मंगलवार, 27 मार्च 2012

पति-पत्नी के संबंधों पर छपि इस किताब से मचा बवाल


हैप्‍पी मैरेड लाइफ टिप्‍स पर दुनिया में हजारों किताबें लिखी गई हैं लेकिन आजकल इंग्लैंड में छपि किताब ' द गिफ्ट फॉर मुस्लिम कपल ' पर बवाल मचा हुआ है। इस गाइड में पत्नी को पीटने के ' बेहतर तरीके ' बताए गए हैं। इस किताब में लिखा गया है कि पति को हाथ से या छड़ी से पत्नी को पीटना चाहिए साथ ही पत्नी की कान खिंचाई भी उसे दंडित करने का बेहतर तरीका हो सकता है। इस किताब के लेखक मौलवी अशरफ अली थानवी हैं। थानवी को इस्लामिक विद्वान माना जाता है। उनकी यह किताब 160 पेज की है। किताब में पति को यह भी हिदायद दी गई है कि उसे अपनी पत्नी के साथ प्यार से और नरम तरीके से पेश आना चाहिए, भले ही पत्नी बेवकूफ जैसा व्यवहार क्यों न करे। हैप्‍पी मैरेड लाइफ टिप्‍स पर दुनिया में हजारों किताबें लिखी गई हैं लेकिन आजकल इंग्लैंड में छपि किताब ' द गिफ्ट फॉर मुस्लिम कपल ' पर बवाल मचा हुआ है। इस गाइड में पत्नी को पीटने के ' बेहतर तरीके ' बताए गए हैं। इस किताब में लिखा गया है कि पति को हाथ से या छड़ी से पत्नी को पीटना चाहिए साथ ही पत्नी की कान खिंचाई भी उसे दंडित करने का बेहतर तरीका हो सकता है। इस किताब के लेखक मौलवी अशरफ अली थानवी हैं। थानवी को इस्लामिक विद्वान माना जाता है। उनकी यह किताब 160 पेज की है। किताब में पति को यह भी हिदायद दी गई है कि उसे अपनी पत्नी के साथ प्यार से और नरम तरीके से पेश आना चाहिए, भले ही पत्नी बेवकूफ जैसा व्यवहार क्यों न करे।

‘राजस्थानी रै बिना गूंगो राजस्थान’

राजस्थान दिवस पर प्रदेशभर से एक साथ उठेगी राजस्थानी को मान्यता की आवाज
‘राजस्थानी रै बिना गूंगो राजस्थान’ का लगेगा नारा, नारे की मुखपत्ती
लगाकर कार्यकर्त्ता देंगे तहसील व जिला मुख्यालयों पर ज्ञापन
राजस्थान दिवस के अवसर पर 30 मार्च को राजस्थानी भाषा को मान्यता की आवाज
प्रदेशभर से एक साथ उठेगी। अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष
समिति की ओर से इस दिन प्रदेश के सभी जिला व तहसील मुख्यालयों पर ज्ञापन
दिए जाएंगे। इसके लिए संघर्ष समिति के प्रदेशाध्यक्ष के.सी. मालू,
अंतरराष्ट्रीय संयोजक प्रेम भंडारी प्रदेश संयोजक प्रो. कल्याण सिंह
शेखावत व संस्थापक तथा अंतरराष्ट्रीय संगठक लक्ष्मणदान कविया सहित सभी
कार्यकर्त्ता तैयारियों में जुटे हुए हैं।
समिति के प्रदेश प्रदेश महामंत्री डॉ. राजेन्द्र बारहठ के अनुसार इस
दिन ‘राजस्थानी रै बिना गूंगो राजस्थान’ संघर्ष का मुख्य नारा रहेगा तथा
सभी कार्यकर्त्ता ज्ञापन सौंपते वक्त यह नारा लिखी मुखपत्ती अपने मुख पर
लगाए रखेंगे। संघर्ष समिति के सभी घटक राजस्थानी मोट्यार परिषद,
राजस्थानी महिला परिषद, राजस्थानी चिंतन परिषद, राजस्थानी फिल्म परिषद,
राजस्थानी खेल परिषद, राजस्थानी लोक कलाकार परिषद तथा मातृभाषा राजस्थानी
छात्र मोर्चा के कार्यकर्ता इसमें सक्रिय भूमिका निभाएंगे और
प्रधानमंत्री व केन्द्रीय गृहमंत्री के नाम राजस्थानी भाषा को संवैधानिक
मान्यता की मांग के ज्ञापन देंगे। साथ ही केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण
मंत्री अंबिका सोनी के नाम राजस्थान दूरदर्शन का नाम डीडी राजस्थान से
डीडी राजस्थानी करने तथा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम राजस्थानी भाषा,
साहित्य, संस्कृति व शिक्षा को बढ़ावा दिए जाने संबंधी 17 सूत्री ज्ञापन
भी दिए जाएंगे।

ओलंपियन कृष्णा पूनियां हुई धोखाधड़ी की शिकार


जयपुर।राजस्थान में मल्टीलेवल मार्केटिंग कंपनियों का फर्जीवाड़े का थमने का नाम ले रहा हैं। ऐसा ही और मामला उजागर हुआ है। इस बार धोखाधड़ी की शिकार हुई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी कृष्ण पूनियां।
भीलवाड़ा की ज्वैलर्स कंपनी में रुपए निवेश कर चार गुना मुनाफा कमाने के झांसे में आई एथलीट खिलाड़ी कृष्णा पूनियां व उनके पति वीरेंद्र पूनियां से करीब पांच लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। कृष्णा पूनियां ने सदर थाने में ज्वैलर्स कंपनी के डायरेक्टर व दो एजेंटों के खिलाफ धोखाधड़ी कर रुपए हड़पने का मुकदमा दर्ज कराया है। मामले की जांच एसीपी सदर बजरंग सिंह को सौंपी गई है।
पुलिस के मुताबिक वर्ष 2010 में सदर इलाके में रहने वाले प्रेमप्रकाश अग्रवाल ने कृष्णा पूनियां को बताया कि वह भीलवाड़ा की साजन ज्वैलर्स ट्रेड लिंक कंपनी में एजेंट है। उनकी कंपनी में रुपए निवेश करने पर चार गुना तक मुनाफा कमाने का झांसा भी दिया। इस पर कृष्णा ने बैंक खाते से करीब 6 लाख रुपए निकालकर कंपनी में जमा करा दिए। इसके बाद मल्टीलेवल मार्केटिंग कंपनियों के ठगी के कारनामे उजागर होने पर विनोद ने प्रेमप्रकाश से संपर्क किया, तो उन्होंने एक लाख रुपए लौटा दिए।
इसके बाद वह शेष रुपयों को देने के लिए काफी दिनों तक टालमटोल करता रहा। बाद में, आरोपी प्रेमप्रकाश ने विनोद को ढाई ढाई लाख रुपए के दो चैक दे दिए। जो कि बाउंस हो गए। वहीं, विनोद व पूनियां दंपती को पता चला कि भीलवाड़ा जिले व जयपुर के सोढ़ाला थाने में साजन ज्वैलर्स कंपनी के डायरेक्टर रामेश्वर हैडा के खिलाफ धोखाधड़ी कर रुपए हड़पने के मामले दर्ज हुए है। भीलवाड़ा पुलिस ने डायरेक्टर को गिरफ्तार भी कर लिया है। तब विनोद ने सदर थाने में मुकदमा दर्ज कराया।

