सोमवार, 12 नवंबर 2012

एएसआई पर उसकी बेटी ने ज्यादती की कोशिश करने का आरोप

जोधपुर.जोधपुर निवासी दिल्ली पुलिस के एएसआई पर उसकी बेटी ने ज्यादती की कोशिश करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने बेटी की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
 
चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना पुलिस के अनुसार चौपासनी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी 22वर्षीया लड़की ने रिपोर्ट देकर बताया कि उसके पिता राजेंद्रसिंह दिल्ली पुलिस कंट्रोल रूम में एएसआई हैं और अभी यहां आए हुए हैं।

शनिवार रात करीब साढ़े 8 बजे वह अपने कमरे में पढ़ाई कर रही थीं। इसी दौरान वे उसके पास आए और उसके साथ ज्यादती की कोशिश करने लगे। उसके शोर मचाने पर घर में मौजूद उसकी दो बहनें व मां आ गईं। उन्होंने मोहल्ले वालों को इकट्ठा कर पुलिस को सूचना दी। सब इंस्पेक्टर रामदेव का कहना है कि मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई है।

पाक विस्थापितों को मिलेगा स्थायीवास

पाक विस्थापितों को मिलेगा स्थायीवास

जोधपुर। धार्मिक वीजा पर राज्य में आए 219 पाक नागरिकों के वीजा बढ़ाने पर राज्य सरकार को कोई आपत्ति नहीं है। राज्य सरकार ने इस आशय का पत्र पिछले दिनों केन्द्रीय गृह मंत्रालय को भेजा है। पत्र में पाक नागरिकों की स्थायीवास सुविधा वार्षिक वीजा वृद्धि स्वीकृत करने पर कोई आपत्ति नहीं जताई गई है।

गतिविधियां सतोषजनक मानी
पाकिस्तान में भेदभाव, उत्पीड़न तथा अत्याचार के चलते धार्मिक वीजा पर भारत आए 219 पाक नागरिक वापस पाकिस्तान नहीं जाना चाहते और भारत में ही स्थायी वास की सुविधा चाहते हैं। इसके लिए पाकिस्तान से आए नागरिकों ने वीजा वृद्धि के लिए जिला प्रशासन को आवेदन किए हैं। राज्य सरकार की तरफ से गृह (गु्रप-4) विभाग के विशेषाधिकारी, गृह (जेल) जे.के. शर्मा की ओर से गत 30 अक्टूबर को सचिव गृह मंत्रालय, भारत सरकार को भेजे पत्र में माना कि धार्मिक वीजा लेकर भारत आए पाक नागरिकों की गतिविधियां संतोषजनक रही है। ऎसी स्थिति में पाक नागरिकों को यदि भारत में स्थायी वास की सुविधा वार्षिक वीजा वृद्धि के आधार पर स्वीकृत की जाए तो राज्य सरकार को कोई आपत्ति नहीं होगी।

दोहरी खुशी
पाक विस्थापित इस बार दोहरी खुशी मनाएंगे। बिना रोक-टोक व निर्भय होकर दीपों के त्योहार को मनाने के साथ-साथ राज्य सरकार द्वारा उनके पक्ष में लिखी गई चिट्टी उनकी खुशी बढ़ा रही है।

धार्मिक वीजा पर जोधपुर आए पाक विस्थापितों की ओर से स्थायी वास के लिए आवेदन किए हैं। इन आवेदनों को कार्रवाई के लिए राज्य सरकार को भेजा गया है।
गौरव गोयल, जिला कलक्टर, जोधपुर

पोकरण को फलोदी में शामिल करने की मांग: विधायक जोशी


पोकरण को फलोदी में शामिल करने की मांग: विधायक जोशी



फलोदी विधायक ने पोकरण को फलोदी जिले में शामिल करने को लेकर शहरवासियों के समक्ष रखे प्रस्ताव



