गुरुवार, 15 नवंबर 2012

बीजेपी का यूपीए सरकार के खिलाफ 21 नवंबर को देशव्यापी हल्ला बोल कार्यक्रम

कांग्रेस नीत केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 22 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र से एक दिन पहले मंहगाई, भ्रष्टाचार, घोटालों और एफडीआई के खिलाफ देशव्यापी ‘हल्ला बोल’ आंदोलन करने का निर्णय किया है. 
इस हल्ला बोल कार्यक्रम में पार्टी के लगभग सभी शीर्ष नेता हिस्सा लेंगे. पार्टी उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने ये जानकारी देते हुए बताया कि 21 नवंबर को देश के सभी जिलों में उक्त मुद्दों के अलावा प्रधानमंत्री कार्यालय और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के परिवार पर लगे गंभीर भ्रष्टाचार के आरोपों को भी उजागर किया जाएगा.

उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का ‘संसद में अंक गणित और सड़क पर जन गणित’ दोनों बिगड़ चुका है. इसके बावजूद भी सरकार जनविरोधी एवं देश हितों को नुकसान पंहुचाने वाले फैसले ले रही है.’

नकवी ने आरोप लगाया कि पिछले साढ़े आठ सालों के यूपीए शासन में परमाणु समझौते और खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के दो बड़े फैसले किए गए और दोनों ही विदेशी हितों को ध्यान में रख कर किए गए.

यूपीए सरकार के खिलाफ इस देशव्यापी प्रदर्शन में अरुणाचल प्रदेश में नितिन गडकरी, मुंबई में अरुण जेटली, दिल्ली में मुरली मनोहर जोशी, हैदराबाद में एम वेंकैया नायडू, दिल्ली में राजनाथ सिंह और नकवी, लखनऊ में अंनत कुमार, जयपुर में रविशंकर प्रसाद, गोवा में शाहनवाज हुसैन, कोलकाता में निर्मला सीतारमण आदि आंदोलन की अगुवाई करेंगे.

नकवी के अनुसार इसी दिन संसद में सरकार के खिलाफ रणनीति तैयार करने के लिए यहां होने वाली राजग की बैठक के कारण लालकृष्ण आडवाणी और सुषमा स्वराज हल्ला बोल आंदोलन में शिरकत नहीं करेंगे.


पूर्व रक्षामंत्री केसी पंत नहीं रहे

पूर्व रक्षामंत्री केसी पंत नहीं रहे

नई दिल्ली। वयोवृद्ध राजनीतिक नेता और पूर्व रक्षा मंत्री कृष्ण चन्द्र पंत का गुरूवार को निधन हो गया। वह 81 वर्ष के थे। उनके परिवार में पत्नी इला पंत तथा दो पुत्र रंजन एवं सुनील पंत है। श्रीमती पंत पूर्व सांसद हैं। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार वयोवृद्ध नेता को सवेरे साढे आठ बजे दिल का दौरा पड़ा और अपने निवास स्थान पर ही उनका निधन हो गया। अपराह्न में लोधी रोड श्मशान घाट पर उनकी अंत्येष्टि कर दी गई।

पंत प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के दाएं हाथ माने जाने वाले अग्रणी स्वतंत्रता सेनानी, उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री और पूर्व केन्द्रीय गृहमंत्री भारत रत्न पंडित गोविन्द वल्लभ पंत के पुत्र थे। वह 1987-89 के दौरान ऎसे समय मे देश के रक्षा मंत्री रहे जब लिबरेशन टाइगर्स आफ तमिल ईलम (लिट्टे) के विद्रोह से जूझ रहे पड़ोसी देश श्रीलंका में भारतीय शांति सेना की तैनाती की गई। रक्षामंत्री के रूप मे उनके कार्यकाल के दौरान ही मालदीव में तख्तापलट के एक प्रयास को विफल करने के लिए भारतीय सेना भेजी गई।

