गुरुवार, 5 जुलाई 2012

सावन में मानसून की बेरुखी की मार

मानसून की लेट लतीफी ने किसानों की चिंता को बढ़ा दिया है। गत वर्ष जहां 15 जून के आस-पास मानसून सक्रिय हो गया था। वहीं इस बार जुलाई माह शुरू होने के बाद भी मानसून ने अभी तक दस्तक नहीं दी है, जिससे खरीफ की फसल की बुवाई नहीं हो सकी है। अब खरीफ की फसल की बुआई का ठीक समय है, मगर बारिश न होने के कारण कई किसानों ने खेतों की जुताई तक नहीं की है। कृषि विभाग का मानना है कि खरीफ की फसल को पकने में तीन माह का समय लगता है। यदि 15 जुलाई तक मानसून सक्रिय नहीं हुए तो खरीफ की फसल पर संकट के बादल छा सकते है। क्योंकि खरीफ की फसल की बुवाई का समय 15 जून से 15 जुलाई तक होता है। जबकि अभी तक क्षेत्र में कई जगह तो जुताई तक नहीं हुई है।  
तापमान में 3 डिग्री गिरावट, आसमान में छाए रहे बादल

खेतों में पसरा सन्नाटा, किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें

बादलों ने थामी पारे की रफ्तार बारिश की उम्मीद हुई प्रबल

बीते कई पखवाड़े से भीषण गरमी और लू से परेशान लोगों को आखिरकार बुधवार दोपहर बाद राहत मिली। दोपहर तीन बजे से शुरू हुए बादलों के जमावड़े ने पारे की रफ्तार को थाम लिया। साथ ही मंद-मंद बयारें चलने से तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार को अधिकतम तापमान 42.6 दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 28.6 डिग्री सेल्सियस रहा। तापमान में गिरावट की वजह से दोपहर बाद लोगों को उमस से भी राहत मिली। दिन में हवाएं चलने से पारे की रफ्तार बढऩे की बजाय कम हुई है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक गुजरात से केरल के बीच बना हवाओं का एक सिस्टम बुधवार को भी सक्रिय रहा। दूसरी तरफ उत्तर-पूर्वी अरब सागर के ऊपर एक अपर एयर सर्कुलेशन एक्टिव है। साथ ही बंगाल की खाड़ी के ऊपर भी एक अपर एयर सर्कुलेशन एक्टिव हो गया है। इसके अलावा उत्तर-पश्चिमी राज-स्थान के ऊपर हवाओं का एक टर्फ सक्रिय है। इन सिस्टमों के प्रभाव के चलते राजस्थान में अगले 48 घंटों में बारिश होने के आसार हैं। हालांकि, एक-दो इलाकों को छोड़कर सभी में तेज बारिश होने की संभावना नहीं है।

कैसे सहज जाएंगे खेत बारिश का पानी

मानसून के अभाव में अधिकांश खेतों में अभी तक किसानों ने जुताई का कार्य शुरू नहीं किया है। ऐसे में बारिश को खेत कैंसे सहज पाएंगे। यहीं चिंता किसानों को इन दिनों सता रही है। नियमानुसार मानसून सक्रिय होने से एक पखवाड़े पहले खेतों की गहरी जुताई होना आवश्यक है। किसानों का कहना है कि खरीफ की फसल के लिए खेतों की जुताई करीब एक फुट से नौ इंच गहरी होना आवश्यक है। मगर, बिना बारिश के निर्धारित जुताई होना असंभव नजर आ रहा है। वहीं किसान अभी तक परम्परा गत रूप से हर वर्ष भांति मानसून की बाट जोह रहे है। जबकि अभी तक बारिश नहीं होने से भूमि भी कठोर बनी हुई है। जिस पर हलों का चलना संभव नहीं दिखाई देता। वैसे तो किसानों ने खरीफ की फसल की बुवाई के लिए खाद, बीज व अन्य सामग्री खरीद कर रख ली है, ताकि बारिश होते ही खेतों की जुताई के साथ बुवाई शुरू की जा सके।

-विष्णु के दस अवतार

 