 पोकरण पोकरण तथा फलोदी का संबंध पिछले सैकड़ों वर्षों से चला आ रहा है। इन दोनों क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की संस्कृति तथा परंपरा में काफी समानताएं है। वहीं यह दोनों क्षेत्र भौगोलिक तथा सामाजिक तौर पर एक ही गिने जाते हैं। फलोदी विधायक ओम जोशी ने कहा कि ऐसे में राज्य सरकार द्वारा फलोदी को प्रस्तावित जिला बनाने को लेकर पोकरण को फलोदी में शामिल किया जाए। यह उद्गार फलोदी विधायक ओम जोशी ने रविवार को पोकरण फोर्ट में ठाकुर नागेन्द्रसिंह की अध्यक्षता में पोकरण को फलोदी में शामिल करने पर आयोजित बैठक के दौरान व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित जिलों में फलोदी का नाम सबसे ऊपर है, फलोदी का जिला बनना प्रस्तावित है। उन्होंने फलोदी के क्षेत्रफल को लेकर तथ्य पेश किए। जिनका उपस्थित लोगों ने स्वागत किया। लेकिन पोकरण को फलोदी में शामिल करने की बात को लेकर कुछ लोगों ने विरोध भी प्रकट किया। विरोध को रोकते हुए ठाकुर नागेन्द्रसिंह ने कहा कि फलोदी विधायक द्वारा अभी तक मात्र प्रस्ताव दिया जा रहा है। इस प्रस्ताव को लेकर दीपावली के बाद में क्षेत्र में सभी धड़ों के मौजीज व्यक्तियों की पोकरण फोर्ट में आम बैठक आयोजित कर इस संबंध में चर्चा की जाएगी। बैठक के दौरान कन्हैयालाल छंगाणी, राधाकिशन पुरोहित, प्यारेलाल जोशी, के.सी.व्यास, दाऊ लाल रंगा, मोहनलाल जीनगर, अशोक व्यास, कन्हैया पुरोहित, कैलाश पुरोहित, हेमंत पालीवाल, जुगल व्यास, भगवतसिंह चंपावत सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे। वहीं फलोदी से आए श्री गोपाल जोशी व श्यामसुंदर पुरोहित सहित अन्य लोगों ने भी विचार व्यक्त किए।

पोकरण को जिला बनाने को लेकर अभी तक नहीं लिया प्रस्ताव : फलोदी विधायक जोशी ने बताया कि जिलों की घोषणा के संबंध में राज्य सरकार द्वारा 10 अगस्त तारीख निर्धारित की गई थी। लेकिन अभी तक पोकरण को जिला बनाने के संबंध में कोई प्रस्ताव नहीं आया है। उन्होंने कहा कि इस बात को बीते तीन माह का समय भी हो गया है। वहीं राज्य सरकार से पोकरण को जिला बनाने को लेकर न तो विधायक द्वारा कोई प्रस्ताव दिया गया है और न ही अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा। जिसके चलते पोकरण वासियों को सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए फलोदी में शामिल करने का प्रस्ताव दिया गया है।

नींबा के पास पलटी बोलेरो


नींबा के पास पलटी बोलेरो

एक गंभीर घायल और आठ को मामूली चोटें आई



जैसलमेर जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर नींबा गांव के पास असंतुलित होकर पलटी बोलेरो से उसमें सवार एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया और 8 अन्य को मामूली चोटें आई। आपातकालीन 108 एंबुलेंस ने घायलों को पहले सम स्वास्थ्य केन्द्र पर बाद में जिला मुख्यालय स्थित जवाहिर अस्पताल पहुंचाया। जानकारी के अनुसार रविवार की दोपहर करीब 12 बजे कोरिया से सम की तरफ जा रही एक बोलेरो नींबा के पास असंतुलित होकर पलटी खा गई। बोलेरो का टायर फट जाने से वह असंतुलित हो गई और पलटी खा गई। जिससे उसमें सवार सुल्तान (30) को गंभीर चोटें आई। वहीं केशर खान (25), हीरा (30), ईशान (25), शोकत (8), धाई (25), रसीफा (20), जीया (40) और धाई (32) को मामूली चोटें ही आई। चिकित्सकों ने घायलों का प्राथमिक उपचार कर उन्हें छुट्टी दे दी।

