सोमवार, 18 जून 2012

सेक्स की डिमांड करने पर पति को मार डाला

सेक्स की डिमांड करने पर पति को मार डाला

मुंबई। मुंबई में एक आयुर्वेदिक डॉक्टर ने अपने पति को इसलिए मार डाला कि वह सेक्स की डिमांड कर रहा था। डॉक्टर पत्नी ने अपने पति को घर की छत से धक्का दे दिया। पुलिस को जब घटना के बारे में सूचना मिली और डॉक्टर से पूछताछ की तो उसने कुछ और ही कहानी बयां की लेकिन मृतक के शव परीक्षण से पोल खुल गई।

सूत्रों के मुताबिक बोरीवली इलाके में रहने वाली आयुर्वेदिक डॉक्टर प्रज्ञा भट्टाचार्य की गुरूवार को पति तुषार से सेक्स को लेकर बहस हुई। तुषार दूसरी बार सेक्स करना चाहता था लेकिन प्रज्ञा इसके लिए राजी नहीं थी। बहस के दौरान प्रज्ञा ने तुषार को छत से धक्का दे दिया।

तुषार शराब पीए हुए था इसलिए बैलेंस नहीं बना सका और नीचे जा गिरा। तुषार के सिर में गंभीर चोट आई। प्रज्ञा ने तुषार का गला घोंटकर उसे मौत की नींद सुला दिया। तुषार और प्रज्ञा की 20 साल पहले शादी हुई थी। उनके 18 साल की बेटी भी है। तुषार कोलकाता का रहने वाला था जबकि प्रज्ञा कर्नाटक की रहने वाली है। शुक्रवार को प्रज्ञा ने पुलिस को बताया कि उसके पति की इलेक्ट्रोनिक शॉक से मौत हो गई है।

प्रज्ञा ने बताया कि उसका पति जब फैन रिपेयर कर रहा था तब करंट लगा। प्रज्ञा के बयान पर पुलिस ने एक्सीडेंटल का केस दर्ज किया। शनिवार को भगवती अस्पताल से जब तुषार के शव की रिपोर्ट आई तो मामला पलट गया। रिपोर्ट के मुताबिक तुषार की मौत गला दबाने से हुई थी। मौत से पहले उसकी खोपड़ी टूट गई थी। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने प्रज्ञा को गिरफ्तार किया। उसे 20 जून तक की पुलिस रिमाण्ड पर भेजा गया है।

कांग्रेस ने कसी दिग्विजय पर नकेल, पार्टी की ओर से बयान देने पर लगी रोक

 

नई दिल्‍ली. आए दिन अपने बयानों से पार्टी को मुश्किलों में डालने वाले दिग्विजय सिंह पर कांग्रेस ने सख्‍ती बरतनी शुरू कर दी है। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह का कोई भी बयान अब पार्टी का बयान नहीं माना जाएगा। कांग्रेस के मीडिया सेल ने आज एक बयान जारी कर यह फरमान सुनाया। बयान में कहा गया है, 'दिग्विजय सिंह पार्टी की तरफ से बोलने के लिए अधिकृत नहीं हैं।'

दिग्विजय सिंह ने हाल में तृणमूल कांग्रेस चीफ और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर टिप्‍पणी की थी। सूत्रों का कहना है कि पार्टी नहीं चाहती कि राष्‍ट्रपति चुनाव के मसले पर ममता से यूपीए की दूरी बढ़े।

ममता की तरफ से यूपीए के उम्‍मीदवारों का नाम खारिज किए जाने के बाद दिग्विजय ने कहा था, 'यह पार्टी अध्‍यक्ष सोनिया गांधी और पीएम मनमोहन सिंह के लिए बेहद शर्मनाक है कि ममता बनर्जी ने न सिर्फ यूपीए के उम्‍मीदवारों के नाम खारिज कर दिए बल्कि समाजवादी पार्टी से हाथ मिलाकर तीन और नाम उछाल दिए जिसमें एक पीएम का भी नाम शामिल था।''

यूपीए की अहम सहयोगी ममता बनर्जी वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाए जाने का भी विरोध करती आ रही हैं। दिग्विजय ने इस मसले पर एक टीवी शो के दौरान कहा था, 'हर बात की सीमा होती है, जहां तक कोई झुक सकता है।'दिग्विजय से पूछा गया था कि ममता को यूपीए से बाहर जाने से रोकने के लिए कांग्रेस किस सीमा तक झुक सकती है। अपनी बात के साथ ही दिग्विजय ने यह साफ किया कि कांग्रेस अपनी ओर से ममता से ‘जाने के लिए’ नहीं कहेगी और न ही ऐसा कुछ करेगी कि ममता यूपीए से अलग हो जाएं। उन्होंने कहा, 'ममता को मनाने के हमने सारे प्रयास किए थे। एक सीमा तक कांग्रेस ने ममता के 'नखरे' भी उठाए हैं, लेकिन एक सीमा के बाद कुछ भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।'
दिग्विजय सिंह ने यहां तक कहा दिया था, 'ममता कई मामलों में अस्थिर हैं। वह ऐसी ही हैं। उनके लिए कुछ भी असंभव नहीं। वह ममता हैं। वह आपकी सोच के विपरीत कुछ भी कर गुजर सकती हैं।'

विधानसभा में दो ग्रेनेड लेकर घुसा विधायक, सनसनी

तिरुअनंतपुरम. केरल में माकपा के एक सीनियर विधायक सोमवार को आंसूगैस के गोलों के साथ विधानसभा पहुंच गए। उनके हाथ में दो गोले थे। वह उन्‍हें विधानसभा में लहरा कर बताने लगे कि ये गोले पिछले सप्‍ताह पुलिस ने एक प्रदर्शन के दौरान लोगों पर इस्‍तेमाल किए थे।

 

विधायक ईपी जयराजन की इस हरकत पर स्‍पीकर जी कार्तिकेयन और गृह मंत्री टी राधाकृष्‍णन ने गहरी आपत्ति जाहिर की। ईपी का कहना था कि उनकी पार्टी की ओर से एक विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया था, जिसमें बड़ी संख्‍या में छात्र शामिल हुए थे। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े।



स्‍पीकर ने कहा कि कोई भी विस्‍फोटक पदार्थ सदन के अंदर लाना गैरकानूनी है। उन्‍होंने सुरक्षाकर्मियों से कह कर ग्रेनेड जब्‍त करवा लिए। पर माकपा विधायक के खिलाफ कोई कार्रवाई होती है या नहीं, इसका इंतजार है।

राष्ट्रपति पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे अब्दुल कलाम

राष्ट्रपति पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे अब्दुल कलाम 

नई दिल्ली। पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं हैं। उन्होंने बकायदा एक बयान जारी कर कहा है कि वो राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ेंगे। कलाम के इस ऐलान के साथ ही कांग्रेस की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी की जीत के आसार प्रबल हो गए हैं हालांकि एक और उम्मीदवार संगमा ने राष्ट्रपति चुनाव की रेस से हटने से इनकार कर दिया है।