हिन्दूओं का विशवास है कि सृष्टि में सभी प्राणी पूर्वनिश्चित धर्मानुसार अपने अपने कार्य करते रहते हैं और जब कभी धर्म की हानि की होती है तो सृष्टिकर्ता धर्म की पुनः स्थापना करने के लिये धरती पर अवतार लेते हैं। मुख्यतः आज तक सृष्टि पालक भगवान विष्णु नौ बार धरती पर अवतरित हो चुके हैं और दसवीं बार अभी हों गे। सभी अवतारों की कथायें पुराणों में विस्तार पूर्वक संकलित हैं। उन का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार हैः –
मत्स्य अवतार – एक बार राजा सत्यव्रत कृतमाला नदी के तट पर तर्पण कर रहे थे तो एक छोटी मछली उन की अंजली में आकर विनती करने लगी कि वह उसे बचा लें। राजा सत्यव्रत ने एक पात्र में जल भर कर उस मछली को सुरक्षित कर दिया किन्तु शीघ्र ही वह मछली पात्र से भी बड़ी हो गयी। राजा ने मछली को क्रमशः तालाब, नदी और अंत में सागर के अन्दर रखा पर हर बार वह पहले से भी बड़े शरीर में परिवर्तित होती गयी। अंत में मछली रूपी विष्णु ने राजा सत्यव्रत को एक महाभयानक बाढ़ के आने से समस्त सृष्टि पर जीवन नष्ट हो जाने की चेतावनी दी। तदन्तर राजा सत्यव्रत ने एक बड़ी नाव बनवायी और उस में सभी धान्य, प्राणियों के मूल बीज भर दिये और सप्तऋषियों के साथ नाव में सवार हो गये। मछली ने नाव को खींच कर पर्वत शिखर के पास सुरक्षित पहँचा दिया। इस प्रकार मूल बीजों और सप्तऋषियों के ज्ञान से महाप्रलय के पश्चात सृष्टि पर पुनः जीवन का प्रत्यारोपन हो गया। इस कथा का विशलेशन हज़रत नोहा की आर्क के साथ किया जा सकता है जो बाईबल में संकलित है। यह कथा डी एन ऐ सुरक्षित रखने की वैज्ञानिक क्षमता की ओर संकेत भी करती है जिस की सहायता से सृष्टि के विनाश के बाद पुनः उत्पत्ति करी जा सके।
कुर्मा अवतार – महाप्रलय के कारण पृथ्वी की सम्पदा जलाशाय़ी हो गयी थी। अतः भगवान विष्णु ने कछुऐ का अवतार ले कर सागर मंथन के समय पृथ्वी की जलाशाय़ी सम्पदा को निकलवाया था। वैज्ञानिक भी कहते हैं कि आईस ऐज के बाद सृष्टि का पुनरर्निमाण हुआ था। पौराणिक सागर मंथन की कथानुसार सुमेरु पर्वत को सागर मंथन के लिये इस्तेमाल किया गया था। माऊंट ऐवरेस्ट का ही भारतीय नाम सुमेरू पर्वत है तथा नेपाल में उसे सागर मत्था कहा जाता है। जलमग्न पृथ्वी से सर्व प्रथम सब से ऊँची चोटी ही बाहर प्रगट हुयी होगी। यह तो वैज्ञानिक तथ्य है कि सभी जीव जन्तु और पदार्थ सागर से ही निकले हैं। अतः उसी घटना के साथ इस कथा का विशलेशन करना चाहिये।
वराह अवतार – भगवान विष्णु ने दैत्य हिरणाक्ष का वध करने के लिये वराह रूप धारण किया था तथा उस के चुंगल से धरती को छुड़वाया था। पौराणिक चित्रों में वराह भगवान धरती को अपने दाँतों के ऊपर संतुलित कर के सागर से बाहर निकाल कर ला रहे होते हैं। वराह को पूर्णतया वराह (जंगली सूअर) के अतिरिक्त कई अन्य चित्रों में अर्ध-मानव तथा अर्ध-वराह के रूप में भी दर्शाया जाता है। वराह अवतार के मानव शरीर पर वराह का सिर और चार हाथ हैं जो कि भगवान विष्णु की तरह शंख, चक्र, गदा और पद्म लिये हुये दैत्य हिरणाक्ष से युद्ध कर रहे हैं। विचारनीय वैज्ञानिक तथ्य यह है कि सभी प्राचीन चित्रों में धरती गोलाकार ही दर्शायी जाती है जो प्रमाण है कि आदि काल से ही हिन्दूओं को धरती के गोलाकार होने का पता था। इस अवतार की कथा का सम्बन्ध महाप्रलय के पश्चात सागर के जलस्तर से पृथ्वी का पुनः प्रगट होना भी है।
नर-सिहं अवतार – भगवान विष्णु ने नर-सिंह (मानव शरीर पर शेर का सिर) के रूप में अवतरित हो कर दैत्यराज हिरण्यकशिपु का वध किया था जिस के अहंकार और क्रूरता ने सृष्टि का समस्त विधान तहस नहस कर दिया था। नर-सिंह एक स्तम्भ से प्रगट हुये थे जिस पर हिरण्यकशिपु ने गदा से प्रहार कर के भगवान विष्णु की सर्व-व्यापिक्ता और शक्ति को चुनौती दी थी। यह अवतार इस धारणा का प्रतिपादन करता है कि ईश्वरीय शक्ति के लिये विश्व में कुछ भी करना असम्भव नहीं भले ही वैज्ञानिक तर्क से ऐसा असम्भव लगे।