भीड़ भाड़ को देखते हुए वाहनों का बाजार में प्रवेश निषेध




भीड़ भाड़ को देखते हुए वाहनों का बाजार में प्रवेश निषेध



पुलिस अधीक्षक ने त्योहारों के चलते जगह-जगह किया पुलिस बल तैनात


जैसलमेर
शहर में धनतेरस, रूप चतुर्दशी, दीपावली व भाईदूज पर्व को देखते हुए पुलिस ने यातायात व्यवस्था को लेकर विशेष इंतजाम किए हैं। जगह-जगह पुलिस बल तैनात करने के साथ बाजार में वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। शहर के मुख्य मार्गों व चौराहों पर पुलिस की टीमें तैनात करने के साथ वाहनों की सघन जांच कर रही है। वहीं दुकानों के आगे खड़े रहने वाले वाहनों के चालान किए जा रहे हैं।

पुलिस अधीक्षक ममता राहुल के निर्देशानुसार शहर कोतवाल वीरेंद्रसिंह तथा यातायात प्रभारी लालाराम के नेतृत्व में शहर में पर्याप्त जाब्ता तैनात किया गया है। रविवार को शहर के सभी दुकानदारों को अपने अपने वाहनों को पार्किंग स्थान पर खड़े करने की समझाईश की गई। इसके अलावा मुख्य बाजार में बेतरतीब खड़े वाहनों के विरुद्ध एमवी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। रविवार को शहर में पुलिस ्रने आमजन से समझाईश की और बाजार में वाहनों के आवागमन पर पूरी तरह रोक लगा दी है। ताकि भीड़ भाड़ में व्यवस्था बनी रहे। पुलिस अधीक्षक ने आमजनता से पुलिस को सहयोग करने की अपील की है।

पुलिस कंट्रोल रूम में आया धमकी भरा कॉल


मैं लंदन से बोल रहा हूं सायर को छोड़ दो

पुलिस कंट्रोल रूम में आया धमकी भरा कॉल


बाड़मेर जिला मुख्यालय पर स्थित पुलिस कंट्रोल रूम में शनिवार रात्रि 10.37 बजे अंतर्राष्ट्रीय कॉल आया। फोन पर धमकी भरे लहजे में कहा कि सायर आपके कब्जे में है, उसे तुरंत छोड़ दो वरना ठीक नहीं रहेगा। उसने स्वयं को सलीम दीन बताते हुए कहा कि मैं लंदन से बोल रहा हूं, मुंबई आता रहता हूं। मेरा दोस्त आपके कब्जे में है, उसे तुरंत प्रभाव से छोड़ दो। इस कॉल की सूचना मिलने के बाद एसपी ने कॉल डिटेल की रिपोर्ट एटीएस को भेजने के निर्देश दिए हैं। एएसपी नरेन्द्र कुमार मीणा ने बताया कि शनिवार रात्रि 10.37 बजे 00447442929979 नंबर से कंट्रोल रूम के टेलीफोन न. 221016 पर कॉल आया। कॉल रिसीव करने पर उसने स्वयं को सलीम दीन बताते हुए कहा कि मेरा दोस्त सायर आपके कब्जे में है। आप मुंबई से बोल रहे हो या फिर चेन्नई से। उसने कहा कि मैं वैसे लंदन में रहता हूं, लेकिन मुंबई आता रहता हूं। मेरा काम तुरंत प्रभाव से होना चाहिए। इस कॉल के बाद एसपी को सूचना दी गई। जिस पर कॉल डिटेल की रिपोर्ट एटीएस जयपुर को भेजने के निर्देश दिए गए हैं।

'एक दिवलो मायड़ भाषा रै नावं'


'एक दिवलो मायड़ भाषा रै नावं'

