रविवार, 10 जून 2012

15 कार्टन अवैध अंग्रेजी शराब बरामद


15 कार्टन अवैध अंग्रेजी शराब बरामद

बाड़मेर. बाड़मेर जिला पुलिस कप्तान राहुल बारहट के निर्देश पर जिले भर में अवैध शराब की धर पकड़ अभियान के तहत चौहटन थानातंर्गत पुलिस ने अवैध अंग्रेजी शराब से भरी टाटा स्पेशियो गाड़ी जब्त की।वाहन में 15 कार्टन हरियाणा निर्मित शराब भरा था। पुलिस ने आरोपी को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। थानाधिकारी राजेन्द्रसिंह ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर सरहद चौहटन में नाकेबंदी करवाई गई। इस दौरान टाटा स्पेशियो गाड़ी को रुकवाकर तलाशी तो उसमें अवैध अंग्रेजी शराब मिली। गाड़ी में विभिन्न ब्रांड के 15 कार्टन जब्त किए गए। शराब हरियाणा निर्मित है। इस दौरान आरोपी तगाराम पुत्र पेमाराम जाट निवासी गंगाला को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है।

दाखां बने सिवाना ब्लॉक अध्यक्ष

अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति


दाखां बने सिवाना ब्लॉक अध्यक्ष

बाड़मेर. अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र बारहट ने सिवाना ब्लॉक के अध्यक्ष पद पर कल्याण सिंह दाखां को नियुक्त किया है। जोधपुर संभाग के उप पाटवी और बाड़मेर जैसलमेर के प्रभारी चंदन सिंह भाटी ने बताया कि राजस्थानी भाषा कर संवैधानिक मान्यता दिलाने के लिए किये जा रहे प्रयासों को अधिक मजबूत करने तथा आम जन को अभियान से जोडऩे के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए ब्लॉक स्तर तक कमेटियों का गठन किया जा रहा है।

पुलिस के शहीद को भी मिलेगा कारगिल जैसा पैकेज'

सूरजगढ़.राजस्थान पुलिस में चंद्रभान को पहला शहीद होने का गौरव मिला है। इसकी घोषणा करते हुए डीजीपी हरीशचंद्र मीणा ने कहा चंद्रभान को भी वैसा ही बड़ा पैकेज दिया जा रहा है जो देश के लिए जान देने वाले कारगिल शहीदों को मिला है। इससे पुलिस में एक नई परंपरा की शुरुआत हुई है। सूरजगढ़ थाने के सामने शहीद चंद्रभान की प्रतिमा के अनावरण समारोह में उन्होंने घोषणा की कि शहीद के बच्चों की पढ़ाई का पूरा खर्चा राजस्थान पुलिस उठाएगी। बालिग होने पर एक बच्चे को राजस्थान पुलिस में नौकरी भी मिलेगी। बतौर समारोह अध्यक्ष उन्होंने हरियाणा सीमा से सटे काजला में पुलिस चौकी स्थापित करने की भी घोषणा की। इससे पहले सांसद शीशराम ओला ने प्रतिमा का अनावण किया। 

उन्होंने कहा कि झुंझुनूं जिले में सबसे ज्यादा शहीद हुए हैं। चंद्रभान ने बहादुरी के साथ लुटेरों का मुकाबला कर शहादत प्राप्त की। जयपुर रेंज के आईजी सौरभ श्रीवास्तव, एसपी कैलाशचंद्र बिश्नोई, जिला प्रमुख हनुमान प्रसाद ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।

समारोह में शहीद की माता माली देवी व वीरांगना राजवंती का भी सम्मान किया गया। उल्लेखनीय है कि दो साल पहले नौ जून को बलौदा में बैंक लूटकर भाग रहे हथियारबंद लुटेरों का बहादुरी से मुकाबला करते हुए सूरजगढ़ थाने के सिपाही चंद्रभान शहीद हुए थे।समारोह के बाद ओला ने नगरपालिका में पूर्व चेयरमेन स्व. रिछपाल शर्मा के चित्र का अनावरण भी किया।

