गांव के धुरा की लड़की मारियल से हुई थी। धोधे खां कामआरा शरीफ से शिक्षा ग्रहण करने के बाद दूधिया लौट आए और ननिहाल के साये और सहयोग से आगे बढऩे लगे।
रामा, पीर, भिटाई, धोटिया, कानूड़ा, मलहूद, यानबी, प्रभातिया आसा भजन की धुनें जब धोधे खां अलगोजे पर निकालते हैं, तो भजन प्रेमी भक्तिरस से सराबोर हो जाते हैं। शादी-ब्याह मे लाडेला, सेहरो, डोरो, मेंहदी, अरणी, तोरण के गीतों पर अलगोजे के संगीत और महेन्द्र-मूमल, मीर-महेन्द्र, ढोला-मारू, सस्सी-पुन्नु, ऊजली-जेठा और बीजा सोरठ की प्रेम गाथाओं को अलगोजे पर बजाने मे तो धोधे खां को महारत हासिल है। धोधे खां सिंधी धुनो में पारंगत है और राणा-महेन्द्र, काफी आदि को सिंधी धुनों मे खूबी से प्रस्तुत करते हैं। राग मल्हार, श्याम कल्याण, राणा, दरबारी, कलवाड़ा में धोधे खां सिद्धहस्त हैं। अमरकोट के कलाकार हमीर मुथा, हवेली के लतीफ, नारा ढोरा के हनीफ, सादी लिपली के मुवीन एवं तमाची, धोधे खां के प्रिय कलाकारों में हैं।
नेहरू युवा केन्द्र ने स्थानीय जजमानों की दुनिया से निकाल कर उनकी कला के सार्वजनिक प्रदर्शन करवाने का प्रथम प्रयास किया। गत दो दशक मे नेहरू युवा केन्द्र एवं जोधपुर की रूपायन संस्था के नेतृत्व में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत जोधपुर, लखनऊ, दिल्ली, कोलकाता, मद्रास, बेलगांव में धोधे खं अपनी कला प्रतिभा के जौहर दिखाए, वहीं 15-20 वर्ष से उन्हें आकाशवाणी जोधपुर से भी कार्यक्रमों में आमंत्रित किया गया था। धोधे खां ने जहां हर रोज कला के प्रति अपने समर्पण भाव को दर्शाया, वहीं हर कोई इनकी कला की कद्र करता नजर आया।
धोधे खां का मानना है कि सरकार अलगोजे को रेतीले इलाके में ज्यादा से ज्यादा लोकप्रिय बनाए। स्कूलों मे लोक संगीत को अनिवार्य बनाया जाए, तभी अलगोजे जैसे वाद्य यंत्र समाज में पुन: प्रतिष्ठित हो पाएंगे।

चिकित्सको को हटाया तो गंभीर होंगे परिणाम

प्रतिनियुक्त चिकित्सको को हटाने का विरोध कराया दर्ज ,मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

चिकित्सको को हटाया तो गंभीर होंगे परिणाम


बाड़मेर ग्रुप फॉर पीपुल्स ने राजकीय चिकित्सालय के तीन चिकित्सको की प्रतिनियुक्ति समाप्त करने के सरकार के निर्णय का विरोध दर्ज करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरुण पुरोहित को ज्ञापन सौंपा ग्रुप फॉर पीपुल्स के संयोजक चन्दन सिंह भाटी ने बताया ग्रुप के पदाधिकारी और कार्य करता रमेश सिंह ,इन्दा दिग्विजय सिंह चुली ,भेरा राम सुथर ,स्वरुप सिंह झनकली ,रामेश्वर सोनी ,कैलाश जायदू ,दीपक महावर ,अजय सिंह भाटी ,तेजा राम हुड्डा ,सहित कई जानो की उपस्थिति में अतिरिक्त जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सुपुर्द किया ,ज्ञापन में लिखा हें की राज्य सरकार के आदेशानुसार प्रतिनियुक्ति पर लगे सरकारी कारिंदों को गृह विभाग में भेजा हें ,निःसंदेह सरकार का बेहतरीन कदम हें ,मगर बाड़मेर जिले के राजकीय चिकितास्लय में लम्बे अरसे बाद प्रतिनियुक्ति पर तीन चिकित्सक लगे हें जिसमे डॉ सुरेन्द्र चौधरी के आने के बाद पहली बार बाड़मेर के अस्थि रोग पीडितो को जिलो और प्रान्तों में इलाज़ हेतु , बाड़मेर जिले में अस्थि के ओप्रेसन सपने जैसा था मगर इस सपने को सुरेन्द्र चौधरी ने साकार किया ,अस्थि रोगिये के ओप्रेसन बाड़मेर के अस्पताल में बड़ी तादाद में हुए वो भी सफलता ,पूर्वक सुविधा के आभाव के बावजूद इस युवा चिकितासक ने सेवा भाव से कार्य कर जनता का दिल और विशवास जीता हें ,जहा बाड़मेर कोई नया चिकित्सक आना नहीं चाहता जो आये उन्हें हटा दिया जाए यह उचित नहीं ,आम जनता के के , हें बाड़मेर जिले की परिस्थितियों को भली भांति जानते हें ऐसे में बाड़मेर के राजकीय चिकित्सालय में नियुक्त चिकित्सको को किसी भी सूरत में नहीं हटाया जाए ,राजकीय चिकित्सालय के तीन होनहार और सेवा भावी चिकितस्क प्रतिनियुक्ति पर हें ,उने हटाया नहीं जाए ,बाड़मेर जिले की जनता की मांग हें की इन चिकित्सको की प्रतिनियुक्ति को स्थाई सेवा में बदल दिया जाये ,.यदि इन चिकित्रसको को हटाया गया तो उग्र आन्दोलन किया जाएगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी सरकार की होगी ,ज्ञापन के जरिये चिकितासको को नहीं हटाने ककी गुहार की हे साथ ही चिकित्सको को हटाने की दशा में उग्र आन्दोलन करने को लेकर सरकार को चेताया हें,साथ ही बाड़मेर बंद करने के साथ गतिविधिया ठप्प करने की चेतावनी दी हें