सपा विधायक के घर में लूटी गई अस्मत

सपा विधायक के घर में लूटी गई अस्मत

बलरामपुर। उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में 12 साल की किशोरी से सपा विधायक के घर कथित रूप से सामूहिर बलात्कार किया गया। घटना के वक्त विधायक मौजूद नहीं थे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक रेप विधायक के नौकर उसके सहयोगियों ने किया।

राकेश और उसके सहयोगियों ने किशोरी को अगवा कर लिया। वे उसे सपा विधायक जगराम पासवान के घर ले गए। किशोरी को 21 घंटे तक एक कमरे में बंधक बनाकर रखा गया। इसके बाद उससे गैंगरेप किया गया।

इसके बाद आरोपी किशोरी को विधायक के वाहन में डालकर उसे एकांत स्थान पर छोड़ आए। घर पहुंचने पर पीडिता ने परिजनों को सारी कहानी बताई। पड़ोसियों को जब घटना का पता चला तो वे विधायक के घर पहुंच गए। उन्होंने विधायक के खिलाफ प्रदर्शन किया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।

"दारिया" को पकड़वाने वाले का मर्डर

"दारिया" को पकड़वाने वाले का मर्डर

जयपुर। बहुचर्चित दारिया एनकाउंटर प्रकरण के अभियुक्त और फतेहपुर शेखावाटी के मोस्ट वांटेड विजयपाल सिंह ठेकेदार का गुरूवार को अज्ञात लोगों ने मर्डर कर दिया। चूरू जिले के रतनगढ़ कस्बे से करीब 17-18 किलोमीटर दूर पुलिस ने उसका शव बरामद किया। दारिया एनकाउंटर मामले में गवाह रहा विजय लम्बे समय से फरार था।

उल्लेखनीय है कि विजयपाल सिंह ने ही दारिया को एसओजी टीम को सौंपा था,जिसका बाद में एनकाउंटर हुआ था। मृतक विजयपाल शराब कारोबारी था और मूलत: फतेहपुर का रहने वाला था। इससे पूर्व भी कई मामलों उसकी तलाश थी और करीब 5 लाख रूपए का ईनाम भी घोषित था।

भाई और बेटे ने की शिनाख्त

जानकारी के अनुसार गुरवार सुबह 7.30 बजे रतनगढ़ पुलिस को उपप्रधान कुल्डाराम सिहाग से फोन पर सूचना मिली की भुखरेडी और फ्रान्सा गांव के बीच सड़क किनारे किसी शख्स का शव पड़ा हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने लावारिश शव को मोर्चरी में रखवाया और उसकी शिनाख्त के लिए सरपंच फोरम के सदस्यों को बुलाया। सरपंच फोरम के अध्यक्ष सज्जन बाटड़ ने शव फतेहपुर निवासी वांटेड विजय सिंह के रूप में की। इसके बाद पुलिस ने शिनाख्त के लिए उसके फतेहपुर से उसके भाई अशोक और बेटे अक्षय को बुलाया,जिन्होंने शव की पहचान की।

पुलिस के लिए मर्डर बनी पहेली

पुलिस के अनुसार प्रथमदृष्टियां विजय सिंह की मौत का कारण कनपटी में गोली लगना रहा है। गोली उसकी बांए कनपटी से घुसते हुए दाहिने गाल को पार कराते हुए निकली है। संभवतया: मर्डर बुधवार देर रात हुआ और शव रात को ही सड़क किनारे फैंक दिया गया होगा। फिलहाल,मर्डर के पीछे किसका हाथ है? मर्डर कहां हुआ है? जैसे कई सवालों के जवाब पुलिस के लिए पहेली बने हुए हैं।

फतेहपुर शराब दु:खांतिका का मुख्य अभियुक्त

सूत्रों के अनुसार 1993 में फतेहपुर में जहरीली शराब पीने पर करीब 23 लोगों की मौत हो गई थी। मृतक विजयपाल सिंह इस शराब दु:खांतिका का मुख्य अभियुक्त था। इस मामले में भी पुलिस कई सालों से उसकी तलाश कर रही थी।