राजस्थान पुलिस में नई शुरुआत

राजस्थान पुलिस में अब तक शहीद घोषित करने का कोई प्रावधान नहीं था। सिपाही चंद्रभान की बहादुरी को लेकर डीजीपी हरिशचंद्र मीणा ने राज्य सरकार से शहीद का दर्जा दिए जाने का आग्रह किया था। इसके लिए प्रस्ताव बनाकर भेजे गए। सरकार ने इसे उचित मानते हुए शहीदों को मिलने वाला सबसे बड़ा पैकेज कारगिल शहीद पैकेज सिपाही चंद्रभान को दिए जाने की स्वीकृति दी। इसके साथ ही राजस्थान पुलिस में बहादुरी को सम्मान देने की एक नई शुरुआत हो गई।

जिले में नहर जरूर आएगी

शहीद चंद्रभान के प्रतिमा अनावरण समारोह में भी सांसद शीशराम ओला नहर का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि जिले में नहर जरूर आएगी। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व कांग्रेस अध्यक्ष से मिलकर उन्होंने जिले में नहर लाने की योजना को गति दिलाई है। ब्रॉडगेज के लिए 653 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं। इसके पहले चरण में लुहारु से सीकर तक कार्य प्रगति पर है।

इनकी रही मौजूदगी

समारोह में कलेक्टर जोगाराम, कांग्रेस जिलाध्यक्ष महेंद्रसिंह झाझड़िया, पालिका चेयरमैन सुरेश शर्मा, बलबीर राव, रिटायर्ड कर्नल रामकुमार बिजारणिया, पूर्व प्रधान शेरसिंह नेहरा, नीता यादव, हरपाल सिंह,, राजेंद्र सैन, सत्यवीर सिंह धत्तरवाल आदि मौजूद थे।

परिजनों को दिए कई लाभ

शहीद चंद्रभान के परिजनों को राजस्थान पुलिस द्वारा पैकेज में कई लाभ दिए गए हैं। इनमें विशेष पेंशन अवार्ड के तहत 10 हजार 680 प्रतिमाह मूल पेंशन, एक्सग्रेशिया से नौ लाख रुपए, जिला पुलिस कर्मचारियों का एक दिन का वेतन पांच लाख 83 हजार 640 रुपए, राज्य बीमा से चार लाख 22 हजार 222 रुपए, जीपीएफ से एक लाख 58 हजार 439 रुपए, बकाया पीएल के एक लाख 19 हजार 669 रुपए, ग्रेच्युटी के दो लाख 95 हजार 569 रुपए, सामूहिक दुर्घटना बीमा के दो लाख रुपए, आरपीबीएफ के 43 हजार रुपए, राजस्थान पुलिस कल्याण निधि से एक लाख रुपए, राजस्थान पुलिस कार्मिक कल्याण न्यास से 20 हजार रुपए, आवासन मंडल द्वारा झुंझुनूं में एक आवास मध्यम आय वर्ग बी श्रेणी का, राज्य सरकार द्वारा वीरांगना व शहीद के बच्चों को रोडवेज के निशुल्क पास दिए गए।इसके अलावा वीरांगना को कृषि कार्य के लिए बिजली कनेक्शन तथा विद्यालय का नामकरण किए जाने की भी घोषणा की गई।