इससे पहले पीटीआई सूत्रों के हवाले से बताया गया था कि कलाम ने वरिष्ठ बीजेपी नेता लाल कृष्ण आडवाणी से हुई फोन पर बातचीत में राष्ट्रपति चुनाव लड़ने को लेकर अनिच्छा जताई है।

मालूम हो कि आज सुबह से ही कयास लग रहे थे कि पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम राष्ट्रपति चुनाव में उतरने या न उतरने को लेकर अपनी राय सार्वजनिक कर सकते हैं। बीजेपी की ओर से कलाम को मनाने की कोशिश में आडवाणी के पूर्व सलाहकार सुधींद्र कुलकर्णी ने आज दो बार उनसे मुलाकात भी की। हालांकि बीजेपी कलाम की उम्मीदवारी का समर्थन करती नजर आ रही थी लेकिन एनडीए के बाकी घटक दल इस पर सहमत नजर नहीं आ रहे थे। कुछ देर पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रेस वार्ता में आम सहमति की ही बात की थी।

जयपुर की सैर ....गुलाबी नगर है बहुत ख़ास

जयपुर की सैर ....गुलाबी नगर है बहुत ख़ास 
              
यह बाहर से आने वाले पर्यटकों के लिए एक अतुलीय गंतव्‍य है जहां घोड़ोंऊंटों, हाथियों और यहां तक कि जीपों में बैठ कर भी अरावली की सैर की जा सकती है जो पृष्‍ठभूमि में भारत की सबसे पुरानी पर्वत श्रृंखला है। अपनी आंखों को तरावट देने के लिए यहां आप रेत के टीले देख सकते हैं, शेरों के बीच एक सैर कर सकते हैं या जलाशयों के पास बैठ कर पक्षियों को निहार सकते हैं। आप यहां की ऐशो आराम वाली विरासत में भी अपना मन बहला सकते हैं। राजस्‍थान में सभी के लिए कोई न कोई आकर्षण है - यहां केवल आपको अपनी रुचि के अनुसार गतिविधि चुननी है। राजस्थान को देखने के लिए इसे कई हिस्सों में बांटना ही समझदारी का काम है। ऐसे में इस बार हम आपको राजस्थान की राजधानी जयपुर और झीलों की नगरी उदयपुर ले चल रहे हैं जहां के किलों और झीलों की सुंदरता के साथ-साथ जहां की संस्कृति आपको बरबस बार-बार वहां आने और बसने को लालायित करती है।

जयपुर

राजस्थान में इस खंड के पर्यटन का आरंभ जयपुर से किया जा सकता है जो राजस्थान की राजधानी है और जो सड़क, वायु और रेल तीनों ही मार्गो से जुड़ा हुआ है।जयपुर का न केवल ऐतिहासिक दृष्टि से महत्व है, अपितु स्थापत्य कला, पेंटिंग, पोलो व वास्तुशिल्प की दृष्टि से भी इसका विशिष्ट स्थान व पहचान है। सन 1727 में सवाई जयसिंह द्वितीय ने इस शानदार शहर को बसाया था। जयपुर शहर की योजना बंगाली वास्तुकार विद्याधर भट्टाचार्य ने बनाई थी। उस काल में यह दूसरा शहर था जो व्यवस्थित तरीके से बसाया गया था। लंबी-चौड़ी सड़कों से युक्त यह शहर 9 वर्गाकार क्षेत्रों में बंटा हुआ है। यहां की अधिकांश इमारतें गुलाबी रंग से रंगी हुई है। इसी कारण इसे गुलाबी शहर भी कहा जाता है।
सिटी पैलेस:
जयपुर का सिटी पैलेस न केवल अपने गौरवशाली इतिहास के कारण अपितु अपनी भव्यता व वास्तुशिल्प के बेजोड़ उदाहरण के रूप में भी पर्यटकों को अपनी ओर आकृष्ट करता है। संगमरमर के स्तंभों व पत्थरों से बना पैलेस बरबस ही सैलानियों का मन मोह लेता है। संगमरमर के पत्थर पर बारीक जाली के झरोखे, दिलकश गुंबद व लंबे गलियारे उस काल के वास्तुशिल्प की श्रेष्ठता के परिचायक हैं। सिटी पैलेस में स्थित संग्रहालय में पेंटिंग्स, राजा-रानियों की पोशाकें, दुर्लभ पांडुलिपियां, विभिन्न प्रकार की तलवारें व भाले तथा जिरह बख्तर सजे हुए हैं।

जंतर-मंतर:
शहर के बीच में स्थित जंतर-मंतर इस बात का प्रमाण है कि उस काल में भारत ग्रह-नक्षत्रों व ज्योतिष के क्षेत्र में अग्रणी था। महाराजा जयसिंह स्वयं ज्योतिष व ग्रह-नक्षत्रों के अध्ययन में न केवल रुचि रखते थे अपितु इस क्षेत्र के ख्याति प्राप्त लोगों में उनका भी नाम आदर से लिया जाता था। जयसिंह ने जयपुर सहित दिल्ली, उज्जैन, बनारस आदि में वेधशालाएं बनाई। जयपुर के जंतर-मंतर पर विदेशी पर्यटक सूर्य की किरणों से समय की गणना कर अपनी कलाई में बंधी आधुनिक घड़ी में वही समय देखकर दांतों तले अंगुली दबा लेते हैं।

हवामहल:

हवामहल का निर्माण सवाई प्रताप सिंह ने करवाया था। पांच मंजिली इस भव्य इमारत में सैकड़ों झरोखे बने हुए हैं। इन झरोखे में से रनिवास की रानियां शाही सवारी व अन्य समारोहों को आराम से देख सकती थीं। इसके पास ही में रामनिवास बाग है जिसका सवाई रामसिंह ने 1868 में अकाल राहत कार्य के रूप में निर्माण करवाया। बाग के साथ चिडि़याघर, संग्रहालय व कई खेल के मैदान हैं। इसमें बने नयनाभिराम अलबर्ट हॉल के नक्शे को प्रसिद्ध वास्तुशिल्पी सर जैकब ने बनाया था। सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए यहां रवीन्द्र मंच का निर्माण किया गया है। एक आर्ट गैलरी व एक मुक्तआकाशीय थियेटर भी हाल ही के वर्षो में यहां बनाया गया है।

मोती डूंगरी एवं लक्ष्मीनारायण मंदिर:

मोती डूंगरी पर प्राचीन किला बना हुआ है तथा यह आज भी निजी स्वामित्व में है। हाल ही में इस पहाड़ी पर लक्ष्मी नारायण का मंदिर बनवाया गया है जो श्वेत धवल संगमरमर के पत्थर से बना है। पहाड़ी की तलहटी में प्राचीन गणेश मंदिर बना हुआ है।

आमेर पैलेस :