सिरोही 69 किलो अफीम का दूध बरामद


सिरोही  राजस्थान के सिरोही जिले की रेवदर पुलिस ने जीप में दो व्यक्तियों से करीब 69 किलो अफीम का दूध बरामद कर उन्हें गिरफ्तार किया है। बरामद अफीम के दूध की इन्टरनैशनल मार्केट में कीमत करीब 35 लाख रूपये है।

सिरोही जिले के एसपी कैलाश चन्द्र विश्नोई ने बताया कि नाकेबन्दी के दौरान जीप के वाहन चालक पवन कुमार निवासी सरथल, जिला चित्तौडगढ तथा रमेश कुमार निवासी सामली, जिला चित्तौडगढ को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि जीप में दो बोरों में 16 प्लास्टिक की थैलियों में भरा अफीम का दूध जब्त किया गया है।

पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर के अथक प्रयासो से जैसलमेर के लिए बजट 2012 में 02 नये थाने स्वीकृत


पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर के अथक प्रयासो से जैसलमेर के लिए बजट 2012 में 02 नये थाने स्वीकृत 
अब महिलाओं को मिलेगी सम्पूर्ण सुरक्षा 
रामदेवरा में होगी पुलिस की माकूल व्यवस्था 


गत कुछ समय से पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता बिश्नोई के द्वारा लगातार उच्चधिकारियों एवं राजस्थान सरकार से सम्पर्क बनाकर जिले में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने हेतु एवं जिले में महिलाओं पर बने वाले अपराधो पर रोक लगाने तथा जिले में विश्व विख्यात रामदेवरा मेला में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने हेतु महिला थाना एवं रामदेवरा चौकी की जगह रामदेवरा में थाना स्वीकृत हुआ। 


जिला जैसलमेर में महिला पुलिस थाना 


जिला जैसलमेर में कुछ समय से महिलाओं पर चल रहे अत्याचार एवं महिला के साथ होने वाले अपराधो (बलात्कार, दहेज हत्या, महिला उत्पीडन) को देखते हुए। पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता बिश्नोई द्वारा उक्त वारदातो को गम्भीरता से लेते हुए। महिलाओ के विरूद्ध होने वाले अपराधो की कार्यवाही जल्द से जल्द हो सके, जिसके लिए राज्य के उच्चाधिकारियों से एवं राजस्थान सरकार से लगातार सम्पर्क बनाकर जैसलमेर में महिला पुलिस थाना खोलने की मुहीम छेडी। जिसके मदेनजर माननीय मुख्यमंत्री राजस्थान, सरकार द्वारा हाल ही में पेश किये गये राजस्थान बजट 2012 में जैसलमेर में महिला पुलिस थाना की घोषणा कि उक्त थाने की स्थापना के बाद जिले में महिलाओं के विरूद्ध अपराधो में कमी आयेगी तथा महिलाओ के विरूद्ध होने वाले अपराधो की कार्यवाही जल्द से जल्द की जावेगी। 


जिला जैसलमेर में रामदेवरा में पुलिस चौकी को क्रमोन्नत कर स्वीकृत किया पुलिस थाना 


जिला जैसलमेर के गॉव रामदेवरा में हर वर्ष भादवा माह के शुक्ल पक्ष में विश्व विख्यात रामदेवरा मैला का आयोजन किया जाता है। उक्त मेले में विश्व के हर कोने से दर्शनार्थी दर्शन हेतु आते है। मैला के अलावा भी रामदेवरा में हमेशा दर्शनार्थियो की भीड़ रहती है। उक्त मेले में कानून एवं शांति व्यवस्था हेतु अभी पुलिस चौकी हैं। जिसमें पुलिस का जाब्ता पर्याप्त मात्रा में नहीं है। जिससे मेंले में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने में काफी दिक्कत का सामान करना पडता है। हाल के समय में जिला जैसलमेर के पुलिस अधीक्षक पद पर ममता बिश्नोई के पदस्थापन के बाद पुलिस अधीक्षक द्वारा रामदेवरा मेला कानून एवं शांति व्यवस्था का जायजा लिया गया तथा रामदेवरा में व्यवस्थाओं को देखते हुए पुलिस चौकी रामदेवरा को क्रमोन्नत करवा कर पुलिस थाना स्थापित करवाने हेतु पुलिस के उच्चाधिकारियों एवं राजस्थान सरकार से लगातार सम्पर्क बनाया गया। रामदेवरा में पुलिस थाना स्थापित करने हेतु बारबार पत्राचार किया गया। उक्त सभी प्रयासो के कारण माननीय मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार द्वारा राजस्थान बजट 2012 में रामदेवरा पुलिस थाना के घोषणा की गई। रामदेवरा में पुलिस थाना स्थापित होने के बाद रामदेवरा मेंला में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने में सहायता मिलेगी। इसके साथसाथ रामदेवरा एनएस15 पर स्थापित होने से हाईवे रोड पर भी कानून एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने में काफी सहायता मिलेगी। 

पत्नी का सेक्स से इनकार, पति के तलाक का आधार

एक मामले में हाई कोर्ट ने पत्नी के सेक्स से इनकार को पति पर मानसिक क्रूरता मानते हुए तलाक के पक्ष में फैसला दिया। 17 फरवरी 1991 को सुरेश और रेखा (बदले हुए नाम) की शादी हुई। सुरेश ने निचली अदालत में तलाक की अर्जी दाखिल करते हुए कहा कि उनकी पत्नी का बर्ताव शादी के बाद से ही ठीक नहीं था। उनकी पत्नी ने उनके साथ संबंध बनाने में उदासीन रवैया अपनाया और शादी के रस्मो-रिवाज में भी हिस्सा नहीं लिया। इतना ही नहीं, 14 अप्रैल 1992 को वह बिना बताए मायके चली गईं। divorce-sex.jpg 
रेखा का आरोप था कि शादी के फौरन बाद उन्हें दहेज के लिए ताना दिया गया और पति ने शारीरिक संबंध के बारे में जो भी आरोप लगाए हैं, वे गलत हैं। रस्मो-रिवाज में भी उन्होंने हिस्सा लिया था। सुरेश के फेवर में निचली अदालत ने तलाक की डिक्री दी, जिसे रेखा ने हाई कोर्ट में चुनौती दी थी।