अज्ञात कारणों से नवजात बालिका की मौत

अज्ञात कारणों से नवजात बालिका की मौत

जैसलमेर. ग्राम झिनझिनयाली में इलाज के लिए लाई गई नवजात बालिका की मौत हो गई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. आनंद गोपाल पुरोहित ने बताया कि शनिवार को केकूं कंवर पत्नी सवाईसिंह के परिजन नवजात बालिका को झिनझिनयाली अस्पताल इलाज के लिए लाए। परिजनों ने बताया कि बच्ची को श्वास लेने में कठिनाई हो रही है। जिस पर कम्पाउंडर विक्रमसिंह ने दवा दी तथा उसे रैफर कर दिया। करीब 8.30 बजे बालिका की अस्पताल में ही मृत्यु हो गई। जिस पर कम्पाउंडर ने जिला मुख्यालय में इसकी सूचना दी। जिस पर चिकित्सकों की टीम का गठन किया गया। टीम में डा. सुरेन्द्र दुग्गड़, शिशु विशेषज्ञ डा. शिवनाथसिंह थे। टीम ने मौके पर पहुंच कर बालिका का पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम में मृत्यु के कारणों का पता नहीं चल पाया। मृतक का विसरा लेकर उसे जांच के लिए एफएसएल टीम भेजा गया। मौके पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. आनंद गोपाल पुरोहित, उपखण्ड अधिकारी ओमप्रकाश मेहरा, वृत्ताधिकारी सुनिल पंवार, सांगड़ थानाधिकारी ओमप्रकाश गोदारा, तहसीलदार नाथू सिंह, महिला एवं बाल कल्याण उपनिदेशक कमला शर्मा, सीडीपीओ उम्मेदसिंह, ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी एनआर नायक पहुंचे।

रेडियो पर प्रसारित होगी रम्मतें ,कला को बचाने की कवायद


जैसलमेर की लुप्त हो रही है रम्मत कला के प्रति लोगों में उत्सुकता जगाने एवं इसके गौरव शाली इतिहास व इसकी प्रासंगिकता को आमजन तक पहुंचाने के लिए आकाशवाणी केन्द्र जैसलमेर द्वारा आठ एपिसोड तैयार किए गए है। जिसका प्रसारण सोमवार से प्रतिदिन रात्रि 8.15 बजे किया जाएगा। आकाशवाणी के जैसलमेर केन्द्र के मुख्य अधिकारी महेन्द्र सिंह लालस ने बताया कि अब कौन रमता है रम्मतें नामक एक रेडियो रुपक जैसलमेर की रम्मतों पर तैयार किया गया है। पारंपरिक लोक नाट्य विधाओं के संरक्षण, संवर्धन एवं कलाकारों को प्रोत्साहन देने के लिए तैयार किए गए इस रुपक में बड़े ही रोचक तरीके से रम्मतों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी।

उन्होंने बताया कि आठ एपिसोड में रम्मतों का गायन, वादन, संवाद, ताल, राग-रागनियों की विविधता, विषय वस्तु प्रस्तुति, मंच सज्जा, गुरु शिष्य परंपरा, अखाड़ा तथा उस्ताद आदि के बारे में विस्तार से व्याख्या की गई है।

रम्मत के हर पहलू पर डाला जाएगा प्रकाश: रम्मत रचनाकार, इतिहासकार, लेखक, कवि एवं मरु सांस्कृतिक केन्द्र के संस्थापक नंदकिशोर शर्मा के अनुभवों से आठ एपिसोड तैयार किए गए है। जिसमें रम्मतों का इतिहास, रम्मतों की पहचान, स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, रम्मत के रचनाकार, कलाकारों की प्रस्तुति, मंचन, युवा कलाकारों के अनुभव व रम्मतों के भविष्य पर साक्षात्कारों के साथ-साथ रम्मतों की पुरानी एवं नवीन शैलियों की बानगियों का समावेश किया गया है। महेन्द्र सिंह लालस की परिकल्पना, हेमंत शर्मा का सामग्री संकलन, श्याम पंवार का संपादन, श्याम वीर का विशेष तकनीकी प्रयोग, अंजू गर्ग का वाचन से आठ एपिसोड तैयार किए गए है।




कलाकारों के साक्षात्कार भी शामिल
प्रत्येक एपिसोड में रम्मतों के कलाकारों के साक्षात्कार भी शामिल किए गए है। जिसमें कवि तेज कृष्ण कंपनी के उस्ताद प्रेमराज सेवक, वासुदेव बिस्सा, नंद किशोर शर्मा, मुकनलाल जगाणी, कृष्ण गोपाल जगाणी, हरिवल्लभ शर्मा, कमल आचार्य, नवल पुरोहित, नरेन्द्र खेतपालिया, मनोहर पुरोहित, महेश पुरोहित, शेखर, बबू, शिव व शोभा हर्ष के साथ कवि तेज के प्रपौत्र कन्हैया शर्मा, जयप्रकाश हर्ष आदि के वादन, गायन एवं अनुभवों से आने वाली पीढिय़ों को रम्मत के संरक्षण का संदेश दिया जाएगा।