बलात्कार के मामले में तीन को सजा

बलात्कार के मामले में तीन को सजा

इंदौर। मध्यप्रदेश में इंदौर की विशेष अदालत ने चार वर्ष पहले एक लडकी के अपहरण और बलात्कार के मामले में एक पुलिस कर्मचारी समेत तीन आरोपियों को कारावास की सजा सुनायी है।

विशेष सत्र न्यायाधीश अवनींद्र कुमार सिंह ने जिले के बेटमा थाना क्षेत्र की इस घटना के सिलसिले में मुख्य आरोपी साहेब सिंह को शुक्रवार सात वर्ष की सजा सुनाई। इस आरोपी को सहयोग करने के लिए पुलिस कर्मचारी कै लाश और मुकेश को तीन.तीन वर्ष की सजा से दंडित किया गया। सरकारी अधिवक्ता ज्योति तोमर ने बताया कि बेटमा थाना क्षेत्र में रहने वाली एक लडकी को साहेब सिंह ने मई 2008 में अगवा कर लिया था। बाद में उसने उसके साथ बलात्कार किया। परिजनों की शिकायत के बाद लडकी को खोजा गया और वह साहेब सिंह के घर से मिली। बताया गया है कि शेष दो आरोपियों ने साहेब सिंह की मदद की थी।

नार्वे में भारतीय दम्पती को जेल !

नार्वे में भारतीय दम्पती को जेल !
हैदराबाद/ओस्लो। अपने 7 साल के बेटे को प्रताडित करने के आरोपों से घिरे नॉर्वे के ओस्लो में कार्यरत आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के वी.चन्द्रशेखर और उनकी पत्नी पर सजा की तलवार लट रही है। बेटे को अनुशासन सिखाने के कारण नॉर्वे पुलिस के हत्थे चढ़े चन्द्रशेखर और उनकी पत्नी को हिरासत में लेने के साथ ही एक साल और तीन महीने की सजा की सिफारिश की गई है। ओस्लो डिस्ट्रिक्ट कोर्ट इस मामले में 3 दिसम्बर को फैसला सुनाएगी।

जानकारी के अनुसार दंपती पर बच्चे के साथ बार-बार दुर्व्यवहार करने का आरोप लगा है। पुलिस डिपार्टमेंट के अनुसार धमकी देना,हिंसा आदि पैनल कोड 219 के तहत गलत है। इस के तहत चन्द्रशेखर की पत्नी को 1 साल 3 महीने और 1 साल 6 महीने के सजा खुद चन्द्रशेखर को दी जा सकती है।

यह था मामला

चन्द्रशेखर के भतीजे वी. शैलेन्द्र ने हैदराबाद में बताया कि ओस्लो पुलिस ने उनके ऊपर अपने पुत्र को अनुशासित करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। गत 28 नवम्बर की गिरफ्तारी की सूचना पड़ोसियों से मिली। शैलेन्द्र ने बताया कि नौ माह पहले उनके बच्चे ने स्कूल बस में लघुशंका की थी। शिकायत पर पिता ने बच्चे को धमकाया था कि उसने फिर ऎसा किया तो वह उसे भारत भेज देंगे। बच्चे के स्कूल से खिलौना उठा लाने की शिकायत भी मिली थीं। उधर,ओस्लो स्थित भारतीय दूतावास ने पूरे प्रकरण का दंपती के दोस्तों से ब्योरा मांगा है।

सड़क हादसे में तीन की मौत,4 घायल

सड़क हादसे में तीन की मौत,4 घायल
राजसमंद। राजसमंद जिले के देलवाड़ा थाना क्षेत्र में शुक्रवार देर रात ट्रक-जायलो भिड़ंत में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और चार गंभीर घायल हो गए। जायलों सवार सभी लोग उदयपुर में एक शादी में शामिल होकर झुंझुनूं जिले के खेतड़ी स्थित घर लौट रहे थे। हादसे में घायल हुए चार लोगों में से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।

पुलिस के अनुसार देलवाड़ा के पास स्थित नला गांव से होकर गुजरते समय तेज गति से आ रहे एक ट्रक ने अचानक जायलो को टक्कर मार दी। टक्कर से गाड़ी पलट गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने गाड़ी को सीधा किया,लेकिन तब तक जायलो चालक महेश चौधरी,मंजू सिंह और सोलह वष्ाीüय स्नेहा की मौत हो चुकी थी। हादसे में परिवार के चार अन्य सदस्य घायल हो गए

कुर्सी खाली या भरी,जनता करेगी फैसला

कुर्सी खाली या भरी,जनता करेगी फैसला
जयपुर। राजस्थान के इतिहास में रिकॉल के लिए पहली बार मतदान होने जा रहा है। शहरी निकायों में सीधे वोट से चुनाव जिताने के बाद निकाय प्रमुख को वापस बुलाने का अधिकार तो जनता को मिल गया लेकिन इसका पहला इस्तेमाल मांगरोल में होने जा रहा है।

