सोमवार, 18 जून 2012

कांग्रेस ने कसी दिग्विजय पर नकेल, पार्टी की ओर से बयान देने पर लगी रोक

 

नई दिल्‍ली. आए दिन अपने बयानों से पार्टी को मुश्किलों में डालने वाले दिग्विजय सिंह पर कांग्रेस ने सख्‍ती बरतनी शुरू कर दी है। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह का कोई भी बयान अब पार्टी का बयान नहीं माना जाएगा। कांग्रेस के मीडिया सेल ने आज एक बयान जारी कर यह फरमान सुनाया। बयान में कहा गया है, 'दिग्विजय सिंह पार्टी की तरफ से बोलने के लिए अधिकृत नहीं हैं।'

दिग्विजय सिंह ने हाल में तृणमूल कांग्रेस चीफ और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर टिप्‍पणी की थी। सूत्रों का कहना है कि पार्टी नहीं चाहती कि राष्‍ट्रपति चुनाव के मसले पर ममता से यूपीए की दूरी बढ़े।

ममता की तरफ से यूपीए के उम्‍मीदवारों का नाम खारिज किए जाने के बाद दिग्विजय ने कहा था, 'यह पार्टी अध्‍यक्ष सोनिया गांधी और पीएम मनमोहन सिंह के लिए बेहद शर्मनाक है कि ममता बनर्जी ने न सिर्फ यूपीए के उम्‍मीदवारों के नाम खारिज कर दिए बल्कि समाजवादी पार्टी से हाथ मिलाकर तीन और नाम उछाल दिए जिसमें एक पीएम का भी नाम शामिल था।''

यूपीए की अहम सहयोगी ममता बनर्जी वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाए जाने का भी विरोध करती आ रही हैं। दिग्विजय ने इस मसले पर एक टीवी शो के दौरान कहा था, 'हर बात की सीमा होती है, जहां तक कोई झुक सकता है।'दिग्विजय से पूछा गया था कि ममता को यूपीए से बाहर जाने से रोकने के लिए कांग्रेस किस सीमा तक झुक सकती है। अपनी बात के साथ ही दिग्विजय ने यह साफ किया कि कांग्रेस अपनी ओर से ममता से ‘जाने के लिए’ नहीं कहेगी और न ही ऐसा कुछ करेगी कि ममता यूपीए से अलग हो जाएं। उन्होंने कहा, 'ममता को मनाने के हमने सारे प्रयास किए थे। एक सीमा तक कांग्रेस ने ममता के 'नखरे' भी उठाए हैं, लेकिन एक सीमा के बाद कुछ भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।'
दिग्विजय सिंह ने यहां तक कहा दिया था, 'ममता कई मामलों में अस्थिर हैं। वह ऐसी ही हैं। उनके लिए कुछ भी असंभव नहीं। वह ममता हैं। वह आपकी सोच के विपरीत कुछ भी कर गुजर सकती हैं।'

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