राग रागनियों का भी समावेश

कार्यक्रम में जैसलमेर, बीकानेर, फलौदी, पोकरण के अखाड़ों, वहां के रचनाकारों, खिलाडिय़ों व टेरियों की जानकारी दी जाएगी। साथ ही सभी स्थानों की रम्मत की राग रागनियों के बारे में भी बताया जाएगा। रम्मत के उस्ताद कवि तेज, मोतीलाल सुगनलाल व्यास, पोकरण के तेजमाल बिस्सा द्वारा रचित रम्मतों के दूहे भी शामिल किए गए है। इसके साथ ही नंदकिशोर शर्मा द्वारा तैयार की गई आधुनिक रम्मत माई होटल ब्यूटीफुल के साथ ही पारंपरिक रम्मत सती सावित्री, राजा भर्तृहरि, पतिव्रता के उदाहरण, संवाद, के साथ-साथ कलाकारों द्वारा प्रस्तुतियां भी दी गई है।

राधे मां के दर हाजिरी लगाते हैं ये जाने-माने सेलीब्रिटी

नई दिल्ली. अजीबो-गरीब उपाय बताकर लोगों का दुख दूर करने का दावा करने वाले निर्मलजीत सिंह नरूला उर्फ निर्मल बाबा के बाद राधे मां की चर्चा जोरों पर है। इन्हें दुर्गा का अवतार बताया जा रहा है। ये न तो कुछ बोलती हैं और न कोई प्रवचन देती हैं, लेकिन इनकी नजरों का कायल हर कोई है। PHOTOS: राधे मां के दर हाजिरी लगाते हैं ये जाने-माने सेलीब्रिटी  राधे मां का जन्म पंजाब के होशियारपुर जिले के एक सिख परिवार में हुआ था। इनकी शादी पंजाब के ही रहने वाले व्यापारी सरदार मोहन सिंह से हुई है। शादी के बाद एक दिन इनकी मुलाकात शिव मंदिर के पास महंत श्री रामदीन दास से हुई। उन्होंने इनकी धार्मिक प्रतिभा तो पहचाना। 
पंजाबी के होशियापुर की रहने वाली इस महिला के आयोजनों में लाखों लोग शरीक होते हैं। शहर भर में बड़े-बड़े बैनर पोस्टर लगाकर इनका प्रचार किया जाता है। इनके भक्तों की सूची बड़े-बड़े सेलीब्रिटी का नाम आता है। इनमें पॉप सिंहगदलेर मेंहदी, भोजपुरी फिल्मों के शहंशाह मनोज तिवारी, टीवी कलाकार डॉली बिन्द्रा, गायक हंसराज हंस, एड गुरू प्रहलाद कक्कड़ और ऑल इंडिया एंटी टेररिस्ट फ्रंट के अध्यक्ष एमएस बिट्टा आदि है।

राधे मां के लिए बड़े शहरों में जागरण का आयोजन किया जाता है। यहां फ्री लंगर का आयोजन होता है। बड़े-बड़े गायक इनकी श्रद्धा में भक्ति संगीत प्रस्तुत करते हैं। इनमें भजन सम्राट अनूप जलोटा, विनोद अग्रवाल, अरविंदर सिंह, शार्दुल सिंकदर, मास्टर सलीम, पन्ना गिल, लखबीर सिंह लख्खा, अनुराधा पौडवाल, रूप कुमार राठौड़, नरेंद्र चंचल आदि का नाम प्रमुख है।

डॉक्टर पत्नी की खींची अश्लील तस्वीरें, और करने लगा सौदा!