मांगरोल नगर पालिका अध्यक्ष अशोक जैन के खिलाफ पार्षदों की ओर से पारित अविश्वास प्रस्ताव पर रिकॉल के लिए 12 दिसम्बर को जनमत संग्रह किया जाएगा। नतीजा 14 दिसम्बर को आएगा। ईवीएम में सिर्फ दो ही बटन होंगे जिनमें से एक बटन पर खाली कुर्सी का निशान और दूसरे पर एक व्यक्ति की बैठी मुद्रा में भरी कुर्सी का निशान होगा।

यह है मामला
नवम्बर 2009 में हुए चुनाव में मांगरोल में निर्दलीय प्रत्याशी अशोक जैन नगर पालिका अध्यक्ष निर्वाचित हुए। जनवरी 2012 में उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित हुआ। नई चुनाव प्रणाली में जनता अध्यक्ष को वापस बुला सकती है लेकिन इससे पहले अविश्वास प्रस्ताव पारित होने अनिवार्य है।

फर्जीवाड़े के मामले में बैंक प्रबंधक सहित चार को सजा

जोधपुर.सीबीआई मामलात की विशेष अदालत ने सरकार की मैसिव योजना में फर्जी तरीके से लाखों रुपए का ऋण स्वीकृत करने के मामले में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की उम्मेदनगर शाखा के तत्कालीन प्रबंधक सहित चार लोगों को दोषी मानते हुए एक-एक वर्ष के कठोर कारावास व अर्थदंड की सजा सुनाई है।

विशेष न्यायाधीश अतुल कुमार चटर्जी ने जोधपुर जिले में उम्मेद नगर स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के तत्कालीन शाखा प्रबंधक वाईपी पेशवा, मथानिया में महेश्वरी ऑटो सेल्स के प्रोप्राइटर सत्यनारायण बूब व मथानिया के ही मोहनलाल मेघवाल व पुखराज माली को भ्रष्टाचार व फर्जीवाड़े का दोषी ठहराते हुए यह सजा सुनाई।

वरिष्ठ लोक अभियोजक सीबीआई एसएस यादव का कहना था कि शाखा प्रबंधक ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए वर्ष 1990 में ऐसे व्यक्ति के नाम का ऋण खाता अपनी बैंक में खोला, जिसका कोई अस्तित्व ही नहीं था। शाखा प्रबंधक ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर डीआरडीए जोधपुर द्वारा उस काल्पनिक व्यक्ति के नाम 30,518 रुपए का अनुदान भी दिलवा दिया।

विशन दास नाम के इस काल्पनिक व्यक्ति का कोई वजूद ही नहीं था। उसके बावजूद उसकी जमीन में नलकूप खुदाई की मजदूरी के 32,100 रुपए उठा लिए। इसके अलावा पंप सेट एवं अन्य सामान के 30,000 रुपए तिंवरी की मेसर्स स्वास्तिक इलेक्ट्रॉनिकल फर्म को अदा कर दिए।

शाखा प्रबंधक ने इसी प्रकार 77,000 रुपए का ऋण आरोपी मोहनलाल को वितरित कर दिया। 31,000 रुपए आरोपी फर्म मेसर्स महेश्वरी ऑटो सेल्स मथानिया व 42,600 रुपए पंप सेट के नाम पर फर्जी तरीके से भुगतान किया। यादव ने बताया कि पेशवा ने पंजीयन कार्यालय में पहचानकर्ता के रूप में हस्ताक्षर भी किए।

आरोपी मोहनलाल के नाम ऋण वितरण के मामले में उसकी भूमि के पास स्थित अन्य कृषि भूमि जो आरोपी सत्यनारायण के नाम थी उसमें नलकूप खुदवा कर पंप सेट लगवा दिया। आरोपियों के वकीलों का कहना था कि आरोपी पिछले 17 साल से ट्रायल भुगत रहे हैं इसलिए सजा में नरमी का रुख अपनाया जाए। गौरतलब है कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो, जोधपुर ने इस मामले में 1995 में आरोप पत्र दाखिल किया था।

सरकारी चपरासी से भी कम तनख्वाह पाते हैं नरेंद्र मोदी!



अहमदाबाद. गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी हर महीने कितना कमाते हैं? यह सवाल गुजरात की मणिनगर विधानसभा सीट से पर्चा दाखिल करने वाले मोदी के हलफनामे के सामने आने के बाद उठा है। मोदी ने अपने हलफनामे में जो दावा किया है, उसके मुताबिक मोदी किसी सरकारी बाबू सरकारी विभाग में काम करने वाले वरिष्ठ चतुर्थ श्रेणी कर्मी से भी कम कमाते हैं।
सरकारी चपरासी से भी कम तनख्वाह पाते हैं नरेंद्र मोदी!