वामन अवतार – वामन अवतार के रूप नें भगवान विष्णु मे दैत्यराज बलि से तीन पग पृथ्वी दान में मांगी थी। राजा बलि ने दैत्यगुरू शुक्राचार्य के विरोध के बावजूद जब वामन को तीन पग पृथ्वी देना स्वीकार कर लिया तो वामन ने अपना आकार बढ़ा लिया और दो पगों में आकाश और पाताल को माप लिया। जब तीसरा पग रखने के लिये कोई स्थान ही नहीं बचा तो प्रतिज्ञा पालक बलि ने अपना शीश तीसरा पग रखने के लिये समर्पित कर दिया। विष्णु ने तीसरे पग से बलि को सुतल-लोक में धंसा दिया परन्तु उस की दान वीरता से प्रसन्न हो कर राजा बलि को अमर-पद भी प्रदान कर दिया। आज भी बलि सुतुल-लोक के स्वामी हैं। दक्षिण भारत में इस कथा को पोंगल त्योहार के साथ जोडा जाता है।
परशुराम अवतार – परशुराम का विवरण रामायण तथा महाभारत दोनो महाकाव्यों में आता है। वह ऋषि जमदग्नि के पुत्र थे और उन्हों ने भगवान शिव की उपासना कर के एक दिव्य परशु (कुलहाड़ा) वरदान में प्राप्त किया था। एक बार राजा कृतवीर्य अर्जुन सहस्त्रबाहु अपनी सैना का साथ जमदग्नि के आश्रम में आये तो ऋषि ने उन का आदर सत्कार किया। ऋषि ने सभी पदार्थ कामधेनु दिव्य गाय की कृपा से जुटाये थे। इस से आश्चर्य चकित हो कर कृतवीर्य ने अपने सैनिकों को ज़बरदस्ती ऋषि की गाय को ले जाने का आदेश दे दिया। अंततः परशुराम ने कृतवीर्य तथा उस की समस्त सैना का अपने परशु से संहार किया। तदन्तर कृतवीर्य के पुत्रों ने ऋषि जमदग्नि का वध कर दिया तो परशुराम ने कृतवीर्य और समस्त क्षत्रिय जाति का विनाश कर दिया और पूरी पृथ्वी उन से छीन कर ऋषि कश्यप को दान कर दी। सम्भवतः बाद में कश्यप ऋषि के नाम से ही उन के आश्रम के समीप का सागर कश्यप सागर (केस्पीयन सी) के नाम से आज तक जाना जाता है। पूरा कथानांक प्रचीन इतिहास अपने में छुपाये हुये है। परशुराम अवतार राजाओं के अत्याचार तथा निरंकुश्ता के विरुध शोषित वर्ग का प्रथम शक्ति पलट अन्दोलन था। परशुराम अवतार ने शासकों को अधिकारों के दुरुप्योग के विरुध चेताया और आज के संदर्भ में भी इसी प्रकार के अवतार की पुनः ज़रूरत है।
राम अवतार - परशुराम अवतार राजसत्ता के दुरुप्योग के विरुध शोषित वर्ग का आन्दोलन था तो भगवान विष्णु ने ऐक आदर्श राजा तथा आदर्श मानव की मर्यादा स्थापित करने के लिये राम अवतार लिया। राम का चरित्र हिन्दू संस्कृति में एक आदर्श मानव, भाई, पति, पुत्र के अतिरिक्त राजा के व्यवहार का भी कीर्तिमान है। अंग्रेजी साहित्य के लेखक टोमस मूर ने पन्द्रवीं शताब्दी में आदर्श राज्य के तौर पर एक यूटोपिया राज्य की केवल कल्पना ही करी थी किन्तु राम राज्य टोमस मूर के काल्पनिक राज्य से कहीं अधिक वास्तविक आदर्श राज्य स्थापित हो चुका था। राम का इतिहास समेटे रामायण विश्व साहित्य का प्रथम महाकाव्य है।
कृष्ण अवतार – कृष्ण अवतार का समय आज से लगभग 5100 वर्ष या ईसा से 3102 वर्ष पूर्व का माना जाता है। कृष्ण ने महाभारत युद्ध में एक निर्णायक भूमिका निभाय़ी और उन के दुआरा गीता का ज्ञान अर्जुन को दिया जो कि संसार का सब से सक्ष्म दार्शनिक वार्तालाप है। कृष्ण के इतिहास का वर्णन महाभारत के अतिरिक्त कई पुराणों तथा हिन्दू साहित्य की पुस्तकों में भी है। उन के बारे में कई सच्ची तथा काल्पनिक कथायें भी लिखी गयी हैं। कृष्ण दार्शनिक होने के साथ साथ एक राजनीतिज्ञ्, कुशल रथवान, योद्धा, तथा संगीतिज्ञ् भी थे। उन को 64 कलाओं का ज्ञाता कहा जाता है और सोलह कला सम्पूर्ण अवतार कहा जाता है। कृष्ण को आज के संदर्भ में पूर्णत्या दि कम्पलीट मैन कहा जा सकता है।
बुद्ध अवतार – विष्णु ने सिद्धार्थ गौतम बुद्ध के रूप में जन-साधारण को पशु बलि के विरुध अहिंसा का संदेश देने के लिये अवतार लिया। भारतीय शिल्प कला में सब से अधिक मूर्तियां भगवान बुद्ध की ही हैं। आम तौर पर बौध मत के अनुयायी गौतम बुद्ध के अतिरिक्त बुद्ध के और भी बोधिसत्व अवतारों को मानते हैं।
कलकी अवतार –विष्णु पुराण में सैंकड़ों वर्ष पूर्व ही भविष्यवाणी की गयी है कि कलियुग के अन्त में कलकी महा-अवतार होगा जो इस युग के अन्धकारमय और निराशा जनक वातावरण का अन्त करे गा। कलकी शब्द सदैव तथा समय का पर्यायवाची है। कलकी अवतार की भविष्यवाणी के कई अन्य स्त्रोत्र भी हैं।