मकराना.दहेज की खातिर मकराना की एक महिला डॉक्टर की उसके ही पति द्वारा अश्लील तस्वीरें उतारकर इंटरनेट पर डालने की धमकी देने का मामला सामने आया है। महिला डॉक्टर ने एसपी को पत्र भेजा है तो वहीं न्यायालय में भी वाद दायर किया है।  
पीड़िता डॉक्टर ने पुलिस अधीक्षक को भेजे परिवाद में बताया कि उसका विवाह 23 नवंबर 2011 को अकबरपुर जिला अंबेडकर नगर उत्तरप्रदेश के आसिफ कमाल पुत्र हाफिज कमालुद्दीन के साथ हुआ था। विवाह के दौरान पति ने यह कहकर रुपयों की मांग की थी कि यहां से दहेज ले जाने के बजाय वह घर में जरूरत का सामान लखनऊ से खरीद लेगा।

इस पर पीड़िता के पिता ने 16 लाख रुपए ससुराल पक्ष को दिए। इसके अलावा सोने चांदी के जेवरात भी दिए। महिला डॉक्टर का आरोप है कि ससुराल पहुंचते ही उसे दहेज की खातिर परेशान किया गया। कार की मांग की गई। मांग पूरी नहीं करने पर पति आसिफ कमाल, ससुर कमालुद्दीन, सास साहिन फातमा, ननद नजहत कमाल, फरहद कमाल, निकहत कमाल, सन्ना कमाल, ननदोई शाहिद इकबाल एवं अबरार अहमद उसे शारीरिक एवं मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगे। महिला डॉक्टर ने आरोप लगाया है कि दहेज की मांग पूरी नहीं करने पर उसके पति ने ब्लैकमेल करने की नीयत से मोबाइल से उसके अश्लील फोटो खींच लिए।

इसके बाद उक्त फोटो इंटरनेट पर डालने की धमकी दी। फिलहाल इस मामले को लेकर मकराना में काफी चर्चा है। उल्लेखनीय है कि यह महिला डॉक्टर अपने स्कूली समय में काफी साहसी रही है और एक ट्रेन की बोगी को भी लूटने से बचाया था।

पेशी से जेल लौटे बंदी से अफीम बरामद

जोधपुर.सेंट्रल जेल से अदालत में पेशी पर गए एक बंदी को जब वापस जेल लाया गया तब उसके पास से अफीम बरामद हुई। जेल प्रशासन की रिपोर्ट पर रातानाडा पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया है। रातानाडा थानाधिकारी सुगन सिंह के अनुसार सेंट्रल जेल के प्रहरी कानाराम की ओर से दी गई रिपोर्ट में बताया गया कि शुक्रवार को जेल से चालानी गार्ड कुछ बंदियों को न्यायालय में पेशी पर ले गए थे। वहां से लौटते समय इन बंदियों की तलाशी ली गई।

इसी दौरान एक बंदी महामंदिर के राजाराम नगर निवासी पवन पुत्र नवरतन माली के पास से 15 ग्राम अफीम मिली। पुलिस के अनुसार आरोपी वर्ष 2009 में किसी के घर में घुसकर चोरी करने के मामले में विचाराधीन बंदी है। इस संबंध में पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच मथानिया थानाधिकारी को सौंपी है

पूर्व नरेश गजसिंह के राजतिलक के 60 वां वर्ष, नुसरत के शिष्यों ने बंधा समां!



जोधपुर.मरुप्रदेश के सिंहद्वार सूर्यनगरी में शनिवार की शाम को पाकिस्तान के मशहूर कव्वाल रिजवान और मुअज्जम ने अपने रूहानी नातिया-कलाम और खूबसूरत नज्मों को ध्रुवपद की गरजती गमक तथा परंपरागत कव्वाली से यादगार बना दिया। विख्यात गायक एवं संगीतकार नुसरत फतेहअली खान के इन शिष्यों ने शास्त्रीय संगीत की लय के साथ कानों में रस घोलती गायकी की ऐसी जुगलबंदी पेश की कि सुधि श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए।
 
खान बंधुओं ने ये जमीं जब न थी, ये जहां जब न था.चांद सूरज जब न थे, आसमां जब न था.जब न था कुछ यहां.था मगर तू ही तू ..अल्ला हू अल्ला हू.सांसों की माला पे सिमरूं मैं पी का नाम.तेरे दरवाजे पे चिलमन देखी नहीं जाती.मनवा जप ले अली अली.जिस्म अली जान अली जैसे सूफियाना कलाम.और ये जो हलका हलका सुरूर है.जो तेरी नजर का कुसूर है. जिसने शराब पीना सिखा दिया.तेरी बहकी बहकी निगाह ने मुझे शराबी बना दिया.जैसे श्रृंगार रस में घुले अनवर फिरोजपुरी के कलाम की प्रस्तुति से श्रोताओं को दाद देने पर मजबूर कर दिया।