बाल ठाकरे की सेहत में सुधार

बाल ठाकरे की सेहत में सुधार
मुंबई। शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। परिजनों को उम्मीद है कि ठाकरे जल्द ही पूरी तरह ठीक हो जाएंगे। महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना के नेता सुभाष देसाई ने पत्रकारों को यह जानकारी दी। देसाई ने ठाकरे के निवास मातोश्री से बाहर आकर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि डॉक्टर लगातार ठाकरे पर नजर रखे हुए हैं। उनका इलाज जारी है।

इससे पहले पार्टी नेता संजय राउत ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि बाल ठाकरे के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। उन्हें कृत्रिम जीवन रक्षक प्रणाली से हटा लिया गया है। चिंता करने की कोई बात नहीं है। ठाकरे पर दवाईयां असर कर रही है। राउत ने ठाकरे की बीमारी से परेशान शिवसेना समर्थकों से मातोश्री के बाहर भीड़ जमा न करने की अपील की है। ठाकरे का इलाज उनके घर मातोश्री में ही चल रहा है। उन्हें घर में बनाए गए आईसीयू में रखा गया है।

ठाकरे के आवास के आसपास मुम्बई पुलिस व अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए हैं। सुरक्षा दृष्टि से शीर्ष अधिकारियों के नेतृत्व में करीब 350 पुलिसकर्मियों व रेपिड एक्शन फोर्स के जवानों की तैनाती की गई है। पहले खबर आई थी कि ठाकरे की हालत बहुत नाजुक है। उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही है।

नली से दिया जा रहा लिक्विड फूड

ठाकरे को पिछले कुछ दिनों से नली के जरिए लिक्विड फूड दिया जा रहा है। मंगलवार रात से ही उनके शरीर में किसी तरह की हलचल नहीं है। हिलना-डुलना और बोलना बंद है। डॉक्टर जलील पारकर के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनकी देखभाल कर रही है।

शिवसेना कार्यकर्ताओं ने की तोड़फोड़

अपने नेता की हालत गंभीर होने की खबर मिलते ही पांच हजार से ज्यादा शिवसेना के कार्यकर्ता मातोश्री के बाहर जमा हो गए। ठाकरे की सेहत की जानकारी नहीं मिलने से कार्यकर्ता अपना आपा खोने लगे। उन्होंने मातोश्री के बाहर खड़े मीडिया के वाहनों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। जब यह बात घर में मौजूद ठाकरे परिवार को मिली तो उन्होंने पार्टी नेता राम दास कदम को बाहर भेजा। कदम ने कहा कि डॉक्टर्स अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं। आप शांति बनाए रखें।

पुलिस वालों की छुटि्टयां रद्द

रात करीब दो बजे उद्धव ठाकरे और भतीजे राज ठाकरे मातोश्री से बाहर आए। उद्धव ने कहा कि उन्होंने उम्मीद नहीं छोड़ी है। बाला साहेब हर संकट को मात देने का माद्दा रखते हैं। डॉक्टर कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं शांत रहने और शांति बनाए रखने को कहा। मातो श्री के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। महाराष्ट्र सरकार ने पुलिस कर्मियों की छुटि्टयां रद्द कर दी है। जो पुलिस वाले छुट्टी पर गए हुए थे उन्हें वापस डयूटी पर बुला लिया गया है।

अमिताभ और संजय दत्त मिले

अमिताभ बच्चन को देर रात जैसे ही ठाकरे की सेहत बिगड़ने की जानकारी मिले वे तुरंत मातो श्री पहुंचे। उनके साथ अभिषेक बच्चन भी थे। भीड़ अधिक होने के कारण उनकी गाड़ी को मातोश्री के लगभग आधे किलोमीटर पहले ही रोक दिया गया। इस कारण दोनों को पैदल ही अन्दर जाना पड़ा। अमिताभ ने ठाकरे का इलाज कर रहे डॉक्टरों से जानकारी ली। इसके बाद अमिताभ ने टि्वीट किया कि बाला साहेब पूरी जिंदगी एक योद्धा की तरह रहे। अब वो जिंदगी के लिए लड़ रहे हैं। उन्हें अब दुआओं की जरूरत है।