 बालोतरा



बालोतरा. दीपक जलाते राजस्थानी भाषा समर्थक।  

मायड़ भाषा राजस्थानी को मान्यता जब तक नहीं मिलेगी तब तक राजस्थान प्रदेश की विश्व पटल पर पहचान नहीं बन सकती। जब हमारी राजस्थानी भाषा को अमेरिका में मान्यता मिल गई है तो अपने ही घर में हमारी मां बिना मान्यता के दर-दर बिलख रही है। ये बात पूर्व गृह राज्य मंत्री अमरा राम चौधरी ने रेल्वे परिसर में अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति की ओर से आयोजित 'एक दिवलो मायड़ भाषा रै नावं' कार्यक्रम में उपस्थित भाषा प्रेमियों को संबोधित करते हुए कहीं। छात्रमोर्चा के संयोजक राणीदान रावल ने बताया कि कार्यक्रम में नगरपालिका अध्यक्ष महेश बी चौहान, ओम बांठिया, रमेश गुप्ता, प्रकाश माली, संघर्ष समिति के पाटवी भीख दान चारण, शिक्षक परिषद के पाटवी तन सिंह जुगतावत, चिंतन परिषद के पाटवी राजेंद्रसिंह कंवरली, सरपंच नरपतसिंह रतनू, सालगराम परिहार व अभिषेक खोखर सहित बड़ी संख्या भाषा प्रेमी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन कमल सिंह पंवार ने किया।

रविवार, 11 नवंबर 2012

पूरा शहर उमड़ पडा मायड़ भाषा के नाम दीपक जलाने को

पूरा शहर उमड़ पडा मायड़  भाषा के नाम दीपक जलाने को 



एक दिवलो मायड़ भाषा रे नाव ..कार्यक्रम आयोजित 

बाड़मेर राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता देने की मांग करने वाले राजस्थानी भाशा प्रेमियों नें दीपावली की पूर्व संध्या पर एक दीपकराजस्थानी भाशा के नाम जला कर अपनी मांग के समर्थन में एकजुटता का प्रदर्शन किया । प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के नाम भाषा की मान्यता के लिए हजारों पोस्टकार्ड भेजे जाने की कड़ी में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया।साथ ही मानव श्रृंखला बनाकर अपनी मांग पुरजोर तरीके  से रखी है।

इस कार्यक्रम का नाम एक  दिवलो मायड़ भासा रै नांव’ दिया गया । इस कार्यक्रम के तहत बाडमेर के गाँधी चौक पर सैकडों दीपक राजस्थानी भाशा के नाम जलाऐ गयें।पूरा शहर  इस कार्यक्रम में भाग लेने उमड पडा।कार्यक्रम में इन्द्र प्रकाश पुरोहित ,जिला पाटवी रिडमल  सिंह दांता ,डॉ लक्ष्मी नारायण जोशी,डॉ हुक्म राम सुथार ,महादान सिंह भादरेश  ,सांगसिह लुणु ,छोटू सिंह , ,सुलतान सिंह रेडाना प्रकाश  जोशी ,  विजय कुमार ,भोम सिंह बलाई ,विजय सिंह खारा ,  अनिल सुखानी रघुवीर सिंह तामलोर ,रमेश सिंह इन्दा ,डॉ हरपाल राव ,अशोक सारला .पार्षद अशोक दरजी , दिग्विजय सिंह चुली ,जीतेन्द्र फुलवरिया ,मनोज विश्नोई ,खेतमल तातेड ,सहित शहर के तमाम नागरिकों नें राजस्थानी भाशा के नाम दीपक जला भाशा की मान्यता के लिऐं सेंकल्प लिया 
राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाडमेर के संयोजक जोधपुर संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया कि कार्यक्रम में शहर के तमाम साहित्यकार कवि जन प्रतिनिधियो तथा राजस्थानी भाशा प्रेमियों नें सैकडों दीपकजलाऐं॥आंदोलन से जुड़ा हर व्यक्ति नें इस दिन एक दीपक जलाकर भाषा की मान्यता के प्रति संकल्पना जताई। जिला पाटवी रिडमल सिंह दांता का कहना है कि यह आंदोलन की सकारात्मक रणनीति का हिस्सा है। दीया आस और विश्वास का प्रतीक है। हम इसके माध्यम से एकजुटता का प्रदर्शन करना चाहते हैं। निश्चित रूप से केंद्र सरकार तक हमारा संदेश पहुंचेगा और भाषा की मान्यता का मार्ग प्रशस्त होगा।