पूर्व नरेश गजसिंह के राजतिलक के साठ वें वर्ष में मनाए जा रहे उत्सवों के तहत स्वरसुधा व मेहरानगढ़ म्यूजियम ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित शाम-ए-कव्वाली में पाकिस्तान से आए कव्वाल रिजवान व मुअज्जम के साथ हारमोनियम पर राहत अली व मुश्ताक अहमद खान ने, तबले पर जफर अली व कोरस में मोहम्मद औरंगजेब, बशीर अली व तारीफ ने शिरकत की। पाकिस्तान से आए ग्रुप प्रबंधक अजीम अहमद का संस्थान अध्यक्ष आरके कासट व सचिव बीडी जोशी ने स्वागत किया। संचालन अनुराधा आडवानी व जफर खान सिंधी ने किया। ध्रुपद से रॉक व पॉप तक
बीबीसी एशिया अवार्ड व फ्रेंच म्यूजिकल अवार्ड पाने वाले रिजवान और मुअज्जम का कहना था कि सात सौ वर्ष से कव्वाली का परचम लहराने वाले उनके संगीत घराने ने दुनिया भर में कव्वाली को कुछ अलग तरह से ही पेश किया है। परंपरागत कव्वाली में ध्रुपद के पदों से लेकर शास्त्रीय आलाप और आधुनिक रॉक व पॉप तक का फ्यूजन करते हुए कव्वाली का रंग ही बदल डाला है। ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स में हाजिरी लगाकर जोधपुर पहुंचे रिजवान और मुअज्जम का कहना था कि संगीत को कोई सीमाओं मे नहीं बांध सकता।

मोहम्मद गजनवी के साथ भारत आए थे

रिजवान के पूर्वज आठ सौ साल पहले मोहम्मद गजनवी के साथ भारत आए व बाद में जालंधर में ही बस गए। पार्टीशन के बाद फैसलाबाद में बसने वाले इस संगीत घराने को नुसरत फतेहअली खां व उनके वालिद मुजाहिद अली खान ने कव्वाली के साथ हिंदुस्तानी संगीत को परवान चढ़ाया।

खम्मा खम्मा हो म्हारी रुणिचे रा धनियां थाणे मनावे सारो माडवाड हो सारो गुजरात हो अजमलजी रा कंवरां...खम्मा खम्मा हो म्हारा....



जैसलमेर राजस्थान का सबसे ख़ूबसूरत शहर है और जैसलमेर पर्यटन का सबसे आकर्षक स्थल माना जाता है। जैसलमेर ज़िले की पोकरण तहसील में एक धार्मिक आस्थास्थल है, राजस्थान के प्रसिद्ध लोक देवता रामदेवरा जी की समाधि यहाँ स्थित हैं। कुछ लोगों का यह मत है कि सन् 1458 ई. में रामदेव जी ने यहाँ स्वयं समाधि ली थी। 'रुणेचा' रामदेवरा का प्राचीन नाम है। यहाँ लगने वाला मेला राज्य में साम्प्रदायिक सदभाव का प्रतीक माना जाता है क्योंकि रामदेव जी हिन्दू और मुस्लिम दोनों समुदाय के आराध्य देवता माने जाते हैं। रामदेवरा जी की समाधि के निकट ही बीकानेर के महाराजा गंगासिंह द्वारा 1931 में बनवाया गया भव्य मंदिर स्थित हैं। भादों सुदी दो से भादों सुदी ग्यारह तक यहाँ प्रतिवर्ष एक विशाल मेले का आयोजन किया जाता हैं। इस अवसर पर 'कामड' जाति की स्त्रियों द्वारा किया जाने वाला 'तेरह ताली नृत्य' विशेष आकर्षण होता हैं। ये लोग रामदेव जी के भोपे होते हैं। रामदेवरा रेल और सड़क मार्ग द्वारा प्रमुख नगरों से जुड़ा हुआ हैं।