रात में ही अभिनेता संजय दत्त पत्नी मान्यता के साथ मातोश्री पहुंचे। फिल्मकार महेश मांजरेकर भी ठाकरे को देखने पहुंचे। शिवसेना नेता मनोहर जोशी,रामदास कदम,एनसीपी नेता छगन भुजबल,एमएनएस नेता बाला नांदगांवकर,आरपीआई नेता रामदास आठवले समेत कई नेता मातोश्री पहुंचे।

बुधवार, 14 नवंबर 2012

हनुमानजी से आज तक नाराज है द्रोणागिरी


हनुमानजी से आज तक नाराज है द्रोणागिरी

गोपेश्वर चमोली जिले का द्रोणागिरी गांव हनुमान जी से आज तक नाराज है। उन्हें मलाल है तो यह कि भगवान राम के अनुजलक्ष्मण की जिंदगी बचाने के लिए संजीवनी की तलाश में आए पवनपुत्र जड़ी की बजाए द्रोणागिरी पर्वत का एक हिस्सा लेकर ही लंका चले गए। 

दो युग बीत गए, लेकिन वे हनुमान के इस कृत्य को भुला नहीं पाए। नाराजगी इस हद तक है कि गांव में रामलीला का मंचन तक नहीं किया जाता। पूरे क्षेत्र में हनुमानजी की पूजा वर्जित है। गांव में मान्यता है कि रामलीला के मंचन से कुछ न कुछ अशुभ अवश्य होता है। यह विश्वास इस कदर गहरा है कि उन्हें लगता है कि यदि हनुमानजी का नाम भी लिया तो पर्वत देवता अवश्य दंड देंगे। गांव के 70 वर्षीय कमल सिंह रावत बताते हैं कि 1980 में द्रोणागिरी में रामलीला का आयोजन किया गया। उस समय कुछ ऐसी विचित्र घटनाएं हुईं कि मंचन बंद करना पड़ा। इसके बाद किसी ने ऐसा दुस्साहस नहीं किया। इतना ही नहीं ग्रामीण बाबा रामदेव के करीबी सहयोगी आचार्य बालकृष्ण का उदाहरण देना भी नहीं भूलते।
75 वर्षीय बुजुर्ग अजब सिंह बताते हैं कि 2008 में आचार्य बालकृष्ण जड़ी-बूटियों पर शोध के सिलसिले में द्रोणागिरी आए। उन्हें गांव की परंपरा और मान्यताओं से अवगत करा दिया था। वह कहते हैं, ग्रामीणों के लाख मना करने के बावजूद उन्होंने गांव में हनुमान चालीसा का पाठ किया। ग्रामीण तभी आशंकित थे। अब परिणाम सामने है। ग्राम प्रधान द्रोणागिरी मंगल सिंह रावत इसे अंधविश्वास मानने को तैयार नहीं है। वह कहते हैं, पीढि़यों से चली आ रही मान्यता को चुनौती देना ठीक नहीं है।

भजनों से झरता है रस माधुर्य -भजन गायिका ईश्वरी भाटिया में

कला-संस्कृति और साहित्य की त्रिवेणी बहाने वाली मरुधरा आदि काल से सांगीतिक माधुर्य का गढ़ रही है। यायावरीय प्रवृत्ति से भरे मरुकणों से अहर्निश प्रस्फुटित होता संगीत लोकजीवन में भी अपने चरम उत्कर्ष पर दिखाई देता रहा है। यहाँ के घरानों, मांगणियारों, संत भक्त कवियों की गायन परम्परा की ही तर्ज पर जन मानस में भी वैविध्यपूर्ण सांगीतिक परंपरा रही है। प्राचीन समय से यहाँ संस्कृति व साहित्य जगत की कई प्रतिभाओं की श्रृंखला अनवरत विद्यमान हैं। 
भजनों से झरता है रस माधुर्य -भजन गायिका ईश्वरी भाटिया में

