सूरजगढ़.राजस्थान पुलिस में चंद्रभान को पहला शहीद होने का गौरव मिला है। इसकी घोषणा करते हुए डीजीपी हरीशचंद्र मीणा ने कहा चंद्रभान को भी वैसा ही बड़ा पैकेज दिया जा रहा है जो देश के लिए जान देने वाले कारगिल शहीदों को मिला है। इससे पुलिस में एक नई परंपरा की शुरुआत हुई है। सूरजगढ़ थाने के सामने शहीद चंद्रभान की प्रतिमा के अनावरण समारोह में उन्होंने घोषणा की कि शहीद के बच्चों की पढ़ाई का पूरा खर्चा राजस्थान पुलिस उठाएगी। बालिग होने पर एक बच्चे को राजस्थान पुलिस में नौकरी भी मिलेगी। बतौर समारोह अध्यक्ष उन्होंने हरियाणा सीमा से सटे काजला में पुलिस चौकी स्थापित करने की भी घोषणा की। इससे पहले सांसद शीशराम ओला ने प्रतिमा का अनावण किया।
उन्होंने कहा कि झुंझुनूं जिले में सबसे ज्यादा शहीद हुए हैं। चंद्रभान ने बहादुरी के साथ लुटेरों का मुकाबला कर शहादत प्राप्त की। जयपुर रेंज के आईजी सौरभ श्रीवास्तव, एसपी कैलाशचंद्र बिश्नोई, जिला प्रमुख हनुमान प्रसाद ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
समारोह में शहीद की माता माली देवी व वीरांगना राजवंती का भी सम्मान किया गया। उल्लेखनीय है कि दो साल पहले नौ जून को बलौदा में बैंक लूटकर भाग रहे हथियारबंद लुटेरों का बहादुरी से मुकाबला करते हुए सूरजगढ़ थाने के सिपाही चंद्रभान शहीद हुए थे।समारोह के बाद ओला ने नगरपालिका में पूर्व चेयरमेन स्व. रिछपाल शर्मा के चित्र का अनावरण भी किया।
राजस्थान पुलिस में नई शुरुआत
राजस्थान पुलिस में अब तक शहीद घोषित करने का कोई प्रावधान नहीं था। सिपाही चंद्रभान की बहादुरी को लेकर डीजीपी हरिशचंद्र मीणा ने राज्य सरकार से शहीद का दर्जा दिए जाने का आग्रह किया था। इसके लिए प्रस्ताव बनाकर भेजे गए। सरकार ने इसे उचित मानते हुए शहीदों को मिलने वाला सबसे बड़ा पैकेज कारगिल शहीद पैकेज सिपाही चंद्रभान को दिए जाने की स्वीकृति दी। इसके साथ ही राजस्थान पुलिस में बहादुरी को सम्मान देने की एक नई शुरुआत हो गई।
जिले में नहर जरूर आएगी
शहीद चंद्रभान के प्रतिमा अनावरण समारोह में भी सांसद शीशराम ओला नहर का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि जिले में नहर जरूर आएगी। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व कांग्रेस अध्यक्ष से मिलकर उन्होंने जिले में नहर लाने की योजना को गति दिलाई है। ब्रॉडगेज के लिए 653 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं। इसके पहले चरण में लुहारु से सीकर तक कार्य प्रगति पर है।
इनकी रही मौजूदगी
समारोह में कलेक्टर जोगाराम, कांग्रेस जिलाध्यक्ष महेंद्रसिंह झाझड़िया, पालिका चेयरमैन सुरेश शर्मा, बलबीर राव, रिटायर्ड कर्नल रामकुमार बिजारणिया, पूर्व प्रधान शेरसिंह नेहरा, नीता यादव, हरपाल सिंह,, राजेंद्र सैन, सत्यवीर सिंह धत्तरवाल आदि मौजूद थे।
परिजनों को दिए कई लाभ
शहीद चंद्रभान के परिजनों को राजस्थान पुलिस द्वारा पैकेज में कई लाभ दिए गए हैं। इनमें विशेष पेंशन अवार्ड के तहत 10 हजार 680 प्रतिमाह मूल पेंशन, एक्सग्रेशिया से नौ लाख रुपए, जिला पुलिस कर्मचारियों का एक दिन का वेतन पांच लाख 83 हजार 640 रुपए, राज्य बीमा से चार लाख 22 हजार 222 रुपए, जीपीएफ से एक लाख 58 हजार 439 रुपए, बकाया पीएल के एक लाख 19 हजार 669 रुपए, ग्रेच्युटी के दो लाख 95 हजार 569 रुपए, सामूहिक दुर्घटना बीमा के दो लाख रुपए, आरपीबीएफ के 43 हजार रुपए, राजस्थान पुलिस कल्याण निधि से एक लाख रुपए, राजस्थान पुलिस कार्मिक कल्याण न्यास से 20 हजार रुपए, आवासन मंडल द्वारा झुंझुनूं में एक आवास मध्यम आय वर्ग बी श्रेणी का, राज्य सरकार द्वारा वीरांगना व शहीद के बच्चों को रोडवेज के निशुल्क पास दिए गए।इसके अलावा वीरांगना को कृषि कार्य के लिए बिजली कनेक्शन तथा विद्यालय का नामकरण किए जाने की भी घोषणा की गई।