शहर का एक अन्य आकर्षक स्थल है आमेर पैलेस जिसका प्रारंभिक निर्माण राजा मानसिंह ने करवाया था। इसके बाद इसका विस्तार मिर्जा राजा जयसिंह व सवाई जयसिंह ने दो शताब्दी पूर्व करवाया था। लाल बलुआ पत्थर व सफेद संगमरमर से बने इस किले में जाने के लिए पर्यटक को हाथी की सवारी करनी होती है। पैलेस में दीवाने आम, गणेश पोल, सुखनिवास, बाग, एवं जसमंदिर है। आमेर पैलेस की दृढ़ता व विराटता भी पर्यटकों के लिए कौतूहल का विषय है। पैलेस का शीशमहल व रंगमहल आज भी आकर्षण का केन्द्र है।
आमेर में इन सबके अलावा एक अन्य आकर्षण का केंद्र है आमेर का प्राचीन शहर। यह किले की नीचे वाली पहाडि़यों में बसा है। यहां का जगत शिरोमणि मंदिर अपनी स्थापत्य एवं मूíतकला के लिए प्रसिद्ध है। इस मंदिर में भगवान कृष्ण की मूíत संत-कवयित्री मीराबाई के साथ स्थापित की गई है।

गलता जी:

गलता जी का निर्माण दीवान कृपाराम ने करवाया था। यहां पर भगवान सूर्य का मंदिर है तथा जहां तक नजर जाती है सैलानियों को हरियाली ही हरियाली नजर आती है। यहां पर कई पवित्र कुंड भी बने हुए हैं।

स्टेच्यू सर्कल :

इस सर्कल के बीच में सवाई जयसिंह की संगमरमर की आदमकद मूर्ति स्थापित की हुई है जो उनकी स्मृति को जीवित रखे हुए है। हाल ही के वर्षो में इस सर्कल के आसपास बी.एम. बिरला प्लेनेटेरियम व साइंस केन्द्र बने हैं।

तिहाड़ में पुलिस वाले ने कैदी को निर्वस्त्र कर घुमाया, फिर किया कुकर्म

नई दिल्ली। लूटपाट के एक मामले में तिहाड़ जेल में बंद एक बंदी के साथ जेल के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ने कुकर्म किया। बताया जाता है कि उगाही के रुपए देने से मना करने पर पीड़ित को न केवल नंगा कर घुमाया गया बल्कि उसके साथ मारपीट भी की गई।
 
पीड़ित द्वारा जज के समक्ष आपबीती सुनाने के बाद मामले को संज्ञान में लिया गया। बंदी की शिकायत पर उसका मेडिकल कराया गया, जिसमें कुकर्म की पुष्टि हो गई है। मुकदमा दर्ज कर हरिनगर थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
एफआईआर के मुताबिक जेल नंबर-1 में बंद पीड़ित ने न्यायाधीश के समक्ष आरोप लगाया कि जेल नंबर-5 के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट कैदियों से उगाही करते हैं। उससे भी रुपयों की मांग की गई थी, पर उसने रुपए देने से इंकार कर दिया। इसके बाद डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ने कई कैदियों को उससे रुपए लेने के लिए भेजा, मगर उसने किसी को भी रुपए नहीं दिए।

फिर एक दिन सुबह जेल के दो कर्मचारी उसे उसके बैरक से बाहर निकालकर डिप्टी सुपरिंटेंडेंट के कमरे में ले गए, जहां उसके कपड़े उतारकर उसके हाथ-पांव बांध दिए गए। इसके बाद उसकी पिटाई की गई और फिर वार्ड नंबर 4,5,7,8 में नंगा घुमाया गया। इसके बाद उससे कुकर्म किया गया।


अदालत ने पीड़ित की आपबीती सुनने के बाद उसे तुरंत दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए भेजा, जहां कुकर्म की पुष्टि हो गई। इसके बाद हरिनगर थाने में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया।

पश्चिम जिले के अतिरिक्त आयुक्त वी. रंगनाथन ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। बताया जाता है कि 32 वर्षीय पीड़ित लाहौरी गेट थाना क्षेत्र का घोषित बदमाश है। उसका मामला फिलहाल साकेत अदालत में विचाराधीन है।


एक हाथ में तलवार, दूसरे हाथ में था अपनी ही बेटी का कटा हुआ सिर!

चारभुजा (राजसमंद).जिले में चारभुजा क्षेत्र के डूंगरजी का गुड़ा गांव में रविवार को फादर्स डे पर लोमहर्षक घटना हुई। शाम करीब छह बजे एक पिता ने अपनी 18 साल की बेटी का सिर तलवार से काट दिया और बाद में एक हाथ में कटा हुआ सिर और दूसरे में तलवार लेकर थाने पहुंच गया। पुलिस ने आरोपी ओगड़ सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी की बेटी मंजू शादीशुदा थी और पिछले दो साल से पीहर में ही रह रही थी। घटना के समय ओगढ़ की पत्नी भंवर कुंवर खेत पर गई हुई थी।

 

चरित्र पर था शक



पुलिस उपाधीक्षक उमेश ओझा ने बताया कि मंजू के पिता को उसके चरित्र पर शक था। इसी कारण उसने इस वारदात को अंजाम दिया। ओझा के अनुसार मंजू 12 दिन पहले भी किसी के साथ घर से चली गई थी। इस घटना से मंजू के अन्य परिजन भी नाराज थे। ओगड़ उसे रविवार को ही वापस लेकर आया था। मंजू की शादी तीन साल पहले गोगुंदा में मोजावतों की खेड़ी में हुई थी। बताया जाता है कि ससुराल पक्ष ने भी चरित्र पर शक होने के कारण उसे छोड़ रखा था। पुलिस ने मौके से मंजू का शव बरामद कर लिया और उसे चारभुजा अस्पताल पहुंचाया।



जिसने भी देखा भौंचक रह गया



ओगड़ केलवा की एक मार्बल माइंस में काम करता है। रविवार शाम को वह माइंस से घर पहुंचा। उसने आते ही तलवार उठाई और मंजू का सिर धड़ से अलग कर दिया। इसके बाद बिना हिचकिचाहट एक हाथ में कटा सिर और दूसरे में खून से सनी तलवार लेकर पैदल ही पुलिस थाने चल दिया। वह जहां से भी गुजरा, लोगों की आंखें फटी रह गईं। ओगड़ केलवा थाने की गोमती चौकी पहुंचा तो प्रभारी रणजीत सिंह भी ओगड़ को देखकर भौंचक रह गए। आरोपी को पुलिस ने तुरंत हिरासत में ले लिया।

रविवार, 17 जून 2012

शादी समारोह में हवा में गोली चलाई, युवक की मौत

सोनीपत।। हरियाणा के सोनीपत जिले के सिसाना गांव में शादी की खुशी अचानक गम में बदल गई। बारात के वक्त हवा में फायरिंग करने से 18 साल के युवक की गोली लगने से मौत हो गई।  
पुलिस ने बताया कि शनिवार को बारात निकलने के दौरान एक व्यक्ति ने हवा में गोलियां चलाईं। इस दौरान एक गोली दीपक नामक युवक को लग गई, जो नजदीक में ही खड़ा था।