हिरन को बचने के चक्कर में बस पलटी बीस घायल

हिरन को बचने के चक्कर में बस पलटी बीस घायल


बाड़मेर जिले के धोरीमन्ना थाना क्षेत्र में आज सुबह एक हिरन को बचाने के चक्कर में यात्री बस पलती खा गई बस में सवार बीस जने घायल हो गए ,चार जनों की हालत अधिक ख़राब होने से उन्हें सांचोर अस्पताल में उपचार के लिए रेफर किया .धोरीमन्ना के पास एक बस पलती खा गई बस में सवार बीस लोग घ्घयल हो गए .

बाड़मेर की बाज़ार में नकली मिठाई का जोर ..

बाड़मेर की बाज़ार में नकली मिठाई का जोर ..

हज़ारो लोगो की सेहत के साथ खिलवाड़ 

बाड़मेर अबकी दीपावली मिठाइयों की जमकर बिक्री होने का अनुमान है। शायद इसी वजह से हलवाइयों ने खासी मात्रा में मिठाई बनाई हैं। मोटे अनुमान के मुताबिक अकेले बाड़मेर में करीबन पचास से स्टार  लाख  लाख रुपये की मिठाइयों की बिक्री होती रही है। इस दफा बिक्री बढऩे की संभावना के चलते ज्यादातर विक्रेताओं ने ज्यादा मिठाई बनाने का दांव खेला है। इस बार दूध की कमी न होने के कारण सभी मिष्ठान भंडारों द्वारा मिठाइयों का खूब स्टाक किया गया है। अनुमान है कि इस बार बिक्री 80 लाख रुपये का आंकड़ा पार कर जाएगी।
इस बार छैने की मिठाइयां जैसे रसगुल्ला, गुलाब जामुन, खीर मोन,बादाम पेस्टी, मलाई चाप 200 से 250 रुपये प्रति किलों तक बिक रही है। खोये की मिठाइयां जैसे मिल्क केक, बर्फी, कलाकंद, पेड़ा, खोया संदेश 200 से 250 रुपये प्रति किलो बिक रहे है। देशी घी की मिठाइयां पिन्नी, चंद्रकला, पतीसा, दाल व गोंद की पिन्नी, मक्खन बड़ा इमरती, मोती चूर के लड्डू, बेसन की बर्फी आदि 200 रुपये तक बिक रही है।


मिठाई दुकानदारों का कहना है कि ग्राहक मिक्स आइटम की खरीदारी अधिक कर रहे है जो 200 से 250 रुपये प्रति पैक बेची जा रही है। उन्होंने बताया कि इस बार दीपावली से पूर्व दूध की किल्लत नहीं रही जिस कारण सभी हलवाइयों ने अपनी क्षमता अनुसार मिठाइयां तैयार की है। दूध की खपत छैने व खोये की मिठाइयों में अधिक होती है मगर घी की मिठाइयों की भी मांग अधिक होने के कारण मिठाइयों का कारोबार बेहतर रहेगा। उन्होंने बताया कि दीपावली पर्व को लेकर मिठाइयों का धंधा पिछले वर्ष से अधिक होने की संभावना है। दीपावली से पूर्व मिठाइयों की मांग इतनी बढ़ गई है कि पूर्ति करना भी मुश्किल हो रहा है। उन्होंने बताया कि सभी मिष्ठान भंडारों के पास इन दिनों अतिरिक्त हलवाइयों के काम करने के बावजूद मांग पूरी नहीं हो रही है।
बेरोकटोक बिकती हैं मिठाई
अस्थाई तौर पर थड़ी लगाकर मिठाई बेचने वालों पर स्वास्थ्य विभाग की कोई नजर नहीं रहती। इस वर्ष भी भी दीपावली से एक-दो दिन पूर्व ही इन फडिय़ों के लगने की संभावना है। दीपावली के अवसर पर हर वर्ष मिलावटी मिठाइयों की बिक्री सरेआम होती है। कुछ लोग जो अन्य शहरों से आकर दीपावली के अवसर पर फडिय़ा लगाकर सस्ती मिठाई बेचते है। कम दाम में बिकने वाली इन मिठाइयों में संभवत: किसी न किसी तरह की मिलावट होती है।