बुधवार, 4 जुलाई 2012

जब बाज़ार में आई नाबालिग की अश्लील क्लिप,तब खुली पार्षद के बेटे की पोल

सरवाड़.भाजपा महिला पार्षद के पुत्र पर नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर उसके साथ ज्यादती करने और अश्लील वीडियो क्लिपिंग बनाकर बाजार में प्रचारित करने का मामला सरवाड़ थाने में दर्ज हुआ है। आचार्य मोहल्ला निवासी एक व्यक्ति ने सरवाड़ थाने में रिपोर्ट पेश की।

 

इसमें आरोप लगाया गया कि उसकी 15 वर्षीय पुत्री को मोहल्ले का ही एक युवक बहला-फुसलाकर अपने मकान में ले गया। वहां उसने नाबालिग से साथ ज्यादती की और अश्लील वीडियो क्लिपिंग बना ली। इस दौरान उसे पीड़िता को धमकाया कि इस बारे में यदि किसी को बताया तो वह उसकी अश्लील क्लिपिंग बाजार में प्रचारित कर देगा।



इधर बाजार में क्लिपिंग आने के बाद पीड़िता के पिता ने पुलिस को शिकायत की। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ नाबालिग के साथ ज्यादती करने और अश्लील क्लिपिंग बनाने के आरोप में रविवार रात को मामला दर्ज किया और सोमवार सुबह पीड़िता का केकड़ी अस्पताल में मेडिकल कराया। मालूम हो कि आरोपी की मां सरवाड़ नगर पालिका में भाजपा पार्षद है

दुनियाभर में बजा दिया भारत का डंका, फिर भी कोई नहीं करना चाहता शादी

.लंदन ओलंपिक के लिए भारत तैयार हो चुका है। 27 जुलाई से शुरू हो रहे ओलंपिक खेल 12 अगस्त तक चलेंगे और इस मौके पर हम भारतीयों की नजर अपने सितारों पर लगी रहेगी। ओलंपिक में जाने वाले भारतीय दल में सबसे ज्यादा खिलाड़ी हरियाणा राज्य से हैं।
हम आज से आपके लिए हरियाणा के उन बेहतरीन खिलाड़ियों पर कवरेज देने जा रहे हैं, जो ओलंपिक में भारत का विजय पताका फहरा सकते हैं।
दुनियाभर में बजा दिया भारत का डंका, फिर भी कोई नहीं करना चाहता शादी 
अगर आपने 23 साल की गीता फोगट का नाम अभी तक नहीं सुना है तो जरा अपने दिमाग पर जोर डालिए और 2010 में भारत में हुए राष्ट्रमंडल खेलों की लिस्ट पर नजर दौड़ाइए। आपको जानकर खुशी होगी कि गीता भारत की पहली ऐसी महिला कुश्ती पहलवान हैं, जिन्होंने 55 किग्रा भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। अब यह शेरनी ओलंपिक में दहाड़ने को तैयार है। अगर मेहनत रंग लाई तो यह लड़की आने वाले समय में ऐसा कारनामा कर सकती है, जो भारतीय महिला कुश्ती के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों से लिखा जाएगा। इसके बावजूद कोई उनसे शादी करने को तैयार नहीं है। आखिर क्यों?

किसने दी मिनी स्कर्ट नहीं पहने की धमकी?

किसने दी मिनी स्कर्ट नहीं पहने की धमकी?
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के एक कट्टरपंथी संगठन ने सैलानियों को आगाह किया है कि वे छोटे कपडे पहनकर घाटी में नहीं घूमें। संगठन ने चेतावनी दी है कि ऎसा नहीं करने पर उन्हें कड़ी प्रतिक्रिया सहनी पड़ सकती है। जमात-ए-इस्लामी ने एक बयान में कहा कि कुछ महिला सैलानी जिनमें से ज्यादातर विदेशी हैं, मिनी स्कर्ट और अन्य आपत्तिजनक कपड़े पहनकर इधर-उधर घूमती हैं। यह कश्मीर की संस्कृति और मूल्यों के खिलाफ है। ऎसा किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जाएगा।

संगठन ने राज्य के पर्यटन विभाग से भी कहा है कि वह सैलानियों को स्थानीय मूल्यों का सम्मान करने के लिए प्रेरित करे। बयान में कहा गया कि यह विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी है कि वे सैलानियों को स्थानीय मूल्यों के बारे में बताएं। उन्हें उनका सम्मान करने के लिए कहें। ऎसा नहीं होने पर सैलानियों को कड़ी प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ सकता है।

थाने से घसीटकर लाए और जिंदा जला दिया

थाने से घसीटकर लाए और जिंदा जला दिया
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में ईशनिंदा के एक अभियुक्त को हजारों लोगों की भीड़ ने थाने से बाहर निकालकर आग लगा दी। पुलिस के अनुसार घटना पंजाब में बहावलपुर के नजदीक स्थित एक गांव की है। जिस शख्स को जिंदा जलाया गया है उस पर पवित्र कुरान की एक प्रति को जलाने का आरोप लगाया गया था।