उन्होंने बताया कि उसे तुरंत पीजीआईएमएस अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। आरोपी की अभी तक पहचान नहीं हो सकी है। वह घटना के तुरंत बाद घटनास्थल से फरार हो गया था।

थार एक्सप्रेस बनी मैरीज एक्सप्रेस


थार एक्सप्रेस बनी मैरीज एक्सप्रेस 

रोटी-बेटी का दोनों मुल्को का पुराना रिश्ता फिर हुआ कायम 


बाड़मेर कई मायनों में देश के लिए और देश की सुरक्षा के लिहाज से परेशानी बनी थार एक्सप्रेस हकीकत में दिल से दिल का सफर तय कर रही है। थार एक्सप्रेस ने भारत और पाकिस्तान की हदों को बेमानी साबित करते हुए दर्जनों जोड़ियों का मिलन कराया है। दरअसल बाड़मेर-जैसलमेर के रेगिस्तान में हजारो परिवारों का रोटी-बेटी का रिश्ता पाकिस्तान के सिंध इलाके के मिट्ठी , खोखरापार , छाछरो, मीरपुर ख़ास ईलाको में हैं इनका इन ईलाको में लम्बे समय से नाता रहा हैं लेकिन करीब चालीस साल पहले इन ईलाको के मध्य ट्रेन का सफ़र बंद हुआ तो ये रिश्ते दो देशो की सीमाओ में दम तोड़ने लगे ! ऐसे में 18 फरवरी 2006 को थार एक्सप्रेस की शुरुआत हुई उसके बाद यह दोस्ती की रेल मुहब्बत की रेल साबित हुई ! इन ईलाको में राजपूत ,मेघवाल , भील , सिन्धी , खत्री जातियों के लोगो की रिश्तेदारिया बहुतायत में हैं ! पिछले कुछ ही सालो में बड़ी संख्या में शादिय थार एक्सप्रेस के मार्फत हुई हैं ! पाकिस्तान से भारत आकर लोग दुल्हने लेकर गये या फिर पाकिस्तान में शादी का सेहरा बांध कर पाकिस्तान की बेटी को भारत की बहु बनाकर लाया गया ! कई सालो से भारत आकर बसे तेजदान देथा के मुताबिक़ थार एक्सप्रेस ने दो देशो के बीच पुरानी रिश्तेदारी को वापस कायम किया हैं !

यही नहीं भारत के मुनाबाव और पाकिस्तान के खोखरापार के बीच चलने वाली थार एक्सप्रेस की बदौलत इन दिनों शहनाइयां गूंज रही हैं। शादी या मंगनी के बावजूद बरसों से विरह का दंश झेल रहे दोनों तरफ के युवाओं के लिए यह रेल खुदा की इनायत से कम नहीं है। दरअसल सदियों से भारत के मारवाड़ और पाकिस्तान के सिंध इलाकों के लोगों में वैवाहिक रिश्ते रहे हैं। 1965 और 1971 की लड़ाइयों के बावजूद प्रीत का यह रिश्ता कायम रहा लेकिन सीमा रेखा पर कंटीली बाड़ ने रास्ता बंद कर दिया। पाकिस्तान के उमरकोट, खोखरापार, हैदराबाद, कराची, मीरपुर, बहावलपुर और भारत के समूचे मारवाड़ इलाके में सैकडों युवक-युवतियां विवाह या मंगनी के बावजूद बरसों तक अपने जीवनसाथी से मिलने के लिए तरस गए।
इस से पहले बाड़मेर से सैकड़ों किलोमीटर वाघा सीमा के जरिए लंबे व खर्चीले रास्ते से कुछ ही लोग पाकिस्तान जा सकते थे।लेकिन इतना लम्बा सफ़र और उसके बाद वीजा अवधि के खत्म होने का दुःख उनको काफी परेशानी में डालता था लेकिन अब यह सफ़र काफी कम रह गया हैं ! गरीब तबके के लोग बंद रास्ता खुलने का इंतज़ार ही कर रहे थे और उनके लिए यह खुशियों की सौगात आ गई । थार एक्सप्रेस चलने के बाद अब तक दर्जनों पाकिस्तानी लड़कियां भारत में अपनी ससुराल आ चुकी हैं और दर्जनों भारतीय लड़कियां अपने शौहर के घर पाकिस्तान जा चुकी हैं।
नागरिकता के लिए परेशानिया
भारत और पाकिस्तान के ऐसे कई दम्पति हैं जिनके लिए नागरिकता और गुप्तचर एजेंसियों की पूछताछ परेशानी का कारण बनी हुई हैं , दरअसल बाड़मेर से होकर गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या पन्द्रह को पार कर कोई विदेशी नागरिक बाड़मेर की तरफ नहीं आ सकता ऐसे में नागरिकता के अभाव में लड़की को आसपास के ईलाको में रहना पड़ता हैं और वो बाड़मेर बिना इजाजत नहीं आ सकती ! ऐसे में कई जोड़े जोधपुर या जालोर में मजबूरन अस्थाई निवास वीजा पर रह रहे हैं !
केस स्टडी
शादी तो हुई पर पिया के घर से अब तक दूर --
बाड़मेर निवासी अर्जुन शारदा की शादी करीब चार साल पहले कराची की डॉ .अनीला महेश्वरी से हुई थी ! लेकिन शादी के बाद विदेशी नागरिकता का दंश इनके रिश्ते में बीच में आ गया ! दरअसल राष्ट्रीय राजमार्ग पन्द्रह को पार करके अनीला गर अपने पिया के घर पहुंचती तो उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही हो सकती थी इसलिए अब भी करीब चार साल बीतने के बाद भी अनीला जोधपुर में रहती हैं और अर्जुन को बार बार उस से मिलने के लिए जोधपुर - बाड़मेर के बीच सफ़र करना पड़ रहा हैं ! ये कहानी मनीष राठी के साथ भी चल रही हैं , मनीष की शादी सिंध इलाके की बबली के साथ हुई और उसको अपनी बीवी को बाड़मेर लाने की इजाजत नहीं हैं क्यूंकि वो पाकिस्तान की हैं और अब तक भारत सरकार ने उसको भारतीय होने की पहचान नहीं दी हैं ! अब इन सभी को वीजा ख़त्म होने से पहले पकिस्तान जाना पड़ता हैं और वापस वीजा अवधि बढ़ा कर भारत अपने ससुराल आना पड़ता हैं ! इनका कहना हैं कि शादी के बाद इतनी तकलीफे आएगी ये उन्होंने कभी सोचा तक नहीं था !