मोदी  ने वित्त वर्ष 2011-2012 के लिए दिए गए अपने ब्योरे में कहा है कि उनकी सालाना आय 1,50,630 रुपये है। इसमें 12,553 रुपये उनका मासिक वेतन है। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि वेतन के तौर पर मोदी को मिलने वाली राशि किसी मंत्री के मासिक वेतन (66,000 रुपये) के पांचवें हिस्से के बराबर है। एक विधायक को अन्य भत्तों के अलावा करीब 56,000 रुपये हर महीने मिलते हैं। मंत्री को अतिरिक्त यात्रा भत्ता, डीए, बंगला और नौकर वगैरह की सुविधा दी जाती है। गौर करने वाली बात यह है कि 2007 के चुनाव में मोदी ने अपनी सालाना आय नहीं बताई थी।

जीत रही है "जिदंगी"

जीत रही है "जिदंगी"

बाड़मेर। एचआईवी पॉजीटिव यानि जिंदगी खत्म। सामाजिक जीवन समाप्त और एक अंतहीन दर्द के साथ जीवन से छुटकारा। इन सारी मान्यताओं को छोड़कर रेगिस्तान में अब एचआईवी को लेकर सकारात्मक सोच बढ़ी है। इसे बीमारी समझकर लोग खुलकर इलाज करवाने लगे है और नतीजा है कि कई परिवार उजड़ने से बच गए है। बच्चों के सिर पर मां बाप का साया है और फिर से उनको पालने के लिए माता पिता के कदम उठने लगे है। बूढ़ी पथराई आंखों में उम्मीदें जगी है।

बाड़मेर जिले में वर्ष 2005 से 2009 का दौर एचआईवी को लेकर काफी भय वाला रहा। रोगियों की संख्या बढ़ने के साथ ही लोग खुलकर सामने नहीं आ रहे थे। ऎसे में अंदर ही अंदर रोगी बढ़ने के साथ घुट घुटकर मर रहे थे। अब यह स्थिति बदली है। जांच और सामने आए रोगियों की संख्या यही दिखाती है।

यह है स्थिति
जिलेभर के पंद्रह काउंसलिंग केन्द्रों पर हुई जांच दर्शाती है कि वर्ष 2009 में 19640 लोगों ने जांच करवाई इसमें से 257 पॉजीटिव मिले। इसी तरह 2010 में 27857 ने जांच करवाई और 202 पॉजेटिव पाए गए। वष्ाü 2011 में 42 हजार 382 ने जांच करवाई और 171 पॉजीटिव मिले। इस वर्ष 44 हजार लोग जांच करवा चुके है और अब तक 130 पॉजीटिव मिले है।

बाड़मेर अस्पताल पहुंचे 343
बाड़मेर अस्पताल में निरंतर चल रही जांच बताती है कि पिछले सात साल में 343 रोगी पहुंचे है।

पलायन थमने का हुआ असर
बाड़मेर में एचआईवी पॉजीटिव रोगियों की संख्या सैकड़ो में है। इसमें से अधिकांश पलायन के कारण है। ट्रक चालक व अन्य कार्य के लिए बाहर जाने वाले लोगों को यह रोग हुआ। अब जिले में रोजगार मिलने से पलायन रूका है,लिहाजा रोगियों की संख्या भी कम हो रही है।

हां, एचआईवी है
जिले मे कार्य कर रही बाड़मेर पीपुल लिविंग विद एचआईवी संस्थान में अब तक 569 लोग जुड़ गए है। ये लोग खुलकर सामने आए है। ये लोग अपना इलाज करवाने के साथ ही एचआईवी के साथ जी रहे लोगों को प्रेरित कर रहे है कि घुटन को छोड़े और उपचार को अपनाएं।
जागरूकता जरूरी
जागरूकता जरूरी है। लोग इसे छिपा रहे है। बीमारी को छिपाना ठीक नहीं है। अन्य बीमारियों की तरह इसका भी उपचार है। जागरूकता होगी तो रोग हारेगा।- मनीष शर्मा, काउंसलर, जिला अस्पताल

विरहणियों की वेदना
बाड़मेर. जिले में सैकड़ों महिलाएं है जिनको इस रोग ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है। इक्का दुक्का मामलों को छोड़ दिया जाए तो इन महिलाओं का इसमें कोई दोष नहीं है। पति को यह रोग लग जाता है और पति पत्नी को भी यह रोग दे रहे हंै। पति के बाहर जाने पर इंतजार करने वाली विरहणियों को इसके बाद एचआईवी की वेदना मिल रही है। उनके लिए जीवन किसी सजा से कम नहीं है। रोगी पति की मृत्यु,इसके बाद खुद का इस रोग से तड़पना और साथ ही बच्चों के भी एचआईवी पॉजीटिव होने की जानकारी मिलने पर उनकी चिंता में घुट घुटकर जीना।

पूरा परिवार ही पॉजीटिव
शिव क्षेत्र में एक चालक को एचआईवी पॉजीटिव था। उससे उसकी पत्नी और इसके बाद परिवार के अन्य सदस्यों को हो गया। चालक और उसकी पत्नी की मृत्यु हो गई है। अब उसके भाई व पत्नी इसी रोग से ग्रसित है। दो बच्चे भी पॉजीटिव है। परिवार के सामने फांकाकशी की नौबत आ गई है।

एड्स को मिटाने का संकल्प
बाड़मेर. राजकीय चिकित्सालय, एआरटी सेंटर व आईसीटीसी के संयुक्त तत्वावधान में स्थानीय अस्पताल परिसर में प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ$ आर के माहेश्वरी व एआरटी प्रभारी डा$ रविन्द्र कुमार शर्मा व आईसीटीसी प्रभारी डॉ बी एल मसूरिया के सान्निध्य में नसिंüग छात्रों को विश्व एड्स दिवस की पूर्व संध्या पर मोमबत्ती जलाकर एड्स को जड़ से समाप्त करने का संकल्प कराया। इस अवसर पर राजकीय अस्पताल के डाक्टर्स, स्टाफ नर्स, नसिंüग विद्यार्थियों ने एड्स के प्रति फैली भ्रान्तियों को दूर करने का आह्वान किया।