हाई कोर्ट ने इस मामले पर चिंता जाहिर की और कहा, 'शादी से जुड़े विवादों में अक्सर यह पता लगाना मुश्किल होता है कि कपल में से कौन सही बोल रहा है। इस मामले में जो भी बातें कोर्ट के सामने कही जाती हैं, वे आम तौर पर मौखिक होती है। घर के अंदर क्या हो रहा है, यह कपल ही बेहतर जानते हैं। इनके बीच आपसी संबंध बने या नहीं या फिर कितनी बार बने, यह भी कपल ही बता सकता है। संबंध के लिए दोनों में से किसने इनकार किया या नहीं, यह सब इनके बयानों पर आधारित होता है।'

हाई कोर्ट ने अपने फैसले में कहा, 'शादीशुदा जिंदगी में सेक्स से जुड़ी परेशानियां संक्रामक बीमारी बनती जा रही हैं। कहीं न कहीं शहरी माहौल कपल पर दबाव डालता है। यह सब शादी के पवित्र रिश्ते और अटूट बंधन को कमजोर कर रहा है। सेक्स रिलेशंस में खुश न रह पाने की वजह से कई कपल तलाक ले रहे हैं।' हाई कोर्ट ने यह कॉमेंट करते हुए क्रुएलिटी के आधार पर पति के फेवर में तलाक की डिक्री दिए जाने के निचली अदालत के फैसले को सही ठहराया।

हाई कोर्ट के जस्टिस कैलाश गंभीर ने अपने फैसले में कहा कि इस मामले में पेश सबूतों से यह बात सामने आ रही है कि पति के साथ मानसिक प्रताड़ना हुई है और निचली अदालत के फैसले में दखल देने की जरूरत नहीं है।

कोर्ट ने कहा कि मौजूदा मामले में सुरेश ने कहा कि उनकी पत्नी रेखा ने शादी के बाद पहली रात संबंध बनाने से इनकार किया। इतना ही नहीं शादी के बाद 5 महीने में सिर्फ 10 से 15 बार संबंध बनाए और यह सब क्रुएलिटी के दायरे में आता है। साथ ही सुरेश ने यह भी साबित किया कि उसकी पत्नी रेखा ने शादी के बाद के तमाम रीति-रिवाजों में भाग नहीं लिया। इसके लिए सुरेश ने तमाम सबूत पेश किए और कहा कि यह सब क्रुएलिटी के दायरे में आता है। वहीं दूसरी तरफ रेखा ने अपने बयानों को साबित नहीं किया। साथ ही वह दहेज डिमांड को भी साबित नहीं कर पाई।

हाई कोर्ट ने कहा, 'इस मामले में पेश किए गए तमाम सबूतों से यह ऑपिनियन बन रही है कि सुरेश कहीं न कहीं मेंटल क्रुएलिटी के शिकार हुए हैं। इस मामले में निचली अदालत के ऑर्डर में कुछ भी गैर कानूनी नहीं है और निचली अदालत का फैसला बरकरार रखा जाता है। रेखा की अपील खारिज की जाती है।'

कब और कैसे धारण करें किसी भी रत्न/स्टोन/जेम्स को.

कब और कैसे धारण करें किसी भी रत्न/स्टोन/जेम्स को..
जानिए की कोनसा रत्न होगा आपके लिए लाभकारी....



कैसे काम करते है रत्न..


रत्न धारण करना एक विज्ञानं सम्मत उपाय है ! पहना हुआ रत्न सम्बंधित ग्रहों की प्रसारित किरणों को ग्रहण करके मनुष्य के शरीर में पहुचाता है ! जन्मपत्रिका में शुभ एवं योगकारक ग्रहों के रत्न पहनने से हमें लाभ होता हे , इसके विपरीत अशुभ एवं अयोगकारक ग्रहों जैसे ४थे , ८वे ,१२वे भाव के स्वामी ग्रहों के रत्न पहनने से व्यक्ति को हनी भी पहुच सकती है ! रत्न धारण करने के अलग अलग आधार ज्योतिषी अपने आधार अपनाता है ! कुछ ज्योतिषी केवल महादशा देखकर महादशा स्वामी का रत्न धारण करने की सलाह देते है , जो की 100 प्रतिशत गलत है ! क्यूंकि ऐसे में महादशा स्वामी मारक भाव का स्वामी होगा तो निश्चित ही हानि देगा


रत्न कोई भी हो अपने आपमें प्रभावशाली होता है। हीरा शुक्र को अनुकूल बनाने के लिए होता है तो नीलम शनि को। इसी प्रकार माणिक रत्न सूर्य के प्रभाव को कई गुना बड़ा कर उत्तम फलदायी होता है। मोती जहाँ मन को शांति प्रदान करता है ‍तो मूँगा उष्णता को प्रदान करता है। इसके पहनने से साहस में वृद्धि होती है।
रत्नों में मुख्यतः नौ ही रत्न ज्यादा पहने जाते हैं। सूर्य के लिए माणिक, चन्द्र के लिए मोती, मंगल के लिए मूँगा, बुध के लिए पन्ना, गुरु के लिए पुखराज, शुक्र के लिए हीरा, शनि के लिए नीलम, राहु के लिए गोमेद, केतु के लिए लहसुनियाँ।
जन्मपत्रिका के आधार पर व ग्रहों की स्थितिनुसार संयुक्त रत्न पहन कर उत्तम लाभ पाया जा सकता है। संयुक्त रत्न में माणिक-पन्ना, पुखराज-माणिक, मोती-पुखराज, मोती-मूँगा, मूँगा-माणिक, मूँगा-पुखराज, पन्ना-नीलम, नीलम-हीरा, हीरा-पन्ना, माणिक-पुखराज-मूँगा, माणिक-पन्ना, मूँगा भी पहना जा सकता है।