जिस्मफरोशी दुनिया के पुराने धंधों में से एक...जहां लगता है 'जिस्म' का बाजार

PHOTOS: टॉप 5 RED LIGHT एरिया, जहां लगता है 'जिस्म' का बाजारPHOTOS: टॉप 5 RED LIGHT एरिया, जहां लगता है 'जिस्म' का बाजारPHOTOS: टॉप 5 RED LIGHT एरिया, जहां लगता है 'जिस्म' का बाजारPHOTOS: टॉप 5 RED LIGHT एरिया, जहां लगता है 'जिस्म' का बाजार




सभ्यता और संस्कृति के विकास के साथ वेश्यावृत्ति का भी पूरी दुनिया में चरम उभार हो चुका है। पोस्ट मॉडर्न सोसाइटी में वेश्यावृत्ति के अलग-अलग रूप भी सामने आए हैं। रेड लाइट इलाकों से निकल कर वेश्यावृत्ति अब मसाज पार्लरों एवं एस्कार्ट सर्विस के रूप में भी फल-फूल रही है। देह का धंधा कमाई का चोखा जरिया बन चुका है। गरीब और विकासशील देशों जैसे भारत, थाइलैंड, श्रीलंका, बांग्लादेश आदि में सेक्स पर्यटन का चलन शुरू हो चुका है। जिस्मफरोशी दुनिया के पुराने धंधों में से एक है। बेबीलोन के मंदिरों से लेकर भारत के मंदिरों में देवदासी प्रथा वेश्यावृत्ति का आदिम रूप है। गुलाम व्यवस्था में गुलामों के मालिक वेश्याएं रखते थे। उन्होंने वेश्यालय भी खोले। तब वेश्याएं संपदा और शक्ति की प्रतीक मानी जाती थीं। मुगलों के हरम में सैकड़ों औरतें रहती थीं। जब अंग्रेजों ने भारत पर अधिकार किया तो इस धंधे का स्वरूप बदलने लगा। राजाओं ने अंग्रेजों को खुश करने के लिए तवायफों को तोहफे के रूप में पेश करना शुरू किया। पुराने वक्त के कोठों से निकल कर देह व्यापार का धंधा अब वेबसाइटों तक पहुंच गया है। इन्फॉरमेशन टेक्नोलॉजी के मामले में पिछड़ी पुलिस के लिए इस नेटवर्क को भेदना खासा कठिन है। सिर्फ नेट पर अपनी जरूरत लिखकर सर्च करने से ऐसी दर्जनों साइट्स के लिंक मिल जाएंगे जहां हाईप्रोफाइल वेश्याओं के फोटो, फोन नंबर और रेट तक लिखे होते हैं। इन पर कालेज छात्राएं, मॉडल्स और टीवी-फिल्मों की नायिकाएं तक उपलब्ध कराने के दावे किए जाते हैं। एशिया का सबसे बड़ा रेडलाइट एरिया कोलकाता के सोनागाची में है। एक अनुमान के मुताबिक यहां करीब 11 हजार वेश्याएं कई सौ बहु मंजिला इमारतों में देह धंधा करती हैं। यह इलाका उत्तरी कोलकाता के शोभा बाजार के समीप स्थित चित्तरंजन एवेन्यू में है। इस धंधे से जुडी महिलाओं को लाइसेंस दिया गया है। बताते चलें कि भारत में जिस्मफरोशी का धंधा लगातार बढ रहा है। 1956 में पीटा कानून के तहत वेश्यावृत्ति को कानूनी वैद्यता दी गई, पर 1986 में इसमें संशोधन करके कई शर्तें जोड़ी गई। इसके तहत सार्वजनिक सेक्स को अपराध माना गया। इसमें सजा का भी प्रावधान है। राजधानी दिल्ली में जीबी रोड यानी गारस्टिन बास्टिन रोड सबसे बड़ा रेड लाइट एरिया है। सन् 1965 में इसका नाम बदल कर स्वामी श्रद्धानंद मार्ग कर दिया गया। मुगलकाल में इस क्षेत्र में कुल पांच रेडलाइट एरिया यानी कोठे हुआ करते थे। अंग्रेजों के समय इन पांचों क्षेत्रों को एक साथ कर दिया गया और उसी समय इसका नाम जीबी रोड पड़ा। यहां देहव्यापार का सबसे बड़ा कारोबार होता है। नेपाल और बांग्लादेश से बड़ी संख्या में लड़कियों की तस्करी करके यहां को कोठों पर लाया जाता है। वर्तमान में एक ही कमरे में कई केबिन बनें हैं, जहां एक साथ कई ग्राहकों को सेवा दी जाती है। यहां समय-समय पर दिल्ली पुलिस छापा मारती रहती है। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में रेशमपुरा इलाका देहव्यापार के लिए जाना जाता है। सिंधिया परिवार की इस सरजमीं पर इस कारोबार में विदेशी लड़कियों के साथ मॉडल्स, कॉलेज गर्ल्स और बहुत जल्दी ऊंची छलांग लगाने की मध्यमवर्गीय महत्वाकांक्षी लड़कियों की संख्या भी बढ़ रही है। अब दलालों की पहचान मुश्किल हो गई है। बताते चलें कि इस कारोबार को चलाने के लिए बाकयादा ऑफिस खोले जा रहे हैं। इंटरनेट और मोबाइल पर आने वाली सूचनाओं के आधार पर कॉलगर्ल्स की बुकिंग होती है। ईमेल या मोबाइल पर ही ग्राहक को डिलीवरी का स्थान बता दिया जाता है। कॉलगर्ल्स को ठेके पर या फिर वेतन पर रखा जाता हैं। यूपी के मेरठ में स्थित कबाड़ी बाजार बहुत ही पुराना रेड लाइट एरिया है। यहां अंग्रेजों के जमाने से देहव्यापार किया जाता है। इन दिनों यहां पर देहव्यापार का परंपरागत धंधा अब गलत हथकंडे अपनाकर चलाया जा रहा है। हाल ही में यहां पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापा मारा तो दंग रह गई। एक मकान में नेपाली लड़कियों को जानवरों की तरह बंद करके रखा गया था। यहां आलमारी में कपड़ों की तरह ठूस कर लड़कियों को रखा गया था। बताते चलें कि वूमेन एंड चाइल्ड डेवलेपमेंट मिनिस्ट्री ने 2007 में एक रिपोर्ट दिया, इसके मुताबिक, 30 लाख औरतें जिस्मफरोशी का धंधा करती हैं। इममें 36 फीसदी तो नाबालिग हैं।  मायानगरी मुंबई का कामथीपुरा रेडलाइट एरिया पूरी दुनिया में चर्चित है। यह एशिया का सबसे बड़ा और पुराना रेडलाइट एरिया है। सन 1795 में पुराने बांबे के इस इलाके में निर्माण क्षेत्र में काम करने वाली आंध्रा महिलाओं ने देह व्यापार का धंधा शुरू किया था। 1880 में यह क्षेत्र अंग्रेजों के लिए ऐशगाह बन गया। आज भी देहव्यापार के लिए इस क्षेत्र खूब जाना जाता है। यहां 2 लाख सेक्स वर्कर का परिवार रहता है, जो पूरे मध्य एशिया में सबसे बड़ा है। बताते चलें कि भारत में इन इलाकों के अलावा वाराणसी में दालमंडी, सहारपुर (यूपी) में नक्कास बाजार, मुजफ्फरपुर (बिहार) में छतरभुज स्थान, मेरठ (यूपी) में कबाड़ी बाजार और नागपुर में गंगा-यमुना हैं।