इस आरोप में उसे गिरफ्तार किया गया था। पुलिस का कहना है कि ईशनिंदा की कथित घटना से गुस्साई हजारों लोगों की भीड़ थाने के बाहर एकत्र हो गई। भीड़ सलाखों के पीछे कैद व्यक्ति को घसीटती हुई थाने के बाहर ले आई और उसे उसी जगह पर ले गई जहां कथित तौर पर उसने कुरान की प्रति को जलाया था। इसके बाद उस पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी गई।

जैसलमेर शहर में यातायात व्यवस्था परिवहन विभाग एवं पुलिस का सांझा अभियान

शहर में यातायात व्यवस्था बनाने के लिए परिवहन विभाग एवं पुलिस का सांझा अभियान
जैसलमेर पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता बिश्नोई के आदेशानुसार बुधवार  को सुनिल पंवार प्रोबे आरपीएस एवं परिवहन विभाग के प्रभारी अधिकारी अनिल पांड्या के नेतृत्व में यातायात प्रभारी लालाराम उनि मय यातायात शाखा जाब्ता सउनि अर्जूनसिंह, नेहचलाराम, हैड कानि0 निश्चल कुमार एवं टीकूराम के सम्पूर्ण शहर में गश्त कर शहर में प्राईवेट बसों द्वारा अस्थाई बस स्टेण्डो पर रूकी बसों को स्थाई बस स्टेण्ड डेडांसर मैदान में रोकने के निर्देश दिये। इसके अलावा पुलिस टीम द्वारा शहर में वाहन चालकों के कागजात को चैक किया गया तथा सभी प्राईवेट बसों के ऑपरेटरो को सख्त निर्देश दिये गये कि आईंदा वह अपनी बसों को निर्धारित बस स्टेण्ड पर ही रोके ओर अगर कई दूसरी जगह बस रूकी हुई पाई गई तो उसके विरूद्ध एमवी एक्ट के तहत कार्यवाही की जावेगी। इसके अलावा परिवहन अधिकारी द्वारा भी सभी बसों के ऑपरेटरो को निर्देश दिये गये कि अगर आदेशानुसार कोई भी बस किसी दूसरे स्थान पर खडी पाई गई तो उस बस का परमिट निरस्त कर दिया जायेगा।

पुलिस अधीक्षक ने सभी जिलेवासियो से अपील की है कि वह पुलिस की द्वारा चलाये जा रहे अभियान में सहयोग करे, क्यों कि पुलिस जो भी व्यवस्था बनाती है, वह जनता की भलाई एवं सुविधा के लिए बनाती हे। इसलिए जनता का फर्ज बनता है कि जनता भी पुलिस का हरसम्भव सहयोग करें।

बाड़मेर पुलिस डायरी ...अपराध समाचार ...बुधवार

बाड़मेर पुलिस डायरी ...अपराध समाचार ...बुधवार 

लज्जा भंग का मामला दर्ज

बाड़मेर वेदव्यास पुत्र रणछोड़ दास गुरू नि. पाटोदी ने मुलजिम नरपतसिंह पुत्र विरधसिंह राजपूत नि. पाटोदी के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा मुस्तगीस के घर में प्रवेश कर मुस्तगीस की पत्नि की लज्जा भंग करना व जातिगत शब्दो से अपमानित करना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना पचपदरा पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।


दुर्घटना में घायल
बाड़मेर रमेशकुमार पुत्र बोहरीदास बोथरा नि. नयापुरा, नाहटो का वास बाड़मेर ने मुलजिम राजु चौधरी पुत्र देवाराम नि. नेहरू नगर बाड़मेर के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा टेम्पो थ्री व्हीलर नम्बर आरजे 04 टीए 951 को तेजगति व लापरवाही से चलाकर मुस्तगीस के टक्कर मारना जिससे चोटे आना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना कोतवाली पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

चोरी का मामला दर्ज
बाड़मेर सवाईसिंह पुत्र भवानीसिंह राजपूत नि. अरणाय ने मुलजिम दलपतसिंह पुत्र हिन्दुसिंह राणा राजपूत नि. भाड़खा वगेरा दो के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा वेलपेड ऐरीया 10 में चोरी करने की नियत से अन्दर प्रवेश करना व हल्ला करने पर भाग जाना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना सदर पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।


सड़क दुर्घटना में एक की मौत
बाड़मेर दलीपसिंह पुत्र प्रेमसिंह राजपूत नि. बेलासर, बीकानेर ने मुलजिम ट्रक नम्बर आरजे 19 जी 9116 के चालक के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा वाहन को तेजगति व लापरवाही से चलाकर ट्रक नम्बर आरजे 07 जीए 2953 के टक्कर मारना जिससे ट्रक में सवार मुस्तगीस के काका हरीसिंह पुत्र किशनसिंह की मौके पर ही मृत्यु होना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना बालोतरा पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।


शराब के लिए मांगे पैसे
बाड़मेर ताजाराम पुत्र भीयाराम जाट नि. पाबुवाली मौखाब ने मुलजिम गुणेशराम पुत्र लाभुराम जाट नि. झाख के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा मुस्तगीस के लड़के किसनाराम को रोककर शराब के लिए पैसे मांगना मना करने पर मारपीट करना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना शिव पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है। --