क्या नहीं पहना जा सकता इसे भी जान लेना आवश्यक है..???
लहसुनियाँ-हीरा, मूँगा-नीलम, नीलम-माणिक। संयुक्त रत्न तभी पहने जाते है जब जन्मपत्रिका में देख व अनुकूल ग्रहों की अवस्था हो या दशा-अन्तर्दशा चल रही है। ऐसी स्थिति में श्रेष्‍ठ फलदायी होते हैं।


पुखराज तर्जनी में ही क्यों पहनने की सलाह देते हैं?
- क्योंकि कोई भी व्यक्ति धमकी, निर्देश आदि देता है तो इसी उँगली से देता है। यही उँगली लड़ाई का भी कारण बनती है, तो होशियार करने के लिए भी काम आती है। इसलिए गुरु का रत्न पुखराज पहनने की सलाह दी जाती है। पुखराज पहनने से उस जातक में गंभीरता आती है। साथ ही वह अन्याय के प्रति सजग हो जाता है। यह धर्म-कर्म में भी आस्था जगाता है। गुरु का प्रभाव बढ़ाने और उसके अशुभ प्रभाव को खत्म करने के लिए पुखराज पहना जाता है।


अधिकांश व्यक्ति पुखराज पहनते हैं इनमें प्रमुख राजनेता, प्रशासनिक अधिकारी, न्यायाधीश, मंत्री, राजनायक, अभिनेता आदि की उँगली में देखा जा सकता है। पुखराज के साथ माणिक पहना जाए तो अति शुभ फल भी मिल सकते हैं। मध्यमा में नीलम धारण करते है व इसके अलावा कोई भी रत्न नहीं पहनना चाहिए अन्यथा शुभ परिणाम नहीं मिलते। इस उँगली पर ही आकर भाग्य रेखा खत्म होती है जिनकी भाग्य रेखा न हो वे किसी जानकार से सलाह लेकर नीलम पहन कर लाभ पा सकते हैं।


पुखराज रत्न सभी रत्नों का राजा है। इसे पहनने वाला प्रतिष्‍ठा पाता है व उच्च पद तक आसीन हो सकता है। अपनी योग्यतानुसार रत्न पहनने से कार्य में आने वाली बाधाओं को दूर कर राह आसान बना देते हैं। यूँ तो रत्न अधिकांश अलग-अलग व अलग-अलग धातुओं में पहने जाते है। लेकिन मेरे अनुभव से संयुक्त रत्न पहनवाकर कईयों को व्यापार में उन्नति, नौकरी में पदोन्नति, राजनीति में सफलता, कोर्ट-कचहरी में सफलता, शत्रु नाश, कर्ज से मुक्ति, वैवाहिक ‍तालमेल में बाधा को दूर कर अनुकूल बनाना, संतान कष्ट, विद्या में रुकावटें, विदेश, आर्थिक उन्नति आदि में सफल‍ता दिलाई।


नीलम शनि के शुभ फल देने में सहायक होता है, यह अक्सर लोहे के व्यवसायी, प्रशासनिक व्यक्ति, राजनेता भी पहने देखे जा सकते है। इसके बारे में यह कहावत है कि यह रत्न तुरन्त फलदायी होता है व इसका शुभ या अशुभ परिणाम शीध्र देने में सक्षम हैं। यह रत्न बगैर किसी जानकार की सलाह के नहीं पहनना चाहिए।


माणिक अनामिका में पहना जाता है, यह सूर्य का रत्न है। बर्मा का माणिक अधिक महँगा होता है, वैसे आजकल कई नकली माणिक भी बर्मा का कहकर बेच देते हैं। बर्मा का माणिक अनार के दाने के समान होता है। इसके पहनने से प्रशासनिक, प्रभाव में वृद्धि व शत्रुओं को परास्त करने में भी सक्षम है। इसे भी नेता राजनीति से संबंध रखने वाले, उच्च पदाधिकारी, न्यायाधीश, कलेक्टर आदि की उँगली में देखा जा सकता हैं।


कनिष्का उँगली में पन्ना पहना जाता है। यह बौधिक गुणों को बढ़ाता है, जिसे बिजनेसमैन ज्यादा पहनते हैं। इसको पहनने से पत्रकारिता, सेल्समैन, प्रकाशन, दिमागी कार्य करने वाले, कलाकार, वाकपटु व्यक्ति भी पहनते हैं।


हीरा, मोती, मूँगा, गोमेद व लहसुनियाँ। मूँगा ऊर्जा बढ़ाने वाला, साहस, महत्वाकाँक्षा में वृद्धि व शत्रुओं पर प्रभाव डालने वाला होता है। इसके मित्र गुरु, सूर्य हैं व मकर में उच्च का होने से इसे मध्यमा, तर्जनी व अनामिका में धारण किया जाता है। इसको अक्सर राजनीतिज्ञ, पुलिस प्रशासन से जुडे व्यक्ति व उच्च पदाधिकारी, भूमि से संबंधित व्यक्तिगण, बिल्डर, कॉलोनाइजर आदि द्वारा पहना हुआ देखा जा सकता है। इसे माणिक, पुखराज के साथ भी धारण कर सकते हैं। जिन्हें गुस्सा अधिक आता हो वे इस रत्न को ना पहने। मूँगे को मोती के साथ भी या संयुक्त रत्न की अँगूठी पहनी जा सकती है।


कनिष्का उँगली में मोती पहनना शुभ फलदायी रहता है, क्योंकि कनिष्का उँगली के ठीक नीचे चन्द्र पर्वत है। इस कारण चन्द्र के अशुभ परिणाम व शुभत्व के लिए शुभ रहता है। उसे अनामिका में नहीं पहनना चाहिए। गुरु की उँगली तर्जनी में भी पहन सकते हैं। यह रत्न मन को अशान्ति से बचाता है व जिन्हें ज्यादा गुस्सा आता हो, जो जल कार्य से जुड़े व्यक्ति, दूध व्यवसायी, सफेद वस्तुओं के व्यवसाय से जुडे़ व्यक्ति भी पहन सकते हैं। इसे पुखराज के साथ व माणिक के साथ भी पहना जा सकता है।


हीरा रत्न अत्यन्त महंगा व दिखने में सुन्दर होता है। इसे गुरु की उँगली तर्जनी में पहनते हैं, क्योंकि तर्जनी उँगली के ठीक नीचे शुक्र पर्वत होता है। शुक्र के अशुभ प्रभाव को नष्ट कर शुभ फल हेतु हीरा पहनते हैं। इसे कलाकार, सौंदर्य प्रसाधन से जुडे़ व्यक्ति, प्रेमी, इंजीनियर, चिकित्सक, कलात्मक वस्तुओं के विक्रेता आदि पहन सकते हैं।