पत्नी को ससुराल लाने के लिए रची लूट की साजिश



जयपुर. सास को 20 हजार रुपए देकर पीहर गई पत्नी को ससुराल लेकर आने और कर्ज चुकाने के लिए गिरोह के सरगना ने साथियों को रुपयों का लालच देकर वीकेआई में बूरा फैक्ट्री में वारदात करने की साजिश रची थी। पुलिस टीम शनिवार को लूट में शामिल चार आरोपियों को पकड़कर जयपुर ले आई। पुलिस पूछताछ में सरगना व उसके साथियों ने यह खुलासा किया।
 


अतिरिक्त पुलिस आयुक्त डॉ. गिर्राज लाल मीणा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी विनोद गिरी (24), योगेश गिरी (27) व कपिल (19) है। जबकि, कालू फरार है। ये सभी अलीगढ़ व गाजियाबाद (उत्तरप्रदेश) के रहने वाले है। इनमें विनोद ने वारदात के करीब दो सप्ताह पहले ही विश्वकर्मा औद्योगिक क्षेत्र में रोड नंबर 14 स्थित गोविंद इंडस्ट्रीज (बूरा फैक्ट्री) से नौकरी छोड़ी थी। इसके बाद वह गांव रायपुर, अलीगढ़ स्थित अपने गांव चला गया था। वहां उसने रिश्तेदारी में भतीजे योगेश गिरी को बातचीत में बताया कि जिस फैक्ट्री में वह काम करता था। वहां रोजाना तिजोरी में दो से तीन लाख रुपए रहते है और सिर्फ तीन -चार व्यक्ति रहते है।

सास को बीस हजार रुपए देने थे: एसीपी (चौमूं) प्रतापराम मीणा ने बताया कि विनोद की पत्नी उससे रूठकर पीहर जा बैठी थी। उसकी सास बेटी को ससुराल भेजने के लिए 20 हजार रुपए मांग रही थी। इसके अलावा विनोद पर करीब 40 हजार रुपए का कर्ज था। इसी वजह से उसने योगेश के साथ लूट की साजिश रची। इसमें कपिल कश्यप व कालू बिहारी को भी शामिल कर लिया। कपिल गाजियाबाद में बिल्डिंगों में लिफ्ट फिटिंग करता है।



देशी कट्टा व कारतूसों से लैस होकर पहुंचे: गांव से एक देशी कट्टा व पांच कारतूस लेकर चारों बदमाश 1 जून को बस से यहां पहुंचे। फिर वीकेआई से रस्सी, स्कार्फ व लोहे की रॉड खरीदी और देर रात फैक्ट्री में हमला कर वहां सो रहे मुनीम सीताराम यादव व मजदूर भैरूं गुर्जर को बंधक बनाकर उनका मोबाइल फोन व तिजोरी में रखे करीब डेढ़ लाख रुपए लूटकर ले गए थे।

संविधान की व्यवस्था को कोई बदल नहीं सकताः मोरदिया


संविधान की व्यवस्था को कोई बदल नहीं सकताः मोरदिया 


मेघवाल समाज शैक्षणिक एवं शोध संस्थान का वार्षिकोत्सव संपन्न 


समारोह में प्रतिभावान छात्राओं सहित भामाशाहों का हुआ सम्मान 

बाड़मेर, 17 जुन। 


संविधान में दलितों एवं पिछड़ों के आरक्षण की जो व्यवस्था हैं उसे कोई चाहकर भी बदल नहीं सकता। दलितों के लिए बाबा साहब ने संविधान में व्यवस्था की हैं उसे हर किसी को कायम रखना ही होगा। बात चाहे नौकरियों में आरक्षण की हो या फिर पदोन्नति की। दलितों के हक को छीनने नहीं दिया जाएगा। यह बात राजस्थान आवासन मण्डल के अध्यक्ष परसराम मोरदिया ने मेघवाल समाज शैक्षणिक एवं शोध संस्थान बाड़मेर की ओर से आयोजित वार्षिकोत्सव के दौरान हजारों लोगो को संबोधित करते हुए कही। 


मोरदिया ने कहा कि बाबा साहब की सोच ने दलित समाज के उत्थान का काम किया। हमारे बुजुर्गो ने भगवान को देखा था और वह भगवान बाबा साहब थे जिन्होंने दलितों एवं पिछड़ों के उत्थान, विकास के लिए पूरी जिंदगी लगा दी। उन्होने कहा कि वर्तमान में प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मन में दलितों एवं पिछड़ों के लिए दर्द लिए हुए हैं और यही कारण हैं कि वह बिना किसी से डरे पदोन्नति के मामले में दलितों के साथ खड़े नजर आए। 
जबकि किसी अन्य नेता ने खुलकर इसको लेकर बात नहीं की। उन्होंने बाड़मेर के मेघवाल समाज से आव्हान किया कि वह समाज विकास का कीर्तिमान स्थापित करे ताकि अन्य जिलो के लोग उनसे प्ररेणा ले सके। उन्होंने कहा कि परिस्थितियां चाहे कुछ भी हो। नेता हो या नौकरशाह, उनके लिए समाज से ब़कर कुछ नहीं होना चाहिए। उन्होंने समाज के लोगो से आव्हान किया कि वह मंथन करे कि कौन उनके साथ हैं और कौन दलितों का सच्चा हितेषी एवं मददगार हैं। 


उन्होने कहा कि पूरा समाज एक जाजम पर बैठे तो कोई काम ऐसा नहीं हैं जो नहीं हो सकता। उन्होंने बच्चों को अधिकांधिक शिक्षित करने एवं अन्याय सहन नहीं करने का आव्हान किया। 
कार्यक्रम के अध्यक्ष राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि समाज के अगुवा समाज हित को सोचते हुए समाज को आगे ब़ाने में रूचि ले तो उस समाज को आगे ब़ने से कोई रोक नहीं सकता। उन्होंने कहा कि समय के साथ बदलाव आया हैं और यह बदलाव शिक्षा के कारण ही संभव हो पाया है। इसलिए मेघवाल समाज को चाहिए कि वह ओर ज्यादा शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति करे ताकि समाज को तेजी से विकास हो सके। कार्यक्रम के अति विशिष्ट अतिथी सांसद हरीश चौधरी ने कहा कि लोकतांत्रित व्यवस्था में जो फैसले होते हैं उसमें 85 प्रतिशत लोगो तक अधिकार कैसे मिले इसके लिए सभी को सोचते हुए संघर्ष करना होगा। इसी सोच के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के चुनावों से पूर्व के दौरे के दौरान उन्होंने पानी को सर्वोच्च प्राथमिकता मानते हुए बाड़मेर के लोगो के लिए पीने के पानी की मांग की थी। 