उन्होंने कहा कि झुंझुनूं जिले में सबसे ज्यादा शहीद हुए हैं। चंद्रभान ने बहादुरी के साथ लुटेरों का मुकाबला कर शहादत प्राप्त की। जयपुर रेंज के आईजी सौरभ श्रीवास्तव, एसपी कैलाशचंद्र बिश्नोई, जिला प्रमुख हनुमान प्रसाद ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
समारोह में शहीद की माता माली देवी व वीरांगना राजवंती का भी सम्मान किया गया। उल्लेखनीय है कि दो साल पहले नौ जून को बलौदा में बैंक लूटकर भाग रहे हथियारबंद लुटेरों का बहादुरी से मुकाबला करते हुए सूरजगढ़ थाने के सिपाही चंद्रभान शहीद हुए थे।समारोह के बाद ओला ने नगरपालिका में पूर्व चेयरमेन स्व. रिछपाल शर्मा के चित्र का अनावरण भी किया।
राजस्थान पुलिस में नई शुरुआत
राजस्थान पुलिस में अब तक शहीद घोषित करने का कोई प्रावधान नहीं था। सिपाही चंद्रभान की बहादुरी को लेकर डीजीपी हरिशचंद्र मीणा ने राज्य सरकार से शहीद का दर्जा दिए जाने का आग्रह किया था। इसके लिए प्रस्ताव बनाकर भेजे गए। सरकार ने इसे उचित मानते हुए शहीदों को मिलने वाला सबसे बड़ा पैकेज कारगिल शहीद पैकेज सिपाही चंद्रभान को दिए जाने की स्वीकृति दी। इसके साथ ही राजस्थान पुलिस में बहादुरी को सम्मान देने की एक नई शुरुआत हो गई।
जिले में नहर जरूर आएगी
शहीद चंद्रभान के प्रतिमा अनावरण समारोह में भी सांसद शीशराम ओला नहर का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि जिले में नहर जरूर आएगी। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व कांग्रेस अध्यक्ष से मिलकर उन्होंने जिले में नहर लाने की योजना को गति दिलाई है। ब्रॉडगेज के लिए 653 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं। इसके पहले चरण में लुहारु से सीकर तक कार्य प्रगति पर है।
इनकी रही मौजूदगी
समारोह में कलेक्टर जोगाराम, कांग्रेस जिलाध्यक्ष महेंद्रसिंह झाझड़िया, पालिका चेयरमैन सुरेश शर्मा, बलबीर राव, रिटायर्ड कर्नल रामकुमार बिजारणिया, पूर्व प्रधान शेरसिंह नेहरा, नीता यादव, हरपाल सिंह,, राजेंद्र सैन, सत्यवीर सिंह धत्तरवाल आदि मौजूद थे।
परिजनों को दिए कई लाभ
शहीद चंद्रभान के परिजनों को राजस्थान पुलिस द्वारा पैकेज में कई लाभ दिए गए हैं। इनमें विशेष पेंशन अवार्ड के तहत 10 हजार 680 प्रतिमाह मूल पेंशन, एक्सग्रेशिया से नौ लाख रुपए, जिला पुलिस कर्मचारियों का एक दिन का वेतन पांच लाख 83 हजार 640 रुपए, राज्य बीमा से चार लाख 22 हजार 222 रुपए, जीपीएफ से एक लाख 58 हजार 439 रुपए, बकाया पीएल के एक लाख 19 हजार 669 रुपए, ग्रेच्युटी के दो लाख 95 हजार 569 रुपए, सामूहिक दुर्घटना बीमा के दो लाख रुपए, आरपीबीएफ के 43 हजार रुपए, राजस्थान पुलिस कल्याण निधि से एक लाख रुपए, राजस्थान पुलिस कार्मिक कल्याण न्यास से 20 हजार रुपए, आवासन मंडल द्वारा झुंझुनूं में एक आवास मध्यम आय वर्ग बी श्रेणी का, राज्य सरकार द्वारा वीरांगना व शहीद के बच्चों को रोडवेज के निशुल्क पास दिए गए।इसके अलावा वीरांगना को कृषि कार्य के लिए बिजली कनेक्शन तथा विद्यालय का नामकरण किए जाने की भी घोषणा की गई।
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