राजस्थान में खाकी वर्दी वाले मास्टरजी

यह कोई आम थाना नहीं है. थाने के नाम से जहां बड़ों-बड़ों को पसीना आ जाता है, वहीं बाड़मेर जिले के रामसर इलाके के थाने में लगभग 200 छोटे-छोटे बच्चे बड़े मजे से घूमते देखे जा सकते हैं. थाने में बच्चों के आने का सिलसिला 2006 से जारी है. इसके पीछे की कहानी और भी दिलचस्प है. 
बात ऐसी है कि 2006 में बाड़मेर में भयंकर बाढ़ आई थी और यहां के स्कूलों में बारिश का पानी भर गया था. तब रामसर के पूर्व थाना प्रभारी सुरेंद्र कुमार ने बच्चों की पढ़ाई जारी रखने का बीड़ा उठाया. उन्होंने थाना भवन में ही स्कूल लगाना शुरू कर दिया और मास्टरजी बन गए पुलिस के जवान. इस अनोखे स्कूल को नाम दिया गया, अपना स्कूल. जवान अपने कंधों पर आई इस अतिरिक्त जिम्मेदारी को सफलतापूर्वक निभा सकें इसके लिए तत्कालीन एसपी उमेश चंद्र दत्ता ने थाने में अतिरिक्त पुलिसकर्मी लगाए. 20 बच्चों के साथ शुरू किए गए इस अनोखे स्कूल में आज 185 बच्चे पढ़ रहे हैं.

रामसर थाने के पुलिसकर्मी कानून-व्यवस्था संभालने के साथ-साथ शिक्षक की दोहरी भूमिका भी निभा रहे हैं. पुलिसकर्मियों के अलावा स्कूल में चार टीचर भी हैं, जिन्हें अहमदाबाद के एनजीओ दर्पण ऐकेडमी ने यहां तैनात किया है. टीचरों का वेतन पुलिस और एनजीओ चंदा करके इकट्ठा करते हैं.

रामसर थाना अधिकारी नरपतदान चरण कहते हैं, ‘‘एनजीओ की संचालक सारा बहन और सामाजिक कार्यकर्ता शफी मोहम्मद की मदद के चलते स्कूल के संचालन में कोई दिक्कत नहीं आती. लगभग पूरा खर्चा वे ही उठाते हैं. जबकि बच्चों की छोटी-मोटी जरूरतें थाने की ओर से पूरी कर दी जाती हैं.’’ बच्चों के कंप्यूटर टीचर कांस्टेबल सुभान अली और उदाराम कहते हैं, ‘‘हम बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी दे रहे हैं ताकि वे अच्छे नागरिक बनें.’’

थाने में स्कूल लगने से बच्चों के मन से पुलिस के प्रति भय भी कम हो रहा है. पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट मानते हैं कि इस तरह बच्चे आइपीएस बनने को प्रेरित होंगे. वे आगे कहते हैं, ‘‘हमारा जीवन आम जनता को समर्पित है. यह हमारा सामाजिक दायित्व बनता है कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे.’’

इस अनोखे स्कूल में आने वाले ज्यादातर बच्चे कमजोर आर्थिक वर्ग से हैं. उनके माता-पिता शिक्षा का खर्च वहन नहीं कर सकते इसलिए स्कूल में फीस नहीं ली जाती. अपना स्कूल में पांचवीं में पढ़ रही कुमारी लीला और सुरेश कुमार कहते हैं, ‘‘यह स्कूल नहीं होता तो हम कभी पढ़ ही नहीं पाते. घर की आर्थिक हालत अच्छी नहीं है.’’ चौथी क्लास के भरत कुमार और कुमारी बबीता कहती हैं, ‘‘पुलिसवाले तो बहुत अच्छे होते हैं. हमें उनसे जरा भी डर नहीं लगता. हमें नहीं लगता कि किसी और स्कूल में इतनी अच्छी पढ़ाई होती होगी.’’