शुक्रवार, 30 नवंबर 2012

आबादी विस्तार में हम हैं नंबर बाड़मेर

आबादी विस्तार में हम हैं नंबर बाड़मेर 

बाड़मेर वर्ष 2001 से 2011 की जनसंख्या वृद्धि दर पर नजर दौड़ाए तो बाड़मेर जिला राज्य भर में अव्वल रहा है। विडंबना यह है कि निरंतर बढ़ रही आबादी के अनुपात में संसाधनों में बढ़ोतरी नहीं हो पाई है। गत दस वर्षों में बाड़मेर जिले में सबसे ज्यादा 32.55 प्रतिशत की दर से जनसंख्या वृद्धि हुई है। जबकि जैसलमेर जिला 32.22 प्रतिशत वृद्धि के साथ राज्य में दूसरे स्थान पर रहा। हालांकि खनिज व तेल उत्पादन में बाड़मेर जिले से राज्य सरकार को रिकॉर्ड राजस्व मिलने लगा है, पर जिले के विकास पर खर्च का अनुपात आज भी वही है। जनसंख्या नियंत्रण पर कितना ही खर्च करने के बावजूद बाड़मेर जिले ने राज्य में अपनी साख घटाई है। यहां महिला साक्षरता की दर भी चिंताजनक रूप से घटी है। दुनिया में बढ़ रही भीड़ आज 7 अरब पहुंच जाएगी। बाड़मेर जिले में आबादी के साथ अलग-अलग क्षेत्रों में कितने संसाधन बढ़े, इस पर भास्कर टीम ने पड़ताल की तो चौकाने वाली स्थिति सामने आई।

नहीं बढ़ पाई महिला साक्षरता दर
बाड़मेर जिले में कुल साक्षरता की दर 57.49 प्रतिशत ही है। जहां पुरुष साक्षरता की दर 72.32 प्रतिशत तक पहुंची है, वहीं महिला साक्षरता की दर आज भी महज 41.03 प्रतिशत ही है। राज्य के सभी 33 जिलों में बाड़मेर की महिलाएं शिक्षा के क्षेत्र में 30वें पायदान पर है। हमारे से जैसलमेर, जालोर व सिरोही जिले की महिला साक्षरता दर कम है, जबकि अन्य सभी जिलों में महिला शिक्षा में बढ़ोतरी हुई है। लिंगानुपात में भी बाड़मेर राज्य में 27 वें स्थान पर है। जिले का जनसंख्या घनत्व भी बहुत कम है, यहां प्रति किलोमीटर केवल 92 लोग ही रहते हैं।

रिक्त पदों की मार चिकित्सा क्षेत्र पर भी
चिकित्सा के क्षेत्र में भी बाड़मेर जिले की स्थिति आज भी पिछड़ी है। जिले की 18 सीएचसी व 63पीएचसी पर कुल 175 चिकित्सकों के पद स्वीकृत है, जिनमें से मात्र 96 चिकित्सक ही कार्यरत है। जबकि बाड़मेर व बालोतरा स्थित राजकीय अस्पतालों में भी चिकित्सकों के आधे से ज्यादा पद खाली पड़े हैं, जिसके चलते मरीजों को समय पर उपचार नहीं मिल पाता। वहीं जिले भर के 546 सब सेंटरों पर भी यही हालात है।

अटकी पड़ी हंै विकास योजनाएं
बाड़मेर जिला मुख्यालय सहित आस-पास की गांव-ढाणियों के लिए पेयजल उपलब्ध कराने के लिए बनी बाड़मेर लिफ्ट कैनाल योजना अभी पूरी होनी है। वहीं बालोतरा क्षेत्र में पेयजल सप्लाई के लिए बनी पोकरण-फलसूंड-बालोतरा-सिवाना नहरी योजना की गति जिस ढंग से चल रही है उससे वर्षों तक पूरी नहीं होने की उम्मीद है। इधर समदड़ी क्षेत्र में पानी के लिए बनी उम्मेदसागर-धवा-समदड़ी पेयजल योजना का पानी समदड़ी तक पहुंचने के बावजूद लोगों के हलक तक नहीं पहुंच पाया है। इसी तरह बाड़मेर में ओवरब्रिज का कार्य लंबे समय से चल रहा है तो बालोतरा में ओवरब्रिज आज भी सपना बना हुआ है।


पानी की खपत बढ़ी, सप्लाई वही
जिले में गत दस वर्षों में जनसंख्या वृद्धि के साथ पानी की डिमांड भी बढ़ी है, मगर पानी की सप्लाई में आवश्यकता अनुसार सुधार नहीं हो पाया है। वर्तमान में रोजाना 1,82,312 किलो लीटर पानी की डिमांड रहती है, जबकि केवल 72,925 किलो लीटर की ही सप्लाई हो पा रही है। जिले में आज भी आधी ढाणियां पेयजल सुविधा से वंचित है। दस साल पूर्व जहां डिमांड की 30 फीसदी पानी की सप्लाई हो पाती थी, वहां अब 40प्रतिशत ही सप्लाई हो रही है।

foto...नया स्‍टंट? सामने आया वीना मलिक का कामुक MMS

नया स्‍टंट? सामने आया वीना मलिक का कामुक MMSनया स्‍टंट? सामने आया वीना मलिक का कामुक MMSनया स्‍टंट? सामने आया वीना मलिक का कामुक MMS