बाड़मेर नाबालिग के बालक के साथ कुकर्म


बाड़मेर नाबालिग के बालक के साथ कुकर्म 


बाड़मेर कलाराम पुत्र हरलाल विश्नोई नि. उपरला ने मुलजिम ओमप्रकाश पुत्र आसूलाल विश्नोई नि. उपरला वगेरा दो के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा मुस्तगीस के पुत्र उम्र 12 साल के साथ कुकर्म करना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना चौहटन पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

बाड़मेर युवती का अपहरण कर उसके साथ किया बलात्कार

बाड़मेर युवती का अपहरण कर उसके साथ किया बलात्कार 




बाड़मेर जिले के बिजराड  थाना क्षेत्र में एक युवक द्वारा एक युवती का अपहरण कर भगा ले जाकर उसके साथ बलात्कार का मामला दर्ज कराया हें .पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने बताया की मेगवाल जाति के व्यक्ति ने मुलजिम रतनाराम पुत्र ओमाराम जाट निवासी कड़ला के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा मुस्तगीस की पुत्री को शादी करने की नियत से भगाकर अपहरण कर ले जाना व बलात्कार करना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना बीजराड़ पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

दगाबाज प्रेमी से तंग युवती ने जान दी

दगाबाज प्रेमी से तंग युवती ने जान दी



पाली  प्रेमी द्वारा प्यार में दगा देने से दुखी होकर एक युवती ने मंगलवार दिन में जहर खाकर अपनी जान दे दी। युवक व युवती उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर इलाके के रहने वाले हैं, जो पिछले छह माह से जिले के फालना कस्बे में रह रहे थे। युवक का कहना है कि उसने युवती से शादी कर रखी है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। मरने से पूर्व युवती ने सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें लिखा है कि जिसके लिए उसने अपने माता-माता व घर परिवार को छोड़ा, उसी के द्वारा दगा देने से दुखी होकर वह जान दे रही है। पुलिस की प्रारंभिक छानबीन में पता चला है कि उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर जिले में घर से भागकर युवक-युवती फालना में रह रहे थे। मकान मालिक की रिपोर्ट पर पुलिस ने युवक के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने युवती के शव को मोर्चरी में रखवाया है। उसके परिजनों के आने के बाद ही पोस्टमार्टम कराकर शव उन्हें सौंपा जाएगा।

तीन माह के गर्भ से थी पूजा : बाली सीओ सीएम मीणा ने बताया कि अब तक हुई छानबीन में पता चला है कि यूपी के मिर्जापुर जिले में चुनार तहसील के गोगहरा निवासी रणजीतसिंह पासवान (23) पुत्र विजनसिंह पड़ोस के गांव कोलान की पूजा (20) पुत्री घुरेसिंह पटेल को भगा ले गया था। गांव से भागने के बाद जनवरी माह से दोनों फालना के सुभाष रोड पर शैलेष जैन के मकान में किराए पर रह रहे थे। यहां दोनों ने अपने आप को पति-पत्नी बताया था। रणजीत फालना में मजदूरी करता था, जो चार-पांच दिन मुंबई में बिताने के बाद सोमवार को ही फालना में युवती के पास पहुंचा था। पूजा को संदेह था कि उसके प्रेमी के किसी संध्या नाम की लड़की से अफेयर है, जिससे वह शादी करने वाला है। मंगलवार सुबह रणजीत मजदूरी पर गया तो घर पर अकेली पूजा ने जहरीला पदार्थ का सेवन कर लिया। तबीयत बिगडऩे पर आसपास के लोग उसे अस्पताल ले गया, जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। पूजा तीन माह के गर्भ से थी, जिसका खुलासा उपचार के दौरान ऑपरेशन कर पेट से निकाले तीन माह का भ्रूण मिलने पर हुआ। शव के साथ भ्रूण को भी मोर्चरी में रखवाया गया है।

जालोर चंडीगढ़ निर्मित १८ लाख की शराब बरामद

 चंडीगढ़ निर्मित १८ लाख की शराब बरामद



मिट्टी के कट्टों के बीच छिपाकर ले जाई जा रही थी चंडीगढ़ निर्मित शराब, चालक व सहचालक को पकड़ा।

करड़ा

करड़ा पुलिस ने मंगलवार तड़के चार बजे के करीब सेवाड़ा गांव के पास एक ट्रक में परिवहन कर ले जाई जा रही चंडीगढ़ निर्मित शराब के ७६१ कार्टन बरामद कर चालक और सह चालक को गिरफ्तार किया है। बरामद शराब की अनुमानित कीमत 18 लाख रुपए है।