रियासतकालीन राज्याश्रयी संगीत परम्पराओं की समाप्ति के बाद भी जैसलमेर की धरती का संगीत कई राग-रागिनियों से भरा पड़ा है। आज भी कई सांस्कृतिक संस्थाएँ व संस्कृतिकर्मी है जो इस परम्परा को अक्षुण्ण व जीवंत बनाये हुए है। इनमें नादस्वरम् संस्थान की भूमिका अग्रणी है जिसने जैसाण की संगीत परम्परा को उदारतापूर्वक व्यापक व सुदृढ़ आधार प्रदान किया है व कई कलाकारों को प्रतिष्ठित किया है। ये कलाकार अब राजस्थान व देश के बड़े-बड़े सांस्कृतिक महोत्सवों में अपनी भागीदारी निभा कर जैसलमेर का गौरव बढ़ा रहे हैं। इन्हीं कलाकारों की श्रृंखला में एक प्रमुख नाम है - ईश्वरी भाटिया। जैसलमेर में गोविन्दलाल जी के घर माता जमनाबाई की कोख से 8 नवम्बर 1957 को जन्मी ईश्वरी भाटिया की प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा जैसलमेर में ही हुई। शैशव से ही भजनानन्दी पारिवारिक माहौल की वजह से भजन लिखने व गाने का शौक इतना प्रखर रहा कि मात्र बारह वर्ष की आयु में उन्होंने भजन गायकी का हुनर पा लिया। पचपन वर्ष का सफर तय कर चुकी ईश्वरी आज मरुभूमि के अग्रणी भजन गायकों में शुमार हैं। ईश्वरी की भजन गायकी का माधुर्य इतना प्रगाढ़ है कि वे जब भी श्रीकृष्ण भक्ति रस प्रधान अपने भजनों के गायन में मस्त हो जाती हैं तब समय भी ठहरा हुआ प्रतीत होता है और आनंद रस हिलोरें लेता हुआ चतुर्दिक पसर जाता है। लोकगीतों के संकलन, प्रकाशन एवं रिकार्डिंग में उनका महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है। इस क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए सन् 2002 में कवि तेज लोक कला विकास समिति द्वारा संचालित मरु सांस्कृतिक केन्द्र एवं जैसलमेर लोक सांस्कृतिक संग्रहालय द्वारा सम्मानित भी किया गया। इसी प्रकार 2004 में ग्रीष्मकालीन संगीत प्रतिभा खोज शिविर में उन्हें गायन के लिए प्रमाण-पत्र दिया गया। सन् 2002 में गणेश महोत्सव एवं भक्ति संगीत के नियमित कार्यक्रमों में उल्लेखनीय भागीदारी के लिए जैसलमेर सार्वजनिक श्रीगणेश उत्सव समिति द्वारा प्रशंसा-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इसी प्रकार पिछले वर्षो में लोक संगीत, भजन गायकी एवं सांस्कृतिक विधाओं में उल्लेखनीय सेवाओं व उत्कृष्ट भागीदारी के लिए उन्हें कई बार सम्मानित किया जा चुका है। नादस्वरम् की शास्त्रीय संगीत कार्यशाला में ईश्वरी भाटिया तत्कालीन राज्यपाल श्रीमती प्रतिभा पाटिल ( बाद में राष्ट्रपति भी रहीं ) के समक्ष अपनी साथी कलाकारों शोभा भाटिया व शोभा हर्ष के साथ श्रीकृष्ण भक्ति से ओत-प्रोत गीत पेश कर चुकी हैं। जैसलमेर में राजस्थान दिवस, मरु महोत्सव, भजन संध्याओं, महोत्सवों, गणगौर पर्व आदि विभिन्न अवसरों पर ईश्वरी भाटिया अपनी भजन गायकी का जादू बिखेर चुकी हैं। चित्रकूट में सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से आयोजित महोत्सव में भी ईश्वरी भाटिया एवं नाद स्वरम संस्था के साथी कलाकारों द्वारा प्रस्तुत ईश्वर को समर्पित भजन खूब सराहा गया। कई बड़ी-बड़ी हस्तियों के समक्ष ईश्वरी भाटिया अपनी भजन गायकी का माधुर्य बिखेर कर वाहवाही लूट चुकी हैं। भगवान श्रीकृष्ण को ही वे अपना आराध्य मानती हैं व कहती हैं कि जहाँ कहीं भजन गायकी या गीत पेश करती हैं, वे भगवान श्रीकृष्ण को ही ध्यान में रख कर अपनी प्रस्तुतियाँ देती हैं। यही कारण है कि भजन गायकी में उन्हें कुछ पाने का मौका मिला और जनता का खूब प्यार बटोर पायी हैं।