अक्‍सर सुर्खियों में रहने वाली पाकिस्‍तानी अदाकारा वीना मलिक एक बार फिर चर्चा में हैं। वीना मलिक के इस बार चर्चा में रहने की वजह है इंटरनेट पर उनका एक अश्‍लील एमएमएस। इस एमएमएस में वीना एक शख्स के साथ हमबिस्तर होती दिख रही हैं।इस एमएमएस को यू ट्यूब पर खूब देखा जा रहा है। नीली रोशनी में फिल्माया गया यह वीडियो इंटरनेट पर किसने अपलोड किया, यह पता नहीं चल सका है लेकिन इस वीडियो को अब तक लाखों लोगों ने देख लिया है। इस वीडियो में दिख रहा शख्‍स राजन वर्मा इससे पहले वीना के साथ इस साल फरवरी में देखा गया था जब पाकिस्‍तानी अभिनेत्री ने भारत में अपना पहला बर्थडे मनाया था। वीना की तरफ से भी इस वीडियो क्लिक के बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।फिलहाल वीना मलिक भारत में एक टीवी शो और बॉलीवुड की दो चार फिल्मों में काफी व्यस्त हैं। वीना ने कहा है कि पाकिस्तान से ज्यादा इज्जत और प्यार तो उन्हें भारत में मिला है इसलिए वो यहां रहकर काम करती रहेंगीवीना मलिक का विवादों से पुराना नाता रहा है। इससे पहले 'एफएचएम इंडिया'में छपी वीना मलिक की न्‍यूड तस्वीर में उनकी बांह पर बड़े अक्षरों में 'आईएसआई' लिखा हुआ था। इस तस्वीर के मीडिया में आने से भारत से लेकर पाकिस्तान तक सनसनी फैल गई थी। वीना की इस हरकत से परेशान होकर उनके पिता ने उन्हें बेटी मानने से इंकार कर दिया था। यही नहीं मुस्लिम संगठनों ने भी उन्‍हें मुस्लिम समुदाय से बर्खास्त कर दिया था।

बाड़मेर मादक पदार्थ और हथियार बरामद ..दो गिरफ्तार

बाड़मेर मादक पदार्थ और हथियार बरामद ..दो गिरफ्तार

बाड़मेर बाड़मेर जिले की बालोतरा पुलिस ने मादक पदार्थ रखने वाले एक व्यक्ति को मादक पदार्थो और हथियार सहित गिरफ्तार किया .पुलिस को लम्बे समय से इस शख्स की तलाश थी .पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट के अनुसार रामेश्वरलाल वृताधिकारी वृत बालोतरा व श्री कैलाशचन्द्र मीणा नि0पु0 थानाधिकारी पुलिस थाना बालोतरा को अवैध हथियार व मादक पदार्थो की तस्करी की रोकथाम हेतू हिदायत दी गई थी। जिसकी पालना मे अभियुक्त मोहनसिंह पुत्र श्री भंवरसिंह जाति राजपुरोहित निवासी कनाना हाल शास्त्री कोलोनी बालोतरा पर कड़ी निगरानी रखी गई थी आज दिनांक 30.11.2012 को मुखबिर की सूचना पर श्री कैलाशचन्द्र मीणा थानाधिकारी पुलिस थाना बालोतरा के साथ एक विशोा टीम आरोपी मोहनसिंह के निवास के पास भेजी गई। थोडी देर में मोहनसिंह अपनी बिना नम्बरी कार लेकर घर से मादक पदार्थ व अवैध हथियार लेकर कार में बैठकर निकल रहा था कि पुलिस टीम ने घेराबन्दी कर धरदबोचा तो दौराने तलाशी मोहनसिंह के पास एक थैली में 6 ग्राम हेरोईन दुसरी थैली मे 210 ग्राम करीबन संदिग्ध मादक पदार्थ हेरोईन , 40 ग्राम अफीम का दुध, एक देशी कट्टा, कुल 26 जिन्दा कारतूस व एक बिना नम्बरी कार बरामद कर अपराध संख्या 601 धारा 8/18, 8/21 एन0डी0पी0एस0 एक्ट व 3/25 आम्र्स एक्ट में पंजीबद्व किया गया। अभियुक्त मोहनसिंह के विरूद्व थाना बालोतरा, समदडी व सुरत मे अनेक प्रकरण दर्ज है तथा पिछले काफी समय से इसके द्वारा मादक पदार्थ व अवैध हथियार बेचने की सूचनाएं पुलिस को मिल रही थी। जिसके आधार पर आज पुलिस टीम ने उक्त कार्यवाही को योजनाबद्व तरीके से अंजाम दिया। एक अन्य प्रकरण मे कार्यवाही करते हुए अवैध हथियार सप्लायर अभियुक्त छैलसिंह उर्फ शौलेन्द्रसिंह पुत्र श्री भंवरसिंह जाति राजपूत निवासी उण्डू पुलिस थाना शिव को जसोल फांटा पर गिरफ्तार किया।

सतर्कता समिति की बैठकों में अरुचि दिखायी तो मिलेगी चार्ज शीट



सतर्कता समिति की बैठकों में अरुचि दिखायी तो मिलेगी चार्ज शीट

जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने अफसरों को चेताया

जैसलमेर में जिला जन अभाव अभियोग एवं सतर्कता की समीक्षा बैठक

जैसलमेर, 30 नवम्बर/जिले की जन समस्याओं के निस्तारण में लिई दिखाने वाले और जिला जन अभाव अभियोग एवं सतर्कता समिति की बैठकों में गैरहाजिर रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ जिला प्रशासन सख्त कार्यवाही अमल में लाएगा।

यह चेतावनी जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने शुक्रवार को जैसलमेर जिला कलक्ट्री सभागार में हुई जिला जन अभाव अभियोग एवं सतर्कता समिति की बैठक में दी। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला कलक्टर ने सभी दर्ज 20 मामलों पर बिन्दुवार चर्चा की और इनसे संबंधित विभागों के अधिकारियों से प्रकरण की जानकारी ली।

बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक ममता राहुल, अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका, जैसलमेर नगर परिषद के सभापति अशोक तँवर, सदस्यगण शंकरलाल माली, खट्टन काँ तथा विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।

अधिकारियों की मौजूदगी अनिवार्य

जिला कलक्टर ने सतर्कता समिति में पंजीबद्ध विभिन्न मामलों में त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए और कहा कि इस प्रकार की महत्त्वपूर्ण बैठकों में सभी जिलास्तरीय अधिकारियों की मौजूदगी अनिवार्य है चाहे उनसे संबंधित मामला हो या न हो।

जिला कलक्टर ने स्पष्ट कहा कि जो अधिकारी इन बैठकों के प्रति गंभीर नहीं रहेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लायी जाएगी और उनके विभागों को लिखा जाएगा।

विभागीय स्तर पर सजगता बरतें

जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने कहा कि विभागीय अधिकारियों को विभागीय स्तर पर ही समस्याओं के त्वरित निपटारे के प्रति सजग रहना चाहिए। इसके साथ ही जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि सतर्कता में दर्ज प्रकरणों में जांच कार्य में अनावश्यक विलंब नहीं किया जाए। इन मामलों में किसी भी प्रकार की देरी के बहानों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बैठक में 20 में से सात मामलों का निस्तारण किया गया जबकि शेष में शीघ्र कार्यवाही के निर्देश दिए गए।

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फोटो जिला कलक्टर शुचि त्यागी एवं जिला पुलिस अधीक्षक ममता राहुल शुक्रवार को जैसलमेर जिला कलक्ट्री सभाकक्ष में जिलास्तरीय जन अभाव अभियोग एवं सतर्कता समिति की बैठक में चर्चा कर

भाटाला में स्वास्थ्य जागरूकता शिविर आयोजित ।



भाटाला में स्वास्थ्य जागरूकता शिविर आयोजित ।
ग््रामीण महिलाओ को प्रसव अस्पताल में करवाने की अपील भाटी

बाड़मेर ( ) मातृ एंव िु मृत्यु दर कम करने तथा संस्थागत प्रसव में

वृघ्दि किये जाने के उदेय स ेसरकार द्वारा जननीािु सुरक्षा योजना

ग्रामीण एंव भाहरी क्षेत्र के लिए चला रखी है । जिसका लाभ लोगो को मिल

रहा है । अभी भी भातप्रतित महिलाऐं एंव िु इस योजना का लाभ

नही ले पा रहे है । लोगो को आगे बकर इस योजना का संपूर्ण लाभ लेने

की जरूरत बतायी । ये बात भारत सरकार के क्षेत्रीय प्रचार निदोालय

(डीएफपी) द्वारा ग्राम पंचायत एंव भयोर संस्था.महिला एंव बालविकास विभाग

िक्षा विभाग के सहयोग से मेघा हाईवे मार्गपर स्थित सीनीयर माघ्यमिक

विधालय भाटाला में स्वाथ्य जागरूकता प्रचार कार्यक्रम को सम्बोन्घित करते

महिला एंव बाल विकास अघिकारी श्री उम्मेदसिंह भाटी ने व्यक्त किये ।

उन्होने यह भी बताया कि सरकार ने दूरदराज के लोगो के बेहतर स्वास्थ्य

के लिये राश्टीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिन योजना चला रखी है । उसका लाभ

जागरूकता से ही लिया जा सकता है । प्रचार कार्यक्रम को सम्बोन्धित करते हुये

डा0 भारती वैदय ने बताया कि सरकार की स्वास्थ्य योजनाऐं अब गांवगांव

पंहुच गयी है । जरूरत है जागरूक बनकर उसका लाभ उठाने की । उन्होने बताया

कि सरकार द्वारा बीपीएल की पहली डिलेवरी के दौरान पांच किलो घी का

प्रावघान कर रखा है वंही अस्पताल में डिलेवरी के पचात चौदह सौ रूपये की

राि के साथ सुरक्षित प्रसव की भी नि:ाुल्क सुविघा के साथ अब 104 वाहन

की भी सुविधा प्रदान कर रखी है । उन्होने ग्रामीण महिलाओ को प्रसव के

बाद कमसे कम तीन दिन अस्पताल में रूकने की अपील करते हुआ कहा कि इससे मां

ओर बच्चे का स्वास्थ्य की निगरानी आसानी से होती है । उन्होने प्रसव के

बाद जल्दी छुटटी की जिद को त्यागने की अपील की इस अवसर पर सीनीयर मेल नसग

बाकाराम जागिड ने मधुमेह.केन्सर.डेगू.मलेरिया के लक्षणो की

विस्तृतजानकारी प्रदान करने के साथ अपने घर में साफसफाई के साथ

गलीमोहल्ले की सफाई का भी ध्यान रखने की जरूरत बतायी ।

प्रचार कार्यक्रम को सम्बोघित करते जैन साधु श्री रतन ज्योत मुनि ने बताया

कि लडकियो एंवम महिलाओ को बराबर का दर्जा सरकार ने तो दिया है । पर

हर समाज को सरकार से भीएक कदम आगे बकर घर परिवार में पहला हक

लडकियो का होने की सिर्फ घोशणा ही नही करना बल्कि उसको साकार करने

की भी अपील की । उन्होने बेटे की तरह बेटी के जन्म पर भी खुाी मनाने

का संकल्प लेने की जरूरत बतायी । वही उन्होने मां के दूघ में कितनी ताकत

होती है उसका उदाहरण देकर विस्तृत जानकारी स्वास्थ्य जागरूकता िविर में

ग्रामीणो प्रदान की ।

प्रचार कार्यक्रम को सम्बोन्धित करते मौलवी लियाकत अली

ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में आज भी िक्षा.स्वास्थ्य एंवम टीकाकरण के