शायद देश में यह इकलौता ऐसा अनूठा थाना होगा जहां एक ओर अपराधी हैं तो दूसरी ओर नन्हे बच्चे. यह थाना निश्चित ही देशभर में मिसाल कायम कर रहा है. अच्छी बात यह है कि स्कूल शुरू होने के बाद से अब तक थाने के सात प्रभारी बदल चुके हैं लेकिन शिक्षा का उजियारा फैलाती इस अलख को किसी ने भी बुझने नहीं दिया है


 

foto धूमधाम से मनेगी दीपावली पाकिस्तान सिंध के सरहदी इलाको में




  
  धूमधाम से मनेगी दीपावली पाकिस्तान सिंध  के सरहदी इलाको में

बाड़मेर भारत पाकिस्तान की सरहद पर बसे पाकिस्तान के सिंध प्रान्त के सरहदी गाँवो में दिवाली की जोर शोर से तयारियो में हिन्दू परिवार जुटे हें .सिंध प्रान्त में रह रहे लाखो अल्पसंख्यक हिन्दू परिवार दीपावली बड़ी धूमधाम से मानते हें ,दीपावली से पूर्व ही कराची में स्वामीनारायण मंदिर ,सिंध के खेबर स्थित गोरखनाथ मंदिर और पेशावर के कृष्णा मंदिर ,,,अमरकोट मीठी ,गदर सिटी ,नगर्परकर के हिन्दू मंदिरों में आकर्षक रोशनी व्यव्स्ढ़ाए की गई हें ,हिन्दू परिवार दीवाली मानाने अधिकांशतः मंदिरों में जाते हें तो कई परिवार अपने कुटुंब कबीले के साथ दीवाली मानते हें ,अमरकोट में दिवाली के दुसरे दिन रामा हमीर सिंह की हवेली में रियान होती हें जिसमे आस पास के गाँवो के हज़ारो की तादाद में लोग दीवाली के इस स्नेह मिलन में शिरकत करते हें ,पाकिस्तान के सिंध प्रान्त में दिवाली बड़े ही उत्साह के साथ मनाई जाती हें जिसकी तयारिया स पन्द्र दिन पूर्व शुरू हो जाती हें दिवाली पर कई मंदिरों में सत्संग और भजनों के कार्यक्रमों का आयोजन भी होता हें ,

पकिस्तान में कट्टरपंथियों का भय अवश्य लोगो को सताता हें ,मगर दिवाली जैसे पर्व को मानाने के लिए यह खौफ नगण्य हो जाता हें ,पाकिस्तान के वरिष्ट पत्रकार ने बताया की हिन्दू परिवार अपने अपने तीज त्यौहार परम्परागत रूप से पूरी आज़ादी के साथ मानते हें ,अन्तराष्ट्रीय स्तर पर हौवा खड़ा किया गया हे की हिन्दुओ को त्यौहार मानाने की आज़ादी नहीं हें ,कुछ बन्दीशो को छोड़ दिया जाये तो हिन्दू परिवारों को त्यौहार मानाने में कोई दिक्कते नहीं ,आती सिंध सहित पुरे सिंध प्रान्त में दीवाली की बाजारों में अछि खासी रौनक रहती हें ,दीपावली को हर हिन्दू परिवार अपने घर और प्रतिष्ठान में लक्ष्मी पूजन करते हें दुसरे दिन रामा सामा के दिन रियानो का दौर चलता हें ,जमकर आतिशबाजी होती हें ,

टायर फैक्ट्री में आग,4 झुलसे

टायर फैक्ट्री में आग,4 झुलसे

अलवर। शहर के औद्योगिक क्षेत्र के एमआईए इलाके में एक टायर फैक्ट्री में रविवार सुबह भीषण लाग लग गई। इसमें फैक्ट्री के चार कर्मचारी गंभीर रूप से झुलस गए। चारों को एक अस्पताल ले जाया गया। वहां से उन्हें इलाज के लिए जयपुर रैफर कर दिया गया।