पनवेल के फॉर्म हाउस में चार प्रॉपर्टी डीलरों का मर्डर



मुंबई। मुंबई के करीब पनवेल इलाके के एक फॉर्म हाउस में चार लोगों की हत्या कर दी गई। मारे गए चारों लोग प्रॉपर्टी के कारोबार से जुड़े बताए जाते हैं। पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और हत्यारों की तलाश शुरू कर दी है।
पनवेल के फॉर्म हाउस में चार प्रॉपर्टी डीलरों का मर्डर

फार्म हाउस में जिन चार लोगों की हत्या की गई है उनमें से तीन लोगों को गोली मारी गई है जबकि एक शख्स की पत्थर से कुचलकर हत्या की गई है। ये सभी लोग प्रॉपर्टी डीलर थे और जमीन के किसी लेनदेन के लिए आए थे
।फार्म हाउस के मालिक से पूछताछ में पता चला है कि उसने फार्म हाउस की चाभी रामदास पाटिल नाम के प्रॉपर्टी डीलर को दी थी। इसके बाद क्या हुआ ये उसे नहीं पता। मृतकों में रामदास भी शामिल है। पुलिस ने अज्ञात हत्यारों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

बदला लेने के लिए उतरेगी टीम इण्डिया



बदला लेने के लिए उतरेगी टीम इण्डिया

अहमदाबाद। भारत और इंग्लैण्ड के बीच टेस्ट सीरीज गुरूवार से अहमदाबाद में शुरू हो रही है। जुलाई-अगस्त में जब टीम इण्डिया इंग्लैण्ड दौरे पर गई थी तब उसे टेस्ट सीरीज में 4-0 से मात खानी पड़ी थी। ऎसे में टीम इण्डिया बदला लेने के इरादे से उतरेगी। इंग्लैण्ड ने भारत में 28 साल पहले टेस्ट सीरीज जीती थी। इसलिए वह भी इतिहास दोहराने के इरादे से उतरेगी। भारत को घरेलू दर्शकों का समर्थन और स्पिन पिचों का फायदा मिल सकता है।

ईशांत बीमार,डिंडा शामिल

टेस्ट से पहले टीम इण्डिया के तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा बीमार हो गए। वह बुखार से पीडित हैं। उनकी जगह अशोक डिंडा को टीम में शामिल किया गया है। टीम इण्डिया के पा

स तीन गेंदबाज हैं। जहीर खान,डिंडा और उमेश यादव।

स्पिन गेंदबाजी पर रहेगी नजर

भारत के लिए स्पिन गेंदबाजी तुरूप का पत्ता साबित हो सकती है। सभी की नजरें हरभजन सिंह,प्रज्ञान ओझा और आर अश्विन पर लगी होगी। हरभजन सिंह करीब एक साल बाद टेस्ट मैच खेल रहे हैं। इसलिए उनका सबकुछ दांव पर होगा। अश्विन और ओझा ने अभी ज्यादा टेस्ट नहीं खेले हैं। हालांकि उन्होंने घरेलू पिचों पर अच्छी गेंदबाजी कर साबित किया है कि उनमें काफी दमखम हैं।