राहु का रत्न गोमेद कनिष्का में पहनना चाहिए क्योंकि मिथुन राशि में उच्च का होने से बुध की उँगली कनिष्का में पहनना शुभ फलदायी रहता है। इसे राजनीति, जासूसी, जुआ-सट्टा, तंत्र-मंत्र से जुडे़ व्यक्ति आदि पहनते हैं। यह राहु के अशुभ प्रभाव को दूर करता है।


लहसुनियाँ रत्न तर्जनी में पहनना चाहिए क्योंकि गुरु की राशि धनु में उच्च का होता है। यह ऊँचाइयाँ प्रदान करता है व शत्रुहन्ता होता है। इस रत्न को हीरे के साथ कभी भी नहीं पहनना चाहिए, क्योंकि इससे बार-बार दुर्घटना के योग बनता रहेगा।


कभी-कभी व्यापार नहीं चल रहा हो, अच्छी सफलता नहीं मिल रही हो तो चार रत्न यथा पुखराज-मूँगा, माणिक व पन्ना पहनें तो सफलता मिलने लग जाती है। रत्नों की सफलता तभी मिलती है जब शुभ मुहूर्त में उसी के नक्षत्र में बने हो या जो ग्रह प्रभाव में तेज हो उसके नक्षत्र में बने हो व पहनने का भी उसी ग्रह के नक्षत्र में हो तब लाभ भी कई गुना बढ़ जाता है।


गलत मानसिकता...???????

आमतौर पर लोग मोती रत्न पहन लेते है , जब उनसे पूछा जाता है की यह रत्न आपने क्यों पहना तो 95 प्रतिशत लोगो का जबाब होता है की " मुझे गुस्सा बहुत आता है , गुस्सा शांत रहे इसलिए पहना है" यह बिलकुल गलत है ! मोती रत्न चन्द्रमा ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है , और यह ग्रह आपकी जन्मकुंडली में शुभ भी हो सक्ता है और अशुभ भी ! यदि चंद्रमा शुभ ग्रहों के साथ शुभ ग्रहों की राशि में और शुभ भाव में बैठा होगा तो निश्चित ही मोती रत्न आपको फायदा पहुचाएगा ! इसके विपरीत अशुभ ग्रहों के साथ होने से शत्रु ग्रहों के साथ होने से मोती नुसकान भी पंहुचा सकता है! इसी तरह गुरु ग्रह को विवाह का करक ग्रह मानकर व्यक्ति गुरु ग्रह का रत्न पुखराज पहनता है ताकि विवह में आने वाली बाधा दूर हो जाए !लेकिन यदि गुरु ६ टे भाव का होगा जो की ७वे भाव से १२ पड़ता है तो गुरु रत्न पुखराज विवाह में देरी के लिए जिम्मेदार होगा और वैवाहिक जीवन को हानि पहुचाएगा ! दोस्तों सभी ग्रह अच्छे होते है और सभी ग्रह बुरे या अशुभ ! ये बिल्कुल गलत है की गुरु ग्रह हमेशा शुभ फल देगा और राहू शनि हमेशा अशुभ फल देंगे ! वास्तव में इन ग्रहों की शुभता अशुभता जन्मकुंडली में बैठने पर निर्भर होती है , इसलिए कोई भी रत्न धारण करने से पहले वह रत्न आपके लिए शुभ है या नहीं और उससे होने वाले फायदे नुकसान अवश्य जाने

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स्वामी विशाल चैतन्य (पंडित दयानन्द शास्त्री )
Mob.--

---09411190067(UTTARAKHAND);;

टीम अन्ना को मुलजिम की तरह सदन में पेश करो: मुलायम



नई दिल्ली. समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने टीम अन्ना पर हमला करते हुए मंगलवार को लोकसभा में कहा कि जिन लोगों ने संसद का अपमान किया है, उन्हें मुलजिम की तरह सदन में लाया जाए और उनसे पूछा जाए।
 
वहीं, जेडी (यू) के नेता शरद यादव ने मंगलवार को लोकसभा में कहा, 'मैं 40 साल से किसानों, मजदूरों और बेरोजगारों की लड़ाई लड़ रहा हूं।' उन्होंने अन्ना हजारे की तरफ इशारा करते हुए कहा, 'मैं किसी फकीर से कम नहीं हूं।' संसद में बैठे नेताओं के लिए अपमानजनक टिप्पणियों पर बोलते हुए यादव ने कहा, 'जिस तरह का समाज होगा, वैसे ही नेता संसद में आएंगे। आप समाज को बदलिए। सांसद आसमान से संसद में नहीं आते हैं।' यादव ने कहा, 'संसद चुनाव आयोग की तरह एक संस्था है। इस पर हमला नहीं होना चाहिए। इसका सम्मान बरकरार रहना चाहिए। यह जिम्मेदारी लोकसभा अध्यक्ष आपकी है।' शरद यादव ने टीम अन्ना के खिलाफ प्रस्ताव लाने के लिए लोकसभा में मंगलवार की सुबह नोटिस दिया था।

नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूख अब्दुल्लाह ने टीम अन्ना के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि यदि मुझ पर एक रुपए का भी भ्रष्टाचार साबित हो जाता है तो मैं न सिर्फ संसद को छोड़ दूंगा बल्कि राजनीति ही छोड़ दूंगा।

टीम अन्ना के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए डीएमके के सांसद टीकेएस एलनगोवन ने कहा कि लोगों की भीड़ देखकर जोकर का नाटक बढ़ जाता है। टीम अन्ना भी ऐसा ही कर रही है। मैं मुलायम सिंह यादव जी की राय से सहमत हूं, टीम अन्ना को मुलजिम बनाकर सदन में पेश कराया जाए।
राष्ट्रीय जनता दल के रघुवंश प्रसाद सिंह ने संसद सदस्यों के टीम अन्ना के मंच पर जाने पर टिप्पणी करते हुए कहा कि हमारे बीच भी लोग हैं जो राजनीतिक फायदा उठाने के लिए फुदक कर जंतर-मंतर पहुंच जाते हैं। एक बार नहीं दो-तीन बार चले जाते हैं। संसद देश की जनता और लोकतंत्र का प्रतीक है इसे कोई हिला नहीं सकता, कोई जरा सा बोल दिया तो उसे बेवजह इतना तूल दिया जा रहा है। हम लोगों को जनता के कामों और समस्याओं पर लगा रहना चाहिए, सिरफिरे लोगों की बातों को इतना तूल नहीं देना चाहिए।