पुलिस के अनुसार मंगलवार सवेरे करीब चार बजे थानाधिकारी शंकरसिंह राजपुरोहित के नेतृत्व में पुलिसकर्मियों ने सेवाड़ा के पास हाईवे पर नाकेबंदी की। इस दौरान सांचौर से रानीवाड़ा की तरफ जा रही ट्रक के चालक को रुकने का इशारा किया गया, लेकिन वह नहीं रुका। जिस पर पुलिस ने काफी दूरी तक पीछा कर ट्रक को रुकवाया। पूछताछ में चालक चेलाराम के संतोषजनक जबाब नहीं देने पर पुलिस ने ट्रक की तलाशी ली। जिसमें मिट्टी के कट्टों के बीच चंडीगढ़ निर्मित विभिन्न ब्रांडों की अंग्रेजी शराब और बीयर के ७६१ कार्टन पाए गए। पुलिस ने शराब जब्त कर सुआला निवासी चालक चेलाराम पुत्र दाड़माराम मेघवाल व खुडासा बाड़मेर निवासी सह चालक बामाराम पुत्र पनाराम जाट को गिरफ्तार किया। साथ ही ट्रक को भी जब्त किया गया। इधर, शराब तस्कर सफारी गाड़ी से ट्रक की एस्कोर्टिंग कर रहे थे। ट्रक के पकड़ में आते ही वे भाग छूटे। पुलिस शराब तस्करों समेत एस्कोर्टिंग कर रहे लोगों की तलाश कर रही है।

ग्रामीणों का आक्रोश फूटा, लगाया जाम

ग्रामीणों का आक्रोश फूटा, लगाया जाम

पोकरण  शहर से बीस किलोमीटर दूर स्थित धूड़सर में बने सोलर प्लांट में गाडिय़ों व मजदूरी को लेकर मंगलवार को लवां व धूड़सर के ठेकेदार आपस में भिड़ गए। प्लांट में अपने लोगों की गाडिय़ों तथा मजदूरी पर लगाने की मांग को लेकर लवां के ग्रामीणों ने धूड़सर जाने वाले मार्ग पर पत्थर डाल कर जाम लगाया। जिससे सोलर प्लांट जाने वाले सभी वाहन रुक गए तथा कार्मिकों ने सड़क पर तंबू लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। सुबह 8 बजे से ही सड़क पर धरना देकर बैठे लवां के ग्रामीणों ने मांग की कि धूड़सर में चल रहे प्लांट में वर्ग विशेष का दबदबा है। जिसके कारण लवां के ग्रामीणों को इस प्लांट में मजदूरी करने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जब कारीगर काम के लिए जाते हैं तो उन्हें यह कहकर निकाल दिया कि वह काम सही नहीं करते हैं और न ही उनमें किसी प्रकार की योग्यता है। लवां के ग्रामीणों के साथ किए जा रहे सौतेले व्यवहार के विरोध में ग्रामीणों ने लवां से धूड़सर जाने वाले मार्ग पर पत्थर तथा कांटों के झाड़ डालकर मार्ग बंद किया।

सरकारी भवन के प्रांगण में हुई समझौता वार्ता

लवां के ग्रामीणों की ओर से जताए गए विरोध प्रदर्शन के संबंध में पुलिस थानाधिकारी रमेश कुमार शर्मा मय जाब्ता लवां पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों की मांगों को सुना तथा समझौता वार्ता आयोजित कर मामले को शांत करने की कोशिश की।

समझौता वार्ता में लवां के ग्रामीणों के साथ साथ धूड़सर के ग्रामीणों ने भी भाग लिया। इस अवसर पर लवां के ग्रामीणों ने धूड़सर ठेकेदारों पर आरोप लगाया कि ठेकेदारों द्वारा न तो लवां के कार्मिकों को प्लांट में चल रहे कार्य में शामिल किया है और न ही लवां के ग्रामीणों की गाडिय़ों को लगाया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि लवां के कार्मिक जब काम मांगने के लिए प्लांट पर जाते हैं तो धूड़सर के ठेकेदार उन्हें डिसक्वालिफाई कर उन्हें पुन: भेज देते हैं। वहीं लवां के ग्रामीणों की लगी गाडिय़ों को भी हटाकर धूड़सर के ग्रामीणों की गाडिय़ों को लगाया गया है। जिसके कारण ग्रामीणों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। वहीं धूड़सर के ग्रामीणों ने कहा कि कंपनी के ठेकेदार द्वारा कार्मिकों को नियुक्ति दी जाती है।

धूड़सर के ग्रामीणों के साथ साथ लवां के ग्रामीणों की गाडिय़ां लगी है। अगर इस संबंध में कोई आपत्ति है तो सोलर प्लांट के एलएनटी कंपनी से पूछा जाए। इस समझौता वार्ता में समाजसेवी संत सीताराम पालीवाल, लवां सरपंच मूलाराम प्रजापत, वयोवृद्ध नेता सतीश पालीवाल, लक्ष्मण सिंह रामसर, आईबक्स पालीवाल, हेमंत पालीवाल, नारायणसिंह चम्पावत, कैलाश पुरोहित, पन्नू खां सहित कई लोग उपस्थित थे।

अनाचार की अंगीठी में उबल पड़ा आक्रोश

अनाचार की अंगीठी में उबल पड़ा आक्रोश


जैसलमेर



श्रीकृष्ण युवा साहित्य संस्थान जैसलमेर के बैनर तले आयोजित काव्य संगोष्ठी को संबोधित करते हुए साहित्कार व गीत विशेषांक के संपादक किसन दाधीच ने कहा कि तानसेन के गीतों में स्वर और कविता के संयोग से ही दीप प्रज्जवलित हुए थे। कवि की विता से मेघ उमड़ आते हैं। यह सभी बातें शब्दों के चमत्कार से ही प्रेरित है। कवि की कृति पर नहीं कवि पर शोध करना आवश्यक है।