बाड़मेर एक करोड़ की दिवाली

  बाड़मेर  एक करोड़ की दिवाली 

आगजनी की घटना के लकड़ी का गोदाम स्वाह 


बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले में एक करोड़ के फटके लोगो ने फोड़ शानदार दिवाली मनाई .रोशनी और दियो की जगमगाहट के बीच आम जनों ने लक्ष्मी की पूजा की .देर रात तक अलग अलग मुहूर्त में लोगो ने अपने घरो और प्रतिशाथानो में लक्ष्मी पूजा की इधर बुधवार सुबर जिला मुख्यालय पर चौहटन रोड पर स्थित टिम्बर मार्ट की दूकान में भीषण आग लग जाने से काफी नुकशान हुआ ,घंटो की मशक्कत के बाद दो दमकलो ने लोगो की मदद से आग पर काबू पाया .
बाड़मेर में दीवाली का त्योहार हर्षोल्लास से मनाया गया। बाजारों,व्यापारिक प्रतिष्ठानों और घरों में दोपहर से शुरू हुआ लक्ष्मी पूजन देर रात तक चला। पूरा शहर रोशनी से नहाया हुआ था। रंग बिरंगी रोशनी से सजे बाजार ऎसे नजर आ रहे थे मानों कायनात उतर आई हो। बाजारों की सजावट को देखने और खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। इनमें विदेशी पर्यटक भी शामिल थे। भीड़ के चलते सुबह नौ बजे से ही प्रमुख बाजारों में जाम की स्थिति बन गई थी। 

परकोटे में लोगों की सुविधा के लिए पुलिस के साथ ट्रैफिक वार्डन व अन्य संगठन के लोगों ने भी सहयोग दिया। इस बार बाजारों की सजावट पर करीब   एक  करोड़ रूपए खर्च किए गए। एक अनुमान के मुताबिक जयपुर में करीब एक   करोड़ रूपए की आतिशबाजी हुई।

फोन पर प्रेम हुआ था, मिली तो बेहोश हो गई

कनूर (केरल)।। आजकल इंटरनेट और फोन आदि के माध्यम से अक्सर लोग संपर्क में आते हैं। फोन और दूसरे संचार के माध्यम से वे एक-दूसरे के करीब भी आ जाते हैं, पर अक्सर इसमें ऐसा भी धोखा हो जाता है कि सिवाय अफसोस करने के कुछ नहीं बचता। केरल में कनूर जिले में 23 साल की एक इंजीनियर का मामला भी कुछ ऐसा ही निकला। उसको उस वक्त शॉक लगा जब वह अपने 'प्रेमी' से मिली।phone-affair
पिछले एक साल से वह फोन पर अपने इस प्रेमी के साथ बातें कर रही थीं। साल भर बाद जब वह अपने इस फोन प्रेमी से मिली तो सारा रोमांस धरा का धरा रह गया और दिल भी टूटा सो अलग। इसलिए कि उनका यह प्रेमी तो 67 साल का निकला।

यह भी तब पता चला जब यह लड़की अपने फोन वाले प्रेमी से मिलने तिरुअनंतपुरम आई। यहां उसे जीवन का सबसे बड़ा शॉक लगा। पुलिस ने बताया कि लड़की काफी देर से उस बस स्टॉप पर टहल रही थीं जहां उसके प्रेमी ने उससे मिलना तय किया हुआ था। जब काफी देर तक वह नहीं आया और लड़की वहां परेशान होकर टहलती रही, तो पुलिस उसे थाने ले आई।थाने में उससे पूछा गया कि वह वहां क्यों टहल रही थी, तब उसने अपना किस्सा बयां किया। लड़की से उसके प्रेमी का मोबाइल नंबर लेकर पुलिस ने उसे थाने बुलाया। वह आया तो उसे देखते ही लड़की बेहोश हो गई। इसलिए कि वह आदमी निकला 67 साल का। इस आदमी ने पुलिस को बताया कि वह तो सिर्फ मनोरंजन के लिए फोन पर बातें किया करता था। उसका इरादा गलत नहीं था। बहरहाल, पुलिस ने लड़की के घरवालों से संपर्क कर उसे वापस उसके घर भेज दिया है।

कुख्यात बदमाश आनंद पाल गिरफ्तार

कुख्यात बदमाश आनंद पाल गिरफ्तार

जयपुर। दीपावली के मौके पर पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। कुख्यात बदमाश आनंद पाल को एटीएस ने सोमवार रात फागी रेनवाल में गिरफ्तार कर लिया।