शनिवार, 9 जून 2012

Madhuban Khushboo Deta Hai (Solo)

Madhuban Khushboo Deta Hai (Solo)

is ishq mohabbat ki kuch hai ajeeb rasme

खैरवाड़ा एसडीएम और रीडर 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार


खैरवाड़ा एसडीएम और रीडर 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार


जयपुर. उदयपुर जिले के खैरवाड़ा के एसडीएम मोहन लाल प्रतिहार एवं उनके रीडर अर्जुन लाल मीणा को एसीबी ने शनिवार को 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। एसडीएम ने रिश्वत की राशि नामांतरण खोलने की एवज में ली थी। एसडीएम प्रतिहार खैरवाड़ा में अगस्त 2011 से कार्यरत थे।

एसीबी के आईजी उमेश मिश्र ने बताया कि इस संबंध में खेरवाड़ा निवासी लक्ष्मी लाल मीना एवं दिनेश मीना ने एसीबी से शिकायत की थी कि उन्होंने पास ही के गांव में आधा बीघा जमीन खरीदी थी। जिसका नामांतरण खुलवाना था। इसके लिए एसडीएम से मिले तो उन्होंने उनके रीडर से बात करने की कही। रीडर ने इसके लिए 25 हजार रुपए मांगे। एसीबी ने मामले का सत्यापन कराया तो सही निकला।

शनिवार को लक्ष्मी लाल एवं दिनेश ने एसडीएम के रीडर अर्जुन लाल को 25 हजार रुपए दिए तो एसीबी के एएसपी राजेन्द्र गोयल के नेतृत्व ने रीडर को दबोच लिया। तब रीडर ने रिश्वत एसडीएम मोहन लाल के लिए लेने को कहा। इस पर एसीबी ने रीडर को एसडीएम के पास रिश्वत की राशि लेकर भेजा। रीडर से एसडीएम ने रुपए ले लिए। तब टीम ने एसडीएम को भी दबोच लिया। शाम तक उनके सरकारी आवास की तलाशी ली जा रही थी।

अफगानी तस्कर को राहत

अफगानी तस्कर को राहत

जोधपुर। हाईकोर्ट ने पाकिस्तान से 21 किलो हेरोईन लेकर भारत आए अफगानी तस्कर को निचली अदालत की ओर से दो मामलों में सुनाई गई सजाएं एक साथ चलाने के आदेश दिए हैं। अदालत के इस आदेश के बाद एनडीपीएस एक्ट एवं फॉरेनर्स एक्ट के अपराध के लिए बारह साल से जेल में बंद काबुल (अफगानिस्तान) निवासी मीर वाइज की रिहाई का रास्ता साफ हो सकेगा।

मीर को जुर्माने के तौर पर 6 लाख रूपए जमा करवाने होंगे। इसके बाद वह वतन-वापसी कर सकेगा। उज्ज्च न्यायालय ने मीर के बेटे नाजेबुर्रहमान की याचिका मंजूर करते हुए सीआरपीसी की धारा-427 के तहत उसके पिता की एनडीपीएस एक्ट के तहत 12 साल एवं फॉरेनर्स एक्ट के तहत 3 साल की सजा साथ-साथ चलाने के आदेश दिए हैं। मीर से पहले उसके साथी खान जमान को हाईकोर्ट की खण्डपीठ ने ऎसी ही राहत दी थी। मीर पर 21 किलो 650 ग्राम एवं खान जमान पर 13 किलो 650 ग्राम हेरोईन श्रीगंगानगर सीमा से भारत में लाने का आरोप है।

क्या था मामला?
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारियों ने गुप्त सूचना के आधार पर 8 दिसम्बर 1999 को सीमा पार से आए दो अफगानी नागरिकों को गिरफ्तार किया। उनके पास एक बैग और सूटकेस में कुल 35 किलो 300 ग्राम हेरोईन बरामद हुई।