दाधीच ने सरस्वती वंदना के रुप में गा सकूं मैं जिंदगी को, मां मुझे ऐसी अगन दे सस्वर वाचन किया। राजस्थान प्रगतिशील लेखक संघ जोधपुर के अध्यक्ष सत्यदेव सवितेंद्र ने गुरु पूर्णिमा की महत्ता बताते हुए कल हम फिर आएंगे गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हिंदी राजस्थानी के साहित्यकार आईदानसिंह भाटी ने राजस्थानी काव्य परंपरा व शैली पर बात करते हुए नानी-दादी रा आंगणिये कविता पढ़ कर सुनाई। संस्थान के मंत्री उपेंद्र आचार्य ने संस्थान की गतिविधियों का परिचय दिया।

वयोवृद्ध साहित्यकार व शिक्षाविद् बालकृष्ण जोशी ने परशुराम वंदना का सस्वर वाचन कर माहौल को संगीतमय बना दिया। संस्थान के अध्यक्ष व गजलकार नरेन्द्र वासू ने प्रेम के शाश्वत सत्य की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए मेरी बर्बादियों के वो बड़े किस्से सुनाते हैं, मगर मैं जानता हूं वो मुझको आजमाते है। इत्यादि मुक्तक पेश किए। रचनाकार भोजराज वैष्णव ने अनाचार की अंगीठी पर उबल पड़ा आक्रोश व जसवंत सिंह राजपुरोहित ने अपनी खामोशियां पर इतनी गुंजा ईश तो रहने दो गजल पढ़कर मौहाल को गुंजायमान किया। अशोक व्यास ने मैं कभी न दूंगा पुष्प तुझे, व भोपालसिंह ने नाथ नरेन्द्र आया रे, राग भैरवी में गीत प्रस्तुत किए। अध्यक्षीय उद्बोधन में दीनदयाल ओझा ने कहा कि नाद ब्रह्म व शब्द ब्रह्म की साधना से काव्य में चमत्कार प्रकट होता है। काव्य के साधारणीकरण से कवि की दिग्विजय हो जाती है। शब्दों के माध्मय से दृश्य चित्र साकार होते है। उन्होंने मुझको जग के दिव्यकरों ने गिरते-गिरते थाम लिया है। व कहूं किसे सद्बात गीत, कविता प्रस्तुत की। काव्य गोष्ठी में निरंजन पुरोहित, मधु सुदन बिस्सा, नवलकिशोर व्यास, विजय बल्लाणी ने भी विचार प्रकट किए। कार्यक्रम का संचालन अजय पुरोहित ने तथा आभार सुनिल व्यास ने प्रकट किया।

जैसलमेर कलेक्टर व एसपी ने झाडू लगाकर किया अभियान का आगाज



जैसलमेर कलेक्टर व एसपी ने झाडू लगाकर किया अभियान का आगाज

जैसलमेर शहर की बिगड़ी सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिए और लोगों को जागरूक करने के लिए आखिरकार कलेक्टर व एसपी को झाडू उठाना पड़ा। मंगलवार की शाम कलेक्टर शुचि त्यागी और एसपी ममता विश्रोई ने अम्बेडकर पार्क में सफाई अभियान की शुरूआत की। इन्होंने पहले पार्क में झाडू लगाया और बाद में कचरे को एकत्र कर ट्रैक्टर में भरवाया। इनके सफाई अभियान को देखते हुए यही कयास लगाए गए कि आखिरकार कलेक्टर व एसपी को ही जिम्मा उठाना पड़ा है। इस संबंध में कलेक्टर त्यागी ने कहा कि शहर की सफाई का जिम्मा केवल नगरपरिषद का ही नहीं है बल्कि पूरे प्रशासन के साथ आमजन का भी है। इसी क्रम में हमने इस अभियान की शुरूआत की है। जिससे जागरूक होकर शहरवासी भी शहर की सुंदरता कायम रखने के लिए आगे आएं।

मंगलवार को चलाए गए अभियान के तहत कलेक्टर व एसपी के साथ आयुक्त रामकिशोर माहेश्वरी, नगरपरिषद के अध्यक्ष अशोक तंवर और प्रोबेशन आरपीएस सुनील पंवार भी थे। इसके अलावा इस टीम में पुलिस कर्मी व नगरपरिषद के सफाई कर्मी भी शामिल थे। करीब दो घंटे तक चले इस अभियान के बाद अम्बेडकर पार्क का नजारा ही बदल गया। जहां मंगलवार सुबह तक अम्बेडकर पार्क में जगह जगह कचरे के ढेर लगे हुए थे वहीं शाम के समय पार्क की दशा ही बदल गई। पुलिस अधीक्षक ममता विश्रोई ने बताया कि पिछले दिनों कलेक्टर के साथ शहर का दौरा किया था। उस दौरान अम्बेडकर पार्क में तथा आसपास काफी गंदगी दिखाई दी थी। उसे देखते हुए पुलिस ने इस क्षेत्र की सफाई करने का बीड़ा उठाया जिसके चलते मंगलवार को अभियान के तहत श्रमदान किया गया।