आज से पूर्व में कई सरकार आई और उन्होंने बाड़मेर में पानी पहुंचाने के दावे किए लेकिन काम नहीं किया। लेकिन इस राज्य सरकार ने इस काम को गंभीरता से लेते हुए ना सिर्फ बजट स्वीकृत कराया बल्कि काम भी पूरा करा दिया हैं और बाड़मेर के लोगो को आगामी महिने तक हिमालय का मीठा पानी नसीब हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त जिले के अनुसूचित जातिजनजाति बाहुल्य वाली गांव़ाणियों में पीने के पानी के इंतजाम के लिए बजट स्वीकृत कराए। यही कारण हैं कि आज बाड़मेर की अधिकांश अनुसूचित जातिजनजाति वाले ़ाणियों में पानी पहुंच चुका हैं। 


कार्यक्रम में वक्फ राज्य मंत्री अमीन खान, राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष गोपाराम मेघवाल, राज्य श्रम सलाहकार समिति के अध्यक्ष गफूर अहमद, बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, चौहटन विधायक पदमाराम मेघवाल, जलदाय विभाग के मुख्य अभियंता रूपाराम धनदे एवं बाड़मेर प्रधान धाई देवी ने भी संबोधित करते हुए मेघवाल समाज से शिक्षा की अलग को ओर अधिक जगाने एवं प्रतिभावान छात्रछात्राओं को मंच प्रदान करने का आव्हान किया। समारोह के दौरान हंजारीराम बालवा द्वारा संस्थान का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए आयव्यय का ब्यौरा दिया। इस दौरान आईईटी/पीएमटी/एआईईईई सहित अन्य बोर्ड परीक्षाओं में जिले में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाली प्रतिभावन छात्रछात्राओं को पुरस्कृत किया। इससे पूर्व उदाराम मेघवाल के बीसूका उपाध्यक्ष बनने पर नागरिक अभिनन्दन किया गया। कार्यक्रम की समाप्ति पर तनेराम मेघवाल मेमोरियल वाचनालय को लोकापर्ण किया। इस अवसर पर संस्थान के अध्यक्ष डॉ. बी.एल. मंसुरिया ने आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन चूनाराम पूनड़ ने किया। कार्यक्रम में हजारों की संख्या में जिले भर से समाज के लोग उपस्थित थे। 

जैसलमेर पुलिस डायरी।.....आज की खबरे


जैसलमेर पुलिस डायरी।.....आज की खबरे 
Photo: शाबाश जैसलमेर की महिला अधिकारियो को 
इलाज़ के आभाव में नवजात बालिका की मौत का मामला , पिता को किया गया गिरफतार 
 
 क्षेत्र में बालिका ह्त्या मामले में पुलिस की साहसिक कार्यवाही .पहली बार हुई बड़ी  कार्यवाही 

जैसलमेर चार रोज पूर्व फतेहगढ़ थाना क्षेत्र के मंदाई गाँव में एक नवजात बालिका की मौत पर बवाल मच गया था .नवजात बालिका के परिजनों पर बालिका को मारने का आरोप था ,जिस पर उप खंड अधिकारी सहित पुलिस दल ने मौके पर पहुँच बालिका के गद्दे हुए शव को बाहर निकाल मोस्त्मर्तम कराया तथा उसका बिसरा जांच के लिए भेजा ,जांच में बालिका की मौत इलाज़ के आभाव में बताई गयी ,जिस पर जिला कलेक्टर शुची त्यागी ने मृतक नवजात बालिका के पिता को गिरफ्तार करने के आदेश दिए जिस पर पुलिस ने बालिका के पिता को गिरफ्तार कर लिया .पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई ने बताया की एसडीएम फतेहगढ  ने पुलिस थाना सांगड में रिपोर्ट पेश कि की दीनसिंह उर्फ दिलीपिंसह पुत्र नारायणसिंह जाति राजपुत निवासी मण्डाई के घर एक नवजात बच्ची का जन्म हुआ। लेकिन उक्त बच्ची की संदिग्ध अवस्था में मृत्यु हो गई। जिस पर पुलिस थाना सांगड में मुकदमा दर्ज कर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर गणपतलाल के निर्देशन एवं सुनिल पंवार, वृताधिकारी जैसलमेर के नेत्त्व में टीम का गठन किया गया, जिसमें थानाधिकारी पुलिस थाना सांगड ओमप्रकाश गोदारा मय जाब्ता द्वारा घटनास्थल पर जाकर एसडीएम फतेहग के आदेशानुसार नवजात बच्ची के दफनाये गये शव को निकलवाया जाकर वास्ते पोस्टमार्टम चिकित्सको को सोपा गया। दौराने कार्यवाही जिला कलक्टर जैसलमेर महोदय भी फतेहग पहॅूचे तथा सम्पूर्ण कार्यवाही को अपनी निगरानी में सम्पन करवाई। उक्त घटना के संबंध में सम्पूर्ण सुचना रेणुका भाटी जिला समन्वय पीसीपीएनडीटी के द्वारा भी संकलित की गई। 
सम्पूर्ण जॉच एवं तफतीश से यह तथ्य सामने आये की नवजात बालिका शिशु के जन्म के पश्चात बच्ची के पिता दीनिंसह उर्फ दिलीपसिंह द्वारा बच्ची को बचाने के लिए किसी प्रकार का कोई भी प्रयास नहीं किया एवं अपने नजदीकी चिकित्सालय में भी उपचार हेतु नहीं ले जाया गया। जबकि जॉच में विराधाभाष तथ्य सामने आये है तथा बच्ची के पिता का उसके प्रति लापरवाही का घोतक है तथा नवजात बच्ची के पिता के प्रति यह सोच भी प्रबंल हुई है कि हाल ही में राज्य सरकार द्वारा बालिकाओं को बचाने का जो अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें बच्ची के पिता द्वारा किसी भी प्रकार की कोई भी रूचि नहीं दिखाई गई है। उक्त तथ्यो के आधार पर नवजात बच्ची के पिता दीनसिंह उर्फ दिलीपसिंह जाति राजपुत पुत्र नारायणसिंह निवासी मण्डाई द्वारा बच्ची के जन्म के पश्चात बच्ची को बचाने के लिए किसी भी प्रकार के प्रयास नहीं किये गये जिससे नवजात बच्ची की मृत्यु हो गई। जिसके मदेनजर दीनसिंह उर्फ दिलीपसिंह को कल दिनांक 15.06.2012 को गिरफतार किया जाकर आज शनिवार को  न्यायालय में पेश किया गया जहॉ से उसको पंद्रह  दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भिजवाया गया।
पुलिस थाना जैसलमेर में झगडा करता एक  गिरफतार 


जैसलमेर पुलिस थाना जैसलमेर के हल्खा क्षैत्र में शनिवार को शहर जैसलमेर में दौराने हल्खा गस्त दूर्गाराम उनि मय जाब्ता द्वारा हर्षवर्धनसिंह पुत्र उम्मेदसिंह, राजपुत निवासी पिथला को शहर जैसलमेर में लडाई झगडे के आरोप में गिरफतार किया गया। 