वहीं शिवसेना के सांसद आनंद राव अंसुल ने कहा कि अन्ना की मानसिकता यह हो गई है कि वो खुद को संसद से भी बड़ा बता रहे हैं। अब वो सदन का घोर अपमान करने का भी काम कर रहे हैं। अन्ना और उसके साथियों को सदन में बुलवाकर माफी मंगवाई जानी चाहिए।

बहस के अंत में लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहा कि सांसदों का चुनाव देश की जनता अपनी बुद्धि से करती है। सदन की महिमा के खिलाफ कही गई कोई भी बात बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस ने भी टीम अन्ना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। कांग्रेस के सांसद जगदंबिका पाल ने टीम अन्ना के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया। जबकि इसी पार्टी के सांसद वीरभद्र सिंह ने अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखकर उनके खिलाफ अवमानना का मुकदमा दायर करने की चेतावनी दी है। देवास लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के ही एक अन्य सांसद सज्जन सिंह वर्मा ने 17 मार्च को सांसदों को 'बलात्कारी, हत्यारे और लुटेरे' कहने पर टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल के खिलाफ विशेषाधिकार हनन को नोटिस दिया था। लेकिन केजरीवाल ने अब तक इस नोटिस का जवाब नहीं दिया है।

राष्ट्रीय जनता दल के सांसद राजनीति प्रसाद ने भी टीम अन्ना पर हमला बोला है। 31 दिसंबर, 2011 को राज्यसभा में लोकपाल ड्राफ्ट बिल को फाड़ने वाले प्रसाद ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि टीम अन्ना के सदस्यों को सांसदों के खिलाफ टिप्पणी करने के लिए जेल में भेज देना चाहिए। गौरतलब है कि सोमवार को टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने पूछा था कि जब संसद में बिल फाड़े जाते हैं तो क्या संसद का अपमान नहीं होता है? उन्होंने कहा था कि अन्य सांसद बिल फाड़े जाने से सदस्यों को रोकते क्यों नहीं हैं।

बीते रविवार को दिल्ली में अन्ना हजारे के एक दिन के अनशन के दौरान मनीष सिसोदिया ने शरद यादव के खिलाफ उनका वीडियो दिखाते हुए आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिस पर सोमवार को संसद में जमकर हंगामा हुआ था।

संसद में विभिन्न पार्टियों के टीम अन्ना के खिलाफ लामबंद होने पर टीम अन्ना ने भी अपना रुख कड़ा करने का संकेत दिया है। टीम के प्रमुख सदस्य अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए कहा है, 'आज अच्छे सांसद आपराधिक पृष्ठभूमि वाले 162 सांसदों का समर्थन करेंगे या फिर वे संसद को साफ करने की मांग करेंगे? पूरा देश आज यही देखेगा।'

मंगलवार को लोकसभा में अलग तेलंगाना राज्य की मांग और प्रमुख जनरल वीके सिंह को घूस की पेशकश के आरोप के मुद्दे पर शोरशराबा हुआ। तेलूगुदेशम पार्टी के सांसदों ने तेलंगाना के मुद्दे पर चर्चा कराने के लिए प्रश्नकाल स्थगित करने के लिए नोटिस दिया था। वहीं, बीजेपी ने सेनाध्यक्ष के आरोप की जांच की मांग करते हुए लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा किया। पार्टी ने प्रश्नकाल स्थगित कर इस मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की।

अमेरिका में नौकरी के लिए अंतर्राष्ट्रीय भाषाओँ में राजस्थानी भी!

अमेरिका में नौकरी के लिए अंतर्राष्ट्रीय भाषाओँ में राजस्थानी भी!

भारत में अमेरिका के प्रभारी राजदूत ए.पीटर बरली सोमवार को जोधपुर पहुंचे। एयरपोर्ट पर राना के मीडिया चेयरमैन प्रेम भंडारी ने उनका स्वागत किया। उन्होंने बरली के समक्ष अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का इस बात के लिए आभार जताया कि अमेरिका में नौकरी के लिए अधिकृत अंतरराष्ट्रीय भाषाओं में राजस्थानी को भी शामिल किया गया है।

भंडारी ने कहा कि विदेशों में तो राजस्थानी भाषा को महत्व दिया जा रहा है लेकिन अपने ही देश में इसे अब तक संविधान की आठवीं अनुसूची में स्थान नहीं मिल पाया है। उन्होंने राज्य सरकार से अपील की कि राजस्थानी भाषा को जल्द से जल्द आठवीं अनुसूची में स्थान दिलाने का प्रयास करें।

पत्नी की पसलियां तोड़ी और अंगों पर मिर्च डाल तड़पाता रहा पति!



नागौरपांचौड़ी थाना इलाके के भोमासर गांव में तीन दिन पहले एक व्यक्ति ने अपने घरवालों के साथ मिलकर पत्नी के साथ अमानवीय तरीके से मारपीट की।
 


इस व्यक्ति पर आरोप है कि उसने मारपीट के दौरान पत्नी की पसलियां तोड़ दीं। इतना ही नहीं, उसने अपनी पत्नी के शरीर के कई अंगों पर मिर्ची लगाकर पीड़ा पहुंचाने का प्रयास किया।महिला का जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है। उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।



पुलिस ने बताया कि जोधपुर के गुलजार नगर भदवासिया स्कूल के पीछे रहने वाले एक व्यक्ति ने सोमवार को रिपोर्ट दी कि उसकी बहन की शादी भोमासर निवासी गोपाल सुथार से हुई थी। कुछ दिन पहले ही गोपाल सूरत से लौटा था।



रिपोर्ट में बताया कि गोपाल ने अपने माता पिता व अन्य परिजनों के साथ मिलकर उसकी बहन के साथ अमानवीय पूर्ण तरीके से मारपीट की। इस दौरान गोपाल ने उसके शरीर के कई अंगों पर मिर्ची डाल दी। पुलिस ने बताया कि महिला के चिल्लाने पर पड़ोसियों ने उसे छुड़ाया और गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

पाक में पुलिसकर्मियों ने किया छात्रा से गैंगरेप


इस्लामाबाद।। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में 5 पुलिसकर्मियों द्वारा कथित तौर पर रेप की शिकार एक लड़की ने आत्महत्या की कोशिश की। जिस वक्त लड़की का रेप हुआ, तब वह ट्यूशन से घर लौट रही थी।

समाचार पत्र 'डॉन' ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि बीते सप्ताह शेखुपुरा में 5 पुलिसकर्मियों ने एक स्टूडेंट के साथ दुष्कर्म किया और पीड़िता ने सोमवार को आत्महत्या की कोशिश की।