जानकारी के अनुसार आनंद को एक फार्म हाउस से गिरफ्तार किया गया। आनंद के पास से एक एके 47 व कुछ हथियार मिले हैं। आनंद पर पुलिस ने इनाम भी घोषित कर रखा था।


एटीएस को इस कुख्यात बदमाश की लंबे समय से तलाश थी। एटीएस ने कुछ समय पहले करधनी क्षेत्र में छापा मारा था। तब आनंद बच निकलने में कामयाब हो गया था लेकिन उसका सबसे करीबी सहयोगी माना जाने वाला बलबीर उर्फ बानूड़ा पुलिस के हत्थे चढ़ गया था।

115 करोड़ में बिका गोलकुंडा का हीरा

115 करोड़ में बिका गोलकुंडा का हीरा

जेनेवा। भारत की गोलकुंडा खान से निकले एक हीरे की नीलामी लगभग दो करोड़ दस लाख डॉलर यानी लगभग 115 करोड़ रूपए में हुई है।


बड़ी स्ट्रॉबेरी के आकार का 76.02 कैरट का यह हीरा कभी आस्ट्रेटिया के राजकुमार आर्कडयूक जोसफ (1872-1962) के पास था। जेनेवा के क्रिस्टीज नीलामीघर ने इसे एक बेनाम खरीदार को बेचा है।


जिस कीमत पर यह बिका है वो इसके एक करोड़ पांच लाख डॉलर की अनुमानित कीमत से कहीं Êयादा है। इससे पहले 1993 में यह हीरा 65 लाख डॉलर में बिका था।


क्रिस्टीज के अंतरराष्ट्रीय जवाहरात विभाग के निदेशकए फ्रेंकोईस कुरियल ने बताया कि गोलकुंडा खान से निकलने वाले किसी भी हीरे की यह विश्व रिकॉर्ड कीमत है। साथ ही यह बिना रंग के हीरे की प्रति कैरट कीमत का भी विश्व रिकॉर्ड है।


हीरा बेचने वाली अमरीकी कंपनी, ब्लैक,स्टार एंड फ्रॉस्ट को लगा था कि य हीरा किसी संग्रहालय में जाएगा। इस कंपनी का गठन 1810 में हुआ था।

छबड़ा जेल से छह कैदी भागे

छबड़ा जेल से छह कैदी भागे
जयपुर। राजस्थान में कोटा संभाग के बारा जिले के छबड़ा उपकारागार से मंगलवार रात करीब 3.30 बजे छह कैदी भाग गए। ये कैदी बाथरूम की दीवार तोड़ कर भाग गए।


पुलिस के अनुसार ये कैदी छबड़ा व छीपाबड़ौद के रहने वाले थे। इन कैदियों के भागते समय एक कैदी की नींद खुल गई। उसके शोर मचाने पर इन कैदियों ने उसका गला दबाकर उसे मारने की भी कोशिश की।


ये कैदी हत्या,अपहरण,बलात्कार व एनडीपीएस एक्ट के तहत जेल में बंद थे। जेल के पीछे जंगल होने व अंधेरा होने के कारण ये कैदी आसानी से चंपत हो गए। पुलिस को इनके भागने की सूचना 3.40 बजे मिली। सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए। पुलिस कैदियों की तलाश में जुटी हुई है।

सोमवार, 12 नवंबर 2012

बाड़मेर की जनता की तरफ से बाड़मेर पुलिस का साधुवाद --

बाड़मेर की जनता की तरफ से बाड़मेर पुलिस का साधुवाद --
बाड़मेर पुलिस को बधाई ...कई सालो में पहली बार दीपावली के त्यौहार पर बाड़मेर शहर में पुलिस चाक चौबंद लगी इतनी ही बेहतरीन सुरक्षा और यातायात व्यवस्था ..इसके लिए पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट अतिरिक्त अधीक्षक नरेन्द्र सिंह उप अधीक्षक नाजिम अली खान और उनकी टीम बधाई के पात्र हें ....बाड़मेर की जनता की तरफ से बाड़मेर पुलिस का साधुवाद --