पुलिस थाना जैसलमेर में शांतिभंग के आरोप में चार  गिरफतार 


जैसलमेर पुलिस थाना जैसलमेर के हल्खा क्षैत्र में अलगअलग जगह पर शांतिभंग के आरोप में चार  को गिरफतार किया गया। जिसमें दूर्गाराम उनि मय जाब्ता द्वारा केशराराम पुत्र सिमरधाराम ओड उम्र 28 नि0 राणीसर कॉलोनी को राणीसर कॉलोनी से शांति भंग के आरोप में गिरफतार किया गया ओर पुलिस थाना जैसलमेर के ही हल्खा क्षैत्र में पुलिस थाना जैसलमेर के जाब्ता द्वारा जमीनी मामले को लेकर आपस में लडाई झगडा करते ताराराम पुत्र ओडाराम, माणकराम पुत्र गोरधनराम एवं हीराराम पुत्र गोरधनाराम  जाति भील निवासी किता को शांति भंग के आरोप में गिरफतार किया गया। 


शराब पीकर वाहन चलाना पडा महन्गा, शराब के नश्ो में वाहन चालक गिरफतार 


जैसलमेर पुलिस थाना पोकरण के हल्खा क्षैत्र में पुलिस चौकी लाठी में तैनात पुलिस कर्मियों द्वारा एक ट्रक टेलर को इशारा किया गया तो उसने ट्रक को रोका नहीं जिस पर पुलिस द्वारा उक्त ट्रक टेलर का पिछा कर एवं नाकाबंदी की गई। दौराने नाकाबंदी गंगाराम उनि पुलिस थाना पोकरण मय जाब्ता द्वारा उक्त ट्रक टेलर को सरहद छेलटी हल्खा पुलिस थाना पोकरण में रूकवा कर वाहन चालक हिम्मतसिंह पुत्र पदमसिंह राजपुत निवासी टेपू को शराब के नश्ो में वाहन चलाने एवं पुलिस के इशारे पर गाडी नहीं रोकने के जूर्म में गिरफतार किया । 

बाड़मेर मिनरल वाटर के नाम पर ठगे जा रहे हें लोग

बाड़मेर मिनरल वाटर के नाम पर ठगे जा रहे हें लोग 
Water 265 265
बाड़मेर जिले में प्यास बुझाने का अवैध कारोबार इन दिनों जोरों पर है। इसे स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी कहें या खाद्य एवं दवा अपमिश्रण विभाग की लापरवाही..। इससे बड़ी विडंबना और क्या होगी कि ब्रांडेड कंपनियों की बोतलों में नल का पानी भरकर बेचा जा रहा है। इन बोतलों की सील टूटी रहती है तो बहुत बार उनमें बदबू और फंगस भी नजर आ जाती है। गौरतलब है कि गर्मी का मौसम आते ही पेयजल की मांग भी बढ़ जाती है और प्यास बुझाने का कारोबार भी बड़ा हो जाता है।
तय मानकों का याल रखे बिना ही जगह-जगह आर ओ प्लांट लगा कर पानी ठंडा कर बड़े-बड़े जग में भरकर सप्लाई किया जाता है। ब्रांडेड कंपनियों की खाली बोतलों में सामान्य पानी भर कर धड़ल्ले से बेचा जाता है। आरओ प्लांट के पानी की गुणवत्ता तो फिर भी थोड़ी बहुत बेहतर होती है लेकिन बोतलों के पानी पर भरोसा नहीं किया जा सकता। एक तो बोतलों का यह पानी बस अड्डों पर ही ज्यादा बेचा जाता है। उन्हें खरीदने वाले भी अमूमन यात्री ही होते हैं। बोतल खरीद कर अपने सफर पर चल देते हैं। कोई परेशानी आती है तो बाद में। तब तक यह पता लगाना भी मुश्किल हो जाता है कि वह बोतल खरीदी किससे थी और अब पकड़ा किसे जाए!
पानी माफिया ब्रांडेड कंपनियों की खाली बोतलों में पहले नल से पानी भर लेता है। तत्पश्चात उनके ढक्कन पर सील के रूप में छोटी सी टेप लगा देता है। बाद में इन बोतलों को ठंडा कर 10 रुपये की दर से लोगों को खूब बेचा जाता है। अगर कोई 10 की जगह पर सात या आठ रुपये में देने को कहे तो भी यह बोतल उसे दे दी जाती है। पानी बेचने वाला तो बोतल बेचकर चला जाता है, मगर जब कोई प्यास बोतल खोलकर पानी पीता है तो उसमें बदबू भी आती है और बहुत बार पानी गंदा या फंगल वाला भी होता है।सबसे बड़ी बात अधिकाँश प्लांट में कुए का पानी भरा जा रहा हें .
इस बाबत स्वास्थ्य विभाग एवं खाद्य एवं दवा अपमिश्रण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि समय समय पर खाद्य पदार्थो के साथ साथ बोतलबंद पानी के भी सैंपल लिए जाते हैं और जांच के लिए भेजे जाते हैं। कमी पाए जाने पर कसूरवार व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई का भी प्रावधान है। अधिकारियों के अनुसार यदि किसी को कहीं कोई खामी नजर आए या मिलावट का संदेह हो तो शिकायत भी की जा सकती है।

भाई ने करवाया बहन का गैंग रैप

 

आगर-मालवा। जमीन विवाद के चलते एक 25 वर्षीय विवाहिता के साथ चार लोगों द्वारा गैंग रैप करने का सनसनीखेज मामला शनिवार को सामने आया। विवाहिता को उसके भाई ने ही बलात्कारियों के हवाले कर दिया। आगर कानड़ पुलिस को बदहवास अवस्था में महिला एक सरपंच के खेत से मिली। पुलिस ने महिला के भाई सहित पांच लोगों के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर लिया है। समाचार लिखे जाने तक सभी आरोपी फरार थे। पुलिस के अनुसार ग्राम कडिया थाना कानड़ की रहने वाली एक 25 वर्षीय विवाहित महिला को शुक्रवार दोपहर उसका भाई दरबारसिंह पिता भगवानसिंह निवासी खेड़ा गुराडिया ग्राम छायन ले गया। वहां उसने अपनी बहन को पहले से मौजूद उसके साले मानसिंह एवं कृपालसिंह निवासी खेड़ा गुराडिया के हवाले कर दिया। ये लोग अपने गांव के ही श्यामू एवं एक अन्य साथी के साथ महिला को छायन और खेड़ा गुराडिया के बीच एक पहाड़ी पर ले गए। जहां रात में इन्होंने महिला के साथ दुष्कर्म किया।शनिवार को पीडित महिला ग्राम छायन के सरपंच विक्रमसिंह के खेत पर बदहवास अवस्था में पुलिस को मिली। महिला द्वारा बताई गई घटना के आधार पर पुलिस ने उसका मेडिकल सिविल अस्पताल आगर में कराया। इसके बाद दुष्कर्म करने वाले चारो आरोपी और उनकी मदद करने वाले पीडिता के भाई के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। कानड़ थाना प्रभारी मनीष मिश्रा के मुताबिक मामला प्रथम दृष्टया जमीन विवाद का लग रहा है। आरोपियों की तलाश की जा रही है।