फिलहाल पांचों संदिग्ध फरार हैं। शुक्रवार की शाम जिस वक्त 16 वर्षीय छात्रा को रोका गया, तब पुलिसकर्मी अपनी गश्ती ड्यूटी पर थे। लड़की अपने चचेरे भाई के साथ ट्यूशन से घर लौट रही थी। पुलिसकर्मियों ने लड़की के चचेरे भाई को डराया धमकाया और उस पर वहां से चले जाने का दबाव डाला था।

बाद में पांचों संदिग्ध लड़की को बेहोशी की हालत में सुनसान स्थान पर छोड़कर फरार हो गए। वहां से गुजरने वाले लोगों ने लड़की को उसके घर पहुंचाया।

रेप की कोशिश कर रहे आदमी का लिंग काट डाला

नई दिल्ली।। एक बहादुर महिला ने रेप की कोशिश कर रहेआदमी का लिंग काट डाला। मुलजिम के घायल होने के बादमहिला ने उसकी जोरदार पिटाई भी कर दी। जख्मी कोअस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने छेड़छाड़ का केसदर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। rape.jpg 
यह वारदात अलीपुर इलाके के बख्तावरपुर गांव में हुई। यहां28 साल की एक महिला अपने तीन छोटे बच्चों के साथ रहतीहैं। उनके पति की मौत चार साल पहले हो गई थी। पति केनिधन के बाद महिला ने दूसरी शादी न कर अपने बच्चों कापालन - पोषण खुद करने का फैसला किया था। इसके लिएवह इसी इलाके में एक प्राइवेट फैक्ट्री में नौकरी भी कर रहीहैं। सूत्रों ने बताया कि महिला के पड़ोस में रहने वाला जीवन(30) नामक आदमी उनके पति की मौत के बाद उन पर बुरीनजर रखता था।

रविवार शाम महिला के बच्चे खेलने के लिए घर से बाहर गएथे। वह घर में अकेली थीं। इसी दौरान जीवन घर में घुसआया। उसने महिला से जबर्दस्ती करने की कोशिश की।अकेली होने के बावजूद महिला ने हिम्मत नहीं छोड़ी औरजीवन की हरकतों का जमकर विरोध किया। इसी दौरानउनके हाथ में बिस्तर के पास रखा ब्लेड आ गया। ब्लेड हाथ में आते ही महिला ने जीवन के लिंग पर जोरदारवार कर उसे काट दिया। अब महिला जीवन की पकड़ से छूट गई। उन्होंने खून में पड़े कराह रहे जीवन कीजमकर पिटाई की। पीटने के बाद उन्होंने पुलिस को कॉल किया।

बेटा होने की बधाई और हाथ में यह क्या थमा दिया!