प्रति लोग पूरी तरह से सावचेत नही है जिसके परिणाम स्वरूप अनेक बीमारियो

के कारण बच्चे की असमय मृत्यी होने का खतरा बना रहता है । सरकार ने

गांवगांव में टीकारण की सुविधा दे रखी है जरूरत है सभी लोग आगे

बकर उसका लाभ लेवे । मौलवी ने बताया कि अच्छी स्कूलो में कम्लीट

टाीकारण के अभाव में प्रवो लेना संभव नही होता है । वही हज अथवा

विदोी यात्रा के दौरान भी टीकारण जरूरी है । उन्होने ग्रामीणो से

टीकाकरण के कार्ड को सुरक्षित रखने की जरूरत बताने के साथ टीको के

लगाने से अनेक बीमारियो से बचाजा सकता है ।

प्रचार कार्यक्रम को सम्बोघित करते कार्यवाहक प्रधानाध्यापक खूमाराम

चौधरी एंवम सामाजिक कार्यकत्र्ता हाकमसिंह राठौड ने बताया कि ग्रामीण

क्षैत्र में बुजर्गौ की जीवनौली को नकारने से भी अनेक बीमारियो की दस्तक

घरघर में पहुची है । इससे मुक्ति के लिये बुजगाग के रहनसहन को वापिस

अपनाने की जरूरत बतायी । उन्होने उदाहरण देकर बताया कि पहले लोग जल्दी

उठते थे ।ाोच के लिये जंगल काफी दूर जाते थे वापसी में नीम का दांतुन

तथा घरो में पीने का पानी का बर्तान तांबे का होता था । 



रसोईघर में जूते पहन कर जाना वर्जित था । वही बगैर स्नान के सुबह महिलाऐं रसोई 

घर में नही जाती थी । वही घरो में तुलसी एंव नीम के उपयोग के तरीके

छोटी बीमारियो में करने की हरेक को जानकारी होती थी । इसी कडी में

सामाजिक कार्यकत्ता रूपोकुमार एंवम बाबूलाल चौधरी ने भी

बालविवाह.औसर-मौसर को त्यागने की अपील करते हुये इनसे होने वाले

नुकसान की विस्तृत जानकारी प्रदान की ।




मोखिक प्रनोतरी प्रतियोगिता आयोजित डीएफपी बाडमेर द्वारा भटाला

में स्वास्थ्य जागरूकता िविर के दौरान मोखिक प्रनोतरी प्रतियोगिता का

आयोजना किया गया । जिसमें विजेता प्रतिभागियो को कार्यालय द्वारा

पृरस्कृत किया गया। वही इस अवसर पर सभी लोगो ने बालविवाह न करने

स्वास्थ्य िविर में हुआ ग्रामीणों का इलाज

बाडमेर 30 नवम्बर क्षेत्रीय प्रचार निदोालय की ओर से सिणधरी ब्लाक के

भाटाला में आयोजित विोष जन चेतना अभियान के दौरान स्वास्थ्य िविर

में कई ग्रामीणों ने इलाज करवाया।

स्वास्थ्य िविर में डा.भारती वैदय एंव मेल नर्स बांकाराम जागिड ने

ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच की। इसके उपरांत इन मरीजों को पायला कला

चिकित्सालय की टीम की ओर से नि:ाुल्क दवाई वितरित की।

स्वास्थ्य जागरूकता रैली निकाली

बाड़मेर। क्षेत्रीय प्रचार निदोालय तथा स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार के

तत्वावधान में सिणध्री ब्लाक के भाटाला में स्वास्थ्य जागरूकता विषयक पैदल

रैली का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ो स्कुली छात्रों एवं युवाआ

ेंग्रामीणों ने भाग लिया।

ग्राम पंचायत मुख्यालय पर जागरूकता रैली को सिणधरी तहसीलदार श्री आोक

कुमार पटेल महिला एंव बाल विकास अधिकारी श्री उम्मेदसिंह भाटी . डा

भारती वैदय मौलवी लियाकत अली प्रधानाध्यापक खूमाराम एवं सामाजिक

कार्यकर्ता हाकमसिंह.स्वास्थ्यकर्मी बाकाराम ने झण्डी दिखा रवाना किया। जागरूकता

रैली में भामिल युवाओं एवं विद्यार्थियों ने आसपास के इलाकों में

घुमकर नारे लगाऐं जिसमें जनजन का यही हैं नारा स्वस्थ रहे परिवार

हमारा, गुजे घरघर में यह नारा छोटा हो परिवार हमारा, पानी ठहरे का

जहा, मच्छर पनपेगे वहां, परिवार जिसका छोटा हैं बचत का खाता उसका मोटा

हैं, प्रजनन रोके वृक्ष उगाऐं, खुाहाली हरियाली लाऐं, स्वस्थ नियम

अपनाऐं हाथ धोकर भोजन खाऐं, इत्यादि नारों से जनजागृति का

संदो दिया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि तहसीलदार आोक कुमार पटेल ने

बताया ि कइस तरह की जागरूकता रेलियो एंवम कार्यक्रमो के माध्यम से

ग्रामीणो एंवम युवाओ में स्वास्थ्य के प्रति जागृति में बोतरी होगी ।