जानकारी के अनुसार सुबह करीब 7.30 बजे फैक्ट्री के चार कर्मचारी पुराने टायरों को जलाकर ऑयल निकाल रहे थे। अचानक ऑयल निकालने की मशीन का कोयलर फट गया। इससे आग लग गई।

इस बीच गरम ऑयल कर्मचारियों के शरीर पर गिर गया। इससे आलम खान,तैय्यब खान,रामचन्द्र और भीम सिंह बुरी तरह झुलस गए। आग की सूचना पुलिस और फायर ब्रिगेड को दी गई। सूचना मिलते ही फायर ब्रगेड की गाडियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। पुलिस ने फैक्ट्री संचालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

"उत्सवी रंग कलुषित न करें कांग्रेस"

"उत्सवी रंग कलुषित न करें कांग्रेस"

अहमदाबाद। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं सांसद पुरूषोत्तम रूपाला ने कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता मणिशंकर द्वारा गर्भित रूप से मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को "लहू पुरूष" की संज्ञा देने वाले बयान पर कड़ा एतराज जताया। भाजपा ने चेतावनी दी कि कांग्रेस मौजूदा दौर में गुजरात में चल रहे विधासभा चुनाव व दीपावली पर्व के उत्सवी माहौल को कलुषित करने का प्रयास न करें।

रूपाला ने शनिवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित पार्टी में नए सदस्यों के प्रवेश के एक स्वागत कार्यक्रम के दौरान कहा कि दिल्ली के कांग्रेसी नेता गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाने की निम्न स्तरीय राजनीति पर उतर आए हैं। शनिवार को एक वरिष्ठ कांग्रेसी केन्द्रीय नेता के मोदी को "लहू पुरूष" कहे जाने पररूपाला ने कांग्रेस को चेतावनी देते हुए कहा कि इस समय गुजरात के लोग दीपावली पर्व एवं विधानसभा चुनावों को उत्सव के रूप में मना रहें हैं। इस स्थिति में कांग्रेस को उत्सवों के गुलाबी रंग में खून का गहरा रंग भरने का प्रयास नही करना चाहिए।

रूपाला ने कहा कि वे समझ नही पाते कि कांग्रेस अपने खून में शामिल लहू (खून खराबा) की राजनीति से बाहर क्यों नही निकल पा रही है। रूपाला ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आन्दोलन की मुहिम छेडे अरविंद केजरीवाल के शनिवार को दिए गए बयान "अब संसद में चोर उचक्के आते हैं..." पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि संसद में जनता से चुने हुए बन्दे जाते हैं, जिनकी कार्य प्रवृत्ति को लेकर मदभेद हो सकते हैं, किन्तु उनके लिए निम्न स्तर के शब्द प्रयोग नही किए जाने चाहिए।

ईओ सहित कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज

ईओ सहित कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज

बालोतरा। नगरपालिका बालोतरा के अधिशासी अधिकारी नंदलाल व्यास, सहायक अभियंता रामप्रसाद मीणा सहित नगरपालिका के 8-10 कर्मचारियों के खिलाफ मारपीट व जातिगत शब्दों से अपमानित करने का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार सकाराम पुत्र राजूराम निवासी होटलू हाल मंूगड़ा रोड़ बालोतरा ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि वह कृषि मंडी के सामने फिरोज खां पुत्र युसुफ खां के भूखंड में बने कमरे में रहवास करता है।

8 नवंबर को अधिशासी अधिकारी सहित 8-10 कर्मचारी जेसीबी के साथ यहां आए। भूखंड में अनाधिकृत प्रवेश कर उसे घसीटकर बाहर लाया तथा मारपीट कर जातिगत शब्दों से अपमानित किया। जेसीबी से रहवासीय कमरे को ध्वस्त कर सामान नष्ट कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।