 
संभाग के सबसे बड़े उम्मेद महिला एवं शिशु अस्पताल के लेबररूम में स्टाफ की लापरवाही से रविवार देर रात दो प्रसूताओं के बच्चे बदल गए। इनमें एक लड़का व एक लड़की है। इस घटना के बाद पूरी रात लेबररूम के डॉक्टर व नर्सेज दोनों पक्षों को समझाने में लगे रहे, लेकिन बात नहीं बनी। सुबह अस्पताल प्रबंधन को जानकारी मिलने पर अधीक्षक ने गायनी विभागाध्यक्ष से मामले की जांच करवाई। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि लेबररूम में कार्यरत दो सहायक कर्मचारियों के कारण यह घटना हुई। इनके विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही लेबररूम में कार्यरत सभी कर्मचारियों को नोटिस देने की भी तैयारी की जा रही है। मामले की जांच खांडा फलसा पुलिस कर रही है।बाड़मेर जिले के कुसिप गांव (तहसील सिवाना) निवासी पूनम कंवर पत्नी चैन सिंह व बायतू क्षेत्र की निवासी रेशमी देवी का रविवार देर रात उम्मेद अस्पताल के लेबररूम में प्रसव हुआ। पूनम कंवर के परिजनों का कहना है कि उनसे बेटा होने की बधाई मांगी गई थी। साथ ही पूनम कंवर को जब लेबररूम से वार्ड में शिफ्ट किया गया तो उसे बेटा दिया गया। करीब दो घंटे बाद कर्मचारी वापस आकर बेटा ले गए और कहने लगे कि उसने बेटी को जन्म दिया है। इसको लेकर रात करीब दो बजे से ही विवाद शुरू हो गया।इधर अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि पूनमकंवर को बेटी व रेशमी देवी को बेटा होने की सूचना देकर फार्म पर हस्ताक्षर करवाए थे। इसके बाद पूनम कंवर को कॉटेज में शिफ्ट करने के दौरान उसके साथ गलती से रेशमी देवी का बेटा भेज दिया गया। इस गलती का पता लगने के बाद जब पूनमकंवर को लड़का लेकर लड़की दी गई तो उसने लेने से इनकार कर दिया। पुलिस ने दोनों के बयान भी लिए हैं। ‘लक्ष्मी’ से दूरी अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि रात को प्रसव के बाद लेबररूम के कर्मचारियों ने पूनम कंवर को बेटी होने की जानकारी देकर व रेशमी देवी को बेटा होने की जानकारी देकर फार्म पर हस्ताक्षर करवाए थे, लेकिन अब पूनम कंवर बेटी लेने से इनकार कर रही हैं। रविवार रात दो बजे बाद से नवजात बच्ची को नर्सरी में रखा गया है। जहां उसे ऊपर का दूध दिया जा रहा है। डीएनए जांच की मांग पूनम कंवर के पति चैनसिंह ने अस्पताल प्रबंधन को दिए प्रार्थना पत्र में इस मामले में डीएनए जांच कराने की मांग की है। चैनसिंह ने इस बात का भी हवाला दिया कि सुबह जब परिजनों ने जांच की मांग की तो लेबररूम में डॉक्टरों ने कहा कि इसका खर्च एक लाख रुपए आएगा। दोपहर बाद अस्पताल प्रबंधन ने इस मामले में रक्त के नमूने जांच के लिए हैं। फुट प्रिंट जांचेंगे अस्पताल में जन्म लेने वाले सभी बच्चों के उनके टिकट पर ही पांव के निशान लिए जाते हैं। इनकी जांच से भी असलियत सामने आ सकती है। अस्पताल प्रबंधन ने खांडा पुलिस को दस्तावेज उपलब्ध करवा दिए हैं। इसकी जांच फोरेंसिक लैब में होगी। बेटा हुआ तो यह नाटक हो गया 'मेरी पत्नी का यह आठवां प्रसव है। अभी दो बेटियां ही जीवित हैं। मेरी पत्नी ने बेटे को जन्म दिया है, लेकिन इसमें अब नाटक हो रहा है।' सागरराम, रेशमी देवी का पति बेटा सौंपने के बाद बेटी क्यों दी? 'मेरी पत्नी ने लड़के को ही जन्म दिया था। दो तीन घंटे बाद अस्पताल के कर्मचारी उसे वापस ले गए। मैने प्रार्थना पत्र देकर जांच कराने को कहा है।' चैनसिंह, पूनम कंवर का पति दस्तखत करवाए, तब होश नहीं था 'लेबररूम से मुझे लड़का ही दिया था। दो घंटे बाद अस्पताल के कर्मचारी उसे वापस ले गए। जब हस्ताक्षर करवाए थे उस समय मैं पूरी तरह होश में नहीं थी।'
पूनम कंवर, प्रसूता दोनों पक्ष के बयान लिए हैं 'जांच रिपोर्ट मिलने के बाद ही तय होगा कि इस मामले की असलियत जानने के लिए क्या किया जा सकता है। हमने दोनों पक्षों के बयान लिए हैं।' ढगलाराम थाना अधिकारी, खांडा फलसा मामला पुलिस में 'बच्चे बदलने की घटना की रिपोर्ट आ गई है। पूनमकंवर को शिफ्ट करते समय अस्पताल की नियमित स्वीपर व बाई द्वारा बिना किसी को बताए रेशमी देवी का बच्चा देने की बात सामने आई है। इनके विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। रिकॉर्ड के मुताबिक रेशमी देवी ने बेटे को जन्म दिया है, इसलिए उसे उसके पास ही रखा गया है। जबकि बच्ची को नर्सरी में रखा गया है। पुलिस इसकी जांच कर रही है। हमने बच्चों के फुट इंप्रेशन पुलिस को दे दिए हैं।' डॉ. नरेंद्र छंगाणीअधीक्षक, उम्मेद अस्पताल
नवजात का क्या कसूर? उम्मेद अस्पताल में सात वर्ष बाद एक बार फिर मार्च में बच्चे बदलने की घटना ने अस्पताल प्रबंधन को चिंता में डाल दिया है। रविवार रात हुई इस घटना के बाद लड़के पर दोनों पक्ष दावा कर रहे है, लेकिन दूसरी ओर एक मासूम जन्म के कुछ घंटे बाद ही अपनी मां से बिछुड़ गईं। इस बच्ची का दुर्भाग्य है कि मां होते हुए भी उसे पहले दिन से ही ऊपर का दूध देना पड़ रहा है। अस्पताल की नर्सरी के कर्मचारी उसका पूरा ध्यान रख रहे हैं। मासूम इस बात से अनजान है कि उसकी मां कौन है? कमोबेश यही हालत पूनम कंवर व रेशमी देवी की है। दोनों का दावा है कि उन्होंने बेटे को जन्म दिया है। लेबररूम के रिकॉर्ड के मुताबिक लड़के को अभी रेशमी देवी के पास रखा गया है। दोनों अभी लेबररूम में ही है। इधर पूनम कंवर के परिजन बेटी लेने को तैयार नहीं हैं। प्रतिबंध के बावजूद बधाई वसूली प्रबंधन के तमाम प्रयासों के बावजूद लेबररूम के सहायक कर्मचारियों द्वारा संतान पैदा होने पर बधाई वसूल जा रही है। पूनम कंवर के साथ आई कैलाश कंवर ने बताया कि रविवार को उनसे बेटा होने की बधाई मांगी गई, जबकि अस्पताल में बधाई लेने पर प्रतिबंध है। 2005 में हुई थी घटना सात वर्ष पहले मार्च 2005 में भी बधाई लेने के चक्कर में ऐसा ही विवाद हुआ था। जोधपुर शहर के दो परिवारों के बीच भी लड़के के जन्म को लेकर दावा किया गया। बाद में पुलिस के मार्फत मामला फोरेंसिक विभाग में पहुंचा। जहां से डीएनए के लिए नमूने जांच के लिए हैदराबाद भेजे गए। रिपोर्ट आने के बाद ही मामला शांत हुआ। स्टाफ बढ़ाने की जरूरत उम्मेद अस्पताल के लेबररूम में सर्वाधिक दबाव रहता है,लेकिन इसके अनुरूप यहां स्टाफ नहीं है। इस तरह के मामले व व्यवस्थाओं को संचालित करने के लिए नर्सिग कर्मियों की आवश्यकता हमेशा बनी रहती है। यहां शाम व रात की पारी में चार -चार नर्सिगकर्मी लगाए जाते हैं, जो पर्याप्त नहीं हैं। अस्पताल में वर्तमान में नर्सिग कर्मियों के करीब सौ पद खाली पड़े हैं।

सोमवार, 26 मार्च 2012

लड़की पैदा करने वाली को जिंदा जलाया

लड़की पैदा करने वाली को जिंदा जलाया

बहरामपुर (पश्चिम बंगाल)। पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद जिले के खरग्राम में कथित रूप से लड़की को जन्म देने पर रविवार को एक महिला को जिंदा जला दिया गया।

पुलिस के अनुसार 25 साल की रूपाली बीबी को कथित रूप से उसके ससुराल वालों व पति ने जला दिया। उसका जला हुआ शव घर में मिला। बीबी के परिवार वालों ने पुलिस में मामला दर्ज कराया है। बीबी के घर वालों ने आरोप लगाया है कि बीबी के एक के बाद दूसरी लड़की को जन्म देने पर जला कर मार डाला गया। बीबी के ससुराल वाले घर से चले गए हैं।

गहलोत के बजट में नौकरियों की भरमार

गहलोत के बजट में नौकरियों की भरमार

जयपुर। राजस्थान सरकार ने बेरोजगारों को बड़ी सौगात दी है। शिक्षा और चिकित्सा क्षेत्र में हजारों नौकरियां देने की घोषणा की गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने साल 2012-13 का बजट पेश करते हुए 20 हजार नए शिक्षकों की भर्ती की घोषणा की। उन्होंने मदरसों में एक हजार टीचरों की भर्ती किए जाने की भी घोषणा की है।

उर्दू विषय के व्याख्याताओं के 100 पदों, प्रधानाध्यपकों के 200 पदों और तृतीय श्रेणी शिक्षकों के 500 पदों पर भर्ती की घोषणा की गई है। चिकित्सा के क्षेत्र में 21 हजार नई नौकरियों की घोषणा की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2 साल में 3 हजार नए स्वास्थ्य केन्द्र खोले जाएंगे। 1 हजार नए स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती होगी।